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Incest बहन का लौड़ा (Incest + Adultery)

Xabhi

"Injoy Everything In Limits"
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Episode - 16

अभी तक आपने पढ़ा..

मीरा मुस्कुरा दी और राधे ने उसे बाँहों में ले कर बाहर निकल आया, तौलिये से दोनों के बदन साफ किए और उसे कमरे में ले जाकर बिस्तर के पास जाकर रुक गया।

मीरा- क्या हुआ.. रुक क्यों गए..? राधे- अरे जान.. बिस्तर पर देखो.. खून से भरा पड़ा है।

मीरा- मेरे प्यारे राधे.. मैं जानती थी कि आज ऐसा कुछ होगा चादर हटा दो.. नीचे प्लास्टिक डाला हुआ है.. बिस्तर खराब नहीं हुआ होगा.. दूसरी चादर लगा लेंगे।

अब आगे..

राधे ने मीरा को नीचे खड़ा किया और चादर हटा दी.. पास रखी दूसरी चादर डाल दी। अब मीरा बिस्तर पर सीधी सो गई और अपनी बाँहें फैला कर राधे को आने का इशारा किया.. राधे तो पहले से ही तैयार था। वो सीधा उससे लिपट गया और उसके मम्मों को चूसने लगा।

मीरा- अरे रूको तो.. इतनी जल्दी क्या है.. पहले मुझे प्यार तो करो.. कुछ मीठी बातें तो करो।

राधे- ये प्यार नहीं तो क्या है मेरी जान.. और बातों के लिए तो पूरी लाइफ पड़ी है.. अभी तो चुदाई करो बस.. जब हम बूढ़े हो जाएँगे.. मेरा लौड़ा खड़ा होना बन्द हो जाएगा.. तब बातें ही करेंगे और कुछ तो होगा नहीं हमसे.. हा हा हा हा हा हा। मीरा भी ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगती है।

राधे दोबारा मीरा के होंठ चूसने लगा.. तो मीरा भी उसका साथ देने लगी। अब दोनों का मिलन हो गया था.. राधे का लौड़ा तो बेलगाम घोड़ा था। तन कर मीरा की चूत को छूने लगा था।

मीरा- राधे मेरी चूत को चाटो ना.. तुम्हारे होंठों से बहुत मज़ा आता है मुझे। राधे- ठीक है जान.. हम 69 के पोज़ में आ जाते हैं तुम लंड महाराज की चुसाई करो.. में तुम्हारी चूत को चाटता हूँ।

मीरा- हाँ राधे.. ये सही रहेगा.. मगर तुम सीधे लेट जाओ.. मैं तुम्हारे ऊपर लेट कर लौड़ा चूसूंगी.. तुम भी मेरी चूत को आराम से चाटना।

राधे सीधा हो गया.. अब दोनों का चूसने का प्रोग्राम चालू हो गया था, मीरा बड़े मज़े से लौड़े को पूरा मुँह में लेकर चूस रही थी.. गोटियाँ चाट रही थी।

राधे की जीभ से मीरा को चूत में एक मीठा सा दर्द महसूस हो रहा था.. कुछ देर पहले जो ताबड़तोड़ चुदाई हुई थी उसकी वजह से चूत में सूजन आ गई थी। अब उसको चटवाने में दर्द और मज़ा दोनों आ रहा था।

दस मिनट तक ये खेल चलता रहा। अब दोनों ही गर्म हो गए थे। मीरा की चूत तो फड़फड़ाने लगी थी। अब उसको लौड़े की जरूरत थी।

मीरा- आह्ह
राधे.. अब बस.. बहुत चूस लिया.. अब डाल दो अपने शैतान घोड़े को.. मेरी चूत में.. आह्ह.. बड़ी जलन हो रही है.. आह्ह.. अपने पानी की धार से मिटा दो.. मेरी चूत की आग को.. आह्ह। राधे- अच्छा ले मेरी जान.. चल आ जा लेट जा सीधी.. अभी तेरी चूत को ठंडा करता हूँ।

मीरा सीधी लेट गई और राधे उसके पैरों के बीच बैठ गया। उसने लौड़े को चूत पे टिकाया और धीरे से धक्का मारा। लौड़ा थोड़ा चूत में घुस गया। मीरा- आई.. ओह.. लौड़ा है या बम्बू.. मेरी तो.. इसके चूत में घुसते ही जान निकल जाती है। राधे- मेरी जान.. बस आज की बात है.. पूरी रात तेरी चूत को चोद कर इस लौड़े की आदी बना दूँगा.. फिर देखना कभी दर्द नहीं होगा।

राधे ने पूरा लौड़ा चूत में घुसा दिया। अब वो ‘दे घपा-घप’ चूत की चुदाई में लग गया था। मीरा को दर्द तो हो रहा था.. मगर अब उसकी उत्तेजना के सामने ये दर्द कुछ भी नहीं था।

मीरा- आह्ह.. आई.. चोदो राजा.. आह्ह.. मचा दो धूम.. आह्ह.. मेरी चूत को आज फाड़ दो.. आज ये मीरा आह्ह.. अपने राधे की हो गई अइ.. आह। राधे- हाँ मेरी मीरा.. आह्ह.. आज आह्ह.. उहह.. मैं तुझे आज इतना चोदूँगा कि आह्ह.. तेरी चूत जब भी लौड़े के बारे में सोचेगी.. तो आह्ह.. मेरा लौड़ा ही याद करेगी आह्ह।

राधे 10 मिनट तक मीरा को चोदता रहा.. अब उसका लौड़ा पूरा जड़ तक ‘घपा-घप’ जा रहा था। मीरा की चूत लावा उगलने लगी थी। मीरा- आह्ह.. आह फास्ट आई.. राधे मैं आह्ह.. आई.. चोदो आह्ह.. मेरा पानी उई.. आईईइ निकल रहा है आह्ह।

राधे ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी.. मीरा कमार उठा-उठा कर चुदने लगी और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया। राधे अब भी पूरी स्पीड से चोद रहा था उसका स्टेमिना पावरफुल था।

मीरा- आह्ह.. आह.. बस भी करो आह्ह.. कितना चोदोगे.. आह्ह.. मेरी चूत का हाल से बेहाल हो गया उई आह्ह। राधे- उहह उहह.. अभी कहाँ मेरी जान.. अभी तो लौड़ा ठीक से चूत को देख रहा है.. थोड़ा टाइम लगेगा उहह.. उहह.. ले संभाल.. मेरे ओह..उह.. झड़ ही नहीं रहा.. आह्ह.. तेरी चूत बड़ी कसी हुई है.. आह्ह.. मज़ा आ गया आह्ह।

राधे- मेरी जान आह्ह.. अब लौड़ा निकाल रहा हूँ.. तू जल्दी से घोड़ी बन जाना.. अब मन कर रहा है.. तुझे घोड़ी बना कर चोदूँ.. आज पूरी रात हर आसन में तेरी चूत का मज़ा लूँ।

मीरा- आह्ह.. आह्ह.. निकाल लो मेरे आशिक.. मैं भी आज पूरी रात अपने राधे के लौड़े को चूत में रखना चाहती हूँ.

आह्ह.. निकाल लो आह्ह।

राधे ने झटके से लौड़ा चूत से बाहर निकाल लिया और मीरा झट से घुटनों पर आ गई। राधे ने एक सेकंड भर में लौड़ा दोबारा चूत में घुसा दिया।

मीरा- आह्ह.. मज़ा आ गया.. फिल्म में देखा था.. ऐसे घोड़ी बनते हुए आह्ह.. आह्ह.. आज खुद बनी तो पता चला.. क्या मस्त मज़ा आता है।

अब राधे स्पीड से मीरा को चोद रहा था और मीरा भी उत्तेजना में आ गई थी। चूत ‘छप-छप’ करने लगी थी.. उसका पानी दूसरी बार निकलने वाला था। मगर राधे का लौड़ा झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था। करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद मीरा झड़ गई और राधे अँधाधुंध झटके मारता रहा।

मीरा की चूत में जलन होने लगी.. तब कहीं जाकर राधे ने स्पीड से लौड़े को आगे-पीछे किया और उसका पानी भी मीरा की चूत के पानी से जा मिला।

चुदाई के बाद दोनों बिस्तर पर एक-दूसरे के लिपटे पड़े बातें करते रहे।

मीरा- आह्ह.. राधे.. मज़ा आ गया.. तुम तो बहुत तगड़े हो.. झड़ते ही नहीं.. कितनी लंबी चुदाई करते हो.. आह्ह। राधे- मेरी जान भगवान ने मुझे बस यही एक चीज़ ऐसी दी है कि कोई भी लड़की या औरत इसके आगे टिक नहीं सकती।

मीरा- राधा तुमने सारा पानी चूत में डाला है.. कहीं मैं प्रेगनेन्ट ना हो जाऊँ..! अभी मुझे पढ़ना है.. कुछ बनना है।

राधे- डरो मत.. कल गोली ला दूँगा। मीरा- ओह मेरे जानू.. तुम कितने अच्छे हो।

मीरा खुश थी कि उसको जैसा पति चाहिए था.. मिल गया, वो राधे के सीने से चिपक गई और लौड़े को सहलाने लगी। राधे- क्या हुआ जानेमन चूत की आग मिटी नहीं क्या.. दोबारा लौड़े को तैयार कर रही हो।

मीरा ने झट से अपना हाथ लौड़े से हटा लिया। मीरा- अरे नहीं नहीं.. मैं तो बस ऐसे ही इसको सहला रही थी। मेरी चूत को तुमने चोद-चोद कर लाल कर दिया है.. अब और नहीं चुदना.. थोड़ा रेस्ट करने दो मुझे।

राधे- हा हा हा हा.. मैं तो मजाक कर रहा था जान.. सहला लो अब ये तुम्हारा ही तो है.. और चूत को आराम दो.. क्योंकि अब मेरा इरादा तेरी मुलायम गाण्ड मारने का है.. साली बड़ी मस्त है तेरी गाण्ड.. आज इसको भी खोल दूँगा ताकि पापा के आने के बाद ना कोई दर्द हो.. ना कोई चीख निकले।

मीरा- नहीं.. अभी नाम मत लो गाण्ड का.. चूत का ये हाल हो गया है.. कल पता नहीं.. चल भी पाऊँगी या नहीं.. गाण्ड मारोगे तो बिस्तर से उठ भी नहीं पाऊँगी।

राधे- हा हा हा.

चल मेरी जान.. आज तेरी गाण्ड बख्श दी.. मगर मैं पापा के आने से पहले इसका मुहूरत जरूर कर दूँगा। मीरा- ओके.. ये बात पक्की रही.. आज बस चूत के मज़े लो.. गाण्ड बाद में मारना।

दोनों एक-दूसरे से बातें करते रहे और इसी दौरान राधे का लौड़ा फिर खड़ा हो गया। अब बेचारे की सुहागरात थी.. पूरा मज़ा लेने का उसका हक़ था। उसने लिया भी.. रात भर में उसने मीरा को चोद-चोद कर अपने लौड़े की दीवानी बना लिया। पता नहीं कब दोनों चुदाई से थक कर नंगे ही सो गए।

To be continued ...........
Wao! Fantastic update Bhai sandar jabarjast update meera or radhe dono hi apne prem ko ek dusre me mahsus kr rhe hai or ek dusre ki bhavnao ko samajh kr unki kadar kr rhe hai Jo ki Bahut hi khubsurat baat hai...
 

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Wao! Fantastic update Bhai sandar jabarjast update meera or radhe dono hi apne prem ko ek dusre me mahsus kr rhe hai or ek dusre ki bhavnao ko samajh kr unki kadar kr rhe hai Jo ki Bahut hi khubsurat baat hai...

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Ahmed2shaikh

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Sukhi Choudhry

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Vikashkumar

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Bahut Achha Ja Rahe Ho
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abmg

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Episode - 17

अभी तक आपने पढ़ा..

राधे का लौड़ा फिर खड़ा हो गया। रात भर में उसने मीरा को चोद-चोद कर अपने लौड़े की दीवानी बना लिया। पता नहीं कब दोनों चुदाई से थक कर नंगे ही सो गए।

अब आगे..

दोस्तो, रात की लंबी चुदाई के बाद दोनों इतनी गहरी नींद में सोए कि बस क्या बताऊँ।

सुबह के 7 बजे ममता रोज की तरह अपने काम पर आ गई.. मगर आज मीरा सोई हुई थी। उसको ना देख कर ममता ने खुद से कहा कि बीबी जी रोज वक़्त पर उठ जाती हैं.. आज क्या हुआ.. उठी क्यों नहीं.. तबीयत तो ठीक है ना? बस यही सोच कर वो कमरे के दरवाजे को ठोकने लगी।

ज़ोर-ज़ोर से दरवाजे को खटखटाते हुए ममता बोल भी रही थी- आज क्या हो गया.. उठी नहीं क्या? जिससे मीरा की आँख खुल गई।

मीरा का पूरा बदन दर्द कर रहा था.. खास कर चूत में बहुत सूजन आ गई थी। रात को तो मारे मज़े के वो गाण्ड उछाल कर चुदवा रही थी। अब उसका दर्द से बुरा हाल हो गया था और पूरा जिस्म बुखार से तप रहा था।

मीरा- उहह राधे.. उठो उहह.. देखो बाहर शायद ममता आ गई है.. उठो.. उसने अगर देख लिया.. तो गजब हो जाएगा।

राधे अंगड़ाई लेता हुआ उठा और मीरा को देख कर मुस्कुराने लगा।

मीरा- जाओ ममता को जवाब दो.. नहीं तो वो इस तरह तो पूरे शहर को हल्ला करके बता देगी कि आज मीरा उठ नहीं रही है। राधे- यह काम तो तुम भी कर सकती हो.. मीरा- नहीं राधे.. मुझे बहुत तेज बुखार है और पूरा बदन दुख रहा है… तुम उसको कह दो ये सब!

राधे ने मीरा की हालत समझते हुए ममता को आवाज लगा कर बोल दिया कि मीरा बीमार है आज स्कूल नहीं जाएगी।

ममता ने कई सवाल किए.. मगर राधे तो राधा था ना.. उसने सब संभाल लिया।

ममता ने कहा- नाश्ता बना रही हूँ.. नहा लो.. उसके बाद दवा दे देना.. सब ठीक हो जाएगा। राधे- जान.. तुमको तो बहुत बुखार हो गया.. ऐसा करो नाश्ता कर लो और दवा ले लो.. ठीक हो जाओगी।

मीरा- मेरे प्यारे राधे.. पहले तुम नहा कर मेरी दीदी बन जाओ.. उसके बाद मैं उठ जाऊँगी.. नहीं तो ममता अगर तुम्हारा ये शैतान जैसा लौड़ा देख लेगी ना.. तो बेहोश हो जाएगी। राधे- अगर देख लेगी.. तो उसकी चूत में भी खुजली शुरू हो जाएगी.. बहुत कम औरतों को ऐसा तगड़ा लौड़ा नसीब में होता है।

मीरा- हाँ सही कहा तुमने.. ममता अक्सर अपने पति की कहानी सुनाती है.. कि उसका बहुत छोटा सा है.. मज़ा नहीं आता और दूसरी बात
वो माँ बनना चाहती है.. मगर उसका पति इस लायक नहीं.. दो मिनट में ठंडा हो जाता है।

राधे- अरे तो इसमें क्या है.. मैं हूँ ना.. बुलाओ उसको.. अभी उसकी तमन्ना पूरी कर दूँगा। मीरा- शर्म करो.. रात को हमारी शादी हुई है.. और अभी से तुम्हारा मन मुझसे भर गया.. जो दूसरी औरत को चोदने की बात कर रहे हो। सराधे- मेरी जान.. मैं मजाक कर रहा था अगर चोदने का इतना बड़ा हब्शी होता.. तो तुमको कब का चोद देता.. समझी मैं तो बस ऐसे ही बोला।

मीरा- वैसे एक बात कहूँ.. तुमने जो कहा.. अगर वैसा हो जाए.. तो बेचारी ममता खुश हो जाएगी। राधे- ओ हैलो.. क्या बकवास कर रही हो..? मैं क्यों उसको बच्चा दूँगा.. मैं तो तुम्हें अपने बच्चों की माँ बनाऊँगा यार। मीरा- अच्छा अब ये बातें बन्द करो.. जाओ नहा लो।

राधे नहा-धोकर अपने लड़की वाले रूप में बाहर निकल आया.. तब तक मीरा ने भी कपड़े पहन लिए और कमरे का दरवाजा खोल कर सो गई।

ममता कमरे में आई.. मीरा का जायजा लिया.. उसको बुखार था। ममता ने ज़बरदस्ती उसको उठाया.. मुँह धुलवा कर नाश्ता करवाया.. दवा दी.. मगर इन सब के दौरान मीरा को चलने में बहुत तकलीफ़ हो रही थी.. जो ममता से छुपी ना रह सकी। मीरा ने बहुत कोशिश की.. सीधा चलने की.. मगर उसकी चाल से ममता को समझते देर नहीं लगी कि माजरा क्या है।

ममता- ही ही बीबी जी.. ये क्या हुआ कब से देख रही हूँ आपकी चाल को.. क्या हो गया.. ऐसे-कैसे चल रही हो.. जैसे रात किसी ने..! ममता बोलते-बोलते चुप हो गई.. मीरा भी उसकी अधूरी बात को समझ गई मगर अनजान बनकर उसने पूछा।

मीरा- क्या मतलब है तुम्हारा..? क्या रात किसी ने क्या.. पूरा बोलो.. अब चुप क्यों हो गई.. बोल दो.. जो कहना है। ममता- माफ़ करना बीबीजी.. चमड़े की ज़ुबान है.. फिसल गई मगर आप ऐसे लंगड़ा कर क्यों चल रही हो.. आपको तो बुखार है ना। मीरा- रात को बाथरूम में फिसल गई थी समझी.. वैसे तुम कहना क्या चाह रही थीं?

ममता- बुरा मत मानना बीबी जी.. ऐसी हालत तभी होती है.. जब कोई बहुत बुरी तरह से चुदवा कर आती है। मीरा- ममता चुप रहो.. कुछ भी बोल दिया.. मैं किसके पास जाऊँगी.. तुम भी ना बस।

ममता की बात से मीरा का चेहरा शर्म से लाल हो गया। मीरा- अच्छा ममता तेरी तो शादी हो गई है.. तू अक्सर अपने पति की बात बताती है.. लेकिन मैंने कभी ध्यान नहीं दिया आज बता ना.. तेरे पति तुझे मज़ा तो खूब देते होंगे ना?

ममता- काहे का मज़ा
बीबी जी उसमें कहाँ दम है.. दारू पीके टुन्न हो जाता है… मैं अपनी जवानी की आग में तड़फती रहती हूँ.. वो सोया रहता है.. उसके लौड़े को खड़ा करने की नाकाम कोशिश करके.. मैं भी थक-हार कर सो जाती हूँ.. काश.. कोई तगड़ा लौड़ा मिल जाता.. तो जवानी का मज़ा ही आ जाता।

ममता सिसकारियाँ लेकर बोल रही थी.. तभी राधे भी वहाँ आ गया।

राधा- क्या बात हो रही है.. मैं भी तो सुनूँ। मीरा- दीदी ये ममता है ना.. देखो कैसी बातें कर रही है.. खुद का पति तो इसको खुश रखता नहीं.. मेरे बारे में उल्टा-सीधा बोल रही है और किसी दूसरे आदमी के बारे में बता रही है। ममता- अरे बीबी जी चुप रहिए.. मैंने तो बस मजाक किया था। राधा- अरे शर्माती क्यों है.. बता मुझे भी तो पता चले.. कैसी बातें हो रही थीं।

ममता शर्मा जाती है और रसोई की तरफ भाग जाती है।

To be continued .................
 

abmg

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Episode - 18

अभी तक आपने पढ़ा..

राधा- क्या बात हो रही है.. मैं भी तो सुनूँ! मीरा- दीदी ये ममता है ना.. देखो कैसी बातें कर रही है.. खुद का पति तो इसको खुश रखता नहीं.. मेरे बारे में उल्टा-सीधा बोल रही है और किसी दूसरे आदमी के बारे में बता रही है। ममता- अरे बीबी जी चुप रहिए.. मैंने तो बस मजाक किया था.. राधा- अरे शर्माती क्यों है.. बता मुझे भी तो पता चले.. कैसी बातें हो रही थीं। ममता शर्मा जाती है और रसोई की तरफ भाग जाती है।

अब आगे..

ममता के जाने के बाद राधे हँसने लगता है और मीरा भी उसके साथ हँसने लगती है। मीरा- क्या दीदी.. आपने बेचारी को भगा दिया.. अगर आप उसकी कहानी सुन लेतीं.. तो बड़ा मज़ा आता, मैंने कई बार सुनी है। राधे- अच्छा यह बात है.. ऐसा क्या खास है उसकी कहानी में.. अब तो सुनना ही पड़ेगा..

राधे रसोई की तरफ गया और ममता को ज़बरदस्ती बाहर लाकर बोला- ममता मुझे भी अपनी कहानी बताओ.. मीरा कह रही थी बड़ी दिलचस्प कहानी है.. ममता- बड़ी बीबी जी.. क्यों गरीब का मजाक उड़ा रही हो.. यह कहानी नहीं मेरे जीवन का कड़वा सच है।

मीरा- अरे ममता.. हम मजाक नहीं कर रहे.. दीदी को अपनी बात बताओ.. ये तुम्हारी मदद कर सकती हैं.. समझो बात को..

राधे- हाँ ममता.. बताओ ऐसा क्या हुआ तुम्हारे साथ.. जो ऐसी बातें कर रही हो?

ममता- ठीक है बीबी जी सुनाती हूँ मगर देखो मैं ठहरी अनपढ़ तो जो बोलूँ.. आप समझ लेना.. मुझे घुमा-फिरा कर बोलना नहीं आता.. सीधे-सीधे अपनी बात बताती हूँ.. आप हँसना मत बस हाँ..! मीरा- अरे नहीं हँसेंगे.. बोलो अब.. राधे- यहाँ नहीं.. चलो कमरे में चलो.. वहाँ आराम से बताना..

तीनों वहाँ से कमरे की तरफ चल दिए.. मीरा अब भी लंगड़ा रही थी.. उसका बुखार तो उतर गया था.. मगर चूत में अभी भी थोड़ा दर्द था। कमरे में जाकर ममता ने अपनी कहानी बतानी शुरू की।

ममता- देखो बीबी जी.. जब मैं जवान हुई.. तो मोहल्ले के सारे लड़के मुझे देख कर ‘आहें’ भरते थे.. मेरे बापू को लगा अब शादी कर देने में ही भलाई है.. तो बस उस निक्क्मे सरजू से मेरा रिश्ता कर दिया और हो गई शादी.. मुझे शादी के बारे में ज़्यादा पता नहीं था.. बस इतना जानती थी कि शादी की रात पति अपनी पत्नी को नंगा करके चुदाई करता है और ये चुदाई का क्या मतलब था.. ये ज़्यादा पता नहीं था। शादी की रात कुत्ता दारू पीके आ गया
उस कमीं ने अपनी औकात पहली रात ही दिखा दी।

राधे- क्या तेरा बाप तेरा दुश्मन है क्या.. जो उसने तेरी ऐसे आदमी से शादी कर दी? ममता- अरे बीबी जी.. उस सरजू के बाप से मेरे बापू की अच्छी दोस्ती है न.. बस इसी लिए ये रिश्ता कर दिया.. मीरा- दीदी आप चुप रहो ना.. आगे तो सुनो क्या हुआ?

ममता- होना क्या था.. हरामी आ गया और बस मेरे चूचे दबाने लगा.. मैं तो घबरा गई.. मगर मैंने कुछ कहा नहीं.. मेरी सहेली ने कहा था कि तेरा मर्द जो करे.. उसे करने देना.. कुछ बोलना मत.. बड़ा मज़ा आएगा.. इसी वास्ते मैं चुप रही..

मीरा- आगे बोल ना.. फिर क्या हुआ?

ममता- होना क्या था.. वो मेरे चूचे मसलता रहा.. मेरे जिस्म में अजीब सी आग लगने लगी..।

दोस्तो, ऐसे मज़ा नहीं आ रहा है.. चलो थोड़ा पीछे जाकर आपको ममता की सुहागरात का सीधा सीन ही दिखा देती हूँ.. आप भी क्या याद करोगे..

तो चलो सीधे ममता के कमरे में..

सरजू- क्यों मेरी बुलबुल.. मज़ा आ रहा है क्या.. हिच्च..

ममता- ऊंह.. आह्ह.. दुखता है जी.. धीरे दबाओ ना..

सरजू- अरे मेरी धर्म पत्नी जी.. अभी कहाँ दर्द हुआ जब मेरा लौड़ा तेरी चूत में जाएगा.. उस बखत दर्द होगा तेरे को.. ही ही ही ही.. हिच्च..

ममता को कुछ समझ नहीं आया.. बस वो चुपचाप रही.. सरजू ने उसके होंठों को चूमा और धीरे-धीरे उसके सारे कपड़े निकाल दिए। ममता- जी.. लाइट तो बन्द कर दो.. मुझे शर्म आती है।

सरजू- अरे मुझसे कैसी शर्म.. तू मेरी पत्नी है.. हिच्च.. मैं तेरा पति.. अब तो सारी जिंदगी हमें ऐसे ही रहना है.. हिच्च.. तू काहे को डरती है.. हिच्च..

सरजू ने ममता को एकदम नंगा कर दिया था और अब खुद भी नंगा होने लगा।

ममता बस चुपचाप नशे में धुत्त सरजू को देख रही थी.. जब उसने पजामा निकाला तो उसका 4″ का पतला सा लंड देख कर वो घबरा गई.. क्योंकि उसने आज तक किसी का लौड़ा नहीं देखा था और आज ये छोटा सा लौड़ा भी उसको बड़ा लग रहा था। उसने बस अपनी सहेलियों से सुना था.. पर देखा पहली बार था और सरजू तो दारू के नशे में क्या से क्या बक रहा था।

सरजू- क्या देख रही है जानेमन.. हिच्च.. इसे लंड कहते हैं.. आज इसी लंड से तेरी चूत को फाडूंगा मैं.. हिच्च..

ममता नंगी शर्मा रही थी.. उसको कुछ समझ नहीं आ रहा था। वो बस चुपचाप बिस्तर पर बैठ गई.. सरजू उसके पास आया और उसके चूचे चूसने लगा.

उसका लौड़ा तना हुआ था। थोड़ी देर बाद उसने लौड़ा ममता के मुँह में डाल दिया.. सरजू- चूस मेरी ममता रानी.. आह्ह.. आज मज़ा आ जाएगा उफ़.. चूस.. न..

ममता को कुछ अच्छा नहीं लग रहा था.. मगर वो फिर भी लौड़े को चूसने लगी।

सरजू- आ आह्ह.. चूस.. मज़ा आ गया.. आह्ह.. सरजू ने ममता के सर को पकड़ लिया और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा। जल्दी ही उसका पानी निकल गया.. जिसे मजबूरन ममता को गटकना पड़ा।

ममता- उहह.. उहह.. छी:.. आप कितने गंदे हैं.. मेरे मुँह में मूत दिया आह्ह.. सरजू- अरे ममता रानी.. ये मूत नहीं वीर्य था.. जिसे पीकर तू धन्य हो जाएगी.. आह्ह.. मज़ा आ गया… चल अब तेरी चूत चाट कर तुझे ठंडा करता हूँ उसके बाद तेरी सील तोड़ूँगा..

ममता को अब कुछ-कुछ होने लगा था.. सरजू उसकी कुँवारी चूत को बड़ी बेदर्दी से चाटने लगा.. ममता- आह्ह.. आई.. सी सी अजी सुनिए तो आह्ह.. बस भी करो.. आह्ह.. नहीं आह्ह.. मुझे कुछ हो रहा है आह्ह..

सरजू लगातार चूत चाट रहा था.. ममता की सिसकारियाँ कमरे में गूंजने लगीं.. जल्द ही उसका बदन अकड़ने लगा और उसकी चूत ने रस छोड़ दिया.. जिसे सरजू पी गया..

ममता की बात सुनकर मीरा की चूत गीली हो गई थी और राधे का लौड़ा फुंफकारने लगा था.. मगर दोनों ही अपने ज़ज्बात को दबाए बैठे.. उसकी बातें सुन रहे थे।

To be continued ..........
 
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