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Adultery बीवी के कारनामे (Completed)

chudakkar maal

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“अब तेरा अंत होगा रोबर्टो तेरे सभी पापों का अंत 1,2,बाय बाय रोबर्टो मेरा बदला पूरा हुआ 3 …”काजल ने बटन दबा दिया और ……………..
और कुछ भी नही ,हेलीकॉप्टर जैसा का तैसा ही था,लेकिन डर के कारण रोबर्टो हेलीकॉप्टर से कूद गया था,
दूर से उसका शरीर बहुत ही छोटा सा दिखाई दे रहा था,
“वँहा पर जो भी हो तुरंत उन्हें उस लोकेशन में पहुचने को कहो अगर वो जिंदा बच गया तो वही गोली मार देना उससे पहले की पोलिस वँहा पहुचे “डॉ के आदेश में बाली और वीर तुरंत ही सक्रिय हो गए वही काजल और मैं उसके चहरे को देखने लगे ,साला कितना हरामी था ये ,काजल को भी लगा था की बम फूटने वाला है…
“क्या ऐसे क्या देख रहे हो “डॉ ने हमसे पूछा
“अपने तो मुझसे वादा किया था की वो मेरे हाथो से ही मरेगा “
डॉ के चहरे में एक मुस्कान आई
“तुम्हारे हाथो ही तो मारा है ...बम से नही सही बम के डर से ही सही…”काजल उसको मारने लगी और मारते मारते ही उससे लिपट गई ,डॉ उसके बालो पर हाथ फेरने लगा ,
“आप सच में बहुत ही कमीने हो “काजल ने बड़े प्यार से बोली मैं फिर इससे जल भून के खाक हो गया था,लेकिन डॉ ने मुझे आंख मारा ,
और काजल मुझे देख कर हँसने लगी,वो मेरे पास आयी और मेरे सीने में हाथ रखकर
“आप जलते बहुत हो ,इतना भरोषा करो की कुछ भी हो जाय मैं आपकी ही रहूंगी “वो मुझसे आकर लिपट गई वही हमे देखकर नेहा की आंखों में आंसू आ गए थे …
“ऐसे तुम लोगो के लिए एक और गुड़ न्यूज़ है “
हम डॉ को देख रहे थे,
“रॉकी को हमने बचा लिया है,उसे मारकर फेक दिया गया था लेकिन टाइगर के लाश के पास ही उसका शरीर भी मिल गया,उसे हमारे आदमियों ने पोलिस से छिपा कर रखा है,वो अभी जिंदा तो है लेकिन बहुत बुरी तरह से जख्मी है,बच जाएगा उम्मीद है…….”डॉ की बात से काजल के चहरे में बहुत ही संतोष के भाव उभरे
“थैक्स डॉ उसके मरने की खबर से मुझे बहुत दुख पहुचा था,उस बेचारे की गलती भी क्या थी बस यही की मेरे चक्कर में आकर फंस गया “उसकी बात से मुझे हँसी आ गई,
“लेकिन साले तुझसे बहुत हिसाब बाकी है मेरा “मैं डॉ को झूठे गुस्से से देखने लगा,
“कभी अपने होटल में बुलाना ,ड्रिंक के साथ बात करेंगे ,दारू पीकर पूरा हिसाब चुकता कर देना “इतना बोला ही था की मैं अपने को नही रोक सका और उसके सीने से लग गया ,वो थोड़ी देर में मुझसे अलग होकर गाड़ी के तरफ निकल गया…….

रोबर्टो जंगल में जिंदा मिला था और उसे उसी समय गोलियो से भून दिया गया,
करीब 6 महीने के बाद रॉकी भी ठिक हो गया था अब उसका टाका एक और मादक हसीना से हो गया था नाम था नेहा,उसने मेरी बीवी के साथ उसके शादी से पहले संबंध बनाये थे और मैंने उसकी बीवी के साथ तो मेरे लिए मसला ही खत्म हो गया था,मिश्रा ने चुपचाप जाकर सन्यास ही ले लिया क्योकि अब उसकी पत्नी भी उसके साथ रहने आ गई थी,
एक बड़ा बदलाव मेरे जीवन में आया था की मलीना मेरे बच्चे की माँ बनने वाली थी,और ना तो मैं ना ही मलीना और ना ही काजल उस बच्चे को गिरना चाहते थे,हमने उसे इस दुनिया में लाने का फैसला किया और उसे भरपूर प्यार देने का वादा भी किया…..और साथ ही मैंने और काजल ने कोई बच्चा नही करने की भी ठानी थी...

इससे पहले जब रोबर्टो की कहानी का अंत हुआ था मैं और काजल अपने कमरे में बैठे हुए थे,बहुत सी बाते हमे करनी थी,लेकिन हम कर ही नही पा रहे थे…
“आप मुझसे गुस्सा तो नही हो “काजल ने हमारे बीच की चुप्पी को तोड़ दिया,
“तुम्हे लगता है की सब सच जानने के बाद भी मैं तुमसे गुस्सा होऊंगा ,तुमने हवस के कारण बहुत कुछ किया लेकिन मैं जानता हु की तब भी मुझसे उतनी ही वफादार थी ,तुमने अपने जिस्म को कभी किसी को पूरी तरह से नही सौपा ...लेकिन हा मैं तुम्हारा गुनहगार जरूर हु,क्योकि मैंने शादी के बाद भी 2 लड़कियों से संबंध बनाये …”मैं थोड़ा मायूस हो गया,
“आपकी जगह कोई भी होता तो ऐसा ही करता,मैं समझ सकती हु की मेरे कारण आपको कितनी तकलीफ हुई,और कितनी मानसिक टेंसन का सामना करना पड़ा होगा,मुझे माफ कर दीजिये “मैंने काजल को जोरो से पकड़ा और उसके होठो को अपने होठो से भर दिया ,
“ऐसे तुम्हे डॉ कब मिल गया और उसने तुम्हे कब प्लान के बारे में समझा दिया “
ये प्रश्न मेरे दिमाग में बहुत देर से उठ रहा था..काजल हँसी
“हमारी शादी वाले दिन ,वो पहले भी हमारे घर आते जाते थे लेकिन हमारी बात नही हुई थी ,हमारी शादी वाले दिन ही मुझे पता चला की वो आपके भी दोस्त है,उसके बाद जब मैं होटल के बारे में सोच रही थी तब उनसे भइया के माध्यम से मुलाकात हुई थी ,उनके साथ मुझे कुछ वक्त अकेले बिताने का मौका मिला और उन्होंने मेरे पास्ट के बारे में सब बलताय,मैं पहले तो उनसे डर गई की ये आपको कुछ ना बता दे लेकिन उन्होंने कहा की उन्हें मेरी जरूरत है,और मिश्रा भी मेरे पीछे लगा है,उन्होंने मुझे इंसाफ दिलाने की बात कही और रोबर्टो को खत्म करने की ,उन्होनें मुझे ये कभी नही बताया था की आपको भी मेरे ऊपर शक है,....खैर मैं उनके प्लान से इम्प्रेस थी लेकिन मेरे दिल में आपके लिए प्यार बढ़ने लगा था और मैं आपसे और धोखा नही कर सकती थी,उन्होंने कहा की वो सब सम्हाल लेंगे और मेरे इज्जत पर कोई आंच नही आने देंगे,वही उन्होंने ये भी कहा की आपको भी मेरे बारे में जानना चाहिए ,उन्हें आप पर यकीन था की आप मुझसे बहुत प्यार करते है और मेरी बातो को समझेंगें ,आपको समझना बहुत ही कठिन था जिसके लिए उन्होंने अपना ही तरीका निकाला,और आप भी अनजाने में ही सही लेकिन हमारा साथ देने लगे,उन्होंने बड़ी खूबी से दोनो तरफ को हैंडल किया,ना ही वो आपके बारे में मुझे कुछ पता लगने देते ना ही मेरे बारे में आपको ….मेरे दिल में जो आपके लिए प्यार था वो आपतक पहुचने के लिए उन्होंने मुझे बिना बताये वो रिस्टवाच मुझे पहनने को कहा था,मुझे पता नही था की आप मेरी हर बात सुनते थे ,मेरा लोकेशन और मेरे मोबाइल का हर मेसेज आप तक पहुचता था,वो सभी उनका ही प्लान था ,उन्हें हम दोनो पर यकीन था की हम दोनो ही एक दूसरे से प्यार करते है…और यही तो सच है …..”
डॉ ने जो भी किया था वो हमारी भलाई के लिए ही किया था,ये बात अलग थी की उसने हमे बिना बताये ही बहुत कुछ कर दिया था लेकिन इससे हमारा प्यार और भी बढ़ गया था,

मैं और काजल सब कुछ निपटा कर ,काजल के पुश्तेनी गांव घूमने गए ,जंहा हम उसकी दादी के साथ बैठे हुए थे…...
“ये जो चमड़ी देख रही हो,जो आज नीरस और निस्तेज है,ये पलपले गाल,ये कभी मादक हुआ करते थे,इस चमड़ी में भी कभी वही खिंचाव था जो आज तुम्हारी चमड़ी में है,मैं भी कभी तुम्हारे तरह थी और तुम भी कभी मेरी तरह हो जाओगी….”
दादी ने अपने चिपके हुए गालो को हिलाते हुए ये शब्द कहे थे,झुर्रियों से भरा उनका चेहरा लटक गया था,सभी दांतो ने भी साथ छोड़ दिया था और अनुभव के बोझ से उनकी कमर झुक गयी थी,लेकिन फिर भी उनके हावभाव में वो तेज था जिससे मैं और काजल दोनो ही उनकी बात को सुनने और समझने को मजबूर हो गए,
“जो प्यार शरीर की सीमाओं तक सिमट जाता है वो आज नही तो कल खत्म हो ही जायेगा,क्योकि शरीर हमेशा उतना खूबसूरत नही रहता,लेकिन असली प्यार कभी खत्म नही होता
,मेरी चमड़ी के ऐसे हो जाने पर भी तेरे दादा मुझे उतना ही प्यार करते थे जितना जब मैं जवान थी और चमड़ी में कसाव था तब किया करते थे क्योंकि प्यार की ना ही उम्र होती है ना ही कोई सीमा,अब तुम्हे ये तय करना है कि तुम्हारा प्यार क्या है,”
दादी इतना कहते हुए ही वँहा से अपनी लाठी का सहारा लेकर चल दी,काजल और मेरी आँखें मिली दोनो के ही आंखों में आंसू थे ,
मैं उसे देखता ही रहा जैसे मेरी नजर उसके चेहरे से भी आगे उसका कोई अस्तित्व देख पा रही हो जो इस देह की सीमा से परे हो,और उस अस्तित्व में भी मेरे लिए वही प्यार दिख रहा था जो अभी काजल की आंखों में था,
“मैं तब भी तुम्हे इतना ही प्यार करूँगा “
जैसे हमे प्यार का मकसद मिल गया हो ,काजल फुट कर रोते हुए मेरे गले से लग गई…

*************** समाप्त ******************
Puri story kharab kardi jo story thi wo to dikhayi nhi Kajal ki chudai zaruri thi ye sex story thi crime story nhi thi writer acha nhi h
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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are firefox ji yeh baat main 2000 words ju ko details me dun...
Main puch rahin hun us kamini Kajal ko kya mila........ Yeh sab karke... Jiski wajah se ek shidhe shadhe sweet insaan cuckold ban gaya last me goli bhi khayi....
Akhir us kalmuhi ko kya mila......
Kyun chupayi sex addicted wali baat bikas se shaadi se pehle..... Why....
मिश्रा के आने तक उसने अपने को कंट्रोल किया हुआ था। मिश्रा के आने के बाद उसका धैर्य टूट गया, फिर भी उसने अपने को कंट्रोल में ही रखा, रॉकी के बारे में विकास को पता है, ये बात उसे नही पता थी, प्यारे को वैसा ही ठिकाने लगा दिया था।

टाइगर के क्लब में विकास उसको देखता है, ये जैसे ही उसको पता चला, वो कॉन्फेस करने गई थी, मगर विकास ने उस मौका ही नही दिया। सेक्स एडिक्शन वाली बात बस इसीलिए छुपाती आई थी, और छुपा क्या रही थी, बताना ही चाहती थी, मगर विकास ही हर बार रोक देता था।
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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बहुत ही सुंदर प्रेम को दर्शाया है आपने Chutiyadr साहब। कहानी के लॉजिक को किनारे कर दिया जाय तो गजब का प्रेम है काजल और विकास का। बहुत उम्दा
 

Kuresa Begam

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“ओह बाला सी सुंदर जैसे किसी अजंता की कोई मूरत हो ,बहुत ही शिद्दत से तरासा है ऊपर वाले ने तुम्हे “मेरे कानो में एक जानी पहचानी सी आवाज आयी,वो टाइगर था,मैं सतर्क हो गया,मतलब था की काजल क्लब पहुच चुकी थी ,मैं जाकर सोफे में बैठ गया और अपने मोबाइल से क्लब का कैमरा देखने लगा,वो बार एरिया में ही थे टाइगर के साथ रेहाना भी थी,
“तारीफ करना तो कोई तुमसे सीखे ,ये कौन है,”
“ये रेहाना है मेरी सेकेट्री “
मैं अब तक मोबाइल खोलकर उन्हें देखने लगा था,काजल के हाथो में एक ड्रिंक था जबकि टाइगर और रेहाना अभी अभी आये हुए लग रहे थे,
“सुंदर तो ये भी कम नही इतनी हॉट सेकेट्री है और आप हमारे ऊपर डोरे डाल रहे है ,”काजल की वो कातिल सी मुस्कान से कोई भी घायल हो सकता था,
“आज तुम्हारा वो सो कॉल्ड पति नही आया “
“जब आपको पता ही लग गया की वो मेरा पति नही है तो उसको लाकर क्या करती,”
“तो तुम्हारा असली पति कंहा है “
“वो अपने काम में होंगे ,आपको उनसे क्या इंटरेस्ट है “
“अरे इन्हें तो पत्नी से ज्यादा पति पे इंटरेस्ट होता है ,”इसबार रेहाना थी
“हा अगर वो होता तो खेल का मजा दुगुना हो जाता “टाइगर एक कमीनी सी हँसी हँसता है ,
“मैं उन्हें यहां नही ला सकती मैं उनसे बहुत प्यार करती हु,”काजल ने धीरे से कहा
“यहां आने वाली सभी लडकिया अपने पति से प्यार करती है ,और वो जितना प्यार अपने पति से करती है उन्हें मजा भी उतना ही आता है”टाइगर के चहरे में फिर से कमीनी मुस्कान खिल गई थी ,
“चलो मेरे पप्राइवेट बार में चलते है “टाइगर का इशारा दोनो ही लडकिया समझ चुकी थी
“यहां भी तो अच्छा है ,यही बैठो “काजल ने उसे छेड़ते हुए कहा,
“यहां शोर शराबा बहुत है “
टाइगर ने रेहाना के कानो में कुछ कहा और वो सर हिलाकर वहां से चली गई ,इधर टाइगर और काजल भी मेरे स्क्रीन से गायब हो गए थे,यानी वो अब अपने उस प्राइवेट कमरे में थे जंहा से मैं उन्हें नही देख सकता था…………
लेकिन उनकी बातो की आवाज मेरे कानो पर पड़ ही रही थी ,
“तो …..”दरवाजा बंद होने के बाद की ये दूसरी आवाज थी ,
“तो क्या “काजल की मदभरी आवाज आयी
“रुको ये क्या कर रहे हो “वो क्या कर रहे थे ये मैं सोचने की कोशिश ही कर सकता था ,
“क्यो क्या हुआ एक किस भी नही करने दोगी”
“नही ...अभी नही ,तुममें अगर हुनर है तो मुझे जीत लो फिर जो चाहोगे वो मिलेगा “
कुछ देर की खोमोशी …
“तो आपको जितने के लिए इस नाचीज को क्या करना होगा …”
“कोशिस ...मैं इतनी सस्ती हो नही हु मिस्टर टाइगर ,जो आसानी से आपके हाथ आ जाऊ “काजल के हँसने की आवाज मेरे कानो में गूंज गई ,
“आउच ,बोला ना नही …..ऊऊऊ छोड़ो ..”ऐसा लगा की उसने काजल को जबरदस्ती ही जकड़ कर किस कर लिया हो ..”शैतान हो तुम “
टाइगर के जोरो से हँसने की आवाज आयी
“कम से कम इतना तो मुझे मिलना ही चाहिए “
“तो इसके लिए अब तुम जबरदस्ती करोगे “
“नही मेरी जान बस कंट्रोल नही हो पाया तुम हो ही इतनी हसीन “
“अच्छा “काजल ने बड़े ही प्यार से कहा जैसे शहद चांट लिया हो ..
“अब हाथ छोड़ने का इरादा है जनाब का ,और अगर ऐसे ही अपनी ताकत की नुमाइश करोगे तो कल से मैं तुम्हारे इस क्लब में नजर ही नही आऊंगी “
“अरे ये क्या गजब कर रही हो अच्छा बाबा सॉरी “
“गुड बॉय चलो मेरे पास आओ “
“ऊऊऊ मम “ऐसा लगा की वो फिर से एक दूसरे के होठो को अपने होठो में समाय हुए है ,पुच पुच आवाज से मेरे कान भर रहे थे
“वाओ तुम मुझे पागल कर दोगी “टाइगर अपनी सांसे सम्हालते हुए बोला
“तो हो जाओ ना “काजल की आवाज मदभरी थी ,बहुत ही नशीली
“अब ऐसे मत देखो मैं सच में पागल हो जाऊंगा “
“रुको ,आज के लिए इतना ही काफी है ,”काजल की फिर से हँसने की आवाज आई
“तुम्हारे लिए एक स्पेशल इंतजाम किया है ,यहां की खासियत है “
“क्या मसाज “
काजल की तरफ से कोई जवाब नही आया
“क्या हुआ “
“आज नही “
“क्यो “
“बस ऐसे ही “
“हम्म्म्म समझ गया ,कल तुम अपने उस किराए के पति को साथ लाना ,जब वो साथ रहता है तो तुम ज्यादा गर्म होती हो ,उसे जलाने में तुम्हे मजा आता है ,है ना “
काजल की तरफ से तो कोई आवाज नही आयी ,लेकिन काजल जरूर हल्के हल्के से हँस रही होगी,उनकी बातो से मेरे सीने में भी जलन होने लगी थी ,वही मेरे लिंग में एक अकड़ भी आ गई थी ,दोनो चीजे एक साथ बड़ी ही अजीब सा शुकुन देता था पता नही ये क्या था लेकिन जो भी था ,बड़ा ही मजेदार था…...थोड़ी देर में ही काजल वहां से चली गई ,आज वो रॉकी को साथ क्यो नही लायी और इतनी जल्दी ही जाना भी मुझे उसके किसी दूसरे प्लान की ओर संकेत कर रहा था ,
इधर डॉ गायब था और मलीना मुझे घूरे जा रही थी ,
“आप काजल के लिए इतने पागल हो तो चले क्यो नही गए क्लब “
“पता नही जान आज मन ही नही हुआ “मैंने उसे खीचकर अपनी गोद में बिठा लिया
“ये चुतिया कहा गया “वो जोरो से हँसने लगी ,इकबाल भाई अपनी बीवी की कोई प्रॉब्लम लेकर यहां आये थे,अब उनकी बीवी उनके साथ नही रहना चाहती ,अब चुतिया जी उसकी बीवी को मनाने गए हुए है ,साथ ही कहा की वो जूही से भी मिलेंगे ,”
मुझे आश्चर्य हुआ ,
“जूही से क्यो “
“क्या पता,और आपका ये इतना क्यो मचल रहा है ऐसा क्या सुन लिए “उसने मेरे लिंग पर हाथ फेरा
“कमरे में चलो बताता हु “उसके होठ मुस्कुरा उठे और हम दोनो उठाकर कमरे में चले गए .


“तो क्या उस गोदाम से कुछ भी नही मिला “
काजल की आवाज में एक सनसनी सी थी ,जो मेरे कानो में भी आ रही थी
“नही अभी तक तो कुछ भी नही,ड्रग्स को बोरियों में भरकर नही रखा जाता ,एक छोटे से थैले में ही करोड़ो का माल हो सकता है ,ये तो अब नेहा ही बता पाएगी की आखिर असली सामन कहा रखा गया है “
ये आवाज जूही की ही होगी
“ह्म्म्म नेहा को तो उसके रग रग का पता होना चाहिए,”
“मुझे नही लगता क्योकि टाइगर उससे उतना ही काम लेता है जितने की उसे जरूरत हो ,वो बहुत ही शातिर अपराधी है,लगता है तुम्हे ही मेहनत करनी होगी “
“लेकिन कैसे ?”
“उसके करीब जाओ और पता करो “
“वो अपने राज मुझे क्यो बताने लगा “
“उसे अभी तो यही लगता है की तुम मजे करने उसके पास आई हो और तुम्हारा पति अपने मजे के लिए ,वो तुम दोनो में ही उलझा हुआ है जिसका हमे थोड़ा फायदा तो मिल ही रहा है ,अगर तुम उसका विस्वास जीत लो तो शायद कुछ और भी हो सकता है “
“वो साला तो मुझे बॉडी मसाज देने के फिराक में है ‘काजल की हँसी मेरे कानो में पड़ी
“तो ले ले तेरे पति को भी थोड़ा मजा आ जाएगा और तुझे भी “
जूही ने उसे छेड़ते हुए कहा
“अरे नही यार एक तो उनके होने के अहसास से ही मेरा दिल बैठ जाता है ,पता नही कैसे करूँगी “
“मेरी जान जब वो सब जानते हुए तुझे नही रोक रहा है तो समझ ले की वो भी इस चीज के लिए राजी है,तू तो अपने कारनामे दिखा,जगा अपने अंदर की उस काजल को जिसके अदाओं पर लोग दीवाने हो जाते थे,और अब तो तेरी कसीस और भी बढ़ गई है ….”
जूही की बातो से मेरे लिंग में एक हलचल हुई ,हा काजल की कसीस पहले से कही ज्यादा बढ़ गई है ,शायद वो मेरी और रॉकी की मेहनत का ही नतीजा था….
“तो कल ले लू बॉडी मसाज “
काजल की इठलाती हुई आवाज मेरे कानो में पड़ी
“बिल्कुल “
दोनो ही सहेलियां हँस पड़ी ,

इधर मैं मलीना को दो बार रगड़ चुका था ,वो मेरे इस बर्ताव से बहुत ही खुस दिख रही थी ,आज की रात भी मैं उसके साथ ही बिताने के फिराक में था ,मगर डॉ के घर में एक भूचाल सा आ गया था ,
“मैं अब उस आदमी को एक पल भी बर्दास्त नही करूँगी “
एक कर्कश सी आवाज से मेरा माथा गर्म हो गया और मैं अपने कमरे से बाहर आकर नीचे देखने लगा वहां मेरी और डॉ मुझे दिखाई दिए ,मेरी इकबाल भाई की पत्नी थी ,
“अरे यार ठिक है उसकी कुछ बुरी आदते है लेकिन इसका मतलब ये तो नही की तुम उसे छोड़ ही दो ,आखिर समाज से लड़कर तुम दोनो ने एक दूसरे से शादी की थी “
“यही तो गलती हो गई थी डॉ अब नही अब आप सोच लो की आप मुझे अपने पास रखोगे की मैं कही और जाऊ “
डॉ बड़ा चिंतित लग रहा था लेकिन मैं तो मेरी को देखते ही रह गया,क्या कमाल का जिस्म था उसका ,वो अभी एक पटियाला सलवार सूट में थी जो उसके भरे हुए जिस्म की खूब नुमाइश कर रहा था,सनी लियोन इन पटियाला सूट ,मेरे दिमाग में एक ही बात आयी …
अचानक ही वो ऊपर देखी और मुझसे नजर मिलते ही वो थोड़ी शांत हो गई ,शायद उसने मुझे पहचान लिया था वो बड़ी ही अदा से मुस्कुराई ,
मैं और मलीना नीचे आये ,डॉ ने हमारा परिचय कराया
“तो मेरा रूम कौन सा है “वो हल्के से बोली
“ऊपर गेस्ट रूम में समान रख लो अपना “
डॉ की आवाज थकी हुई थी ,उसके ऊपर जाने के बाद मैं डॉ की तरफ बढ़ा
“क्या बताऊ यार इन मिया बीवी के झगड़े में मैं पीस जाता हु ,अब इस बाला को कैसे सम्हालूंगा “
“क्यो इससे क्या दिक्कत है तुम्हे “
“अरे यार क्या बताऊ बड़ी खरनाक चीज है ,”डॉ इतना ही बोल पाया और अपने कमरे में चला गया ,..........


मैं काजल से रात में ही बात कर पाया ,उस रिस्टवाच के कारण मुझे तो उसकी हर बातो का पता चल रहा था लेकिन उससे फोन पर बात करना अपने आप में बहुत ही शुकुन दायक था ……

मैंने एक सिगरेट जलाई और मलीना के बाजू में लेट गया ,उसने मेरे कानो में लगे हुए हेडफोन को देख लिया था,जो की मैंने अब निकाल कर रख दिया था,मलीना उसे उठाकर अपने कानो में लगा लेती है ,और अजीब सा चहरा बनाती है,
“क्या हुआ “मैंने हँसते हुए उसे कहा
“कुछ नही इसमें तो कुछ भी सुनाई नही दे रहा है “
मैं फिर से हँस पड़ा,मेरे मेरे बाजुओ में आकर मेरे छाती के बालो खेलने लगी ,
“सच में आप कितने प्यारे हो मेरे बाबू “मैं उसके सर के बालो को सहलाने लगा,
“अरे ये लड़का कौन है “मलीना चौकी मैंने तुरंत उसके कान से हेडपीस निकाल कर अपने कान में लगा लिया
उधर से
“आज तुम मुझे अपने साथ क्यो नही ले गई “
“क्यो तुम्हे वँहा कुछ काम था क्या”
“नही लेकिन .”
“बस हो गया ना ,जब तुम्हारी जरूरत होगी ले जाऊंगी अब ऐसे मुह क्यो फुला कर बैठे हो “
कजल के हँसने की आवाज मेरे कानो में गूंज गई ,लगता है की मैंने ये डिवाइस लगा कर बड़ी गलती कर दी ,मैं ना सिर्फ काजल की वो बाते सुन रहा था जो की मुझे नही सुनना चाहिए था बल्कि इससे मेरा दिल भी दुख रहा था,चलो अच्छा है इससे थोड़ी प्रेक्टिस तो हो जाएगी कल के मसाज को देखने की हिम्मत मिलेगी,
मैं थोड़ा सा झुंझलाया लेकिन फिर मैं कान गड़ा कर सुनने लगा,
“थोड़ा पास आओ ना ,वैसे भी तुम आजकल मेरे पास ही नही आती “
“अरे आउच इतनी क्या जल्दबाजी मची हुई है तुम्हे “कजल की आवाज में थोड़ी नाराजगी थी जो इतनी थोड़ी थी की उसे इग्नोर किया जा सकता था ,
“अरे रुको तो सही थोड़ा फ्रेश होने दो “
“अरे मेरी जान मैं तुम्हे फ्रेश करता हु “ऐसा लगा जैसे की रॉकी ने काजल को बिस्तर में पटक दिया हो ,बदले में काजल की जोरो की हँसी गूंज गई
“आह ओ पागल कही के ,रुको तो सही ,नही ना ,अब बस ,बोला ना “
काजल उसके बांहो में छटपटा रही थी और मेरा लिंग अपने आकर में बढ़ रहा था,वो भी छटपटा रहा था मेरी बीवी के इस तरह मजे लेने पर ...मलीना के चहरे में फिर से खुसी झूम गई उसे पता था की अब मैं उसको जोरदार रगड़ने वाला हु ,
“ओह बोली ना बस ,हटो यहां से “काजल की आवाज में जो गुस्सा था और ‘धड़ाम ‘
मेरी हँसी छूट गई ,शायद बेचारे रॉकी को काजल ने बिस्तर से गिरा दिया होगा
“ये क्या है काजल “वो झल्लाया हुआ बोला
“अपनी औकात मत भुला करो ,और तुमने मिश्रा को रिपोर्ट किया ???समझते क्या हो तुम अपने आप को ,तुम्हारे जैसे मेरे पीछे कई है और मैं उस होटल की मालकिन हु जंहा तुम काम करते हो समझ गए ….”
बेचारे रॉकी के लिए तो मुझे भी दुख होने लगा ,यही वो लड़की है जिसकी मदद करने के लिए वो इतने खतरे उठा रहा है और ये उसे उसका औकात दिखा रही थी ,
“सुनो रॉकी अरे रुको तो सही “काजल की आवाज अब थोड़ी शांत थी
“देखो मैंने जो कहा वो गुस्से में कह दिया मुझे माफ कर दो …”
काजल ने बड़े ही प्यार से कहा लगा की जैसे वो उसके गालो पर हाथ रखी हो ..
“तुम कब इतने गुस्से में हो जाती हो और कब प्यार करने लगती हो समझ ही नही आता ,और उधर मिश्रा मेरे ऊपर दबाव बनाता है,तुम दोनो के बीच मैं पीस गया हु ,मैं तुम्हे प्यार करता हु काजल इसलिए ये सब झेल रहा हु ,लेकिन अब नही मैं जा रहा हु बहुत हुआ “फिर से कुछ टकराने की आवाज आयी जैसे की दो जिस्म आपस में टकराये हो ,
“रुको मेरी जान ,इतनी सी बात पर कोई नाराज होता है भला ,देखो मैं तो तुम्हारी वही काजल हु ना ,मैं अभी इस केस के सिलसिले में बहुत परेशान चल रही हु जान ,समझा करो,जब मैं मूड में होऊंगी तो तुम्हे पता चल ही जाएगा ना ,अभी मेरा मूड अच्छा नही है ,कल की भी तो तैयारी करनी है और कल तुम मेरे साथ ही चलना ओके”काजल ने उसके गालो में या उसके होठो पर इतनी जोरो से पप्पी दी की उसकी आवाज मेरे कानो तक पहुची ,बदले में फिर से एक चुम्मन की आवाज गुंजी ये तो होठो पर ही किया गया होगा,क्योकि गु गु की आवाज मेरे कानो तक आ रही थी ,मेरी प्यारी काजल अपने लवर के होठो को ऐसे चुम रही थी जैसे की कोई गन्ना चूसता हो
“अच्छा अब तुम जाओ ,मुझे आराम करना है ,ज्यादा देर रहे तो मेरा भी मूड बन जाएगा “काजल फिर से हँसी
“तो बना लो ना “रॉकी का अंदाज थोड़ा रोमांटिक था
“बदमाश कही के ,ये सब खत्म होने दो ऐसे भी मैं कहा भागी जा रही हु “
इस बार थोड़ी शांति थी ..बस दरवाजा बंद करने की आवाज आयी
“उफ ,एक बार ये काम हो जाय तो इस साले को भी इसकी असली औकात दिखाउंगी “काजल भुंभुनायी और मैं उछल पड़ा ,ये काजल मेरे समझ से हमेशा से ही बाहर थी ,वो रॉकी का यूज़ सिर्फ काम के लिए कर रही थी ,सोचने वाली बात थी ...लेकिन इतना सब होते होते मेरा लिंग तो फिर से सो चुका था और मलीना मुझे अजीब निगाहों से देख रही थी ,वो मेरे लिंग को मेरे पैजामे के ऊपर से दबाई
“आज नही जान ,कल के लिए इसे थोड़ा रिलेक्स दो कल इसे बहुत काम करना है …”
मैं हंसा और उसे किस कर सोने को बिस्तर में पड़ गया

दिल की धड़कने तो बार में घुसने से पहले से ही बढ़ी हुई थी आज मैं अकेला था साथ डॉ नही था,मैंने बहुत ही सोचा था तक जाकर ये फैसला कर पाया की मुझे यहां आना है ,मैं जानता था की टाइगर जानता है की मैं क्यो आया हु और साथ ही काजल भी साथ ही मेरे पास मौजूद रहने वाली नेहा भी और साथ ही मैं भी ये जानता हु की सभी जानते है ,
मुझे पता था की टाइगर मुझे पूरा शो दिखाने वाला है और साथ ही काजल भी उसका पूरा सपोर्ट करेगी ,इधर नेहा मेरे पास बैठी हुई मेरे एक्सप्रेशन देखने का काम करेगी,मैं बहुत ही बेचैन था लेकिन दिल का दर्द और दिल की मिठास में फर्क कर पाने की स्थिति में नही था,मैं बहुत ही घबराया हुआ बार पहुचा पहले दो पैक लगाया,कानो ने हेडपीस लगाया और सीधे ही टाइगर के ऑफिस में पहुच गया ,वँहा पर टाइगर नही था ,स्वाभाविक है आज उसे काजल पर हाथ जो साफ करना था वो उसकी तैयारी कर रहा होगा,नेहा उर्फ रेहाना ने बड़ी ही आत्मीयता से मेरा स्वागत किया आज तक तो मैं सिर्फ डॉ का दोस्त था लेकिन आज मैं उसके लिए उसकी जान से प्यारी दोस्त का पति भी था जो की उसकी चुदाई देखने को यहां आया करता है...उसके चहरे में पहले तो व्यंग दिखा लेकिन थोड़ी ही देर में वो नार्मल हो गई ,उसने मुझे बड़ी ही प्यार से बैठाया मेरे कानो का हेडपीस उसे दिख ना पाए इसलिए मैंने उस जगह को बालो से ढंका हुआ था ,मुझे कानो में थोड़ी थोड़ी आवाजे तो सुनाई दे रही थी लेकिन ऑफिस आने के बाद वो और भी स्पष्ट हो गई थी ,बार के शोरोगुल में और अपनी उत्तेजना में उसपर धयान जाना थोड़ा कठिन था,
नेहा ने मुझे ड्रिंक ऑफर की मैंने हा कर दी ,आश्चर्य की उसने वँहा ड्रिंक पहले से लेकर रखी थी पूरा इंतजाम मेरे लिए वँहा पर किया गया था बड़े स्क्रीन में अभी काजल और रॉकी बैठे दिख रहे थे साथ ही टाइगर भी था लेकिन वो कुछ बोल नही रहा था ,
“ये लोग अभी अभी आये है ,आज इनके बॉडी मसाज का प्रोग्राम है “नेहा ने बताया
“हम्म “
मैं एक सिप लगाया नेहा भी मेरे बाजू में आकर बैठ गई
उधर से रॉकी काजल और टाइगर के बात करने की आवाज आ रही थी ,
“तो रेडी हो “
“रेडी क्या बहुत ही एक्साईटेड ,पता नही तुम लोग ऐसा क्या करते हो की यंहा का मसाज हर जगह इतना फेमस हो “
“ड्रिंक खत्म करो बताता हु “टाइगर के आदेश में काजल तुरंत ही अपना ड्रिंक खत्म कर दी ,दोनो ही वँहा से उठकर जाने लगे ,
“अरे तुम भी आओ “टाइगर ने रॉकी को कहा रॉकी भी अब उनके पीछे था
वो लोग चले गए ,नेहा ने एक रिमोट उठाया और बटन दबा दिया ,उस कमरे में अभी वो लोग पहुचे नही थे ,सफेद कलर का वो कमरा जिसमे 3 कैमरे लगे थे ,क्योकि स्क्रीन में 3 ब्लॉक खुल गए थे जिसमे अलग अलग एंगल से तस्वीरे सामने आ रही थी ,कैमरे की क्वालिटी सचमे बहुत ही अच्छी लग रही थी ,बीचो बीच एक बड़ा सा सफेद कलर का मसाज बेड था ,पास ही एक सोफा था ,इसे इसी काम के लिये डिजाइन किया गया था ….
2-3 मिनट ही बीते होंगे की कमरे का दरवाजा खुला और तीनो अंदर आये ,वो जाकर सोफे में बैठ गए ,वो बात कर ही रहे थे की एक वेट्रेस हाथ में 3 ग्लास लेकर आयी तीनो ने पहला जाम खत्म कर लिया और टाइगर में उसे और भी जाम लाने का आदेश दिया,टाइगर बाहर गया और नेहा का मोबाइल बजा
“हा सर ,ओके ओके “नेहा के चहरे में मुस्कान फैल गई
“सर आप बैठिए टाइगर सर ने मुझे एक काम सौप दिया है “
नेहा के चहरे का भाव मैं समझ चुका था टाइगर ने जरूर उससे ये कन्फर्म किया होगा की मैं वँहा आ गया हु की नही ,और साथ ही उसने मुझे अकेले छोड़ने का भी आदेश दिया होगा,मैंने हा में सर हिलाया और साथ ही एक जाम अपने लिए भी बनाई ……..


जाते जाते नेहा ने मेरे कंधे पर हाथ रखा और प्यार से सांत्वना देने के अंदाज में दबाया ,उसकी आंखों में मेरे लिए एक अजीब सा भाव था,वो कमरे से निकली और मैं स्क्रीन में नजर गड़ाए बैठा रहा ,उधर से कुछ खास नही हो रहा था ,थोड़ी देर के बाद वहां एक लंबा चौड़ा आदमी दाखिल हुआ ,
“तुम्हे इसके हाथ से की गई मालिश बहुत पसन्द आएगी ,”टाइगर ने एक कुटिल मुस्कान अपने चहरे में लाई ,उस व्यक्ति को देखकर काजल रॉकी के साथ साथ ही मैं भी थोड़ा झेप गया,वो 6’5” की लंबाई वाला मांस की दुकान था,शरीर के एक एक मसल्स में मौजूद एक एक कटाव साफ साफ दिख रहे थे,वो अभी आधा नंगा था ,उसके एब्स को देखकर काजल के मुह से एक आह सी निकल गई ,
“तुम्हे पसन्द आया “टाइगर ने काजल को छेड़ते हुए कहा
“ये प्रोफेशनल है इसलिए डरने की कोई भी जरूरत नही है,बाकी ये ही तुम्हे गाइड करेगा “
टाइगर आराम से सोफे में जाकर बैठ गया ,उस व्यक्ति को मैं पहचानता था ,हा याद आया वो वही था जो उस दिन उस कपल के साथ था,जिसे मैं और डॉ चुपके से देख रहे थे ,मेरी उत्तेजना चरम पर पहुच गई थी,काजल की तेज हुई सांसो की आवाज मेरे कानो तक पहुच रही थी ,उस व्यक्ति ने उसे इशारा किया की वो एक खास कपड़े को पहने और आकर उस बिस्तर में लेट जाए जो की मसाज के लिए बनाया गया है ,काजल उस कपड़े को हाथो में ले ली और उसे बाजू के कमरे का इशारा किया गया ,जब वो कमरे में पहुची तो टाइगर ने एक अपने जेब से एक छोटा सा रिमोट निकाला और दबाया ,मेरे सामने की स्क्रीन पर उस कमरे के फुटेज आने लगे जंहा काजल गई थी ,
‘इसकी माँ का ‘
मेरे मुह से अनायास ही निकल गया ,काजल थोड़ी खबरे हुई लग रही थी ,उसने उस कपड़े को फैला कर देखा,
वो एक नाइटी की तरह का कपड़ा था,झीना सा सफेद रंग का जो नीचे से छोटा था ,शायद वो काजल के घुटनो से थोड़ा ऊपर ही आ पता,कपड़े को देख कर ही लग रहा था की वो पारदर्शी था,पूरी तरह नही लेकिन अगर कपड़ा थोड़ा भी गिला हो जाय तो काजल का अंग अंग उसमे आसानी से दिखने लगता,काजल को ना जाने क्या हुआ वो हल्के से हँसी लेकिन थोड़ी ही देर में उसकी हँसी थोड़ी चिंता में बदल गई ,उसने अपने साड़ी का पल्लू हटाया ,कमरा एक चेंजिंग रूम से थोड़ा ही बड़ा था और एक आदमकद का दर्पण उसमे लगा हुआ था,काजल ने अपने कसे हुए वक्षो को देखा स्वाभाविक था की इस कपड़े को अपने शरीर में डालने के लिया उसे अपनी ब्लाउज़ उतारनी पड़ती वो अपनी ब्लाउज़ उतारने लगी ,उसके पहाड़ो की चोटी अपनी मस्ती में खड़े हुए थे,उसकी ब्रा से बाहर निकलने को बेताब थे ,मेरे मुह से भी एक आह निकल गई,मेरी काजल ,हा ये मेरी काजल थी मेरी पत्नी ,मेरी जान से ज्यादा प्यारी काजल थी ,क्या वो एक अनजान शख्स के सामने नंगी होने जा रही थी ,ये सोच कर ही मेरे दिल में तक टिस उठी और मेरे लिंग में एक झटका ,मैंने अपने हाथो से उसे मसाला ,दिल में ग्लानि का भाव आया जो काजल के मादक जिस्म को देखते ही चला गया,दिल थोड़ा भारी हो रहा था शायद अगर कोई जोर डाले तो रो ही डालू लेकिन इस लिंग का क्या ये क्यो ऐसे झटके मार रहा था ,काजल ने अपने हुस्न को निहारा ,सच में काम की देवी थी मेरी जान .वो अपने साड़ी को झटके से निकाल दिया वो आपने पेटीकोट और ब्रा में थी ,उसका सपाट पेट और गहरी नाभि किसी को भी दीवाना बना सकता था,उठे हुए कूल्हे पेटीकोट में भी इतने आकर्षक लग रहे थे की मेरे मन का भारीपन भी जाता रहा ,मेरे होठो से सिसकी सी निकली ,लेकिन काजल का चहरा थोड़ा दुखी सा था,उसने धीरे से पेटीकोट का नाडा निकाला और पेटीकोट के गिरते ही काले रंग की पेंटी को की उसके ब्रा के ही कलर का था झांकने लगा,वो उसके चूतड़ में जोक सा चिपका हुआ था,काजल के जांघो के बीच का आकर मुझे दीवाना बना रहा था,हा इसे मैंने कई बार देखा था और ना जाने कितनी बार उसे भोगा भी था लेकिन ये मेरे जीवन का एक अलग ही अनुभव था जिसे मैं जी रहा था ,काजल ने अपने गले में हाथ डाला और मंगलसूत्र को पकड़ लिया वो उसे ध्यान से देखने लगी ,उसकी आंखे शायद गीली हो रही थी ,मैं जितना सोचता था काजल शायद उससे कही ज्यादा मुझसे प्यार करती थी ,उसके इस हरकत से मेरी उत्तेजना जाती रही ,उसे नही पता था की मैं यहां भी उसे देख रहा हु ,हा उसे ये जरूर पता होगा की मैं उसे मसाज वाले कमरे में देख रहा हु लेकिन यहां का तो मुझे ही पता नही था ,वो तो टाइगर का रहम ही था,उसने शायद सोचा होगा कि मैं इसे देखकर हुमिलेट महसूस करूँगा लेकिन ये तो मेरी काजल थी ,जो अकेले में ही अपने मंगलसूत्र को निहार रही थी,उसके मन में क्या चल रहा था ये तो मुझे नही पता लेकिन उसका चहरा थोड़ा दुखी था वो फिर हल्के से हँसी,कैमरे का एंगल ऊपर से था लेकिन शायद ये उस कांच के ऊपर ही लगा हो ,मुझे काजल का चहरा और उसके कमर तक का शरीर साफ देख रहा था लेकिन नीचे देखने में परेशानी थी,वो सर उठाकर दर्पण की ओर देखी उसने अपना बेग उठाया और मोबाइल निकाला ,और किसी को फोन लगा दिया ,मैं स्तब्ध था जब मेरे फोन की घंटी बजी ,काजल सोच क्या रही थी ,उसका चहरा मैं देख सकता था लेकिन उसे नही पता था की मैं उसे देख पा रहा हु,
मैंने फोन उठाया
“हैल्लो “
“आई लव यु जान “काजल की हल्की सी आवाज मेरे कानो में पड़ी वो अपने आंखों में आये कुछ बूंदों को अपने हाथो से साफ कर रही थी ,
“लव यु टू डार्लिंग”
“आपसे एक बात करनी थी “
“ह्म्म्म”
“अगर मुझसे कोई गलती हुई तो आप मुझे माफ कर दोगे ना “काजल की आवाज में अजीब सी बेचैनी थी ,हम उस जगह थे जंहा हम दोनो ही पता था की हम क्या कर रहे है एक दूसरे की पूरी खबर हमे थी लेकिन फिर भी काजल की इस बात ने मेरे दिल के तार ही छेड़ दिए ,भगवान का शुक्र था की टाइगर ने ये फुटेज मेरे सामने रखा था वरना मुझे यही लगता की काजल मुझे जला रही है,कमरे के अंदर वो नंगी होगी मसाज करवाने के लिए बेकरार और मुझे जलाने के लिए फोन किया है ,लेकिन मैं देख पा रहा था की ऐसा कुछ भी नही था वो खुद एक पशोपेश में थी ,...मैं थोड़ी देर तक चुप ही रहा
“बोलो ना क्या हुआ आपको “
“तुम कुछ गलत कर ही नही सकती जान “मेरी आवाज थोड़ी सर्द थी,
“ऐसा थोड़ी होता है मैं भी इंसान हु मुझसे भी तो गलती हो सकती है”
“ह्म्म्म तुम इंसान हो लेकिन तुम जो भी करो मेरे लिए वो ही सही होगा,”
“आपकी बाते मुझे डरा रही है,इतना बड़ा बोझ मुझपर मत डालो जान ,बोल दो की क्या सही है क्या गलत ,मेरी गलती पर मुझे डांट दो ,वरना मेरे लिए ये बोझ बन जाएगा ,मैं इस बात का बोझ सह नही पाऊंगी की जो मैंने किया वो आपकी नजर में कही पाप ना हो ,आप दिल से मुझसे दूर ना हो जाय “काजल सुबकने लगी थी लेकिन फिर भी वो पूरी कोशिस कर रही थी की उसकी आवाज मुझतक ना पहुचे ,मैं स्क्रीन में देख सकता था की काजल अपनी आंखों में आये पानी को बार बार पोछ रही थी ,मेरा दिल भी भर सा गया ,लेकिन मैं तो खुद ही पशोपेश में था ,मुझे भी पता था की काजल किस बारे में कह रही है वही काजल को भी पता था की मुझे पता है की वो किस बारे में कह रही है,लेकिन फिर भी हम सांकेतिक बाते ही कर रहे थे ,मर्यादा और रिस्तो की एक दीवार हमे सीधे सीधे बात करने से मना कर रही थी,
“एक गहरी सांस लो “मैंने काजल को कहा वो हल्के से हँसी
“अरे लो ना “
“हम्म “वो गहरी सांस लेती और छोड़ती है
“अब रिलेक्स हो जाओ ,मेरे लिए तुम हमेशा सही हो थी और रहोगी,बस एक चीज याद रखना जो भी करना खुल के करना ,तुम उसमे डूब जाना ना दुनिया की परवाह करना ना ही मेरी क्योकि दुनिया से हमे कोई मतलब नही है और मैं कुछ भी हो जाय तुम्हारे साथ हु “मैंने पूरे कॉन्फिडेंट के साथ कहा जिससे काजल का चहरा खिल उठा
“ऊम्म्मआआ मेरी जान थैंक्स ,”वो थोड़े जोर से बोली
“लव यु “इस बार उसकी आवाज धीरे थी ,मैं भी हंसा
“लव यु मेरी जान “
काजल ने फोन रखा मैं अब भी स्क्रीन में नजर गड़ाए थे वो फिर से दर्पण को देखते हुए जोरो से गहरी सांसे ली जैसे कोई बड़ा काम करने जा रही हो और उस कपड़े को पहन ली ,मंगलसूत्र अभी उसके दोनो वक्षो की गहराई में डूबा हुआ था ,मांग में मेरे नाम का सिंदूर था ,हाथो में कुछ सुहाग की निशानी चूड़ियां थी ,और मेरा दिया रिस्टवाच ,माथे में मीडियम साइज की लाल बिंदी थी जो की उसके गोर मुखड़े में खिलकर आ रही थी ,ये रूप था जिसे मैं हर रोज देखा करता था या यू कहे की जब जब मैंने काजल से प्यार किया वो इसी रूप में मेरे पास आती थी .लेकिन आज उसका वो रूप किसी और को दिखाने के लिए था…………

काजल कमरे से बाहर आयी और थोड़ी देर में मेरे सामने की स्क्रीन बदल गई ,इस समय कमरे में नेहा भी थी ,काजल अभी बिस्तर पर लेट रही थी ,रॉकी और टाइगर उसके हुस्न को मुह फाडे हुए देख रहे थे ,वही नेहा की नजर अभी काजल को देख रही थी ,टाइगर ने अभी अभी रिमोट से मेरा विव्यु बदला था,कैमरे के तीन एंगल मेरे सामने थे ,एक से मैं काजल की पीठ और मसाज करते हुए उस व्यक्ति को देख सकता था ,ये साइड विव्यु था जिससे पूरा कमरा मुझे दिखाई दे रहा था ,दूसरा नीचे लगाया गया था जिससे मैं काजल के चहरे को आराम से देख पता अगर वो सर उठाती ,अभी उसके लेटने पर मुझे उसके बाल दिख रहे थे ,और थोड़े बाजू का चहरा लेकिन अभी उसका चहरा पूरी तरह से नीचे था ,अगर वो सर घुमाती तो मैं उसके चहरे को आराम से देख पाता,वो पेट के बल लेटे हुई थी ,तीसरा भी साइड से पूरे कमरे का विव्यु दे रहा था ,कमरा ज्यादा बड़ा नही था और कैमरे की क्वालिटी अच्छी थी जिससे मुझे आराम से सब कुछ दिख पा रहा था,उस आदमी ने काजल के चहरे को उठाकर उसकी ठोड़ी के पास कुछ छोटे गड्ढे सा रखा जिससे काजल का सर थोड़ा ऊपर हो गया,उसके चहरे को अब सभी देख सकते थे ,वो हल्के से मुस्कुराई ,उस आदमी ने उसके बालो को पीछे करते हुए उसे साइड में सरका लिया ,अब काजल का चहरा स्पष्ट था,काजल की नजर नेहा से मिली उसने आंखों ही आंखों में उससे जैसे कुछ सवाल किया ,नेहा ने हल्के से हा में सर हिलाया ,और जो कैमरा काजल के चहरे को दिखा रहा था उधर इशारा किया काजल की आंखे सीधे उस कैमरे को देखने लगी ,एक बारी तो मैं ऐसे घबराया जैसे वो मुझे ही देख रही हो ,मुझे समझ आ गया था की काजल ने नेहा से क्या पूछा था और नेहा ने उसे क्या बताया होगा,लेकिन वहां बैठे बाकी लोग इसे जान नही पाए क्योकि किसी को नही पता था की नेहा उर्फ रेहाना असल में काजल की ही सहेली है….टाइगर ने नेहा को पास बुलाया और कुछ कहा नेहा वहां से निकल गई थी,वो आदमी अपने काम में लग चुका था ,मैंने एक ड्रिंक बनाई और हल्के हल्के सिप लेने लगा..
काजल के पैरो से मालिश शुरू हुई थी ,वो उसके एड़ी को मसल रहा था,वो एक पारदर्शी तेल का इस्तमाल कर रहा था ,काजल ने एक गहरी सास भरी जैसे वो कुछ सूंघ रही हो ,शायद वो तेल की ही खुसबू होगी,मेरी बीवी पर मेरे सामने हुआ किसी गैर का वो पहला स्पर्श ,मेरे अंदर से कोई झनकार उठी वही काजल ने एक आह भरी जिसकी आवाज मेरे कानो में भी पहुची ,
काजल की बाकियों के चहरे में एक मुस्कान आ गई,ऐसे तो काजल नियत से ही बहुत गर्म थी लेकिन फिर भी ना जाने टाइगर को क्या सुझा
“बेबी एक ड्रिंक लेना चाहोगी स्पेशल तुम्हारे लिए तैयार करवाया हु,उसे पीकर जन्नत में पहुच जाओगी “टाइगर के चहरे में एक अर्थ भरी मुस्कान तैर गई ,काजल थोड़ी देर सोचती रही लेकिन उसने ना में सर हिला दिया ,
“कॉमआन यार मजा आ जाएगा तुम्हे ,वो तुम्हे और भी गर्म कर देगा “टाइगर के चहरे में शैतानी मुस्कान खिल गई ,
“मैं तो ये सोचकर ही गर्म हो रही हु की मेरा पति मुझे देख रहा ह,मुझे अब किसी भी ड्रिंक की जरूरत नही है” “उसने रॉकी के तरफ इशारा किया लेकिन मुझे लगा जैसे वो मेरे बारे में कह रही हो,मेरा दिल बैठ गया लेकिन अगले ही पल मुझे ये भी याद आया की काजल ने उसे मना क्यो किया ,वो शायद जानती थी की टाइगर उसे क्या देने जा रहा था,शायद वही ड्रग्स ड्रिंक के फार्म में,जिससे काजल अपना सुध बुध खोकर वासना की अंधेरी राहों में गुम हो जाती ,लेकिन काजल तो दूध की जली थी,वो टाइगर के प्लान को समझकर बड़ी ही खूबी से उसे चुप करा दिया था,
काजल मुस्कुराते हुए रॉकी को देख रही थी जो की अपनी आंखे बड़ी बड़ी किये उस हुस्न को देख रहा था जिसे वो भोगा करता था(मुझे तो यही लगता था),शायद उसके दिल की धड़कन भी मेरी ही तरह बड़ी हुई थी ...वही टाइगर शैतानी हँसी से मुस्कुरा रहा था उसने वहां लगे कैमरे की ओर देखा और अपनी मुस्कान और भी चौड़ी कर दी जैसे वो मुझे चिढ़ा रहा हो ,
वो आदमी अपने हाथो का जादू काजल पर चलाने लगा था,काजल की आंखे अपने ही आप बंद होने लगी थी,वो सिसकिया ले रही थी अब लड़के का हाथ उसके घुटनो तक को रगड़ रहा था,उसके मजबूत हाथो का स्पर्श काजल को पागल बना रहा था ,उसकी सांसे अनियंत्रित होने लगी थी,उसका हाथ मजबूत गोल जांघो के पास पहुचा ,काजल की मोटी जाँघे मुलायम और गद्देदार ,मैंने अपने जीवन में उसे बहुत मसला था मुझे उस व्यक्ति पर रस्क हो रहा था जो आज मेरी बीवी के जांघो में बिना किसी रोक टोक के हाथ फेर रहा था,उसके निकर से उसका मजबूत और विशालकाय काला लिंग (जो की मैं देख चुका था )तना हुआ दिखने लगा ,वो भी अब काजल के जांघो को छू रहा था,काजल को भी इसका अहसास हो रहा होगा क्योकि वो हल्के से मुस्कुराने लगी थी ,वो नाइटी को ऊपर उठा रहा था जैसे जैसे उसके हाथ ऊपर जाते वहां ढका हुआ कपड़ा ऊपर उठ जाता,
इधर मेरे लिंग का भी हाल कुछ अच्छा नही था मैं उसे बाहर निकलना चाहता था लेकिन मन में भरा हुआ वो दर्द जो मुझे ये सब देखकर हो रहा था वो मुझे इसे निकलने से मना कर रहा था ,मैं खुस की भावनाओ के द्वंद में फंसा कभी रोने तो कभी हँसने की स्तिथि में पहुच गया था,सही गलत के बीच फंसा मेरा मन एक जगह पर टिक ही नही पा रहा था,अभी अभी लड़के ने काजल के जांघो पर अपना लिंग जोर से दबाया था ,
“आह “काजल ने धीरे से कहा ,और मेरे लिंग ने फुंकार मारी,साथ में मेरी आँखों ने आंसू छोड़ दिए ,मैं एक नया पैक बना कर तुरंत ही पी गया ,काजल का कपड़ा अब उसके जांघो से पूरी तरह से ऊपर था,चूतड़ों की गोलाई और भराव अब झांकने लगे थे ,मुलायम चूतड़ पेटी में कसे हुए ,दूधिया रंग के और आपस में कसे हुए थे,उस उत्तेजक दृश्य ने रॉकी और टाइगर की हालत भी खराब कर दी थी ,वो अपने पेंट से ही लिंग को मसलने लगे थे ,टाइगर उठा और काजल के चूतड़ों से कपड़ा उठा कर उसके कमर तक ला दिया ,वो अभी पेंटी में थी लेकिन फिर भी इतनी मदमस्त रस से भरी और भारी से कसाव वाले नितम्भो को देखकर बुड्ढे का भी लिंग झटके मारने लगे,टाइगर अपने हाथो से उसे सहलाने लगा ,काजल की आंखे और भी जोरो से बंद हो गई थी ,वो हल्की हल्की सिसकिया ले रही थी जो की मेरे कानो में गूंजने लगा था,मुझसे बर्दास्त नही हुआ और मैं वँहा से उठने ही वाला था की टाइगर की आवाज मेरे कानो में पड़ी ,
“ये देख पूरी गीली हो गई है अभी से “


वो हंसा और रॉकी भी उठकर उसके पास आकर देखने लगा ,मैं फिर से वही जम गया,काजल की योनि रस से भीग चुकी थी जिसका सबूत उसकी पेंटी से झांकता हुआ वो गीलापन था जो की उसके योनि के रिसाव के कारण बना था,टाइगर अपनी उंगलिया उसके योनि के पास ले जाता और एक उंगली उसके योनि के फांको के बीच चला देता है ,
“आह नही “काजल धीरे से और लंबी सांसे ले कर बोलती है वो अपना चहरा पीछे करके झूठे गुस्से और हल्की मुस्कुराहट से टाइगर को देखती है ,रॉकी भी काजल को छूने वाला होता है लेकिन टाइगर उसे मना कर देता है
“तुम पति हो पति को छूने का नही बस देखने का अधिकार है”
रॉकी की आंखे मानो रोने को हो गई थी ,वही हाल मेरा था ,उत्तेजना और कुछ ना कर पाना बहुत ही दर्द देने वाला होता है,इसे ही तो cuckold कहते है,टाइगर झुका और काजल के गालो में अपनी जीभ चला दिया ,वो अपने हाथो को उठाकर उसके कन्धे को प्यार से मारती है,और अपने गालो से उसके लार को पोछती है ….
इधर वो लड़का काजल के चूतड़ों तक पहुच चुका था ,काजल की पेंटी तेल से ऊपरी तरह से भीग चुकी थी उसका हाथ चूतड़ों को मसलता हुआ उसके योनि तक आ गया लेकिन बस टच करके उसने अपना हाथ वापस ले लिया ,काजल बुरी तरह से मसली ,उसके चहरे में एक नाराजगी का भाव जागा लेकिन लड़का मुस्कुरा दिया ,अब उसका लिंग काजल के नितम्भो पर साइड से वार कर रहा था,वो लिंग को हल्के हल्के से रगड़ रहा था,उसका हाथ काजल की पेंटी तक पहुचा वो उसके इलास्टिक को पकड़ कर उतारने की मुद्रा में हुआ लेकिन टाइगर ने उसे रोक दिया
“अभी नही “
वो बिना कुछ बोले ही काजल की नाइटी को उसके सर से पूरा ही उतार दिया अब काजल बस ब्रा और पेंटी में लेटी हुई थी ,वो पीठ पर तेल की धार गिराने लगा और फिर एक ही बार में पूरे पीठ पर हाथ फेरने लगा जब तेल पूरी तरह से फैल चुका था तब वो धीरे धीरे एक एक इंच को बड़े ही प्यार से मसल रहा था ,उसने काजल की ब्रा भी पीछे से खोल दी थी ,जिससे उसका हाथ काजल के नंगे पीठ पर आराम से चल रहे थे ,उसका हाथ कभी काजल के उरोजों के एक छोर से टकराता और काजल के मुह से आह निकल जाती ,
इधर मेरा हाल और भी बुरा हो रहा था मुझे पता था की इसका अंजाम क्या होगा और मैं वहां से उठने लगा अब इसे देखना मेरे बस के बाहर था ,मैं उठकर कमरे में टहलने लगा था तभी कमरे का दरवाजा खुला जिसकी भनक मुझे नही थी,मैंने मुक्का बंदकरके जोरो से दीवार पर मारा वो मैं तीन बार किया जिससे मेरी उंगलिया ही छिल गई और उससे खून आने लगा ,मैं पीछे मुड़ा तो नेहा खड़ी थी और मुझे अजीब से नजर से देख रही थी ,मैंने खुद को सम्हाला और अपने आंसू पोछे ,मैं वँहा से जाने लगा लेकिन उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और खिंचते हुए उसी कुर्सी पर बिठा दिया ,और खुद घुटनो के बल मेरे सामने बैठ गई ,वो बड़ी ही चिंतित थी ,क्योकि मैं कोई दूसरा व्यक्ति नही था जिसके लिए वो चिंतित ना हो मैं उसकी जान से प्यारी दोस्त का पति था,बस उसे नही पता था की मैं उसके बारे में जानता हु,उसकी आंखों में एक दर्द दिखाई दे रहा था शायद उसे इस बात की उम्मीद नही थी की मैं ऐसा कुछ कर रहा होऊंगा,शायद उसे लगा होगा की मैं भी उन पतियों जैसा हु जो अपनी बीवी को इस हालत में देखकर अपना लिंग हिलाते थे,लेकिन मेरी हालत ने उसकी ये धरना बदल दी थी ,उसकी आंखों में चिंता साफ झलक रही थी ,
“मुझे लगा की आपको मजा आ रहा होगा “वो थोड़ा डरते हुए बोली
“मुझे जाने दो “
“लेकिन आप तो यही देखना चाहते थे “
“मुझे जाना है “
“लेकिन ये लड़की तो मजे कर रही है आखिर आपको क्या प्रॉब्लम है “
“बोला ना मुझे जाना है “इस बार मैं चीखा ,लेकिन इस बार वो मुस्कुराई
“वो आपकी बीवी है …..”
मैं चुप था
“है ना “
मेरी आंखों में आंसू आ गए मैं खुद को और सम्हाल नही पाया,वो उठकर मेरे आंखों से पानी पोछने लगी थी ,उसने मेरा सर खुद से जोड़ लिया जो अभी उसकी कमर में आ रहा था,वो एक स्कर्ट में थी ,भरी हुई मांसल जवानी,लेकिन मेरे लिए मेरी बीवी की दोस्त जिसे काजल बहुत प्यार करती है ,शायद मेरे ही बराबर,हा काजल मुझसे बहुत प्यार करती है,अभी स्क्रीन में वो लड़का काजल के पीठ पर अपना हाथ फेर रहा था,अभी वो उसके कंधों तक भी नही पहुचा था वो बड़े ही इत्मीनान से अपना काम कर रहा था,और मैं नेहा के कमर में अपना सर रखे रो रहा था और नेहा मेरे बालो में अपना हाथ फेर रही थी,
“आह “मेरे कानो में जोरो की आवाज गुंजी जो की मेरे इयरपीस से नही आ रही थी ,मैं चौक के देखा तो नेहा के हाथ में एक रिमोट था जिससे उसने कमरे में लगा स्पीकर चालू किया था ,वो उसी कमरे की आवाज थी जो अब बड़े स्पीकर से मुझे सुनाई दे रही थी ,मैं सर उठाकर नेहा को देखा वो मुस्कुरा तो नही रही थी तो उसने ये क्यो किया था,मैंने ध्यान दिया की उसके आंखों में भी थोड़े आंसू थे ,शायद वो अपनी भावनाओ को दबा रही थी,मैं उससे अलग हुआ
वो हल्के से मुस्कुराई …
“मुझे पता है और टाइगर को भी ये पता है की आप ही उसके पति हो लेकिन यकीन मानो उस लड़की को ये नही पता और ना ही टाइगर उसे ये बताएगा ,”
“लेकिन अब मैं ये सब नही देख सकता ,मेरे लिए ये…”उसने मेर होठो पर अपनी उंगलिया रख दी और मेरी गोद में आकर बैठ गई उसके चूतड़ मेरे जांघो के बीच थे वही उसने मेरा हाथ अपने कमर से लपेट लिया ,और मेरे सीने में खुद को डाल दी ,वो मेरा हाथ अपने हाथो से पकड़ कर अपने वक्षो पर ठिका दिया ,सामने स्क्रीन में मेरी बीवी किसी और के सामने बस खुली हुई ब्रा और झीनी सी पेंटी में तेल से सनी हुई लेटी थी वही मेरी ही बीवी की सहेली मेरे गोद में बैठे हुए मेरा हाथ अपने उजोरो पर रख रही थी ,लेकिन मेरे हाथो में कोई भी हलचल नही हुई ,
“देखिए मैं आपको पसन्द करती हु (वो झूट बोल रही थी )इसलिए मैं ये चाहती हु की आप अपने बीवी को भी मजा करने दो और मेरे साथ आप मजे करो”मेरे दिल में नेहा के लिए एक आभार आया,वो अपनी सहेली के लिए मेरे साथ ये सब करने को तैयार हो गई,शायद टाइगर को भी इसका पता ना हो ,मैं मुस्कुराया
“मैं अपनी बीवी से धोका नही कर सकता “
“वो तो कर रही है “
“शायद उसकी कोई मजबूरी हो “
“क्या मजबूरी हो सकती है ,वो साली तो मुझे रांड लग रही है “
“रेहाना मैं चिल्लाय ,अपनी औकात ने रहो ,काजल मुझे जान से ज्यादा प्यार करती है ,उसकी कोई मजबूरी होगी जो उसे ऐसा करा रही है और मैं उस मजबूरी को जान ही लूंगा ,अब हटो यहां से मुझे जाना है “
नेहा के चहरे में मुस्कान और भी गहरा गई और वो मेरे होठो पर अपने होठो को रखकर चूसने लगी ..
मैंने उसे अलग किया ,वो स्क्रीन में देखकर
“वो देखो “
वो लड़का अब काजल के कंधों से होता हुआ उसके गले में पहुच चुका था ,मेरा चहरा फिर से काजल की प्यारी सी सूरत को ऐसे कामुक होते देख स्थिर हो गया था,नेहा ने फिर से अपना हाथ पकड़कर मेरे हाथो को अपने एक एक वक्षो पर रख दिया और खुद ही उसे उनके ऊपर मसलने लगी ,मेरी हथेलियों को जब उस नरम नरम उजोरो का अहसास हुआ वो ब्रा भी नही पहने हुई थी और सामने काजल के चहरे में आये हुए भाव देखकर मैं भी थोड़ा उत्तेजित हो गया ,स्पीकर से आने वाली आवाजो के कारण कमरे में काजल की हल्की हल्की सिसकिया गूंजने लगी थी ,लड़के ने काजल के गले से हाथो को आगे ले जाकर उठा और आगे अपने हाथो को गुसाय और फिर साइड में हाथो को लेजाकर उसे पलट दिया ,काजल का ये रूप देखकर मैं क्या सभी स्तब्ध थे,ब्रा उसके बड़े उजोरो पर टिका हुआ था लेकिन उसे पूरी तरह से ढकने में असमर्थ था,वही पेंटी का गीलापन साफ झलक रहा था,नंगा पेट और गहरी नाभि ,मांग में सजा हुआ सिंदूर और हाथो में सजी हुई चूड़ियां ,आंखे बंद थी और सांसे तेज ,वो लड़का चाहे कितना भी प्रोफेशनल वो उसके मुह में भी लार आ ही गया,वो इतना उत्तेजित हो गया था की उसने अपने लिंग को काजल के चहरे में रगड़ दिए काजल ने जंहा उसे हल्के से झूठे गुस्से से देखा वही वो खुद की हरकत से ही झेप गया,क्योकि सामने बैठा हुआ टाइगर उसे घूर रहा था ,मेरे लिंग ने भी जोरो का झटका मारा और नेहा के चूतड़ों पर गड़ने लगा मैंने जोर से उसके उजोरो को दबाया ,
“आह ,”वो हल्के से पलटी और मुझे एक मुसकान दी,
मैं अजीब से संवेदनाओ से घिरा हुआ खुद को महसूस कर रहा था,एक तरफ काजल का प्यार था तो दूसरी तरफ ये सब देखकर उठी हुई उत्तेजना,एक तरफ मेरी खुद की बीवी थी तो दूसरी तरफ नेहा जो की कोई और नही मेरी पत्नी की सबसे अजीम सहेली थी ,एक तरफ प्यार की अंगड़ाई थी तो दूसरी तरफ हवस का तूफान ………….
मेरी नजर स्क्रीन में जम चुकी थी ,सभी के खड़े हुए लिंग मुझे साफ दिख रहे थे,मेरी हसीन बीवी आज 2 जवान मर्दो के बीच ऐसे सोए हुए थी और सभी मर्द उसकी जवानी को देखकर अपना लिंग पूरे सबाब में खड़ा किये हुए थे,ये दृश्य जितना मजेदार था उतना ही दयनीय भी था,नेहा अगर मेरे ऊपर नही होती और उसके वक्षो को मैं अपने हाथो से मसल नही रहा होता तो मेरे लिए ये सब देखना असंभव था,लेकिन उत्तेजना ने मुझमे एक जड़ता ला दी थी ,
इधर वो लड़का आगे बड़ रहा था उसका हाथ काजल के उजोरो को छू रहा था वो उसके उजोरो से एक मात्र पर्दा उठाना चाहता था ताकि वो काजल के बड़े और मांसल वक्षो ले दर्शन कर पाए लेकिन टाइगर ने उसे घूरा वो डरकर बस ऊपर से ही उसे सहला पाया था,ऐसे तो कुछ भी छिपा सा नही था लेकिन सबकुछ ही छिपा सा था,
“ह्म्म्म “काजल की ये आवाज तब गुंजी जब वो उसके वक्षो से खेलने की बजाय उसके पेट पर तेल लगाने लगा ,वो नाराज थी कोई भी लड़की होती,लेकिन टाइगर के दिमाग में तो कोई और ही कीड़ा चल रहा था ,
“वो उसे तब तक नंगी नही करेगा जब तक वो हद तक उत्तेजित ना हो जाय “नेहा ने मुझे जानकारी दी ,
मैं उसके उजोरो को और भी जोरो से मसला ,
“ओह इतनी क्या बेताबी है”
मेरी आंखों में तो खून उतर आया था और नेहा को ही उसे सम्हालना था,वो सब कुछ कर रही थी अपनी वफादारी टाइगर से निभा रही थी और अपनी दोस्ती काजल से ,वो पलट कर अपने दोनो पैर मेरे जांघो से मिला दिए जिससे उसका चहरा मेरे चहरे के बराबर हो गया था,हम दोनो ही एक दूसरे की आंखों में देखने लगे,वो अपने होठो को मेरे होठो के पास लायी,
“हटो यहां से मुझसे ये नही होगा “मैं हल्के से फुसफुसाया
वो और करीब आ गई और अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया ,मेरे होठ खुलने लगे और उसके मुह में मेरी जीभ घुस गई ,हम दोनो एक दूसरे में खोने लगे थे ,उसने मेरे पेंट को खोला और मैं नीचे बस एक अंडरवियर में था ,वो नितम्भो को बड़ी ही अदा से मेरे खड़े हुए लिंग पर रगड़ने लगी मैं असीम सुख के सागर में था ,
इधर काजल की आवाज आनी बंद सी हो गई थी ,वो फिर से उसकी जांघो पर अपने हाथ चला रहा था ,लेकिन फिर टाइगर ने उसे इशारा किया ,
“ओह ये क्या “काजल के फुसफुसाने से हमारा ध्यान स्क्रीन की तरफ गया ,लड़के ने काजल के ब्रा को हटा दिया था,मैं नेहा को किस करना छोड़ बस उसे ही देखे जा रहा था ,नेहा भी पलटी और जैसे उसे कुछ समझ आया हो वो उठकर मेरे अंडरवियर को निकाल फेकी,मेरा लिंग मुरझा ना जाए इसका उसे बहुत ख्याल था वो जल्दी से उसे सहलाने लगी और अपने योनि से रगड़ने लगी वो अभी भी उस स्कर्ट में थी लेकिन नीचे से पूरी खुली हुई ,मैंने उसका हाथ पकड़कर उसे मना किया वो भी बिना कुछ बोले ही मेरी ओर पीठ कर मेरे गोद में बैठ गई लेकिन उसके योनि से निकलते हुए रस का अहसास में अपने लिंग में कर सकता था जो की उसके योनि के ऊपर ही सोया था लेकिन अंदर नही गया था ,उसके योनि के हल्के हल्के बाल मेरे लिंग पर रगड़ खा रहे थे ,कोई भी सोच सकता है की मेरे लिए इस स्थिति में खुद को सम्हालना कितना मुश्किल था,
इधर काजल की हालत खराब होने को थी वो चिलालने को हो रही थी क्योकि उसके नंगे उजोरो में वो आदमी अपने मजबूत हाथ चला रहा था ,
“आह ,ओह आह “काजल की मादक सिसकारियों ने मेरे जिस्म का र्रोवा रोवा हिला दिया था उसकी नजारे अधमुंदी थी वही वो आदमी उसे नशीली आंखों से देखे जा रहा था उसके हालात का अहसास उसके पेंट से झांकता हुआ उसका लिंग दे रहा था जो की कभी काजल के गालो से रगड़ खाता था और काजल के होठो में एक मुस्कान सी आ जाती थी ,उसके चौड़े मजबूत हाथो में काजल के उजोरो को भरपूर नापा था ,नेहा भी उत्तेजित होकर आह ले रही थी ,वो मेरे कमर पर अपनी कमर को चला रही थी ,लेकिन मेरे लिए कुछ भी कर पाना थोड़ा मुश्किल था,मैं रोता या हंसता ये अभी भी तय नही कर पा रहा था,वो काजल के कमर पर आकर रुका ,टाइगर और रॉकी अपने लिंग को कपड़ो के ऊपर से ही बड़ी बेरहमी से मसल रहे थे,टाइगर के एक संकेत से काजल के शरीर का आखरी कपड़ा भी उतर जाने वाला था,जो संकेत टाइगर में बड़ी ही अधीरता से दिया शायद इतने देर में उसे भी अब और सह पाना कठिन हो रहा होगा,
उस आदमी ने जैसे ही काजल के इलास्टिक पर अपना हाथ रखा मेरी सांसे ही थम गई साथ ही कमरे में बैठे सभी लोगो की ,नेहा से भी अब बर्दास्त नही हो रहा था वो मेरे लिंग को पकड़ कर अपने पानी के झरने जैसे योनि में रगड़ने लगी ,वो उसे अपने छेद तक लाती जिसका गीलापन और गर्मी का मुझे अहसास होता,वो छेद के ऊपर से ही उसे थोड़ा घुमाती और फिर थोड़ा अंदर डालती,जिससे मुझे उसके मांस का अहसास होता लेकिन वो अभी भी उसे पूरा अंदर नही कर रही थी,जिससे की मेरा लिंग उसकी योनि में जकड़ ही जाय ,मेरे लिंग के सुपाडे की चमड़ी पीछे हो चुकी थी ,और मैं पागल लेकिन वो उसके आगे के भाग को ही अपने गीले मांस में मसल कर वापस ले आती ,मैं उसके कमर को पकड़ा ही था की काजल की पेंटी धीरे धीरे उतारने लगी ,उसकी चिकनी चिकनी सी योनि में एक भी बाल नही थे ,मैं ना जाने कितने बार उसे देख चुका था लेकिन फिर भी मैं सांसे रोके हुए उसके पूरे खुलने का इंतजार कर रहा था ,उसकी पेंटी अब कमर के उभरे हड्डियों के बीच आ चुकी थी सांसे अब भी रुकी हुई थी ,वो थोड़ी और भी नीचे आयी ,मेरी काजल ,मेरी प्यारी ,मेरी जान काजल की योनि के दर्शन एक साथ 4 मर्दो को होने वाला था,वो जरूर पानी से भरी हुई होगी ,शायद काम रस टपक रहा होगा,उस आदमी की मोटी मोटी उंगलिया उसके दोनो छोरो को पकड़े हुए उसे नीचे उतार रही थी ,मुझे एक दिन पुराने सेविंग किये हुए हल्के बाल काजल के योनि के ऊपर दिखाई दिए जिसे बहुत ही चिकना तो नही कहा जा सकता था ,मैं अपने लिंग पर जोर डालने लगा ,नेहा के मांस में फंसा हुआ मेरा लिंग अंदर जाने को हो रहा था ,उसके मांस का जो हिस्सा बेहद ही पलपला था वो उसकी योनि की दीवार थी ,जिसमे मेरा लिंग घुसता चला गया ,अभी मैं आधे में ही आया था की काजल की आंखे बंद हो गई ,वही वो आदमी उसके योनि को बेपर्दा कर चुका था ,मेरी बीवी अब एक कमरे में 3 मर्दो के सामने बेपर्दा था जिसे मैं एक स्क्रीन में देख रहा था ,और मेरा आधा लिंग उसकी सहेली की योनि के अंदर था ,मैं एक जोरदार धक्के से अपना पूरा लिंग उसके योनि में धकेल दिया ,नेहा और काजल दोनो की ही आंखे बंद थी ,
वो आदमी काजल की योनि पर तेल की धार डालता है ,जिससे उसकी कम चिकनी योनि भी चमकने लगती है ,उसकी मोटी उंगलियों को मैं काजल के योनि के ऊपर रेंगते देख रहा था और मेरा लिंग और भी कड़ा हो रहा था,में एक झटका लगाया ,”ओह ,मजा आ रहा है “नेहा की पनियानी हुई योनि से एक पच की आवाज आयी वो अपनी उत्तेजना के चरम को भोग रही थी ,उसने अपनी पीठ मेरे छाती में टिका दी ताकि मैं उसके आगे के शरीर का पूरा फायदा उठा सकू,वो भी अपने कमर को थोड़ा उचका के मेरी लिंग का मजा लेने लगी ,वही काजल के योनि में काली और मोटी सी उंगलिया मुझे बहुत ही उत्तेजित कर रही थी ,वो उसके दोनो ही फांको को सहला रही थी ,आदमी की नजर में इतना लालच था की लग रहा था वो अभी काजल की योनि में अपना बड़ा सा लिंग डाल देगा ,
काजल के छेद लाल लाल चमकीले से नजर आये जब उसके अपनी दो उंगलियों से उसके फांको को अलग किया ,
“नही “काजल की हल्की आवाज जिसमे पूरी सहमति थी गूंज गई ,वो अपनी एक उंगली को तेल से भीगा कर उसके छेद में घुसा दिया ..
“आह ओह ऊऊऊ आह आह “काजल की आवाज आयी वो उसे उंगली से ही मजे दे रहा था ,वही मेरा लिंग भी नेहा के योनि की सैर कर रहा था,मेरी चमड़ी जब जब उसके योनि के दीवारो से टकरा कर रगड़ खाती दोनो के मुह से एक साथ ही आह निकल जाती थी ,उधर उंगली की स्पीड जोरो से बढ़ रही थी तो इधर धक्कों को ,टाइगर काजल के योनि के पास आ चुका था वो उस आदमी को हटा कर खुद उसके योनि को छूने लगा,
काजल ने टाइगर को एक मदभरे नजर से देखा और मुस्कुराई फिर थोड़ी सी शर्मा कर अपने सर को दूसरी तरफ हटा लिया
“उफ मेरी जान “टाइगर ने अपनी जीभ से काजल के योनि को जोरदार चांटा
“आह ,नही “काजल लगभग हंसते हुए बोली
“ऊऊऊ चप चप “टाइगर अपनी हरकत से बाज नही आ रहा था ,ए

क पराया मर्द मेरे बीवी के योनि को खा रहा था जो की तेल से सनी हुई थी ,और मैं पागलो की तरह धक्के लगाए जा रहा था ,दोनो ही ओर तूफान अपने सबाब में पहुच चुका था की मैं और काजल साथ ही झड़े ,काजल ने अपना सर पटकना बंद कर दिया था और मैं नेहा के अंदर झड़ कर खुद को कुर्सी में ही पटक दिया ………..
Nice
❤️‍🔥
 

Rajan89

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lund walah

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रोबर्टो मेरे होठो को चूसता हुआ जोर से धक्का लगा देता है ,और उसका पूरा लिंग मेरे अंदर समा गया…
“ओ ओ ओ ह ओह ओह आह आह आह जाआआननन”
जैसे उसका लिंग किसी बहुत ही सकरी सी नली में धस गया हो वो थोड़ी भी हलचल नही कर पा रहा था ,रोबर्टो ने जोरो से उसे खिंचा और मैं फिर से जोरो से चीख पड़ी ,फिर उसने पूरे ताकत से उसे अंदर किया मैं फिर से चीखी ,लेकिन थोड़ी ही डरे में चीखों ने सिसकियों का स्थान ले लिया था मैं बस आह आह करने लगी थी,
मेरे अंदर जब उसका लिंग जाता तो मैं मेरे भगसिसन को रगड़ जाता और मेरे पूरे शरीर में उस अहसास से एक मजे का जन्म होता ,मैं जैसे इसे कभी भी खत्म नही करना चाहते थी ,लेकिन मैं बार बार इस सुखद अहसास से टूट जाती और मेरे योनि से एक जोरो की धार फुट पड़ती ये ना जाने कितनी बात हुआ हर बार मैं रोबर्टो के कंधे पर अपने दांतो को गड़ा देती थी,कभी वो मेरे निप्पलों को खा जाता कभी मैं अपने नाखूनों को उसके पीठ गड़ा कर उसे चिर देती कभी वो मेरे कंधों पर अपने दांतो से निशान बना देता ,वो भी पूरी ताकत लगा रहा था और मैं भी ,लेकिन दोनो ही इंसान ही थे ,उसने भी जोरो की धार मेरे योनि में छोड़ दी ,मुझे लगा जैसे किसी ने तपते तवे में पानी की एक बाल्टी उड़ेल दी हो ,मैं जोर से झटके खाकर शांत हो गई वो भी मेरे ऊपर मुर्दो सा गिर गया,मैं उनके बालो को अपने हाथो से सहलाने लगी,मुझे पहली बार ये अहसास हुआ की किसी को अपना पूरा अस्तित्व सौप देना क्या होता है,और उसका मजा क्या होता है,मुझे सचमे ऐसा लगा की जो शख्स मेरे साथ सोया है वही मेरा सबकुछ है और पूरी दुनिया जैसे कुछ पालो के लिए मेरे लिए खत्म हो गई थी,
मेरी आंखे पहली बार खुली और मिश्रा जी पर मेरी नजर पड़ी उनका कपड़ा खुला हुआ था उन्हें नंगा कर दिया गया था ,ये कब हुआ मुझे पता भी नही चला वो अब भी बंधे थे लेकिन उनका लिंग पूरी तरह से अकड़ा हुआ था,वो मुझे ऐसे देख रहे थे जैसे किसी बच्चे की टॉफी छीनकर कोई उसके ही सामने खा रहा हो ,मेरे चहरे पर मुस्कान आ गई जैसे मैं उन्हें और भी चिढ़ाना चाहती थी,रोबर्टो की वीर्य की धार मेरे योनि से बाहर बह रही थी जो मुझे बहुत सुकून दे रही थी ,मैं उसे सहलाने लगी और उसे चूमने लगी,
थोड़ी देर तक हम ऐसे ही पड़े रहे ,अब मेरा नशा खत्म हो चुका था,शायद हम नींद में चले गए थे,जब मेरी आंखे खुली तो वो मेरे ऊपर ही सोया था,मैं भी उसे उठाना नही चाहती थी, मुझे कुछ आभास हुआ ,कमरे में लोग भी बोर से खड़े थे बेचारे करते भी क्या ,ये सब देखकर भी कुछ कर नही पा रहे थे,मेरा दिमाग अचानक ही किसी घटना को परख गया था,नेहा और जूही जिस कमरे में थे मैंने वहां नजर दौड़ाई मेरे होठो में एक मुस्कान आ गई ….
रोबर्टो भी उठ चुका था ,वो उठाकर बैठा,मैंने भी अपने कपड़े पहनने शुरू किये उसने मुझे मना किया लेकिन मैंने उसे कहा की अभी नही जब आप और मैं रहेंगे तो कभी कपड़े नही पहनूँगी वो ऐसे खुस हो रहा था जैसे की मैं सच में उसकी नई पत्नी हु ,उसके वीर्य के साथ ही कुछ खून के धब्बे भी बिस्तर में पड़ चुके थे,
“मजा आया की नही काजल “
“बहुत मजा आया ,ये मैंने पहले क्यो नही किया …”मैं मदहोशी में बोली
“अब तो रोज होगा फिक्र मत करो “वो भी मुस्कुराया
“एक बात बोलू “
“हा “
“आपकी मेरे जितनी एक बेटी भी है ना “
वो मुझे अजीब निगाहों से देखने लगा
“हा क्यो “
“मैं कसम खाती हु की उसे भी ऐसे ही चुड़वाऊंगी “मैं जोरो से हँसी उसके चहरे में आयी पूरी खुसी जाती रही
“मादरचोद “उसने हाथ उठाया ही था की दरवाजे के टूटने की आवाज आयी ,नेहा और जूही जिस कमरे में थे वहां से गैस के गोले फेके गए,और धुवा पूरे कमरे में फैलने गया,गालिया चलने की आवाजे आने लगी ….रोबर्टो ने मुझे देखा और वहां से भागने लगा …………...

चारो तरफ अफरा तफरी मची थी और गोलियो की आवाजे आ रही थी,मैंने किसी तरह मिश्रा जी को खोला और उनके इशारे में हमे जगह दी गई लेकिन निकले किधर से ये ही समझ नही आ रहा था,अभी तक नेहा और जूही का कोई भी पता नही लग पाया था,वो एक तरफ फंस गए थे ,वही दोनो ओर से गोलियां चलने लगी,अचानक ही हमे एक हेलीकाफ्टर की आवाज सुनाई दी ,उस घने जंगल में ये हेलीकॉप्टर कहा से आया और कहा था,ऐसे मुझे कैसे पता होता,मैं तो एक रूम से बाहर नही गई थी,जब वो हमे नजर आया तब तक वो बहुत ऊपर जा चुका था,वहां खड़े पोलिस वालो ने तुरंत फोन करना शुरू कर दिया,रोबर्टो उसमें बैठा हमारे तरफ हाथ हिला रहा था,लेकिन हमारी आंखे तब चौड़ी हो गई जब जूही और नेहा भी उसके साथ थे,उनकी हालत बदहवास थी ,उसने उन्हें रस्सियों से बांध रखा था और वो हेलीकॉप्टर से बंधे झूल रहे थे,रोबर्टो के चहरे पर कमीनी मुस्कान आयी ,उसने अपने आंखों के पास दो उंगलिया करके मुझे देख लेने का इशारा किया और पहले जूही फिर नेहा की रस्सियों को कांट दिया,दोनो ही जमीन पर गीर गए,मेरे हलक से एक चीख निकली जिसने भी ये मंजर देखा वो चीख पड़ा,बचाव दस्ता जल्दी से उस ओर मुड़ा जहा उनके गिरने की आशंका थी,रोबर्टो को लोग जिन्हें उसने शायद मरने के लिए ही रखा था वो ज्यादा देर तक नही टिक पाए,जंगलो को छान मारा गया जूही एक पेट में फसी मिली लेकिन नेहा का कही पता नही चला,एक्सपर्ट्स ने हवा की दिशा और हेलीकॉप्टर की दिशा और जूही के मिलने की जगह,और जूही और नेहा को गिराने के बीच के समय के अंतर से जो डेटा निकला उससे यही पता चला की नेहा उस झरने में गिर गई होगी ,लेकिन बॉडी का कही भी पता नही चला ,नदी के साथ साथ बहुत खोज के महीनों तक चली लेकिन फिर भी कोई परिणाम नही ,वो नदी जाकर बांग्लादेश से होकर बंगाल की खड़ी में चले जाती थी,भारत के बोडर से बाहर होने के कारण खोज भी रुक गई और नेहा की फाइल सीक्रेट रूप से गायब कर दी गई , वजह साफ थी शासन की बदनामी,इस पूरे कांड को वहां के पेपरों ने बड़े बड़े शीर्षकों में छापा लेकिन मेरा और नेहा का नाम ही गायब था,मिश्रा और जूही को हीरो बना दिया गया,जूही को और प्रमोशन मिल गया,कहा गया की बड़े गैंग का पर्दाफाश,रोबर्टो का नाम फिर से गायब था,उसका जिक्र ही कही नही था,पता नही क्यो मिश्रा उसका नाम छुपा रहा था,कोई तो बड़ा कारण रहा होगा,
इधर नेहा के दुख में मैं पागलो सी हो गई थी,बड़ी मुश्किल से खुद को सम्हाल रही थी,मेरा साथ देने वाला कोई भी नही था,मिश्रा को मैं नेहा की मौत का जिम्मेदार समझने लगी थी और उससे दूरी बनाये हुए थी ,वो मेरे रूम भी आता लेकिन मैं उससे बात तक नही करती ,वो अपने कमरे में सोता ,साथ बैठकर खाना भी खाते लेकिन मुझे तो उसे देखना भी पसंद नही था,,मैं वो रूम नही छोड़ना चाहती थी,क्योकि उसमे नेहा की यादे जुड़ी हुई थी,........................
प्रजेंट में ...
मैं एक गहरी सांस लेकर उठ गई ,बिता हुआ समय तेजी से मेरे आंखों के सामने इस गुजर गया ,मेरे बाजू में विकाश जी सोए थे,मेरे पति जिन्हें मैं सबसे ज्यादा प्यार करती हु,आज ही मैं जूही से मिली ,मिश्रा ने उसे मेरी मदद के लिए यहां भेज है ,अब वो इंस्पेक्टर बन गई है,वो भी पूरे थाने की मालकिन .इतने कम सालो में उसने इतने प्रमोशन पाए,वो सच में बहुत ही बहादुर लड़की है,उसे भी सेक्स का भूत सवार रहता है और वो भी अपने पति से दिलो जान से प्यार करती है ,लेकिन मेरे और उसके स्वभाव में जमीन आसमान का अंतर है, उसके पति उसे संतुस्ट ही नही कर पाते ,लेकिन मेरे विकाश जी ….वाह ,कितना प्यार करते है वो मुझे,जब हम पहली बार मिले थे तो मुझे यकीन ही नही आया था की गांव में पला बढ़ा ये लड़का मेरे भावनाओ को समझेगा,मैंने जब उन्हें अपने वर्जिन ना होने के बारे में बताया तो वो बस हँस पड़े ,उन्होंने इसे मेरी कमी नही माना ,वो बहुत ही भोले भाले है,मैं सच में लक्की हु की मुझे इनके जैसा पति मिला,समझदार है,बेहद प्यार करने वाले है…..
मुझे देखने उनसे पहले भी कई लड़के आये ,वो उनसे ज्यादा पढ़े लिखे थे,कोई बड़ी नॉकरी में था तो कोई बड़े पैसे वाला लेकिन मैं किसी को भी धोखे में नही रखना चाहती थी,लेकिन मैं जैसे ही किसी को अपने वर्जिन ना होने की बात बताती वो शादी तोड़ देता,मेरे घरवालों को भी ये समझ नही आ रहा था की आखिर ये हो क्या रहा है,मैंने अपनी बड़ी भाभी को सबकुछ बता दिया था,लेकिन इतना ही की शहर में एक बॉयफ्रेंड था,उससे ज्यादा उन्हें नही बता पाई क्या कहती की ना जाने कितनो के साथ…भाभी ने भैया के कानो में ये बात डाली की मैं बिना सच बताये शादी नही करना चाहती,मेरे भइया मुझसे बेपनाह प्यार करते है.उन्होंने भी बात को समझा,तभी कही से उन्हें विकास जी के बारे में पता चला(अब मुझे पता है की मिश्रा जी ने ये रिश्ता किसी के माध्यम से भिजवाया था)उस ड्रग्स ने और नेहा की जुदाई ने मुझे पागल बना दिया था,जब मैं अच्छी होती तो सामान्य होती लेकिन जैसे ही कोई भी दुख टेंशन मेरे दिमाग में आता मैं बेचैन हो जाती मुझे सिर्फ शराब की तलब लगती फिर सेक्स की ,अब मुझे समझ आ रहा था की नेहा की हालत आखिर कैसे रहती रही होगी,मैं पार्टीयो में जाने लगी,वहाँ मैंने कुछ बॉयफ्रेंड भी बना लिए ,मेरे लिए ये कभी मुश्किल नही था,लड़के मेरे पीछे दुम हिलाते फिरते थे लेकिन मैं अपने रेस्पेक्ट को कभी कम होने नही दिया,जिससे भी सेक्स किया उसकी गुलाम बनकर नही बल्कि उसकी मालकिन बनकर….
लेकिन मुझे विकाश जी ने गुलाम बना लिया ,पहले मुझे लगता था की मैं इनके साथ खुस नही रहूंगी,इनकी पोस्टिंग जंगल में थी,मैं हमेशा से बड़े घर में रहने वाली और इनके पास था सरकारी क्वाटर ,मैं नाजो से पाली बढ़ी थी,अपना हुक्म सबपर चलाया था,लेकिन मैं घर वालो को भी दुखी नही करना चाहती थी,मैंने इनसे शादी कर ली,पहली रात में ही मुझे पता चला की आखिर प्यार नाम की भी कोई चीज होती है,लेकिन मेरे लिए तब भी प्यार और अपने हवस में फर्क करना आसान नही था,मैं उनके साथ जितना समय बिताते गई मैं इनकी होने लगी,पहली बार लगा की अगर कोई मुझे मेरे दुखो और वासना की आग से निकाल सकते है तो ये है,इनके प्यार ने मुझे जीत लिया,मैं भी इन्हें भरपूर प्यार देना चाहती थी,लेकिन मेरी भी कुछ मजबूरियां थी,
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