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Adultery फैंटेसी या षडयंत्र

नाजिम को कैसे अपनी बीवी से बदला लेना चाहिए ?

  • मारपीट करनी चाहिए।

  • उसे तलाक देना चाहिए

  • किसी दूसरे ताकतवर से उसे चुदवाना चाहिए ?

  • नाजिम और किसी दूसरे मर्द दोनो को मिलकर चोदना चाहिए ?

  • दो अलग मर्दों से एक साथ चुदवाना चाहिए और तड़पते देख कर मजे करना चाहिए?

  • क्या देसी दवाई खाकर अपना स्टेमिना बढ़ाना कर बीवी को खुश करना चाहिए ?


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Unique star

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Lekin bhai ab Nasir ka badla banta hai … paise wala hai wo karwao kuch kaand …
बदला तो नासिर जरूर लेगा लेकिन क्या वो कामयाब हो पाएगा ये देखने वाली बात होगी।
 
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Unique star

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Apne pair per kulhadi maari h tow bhugtow jab sab jaante ho or tumhri nazro k saamne ho raha h tow bolo usko sahil ko kaam se nikalo gher se nikalo dekhte h kab tab khudki nazro m jalil hote rahoge

बिलकुल सही। लेकिन अब साजिया ही उसके सामने उसके खिलाफ खड़ी होने लगी है तो नासिर के लिए इतना आसान नहीं होने वाला। देखो कुछ न कुछ तो नासिर को जरूर करना चाहिए।

साथ बने रहिए
 

Unique star

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आगे चलकर कहानियां में और काफी दिलचस्प मोड़ आयेगे। नासिर की गलती अपनी बीवी को ढील देना उस पर कितनी भारी पड़ेगी ये तो आने वाला समय ही बताएगा।

सभी लोगो का दिल से धन्यवाद। साथ में जुड़े रहिए।
 

parkas

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साहिल के जाने के करीब आधे घंटे बाद मैं घर आया और साजिया ने स्माइल के साथ मेरा फिर से स्वागत किया। मैं थोड़ी आराम से बैठा हुआ टीवी देखता रहा और साजिया मेरे लिए चाय लेकर आ गई।

नासिर ने चाय का कप लिया और बोला:" आज शाम को खाने का क्या करना हैं ? कहीं बाहर चले क्या ?

साजिया:" जैसी आपकी मर्जी, रोज खाना ही तो बनाती हु। आज थोड़ा आराम भी मिल जायेगा।

नासिर:" अच्छा फिर आज शाम बाहर ही खायेंगे। यार मैं आज बिलाल भाई से मिला था और कुछ सामान लेना हैं मुझे उनसे, मुझे पांच लाख रुपए चाहिए जो मैने पिछले साल तुम्हे दिए थे।

साजिया मेरी बात सुनकर कांप सी गई और उसके माथे पर पसीना साफ छलक उठा और बोली:"

" अच्छा हान तुमने दिए तो थे। लेकिन बीच बीच में खर्च होते रहे और कुछ मैंने गरीबों के लिए कंबल खरीद लिए थे। अभी देखती हूं कितने बचे हैं।

इतना कहकर साजिया अंदर चली गई और मैं हैरानी से देखता रहा कि कितनी आसानी से वो मुझसे झूठ बोलके चली गई। मुझे समझ नही आ रहा था कि किस तरह उससे कहूं कि दो लाख रुपए तुमने साहिल को दे दिए हैं। मैं सब कुछ जानता था और मेरे पास साजिया की साहिल को पैसे देते हुए वीडियो भी थी लेकिन मैं नही चाहता था कि अभी साजिया को घर में लगे हुए कैमरे का पता चले इसलिए खामोश रहना ही बेहतर समझा।

थोड़ी देर के बाद साजिया आई और उसके हाथ में कुछ रुपए थे और मेरी तरफ देती हुई बोली:"

" लो ये ही बचे हैं बस। गिनती करके देखो एक बार कितने हैं

मैं जानता था कि साजिया एक भी रुपया कभी खर्च नही करती और ये पक्का तीन लाख ही बचे होंगे लेकिन फिर भी दिखावे के लिए गिनने लगा। मैं नोट गिन रहा था और साजिया चेहरे पर परेशानी के भाव लिए हुए मुझे देख रही थी। जैसे ही मैने गिनती पूरी करी तो साजिया से बोला:"

" अरे ये तो सिर्फ तीन लाख ही बच गए हैं। बड़ा खर्च कर दिया तुमने इस बार।

साजिया हल्का सा घबरा गई और फिर भाव दिखाते हुए बोली:"

" अब मैंने किसी की मदद ही करी है। आखिर अपना इतना किसके लिए कमाते हो।

नासिर" मदद करना अच्छी बात हैं लेकिन आगे से इतनी ज्यादा किसी की मदद करने से पहले मुझसे पूछ लेना क्योंकि बुरे वक्त में कोई साथ नहीं देता।

मैंने लगभग बात को खत्म करते हुए कहा और साजिया को भी ये सही मौका लगा और मुझसे लिपट गई और मेरा गाल चूम कर बोली:"

" आप बेफिक्र रहिए। आगे से मैं बिना आपकी मर्जी के कोई काम नही करूंगी।

नासिर ने भी बात को खत्म किया और साजिया को एक स्माइल देकर अपने कमरे में चला गया और पैसों को अपनी अलमारी में रख कर लॉक लगा दिया। नासिर ने अपनी एक नजर कैमरे पर डाली और सुकून की सांस ली कि आज कैमरे की मदद से उसके तीन लाख रुपए बच गए नही तो साजिया साहिल को ये तीन लाख देने से भी पीछे नहीं हटती।

शाम हो गई थी तो मैं बाहर हॉल में आया तो देखा कि साजिया पूरी तरह से तैयार हो गई थी और उसने एक बेहद की कसी हुई ड्रेस पहन रखी थी जिसमे उसके बड़े बड़े गोल गोल कठोर बूब्स पूरी तरह से कस कर बाहर की तरफ निकले हुए थे। पूरी तरह से कयामत, मैं सोच भी नही सकता था कि साजिया इतने कसे हुए और मॉडर्न कपड़े भी पहन सकती है। साजिया पूरी तरह से तैयार थी और अपनी एक सेल्फी लेने लगी।


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मैं समझ रहा था कि साजिया को ऐसे कपड़ो में देखकर लोग पागल हो जाएंगे और हो सकता हैं कि घर वापिस आने तक ये कोई नया आशिक और न बना ले। मैं तो पहले ही एक से परेशान था और बिलकुल नहीं चाहता था कि फिर से कोई नही मुसीबत खड़ी हो इसलिए थोड़ा हिम्मत करके बोला:"

" साजिया वैसे तुम इन कपड़ो में लग तो अच्छी रही हो लेकिन तुम्हे नही लगता क्या कि ये कपड़े कुछ ज्यादा ही फंस गए हैं तुम्हारे शरीर पर आज।

साजिया ने मुझे गौर से देखा और फिर एक स्माइल देते हुए बोली:"

" आप भी ना पहले तो मुझे खुद ऐसे कपड़े पहनने के लिए बोलते थे और अब पहन रही हु तो तुम्हे उसमे भी दिक्कत है। आखिर तुम चाहते क्या हो ?

साजिया का लहजा थोड़ा कड़वा हो गया और आज वो पहली बार आप से तुम पर उतर आई थी। मैने हिम्मत करके कहा:*

" मैं तो कुछ नही चाहता। बस ये ही कह रहा था कि ये कपड़े क्या सही रहेंगे ?

साजिया का मूड खराब हो गया और गुस्से से बोली:"

" तुम ना पता नहीं कैसे हो गए हो हुए हो ? रुको मैं एक काम करती हु कि ये कपड़े ही उतार देती हु।

इतना कहकर वो अपना त्रिया दिखाते हुए अंदर जाने लगी तो मैने उसे रोक दिया क्योंकि मैं उसे नाराज नहीं करना चाहता था और बोला:"

" प्लीज यार, ऐसे गुस्सा मत करो। अच्छे लग रहे हैं कपड़े। बस अब चलते हैं।

मेरे एक बार बोलने की देर थी और साजिया बिलकुल शांत हो गई लेकिन फिर भी मुझ पर दबाव बनाते हुए बोली:"

" इस बार मान जाती हु। आगे से ज्यादा रोक टोक करी तो मुझसे बुरा कोई नही होगा।

मैं क्या बोलता।

इतना कहकर वो बाहर निकल गई और मैं भी उसके साथ ही आ गया और हम दोनो शहर में किसी अच्छे बड़े होटल की तरफ चल पड़े। रास्ते में साजिया चुप ही रही और जैसे ही हम गाड़ी से बाहर निकले तो उसकी चूचियां फिर से तन गई। साजिया ने मेरी तरफ देखा और एक पतला सा स्टॉल अपने सीने पर डाल दिया और बोली:"

" देखो अब सब ठीक हैं ना।

मैने साजिया की तरफ देखा और राहत की सांस ली क्योंकि अब पहले के मुकाबले उसकी चूचियां काफ़ी हद तक ढक गई थी। मैने साजिया को एक स्माइल दी और
जल्दी ही हम एक बड़े मॉल के बाहर खड़े हुए थे जहां का खाना सबसे ज्यादा मशहूर था। हम अंदर आ गए और साजिया ने अपने मोबाइल से एक नम्बर मिलाया और बोली:"

" साहिल हम आज मॉडर्न मॉल में आ गए हैं। तुम एक काम करना यहीं उतर जाना, घर पर कोई नही होगा।

मैं समझ गया कि इसने साहिल को फोन किया है। इसका मतलब इसके पास उसका नंबर भी आ गया। मुझे अगले ही पल अपनी सोच पर हंसी आ गई कि साजिया जिससे पिछले दो दिन से जी भरकर चुद रही हैं भला उसका इसके पास नही तो और किसके पास होगा।

खैर हम अंदर चले गए और मैंने स्टार्टर के लिए एक छोटा सा ऑर्डर दिया। साहिल भी आ गया तो उसे देखते ही साजिया फूल सी खिल उठी। मुझे ये सब देख कर अंदर ही अंदर बेहद गुस्सा आ था लेकिन मेरी साजिया को अब कोई परवाह ही नहीं थी। वो आया और मेरे पास ही सीट पर बैठ गया तो साजिया बोली

" अरे कोई दिक्कत तो नही हुई तुम्हे आने में ?

साहिल: नही बस बस पकड़कर सीधे यहीं उतर गया।

साजिया: अच्छा शमा कैसी हैं ? घर में कैसे हैं सब ?

इसी बीच स्टार्टर आ गए थे तो मैं बोला:" अरे भाई अब खाने पर ध्यान दो। बाकी बाते घर जाकर भी कर लेना।

मेरी बात सुनकर दोनो झेंप सी गए लेकिन फिर भी साहिल बोल ही पड़ा:"

" सब अच्छे है। और शमा बाजी बिलकुल ठीक हैं। आपके लिए उन्होंने मिठाई भेजी है।

थोड़ी देर तक शांति छाई रही और हमने सबने साथ में स्टार्टर खत्म कर दिए। उसके बाद थोड़ी देर के लिए उपर घूमने का प्लान बना और सभी उपर की तरफ चल पड़े। सभी मर्दों की निगाहे साजिया पर टिकी हुई थी और हम एक हॉल में बैठ गए जहां अब हल्के हल्के म्यूजिक की आवाज आ रही थीं।

साजिया:" यहां म्यूजिक भी बजता है ?

साहिल:" अरे म्यूजिक नहीं यहां डिस्को बार होता हैं जिसमे आजकल के लड़के लड़कियों और भाभी भी डांस करने आती है यहां।

साजिया की आंखे हैरत से खुल गई और बोली:" क्या सच में यहां डांस होता हैं जैसा फिल्मों में दिखाया जाता है ?

साहिल:" हान सच में बिलकुल वैसा ही होता है बल्कि उससे भी कहीं अच्छा क्योंकि फिल्मों में तो एक्टिंग होती हैं जबकि यहां सच में होता है।

साहिल की बात सुनकर साजिया ने नासिर की तरफ देखा और बोली:"

" चलो न नासिर, मुझे डांस दिखाओ ना, मेरा बहुत मन हैं ये सब सच में देखना का।

नासिर साजिया को नाराज नहीं करना चाहता था और वैसे भी डांस देखने में कोई बुराई नहीं थी तो वो साजिया के साथ चल पड़ा और पीछे पीछे साहिल भी। नासिर ने टिकट लिए और अंदर चले गए। साजिया देख रही थी तो अंदर ज्यादातर जोड़े ही थे तो तेज आवाज म्यूजिक में जोर जोर से डांस कर रहे थे। फ्लोर पर पड़ती रंग बिरंगी लाइट में सभी बेहद खूबसूरत लग रहे थे और साजिया के पैर मानो अपने आप ही थिरकने लगे। उसने नासिर का हाथ पकड़ लिया और बोली:"

" आओ ना हम भी डांस करते है देखो ना कितनी मस्ती कर रहे हैं सब यहां।

नासिर उसके साथ डांस फ्लोर भी चला गया और साहिल साजिया को हसरत भरी निगाहों से देखने लगा। नासिर को डांस नही आता था लेकिन साजिया की खुशी के लिए उसके साथ थिरकने लगा।डांस करते हुए साजिया बार बार नजरे बचाकर साहिल को देखकर स्माइल कर रही थी जो देखकर नासिर को बेहद बुरा लग रहा था।अभी कुछ मिनट ही हुए थे नासिर का फोन बज उठा और वो बोला:"

" मैं थोड़ी देर बाद आता हु। जरुरी कॉल है।

साजिया:" फिर मेरा क्या , मै किसके साथ डांस करू ? साहिल को बुला लूं क्या फ्लोर पर ?

नासिर को बुरा तो लगा लेकिन वो हंगामा नही चाहता था इसलिए बोला:" जैसे तुम्हे ठीक लगे करो। नए प्रोजेक्ट के लिए कॉल हैं। मैं बाद में आता हु।

इतना कहकर नासिर बाहर निकल गया और साजिया ने एक कामुक स्माइल के साथ साहिल को इशारा किया तो वो खुशी खुशी उसके पास आ गया और दोनो डांस करने लगे। साजिया अब बेहद खुशी महसूस कर रही थी और दोनो एक दूसरे का हाथ पकड़ पर डांस कर रहे थे। जान बूझकर साजिया ने अपने सीने पर से दुपट्टा हटा दिया और उसकी बड़ी बड़ी गोल गोल उभरी हुई चूचियां उसके नाचने से उछलने लगी और साहिल ने साजिया का हाथ जोर से दबा दिया तो साजिया ने उसे स्माइल दी और तभी फ्लोर पर लाइट कम होती चली गई और म्यूजिक भी बेहद रोमांटिक होकर धीमा हो गया और वहां मौजूद जोड़ो ने एक दूसरे को अपनी बांहों में भर लिया और डांस करने लगे। साजिया खुद ही साहिल की बांहों में समा गई और उसकी चूचियां उसके सीने में घुस गई। नासिर अंदर आ गया था और अपनी बीवी को साहिल की बांहों में देखकर उसके तन बदन में आग लग गई लेकिन चाह कर भी कुछ नही कर सकता था। दोनो पूरी तरह से एक दूसरे की आंखो में देखते हुए मदहोश हो गए थे और किसी की कोई फिक्र नहीं थी। साहिल के साथ उसकी कमर पर थे और धीरे धीरे सहला रहे थे जिससे साजिया जोश में आकर अपनी चूचियां उसके सीने पर रगड़ रही थी। नासिर अपनी बीवी की हिम्मत पर हैरान हो रहा था कि साजिया इतनी भीड़ में भी साहिल के साथ कितनी मस्ती कर रही थी। साहिल के हाथ अब साजिया की गांड़ पर थे और हल्के हल्के सहला रहे थे और साजिया ने अब पूरी तरह से मदहोश होकर अपना सिर साहिल के कंधे पर टिका दिया मानो अपने आपको पूरी तरह से उसके हवाले कर दिया था। साहिल अब खुलकर उसकी गान्ड मसल रहा था और साजिया की नजर मुझ पर पड़ी तो उसने नाचने का बहाना करते करते अपने सिर को उसके कंधे पर से हटा लिया लेकिन उससे अलग नही हुई और मुझे स्माइल करते हुए नाचने लगी। थोड़ी देर के बाद लाइट और म्यूजिक बंद हुआ और साजिया का दुप्पटा फ्लोर पर ही गिर गया था। दोनो पूरी तरह से उत्तेजित थे और मैं नही होता तो अब तक साजिया चुद गई होती। मैं काउंटर पर बिल भरने लगा भीड़ ज्यादा थी तो मैं लाइन में लग गया और देखा की साजिया और साहिल दोनो गायब थे। मैने इधर उधर देखा लेकिन दोनो कहीं नहीं दिखाए दिए तो मैं समझ गया कि दोनो कहीं रोमांस कर रहे होंगे। अभी थोड़ा समय लगना था क्योंकि मेरे सामने लाइन में अभी भी चार या पांच लोग थे। मैने अपने मोबाइल को गाड़ी के कैमरे से जोड़ा तो मेरी आंखे हैरानी से चमक उठी।

पार्किंग में खड़ी हुई गाड़ी के अंदर साजिया अपनी सलवार उपर किए हुए सीट पर झुकी हुई थी और साहिल उसकी चूत चाट रहा था और मस्ती से सिसक रही थी और तभी साहिल ने अपने लंड को उसकी चूत पर रख कर जोर से धक्का मारा तो साजिया सीट पर गिर पड़ी तो सुविधा के लिए साजिया ने अपने हाथो को सीट पर टिका दिया और साहिल ने एक बार धक्का मारा तो लंड साजिया की चूत में घुस गया और साजिया दर्द और मजे से कराह उठी और साहिल ने बिना रुके दे दनादन उसकी चूत को पेलना शुरू कर दिया। पार्किंग में गाड़ी के अंदर मेरी बीवी पूरी तरह से बेखौफ होकर चुद रही थी। दोनो पूरी तरह से पहले ही गर्म हो हुए थे इसलिए साजिया की पहले से ही पानी पानी हुई चूत ज्यादा देर नहीं टिक गई और वो सिसकते हुए झड़ गई। चूत की गर्मी पाकर साहिल का तड़पता हुआ लंड भी पिघल गया और जोरदार धक्के के साथ वो भी झड़ता चला गया। दोनो ने अपने कपड़े ठीक किए और मेरा इंतजार करने लगे।

मेरा नंबर आया तो मैं बिल देकर बाहर निकल आया तो दोनो बिलकुल नॉर्मल व्यवहार कर रहे थे मानो कुछ हुआ ही नही हो। गाड़ी लेकर मैं घर की तरफ चल पड़ा और दोनो एक दूसरे को मेरी नजरो से बचकर स्माइल दे रहे थे और इसका मतलब पूरी तरह से साफ था कि दोनो ही इस जल्दी में हुई चुदाई से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं थे और घर जाकर पूरी रात पलंग तोड़ने वाले थे।
Bahut hi badhiya update diya hai Unique star bhai....
Nice and beautiful update....
 

Hayatif

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Next update kab tak ayega unique star
 

Hayatif

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Best of luck
 
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करीब 11 बजे तक सब घर पहुंच गए और मैं और साजिया बेडरूम में लेते हुए थे जबकि साहिल अपने रूम में चला गया था। मुझे समझ नही आ रहा था कि साजिया को किस तरह सही राह पर फिर से वापिस लाया जाए। साजिया धुवां उसकी गांड़ से निकल पड़ा।
 
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करीब 11 बजे तक सब घर पहुंच गए और मैं और साजिया बेडरूम में लेते हुए थे जबकि साहिल अपने रूम में चला गया था। मुझे समझ नही आ रहा था कि साजिया को किस तरह सही राह पर फिर से वापिस लाया जाए। साजिया ने प्यार दिखाते हुए अपने सिर को मेरे कंधे पर टिका दिया और बोली:"

" आप आज नाराज थे जब मैंने वो ड्रेस पहनी ?

नासिर:" हान नाराज तो था, तुम्हे खुद ही सोचना चाहिए कि तुम्हे क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं ?

साजिया बिलकुल शांत थी इसलिए मेरे बालो में उंगली घुमाते हुए प्यार से बोली:"

" आप ही तो मुझे ऐसी ड्रेस में देखना चाहते थे। फिर अब आपको बुरा क्यों लग रहा है ? मैं आपको आज तक ठीक से समझ नही पा रही हूं।

नासिर:" यार मैं शायद उस समय बहक गया था। और फिर आज के तुम्हारे कपड़े कुछ ज्यादा ही कसे हुए थे। देखा तुमने कैसे लोग तुझे घूर रहे थे।

साजिया:" हान देखा था मैंने सब मुझे ही देख रहे थे। आपकी बात सच हुई कि सब मुझे देखकर पागल हो जाएंगे।

नासिर:" वो तो होने ही थे, एक तो तुम हो इतनी खूबसूरत और उपर से तुम्हारा शरीर लोगो को दीवाना बना रहा था। लेकिन आगे से ऐसे कपड़े मत पहनना तुम।

साजिया हल्की सी हंसी और बोली:" क्यों आपको डर लगता है कि मैं किसी और के चक्कर में आपको छोड़ दूंगी।

नासिर साजिया की उसे छोड़ने की बात सुनकर अंदर तक कांप उठा। उसकी रूह तक साजिया के जुदा होने की बात से सहम सी गई और साहिल बोला:*

" बस साजिया बस,आज के बाद फिर कभी ऐसी बात मत करना, मैं जानता हूं मेरी साजिया मुझे कभी नही छोड़ सकती।

साजिया ने मेरे होंठ चूम लिए और बोली:" कभी नही और किसी भी कीमत पर नहीं।

नासिर अपनी बीवी की बात सुनकर खुश हुआ और उसे अपनी बांहों में भर लिया तो साजिया भी खुद उसके आगोश में चली गई और बोली

:" बस चलो अब सो जाओ। फिर सुबह आपको जल्दी उठना भी होगा ऑफिस के लिए।

मुझे भी साजिया की बात ठीक लगी और सोने की कोशिश करने लगा। आज मैने अपनी टांग को साजिया की टांग के उपर चढ़ा कर रख दिया था ताकि अगर वो जाए तो मुझे नींद खुल जाए।

थोड़ी देर तक बिलकुल खामोशी छाई राही और साजिया हल्का सा हिली और उसने अपने मोबाइल की ब्राइटनेस बिलकुल कम करके फोन को बैटरी सेवर मोड़ पर लगा दिया ताकि मुझे किसी भी तरह की कोई आवाज न सुनाई दे। फिर साजिया एक तरफ करवट लेकर फोन में लग गई और मुझे समझ नही आ रहा था कि अभी थोड़ी देर पहले सिर्फ मेरी होने का दम भरने वाली साजिया इतनी रात को किससे चैट कर रही थी। मैने जान बूझकर खर्राटे लेने शुरू कर दिए और थोड़ी देर बाद ही साजिया ने बेहद धीरे से मेरा पैर हटा लिया मानो नींद में करवट ले रही हो। मैं खामोशी से पड़ा रहा और साजिया धीरे से उठी और दबे पांव फिर से कमरे से बाहर निकल गई। मेरा साजिया पर बना सारा यकीन फिर से खत्म हो गया। बाहर हॉल की लाइट बंद थी और साहिल के कमरे की भी तो मुझे साहिल और साजिया दोनो ही नजर नहीं आ रहे थे। थोड़ी देर के बाद ही फिर से मुझे साजिया की मादक सिसकियां और कराह सुनाई दी तो मेरे कान फटे जा रहे थे। जितनी जोर से साजिया सिसक रही थी उससे कहीं ज्यादा जोर से मेरा दिल टूट रहा था। अब मैंने पूरी तरह से सोच लिया कि आज के बाद साजिया को सही रास्ते पर लाने के लिए मैं सब कुछ करूंगा। एक बात साफ थी कि अब उसकी समझ में कुछ नही आने वाला था और साजिया मेरी प्यार की भाषा भी नही समझने वाली थी। साहिल ने भी मेरे साथ धोखा किया हैं और उसे भी मैं नही छोड़ने वाला। मेरी आंखो से आंसु नही बल्कि अंगारे बरस रहे थे और जिस्म का रोम रोम बदले की आग में जल रहा था। साजिया की सिसकियां अब मेरे इरादो को और मजबूत कर रही थी। मैने सोच लिया कि आज आखिरी रात हैं जितनी मस्ती करनी है कर लो क्योंकि कल से तुम्हे मैं कोई मौका नहीं दूंगा।

अगले दिन सुबह मैं लेट सोकर उठा और जल्दी से तैयार होकर मैं साहिल को अपने साथी लेकर ऑफिस आ गया। साहिल दूसरे कमरे में था और मैने सबसे ज्यादा फैसला किया कि साहिल को अपने घर से बाहर निकाल दूंगा ताकि साजिया उससे मिल ना सके। लेकिन इसके लिए मुझे किसी अच्छे बहाने की जरूरत थी और मैं उसी दिशा में सोच रहा था।

पूरे दिन काम करने के बाद मैं शाम को घर पहुंच गया। फ्रेश होकर जैसे ही खाना खाने लगे तो सामने बैठी हुई साजिया पर मेरी नजर पड़ी तो मुझे एक झटका सा लगा। उसके कान में सोने की दो जोड़ी बालियां होती थी जबकि अभी सिर्फ एक ही दिख रही थी। मैं उससे पुछा:*

" अरे साजिया तुम्हारी कानो की बाली कहां चली गई ? सिर्फ एक ही दिख रही है।

साजिया मेरी बात सुनकर कांप सी गई और उसके चेहरे पर एक के बाद एक रंग आए और गए। उससे ज्यादा बुरा हाल साहिल का था जिसके माथे पर साफ पसीना छलक रहा था। मुझे समझ आया कि बाली साजिया ने साहिल को दी हैं लेकिन क्यों।

साजिया ने चौंकते हुए अपने कान छुए और अपने चेहरे पर हैरत लाते हुए बोली:"

" हाय मेरे अल्लाह, मेरी बाली कहां चली गई ? कल तक तो थी मेरे कान में।

मुझे उसकी एक्टिंग साफ समझ आ रही थीं। तभी साहिल बीच में बोल पड़ा

" कहीं घर मे ही गिर गई होंगी। मिल जायेगी सफाई करते हुए आपको।

मैने कुछ नही कहा और खाना खाकर अपने रूम में आ गया और कल से अब तक की कैमरे की सारी रिकॉर्डिंग देखने लग गया तो मेरा शक सही निकला और साहिल बोला रहा था कि आपकी बाली बेहद खूबसूरत हैं शमा बाजी कब से ऐसी बाली के लिए सोच रही है लेकिन पैसे नही होने के कारण नहीं बना पा रही हैं। उसकी बात सुनकर साजिया खुद ही अपने कानो से बाली निकालकर उसे दे देती है कि लो मेरी तरफ से शमा को गिफ्ट कर देना।

ये सब देख कर मैंने अपना सिर ही पीट लिया। गहनों को औरत अपनी जान से ज्यादा प्यार करती हैं और मैं पहली औरत देखी जो आपके गहने अपने यार पर लूटा रही थी। अब एक बात बिलकुल शीशे की तरह साफ थी कि मेरी सोच से काफी ज्यादा दूर निकल गई थी। साजिया को सही रास्ते पर लाना बहुत ज्यादा मुश्किल था और ये अभी नहीं हो कभी नही जैसे हालात थे।

थोड़ी देर के बाद साजिया साजिया वापिस आ गई और उसके हाथ में दूध का एक ग्लास था और दूसरा ट्रे में जो यकीनन साहिल के लिए था। उसने मुझे दूध का ग्लास दिया और बोली:"

" आप दूध पियो मैं साहिल को दूध देकर आती हु।

मैं अब साजिया को कोई ढील नही देना चाहता था इसलिए बोला:"

" जाओ जल्दी देकर आना। एक काम कर देना साहिल का सामान फिर से गेस्ट रूम में सेट कर देना।

साजिया जाते जाते पलट और बोली:" क्यों क्या हो गया ? यही ठीक तो है कोई गेस्ट आ गया तो बाद में दिक्कत होगी।

मैं जानता था कि साजिया का यही उत्तर होगा क्योंकि गेस्ट हाउस हॉल से जाती हुई गैलरी के बिलकुल अंतिम सिरे पर था और साजिया के लिए रोज वहां चुदने जाना आसान नहीं होता और फंसने का खतरा था। जबकि बराबर का रूम सीधे हॉल में खुलने के कारण वो पूरी तरह से बच सकती थीं।

नासिर:" अरे यार, आता ही कौन हैं हमारे पास ? फिर कोई आया भी तो बाद में देख लेंगे।

साजिया ने ज्यादा बहस करना ठीक नहीं समझा लेकिन बात को घुमाते हुए बोली:"

" ठीक हैं कर दूंगी। लेकिन अभी तो काम से थक गई हु तो कल दिन में आराम से कर दूंगी।

इतना कहकर वो बाहर निकल गई। मैं समझ गया था कि साजिया बहाना बनाकर निकल गई थी। साजिया कम से कम आज तो जी भरकर बिना डर के चुद सकती थीं। वो साहिल के रूम में चली गई और उसे दूध दिया और उदास सी बैठ गई तो साहिल बोला:"

" क्या हुआ मेरी जान उदास क्यों हैं लग रही है इतनी ?

साजिया:" क्या बताऊं यार लगता हैं नासिर को हम पर शक हो रहा है, बोल रहा है कि तुम्हे गेस्ट रूम में सोने के लिए शिफ्ट कर दू।

साहिल परेशान सा हो उठा और बोला:" यार ये तो सच में बहुत सोचने वाली बात हैं मेरी जान। लेकिन तुम औरत हो उसे अपनी अदाओं से बहका सकती हो। तुम उससे नाराज हो जाओ तो वो फिर तुम्हारी कोई बात नही टाल सकता हैं।

इतना कहकर साजिया को उसने अपनी बांहों में भर लिया और साजिया भी उससे लिपट गई और बोली:" तुम चिंता मत करो। मैं कोशिश करती हु कि उसे बहला फुसलाकर मना लू।

साहिल:" हान क्योंकि रोज रोज तो तुम गेस्ट रूम में चुदने नही आ सकती थी आधी रात को।

इतना कहकर उसने साजिया की गांड़ को मसल दिया तो साजिया जोर से सिसक उठी और उससे छूट कर बोली:"

" अच्छा अभी चलती हु। रात को आऊंगी। बाली के लिए क्या बोलूं उसे ?

साहिल:" यार मैं तुम्हे वापिस दे दूंगा। उसे बोल देना कि मिल गई घर में ही गिर गई थी।

साजिया गुस्से से:" पागल हो क्या तुम , एक बार गिफ्ट करी हुई चीज वापिस नही ले सकती। अब तो शमा मेरे सहेली के साथ साथ तुम्हारी बहन भी तो है।

साहिल:" अच्छा जी, फिर एक काम करते हैं उससे बोल देना कि रात शायद मॉल में कहीं गिर गई होंगी।

साजिया:" हान ये ठीक रहेगा। अच्छा अब मैं चलती हु। रात को आऊंगी।

इतना कहकर साजिया बाहर आ गई और मैं ये सब देख कर पागल सा हो गया था। साजिया इतनी ज्यादा बदल सकती है मैं सोच भी नही सकता था।अब जो भी था वो मेरे सामने था जिसका मुझसे सामना करना था।

थोड़ी देर के बाद साजिया आ गई और मेरे पास लेट गई। वो खुद ही मुझसे लिपट गई और बड़ा प्यार दिखाने लगी तो मैं समझ गया कि मुझ पर डोरे डाल रही है। वो बड़े प्यार से मेरी छाती सहलाते हुए बोली:"

" नासिर मुझे लगता कि मैं भी कितनी ज्यादा लापरवाह होती जा रही हूं। मेरे कान से बाली निकल और मुझे पता नहीं चला।

नासिर:" थोड़ा ध्यान रखा करो। आजकल पता नही कहां खोई रहती हो तुम।

साजिया को उसकी उम्मीद के मुताबिक दिलासा भरा जवाब नही मिला तो उसे हल्की सी निराशा हुई लेकिन स्माइल करते हुए बोली

" अच्छा जी अब तुम भी डांट लो मुझे। बस यही बाकी रह गया था कि सोने की बालियों के लिए तुम्हारी डांट खानी पड़े।

नासिर अंदर ही अंदर सोच रहा था कि कितनी ज्यादा शातिर हैं उसकी बीवी जो एक एक शब्द सोच समझ कर बोल रही है। नासिर कड़े लफ्ज़ों में बोला:"

" बात पैसे की नही लापरवाही की है। अगर ऐसे ही हुआ तो सोचो हम कितना नुकसान हो सकता है। तुम पहले तो ऐसी न थी हर एक चीज का ध्यान रखती थी।

साजिया उसकी बात सुनकर समझ गई कि आज नासिर सच में उससे बेहद खफा हैं तो प्यार नही तो गुस्सा से काम करना चाहिए इसलिए बोली:"

" ठीक हैं मेरी गलती है लेकिन तुम्हे सोचना चाहिए कि तुम्हे अपनी बीवी से कैसे बात करनी चाहिए। ये गुस्सा मुझे मत दिखाओ।

नासिर तो पहले से ही सब जान चुका है कि साजिया यही सब करने वाली हैं तो उसे लाल लाल आंखो से घुरकर साजिया को देखा और बोला:"

" गलती करोगी तो ऐसे ही बात करूंगा समझी। मेरे पास पेड़ नही हैं पैसे का कोई।

साजिया:" बस बहुत हो गया। अब मैं तुमसे बात नही करूंगी। सो जाओ गुड नाईट।

इतना कहकर साजिया ने उसकी तरफ से करवट ली और लेट गई। नासिर भी दूसरी तरफ करवट लेकर लेट गया और मुस्कराने लगा कि यही सही तरीका हैं इसे फिर से लाइन पर लाने का। नासिर अगर थोड़ा सा भी कमजोर पड़ जाता तो साजिया उस पर हावी हो सकती थी। वहीं साजिया सोच रही थी थोड़ी देर में नासिर सो जायेगा और वो आराम से साहिल के लंड पर उछलेगी। लेकिन उसे क्या पता था कि नासिर उसे अब कोई मौका नहीं देगा। करीब आधे घंटे तक बाद नासिर जान बूझकर खर्राटे मारने लगी और साजिया की चूत में हलचल सी हुई। साजिया धीरे से उठने लगी तो नासिर करवट बदल कर लेट गया और उसके उपर एक पैर रख दिया तो साजिया एकदम शांत हो गई और मन ही मन नासिर को गालियां देने लगी कि कमीना अभी तक सोया नही है शायद।

पूरी रात यही लुका छिपी का खेल चलता रहा और साजिया चाह कर भी कमरे से बाहर न निकल पाई और गहरी नींद में चली गई। नासिर भी अब आराम से सो गया। दूसरी तरफ साहिल भी रात भर करवट बदलता रहा।

ऐसा अगले कई दिन तक चलता रहा और साजिया को मजबूरी में साहिल का कमरा गेस्ट रूम में बदलना पड़ा। साजिया अब पूरी तरह से परेशान थी और उसे समझ नहीं आ रहा था कि नासिर ऐसा क्यों कर रहा है। क्या उसे मुझ पर शक हो गया है, नही नही ऐसा नहीं हों सकता। अगर ऐसा होता तो तो अब तक मुझसे लड़ चुका होता या मार पीट कर गया होता। इसके साथ ही उसके जिस्म में आग बढ़ती जा रही थी और साहिल का लंड उसे बेहद याद आ रहा था।

एक दिन साहिल ऑफिस से जल्दी निकल गया और सीधे घर पहुंचा भी नही था कि नासिर ने अपने एक दोस्त को घर पर वाईफाई लगाने के लिए भेज दिया ताकि दोनो अकेले न रह सके।

साहिल अपने दिल में उमंगे लिए जैसे ही घर पहुंचा तो वाईफाई वाले को देखकर उसके सब अरमान धरे के धरे रह गए। साजिया और साहिल दोनो बेबस से एक दूसरे को देख रहे थे लेकिन चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते थे।

करीब सात बजे तक वाईफाई वाला अपना काम खत्म करके जाने वाला था और नासिर जाम में फंस गया तो अब उसके लिए दिक्कत थी क्योंकि करीब आधे घंटे तक साजिया और साहिल दोनो अकेले रह जाते। नासिर ने अपना दिमाग लगाया और साजिया का फोन बज उठा। नासिर का फोन था उसने उठाया तो नासिर बोला:"

" अरे साजिया मैने वाईफाई वाले को भेजा था। लग गया क्या?

साजिया:" हान लग गया।

नासिर:" एक काम करना उसे अच्छे से चाय पिला देना। मेरे खास दोस्त का रिश्तेदार हैं वो। मैं भी बस पहुंच ही रहा हूं।

इतना कहकर नासिर ने फोन काट दिया और साजिया गुस्से से अपने पैर पटकते हुए किचन की तरफ बढ़ गई जबकि साहिल भी दुखी था क्योंकि उसका कीमती समय निकलता जा रहा था।

अंततः जैसे ही वाईफाई वाला बाहर निकला नासिर घर के अंदर घुस गया और साजिया का मूड पूरी तरह से खराब हो गया। साहिल अपने कमरे में चला गया और नासिर अपने लैपटॉप पर काम करने लगा। साजिया को समझ नही आ रहा था कि पिछले कुछ दिनों से उसे कोई मौका नहीं मिल रहा था साहिल से मिलने का, साहिल का कमरा भी गेस्ट रूम में चला और नासिर को उसकी बाली और दो लाख रुपए गायब होने का कैसे इतनी जल्दी पता चल गया साजिया को समझ नही आ रहा था। कहीं ऐसा तो नहीं घर के अंदर उसने कमरे लगवा दिए है। ये ख्याल मन में आते ही साजिया के दिमाग में खतरे की घंटी बज उठी क्योंकि अगर ऐसा है तो अब तक नासिर को सब पता चल गया होगा कि उसकी बीवी साहिल से चुद रही हैं। साजिया ये सोचकर घबरा गई और उसका पसीना छूट गया।

उस रात साजिया बिलकुल आराम से सोई और नासिर खुश था। नासिर के ऑफिस जाने के बाद साजिया जान बूझकर घर की सफाई करने लगी और सफाई के बहाने उसे हॉल में लगा एक छोटा सा कैमरा एसी के अंदर नजर आया तो साजिया का पसीना छूट गया। साजिया कैमरे को अनदेखा करके सभी जगह की सफाई करने लगी। थोड़ी देर के बाद उसे समझ आया कि किचन, बाथरूम को छोड़कर बाकी सभी जगह कैमरे लगे हुए थे और नासिर उसकी हर एक हरकत देख रहा था। साजिया पागल सी हो गई और किचन में घुस गई और अपना पसीना साफ किया। उसने अपना मोबाइल निकाला और साहिल को फोन करके सब बता दिया तो साजिया से ज्यादा धुवां उसकी गांड़ से निकल पड़ा।

साहिल नासिर के साथ डरते डरते घर आ गया और साजिया भी बेहद परेशान लग रही थी। खाना खाकर नासिर अपने कमरे में चला गया और साहिल साजिया का पास किचन मे। दोनो ने करीब दो मिनट बात करी और उसके बाद साजिया सोने के लिए आ गई। रात में करीब 2 बजे सारे घर की लाइट बंद थी। साहिल ने मैन सप्लाई को बंद करके सभी सभी कैमरे बंद कर दिए और फिर सारे कैमरे को निकाल कर अपने तोड़ दिया और उनकी रिकॉर्डिंग चिप अपने पास रख ली और अपने कमरे में जाकर विडियो देखने लगा।
 
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sunoanuj

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Jabardast update…. Ab dono ki g**d faad do … Sahil ki bhi tudwa do …
 

Baba27030

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Mast, yaar shama ko bhi chudwado uske bhai ke samne
 
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