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Gajab dharahe hoफिर मैंने उसके बाल पकड़ के पूरा लौड़ा उसके मुँह में उतार दिया | उसके मुँह को खूब अच्छे से चोदा | काफी देर तक मैं उसके मुँह को चोदता रहा | उसकी सांसें उखाड़ने लगी थी पर मैंने लौड़ा तब तक बाहर नहीं निकाला जब तक मैंने उसके गले में अपने लौड़े से पिचकारी नहीं छोड दी | जब लौड़ा उसके मुँह से बाहर निकला तो उसकी सांस में सांस आयी | उसका पूरा मुँह मेरे लौड़े के माल से भर गया था | काफी माल उसकी ठोड़ी से बेहटा हुआ उसके चुचों पर से बहता हुआ ज़मीन पर बह गया था | उसकी आँखों में आंसूं थे |
मैंने उसको सारा माल चाट कर साफ़ करने को कहा | उसने पेजले अपने मुँह में भरा माल पिया, फिर मेरे लौड़े को चाट के साफ़ किया | फिर मैंने अपनी दोनों टांगें हवा में उठा ली और उसने झुक के मेरी गांड के निचे से और ज़मीन पर पड़े माल को चाट के पिया |
फिर मैंने उसको अपनी कच्छी उतार के अपने मुँह पर बैठा लिया और उसकी कुंवारी चूत में अपनी जीभ घुसा दी | वो कसमसा गयी एकदम से | फिर मैंने उसको निचे झुक कर अपना लौड़ा चूसने को बोला | हम दोनों बाप बेटी 69 पोजीशन में एक दुसरे के साथ अपनी अपनी यौन कुंठा शांत कर रहे थे | काफी देर तक हम एक दुसरे को चाटते चूसते रहे | मैंने उसकी चूत और गांड में खूब ऊँगली की |
अब बारी थी अपनी बेटी से सम्भोग की | मैंने प्रिया को ज़मीन पर लिटाया और खुद उसके ऊपर लेट गया | उसके मुंह में मुँह डाल दिया और उसकी जीभ चूसने लगा | फिर मैंने उसके चूचे चूसे और उसके पेट को चाटते हुए उसकी चूत के पास पहुँच गया | ठोड़ी देर उसकी चूत चाटी और उसकी मांसल जांघों को अपने दांतों से काटा और मुँह में लेकर चूसा | वो बुरी तरीके से तड़प उठी और सिसकने लगी नो पापा नो पापा ...... | तभी मैंने मौका देखकर उसकी कुंवारी चूत में लंड टिकाया और एक झटके में अंदर घुसा दिया | उसकी बहुत जोर से चीख निकल गयी उई माँ मर गयी ...........| मुझे लगा की कहीं आस पड़ोस में आवाज न चली जाए तो मैंने पास की पड़ा अपना कच्छा उसके मुँह में दे दिया |
उसकी चूत से खून आने लगा था और उसके मुँह से दर्द भरी सिसकियाँ निकल रही थी | पर मैं रुका नहीं और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा | जिस पल का मुझे इतने दिनों से इंतज़ार था आखिर वो आ ही गया था | थोडी देर ऐसी ही करने के बाद मैंने जब अपना लंड बाहर निकला तो वो पूरा लाल हो चूका था | मैंने अपने पयजामे से उसको साफ़ किया | मैंने प्रिया की तरफ देखा , उसका दर्द अब थोड़ा कम था | अपने सामने अपनी जवान कुंवारी नंगी बेटी को देख कर मेरे अंदर जोश आ गया और मैंने फिर से लौड़ा उसकी चूत पर रखा और अंदर धकेल दिया | इस बार शुरू से ही धक्के तेज़ कर दिए | प्रिया चीखने लगी , प्लीज पापा धीरे ........ प्लीज पापा दुखता है ....... उई आह औन्ह नहीं पापा आह ............. पर मैं बेहरहमी से अपनी बेटी को चोदता रहा | उसकी चीखें सुनकर मेरी वासना और भड़क रही थी | बीच बीच में अगर उसकी चीखें धीरे होती तो मैं उसके गालों पर कस कस के चांटे भी मार देता | करीब आधे घंटे तक मैंने प्रिया को चोदा |
अब मैं ज़मीन पर चौकड़ी मार के बैठ गया और प्रिया को अपनी गोद में बैठा लिया | उसने अपनी टांगें मेरी कमर पर लपेट दीं | फिर मैंने उसके रसीले आम जैसे चूचे अपने मुँह में भर लिए और उसको उछलने को कहा | वो उछलने लगी | बीच बीच में मैं उसके चुचकों को बेरहम से मसल देता और अपने दाँतों से काट लेता जिससे चीखते हुए उसकी उछलने की स्पीड बढ़ जाती | इस पोजीशन में भी हम दोनों ने करीब आधा घंटा चुदाई करि |अब बारी थी अपनी प्यारी बेटी की गांड मारने की |