Update 20
दिमाग खराब बेहद ही खराब था,आंखों के सामने बस वो गेट का फुटेज था जो की बंद था,मैं अपना लेपटॉप चालू किये बस उसे ही देख रहा था ,,अंदर क्या हो रहा होगा,??
मुझे मोना पर इतना तो भरोसा था की वो इतना आगे तो नही जाएगी की हमारी शादी को खतरा हो …
और वो चली गई तो ,मैं ही तो था जो उसे उकसाता रहता था,नही ये नही हो सकता,
जब दिमाग काम करना बंद कर देता है तो आप क्या करते है …?
शराब का सहारा,मैं दो घुट पी चुका था,आधा घंटा होई चुका था ..मैं परेशान भी था तो उत्तेजित भी ,लेकिन इतनी उत्तेजना की आदत मुझे नही थी ,मैं अब भी अपनी बीवी से बेहद प्यार था,और मैं अब भी कही ना कही ये चाहता था की वो वही मोना रहे जिसे मैं घर में छोड़कर आया था,किसी भी मर्द के लिए ये इतना आसान नही हो सकता की वो अपनी बीवी को ऐसे ही छोड़ दे …
बीवी खुद की संपति होती है और आपकी संपति पर कोई दूसरा राज करे तो सोच लो कैसा लगेगा ….
अचानक ही मेरे मोबाइल में एक मेसेज आया ,वो मोना का मेसेज था …
‘बेडरूम वाला कैमरा ऑन कर रही हु ,और माइक्रोफोन भी ..’
मेसेज पड़कर मेरे आंखों में आंसू आ गए क्या वो मुझे अपने आशिक के साथ मनाने वाली रंगरलियां दिखाने वाली है …
मैं सच में रो ही पड़ा ,तभी स्क्रीन में बेडरूम वाला कैमरा ऑन हुआ ,मोना का चहरा मेरे सामने था,उसकी आंखे लाल थी जैसे बेहद रोई हो,उसने अभी भी अपने कपड़े चेंज नही किया था …
मेरे कानो में आवाज आयी ..
‘आपके कारण मैं क्या करने वाली हु अभी ,छि अपने मुझे क्या बना दिया …’
वो कुछ बोलती उससे पहले ही मैंने अपने मोबाइल से उसे वीडियो काल कर दिया ...उसने कैमरा नीचे फेक दिया और मेरा काल उठाया …
हम दोनो के सामने हमारे चहरे थे दोनो की आंखों में आंसू था ,तभी मुझे एक आवाज आयी जैसे कोई दरवाजा पिट रहा हो ...वो रोहित ही होगा ..
‘मोना प्लीज् मुझे माफ कर दो ..’
रोहित की ये आवाज मेरे कानो में आयी ,मोना मुझे ही देख रही थी उसकी आंखे सूजी हुई थी ,लाल …
“मुझे माफ कर दो जान मैं तुमसे कुछ करने को नही कहूंगा प्लीज् …”
मैं उसके सामने गिड़गिड़ाने लगा ,वो रोते हुए भी हल्के से हँसी …
“आपको तो लगा होगा की आज मैं रोहित के साथ इसी बिस्तर पर है ना...इसीलिए माफी मांग रहे हो ना ताकि मैं ऐसा कुछ ना करू ..”
उसकी आवाज में एक गुस्सा और शरारत दोनो ही थी ...मैंने हा में सर हिलाया
“भारतीय नारी हु अपने पति को ऐसे ही गुस्से में आकर धोखा नही दे सकती समझे ,लेकिन आपने तो दिल ही दुखा दिया क्या आप सच में ऐसा सोच रहे थे की मैं ऐसा कुछ करूंगी …”
वो नाराज लग रही थी
“पागल हो गई हो क्या नही नही ...मैं जानता था की तुम ऐसा कुछ नही करोगी तुम तो बस मुझे जला रही हो ,लेकिन डर तो लगता है ना “
वो हल्के से मुस्कुराई ..तभी पीछे से दरवाजा पीटने की आवाज तेज हो गई ,रोहित जोरो से मोना को सॉरी कह रहा था,
“तुम यंहा से जा सकते हो रोहित “मोना चिल्लाई और फिर से मुझे देखने लगी
“क्या हुआ वो ऐसे क्यो दरवाजा पिट रहा है …”
वो हल्के से फिर से हँसी ..
“क्योकि उसे भी वही लगा जो आपको लगा,कि पति नही है जाऊंगा और कुछ हो जाएगा,साला मुझे समझ के क्या रखा है ...एक झापड़ मार कर यंहा घुस गई हु अब चिल्लाने दो उसे “
मेरा मन एकदम से शांत हो गया ,मुझे पता था की मोना जब तक ना चाहे कोई उसे कुछ नही कर पायेगा ..मेरी खुसी देखकर मोना भी मुस्कुरा उठी ..
“इतना खुस मत हो वो आज आपके ना होने का पूरा फायदा उठा रहा था,साले ने जबरदस्ती क्या क्या नही दबा दिया ..”
वो इतराते हुए बोली ,एक पल के लिए मेरी सांसे ही रुक गई ..
“क्या ...उसे तो मैं ..”
मैं बोल तो गया लेकिन मेरे चहरे को देखकर वो मुस्कुराई
“आपको गुस्सा तो नही आ रहा है ये सब किसी और को कहना इतना झूट तो मैं भी पकड़ सकती हु “मैं हँस पड़ा सच में मुझे इस बात पर कोई गुस्सा नही आया था ,असल में मैं तो बस इस बात से खुस था की कुछ ज्यादा नही हुआ ,
“गुस्सा नही आया तो उत्तेजना तो आई ही होगी आपको की रोहित ने मुझे मसल दिया “
उसके होठो में एक शरारती सी हँसी आ गई ..मैंने उसे आंखे बड़ी करके देखा
“क्यो तुम्हे भी मजा आया क्या “
वो हल्के से हँसी लेकिन उदास स्वर में कहा जैसे खुद से कह रही हो ..
“मजा आता अगर ये मैं जानबूझ कर करती ,लेकिन ….लेकिन उसने जबरदस्ती की ,उसने जिसे मैं दिल से अपना दोस्त मानती हु ,...”
उसके आंखों में फिर से आंसू आ गया था,और मुझे उसके दिल का कोई भी हाल समझ आना बंद हो गया था,आखिर वो चाहती क्या है ...एक बार फिर दरवाजा खटखटाया गया लेकिन इस बार थोड़ा धीरे ..
“मोना मुझे माफ कर देना मैं तुम्हे गलत समझ गया,सॉरी यार ,मैं जा रहा हु आशा करता हु की तुम मुझे माफ कर दोगी ..”
मोना ने पीछे मुड़ कर दरवाजे को देखा ..फिर मुझे
“क्या वो चला गया”
मैंने लेपटॉप में देखा घर का दरवाजा खुला और रोहित बाहर निकला ,वो बेहद ही परेशान दिख रहा था ,
“हा वो चला गया “
मोना ने एक गहरी सास ली और जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया वो आकर बिस्तर में लेट गई …
“जो हुआ वो नही होना था मोना ,शायद मेरे कारण ये सब हो गया “
मैं उसे उदास देखकर बोला ,उसके होठो में एक फीकी सी मुस्कान आई ..
“नही अभी ये तुम्हारे कारण नही हुआ,मैं तो बस तुम्हे जलाना चाहती थी इसका हमारे उस खेल से क्यो वास्ता नही था,मैं जानती हु की तुम मुझपर भरोसा करते हो और मुझे समझते हो ….जो हुआ उसका कारण शायद वो रात थी जो हमारे बीच बीती थी ..”
मैं चुप उसके बाते सुन रहा था,मोना ने अपने जीवन की हर जरूरी बात मुझे बतलाई थी लेकिन ये नही …
उसने मेरे चहरे को देखा ,उसकी आंखों में कोई भी भाव नही थे जैसे वो शून्य में गुम हो गई हो ..
“क्या हुआ था उस रात ..”मैं पूछ बैठा..
वो मुस्कुराई
“सुन पाओगे “
“थोड़ा तो समझ ही गया हु ,”
“फिर भी मुझसे प्यार करोगे ..”
उसकी आंखों से वो सवाल साफ था जो उसने मुझे पूछा था..
“कोई शक,”
“तुमने कैसे जाना उस रात के बारे में ,..ओह वो सब सॉफ्टवेयर...जासूसी कर रहे थे ना मेरी “
मैं थोड़ा घबरा गया
“नही जान बस थोड़ा ..”
“चुप रहो संमझती हु आपको ,भले ही कितना भी कहो की प्यार करते हो लेकिन फिर भी दिल के किसी कोने में आप को शक का कीड़ा काटता ही रहता है ,सभी मर्द एक ही जैसे होते है तो आप कैसे उनसे जुदा होंगे ..’
मैं कुछ भी नही कह पाया ..वो भी कुछ नही बोली ,थोड़ी देर बाद ही उसने एक गहरी सांस ली और कहना शुरू किया……
“तब हम कालेज में थे,रोहित और मैं बेहद ही अच्छे दोस्त थे ,रोहित मुझे चाहता था एक लड़की की तरह लेकिन उसने कभी सिरियासली नही कहा,हा मजाक में वो मुझे कई बार प्रपोज कर चुका था ,मैं जानती थी की वो मुझसे प्यार करता है उसकी आंखे बताती थी ,और मुझे भी उससे प्यार था लेकिन फिर भी हम दोस्ती का चोला ओढ़े हुए थे ,जब तक वो रात नही आयी………”
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मोना ने कहना शुरु किया,
उस रात हम एक पार्टी में थे,हम दोनो ही बेहद ही खुस थे,मैं रोहित के साथ ही पार्टी में आयी थी,हमने जमकर शराब भी पी ली थी,रोहित ही मुझे अपनी बाइक से घर छोड़ने वाला था,हम दोनो की दोस्ती ऐसी थी की मुझे उसके साथ कभी डर नही लगा,हमारे ही कालेज में लड़की थी जिसका दिल रोहित पर आ गया था,बहुत ही पैसे वाली लड़की थी ,लेकिन रोहित तो ठहरा मेरा दीवाना,मुझे उसने उस दिन तक कुछ नही कहा था वो लड़की मेरे पास आकर रोहित से अपनी बात कहने को कहती और उसकी बात सुनकर ही रोहित का चहरा उतर जाता,मैंने रोहित को बहुत कहा लेकिन वो उस लड़की को भाव ही नही देता था,पार्टी तो खत्म हो गई लेकिन ठंड के दिन में हल्की बरसात ने मौसम को और भी गर्म बना दिया था,मैंने घर में बता दिया की मैं उस लड़की के साथ रुक रही हु जो रोहित को चाहती है,रोहित भी हमे उस लड़की के घर तक लिफ्ट देने को राजी हो गया ..
लड़की ने जिद की मैंने बाइक में रोहित के पीछे बिठा दिया,उसका घर तो आ गया था लेकिन उसने रोहित से एक और ड्रिंक के लिए रिक्वेस्ट की ,उस लड़की के घर पर ही हम तीनो ने दो ड्रिंक्स और लिए,लड़की ने अपने आधे कपड़े खोल दिए ताकि वो रोहित को उत्तेजित कर सके लेकिन वो इतने नशे में हो चुकी थी की वो गिर रही थी हमने मिलकर उसे उसके कमरे में सुला दिया,और रोहित जाने लगा…
“रोहित यार इतनी चढ़ गई है और हम भीग भी गए है ,यही रुक जा कपड़े बदल ले ऐसे भी इसके बाप के पास बहुत पैसा है थोड़ी उसकी शराब और पी लेते है …”रोहित मेरी बात को टाल नही सका,हम दोनो ने ही अलग अलग कमरे में जाकर कपड़े बदल लिए,मैं एक नाइटी पहन कर उसके सामने आयी तो उसका चहरा खुला का खुला रह गया,नशे की हालत और भीगा हुआ बदन ,मैं भी उसके सुडौल शरीर को देखते ही रह गई थी ,ये मेरा पहली बार था जब मैं किसी लड़के की तरफ यू खिंची चली जा रही थी …
हमने एक पैक और बनाया,दोनो ही सोफे में बैठे थे ,रोहित मुझे ही घूर रहा था ...उसका शरीर भी भीगा हुआ था,दोनो को ठंड तो लग रही थी लेकिन शराब ने हमे थोड़ा गर्म कर रखा था,
“ऐसे क्या देख रहा है “
“तुम बहुत ही सुंदर हो”
मैं हल्के से हँसी
“कोई नई बात बोल ना “
“मैं तुमसे प्यार करता हु “
“मैं भी करती हु …”
वो मेरे आंखों में देखने लगा
“क्या हुआ ..”
“इस बार मैं सच कह रहा हु ..”
उसने अपना हाथ मेरे जांघ पर रख दिया,जैसे मेरे शरीर में एक करेंट सा दौड़ गया था ,वो अपने हाथो को हल्के से हिलाया,मेरे जिस्म में एक सुरसुरी सी दौड़ी ,शराब का वो नशा नही था जो इस छुवन का था ..
“रोहित हम अच्छे दोस्त है ..”मेरी जुबान लड़खड़ा रही थी
“लेकिन फिर भी मैं तुम्हारे प्यार में हु मोना ,मैंने कई बार ये कहना चाहा लेकिन हिम्मत ही नही हुई ..”
उसका हाथ जांघो में थोड़ा और ऊपर गया,वो जांघो के जोड़ के करीब ही था,और मेरे बिल्कुल पास आकर बैठ गया था,उसकी सांसे मेरे चहरे से टकरा रही थी ,मैंने नजर नीचे झुका रखी थी ,वो मेरे और भी करीब सटता गया,
“मोना आई लव यू ..”
उसने अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया ,मेरे भी दिल में इतने दिनों से दबे हुए अरमान जैसे एक ही झटके में बाहर आ गए मैं भी उसे चाहती थी लेकिन आज तक उससे कुछ कहा नही था,हम दोनो ही दोस्ती की आड़ में अपने जज़बातों को छुपा रहे थे …..
“कहो ना मोना क्या तुम मुझसे प्यार नही करती “
रोहित के सांसों की गर्मी मुझसे बर्दास्त नही हो रही थी ,मैं क्या कहु मेरा दिल ही जिंदा था दिमाग तो शराब ने मार कर रखा था…
मैंने उसे अपने पास खिंचा और उसके होठो में अपने होठो को मिला दिया……
अभी हमारे बीच वो हुआ जो होना था,हम एक हो गए दो जिस्म एक हो गए अभी…
मोना रोने लगी थी,और मैं उस सिचुएशन की कल्पना कर रहा था की वो कैसे एक हुए होंगे…
उसने फिर से कहना शुरू किया…
इसके बाद से ही हम दोनो कट से गए ,और हमारी शादी हो गई,रोहित भी बाहर चला गया,मजेदार बात ये है की उसे वो लड़की फिर से मिली जो उसे बेहद ही प्यार करती थी...और अब हम फिर से मिल गए ..अजीब दुनिया है ना अभी …
मैं कुछ नही कह पाया ..
“क्या अब भी वो प्यार बाकी है “बस मेरे मुह से इतना ही निकला
“”हा है...लेकिन अब मैं तम्हारी हु …”
मोना इतना बोल कर ही चुप हो गई ..
“क्या उस लड़की का नाम डॉली था ..”
मेरे प्रश्न से वो चौक गई
“तुम्हे कैसे पता ..??”
मेरे होठो में बस एक मुस्कान आ गई….