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Incest पुरा परिवार हवस का शिकार

कहानी का हीरो आप किसे समझ रहे हो ??


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Mahakaal

The Destroyer
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Nice update
pehle MLA, Principal, Vicky aur Ajay ki gand mare Rahul uske baad romance hona chahiye. Arohi aur Nidhi hamisa tention me rehte hai phir romance kaise
 
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Reactions: Sanju@ and Guri006

sunoanuj

Well-Known Member
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Bahut hee behtarin kahani hai.. ab Rahul MLA or uske londe ko or principal or uske londe dono ka band bhajaye …
 

kumarrajnish

kumaruttem
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Rahul ko to chutiya hi kahe to thik hai
 

Prince_007

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Nice update
pehle MLA, Principal, Vicky aur Ajay ki gand mare Rahul uske baad romance hona chahiye. Arohi aur Nidhi hamisa tention me rehte hai phir romance kaise
इसीलिए तो अब तक उनका रोमांस नही हुआ भाई ,पर सम्भोग ऐसी क्रिया हैं जो कभी भी कही भी हमारे जिस्म में को झंझौर देती हैं जैसे किसी मॉल में किसी लड़की को देख महसूस होता हैं की काश इसकी मिल जाती यही जीवन का असली आधार हैं।
 
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Reactions: Sanju@ and Mickay-M

Prince_007

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अपडेट 16


चिड़िया की चहचहने की आवाज़ से राहुल की आँख खोलती हैं एक नयी सुबह की पहली किरण के साथ वो उठता हैं मन में एक नया उमंग लिए वो जल्दी से उठ के सुबह की ताज़ा हवा लेने पार्क में चला जाता हैं।धीरे धीरे सब उठने लगते हैं आरोही उठ के सबसे पहले अपने भैया को देखने जाती हैं तो दरवाजा खुला था वो अंदर गयी तो राहुल बिस्तर पे नही था ।वो निचे आकर सब से पूछती हैं भैया कहा गये हैं। कोई भी कुछ नही बोलता हैं तभी राहुल को बहार से आता देख आरोही पूछती हैं कहाॅं गये थे अकेले अकेले ?
राहुल - सोचा आज से कुछ नया करूँ तो पार्क गया था ताज़ी हवा लेने और थोड़ी भाग दौड़ भी हो गयी ।
आरोही - भैया आप बहुत बुरे हो मुझे भी उठा देते मैं भी चलती आपके साथ अब से बात ही नही करना मुझे से आप और मुँह फुला के बैठ जाती हैं। राहुल उसके गालो पे एक चूमा लेकर बोलता हैं माफ़ कर दे बहना ।ये सब अचानक था की आरोही शर्मा गयी ।ठीक हैं भैया आप कल रात शर्त हार गये थे याद हैं ना आपको मेरी बात मान नी पड़ेगी ।हाँ मेरी गुड़िया याद हैं मुझे ।तभी गरिमा बोलती हैं लो चाय पियो ।राहुल गरिमा को देख के सोचता हैं दीदी कितनी सती सावित्री हैं दिन में कुछ और रात में कुछ और अब तो आपको मज़ा चखा के रहूंगा दीदी ।आरोही क्या हुआ भैया चाय क्यों नही पी रहे हो ।ये आवाज़ सुन के राहुल बोलता हैं कुछ नही मेरी जान और चाय उठा कर चुस्की लेते हुए बोलता हैं आज कॉलेज नही चलते कही बहार घूमने चलते है क्या बोलती हैं आरोही ?
आरोही खुशी के मारे वाह भैया आज सूरज किस दिशा से निकला हैं ।राहुल बस यार सोचा आज कही बहार घूमे। ये सब निधि भी सुन रही थी ।क्या बात हैं भाई बहुत मज़ा आएगा वैसे चलना कहा हैं । चलो गोवा चलते हैं कुछ दिनों के लिए इतना सुनते ही आरोही और निधि तो उछाल पड़ी ।और जोर जोर से उटिंग करने लगी । तभी बरखा बोली अरे इतनी सुबह सुबह क्यों चिल्ला रही हो।गरिमा मम्मी ये लोग पागल हो गयी हैं । इतने में सुरेश बोला क्या हुआ भाई इतना हल्ला क्यों मचा रखा हैं ।आरोही पापा हम गोवा जाने वाले हैं ।बरखा चुप हो जाओ दोनो की दोनो और सब बैठ के बातें करने लगते हैं।
सुरेश - किसने बोला तुमको की हम लोग गोवा जा रहे हैं।
आरोही - भैया ने बोला हैं पापा वो बहुत खुश होते हुए बोली ।
सुरेश - अच्छा ,राहुल तुमने क्यों बोला और कॉलेज कौन जायेगा अब तो तुम्हारे फाइनल एग्जाम भी आने वाले हैं।
राहुल - पापा कुछ ही दिनों की तो बात हैं। और घर पे रह कर बोर हो गया हूँ। तो सोचा क्यों ना मेरी बहनें भी चले ।
सुरेश - वो सब तो ठीक हैं बेटा पर अकेले तुम लोग कैसे जाओगे मेरा तो जाना मुश्किल हैं नई दुकान की वजह से काम बहुत बढ़ गया हैं और अब तो बरखा भी दुकान संभाल रही हैं ।
राहुल - पापा तो आप लोग मत चलिए मैं आरोही और निधि दीदी ,गरिमा दीदी चले जाएंगे।
इतना सुनते ही गरिमा बोली की नही नही मैं नही जा सकती ऑफिस में भी बहुत काम बढ़ गया हैं सर ने छुट्टी लेने से मना किया हैं । तभी राहुल मन में बोलता हैं की ऑफिस का काम बढ़ गया हैं या चूत का साली तुझे तो गोवा से आकर बताता हूँ
आरोही उदास होकर तो क्या हम गोवा नही जाएंगे और अपना मुँह फुला लेती हैं ।तभी राहुल बोलता हैं कोई चले ना चले हम दोनो चल लेंगे मेरी जान मेरी आरोही उसके गालों को खींचते हुए बोलता हैं।सच में भैया हम लोग जाएंगे गोवा वो उछलते हुए बोली आह्ह..भैया गाल क्यों खींचा दर्द हो रहा हैं और मुक्का मरने लगती हैं जिसको देख सब हँसने लगते हैं। निधि तो क्या मैं नही जाउंगी गोवा ??
राहुल - आपका मन हैं चलना नही तो मत जाना ,मैं तो गोवा जाऊंगा तभी आरोही बोली और मैं भी जाउंगी ।
ऐसे ही बात विचार करते समय गुज़ार गया और सुरेश बरखा दुकान के लिए और गरिमा ऑफिस के लिए निकल गयी ।इधर आरोही खुशी के मारे पूरे घर में मटक रही थी ।
और सोच रही थी की गोवा में कहाॅं कहाॅं घूमेंगी ।
तिवारी फोन पे बात करते हुए तो दूसरा किसका शिकार करना हैं ?
- तिवारी जी बहुत इंतज़ार कर लिया अब बदला लेने का समय आ गया हैं। गुड्डू को फोन देना ।
गुड्डू - जी सर बोलिये
-दूसरा शिकार ...करना हैं वो भी बहुत संभाल कर किसी को कानों कान खबर ना हो पाये ।
गुड्डू ठीक हैं सर मुझे भी अब बदला लेना हैं बहुत दिन इंतज़ार कर लिया अब उस आयशा को रंडी की तरह चोदना हैं । और कॉल कट कर देता हैं।
तिवारी - गुड्डू चलो एक पैग जाम पीते है अपने दुश्मनों के नाम ,रामदास जल्दी से तीन पैग बनता हैं और पीने लगते हैं।
रामदास - तिवारी जी जल्दी से कुछ कीजिये मुझे भी आरोही को चोदना हैं
तिवारी- हाँ हाँ रामदास जल्दी ही वो रंडी हम सबका बिस्तर गरम करेगी साली घस्ती ,वो क्या उस मादरचोद की सभी बहनें हमारे लंड की गुलाम बनेगी उनको बाज़ारू रांड नही बनाया तो मेरा नाम भी मनमोहन तिवारी नही ।
तीनो हँसने लगते हैं। गुड्डू ठीक कहाॅं तिवारी जी मुझे तो उस मोहन(मामा का नाम ) की बेटी को चोदना हैं और उसको रखैल बनाना हैं । नशा उनके सर चढ़ गया था।
रामदास - तिवारी जी रंडी बुला लूँ क्या
तिवारी - नही नही अब नही रंडी चाहिए उस रोहिणी जैसा माल चाहिए साली क्या चीज़ थी । अब तो उस आरोही की चूत मार के ही लंड को ठंडा करूंगा ।
रामदास - निशा को भूल गये क्या तिवारी जी
तिवारी - हाये किसे याद दिला दिया साली बहुत तीखी चीज़ हैं उसको तो दौड़ा दौड़ा के चोदुंगा। साली रंडी गजब की माल हैं । शराब पीकर तिवारी और रामदास मस्त हो चुके थे पर गुड्डू अभी इतने नशे में नही था वो अपने दिये हुए काम को पुरा करने के लिए निकल जाता हैं। गरिमा -सर काम पुरा हो गया आज का क्या मैं जा सकती हूँ
- देखो गरिमा तुम पलक की दोस्त हो इसीलिए कुछ नही बोलता पर यूँ बार बार जल्दी छुट्टी नही दे सकता
गरिमा - ओक सर कोई बात नही और पलक कैसी हैं
- वो एक दम ठीक हैं तुमको याद करती हैं मिल लेना जाकर उससे कभी ,
गरिमा - ओक सर और अपनी जगह पे चली जाती हैं।
- साली मस्त माल हैं पलक ठीक ही बोली थी एक दिन ज़रूर चोदुंगा इसको साली गरिमा ।
इधर घर पे आरोही अपना सामान बांधने में लगी हुई थी ।वो बहुत ज़्यादा खुश थी ।निधि तु अभी से समान क्यों बांध रही हैं पागल पहले टिकट तो आने दे ।दीदी मैं बहुत उत्सुक हूँ गोवा के लिए जल्दी से गोवा पहुंचना चाहती हूँ।
तभी दरवाजे की घंटी बजी तो निधि खोलने गयी ।दरवाजा खोल के देखा तो गरिमा खड़ी थी ।वो अंदर आकर बैठ के निधि से पानी मांगती हैं तो निधि पानी लेने चली जाती हैं।आरोही निचे आती हैं दीदी आप आ गयी ।गरिमा आरोही को देखती हैं और बोलती हैं तु इतना खुश क्यों हो रही हैं
तभी निधि बोलती हैं दीदी ये गोवा जाने के नाम से ही इतनी खुश हो रही हैं पता नही गोवा पहुंच के क्या होगा इसका । गरिमा ये भी कार्टून ही हैं ।
शाम हो चली थी निधि जिम जाने लगी ।इधर राहुल भी 3 टिकट लेकर आ गया था ।जिसे देख आरोही खुशी से फुली नही समा पा रही थी।उसने खुशी के मारे राहुल के गालो पे चूम लिया ।वाओ भैया आप बहुत अच्छे हो ।
निधि जिम में पहुंची थी की विक्की ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला जानेमन कब दोगी ।थक गया हूँ हिला हिला के और हँसने लगता हैं ।जी हाँ विक्की और अजय इसी जिम में वर्कआउट करने आते थे या यूँ बोलो की वो निधि को परेशान करने ही आते थे । काफी समय से निधि को कभी ना कभी परेशान करते रहते थे ।
हरामज़ादे छोड़ मेरा हाथ तुझे तो मेरा भाई ही बताएगा साले हिजड़े इतना बोल कर वो चली जाती हैं।
अजय - भाई ये तो साली इज़्ज़त का कचरा कर गयी
विक्की - कोई नही आज इज़्ज़त का कचरा कर के गयी हैं एक दिन मैं उसकी इज़्ज़त लूट कर इसको अपनी रखैल बनाऊगा साली में बहुत अकड़ हैं ।
रात के 8 बजे निधि जिम से निकल जाती हैं उसके पीछे विक्की और अजय भी निकल जाते हैं ये पहली बार नही था की वो दोनो निधि का पीछा कर रहे थे पर निधि काफी डर चुकी थी वो जल्दी जल्दी चलने लगी।उसे बस घर पहुंचना था। की रास्ते में वो जल्द बाज़ी में किसी से टकरा जाती हैं ।
- देख के चला नही जाता या जवानी का जोश ज़्यादा हैं
निधि - सॉरी सॉरी वो मैं थोड़ा जल्दी में थी वो जैसे ही देखती हैं चौंक जाती हैं ये विशाल सिंह था वो जल्दी से उससे लिपट जाती हैं प्लीज मुझे बचा लो वो लोग मेरा पीछा कर रहे हैं ।
विशाल - इधर उधर देखता हैं और बोलता हैं अच्छा मज़ाक हैं मैडम जी लड़के पटाने का अच्छा तरीका हैं पर ये पुराना हो चुका हैं और उसको अलग कर ले निकल जाता हैं ।निधि भी किसी को आस पास ना पाकर जल्दी से घर के लिए निकल जाती हैं।
सुरेश और बरखा भी घर आ जाते हैं राहुल सब को बताता है की उसने गोवा की टिकट करवा ली हैं और हम लोग कल ही दोपहर को गोवा के लिए निकल जाएंगे ।
आरोही तो भैया कौन कौन जा रहा हैं गोवा ?
राहुल - मैं ,निधि दीदी और तुम
ये सुन के आरोही खुशी से पागल हो गयी और निधि भी बहुत खुश हो चुकी थी अब कुछ दिन उसे आराम जो मिलने वाला था विक्की और अजय से ,सब बहुत खुश थे।
चलो खाना खाते हैं ये आवाज़ सुरेश की थी । खाना खा कर सोने चले गये । पर आरोही कहा सोने वाली थी वो जल्दी से उठकर अपने भैया के कमरे में चली गयी ।इधर राहुल भी गोवा में घूमने के लिए जगह चुन रहा था की वो कहाॅं कहाॅं जाएंगे तभी आरोही को आता देख बोला क्यों नींद नही आ रही हैं तुझको ,भैया अब तो नींद गोवा में ही आएगी वो खुश होते हुए बोली ।तु सच में पागल हैं सोयेगी नही तो गोवा कैसे घूमेगी ।भैया सो तो आप भी नही रहे हो ।मेरी गुड़िया रानी में तो गोवा की तैयारी कर रहा हूँ की कहाॅं कहाॅं घूमेंगे। वाओ भैया यू आर ग्रेट आप दुनिया के सबसे अच्छे भैया हो ।चल अब सो जाते हैं ।काफी रात हो गयी हैं । सुरेश गरिमा को मैसेज करता हैं डार्लिंग आओ ना किचन में मिलते हैं ।
गरिमा भी अपने फोन में ही लगी थी की सुरेश का मैसेज आ गया ।उसने पढ़ के तुरंत रिप्लाई दिया । जान आज की ही तो बात हैं कल से तो मज़े ही मज़े हैं कुछ दिन आज रहने देते हैं।
सुरेश - ठीक हैं डार्लिंग पर कल नही छोडूंगा तुमको कल तुम्हारे दूसरे छेद को खोलूंगा ।और कॉल कट कर देता हैं ।
इधर गरिमा दूसरा छेद ओह्ह माय गॉड मतलब पापा मेरी गांड मरना चाहते नही नही वहा तो बहुत दर्द होता है ।पर पलक तो बोली थी की मज़ा भी बहुत आता हैं तो क्या सच में गांड चुदाई में मज़ा आता हैं ।उफ़..गरिमा तु भी क्या सोच रही हैं सो जा कल की कल देखते हैं ।
राहुल की आँख खुली तो देखा 10 बज गये ।वो जल्दी से उठकर फ्रेश होकर निचे गया । तो बरखा भी बहार जाने को तैयार थी ।तभी राहुल बोला मम्मी आप कहाॅं जा रही हूँ ।
बरखा - बेटा दुकान जा रही हूँ तेरे पापा ने जब से नयी दुकान खुली हैं काम बहुत बढ़ गया हैं ।तुम लोग खाना खा लेना मैं दोपहर हो आउंगी तुमको रेलवे स्टेशन तक छोड़ने बोलकर निकल जाती हैं ।
आरोही - भैया बोलते हुए राहुल से लिपट जाती हैं और बोलती हैं जल्दी से नास्ता कर लो फिर तैयार भी तो होना हैं ।
राहुल मुस्कुराता हुआ तु सच में पागल ही हो गयी हैं अभी कितना समय हैं मेरी जान और कॉलेज भी तो जाना हैं छुट्टी नही ली है । छोड़ो ना एक सप्ताह की तो बात हैं और उसके लिए छुट्टी लेने जाने की क्या ज़रूरत हैं ।
तभी निधि बोली हाँ हाँ भाई से लिपटने के अलावा करना क्या हैं तुझको और हँसने लगती हैं इस बात पे आरोही और राहुल भी मुस्कुरा देते हैं ।अच्छा चलो मुझे कुछ खिलाओ भूख लग रही हैं ।आज आरोही अपने भैया के लिए नास्ता निकल के परोस रही थी जिसे देख निधि मन में बोली बेटा अभी खाना खिला ले गोवा में तो तेरी फाड़ के ही मानेगा भाई और मंद मंद मुस्कुरा देती हैं ।ऐसे ही समय गुज़ारने लगा और दोपहर हो चली ।तभी दरवाजे की घंटी बजी ।निधि ,आरोही यार जाकर देख ले ना कौन हैं
आरोही - दीदी आप क्यों नही जाती हो देख नही रही हो मैं तैयार हो रही हूँ ।
निधि - हाँ हाँ महारानी देख रही हूँ पता नही इतना क्या बन थन रही हैं महारानी जी बढ़बढ़ते हुए दरवाजा खोलने चली गयी ।सुरेश और बरखा साथ खड़े थे ।वो अंदर आते हैं ।हो गयी तैयारी तुम लोगो की ,हाँ पापा हो गयी हैं ।तभी आरोही उतर के निचे आयी सच में वो आज कुछ ज़्यादा खूबसूरत लग रही थी सुरेश भी उसको देखता ही रह गया ।टाइट जीन्स में उसकी जाँघ की कसावट देख के उसकी आह्ह्ह .. निकल गयी तभी वो पलट गयी और उसकी गांड का उभार सुरेश को अंदर तक झंझौर दिया ,हाये क्या कातिल गांड हैं मेरी छोटी बेटी की उफ्फ्फ.. ये भी खेलने के लिए तैयार हो गयी हैं ।पापा कहा खो गये ये आवाज़ राहुल की थी ।कही नही बेटा तुम लोग तैयार हो गये ।
हाँ पापा चलो वरना देर हो जाएगी तो ट्रेन निकल ना जाये । वो सब लोग गाड़ी में बैठकर निकल जाते हैं ।कुछ ही देर में वो रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं तभी राहुल बोलता हैं ।पापा मम्मी आप लोग जाओ हम लोग चले जाएंगे ।
बेटा प्लेटफॉर्म तक तो चलने दे इतनी क्या जल्दी हैं ।पापा कोई जल्दी नही आप लोग थक गये होंगे तो चले जाओ हम लोग चले जाएंगे ।बरखा ठीक हैं बेटा अब चलो जी इतना क्या सोचना बच्चे बड़े हो गये हैं। इतना बोल के सुरेशा और बरखा सीधा दुकान के लिए निकल जाते हैं। और राहुल ,आरोही ,निधि प्लेटफॉर्म पे जाते हैं जहाँ उनकी ट्रेन आने वाली थी। तभी निधि की नज़र किसी पे पड़ती हैं और वो मन में सोचती हैं की अच्छा तो ये बात हैं तभी मम्मी पापा को घर भेज दिया ।
निधि - आरोही वो देख कौन खड़ा हैं आरोही देखती हैं तो सामने निशा खड़ी हैं।
आरोही - अरे निशा यहा क्या कर रही है ।
निधि - ये भी गोवा जा रही होगी तभी तो मम्मी पापा को भाई ने प्लेटफॉर्म पे आने नही दिया ।
ये सुन के आरोही भैया क्या निशा भी अपने साथ गोवा जा रही हैं । राहुल अब क्या बोलता बेचारा ,हाँ आरोही निशा बोर हो रही थी इसीलिए सोचा वो भी गोवा घूम लेगी ।निधि कुछ सोच के बोली देखा आरोही ये ट्रिप निशा के लिए हैं तेरे ले नही ।ये सुनते ही आरोही गुस्से में आ जाती हैं क्या सच में भैया ये ट्रिप मेरे लिए नही निशा के लिए अपने बनाया हैं । बोलो भैया बोलो ना बोलते क्यों नही हो ।
तभी निशा वहा आती हैं और बोलती हैं क्या हुआ आरोही कोई बात हैं क्या ।आरोही निशा को देख के तुम चुप रहो समझी ना ये मेरे और भैया के बीच की बात हैं । बोलो भैया सच क्या हैं ।
राहुल - मेरी गुड़िया ये ट्रिप तेरे लिए ही बनाया हैं बाकी तो बस ऐसे ही साथ घूम रहे हैं। और निधि दीदी तो कुछ भी बोलती हैं।
आरोही- अच्छा ऐसा हैं तो फिर ठीक हैं ऐसे ही कुछ समय गुज़ार जाता हैं और ट्रेन आ जाती हैं और वो लोग बैठ के गोवा के लिए निकल जाते हैं।





अब कहानी अलग अलग भाग मे लिखी जाएगी मतलब गोवा का ट्रिप के साथ रोहन और आयशा और बाकी आप समझ गये होंगे ।
 

Avi Goswami

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Nice update bro
 

Lib am

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चिड़िया की चहचहने की आवाज़ से राहुल की आँख खोलती हैं एक नयी सुबह की पहली किरण के साथ वो उठता हैं मन में एक नया उमंग लिए वो जल्दी से उठ के सुबह की ताज़ा हवा लेने पार्क में चला जाता हैं।धीरे धीरे सब उठने लगते हैं आरोही उठ के सबसे पहले अपने भैया को देखने जाती हैं तो दरवाजा खुला था वो अंदर गयी तो राहुल बिस्तर पे नही था ।वो निचे आकर सब से पूछती हैं भैया कहा गये हैं। कोई भी कुछ नही बोलता हैं तभी राहुल को बहार से आता देख आरोही पूछती हैं कहाॅं गये थे अकेले अकेले ?
राहुल - सोचा आज से कुछ नया करूँ तो पार्क गया था ताज़ी हवा लेने और थोड़ी भाग दौड़ भी हो गयी ।
आरोही - भैया आप बहुत बुरे हो मुझे भी उठा देते मैं भी चलती आपके साथ अब से बात ही नही करना मुझे से आप और मुँह फुला के बैठ जाती हैं। राहुल उसके गालो पे एक चूमा लेकर बोलता हैं माफ़ कर दे बहना ।ये सब अचानक था की आरोही शर्मा गयी ।ठीक हैं भैया आप कल रात शर्त हार गये थे याद हैं ना आपको मेरी बात मान नी पड़ेगी ।हाँ मेरी गुड़िया याद हैं मुझे ।तभी गरिमा बोलती हैं लो चाय पियो ।राहुल गरिमा को देख के सोचता हैं दीदी कितनी सती सावित्री हैं दिन में कुछ और रात में कुछ और अब तो आपको मज़ा चखा के रहूंगा दीदी ।आरोही क्या हुआ भैया चाय क्यों नही पी रहे हो ।ये आवाज़ सुन के राहुल बोलता हैं कुछ नही मेरी जान और चाय उठा कर चुस्की लेते हुए बोलता हैं आज कॉलेज नही चलते कही बहार घूमने चलते है क्या बोलती हैं आरोही ?
आरोही खुशी के मारे वाह भैया आज सूरज किस दिशा से निकला हैं ।राहुल बस यार सोचा आज कही बहार घूमे। ये सब निधि भी सुन रही थी ।क्या बात हैं भाई बहुत मज़ा आएगा वैसे चलना कहा हैं । चलो गोवा चलते हैं कुछ दिनों के लिए इतना सुनते ही आरोही और निधि तो उछाल पड़ी ।और जोर जोर से उटिंग करने लगी । तभी बरखा बोली अरे इतनी सुबह सुबह क्यों चिल्ला रही हो।गरिमा मम्मी ये लोग पागल हो गयी हैं । इतने में सुरेश बोला क्या हुआ भाई इतना हल्ला क्यों मचा रखा हैं ।आरोही पापा हम गोवा जाने वाले हैं ।बरखा चुप हो जाओ दोनो की दोनो और सब बैठ के बातें करने लगते हैं।
सुरेश - किसने बोला तुमको की हम लोग गोवा जा रहे हैं।
आरोही - भैया ने बोला हैं पापा वो बहुत खुश होते हुए बोली ।
सुरेश - अच्छा ,राहुल तुमने क्यों बोला और कॉलेज कौन जायेगा अब तो तुम्हारे फाइनल एग्जाम भी आने वाले हैं।
राहुल - पापा कुछ ही दिनों की तो बात हैं। और घर पे रह कर बोर हो गया हूँ। तो सोचा क्यों ना मेरी बहनें भी चले ।
सुरेश - वो सब तो ठीक हैं बेटा पर अकेले तुम लोग कैसे जाओगे मेरा तो जाना मुश्किल हैं नई दुकान की वजह से काम बहुत बढ़ गया हैं और अब तो बरखा भी दुकान संभाल रही हैं ।
राहुल - पापा तो आप लोग मत चलिए मैं आरोही और निधि दीदी ,गरिमा दीदी चले जाएंगे।
इतना सुनते ही गरिमा बोली की नही नही मैं नही जा सकती ऑफिस में भी बहुत काम बढ़ गया हैं सर ने छुट्टी लेने से मना किया हैं । तभी राहुल मन में बोलता हैं की ऑफिस का काम बढ़ गया हैं या चूत का साली तुझे तो गोवा से आकर बताता हूँ
आरोही उदास होकर तो क्या हम गोवा नही जाएंगे और अपना मुँह फुला लेती हैं ।तभी राहुल बोलता हैं कोई चले ना चले हम दोनो चल लेंगे मेरी जान मेरी आरोही उसके गालों को खींचते हुए बोलता हैं।सच में भैया हम लोग जाएंगे गोवा वो उछलते हुए बोली आह्ह..भैया गाल क्यों खींचा दर्द हो रहा हैं और मुक्का मरने लगती हैं जिसको देख सब हँसने लगते हैं। निधि तो क्या मैं नही जाउंगी गोवा ??
राहुल - आपका मन हैं चलना नही तो मत जाना ,मैं तो गोवा जाऊंगा तभी आरोही बोली और मैं भी जाउंगी ।
ऐसे ही बात विचार करते समय गुज़ार गया और सुरेश बरखा दुकान के लिए और गरिमा ऑफिस के लिए निकल गयी ।इधर आरोही खुशी के मारे पूरे घर में मटक रही थी ।
और सोच रही थी की गोवा में कहाॅं कहाॅं घूमेंगी ।
तिवारी फोन पे बात करते हुए तो दूसरा किसका शिकार करना हैं ?
- तिवारी जी बहुत इंतज़ार कर लिया अब बदला लेने का समय आ गया हैं। गुड्डू को फोन देना ।
गुड्डू - जी सर बोलिये
-दूसरा शिकार ...करना हैं वो भी बहुत संभाल कर किसी को कानों कान खबर ना हो पाये ।
गुड्डू ठीक हैं सर मुझे भी अब बदला लेना हैं बहुत दिन इंतज़ार कर लिया अब उस आयशा को रंडी की तरह चोदना हैं । और कॉल कट कर देता हैं।
तिवारी - गुड्डू चलो एक पैग जाम पीते है अपने दुश्मनों के नाम ,रामदास जल्दी से तीन पैग बनता हैं और पीने लगते हैं।
रामदास - तिवारी जी जल्दी से कुछ कीजिये मुझे भी आरोही को चोदना हैं
तिवारी- हाँ हाँ रामदास जल्दी ही वो रंडी हम सबका बिस्तर गरम करेगी साली घस्ती ,वो क्या उस मादरचोद की सभी बहनें हमारे लंड की गुलाम बनेगी उनको बाज़ारू रांड नही बनाया तो मेरा नाम भी मनमोहन तिवारी नही ।
तीनो हँसने लगते हैं। गुड्डू ठीक कहाॅं तिवारी जी मुझे तो उस मोहन(मामा का नाम ) की बेटी को चोदना हैं और उसको रखैल बनाना हैं । नशा उनके सर चढ़ गया था।
रामदास - तिवारी जी रंडी बुला लूँ क्या
तिवारी - नही नही अब नही रंडी चाहिए उस रोहिणी जैसा माल चाहिए साली क्या चीज़ थी । अब तो उस आरोही की चूत मार के ही लंड को ठंडा करूंगा ।
रामदास - निशा को भूल गये क्या तिवारी जी
तिवारी - हाये किसे याद दिला दिया साली बहुत तीखी चीज़ हैं उसको तो दौड़ा दौड़ा के चोदुंगा। साली रंडी गजब की माल हैं । शराब पीकर तिवारी और रामदास मस्त हो चुके थे पर गुड्डू अभी इतने नशे में नही था वो अपने दिये हुए काम को पुरा करने के लिए निकल जाता हैं। गरिमा -सर काम पुरा हो गया आज का क्या मैं जा सकती हूँ
- देखो गरिमा तुम पलक की दोस्त हो इसीलिए कुछ नही बोलता पर यूँ बार बार जल्दी छुट्टी नही दे सकता
गरिमा - ओक सर कोई बात नही और पलक कैसी हैं
- वो एक दम ठीक हैं तुमको याद करती हैं मिल लेना जाकर उससे कभी ,
गरिमा - ओक सर और अपनी जगह पे चली जाती हैं।
- साली मस्त माल हैं पलक ठीक ही बोली थी एक दिन ज़रूर चोदुंगा इसको साली गरिमा ।
इधर घर पे आरोही अपना सामान बांधने में लगी हुई थी ।वो बहुत ज़्यादा खुश थी ।निधि तु अभी से समान क्यों बांध रही हैं पागल पहले टिकट तो आने दे ।दीदी मैं बहुत उत्सुक हूँ गोवा के लिए जल्दी से गोवा पहुंचना चाहती हूँ।
तभी दरवाजे की घंटी बजी तो निधि खोलने गयी ।दरवाजा खोल के देखा तो गरिमा खड़ी थी ।वो अंदर आकर बैठ के निधि से पानी मांगती हैं तो निधि पानी लेने चली जाती हैं।आरोही निचे आती हैं दीदी आप आ गयी ।गरिमा आरोही को देखती हैं और बोलती हैं तु इतना खुश क्यों हो रही हैं
तभी निधि बोलती हैं दीदी ये गोवा जाने के नाम से ही इतनी खुश हो रही हैं पता नही गोवा पहुंच के क्या होगा इसका । गरिमा ये भी कार्टून ही हैं ।
शाम हो चली थी निधि जिम जाने लगी ।इधर राहुल भी 3 टिकट लेकर आ गया था ।जिसे देख आरोही खुशी से फुली नही समा पा रही थी।उसने खुशी के मारे राहुल के गालो पे चूम लिया ।वाओ भैया आप बहुत अच्छे हो ।
निधि जिम में पहुंची थी की विक्की ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला जानेमन कब दोगी ।थक गया हूँ हिला हिला के और हँसने लगता हैं ।जी हाँ विक्की और अजय इसी जिम में वर्कआउट करने आते थे या यूँ बोलो की वो निधि को परेशान करने ही आते थे । काफी समय से निधि को कभी ना कभी परेशान करते रहते थे ।
हरामज़ादे छोड़ मेरा हाथ तुझे तो मेरा भाई ही बताएगा साले हिजड़े इतना बोल कर वो चली जाती हैं।
अजय - भाई ये तो साली इज़्ज़त का कचरा कर गयी
विक्की - कोई नही आज इज़्ज़त का कचरा कर के गयी हैं एक दिन मैं उसकी इज़्ज़त लूट कर इसको अपनी रखैल बनाऊगा साली में बहुत अकड़ हैं ।
रात के 8 बजे निधि जिम से निकल जाती हैं उसके पीछे विक्की और अजय भी निकल जाते हैं ये पहली बार नही था की वो दोनो निधि का पीछा कर रहे थे पर निधि काफी डर चुकी थी वो जल्दी जल्दी चलने लगी।उसे बस घर पहुंचना था। की रास्ते में वो जल्द बाज़ी में किसी से टकरा जाती हैं ।
- देख के चला नही जाता या जवानी का जोश ज़्यादा हैं
निधि - सॉरी सॉरी वो मैं थोड़ा जल्दी में थी वो जैसे ही देखती हैं चौंक जाती हैं ये विशाल सिंह था वो जल्दी से उससे लिपट जाती हैं प्लीज मुझे बचा लो वो लोग मेरा पीछा कर रहे हैं ।
विशाल - इधर उधर देखता हैं और बोलता हैं अच्छा मज़ाक हैं मैडम जी लड़के पटाने का अच्छा तरीका हैं पर ये पुराना हो चुका हैं और उसको अलग कर ले निकल जाता हैं ।निधि भी किसी को आस पास ना पाकर जल्दी से घर के लिए निकल जाती हैं।
सुरेश और बरखा भी घर आ जाते हैं राहुल सब को बताता है की उसने गोवा की टिकट करवा ली हैं और हम लोग कल ही दोपहर को गोवा के लिए निकल जाएंगे ।
आरोही तो भैया कौन कौन जा रहा हैं गोवा ?
राहुल - मैं ,निधि दीदी और तुम
ये सुन के आरोही खुशी से पागल हो गयी और निधि भी बहुत खुश हो चुकी थी अब कुछ दिन उसे आराम जो मिलने वाला था विक्की और अजय से ,सब बहुत खुश थे।
चलो खाना खाते हैं ये आवाज़ सुरेश की थी । खाना खा कर सोने चले गये । पर आरोही कहा सोने वाली थी वो जल्दी से उठकर अपने भैया के कमरे में चली गयी ।इधर राहुल भी गोवा में घूमने के लिए जगह चुन रहा था की वो कहाॅं कहाॅं जाएंगे तभी आरोही को आता देख बोला क्यों नींद नही आ रही हैं तुझको ,भैया अब तो नींद गोवा में ही आएगी वो खुश होते हुए बोली ।तु सच में पागल हैं सोयेगी नही तो गोवा कैसे घूमेगी ।भैया सो तो आप भी नही रहे हो ।मेरी गुड़िया रानी में तो गोवा की तैयारी कर रहा हूँ की कहाॅं कहाॅं घूमेंगे। वाओ भैया यू आर ग्रेट आप दुनिया के सबसे अच्छे भैया हो ।चल अब सो जाते हैं ।काफी रात हो गयी हैं । सुरेश गरिमा को मैसेज करता हैं डार्लिंग आओ ना किचन में मिलते हैं ।
गरिमा भी अपने फोन में ही लगी थी की सुरेश का मैसेज आ गया ।उसने पढ़ के तुरंत रिप्लाई दिया । जान आज की ही तो बात हैं कल से तो मज़े ही मज़े हैं कुछ दिन आज रहने देते हैं।
सुरेश - ठीक हैं डार्लिंग पर कल नही छोडूंगा तुमको कल तुम्हारे दूसरे छेद को खोलूंगा ।और कॉल कट कर देता हैं ।
इधर गरिमा दूसरा छेद ओह्ह माय गॉड मतलब पापा मेरी गांड मरना चाहते नही नही वहा तो बहुत दर्द होता है ।पर पलक तो बोली थी की मज़ा भी बहुत आता हैं तो क्या सच में गांड चुदाई में मज़ा आता हैं ।उफ़..गरिमा तु भी क्या सोच रही हैं सो जा कल की कल देखते हैं ।
राहुल की आँख खुली तो देखा 10 बज गये ।वो जल्दी से उठकर फ्रेश होकर निचे गया । तो बरखा भी बहार जाने को तैयार थी ।तभी राहुल बोला मम्मी आप कहाॅं जा रही हूँ ।
बरखा - बेटा दुकान जा रही हूँ तेरे पापा ने जब से नयी दुकान खुली हैं काम बहुत बढ़ गया हैं ।तुम लोग खाना खा लेना मैं दोपहर हो आउंगी तुमको रेलवे स्टेशन तक छोड़ने बोलकर निकल जाती हैं ।
आरोही - भैया बोलते हुए राहुल से लिपट जाती हैं और बोलती हैं जल्दी से नास्ता कर लो फिर तैयार भी तो होना हैं ।
राहुल मुस्कुराता हुआ तु सच में पागल ही हो गयी हैं अभी कितना समय हैं मेरी जान और कॉलेज भी तो जाना हैं छुट्टी नही ली है । छोड़ो ना एक सप्ताह की तो बात हैं और उसके लिए छुट्टी लेने जाने की क्या ज़रूरत हैं ।
तभी निधि बोली हाँ हाँ भाई से लिपटने के अलावा करना क्या हैं तुझको और हँसने लगती हैं इस बात पे आरोही और राहुल भी मुस्कुरा देते हैं ।अच्छा चलो मुझे कुछ खिलाओ भूख लग रही हैं ।आज आरोही अपने भैया के लिए नास्ता निकल के परोस रही थी जिसे देख निधि मन में बोली बेटा अभी खाना खिला ले गोवा में तो तेरी फाड़ के ही मानेगा भाई और मंद मंद मुस्कुरा देती हैं ।ऐसे ही समय गुज़ारने लगा और दोपहर हो चली ।तभी दरवाजे की घंटी बजी ।निधि ,आरोही यार जाकर देख ले ना कौन हैं
आरोही - दीदी आप क्यों नही जाती हो देख नही रही हो मैं तैयार हो रही हूँ ।
निधि - हाँ हाँ महारानी देख रही हूँ पता नही इतना क्या बन थन रही हैं महारानी जी बढ़बढ़ते हुए दरवाजा खोलने चली गयी ।सुरेश और बरखा साथ खड़े थे ।वो अंदर आते हैं ।हो गयी तैयारी तुम लोगो की ,हाँ पापा हो गयी हैं ।तभी आरोही उतर के निचे आयी सच में वो आज कुछ ज़्यादा खूबसूरत लग रही थी सुरेश भी उसको देखता ही रह गया ।टाइट जीन्स में उसकी जाँघ की कसावट देख के उसकी आह्ह्ह .. निकल गयी तभी वो पलट गयी और उसकी गांड का उभार सुरेश को अंदर तक झंझौर दिया ,हाये क्या कातिल गांड हैं मेरी छोटी बेटी की उफ्फ्फ.. ये भी खेलने के लिए तैयार हो गयी हैं ।पापा कहा खो गये ये आवाज़ राहुल की थी ।कही नही बेटा तुम लोग तैयार हो गये ।
हाँ पापा चलो वरना देर हो जाएगी तो ट्रेन निकल ना जाये । वो सब लोग गाड़ी में बैठकर निकल जाते हैं ।कुछ ही देर में वो रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं तभी राहुल बोलता हैं ।पापा मम्मी आप लोग जाओ हम लोग चले जाएंगे ।
बेटा प्लेटफॉर्म तक तो चलने दे इतनी क्या जल्दी हैं ।पापा कोई जल्दी नही आप लोग थक गये होंगे तो चले जाओ हम लोग चले जाएंगे ।बरखा ठीक हैं बेटा अब चलो जी इतना क्या सोचना बच्चे बड़े हो गये हैं। इतना बोल के सुरेशा और बरखा सीधा दुकान के लिए निकल जाते हैं। और राहुल ,आरोही ,निधि प्लेटफॉर्म पे जाते हैं जहाँ उनकी ट्रेन आने वाली थी। तभी निधि की नज़र किसी पे पड़ती हैं और वो मन में सोचती हैं की अच्छा तो ये बात हैं तभी मम्मी पापा को घर भेज दिया ।
निधि - आरोही वो देख कौन खड़ा हैं आरोही देखती हैं तो सामने निशा खड़ी हैं।
आरोही - अरे निशा यहा क्या कर रही है ।
निधि - ये भी गोवा जा रही होगी तभी तो मम्मी पापा को भाई ने प्लेटफॉर्म पे आने नही दिया ।
ये सुन के आरोही भैया क्या निशा भी अपने साथ गोवा जा रही हैं । राहुल अब क्या बोलता बेचारा ,हाँ आरोही निशा बोर हो रही थी इसीलिए सोचा वो भी गोवा घूम लेगी ।निधि कुछ सोच के बोली देखा आरोही ये ट्रिप निशा के लिए हैं तेरे ले नही ।ये सुनते ही आरोही गुस्से में आ जाती हैं क्या सच में भैया ये ट्रिप मेरे लिए नही निशा के लिए अपने बनाया हैं । बोलो भैया बोलो ना बोलते क्यों नही हो ।
तभी निशा वहा आती हैं और बोलती हैं क्या हुआ आरोही कोई बात हैं क्या ।आरोही निशा को देख के तुम चुप रहो समझी ना ये मेरे और भैया के बीच की बात हैं । बोलो भैया सच क्या हैं ।
राहुल - मेरी गुड़िया ये ट्रिप तेरे लिए ही बनाया हैं बाकी तो बस ऐसे ही साथ घूम रहे हैं। और निधि दीदी तो कुछ भी बोलती हैं।
आरोही- अच्छा ऐसा हैं तो फिर ठीक हैं ऐसे ही कुछ समय गुज़ार जाता हैं और ट्रेन आ जाती हैं और वो लोग बैठ के गोवा के लिए निकल जाते हैं।




अब कहानी अलग अलग भाग मे लिखी जाएगी मतलब गोवा का ट्रिप के साथ रोहन और आयशा और बाकी आप समझ गये होंगे ।
लगता है राहुल से पहले सुरेश ही सारी लड़कियों का नंबर लगा देगा। MLA, Principal और Tiwari को राहुल कैसे संभालेगा ? बेहतरीन अपडेट
 
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