Story bhai mast h aap apne hisab se likho..baki baap beti k bich dialogue missing h..baap beti ko jaleel kre or beti yaad dilaye ki un dono ka rishta baap beti ka h or sath hi maze m randipana b dikhaye..super story baki update regular rkho..wrna purane reader toh kam honge hi sath hi naye user b kam aayenge kyuki regular update doge toh story lounge k first page p show hogi
Ab ki baar Dadi ka Balatkarएकदम चुतिया कहानी है ऐसा बलात्कार तो बिना राजेश को घुसाए भी लिखा जा सकता था।
मजा तब आता जब पहले राजेश की गदराई दादी को चोदता फिर धीरे धीरे गर्माकर बेटी को पेलता । यौन कुठां फिर पूरी करता तो अलग ही मजा आता
ऐसी गन्दी ठरकी हरकतें अपनी बेटी के साथ करके मेरी यौन कुंठा कुछ कुछ शांत हो रही थी | अब टाइम था उसकी गांड मारने का | मैंने अपना कच्छा उतार दिया | प्रिया ज़मीन पर थक के लेटी हुई थी | मैंने उसको बालों से खींच के उठाया और अपना लंड उसके मुँह में पेल दिया चूसने के लिए | उसके बाल पकड़ के खूब कस कस के चोदा उसके मुँह को | उसकी सांसें उखाड़ने लगी थी और ग्रुप घुरप की आवाजें आने लगी | उसका थूक और मेरा माल उसके मुँह से लगातार बह रहा था | फिर मैंने वही लंड उसके पूरे मुँह पे रगड़ा |
अब मैंने उसके फिर से कुतिया बनने को बोला और उसकी कच्छी उतर दी | फिर मैंने उसकी 2 भारी भारी बुक्स उठायी और उसकी पीठ पर रख दी और उसके नायलॉन की रस्सी से कस के बाँध दिया और साथ में उसके दोनों फैले हुए हाथ भी ताकि वो हिल न सके | बुक्स के भारी वजन से वो निचे को झुकने लगी | अब मैंने ४-५ अगरबत्ती ली और उनको उसके निप्पल्स के ठीक निचे लगा दिया | अगरबत्ती की जलन से बचने के लिए वो ऊपर को उठती और इधर से बुक्स का भार उसके निचे को धकेलता | लेकिन हाथ और पीठ बंधे होने के कारण वो हिल भी नहीं पा रही थी | वो रोने और चीखने लगी | प्लीज पापा छोड़ दो मुझे प्लीज पापा प्लीज | उसकी चीखें मेरे कानों में संगीत की तरह बज रही थी |
अब मैंने उसकी गांड के छेद को अपने हाथों से फैलया और उसमे थूक दिया | फिर मैंने अपनी जीभ निकलकर उसके अच्छे से चाटा | गांड चाटने से प्रिया गरम होने लगी | उसकी छूट से भी पानी निकल रहा था | अब आगे जाकर अपना लंड प्रिया से फिर से चुसवाया ताकि वो गीला हो सके | फिर मैं फिर से पीछे आया और धीरे धीरे अपना लंड उसकी गांड के छेद में घुसाने लगा | प्रिया की चीखें बढ़ गयी | मैंने अपना लंड निकाल लिया और उसके थोड़ा सा पानी पिलाया | पानी पीते पीते वो रोते हुए कहने लगी प्लीज पापा मत करो नो ये सब बहुत दर्द हो रहा है | मैंने उसके बाल पकड़ के खींच दिए और बोला साली कुतिया दर्द से ज्यादा तुझे मज़ा भी तो आ रहा है | देख कैसे तेरी चूत पानी छोड़ रही है |
वो कुछ न बोली | मैंने फिर से उसके बाल पकड़ के एक थपड कसके उसके मुँह पर जड़ दिया और साथ में एक अगरबत्ती उसके कड़क निप्पल्स पर टच करा दी | वो दर्द से बिलख उठी और बोली हाँ पापा मुझे आपकी कुतिया बनके चुदवाने में बहुत मज़ा आ रहा है , आओ पापा अपनी बेटी की कुंवारी गांड मार लो |