Update 03
भावेश घर आ के रेवा की खयालों में खोया रहा । परिवार वाले भावेश से पूछ रहे की लड़की कैसी लगी क्या क्या बाते की लड़की किस तरह से बातें करती है अच्छी है कि नेहि सवालों से घेर लिया गया भावेश को लेकिन भावेश शर्माते हुए बस इतना ही कहा कि उसे पसंद है और सब से बच कर अपने कमरे में गया । फिर एक बार रेवा की खयालों में खो गया और सपने देखने लगे की रेवा ही उसकी बीवी बनेगी ।
रात को जब सब लोग खाने को डाइनिंग टेबल पर बैठे तो भावेश भी आया लेकिन सबकी सकल उतरा हुआ देख कर वो समझ गया कि बात वोही है जो हमेशा से होता आया है । ऐसा लगा जैसे उसके दिल पर किसी ने चाकू से बार कर दिया हो ।
" क्या हुआ इतनी जल्दी जवाब आ गया " भावेश ने प्लेट उठा अपनी खींच लिया और रोटी उठाते हुए बोला ।
उसके बात का कोई जवाब नही दे रहा था । भावेश अपनी मां की तरफ देखता हे लेकिन उमा नज़रे नीचे कर लेती है जिससे भावेश का सक्क एकिन में बदल गया ।
" बूआ आप ही बोलो "
लेकिन भावेश के बूआ ने कोई जवाब नही दिया । तो भावेश अपने फूफा की तरफ देख कर पूछा " फूफा क्या जवाब आया । बोलो ना "
" बेटा । वो । वो लड़की आगे पढ़ना चाहती हे इसलिए अभी शादी नही कर चाहती है । " बेमन से फूफा ने जवाब दिया और फिर मुस्कुराते हुए हौसला अबजाई करते हुए बोला । " बेटा तू फिकर मत कर हमारे पास और भी रिश्ता है "
" शादी के बाद भी तो वो पढ़ाई कर सकती है ना " भावेश गुस्से में डाइनिंग टेबल पर हाथ मार कर बोला ।
सभी स्तब्ध रह गए उसका गुस्सा देख कर किसी के हाथ से निवाले गिर गया तो किसी गले में अटक गया तो किसी के मुंह में । भावेश गुस्से से उठ कर चला गया । पीछे से उसे उमा पुकारती रही लेकिन उसने ना चुना ।
" रहने दो भाभी अभी नहीं । अभी बोहोत गुस्से में है कुछ देर अकेले रहने दो शांत हो जायेगा फिर बात करेंगे उससे " फूफा उमा को रोकते हुए कहा ।
" रविंदर मुझसे और भावेश का ये हाल देखा नही जा रहा है " उमा परेशान हो कर बोली ।
" भाभी आप शिंता मत करो सब ठीक हो जायेगा । अभी और तीन रिश्ते हाथ में हमारे " बूआ ने कहा
" क्या फायदा सब ना ही करने वाला है । पता नही मेरे बेटे का शादी इस जन्म में होगी की भी नहीं " उमा ये कह कर माथे पे हाथ रख लिए ।
" मामी शिंता मत करो । में एक बाबा को जानता हूं बोहोत पोहुची हुई चीज है । उससे ऐसा मंत्र मार के लायेंगे भाई को की लड़की देख कर भाई से शादी करने को तड़प उठेगी " भावेश के चचेरे भाई ने कहा
" चुप कर तू " बुआ उसे गुस्से से दांत देती है ।
भावेश कमरे में पोहोच कर अपना तीशर्ट उतर कर आईने के सामने खड़ा हो जाता है । और अपने आपको देखने लगा । अपनी 44 की छाती पर हाथ रख देखने लगा फिर अपनी सिक्स पैक एब्स को छू कर देखने लगा । और फिर अपने चेहरे के दारी को छू कर देखने लगा । खुद ही अपने चेहरे को छू कर देखने लगा और खुद ही बाते करने लगा " क्या कमी है मुझमें गोरा हूं नाक भी लंबी है सकल सूरत इतनी अच्छी हे । अच्छी बॉडी भी बना ली फिर किस बात की कमी है । और फिर वो अपनी हाथ अपने शर पर रखता है फिर उसे समझ आ जाता है क्या कमी हे उसमे । शर के आगे के बाल गिर कर v शेप में बन चुका है जिसकी वजह से उसके अब तक के 12 वा रिश्ता ठुकरा चुकी हे उसके शर की आगे की बाल ना होने पर ।
ऐसा नही था की वो पूरी तरह से तकला हो गया था बस आगे से कुछ बाल गिर चुके है । दिखने में हैंडसम ही था गोरा था gym जा कर अच्छी खासी बॉडी भी बना लिया था उसने 6 फीट 2 इंच की हाइट है उसकी अंदाज भी ऐसा हीरो जैसा । 25 साल की उम्र में अच्छी कंपनी में नौकरी भी करता था अच्छी सैलरी भी मिलता था उसे पढ़ा लिखा था अच्छे खानदान से ताल्लुक रखता था बंदा । वैसे तो उसे लड़की मिलती थी शादी के लिए लेकिन उसके मनपसंद ना नेही मिलती थी सभी रिश्ते फोन पर ना जवाब देते थे ।
भावेश गुस्से से परफ्यूम की बॉटल उठाया और आईने में पटका जिससे आइना तूत कर बिखर गया और गुस्से से चिल्लाया " आन्नन्नन मेरे साथ ही ऐसा क्यूं हुआ क्यूं क्यूं क्यूं । "
भावेश बिस्तर पर बैठ कर रोने लगा । उसके परिवार उसका दुख दर्द समझते थे लेकिन कर भी क्या कर सोते थे उसके दुख में साथ देने के अलावा ।
कुछ पात्र के परिचय दिया जाय अभी ।
भावेश को तो जान ही चुके है । बचपन में ही उसकी पिता यकृत की बीमारी के कारण स्वर्गवास हो गए थे । उसके पिता बोहोत ज्यादा शराब पीते थे और भावेश को बचपन में अकेला छोड़ कर चल बचे । भावेश को अपने पिता के सकल भी याद नही है बस कभी फोटो में देख कर याद कर लेता है कि ये उसका पिता थे ऐसे दिखते थे उसका पिता ।
उमा मोहन । भावेश की मां । बचपन से भावेश बड़े लाड़ से पाला है कभी भावेश का पिता बन कर तो कभी मां बन कर एक आस नही आने दिया भावेश पर । अपनी बेवा होने पर कोई दुख नही इसे लेकिन अपने पति के ना होने पर जिंदगी कठिन जरूर हुई इसे लेकिन जब से भावेश की बुआ और फूफा को अपने घर पर रहने के लिए बुला लिया था और साथ रहने लगे तब आसान हुई ।
रविंदर बेचल । ये रेलवे विभाग पर ऊंची पद पर नौकरी करते है । भावेश के फूफाजी कम पिता समान है
नीलम बेचल । एक गृहिणी । भावेश की एक लौटी हुआ कम मां ज्यादा ।
कुंदन बेचल । रविंदर और नीलम की एक लौटा बेटा जो अभी कॉलेज जाता हे । भावेश से 4 साल छोटा हे ।