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Adultery प्यार या धोखा (Completed)

Genius

The Emperor of Inferno 🔥
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Naina

Nain11ster creation... a monter in me
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Waise ish update ko padh ke ek bachpan me suni huwi gana yaad aa rahi hai...
(jungle, jungle pata chala hai, chaddi pehen ke phool khila hai)
New version. "jungle, jungle pata chala hai, fata huwa chaddi pehen ke rohan malti ghar aaya hai"
Likhte rahiye Dr sahab aur readers ka manoranjan karte rahiye.
 

PARADOX

ଗପ ହେଲେ ବି ସତ
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kirket.md.jpg

:announce:Hii friends...:asw:....


Friends finally came the day we were eagerly waiting for:toohappy:. Waiting for 4 years is now going to end. Legends are in front of the eyes and their courage is waiting for us. In this particular moment, we have brought one last opportunity for you, which can benefit you a lot:woot:. All you have to do that join us in a quiz contest. So let's get one last try and one last win and then crown :cough: will be on head.

Prove yourself as a legend of prediction...:pimp:

Just take a part of our last few quiz contests...
ICC WC-19 SEMI FINAL 1 INDIA VS NEW ZEALAND QUIZ THREAD & ICC WC-19 SEMI FINAL 1 INDIA VS NEW ZEALAND CC THREAD.... Click here....:declare:
 
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Deadman1

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अध्याय 29

हल्की हल्की बारिश की फुहारों में भीगा हुआ गौरव अभी घर के पोर्च में खड़ा था,पास ही खिड़की से फैलती हुई रोशनी से वंहा थोड़ी रोशनी थी,वो बेचैनी से खुद की भावनाओ पर काबू पाकर वंहा चहलकदमी कर रहा था,कमरे की खिड़की ना पूरी बंद थी ना ही पूरी खुली,लेकिन जितनी भी खुली थी उससे पता चल रहा था की अंदर तेज लाइट जल रही है वही वंहा से आती हुई आवाजे भी उसे साफ सुनाई दे रही थी ,वो बेचैन और भी बेचैन हो रहा था ,उसने खिड़की से झांकने की भी कोशिस की लेकिन उसे कुछ दिखाई नही दिया,हा परछाईया जरूर दिखाई पड़ी जिससे प्रतीत होता था की एक लड़की अपने कपड़े उतार कर फेक रही है वही एक मर्द भी अपने कपड़े उतार कर नंग हो रहा है,उसने दो नंगे जिस्म की परछाइयों को आपसे में लपटते देखा था और फिर दोनों ही बिस्तर में गिर गए ..

सिसकियां तेज हो रही थी जिससे गौरव की बेचैनी और भी बढ़ रही थी ,गौरव की भी सांस तेज होने लगी थी..

“अअअअअअअ हहहह ...रोहन ..”

एक चीख से ऐसा लगा जैसे लड़की की योनि में लड़के का लिंग प्रवेश कर चुका है,कहने की बात नही थी की लिंग रोहन का था..

रोहन का नाम सुनकर गौरव को तेज झटका सा लगा लेकिन वो खुद को सम्हालने की कोशिस कर रहा था,वो चाहता था की वो दरवाजा पिट कर दोनों को उस प्रेममिलाप से बाहर निकाले लेकिन फिर वो मोबाइल पर आये उस मेसेज को देखकर चुप रह जाता था,उसे इंतजार करने को कहा गया था जबतक की ये खेल खत्म नही हो जाता,शायद उसे ये जानबूझ कर दिखाया या सुनाया जा रहा था ताकि उसे अपनी गलती का अहसास हो सके…..

“तुम बड़ी करारी हो जान कब से तुम्हारे साथ ये करना चाह रहा था..”

रोहन जैसे उस नंगे जिस्म पर टूट ही पड़ा था,सिसकियां और भी तेज हो रही थी और आउच आह जैसी आवाज जोरो से आने लगी थी..

“तुम तो उस कमीनी सपना के साथ ही चिपके रहते हो ,मेरे ऊपर तो तुम्हारा ख्याल भी नही गया”

“ऐसी बात नही है मेरी जान तुम तो मेरी जान हो ,तुम्हारे हुस्न का तो मैं हमेशा से ही कायल रहा हु”

रोहन का ये बोलना था की गु गु की आवाज आने लगी थी,जैसे रोहन ने अपने होठो को उसके होठो से लगा दिया हो ,चूमने और चूसने में भी इतनी शिद्दत थी की आवाजे बाहर तक सुनाई दे जाती थी..

इधर गौरव के सब्र का बांध टूटने को हो रहा था,वो गुस्से में आ चुका था लेकिन कुछ कर नही सकता था,आवाजे तेज हो रही थी और वैसे ही गौरव की सांस भी …

“आह रोहन ...फक मि डार्लिंग ,तुम्हारे जैसा आज तक नही लिया मैंने ,आह रोहन फक मि ..”

आवाजे तेज हो रही थी ,अंत समीप ही था…

“ओह बेबी यू यार टू गुड ,आह आह आई एम कमिंग बेबी ..”

“या फक मि हार्ड ,मेरे अंदर ही गिरा दो..यस “

गौरव ने सिचुएशन को समझकर अपने चहरे में आये हुए पसीने को पोछा थोड़ी देर में ही कमरे से आवाजे आनी बंद हो गई थी ...और थोड़े ही देर में घर का दरवाजा खुला ..

“ओह गौरव हाय..”

रोहन के होठो में एक कमीनी सी मुस्कान थी वो अपनी पेंट की चैन लगा रहा था,

गौरव ने उसका कोई भी जवाब नही दिया वो अंदर जाने के लिए हुआ लेकिन रोहन ने उसे रोक दिया ..

“रिलेक्स मेन ,मैं बियर लेने जा रहा हु जो भी काम हो थोड़ा जल्दी निपटान क्या है तुम्हारे कारण बस एक ही राउंड हो पाया है ,आज पहली बार है तो रात भर करने का मुड़ है..होप मेरे आने तक तुम अपना काम निपटा लोगे…”

गौरव ने फिर से कोई जवाब नही दिया लेकिन रोहन के होठो में वही कमीनी सी मुस्कान थी उसने गौरव को बिना कुछ कहे ही अपना बाइक स्टार्ट किया और वंहा से निकल गया….

गौरव अंदर आ चुका था…

“व्हाट द फक ...ये सब हो क्या रहा है यंहा पर तुम मुझे इम्पोर्टेन्ट काम बोलकर यंहा बुलाती हो और फिर ये सब ..क्या दिखाना चाहती हो तुम मुझे ..”

उधर से बस एक कातिल सी मुस्कान आयी

“यही की तुम अकेले नही हो ,मेरे कई दीवाने है जो मेरे एक इशारे पर कुछ भी कर सकते है..”

“तुमने ये दिखाने के लिए मुझे यंहा बुलाया था”

गौरव बुरी तरह से झल्ला गया

“क्या ये जानना भी तुम्हारे लिए इम्पोर्टेन्ट काम नही है “

“रोहन तुम्हारा यूज़ कर रहा है मालती ..”

गौरव झल्ला कर बोला,वही मालती हँसने लगी

“तुमने मुझे यूज़ किया गौरव,जब से पूर्वी तुम्हारे जीवन में आयी तुमने मुझे चाय में गिरी मख्खी की तरह निकाल कर फेक दिया,तुम्हे क्या लगा की तुम्हारे बिना मैं अकेली हो जाऊंगी नही गौरव नही ,चूत गुड़ की तरह होती है अगर खुल जाए तो मख्खियां खुद ब खुद आसपास झूमने लगती है ...वैसे रोहन बता रहा था की पूर्वी का गुड़ भी काफी मीठा है..”

मालती जोरो से हंसी वही गौरव का पारा चढ़ गया

“इनफ इस इनफ मालती पूर्वी को बीच में मत लाओ ..”

गौरव लगभग चीखा लेकिन उसके चीख में वो आवाज नही थी ..

“अच्छा सारा गुड़ तुम खाओ और हम रहे भूखे...भूलना मत गौरव की अगर हमारे संबंधों का पता पूर्वी को चल गया ना तो वो तुम्हारे पास एक पल भी नही रुकेगी ..”

इस बार मालती की बात सुनकर गौरव जोरो से हँसने लगा था ..

“उसे हमारे बारे में सब पता है,उसे शादी से पहले ही पता था चूतिया ने बताया था”

मालती बुरी तरह से चौकी

“किस चूतिया ने “

“अरे डॉ चुटिया..चुन्नीलाल “

“ओह तो वो कमीना भी …...उसने कविता को तुमसे अलग कर दिया और अब पूर्वी को भी अलग करना चाहता है..आखिर ऐसी क्या बात हो गई जो उसने पूर्वी को ये सब बताया था “

मालती के चहरे में आ रहे चिंता के भाव से गौरव के चहरे पर भी चिंता के भाव आने लगे थे,वो नही चाहता था की मालती को उसके बारे में कोई भी शक हो ..

“वो सब छोड़ो तुमने मुझे क्यो बुलाया था और के कमीना रोहन यंहा क्यो आया है ,मालती मेरी बात मानो ये साला बहुत कमीना है तुम्हे पटा कर तुम्हारा यूज़ करेगा..,”

मालती जोरो से हंसी

“तुम्हे मेरी बहुत फिक्र हो रही है गौरव बाबू,मेरी फिक्र मत करो और मैंने तुम्हे यही दिखाने के लिए बुलाया था लेकिन तुम्हारी बात सुनकर मेरा दिमाग खटकने लगा है,

“तुम अपना दिमाग मत खटकाओ और आइंदा ऐसे मेरा समय बर्बाद करने की कोशिस भी मत करना,तुम्हारा जीवन है जिससे चाहो चुड़वाओ ..”

गौरव गुस्से से निकल रहा था तभी उसे मालती की आवाज सुनाई दी

“यही बात अपनी बीबी को भी बोल देना,क्योकि मुझे लगता है की कुछ दिनों बाद तुम्हे मेरी जगह तुम्हरी बीबी मिलेगी ..”

गौरव को मालती की जोरो की हंसी सुनाई दी उसे गुस्सा तो बहुत आया था लेकिन वो कुछ करना नही चाहता था…
 
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