Super mind-blowing jhakas story rhi bhaiमैं उदास होकर बेड के एक किनारे पर लेट गया। मैं कुछ बोल नहीं रहा था मैं दूसरी करवट लिए था और मां सीधी करवट लेटी हुई थी । मैं कुछ बोल नहीं रहा था। लगभग आधे घंटे बाद मां का हाथ फिर से मेरे ऊपर आया और बोली कि नाराज हो क्या। उन्होंने कहा तुम्हारी भी गलती है ऐसे इतनी तेजी से अंदर डालोगे तुम्हें मर जाऊंगी फिर किसको चोदोगे। मैं अब तुम्हारी हूं तुम जैसे चाहो वैसे मुझसे प्यार करो लेकिन इतनी बेदर्द तरीके से करोगे तो मैं कैसे करवा पाऊंगी। मां का हाथ फिर से मेरे ल** पर आ गया और उनका हाथ मेरे ल** पर लगते ही बिल्कुल सीधा हो गया उनकी हंसी निकल गई कि देखो कैसे मुरझा गया था। और वह फिर से मेरे ल** को सहलाने लगी। मैं मां की तरफ मुड़ गया और बोला कि ठीक है ना अब कभी ऐसी गलती नहीं होगी। मैं उठा और मां की टांगों के बीच चला गया। मैंने सोचा जितना मां को दर्द हुआ है मैं उतना प्यार कर लूं और मैंने यह सोच कर रखना मुंह उनकी च** पर रख दिया और कुत्ते की तरह उनकी च** चाटने लगा मन इतना बोला ही था कि यह क्या कर रहा है उसके बाद उनके मुंह से आह आह आह की आवाज आने लगी। वो कहने लगी बस बेटा ऐसे ही तेरे पापा ने कभी ऐसा नहीं किया तो मेरा प्यारा बेटा है ऐसे ही चाटो।आह आह आह की आवाज बहुत तेजी से कमरे में गूंजने लगी। अब मां की च** फिर से पूरी गीली हो गई थी और मां पहले से और गर्म हो चुकी थी। मैंने आंखों ही आंखों में मां से परमिशन मांगी। मां थोड़ी दरी लेकिन उन्होंने परमिशन दे दी फिर मैंने मां के घुटने मोड़ दिए और उनके दोनों टांगों के बीच में खड़ा हो गया और अपना ल** सेट करने लगा। इससे पहले फिर से मैं अपना ल** मां की च** के ऊपर घुमाने लगा । इससे मां एकदम मस्त हो गई और कहने लगी बेटा सब्र नहीं हो रहा है फिर से डालो अंदर। मैंने कहा जो आज्ञा मां।
मैंने फिर से ल** का आगे का भाग अंदर किया लेकिन इस बार इतनी प्रॉब्लम नहीं हुई आगे का हिस्सा चूत* की दीवारों को छूता हुआ अंदर तक पहुंच गया।
इस बार मां के मुंह से फिर सिसकारी निकली लेकिन अबकी बार यह सिसकारी दर्द वाली नहीं थी। वह मजा लेने लगी थी। मैंने ल** निकाल कर मां की जांघों पर रख दिया मां आश्चर्यचकित हो गई और बोलने लगी है भगवान इतना बड़ा।
मैंने कहा हां मां यह सिर्फ आपके लिए है। इस लन्ड पर केवल आपका अधिकार है। उन्होंने कहा ठीक है लेकिन धीरे-धीरे अंदर डालना यह तो बच्चेदानी तक पहुंच जाएगा। जिस बच्चेदानी से तू निकला था इतना सुनकर मुझे और जोश आ गया और मैं जाकर अंदर से वैसलीन ले गया। मां वैसलीन देखकर खुश हो गई और कहने लगी तू तो बहुत समझदार हो गया है। मैंने कहा हां आपका बेटा हूं। मैंने पूरी वैसलीन निकाल कर अपने ल** पर लगा ली। क्योंकि अब पीछे हटने का कोई प्लान नहीं था ना ही मां का और ना मेरा । अब मैंने फिर से शुरुआत की इसे थोड़ा लन्ड मां की चूत* के अंदर घुसेड दिया।
अब मैं कुछ बोल नहीं रही थी वह भी इस बड़े ल** को अपने अंदर महसूस करना चाह रही थी। उन्होंने यह भी कह दिया था की चाहो तो पूरा अंदर डाल दो लेकिन आराम से डालना मुझे दर्द ना हो मैंने कहा ठीक है ना मैं आपको बिल्कुल दर्द नहीं दूंगा बस आपको मजा दूंगा इतना कहकर मैंने एक जोरदार झटका मारा और मेरा आधा लन्ड चूत में समा गया।
मां की चीख निकल गई वह बोली तू पागल हो गया है ऐसे कोई नहीं करता है ऐसे तो अंदर करेगा तो खून ही खून मिलेगा। इतना कहकर वह मेरे सर पर हाथ रख ली और फिर बोली बेटा यह सब मैं तुम्हारी खुशी के लिए कर रही हूं मैं नहीं चाहती तुम्हें अपने पहले प्यार से सेक्स का मजा ना मिले। जैसे ही उन्होंने इतना कहा मैंने अपना ल** पूरा बाहर निकाल कर फिर से 1 झटका मारा फिर से आधा ल** वही पर जाकर अटक गया। मां जोर से चिल्लाने लगी बहुत मजा आया बेटा बस इतना ही करना कि आगे मत ले जाना बहुत मजा आ रहा है बहुत अच्छा लग रहा है तू मेरा प्यारा बेटा है चोद अपनी मां को । ऐसा मजा अभी तेरे पापा ने नहीं दिया तूने मुझे धन्य कर दिया मार अपनी मां चूत।आह आह आह आह ओह्ह
ऊहऊह ऊह ऊह
वाह वाह
ओह गॉड वह गॉड
यही शब्द तेरी मां की मुंह से निकल रहे थे। दोस्तों में केवल आधा ल** ही अंदर ले जा रहा था क्योंकि आधी लड के लिए जगह बन गई थी। दोस्तों मैं आधे ल** को ही बाहर अंदर करने लगा। मां को बहुत मजा आ रहा था। उनके मुंह से शब्द सुनकर मुझे और जोश चढ़ रहा था।
मां-आह आह उइ माँ ओह्ह
वाओ चोद डाल
aahhhhhhhh
ahhhhhhh
ohhhhhhhhhhh
फ़क me
fuck me
fuck me
ohhhhhhhooooooooooo
मेरे इतना जोश बढ़ गया कि एक जोरदार झटका मारा और पूरा का पूरा लन्ड* मां की चूत** में समा गया। मां बिल्कुल समझ गई उन्हें ऐसा लगा था कोई चीज उनके बच्चेदानी से जाकर टकरा गई। उन्होंने मेरे सर के बाल पकड़ लिए और कहां कि तू इतना बेदर्द कैसे हो गया एक ही झटके में इतना बड़ा नहीं है मूसल जैसा लड मेरे अंदर प्रवेश करा दिया कितना कुत्ता है तू।
अब रुकना मत । लेकिन धीरे-धीरे करना तुझे अपने मां की कसम है। मैंने मां के कहे अनुसार धीरे-धरे अंदर बाहर करने लगा। दोस्तों मां को तो आनंद आ रहा था लेकिन मुझे जो आनंद आ रहा था मैं आपको बता नहीं सकता ऐसा लग रहा था कि मां की चूत* बहुत दिनों से भूखी है उससे बहुत दिनों से लन्ड* नहीं मिला है मेरा लन्ड चला जा रहा था इतनी गर्मी थी मां की चूत में मां के मुंह से तो सिसकारियां निकल रही थी लेकिन मेरे मुंह से भी आ ही निकल रही थी।
मैं अब लगातार अपने काम पर लगा हुआ था। मां की फिर आवाजें गूंजने लगी बेटा तूने मुझे खुश कर दिया आज तू तो मादरचोद* बन गया। अपनी मां के मुंह से ऐसा शब्द सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया और मैं ताबड़तोड़ झटके मारने लगा। मां की आवाजें घर में गूंज रही थी
घप घप घप की आवाज आ रही थी।मछली की तरह माँ मेरे लन्ड के नीचे तड़प रही थी।
घप घप घप घप ohhhhhhhhhhhhh
aahhhhhhhhh
ohhhhhh
chod
madarchod
hey god
उईईईईईईईईई
ohhhhhhhhhh
और जोर से चोद डार्लिंग लव यू ।उनके शब्द मेरी रफ्तार बढ़ रहे थे।
और जोर से मादरचोद।
दोस्तो मेरा लन्ड ऐसा प्रहार कर रहा था जैसा फिल्मो में आप देखते हो और वो कुतिया की तरह चुद रही थी
मेरे मुँह से जोर जोर से आह आह आह ओह्ह
लव यु डार्लिंग
लव यु मेरी कुतिया
माँ बोली चोद अपनी कुतिया को
चोद डाल अपनी माँ को
दोस्तों इतना कहते-कहते मुझे ऐसा लगा की मां झड़ने वाली है वह बोली बेटा निकालना मत अपनी स्पीड बढ़ा और तेज और तेज और तेज और तेज और जोर से और जोर से और तीन और जोर से ओह माय गॉड और जोर से और जोर से इतना कहते कहते मां झड़ गई। लेकिन मेरा पारा अभी भी चढ़ा हुआ था। मेरी स्पीड अभी कम नहीं हुई थी मां ने कहा बेटा थोड़ा रुक जाओ बस 5 मिनट के बाद फिर करना। लेकिन मैं रुकने वाला नहीं था मैं लगा रहा मैंने फिर से रिक्वेस्ट की कि बेटा रुक जाओ फिर मैंने कहा ठीक है ना 5 मिनट के लिए मैं तुम्हें छोड़ रहा हूं। और मैंने अपना ल** बाहर निकाल लिया दोस्तों मैंने अपना ल** बाहर निकाला था क्योंकि अब मुझे पोजीशन चेंज करनी थी तब मैं मां को पीछे से चोदना चाहता था। 5 मिनट लिखने में ज्यादा समय नहीं लगा। अपने दिमाग को उल्टा कर दिया और उनको घोड़ी बना दिया। पहले थोड़ी देर तक मैंने उनकी पूछा थी ताकि को फिर से गर्म हो और मैं 5 मिनट तक उनकी चुपचाप तरह तब तक मैंने उनके हाथ में अपना ल** दे दिया मां ठंडी पड़ चुकी थी लेकिन मैं फिर से आग जलाने जा रहा था उनके अंदर मेरी च** चाटते चाटते वह फिर से गर्म होने लगी और पीछे से मैंने अपना लन्ड उनकी चूत* के अंदर प्रवेश कराया। दोस्तों पीछे से आधा ल** मां की च** में घुस गया और उसके बाद उनको दर्द होने लगा लेकिन अब मैं उनका दर्द देखने वाला नहीं था मैंने एक जोरदार झटका मारा और पूरा का पूरा ल** उनकी च** में जा चुका मां जोरदार तरीके से चिल्लाई। दोस्तों बारिश इतनी तेज हो रही थी कि बाहर आवाज नहीं जा पा रही थी । मैंने फिर से झटके लगाने शुरू कर दिए। अबकी बार मैं पूछा था उनकी गांड बार-बार मेरी जांघों से टकरा रही थी जिससे मुझे और जोश मिल रहा था । फिर से तेज झटके लगाने लगा। अच्छे से उनको धीरे-धीरे मजा आने लगी थी। बीच में वह बोली कि तेरा स्टेमिना तो बहुत गजब का है। मैंने कहा हां मां अब तो रोज तुमको दिखाऊंगा इतना कहकर मैंने कहा आई प्राउड ऑफ यू। और फिर से मां के कराने की आवाज शुरू हो गई। पूरे कमरे में छप्प छप्प की आबादी गूंज रही थी। मां पूरी तरीके से इंजॉय कर रही थी। उनकी आवाजें
aahhhhhhhh
ohhhhhh
awesome
मय son
यू डिजर्व माय vagina
आज तुमने मेरी प्यास मिटा दी तो तुम्हारे बाप वर्षों से नहीं कर पाए थे। अपनी मां को मसल डालो आज और तेज और जोर से और जोर से बेटा और तेज बेटा मसल डालो आज
अब मेरा भी निकलने वाला था इसलिए मैंने स्पीड बढ़ा दी दोस्तों मैं बता दूं आपको स्पीड इतनी थी कि अच्छे अच्छे की गांड फट जाए। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था इतना भारी लड मां ने कैसे सहन किया। और इतना सोचते सोचते मेरे अंदर का ज्वालामुखी फूट पड़ा और सारा ज्वालामुखी मैंने अपनी मां की चूत में ही उड़ेल दिया गरम-गरम लावा माँ को और गर्म कर दिया और मैं निढाल होकर मां के ऊपर गिर पड़ा। मैं मां के पेट से चिपका हुआ घंटों तक पडा रहा और ऐसे ही सो गया। सुबह उठा तो देखा मां और मैं एकदम नंगे एक दूसरे से चिपके हुए लेटे थे । सुबह उठकर हम दोनों ने फिर एक बार सेक्स किया और अक्सर मैं अपनी मां के साथ सेक्स करता हूं अब माँ मेरे ल** की आदि हो गई है।
। मैं अपनी कहानी को यहीं खत्म कर रहा हूं। अगर कभी मैंने कोई नया काम अपनी मां के साथ किया तो आपके सामने दोबारा लेकर आऊंगा। धन्यवाद