Bahoot Badhiya update tha ... jitna kamuk banayoge utna hi maja aayega ... gaun me rohan ki story bhi saath me jodhna aur maja aayega.
बहुत ही बेहतरीन अपडेट। अपने हीरो का एकाउंट भी खुलवा दो Prince_007 भाईअपडेट 15
बरखा और गरिमा किचन में आज साथ में नास्ता बना रही थी । तभी सुरेश उठ कर हॉल में आकर बैठ के चाय मांगता हैं ।गरिमा चाय लेकर अपने पापा को देती हैं तभी सुरेश गारिमा से पूछता हैं कल रात क्यों नही आयी ना कोई कॉल क्या ना मैसेज ,गरिमा बोली पापा मुझे लगता हैं आरोही को शायद हम पे शक हो गया हैं अभी कुछ दिन हमें ये सब नही करना चाहिए । सुरेश चौंक के पर उसे कैसे पता चल गया हैं ।गरिमा अपने उस रात किचन की लाइट नही बंद की थी मुझे लगता हैं उस रात शायद वो हमें देख चुकी हैं या शायद नही भी पर अभी कुछ दिन नहीं करे तो ठीक हैं सुरेश भी मझा हुआ खिलाडी था उसने कुछ देर सोचा और बोला तुम सही कह रही हो यही ठीक रहेगा। बरखा गरिमा को आवाज़ देती हैं वहा क्या बैठ गयी आकर खाना बना जल्दी से गरिमा फिर से किचन में चली जाती हैं और धीरे धीरे सब उठ जाते हैं। आज सुरेश और बरखा कुछ काम से जल्दी निकल गये ।और निधि और आरोही भी नास्ता करके कॉलेज के लिए निकल जाती हैं। राहुल का आज मन नही था कॉलेज जाने का तो वो आराम से सो रहा था । गरिमा के पास कुछ खास काम नही था तो वो नहाने चली गयी और इधर राहुल भी उठकर बाथरूम की तरफ ही आ रहा था की गरिमा नहा के टॉवल लपेटकर बहार निकली ।आज पहली बार राहुल ने गरिमा को टॉवल में देखा था और गरिमा को क्या अपनी बहनो में पहली बार ही था ये नज़ारा ,जब गरिमा की नज़र राहुल पे गयी तो वो शर्मा के अपने कमरे में भाग गयी राहुल बाथरूम में गया तो मूत के आने को हुआ तभी उसकी नज़र ज़मीन पे रखी हुई ब्रा और उसके साथ ही एक गीली कच्छी पे गयी ।पता नही क्यों पर राहुल का मन विचलित हो गया और उसने ब्रा को उठा कर देखा उसे एक अजीब का महसूस हो रहा था की उसने कच्छी भी उठा के देखी और उसके मुँह से निकल गया बहनचोद इतनी छोटी कच्छी ,इतनी छोटी कच्छी दीदी पहनती क्यों हैं इसमे क्या छुपेगा उनका वो एक हाथ में कच्छी और एक हाथ में ब्रा लिए अपने आप में ही बड़बड़ा रहा था की गरिमा आ गयी और उसके हाथ में अपनी जवानी का समान देख के वो चौंक गयी और बोली तु ये क्या कर रहा हैं ।राहुल के कानों में जब ये आवाज़ गयी तो उसकी हालत ही खराब हो गयी थी ।उसने तुरंत ब्रा और कच्छी फेंक दी और सर झुका लिया ।गरिमा तूने मेरी ब्रा और कच्छी क्यों ली थी सच बता ।राहुल डर के मारे कुछ नही बोल पा रहा था ।गरिमा एक दम से हँसने लगी और बोली तु पागल हैं भाई जा यहा से मुझे धोना है उसे, ये सुनते ही राहुल जल्दी से अपने कमरे में भाग गया ।गरिमा ने अपने कपड़े धोकर सुखाने के लिए छत पे डाल आयी और फिर आराम से बैठ के टीवी देखने लगी और साथ में सोचने भी लगी की राहुल भी ना कुछ भी करता हैं और मैंने उस बेचारे को कुछ ज़्यादा ही डरा दिया और मुस्कुरा देती हैं ।समय बीता और दोपहर हो चली पर राहुल नास्ता करने नही आया तो गरिमा उसके कमरे में जाने लगी ।कमरे पे पहुंच के बोली भाई दोपहर हो चुकी हैं आजा खाना खाते हैं ।
राहुल की कोई आवाज़ ना सुन ने गरिमा फिर बोलती हैं अच्छा मैं कुछ नही बोलूंगी और ना किसी को कुछ नही बताऊँगी अब बहार आजा ठीक हैं मैं खाना गरम कर रही हूँ ।इतना बोल के वो चली जाती हैं ।राहुल भी फ्रेश होकर निचे आता हैं पर गरिमा से नज़रे नही मिला पा रहा था ,गरिमा मुस्कुराते हुए उसको खाना देती हैं और खुद भी ले लेती हैं दोनो कुछ ही समय में खाना खाकर टीवी देखने लगते हैं थोड़ी देर बाद वो राहुल से बोली अच्छा सुन तु क्या कर रहा था मेरे उन कपड़ो के साथ ,राहुल कुछ नही बोलता हैं तो गरिमा हँसने लगती हैं और बोलती हैं कोई बात नही भाई जवानी में ऐसा होता हैं सब कभी ना कभी कोई गलती करते है ।राहुल बोलता हैं मुझे माफ़ कर देना दीदी पता नही क्यों मैंने उसे उठा लिया मुझे खुद नही पता इस बात पर गरिमा मुस्कुरा देती हैं और बोलती हैं कोई बात नही, होता हैं ऐसा ।तभी राहुल फिर बोलता हैं दीदी आपकी वो कितनी छोटी हैं उससे आपका सब कुछ ढक जाता हैं क्या ये सुन गरिमा फिर मुस्कुरा जाती हैं और कहती हैं तु सच में पागल हैं बहन हूँ तेरी बुद्दू चल भाग यहा से शर्म नही आती ऐसी बातें करता हैं ।थोड़ी देर बाद निधि और आरोही आ जाते हैं ।राहुल अपने कमरे में चला जाता हैं ।आरोही दीदी खाना खिला दो बहुत थक गयी हूँ ।ये सुन गरिमा उठ कर दोनो को खाना देती हैं और अपने कमरे में चली जाती हैं ।
शाम हो चली थी आज सुरेश और बरखा भी घर पे थे बरखा ने चाय चढ़ा दी और निधि को बोली ,बुला लिया गरिमा और राहुल को पर वो अलसी गयी नही उसने वो काम आरोही को दे दिया आरोही जाकर गरिमा को बोली दीदी उठो शाम हो चुकी हैं मम्मी बुला रही हैं ।और इतना बोल कर अपने प्यारे भैया के कमरे में चली जाती हैं यहा राहुल गहरी नींद में था पर उसका नाग जाग रहा था ये देख आरोही की ऑंखे बड़ी हो जाती हैं वो चादर हटा के लंड को देखने की कोशिश करती हैं पर अफ़सोस उसने निक्कर पहनी थी तो वो राहुल को जगा के मुस्कुराते हुए निचले चली गयी । सब बैठ के चाय पीते हुए बातें करने लगे । कुछ देर ऐसे ही मस्ती मज़ाक चलता हैं और सब अपने काम में लग जाते हैं ।आज निधि जिम नही जाना चाहती थी तो उसने आज अपनी मम्मी और दीदी का साथ देने का सोचा और वो तीनो किचन में चली गयी ।सुरेश अपने कमरे में चला गया साथ में आरोही बैठ के टीवी देखने लगी ।राहुल मम्मी बहार जा रहा हूँ आता हूँ थोड़ी देर में वो इतना बोलकर बहार निकल जाता हैं। सुरेश के मन में कुछ चल रहा था की तभी गरिमा उसके कमरे में आती हुई दिखाई दी ।क्या हुआ पापा क्या सोच रहे हो ।
सुरेश - कुछ नही गरिमा तु बता आज रात आएगी या नही ।
गरिमा - पापा क्या कर रहे हो सब घर में ही हैं और जाग भी रहे हैं मत बोलिये ये सब अभी ,
सुरेश - ठीक ठीक और बता देना ।तभी वहा बरखा आ गयी और बोली क्या बात हो रही हैं बाप और बेटी में इतना बोल कर वो चुप हो गयी ।तभी सुरेश बोला कुछ नही बरखा बस गरिमा से पूछ रहा था की खाना बन गया हैं या नही ।
बरखा - बन गया हैं जी भूख लगी हैं तो आप पहले खा लो
सुरेश नही नही सब साथ ही खाएंगे ।कुछ ही देर के बाद राहुल आ जाता हैं ।सब साथ बैठ के खाना खाते हैं
थोड़ी ही समय में सब का खाना ख़तम हो जाता हैं और सब सोने चले जाते हैं ।गरिमा बर्तन साफ करने किचन में चली जाती हैं आज राहुल सोने नही जाता वो बैठ के टीवी देखने लगता हैं तभी गरिमा टेबल पे गिरा हुआ खाना साफ करने लगती हैं ।सफाई करते हुए उसकी नज़र राहुल पे जाती हैं जो उसको ही देख रहा था पहले वो समझ नही पती हैं पर जब वो अपनी अध खुली चूची को देखती हैं तो मुस्कुरा देती हैं राहुल उसकी मोटी चूचियों को देखे जा रहा था ये नज़ारा राहुल के पैंट में हलचल करने लगा था ।जब उसकी नज़र गरिमा से मिली तो उसकी हालत ही खराब हो जाती हैं डर और शर्म के मारे उसने अपनी गर्दन झुका ली ।ये देख गरिमा मुस्कुरा जाती हैं की उसका भाई भी उसका दीवाना बन चुका हैं ।गरिमा अपना सारा काम ख़तम करके राहुल के साथ में ही बैठ जाती हैं।दोनो टीवी देखने लगते हैं ।तभी गरिमा राहुल से रिमोट लेने के लिए झुक जाती हैं।भाई रिमोट दे ना मैं अपनी पसंद का देखूंगी ।नही दीदी मैं नही दूंगा तभी राहुल की नज़र गरिमा की अध खुली चूचियों पे जाती हैं ।राहुल के मुँह से अनयासा ही निकल जाता हैं उफ्फ्फ .. क्या चूची ,ये सुन गरिमा मुस्कुरा जाती हैं ये उसने जान बुझ के किया था ताकि वो राहुल के मन की बात जान सके ।गरिमा क्या बोला तु
कुछ नही दीदी और वो जल्दी से उठकर अपने कमरे में भाग जाता हैं।इधर गरिमा मुस्कुरा के रह जाती हैं पर ये सब कोई देख रहा था । कुछ देर टीवी देखने के बाद गरिमा भी सोने चली गयी । राहुल के दिमाग़ में बस गरिमा की चूचियाँ ही घूम रही थी । कितनी बड़ी चूची हैं दीदी की उफ्फ्फ. काश एक बार दबाने देती आह्ह्ह ... ऐसे ही सोचते सोचते लंड हिलता हैं और कुछ ही देर में आअह्ह ... गरिमा करते हुए एक दम से शांत हो जाता हैं ।और कब उसकी आँख लग जाती हैं पता ही नही चलता ।
सब जल्दी जल्दी में थे सुरेश दुकान को निकल गया और आरोही ,निधि और राहुल कॉलेज के लिए बरखा सब को बिदा करके घर के सफाई में लग जाती हैं ।इधर गरिमा आज देर तक सो रही थी। बरखा ने जाकर गरिमा को उठाया और छत पे चली गयी ।गरिमा उठी और कल रात वाली बात सोच के मुस्कुरा दी । फ्रेश होकर नास्ता पानी किया और अपने कमरे में चली गयी । बोर हो रही थी तो उसने सोचा की क्यों ना आज पलक से बात की जाये वो कॉल पलक को लगती हैं । कुछ देर रिंग होती है तभी एक आवाज़ आती हैं हेल्लों ये आवाज़ एक मर्दाना थी ।
गरिमा - हेल्लो पलक से बात करनी हैं ।
- तुम कौन हो
मैं गरिमा हूँ पलक की दोस्त आप कौन हो ?
- मैं उसका पिता बोल रहा हूँ उसकी तबियत ठीक नही हैं इसीलिए मैंने कॉल उठाया हैं
क्या हुआ पलक की तबियत को,
- कुछ खास नही हैं बस बुखार हैं दवाई लेकर आराम कर रही हैं ।
ओक अंकल मैं घर आती हूँ थोड़ी देर में बोलकर कॉल कट कर देती हैं ।और जल्दी से पलक के घर जाने के लिए निकल जाती हैं ।इधर कॉलेज में आरोही परेशान थी की रोहिणी आज भी नही आयी क्या बात हो गयी हैं और उसका फोन भी बंद आ रहा हैं क्या करूँ इतने में एक आवाज़ उसको सुनाई देती हैं रोहिणी की तो फाड़ दी हैं अब बस तेरी फाड़नी बाकी हैं ।वो पलट के देखती हैं तो सामने विक्की और अजय खड़े थे ।तुम दोनो की हिम्मत कैस हुए मुझसे बात करने की उस दिन की मार भूल गये हो क्या या बुलाऊं अपने भैया को ,अजय भूले नही हैं तभी तो तेरे को समझने आये हैं बहुत जल्दी ही उस राहुल मादरचोद को सबक सिखाएंगे। इतना बोल कर वो चले जाते हैं ।आरोही बहुत परेशान हो जाती हैं की रोहिणी को क्या हो गया और ये हरामी साले भैया के साथ कुछ गलत ना कर दे । ऐसे ही सोचते हुए अपनी क्लास में चली गयी इधर गरिमा पलक के घर पे बैठ के बातें कर रही थी। साली बताई क्यों नही की तबियत ठीक नही हैं मैं आ जाती ।
पलक - अरे यार बुखार ही तो हैं और इसके लिए क्या बुलाती तेरे को, तु भी तो आज कल अपने पापा के साथ लगी हुई हैं ।
ये सुन गरिमा मुस्कुरा देती हैं तु सच में बहुत कमीनी हैं साली
पलक - हाँ में कमीनी हूँ और तु क्या हैं साली रंडी अपने बाप का लेते ही भूल गयी ना मुझे एक कॉल भी नही की मुझे और मुँह फेर लेती हैं ।
गरिमा - माफ़ कर दे यार वो पापा के साथ इतना कुछ होने लगा की ध्यान ही नही रहा ।
पलक - हाँ साली अब लंड लेगी तो हमें क्यों याद करेगी
गरिमा - मुस्कुराते हुए साली तु भी तो लेती हैं और तेरे तो मेरे से भी ज़्यादा मज़े हैं रात भर पापा के साथ सोती हैं मुझे तो छुप छुप के काम चलाना पड़ता हैं ।
पलक - तो हनीमून पे चली जा मज़ा भी आएगा और पापा के साथ सो भी सकती हैं ।अच्छा सुन तु नौकरी के लिए बोली थी तुझे करनी हैं क्या नौकरी ?
गरिमा - हाँ करनी तो हैं
पलक - तो तु एक काम कर मेरे पापा के ऑफिस में ही कर ले वहा एक जगह खाली हैं और इसी बहाने मेरे पापा को तेरी चूत भी मिल जाएगी और हँसने लगती हैं ।
गरिमा - उफ्फ्फ.. तु भी कुछ भी बोलती हैं ठीक हैं कब जाना हैं इंटरव्यू के लिए बता दे में चली जाउंगी ।
पलक - इसकी कोई ज़रूरत नही हैं मैंने पापा से बात कर ली हैं तु बस ऑफिस चली जाना ।
गरिमा - थैंक्स यार तु मेरी कितनी हेल्प करती हैं।
पलक - ठीक है ठीक हैं अब चल मुझे आराम करने दे और ऑफिस का पता भेज दूंगी कल चली जाना ठीक हैं ।
गरिमा भी अपने घर के लिए निकल जाती हैं। ऐसे ही दिन ख़तम होने को हुआ और राहुल ,निधि और आरोही घर चले गये ।शाम की चाय की चुस्की के साथ गरिमा बोली मुझे नौकरी मिल गयी हैं कल से ही जाउंगी ।ये सुन सब बहुत खुश थे । राहुल जाकर मिठाई लाया और सब ने मिलकर खाया ।रात के खाने के बाद सब सोने चले गये । सुबह हुई और सब अपने अपने काम पे निकल गये गरिमा भी अपने पहले दिन ऑफिस के लिए देर नही करना चाहती थी तो वो जल्दी ही निकल जाती हैं।
आरोही की नज़र आज भी रोहिणी को ही ढूंढ रही थी वो आज भी कॉलेज नही आयी थी ।तभी पीछे से किसी ने उसको पकड़ लिया और एक आवाज़ आयी गुड़ मॉर्निंग आरोही ,आरोही पलट के देखती हैं तो पीछे निशा खड़ी थी वो निशा को गुड़ मॉर्निंग बोलती हैं फिर दोनो साथ साथ बातें करते हुए अपनी अपनी क्लास में चली जाती हैं।
धीरे धीरे ऐसे ही समय बीतता चला गया ।दिन महीनों में बदल गये पर रोहिणी का कही भी पता नही चला ।आरोही ने कई बार रोहिणी के घर पे भी गई पर वहा कोई नही रहता था ।समय की मार ने आरोही को मजबूर कर दिया की वो अपनी सबसे अच्छी दोस्त को भूल जाये । दूसरी तरफ रोहन भी आयशा की लेने में कामयाब नही हो पाया था आयशा बस रोहन को अपने चुचे दिखा देती थी ।गरिमा की बुर सुरेश की हो चुकी थी पर कब तक वो छुप छुप के चुदावती ।ऐसे ही चुदाई का ये खेल राहुल एक रात को सुन लिया और सोचने लगा की गरिमा दीदी और पापा कब से कर रहे हैं ,मुझे पता लगाना होगा की ये सब कब से चल रहा हैं यही सोचते सोचते वो सो गया ।
नोट - दोस्तों अब कहानी वर्तमान में चलेगी और बहुत ही रोमांचक होने वाली हैं
इस फोरम की वर्तमान बेस्ट थ्रेड है ये...अपडेट 15
बरखा और गरिमा किचन में आज साथ में नास्ता बना रही थी । तभी सुरेश उठ कर हॉल में आकर बैठ के चाय मांगता हैं ।गरिमा चाय लेकर अपने पापा को देती हैं तभी सुरेश गारिमा से पूछता हैं कल रात क्यों नही आयी ना कोई कॉल क्या ना मैसेज ,गरिमा बोली पापा मुझे लगता हैं आरोही को शायद हम पे शक हो गया हैं अभी कुछ दिन हमें ये सब नही करना चाहिए । सुरेश चौंक के पर उसे कैसे पता चल गया हैं ।गरिमा अपने उस रात किचन की लाइट नही बंद की थी मुझे लगता हैं उस रात शायद वो हमें देख चुकी हैं या शायद नही भी पर अभी कुछ दिन नहीं करे तो ठीक हैं सुरेश भी मझा हुआ खिलाडी था उसने कुछ देर सोचा और बोला तुम सही कह रही हो यही ठीक रहेगा। बरखा गरिमा को आवाज़ देती हैं वहा क्या बैठ गयी आकर खाना बना जल्दी से गरिमा फिर से किचन में चली जाती हैं और धीरे धीरे सब उठ जाते हैं। आज सुरेश और बरखा कुछ काम से जल्दी निकल गये ।और निधि और आरोही भी नास्ता करके कॉलेज के लिए निकल जाती हैं। राहुल का आज मन नही था कॉलेज जाने का तो वो आराम से सो रहा था । गरिमा के पास कुछ खास काम नही था तो वो नहाने चली गयी और इधर राहुल भी उठकर बाथरूम की तरफ ही आ रहा था की गरिमा नहा के टॉवल लपेटकर बहार निकली ।आज पहली बार राहुल ने गरिमा को टॉवल में देखा था और गरिमा को क्या अपनी बहनो में पहली बार ही था ये नज़ारा ,जब गरिमा की नज़र राहुल पे गयी तो वो शर्मा के अपने कमरे में भाग गयी राहुल बाथरूम में गया तो मूत के आने को हुआ तभी उसकी नज़र ज़मीन पे रखी हुई ब्रा और उसके साथ ही एक गीली कच्छी पे गयी ।पता नही क्यों पर राहुल का मन विचलित हो गया और उसने ब्रा को उठा कर देखा उसे एक अजीब का महसूस हो रहा था की उसने कच्छी भी उठा के देखी और उसके मुँह से निकल गया बहनचोद इतनी छोटी कच्छी ,इतनी छोटी कच्छी दीदी पहनती क्यों हैं इसमे क्या छुपेगा उनका वो एक हाथ में कच्छी और एक हाथ में ब्रा लिए अपने आप में ही बड़बड़ा रहा था की गरिमा आ गयी और उसके हाथ में अपनी जवानी का समान देख के वो चौंक गयी और बोली तु ये क्या कर रहा हैं ।राहुल के कानों में जब ये आवाज़ गयी तो उसकी हालत ही खराब हो गयी थी ।उसने तुरंत ब्रा और कच्छी फेंक दी और सर झुका लिया ।गरिमा तूने मेरी ब्रा और कच्छी क्यों ली थी सच बता ।राहुल डर के मारे कुछ नही बोल पा रहा था ।गरिमा एक दम से हँसने लगी और बोली तु पागल हैं भाई जा यहा से मुझे धोना है उसे, ये सुनते ही राहुल जल्दी से अपने कमरे में भाग गया ।गरिमा ने अपने कपड़े धोकर सुखाने के लिए छत पे डाल आयी और फिर आराम से बैठ के टीवी देखने लगी और साथ में सोचने भी लगी की राहुल भी ना कुछ भी करता हैं और मैंने उस बेचारे को कुछ ज़्यादा ही डरा दिया और मुस्कुरा देती हैं ।समय बीता और दोपहर हो चली पर राहुल नास्ता करने नही आया तो गरिमा उसके कमरे में जाने लगी ।कमरे पे पहुंच के बोली भाई दोपहर हो चुकी हैं आजा खाना खाते हैं ।
राहुल की कोई आवाज़ ना सुन ने गरिमा फिर बोलती हैं अच्छा मैं कुछ नही बोलूंगी और ना किसी को कुछ नही बताऊँगी अब बहार आजा ठीक हैं मैं खाना गरम कर रही हूँ ।इतना बोल के वो चली जाती हैं ।राहुल भी फ्रेश होकर निचे आता हैं पर गरिमा से नज़रे नही मिला पा रहा था ,गरिमा मुस्कुराते हुए उसको खाना देती हैं और खुद भी ले लेती हैं दोनो कुछ ही समय में खाना खाकर टीवी देखने लगते हैं थोड़ी देर बाद वो राहुल से बोली अच्छा सुन तु क्या कर रहा था मेरे उन कपड़ो के साथ ,राहुल कुछ नही बोलता हैं तो गरिमा हँसने लगती हैं और बोलती हैं कोई बात नही भाई जवानी में ऐसा होता हैं सब कभी ना कभी कोई गलती करते है ।राहुल बोलता हैं मुझे माफ़ कर देना दीदी पता नही क्यों मैंने उसे उठा लिया मुझे खुद नही पता इस बात पर गरिमा मुस्कुरा देती हैं और बोलती हैं कोई बात नही, होता हैं ऐसा ।तभी राहुल फिर बोलता हैं दीदी आपकी वो कितनी छोटी हैं उससे आपका सब कुछ ढक जाता हैं क्या ये सुन गरिमा फिर मुस्कुरा जाती हैं और कहती हैं तु सच में पागल हैं बहन हूँ तेरी बुद्दू चल भाग यहा से शर्म नही आती ऐसी बातें करता हैं ।थोड़ी देर बाद निधि और आरोही आ जाते हैं ।राहुल अपने कमरे में चला जाता हैं ।आरोही दीदी खाना खिला दो बहुत थक गयी हूँ ।ये सुन गरिमा उठ कर दोनो को खाना देती हैं और अपने कमरे में चली जाती हैं ।
शाम हो चली थी आज सुरेश और बरखा भी घर पे थे बरखा ने चाय चढ़ा दी और निधि को बोली ,बुला लिया गरिमा और राहुल को पर वो अलसी गयी नही उसने वो काम आरोही को दे दिया आरोही जाकर गरिमा को बोली दीदी उठो शाम हो चुकी हैं मम्मी बुला रही हैं ।और इतना बोल कर अपने प्यारे भैया के कमरे में चली जाती हैं यहा राहुल गहरी नींद में था पर उसका नाग जाग रहा था ये देख आरोही की ऑंखे बड़ी हो जाती हैं वो चादर हटा के लंड को देखने की कोशिश करती हैं पर अफ़सोस उसने निक्कर पहनी थी तो वो राहुल को जगा के मुस्कुराते हुए निचले चली गयी । सब बैठ के चाय पीते हुए बातें करने लगे । कुछ देर ऐसे ही मस्ती मज़ाक चलता हैं और सब अपने काम में लग जाते हैं ।आज निधि जिम नही जाना चाहती थी तो उसने आज अपनी मम्मी और दीदी का साथ देने का सोचा और वो तीनो किचन में चली गयी ।सुरेश अपने कमरे में चला गया साथ में आरोही बैठ के टीवी देखने लगी ।राहुल मम्मी बहार जा रहा हूँ आता हूँ थोड़ी देर में वो इतना बोलकर बहार निकल जाता हैं। सुरेश के मन में कुछ चल रहा था की तभी गरिमा उसके कमरे में आती हुई दिखाई दी ।क्या हुआ पापा क्या सोच रहे हो ।
सुरेश - कुछ नही गरिमा तु बता आज रात आएगी या नही ।
गरिमा - पापा क्या कर रहे हो सब घर में ही हैं और जाग भी रहे हैं मत बोलिये ये सब अभी ,
सुरेश - ठीक ठीक और बता देना ।तभी वहा बरखा आ गयी और बोली क्या बात हो रही हैं बाप और बेटी में इतना बोल कर वो चुप हो गयी ।तभी सुरेश बोला कुछ नही बरखा बस गरिमा से पूछ रहा था की खाना बन गया हैं या नही ।
बरखा - बन गया हैं जी भूख लगी हैं तो आप पहले खा लो
सुरेश नही नही सब साथ ही खाएंगे ।कुछ ही देर के बाद राहुल आ जाता हैं ।सब साथ बैठ के खाना खाते हैं
थोड़ी ही समय में सब का खाना ख़तम हो जाता हैं और सब सोने चले जाते हैं ।गरिमा बर्तन साफ करने किचन में चली जाती हैं आज राहुल सोने नही जाता वो बैठ के टीवी देखने लगता हैं तभी गरिमा टेबल पे गिरा हुआ खाना साफ करने लगती हैं ।सफाई करते हुए उसकी नज़र राहुल पे जाती हैं जो उसको ही देख रहा था पहले वो समझ नही पती हैं पर जब वो अपनी अध खुली चूची को देखती हैं तो मुस्कुरा देती हैं राहुल उसकी मोटी चूचियों को देखे जा रहा था ये नज़ारा राहुल के पैंट में हलचल करने लगा था ।जब उसकी नज़र गरिमा से मिली तो उसकी हालत ही खराब हो जाती हैं डर और शर्म के मारे उसने अपनी गर्दन झुका ली ।ये देख गरिमा मुस्कुरा जाती हैं की उसका भाई भी उसका दीवाना बन चुका हैं ।गरिमा अपना सारा काम ख़तम करके राहुल के साथ में ही बैठ जाती हैं।दोनो टीवी देखने लगते हैं ।तभी गरिमा राहुल से रिमोट लेने के लिए झुक जाती हैं।भाई रिमोट दे ना मैं अपनी पसंद का देखूंगी ।नही दीदी मैं नही दूंगा तभी राहुल की नज़र गरिमा की अध खुली चूचियों पे जाती हैं ।राहुल के मुँह से अनयासा ही निकल जाता हैं उफ्फ्फ .. क्या चूची ,ये सुन गरिमा मुस्कुरा जाती हैं ये उसने जान बुझ के किया था ताकि वो राहुल के मन की बात जान सके ।गरिमा क्या बोला तु
कुछ नही दीदी और वो जल्दी से उठकर अपने कमरे में भाग जाता हैं।इधर गरिमा मुस्कुरा के रह जाती हैं पर ये सब कोई देख रहा था । कुछ देर टीवी देखने के बाद गरिमा भी सोने चली गयी । राहुल के दिमाग़ में बस गरिमा की चूचियाँ ही घूम रही थी । कितनी बड़ी चूची हैं दीदी की उफ्फ्फ. काश एक बार दबाने देती आह्ह्ह ... ऐसे ही सोचते सोचते लंड हिलता हैं और कुछ ही देर में आअह्ह ... गरिमा करते हुए एक दम से शांत हो जाता हैं ।और कब उसकी आँख लग जाती हैं पता ही नही चलता ।
सब जल्दी जल्दी में थे सुरेश दुकान को निकल गया और आरोही ,निधि और राहुल कॉलेज के लिए बरखा सब को बिदा करके घर के सफाई में लग जाती हैं ।इधर गरिमा आज देर तक सो रही थी। बरखा ने जाकर गरिमा को उठाया और छत पे चली गयी ।गरिमा उठी और कल रात वाली बात सोच के मुस्कुरा दी । फ्रेश होकर नास्ता पानी किया और अपने कमरे में चली गयी । बोर हो रही थी तो उसने सोचा की क्यों ना आज पलक से बात की जाये वो कॉल पलक को लगती हैं । कुछ देर रिंग होती है तभी एक आवाज़ आती हैं हेल्लों ये आवाज़ एक मर्दाना थी ।
गरिमा - हेल्लो पलक से बात करनी हैं ।
- तुम कौन हो
मैं गरिमा हूँ पलक की दोस्त आप कौन हो ?
- मैं उसका पिता बोल रहा हूँ उसकी तबियत ठीक नही हैं इसीलिए मैंने कॉल उठाया हैं
क्या हुआ पलक की तबियत को,
- कुछ खास नही हैं बस बुखार हैं दवाई लेकर आराम कर रही हैं ।
ओक अंकल मैं घर आती हूँ थोड़ी देर में बोलकर कॉल कट कर देती हैं ।और जल्दी से पलक के घर जाने के लिए निकल जाती हैं ।इधर कॉलेज में आरोही परेशान थी की रोहिणी आज भी नही आयी क्या बात हो गयी हैं और उसका फोन भी बंद आ रहा हैं क्या करूँ इतने में एक आवाज़ उसको सुनाई देती हैं रोहिणी की तो फाड़ दी हैं अब बस तेरी फाड़नी बाकी हैं ।वो पलट के देखती हैं तो सामने विक्की और अजय खड़े थे ।तुम दोनो की हिम्मत कैस हुए मुझसे बात करने की उस दिन की मार भूल गये हो क्या या बुलाऊं अपने भैया को ,अजय भूले नही हैं तभी तो तेरे को समझने आये हैं बहुत जल्दी ही उस राहुल मादरचोद को सबक सिखाएंगे। इतना बोल कर वो चले जाते हैं ।आरोही बहुत परेशान हो जाती हैं की रोहिणी को क्या हो गया और ये हरामी साले भैया के साथ कुछ गलत ना कर दे । ऐसे ही सोचते हुए अपनी क्लास में चली गयी इधर गरिमा पलक के घर पे बैठ के बातें कर रही थी। साली बताई क्यों नही की तबियत ठीक नही हैं मैं आ जाती ।
पलक - अरे यार बुखार ही तो हैं और इसके लिए क्या बुलाती तेरे को, तु भी तो आज कल अपने पापा के साथ लगी हुई हैं ।
ये सुन गरिमा मुस्कुरा देती हैं तु सच में बहुत कमीनी हैं साली
पलक - हाँ में कमीनी हूँ और तु क्या हैं साली रंडी अपने बाप का लेते ही भूल गयी ना मुझे एक कॉल भी नही की मुझे और मुँह फेर लेती हैं ।
गरिमा - माफ़ कर दे यार वो पापा के साथ इतना कुछ होने लगा की ध्यान ही नही रहा ।
पलक - हाँ साली अब लंड लेगी तो हमें क्यों याद करेगी
गरिमा - मुस्कुराते हुए साली तु भी तो लेती हैं और तेरे तो मेरे से भी ज़्यादा मज़े हैं रात भर पापा के साथ सोती हैं मुझे तो छुप छुप के काम चलाना पड़ता हैं ।
पलक - तो हनीमून पे चली जा मज़ा भी आएगा और पापा के साथ सो भी सकती हैं ।अच्छा सुन तु नौकरी के लिए बोली थी तुझे करनी हैं क्या नौकरी ?
गरिमा - हाँ करनी तो हैं
पलक - तो तु एक काम कर मेरे पापा के ऑफिस में ही कर ले वहा एक जगह खाली हैं और इसी बहाने मेरे पापा को तेरी चूत भी मिल जाएगी और हँसने लगती हैं ।
गरिमा - उफ्फ्फ.. तु भी कुछ भी बोलती हैं ठीक हैं कब जाना हैं इंटरव्यू के लिए बता दे में चली जाउंगी ।
पलक - इसकी कोई ज़रूरत नही हैं मैंने पापा से बात कर ली हैं तु बस ऑफिस चली जाना ।
गरिमा - थैंक्स यार तु मेरी कितनी हेल्प करती हैं।
पलक - ठीक है ठीक हैं अब चल मुझे आराम करने दे और ऑफिस का पता भेज दूंगी कल चली जाना ठीक हैं ।
गरिमा भी अपने घर के लिए निकल जाती हैं। ऐसे ही दिन ख़तम होने को हुआ और राहुल ,निधि और आरोही घर चले गये ।शाम की चाय की चुस्की के साथ गरिमा बोली मुझे नौकरी मिल गयी हैं कल से ही जाउंगी ।ये सुन सब बहुत खुश थे । राहुल जाकर मिठाई लाया और सब ने मिलकर खाया ।रात के खाने के बाद सब सोने चले गये । सुबह हुई और सब अपने अपने काम पे निकल गये गरिमा भी अपने पहले दिन ऑफिस के लिए देर नही करना चाहती थी तो वो जल्दी ही निकल जाती हैं।
आरोही की नज़र आज भी रोहिणी को ही ढूंढ रही थी वो आज भी कॉलेज नही आयी थी ।तभी पीछे से किसी ने उसको पकड़ लिया और एक आवाज़ आयी गुड़ मॉर्निंग आरोही ,आरोही पलट के देखती हैं तो पीछे निशा खड़ी थी वो निशा को गुड़ मॉर्निंग बोलती हैं फिर दोनो साथ साथ बातें करते हुए अपनी अपनी क्लास में चली जाती हैं।
धीरे धीरे ऐसे ही समय बीतता चला गया ।दिन महीनों में बदल गये पर रोहिणी का कही भी पता नही चला ।आरोही ने कई बार रोहिणी के घर पे भी गई पर वहा कोई नही रहता था ।समय की मार ने आरोही को मजबूर कर दिया की वो अपनी सबसे अच्छी दोस्त को भूल जाये । दूसरी तरफ रोहन भी आयशा की लेने में कामयाब नही हो पाया था आयशा बस रोहन को अपने चुचे दिखा देती थी ।गरिमा की बुर सुरेश की हो चुकी थी पर कब तक वो छुप छुप के चुदावती ।ऐसे ही चुदाई का ये खेल राहुल एक रात को सुन लिया और सोचने लगा की गरिमा दीदी और पापा कब से कर रहे हैं ,मुझे पता लगाना होगा की ये सब कब से चल रहा हैं यही सोचते सोचते वो सो गया ।
नोट - दोस्तों अब कहानी वर्तमान में चलेगी और बहुत ही रोमांचक होने वाली हैं
Tumne to mere dil ki bat keh di brother.....इस फोरम की वर्तमान बेस्ट थ्रेड है ये...
सुरेश का करैक्टर बेस्ट कैरक्टर है।
सुरेश गरिमा की ले चुका है
देखना ये है कि
निधि
आरोही
और
पलक
कैसे सुरेश को सिड्यूस करती है।
मूल रचना में सुरेश का करैक्टर सबसे ज्यादा स्ट्रांग दमदार दिख रहा है।
उम्मीद यही है कि।
सुरेश का जलवा बरकरार रहेगा।
Ye to hai...bhai story writer ki hai jaisa usne socha hoga bdiya hi hoga....or rhi baat baap beti story ki to hogi baht story but pasand koi -2 hi aati hai or aadhi to short hoti hai.....so agr as in suresh ko lead role mila jaye to jyada mja aayega.....ais mujhe lgta hai....or sbki soch alg hoti hai brother....Bhai sab apni apni mang rkh rhe hai but appne Kaisa socha vaisa hi likhiye agar readers ke hisab se chle to story ki khichdi hi jayegi . Log umr ke hisab se farmaish karte hai . App bs Apne hisab se likho . Ek bat or es forum par bap beti sex stories ki koi Kami nhi hai agar esi me bhi Suresh ko lead role Diya gye to Kuch khash Maja nhi ayega . Rahul ko lead dikhata gya hai shuru me to use leader hi rehne do .
Agle Update Ka intezar rehega