अब आगे—-
मैं office से बग़ैर लंच किये,घर के लिये निकल आया।आज तो श्वेता ने इतनी शिद्दत से मेरे लण्ड
को चूसा,की श्वेता उसमें से मेरे वीर्य कि एक एक बूँद निचोड़ के पी गयी।मुझे ऐसे महसूस हो रहा की जैसे
मेरी नसों से blood नुचड कर वीर्य वन कर मेरे लण्ड से निकल कर,श्वेता के पेट से होकर,श्वेता के blood
में mix हो गया हो।मुझे अब बहुत भूख लग रही थी,एक तो इसलिए के मैंने खाना नहीं खाया था।दूसरे
मेरे वीर्य निकलने के कारण मेरी भूख और भी बढ़ गयी।
मैंने सोचा पहले खाना खाऊँगा,फिर सिम्मी को वीर्यरस पान करबाउँगा।
जैसे ही मैं घर में enter हुआ,मैंने देखा सिम्मी बेसब्री से दोपहर की वीर्य की dose लेने के लिये मेरा इंतज़ार
कर रही थी।मैंने सिम्मी का बोला,sis मुझे बहुत भूख लगी है,मुझे पहले खाना खाना है फिर मैं तुम्हें
अपना वीर्यरस पान करवाउँगा।
नहीं,bro,सिम्मी चीख कर बोली,तुम खाना बाद में खाना पहले मुझे अपना वीर्य दान दो।
सिम्मी ने ज़िद्द पकड़ ली और ज़बरदस्ती meri पैंट खोलने लगी।
मैंने अपनी पैंट खोल कर उतारदी और सोफ़े पर जाकर बैठ गया।
सिम्मी दोनो टांगो को खोल के ,
मेरी टांगो के बीच में बैठ गयी।और मेरे लण्ड को खड़ा करने के लिये मेरे लण्ड
को अपने हाथ में लेकर मुठ मारने लगी।
जब मेरा लण्ड मुठ मारने से खड़ा नहीं हुआ तो सिम्मी बेचैन होने लगी।
बेचैनी में सिम्मी ने मेरा लण्ड अपने मुँह में डाल लिया और गप गप करके
चूसने लगी।
सिम्मी दस मिनट तक मेरे लण्ड को चुसती रही,
पर मेरा लण्ड खड़ा नही हो रहा था,
मैं तों इसका कारण जानता था की मेरा लण्ड पूरी तरह से वीर्य से ख़ाली
कैसे ख़ाली हो गया।इसकी responsible श्वेता थी।
सिम्मी ने मेरा लण्ड चूसना जारी रखा,जब तक मेरा लण्ड hard नहीं हो गया।
सिम्मी दस मिनट तक मेरे खड़े लण्ड को भी चूसती रही,पर वीर्य ना निकलना था
ना ही निकला।
सिम्मी परेशान हो गयी,की अब वो क्या करे।
bro मैं तो थक गयी हूँ,आपका वीर्य नहीं निकल रही,
आप ही कोई जुगत लड़ाओ ।मेरा क्या होगा,कैसे मेरा इलाज होगा,
मैं तुम्हारा वीर्यरस पिये बग़ैर कैसे रह सकूँगी।
कुछ करो ना bro,
मुझे अचानक आज office मे श्वेता की 69 वाली trick याद आ गयी।
मैंने सिम्मी को बोला,sis मैं सोफ़े पर सीधा लेट जाता हूँ,
मैं अपने सारे कपड़े उतार कर सोफ़े पर लेट गया।
sis,अब तुम मेरे ऊपर उल्टी होकर लेट जाओ और मेरा लण्ड चूसो।
इस तरह तूझे थकावट भी नहीं होगी।और तुम वीर्य निकाल कर पी भी सकोगी।
मैं सोच रहा था की अगर श्वेता 69 में मेरा लंड चूस कर मेरा बहुत सारा वीर्य निकाल
सकती है तो,सिम्मी भी निकाल लेगी।
सिम्मी को नहीं पता था,की 69 क्या होती है।
सिम्मी मेरी टांगो के बीच में अपना मुँह डाल कर लेट गयी,और मेरा पूरा लंड
अपने मुँह में भर लिया।और मेरा लंड पूरे ज़ोर से चूसने लगी।
सिम्मी की चूत बिल्कुल मेरे मुँह के सामने थी,और जब SIMI हिलती थी,
तो सिम्मी की चूत मेरे मुँह से टकरा जाती।
मैं अपनी दोनो आँखे बंद कर के लेटा हुआ था।
मेरा लंड खड़ा तो हो गया था,पर उसमें से वीर्य अभी भी निकल नहीं रहा था।
मैं कैसे सिम्मी को बताता की आज सारा वीर्य श्वेता पी गयी।
सिम्मी तो श्वेता के नाम तक को भी नहीं जानती थी।
मेरी आँखे बंद थीं।और सिम्मी मेरा लण्ड लगातार चूसे जा रही थी।
मुझे भी अपना लण्ड चुसवाकर मज़ा आ रहा था,
मुझ पर भी उत्तेजना हावी हो रही थी।
सिम्मी की शर्ट उठी हुई थी,और उसकी छोटी सी panti मेरे मुँह को
touch कर रही थी,मैंने आँख बंद करके ,सिम्मी को श्वेता समझ कर
सिम्मी की चूत को अपनी जीभ से panti के ऊपर से चाटने लगा।
सिम्मी मेरा लण्ड चूसने में इतनी मगन था की उसने ध्यान ही नहीं दिया के
उसकी चूत से नीचे कौन खेल रहा है।
जैसे जैसे मैं सिम्मी की चूत चाट रहा था,तैसे तैसे सिम्मी की चूत ने पानी
छोड़ना शुरू कर दिया और सिम्मी की पैंटी भीग कर गिली होने लगी।
ऊपर सिम्मी का मेरा लण्ड चाटना जारी था,पर मेरा वीर्य अभी भी नहीं निकल
रहा था।मुझे अब susu का pressure महसूस हो रहा था,जिसकी
बजह से मेरे लण्ड में दर्द होने लगा।
नीचे मैं सिम्मी की चूत चाटने में मगन था,चूत चाट ते चाटते मेरी जीभ सिम्मी
के मटर दाने (clit) से टकरा गयी,
जैसे ही सिम्मी के clit को छुआ,सिम्मी की चूत कांपने लगी और मेरे मुँह में अपना
चूतरस छोड़ दिया।
सिम्मी भी मेरा लण्ड ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी,जैसे ही सिम्मी की चूत झड़ी,
सिम्मी उत्तेजना से मेरे लण्ड को चबाने लगी,
जैसे ही सिम्मी ने मेरे लण्ड में दाँत गाड़े,मारे दर्द के मैं चिला उठा,
दर्द इतना ज़्यादा था की मुझसे सहन नहीं हुआ,और मेरा सुसू निकल गया,
सिम्मी ने मेरे susu को वीर्य समझ कर,सारा का सारा susu अपने मुँह
से पी गयी,
सिम्मी ने जब तक मेरा susu उसके मुँह में गिरता रहा उसने मेरा लण्ड
नहीं छोड़ा।मैं भी नीचे से सिम्मी की चूत का पानी चाटता रहा।
मेरा लण्ड पूरा ख़ाली करके,सिम्मी मेरे ऊपर से उठ कर खडी हो गयी।
सिम्मी चटकारे लेते हुई उठी और बोली,bro आज बहुत मज़ा आया।
सिम्मी को इसलिये भी मज़ा आया क्योंकि जब मेरे लण्ड ने उसके मुँह में पानी
छोड़ा,इधर उसकी चूत ने मेरे मुँह में अपना छोड़ दिया
सिम्मी को लगा,उसकी पैंटी गिली हो गयी है।
उसने अपनी चूत पर हाथ लगा कर देखा।तो उसका हाथ चिपचीपा हो गया,
पहले सिम्मी ने अपने हाथ को सूंघा फिर चाट लिया।
bro आज तेरा वीर्य रस पीने में इतना मज़ा आया की मेरी चुत ने भी पानी
छोड़ दिया।
मैं अपने रूम में जा रहीं अपनी पैंटी बदलने,फिर तुम्हारे लिए खाना लगाती हूँ।
मुझे चिंता हो रही थी की मेरा वीर्य निकलना बंद क्यों हो गया।
मेरे वीर्य के बग़ैर सिम्मी का इलाज कैसे होगा,
कैसे मैं श्वेता को बताऊँगा की मेरा वीर्य खतम हो गया है,और अब मैं तुम्हें अपना लण्ड
चूसने के लिए नहीं दे सकता।
इतने में सिम्मी ने किचन से आवाज़ लगाई,
bro,खाना लग गया है,आ जाओ।त
मैं उठ कर किचन में चला गया।
सिम्मी किचन में एक प्लेट में खाना लेकर खड़ी हुई थी,
मैंने देखा,सिम्मी की टांगो से पानी चूँ कर नीचे गिर रहा था,
sis,तुम्हारी टांगो पर से पानी चूँ रहा है।
सिम्मी ने देखा उसकी टांगो पे,ऊपर से एक पानी की धारा बहकर आ रही थी।
जो नीचे फ़र्श पर गिर कर उसको गिला कर रही थी।
एक हाथ से सिम्मी अपनी स्कर्ट ऊपर उठा कर देखने लगी के पानी
कहाँ से आ रहा है,इसी चक्र में सिम्मी की चूतरस से भीगी चूत नंगी हो गयी।
अपनी चूत से पानी गिरता देखकर सिम्मी बोली,
bro,लगता है तुम्हारा वीर्य जो मैंने अभी पीया था,वो मेरे पेट से मेरी से चू कर
बाहर निकल आया है।
bro,कितना power बाला है तुम्हारा वीर्य,मुझे ऐसे ही अपना वीर्य पिलाते रहना,
और मुझे नहलाते रहना।
सिम्मी,खाना तो बहुत थोड़ा है,मैंने सिम्मी को बोला
bro,तुम खाना खालो,मेरा पेट तुम्हारे वीर्य से भर गया है।
नहीं,सीस हम दोनो मिलकर खाना खायेंगे।
हम दोनो ने एक ही प्लेट से खाना खा लिया।
खाना खा कर मैं सोफ़े पर जा कर बैठ गया।
और सिम्मी अपने रूम में पैंटी पहन ने चली गयी।
मैं सोफ़े पर बैठ कर सोचने लगा की मेरा वीर्य कम हो रहा है,तो
कम वीर्य से सिम्मी का इलाज कैसे होगा।
मोम से ये problem discuss करूँगा।की कैसे इस problem को हल
किया जाये।
मोम को घर आने में अभी काफ़ी देर थी।
ऑफ़िस तो मैंने जाना नहीं था,सोचा चलो किसी माल में घूमने चलते हैं,
जबसे सिम्मी ने मेरा लण्ड चूसना शुरू कर दिया था मेरी उसके साथ emotional
attachment बढ़ गयी थी।
सिम्मी,मैं घूमने जा रहाँ हूँ,मेरे साथ चलो घूमने,तुम्हें pizza खिलाऊँगा।
सिम्मी ने कोई जबाब नहीं दिया ,तो मैं सिम्मी से पूछने उसके रूम में चला गया।
सिम्मी अपने bed पर उलटी हो कर खर्राटे मार कर बेख़बर सो रही थी,
उसकी स्कर्ट ऊपर उठी हुई थी,जिस से उसके गोल और गोरे चुतड़ नंगे हो गये थे।
मैं सिम्मी को सोता छोड़कर माल की और चला गया।
माल में आज तितलियाँ बहुत कम थीं।
सोचा चलो Rozy के घर चलते हैं,aunti का हाल चाल भी पूछ लेंगे।
Aunti के घर पहुँच कर,मैंने bell बजाई तो Rozy ने दरवाज़ा खोला।
Rozy ने blue color की loose maxi पहन रखी थी।
Rozy ने मुझे देखकर बोली,महेश—-,तुम को मेरी याद आ ही गयी।
मैं सोच रही थी कि अभी भी तुम मुझे उतना ही प्यार करते हो जितना तुम शादी
से पहले करते थे।और तुम रोज़ मुझ से मिलने आया करोगे।
मुझे अन्दर आने के लिए नहीं बोलोगी,मैंने Rozy से कहा।
Rozy थोड़ा एक तरफ़ हट गयी,और मैं जैसे ही अंदर घुसने लगा,
Rozy ने मुझे पकड़ लिया और मुझे ज़फ़्फ़ी डाल कर बोली,
महेश I love you
फिर हम घर के अंदर drawing room में चले गये।
मुझे पहले auntie के room में ले चलो,मैंने Rozy से कहा।
mummy तो सो रही हैं।Rozy ने बताया,तब तक इधर ही बैठते हैं,
तब तक तुम मेरा हाल चाल जान लो।
मैं चाय बना कर लाती हूँ,Rozy ने कहा
थोड़ी देर बाद Rozy दो cup में चाय ले कर आ गयी।
Rozy अपनी dress बदल कर ,saree पहन कर आयी थी।
मुझे लुभाने के लिये Rozy ने sleeveless low cut blouse पहना हुआ था
जिसमें ऊपर से Rozy के areola दिखाई दे रहे थे।और blouse में से nipple
में खड़े हुए दिखाई दे रहे थे।मेरा लंड झटके खाने लगा।
इसका मतलब Rozy ने bra नहीं पहनी हुई थी।हो सकता है Rozy ने
नीचे पैंटी भी नहीं पहनी हो।क्यों मुझे लुभा रही है,Rozy।
क्या मुझ से चुदना चाहती है।
बाक़ी कल ——