बात ही बात में मुन्ना,,, अपनी खड़े लंड को अपने पजामे से बाहर निकालकर राजू को दिखा दिया था,,, राजू के लिए भी यह पहला मौका था जब वह अपनी हम उम्र के लड़के का लंड इतने पास से देख रहा था,,,, मुन्ना की बातों को सुनकर और उसके खड़े लंड को देख कर राजू के पजामे में भी हलचल होने लगी थी उसका लंड पजामें के अंदर पूरी तरह से खड़ा हो चुका था,,,,,
मुन्ना था तो उसका दोस्त लेकिन वह इस समय जानबूझ कर उसे उकसा रहा था वह भी राजू की लंड को देखना चाहता था,, क्योंकि औरों की बातों को सुनकर उसे भी लगने लगा था कि शायद राजू के पास दमदार लंड नहीं है तभी तो कमला चाची के लिए उकसाने के बाद भी वह उसकी तरफ आकर्षित नहीं होता था और बुद्धू बना रहता था नहीं तो उसकी जगह कोई और लड़का होता तो कम से कम ना चाची की चुदाई कर दिया होता और इसी पार्क में गांव के लड़के लगे भी रहते थे लेकिन किसी की दाल नहीं गल रही थी और राजू तो सामने से मालपुआ पाने के बावजूद भी उसका स्वाद नहीं ले पा रहा था इसलिए मुन्ना को भी शक हो रहा था और इसीलिए वह राजू के लंड को देखना चाहता था,,,,। अपने लंड को हाथ में पकड़ कर उसे ऊपर नीचे करके हिलाते हुए मुन्ना बोला,,,।
क्या हुआ देखता ही रहेगा या अपना भी दिखाएगा,,, देख नहीं रहा है मेरे लंड में कितना दम है अगर कमला चाची की बुर में चला जाए तो कमला चाची पानी पानी हो जाए,,,,
क्या मुन्ना तू भी कमला चाची के बारे में गंदी गंदी बातें कर रहा है,,,
अरे बुद्धू अगर तू कमला चाची के बारे में जान जाएगा तो तू भी मेरी तरह ही गंदी गंदी बातें करेगा उसे चोदने के लिए दिन रात उसके पीछे पीछे घूमता रहेगा,,,, वह तो तुझे भाव देती है अगर मुझे भाव दे तो मैं भी उसकी बुर में लंड डालकर चुदाई कर दुं,,,
(एक औरत के साथ चुदाई की खुली बातें सुनकर राजू के तन बदन में उत्तेजना की लहर दौड़ ने लगती है उसके तन बदन में अजीब सी हलचल हो रही थी और उसके टांगों के बीच कुछ कुछ होने लगा था,,, आखिरकार वह भी एक जवान लड़का था जो कि इस उम्र में जवान लड़कों के अरमान कुछ ज्यादा ही मचलते रहते हैं ऐसे में राजू दूसरे लड़कों से बिल्कुल अलग था लेकिन मुन्ना की गंदी बातें उसके तन बदन में आग लगा रही थी,,,,, मुन्ना की गंदी बातें सुनकर,,, राजू बोला,,,)
तू भी श्याम की तरह है,,,
हां मैं भी श्याम की तरह हूं और मेरी तरह हर लड़के श्याम की तरह ही होते हैं लेकिन तू ही सबसे अलग है,,,, क्योंकि हम सब का खड़ा होता है औरत को देखने की बड़ी चूचियां देखकर की बड़ी-बड़ी गांड देख कर,,, और हम लोगों का मन उन्हें चोदने को करता हैं,,,,और लगता है कि श्याम सच ही कहता है कि तेरे पास है ही नहीं और तेरा खड़ा भी नहीं होता,,,,।
मन्ना तु भी शुरु हो गया,,, तू भी श्याम की तरह बातें कर रहा है,,,
श्याम की तरह बातें करु ना तो और क्या करूं मुझे अच्छा नहीं लगता जब वह तेरे बारे में खराब खराब बोलते हैं,,,,तेरी पीठ पीछे तेरी मां के बारे में तेरी बुआ के बारे में कितनी गंदी गंदी बातें बोलते हैं वह लोग,,,,
कौन बोलता है,,,?(राजू ताव में आकर बोला,,,)
श्याम बोलता है उसके साथी बोलते हैं सब तो कहते हैं,,,(
क्या कहते हैं,,,?
अब जाने भी नहीं बहुत गंदी गंदी बातें बोलते हैं,,,,
वही तो पूछ रहा हूं क्या बोलते है,,,,?
नहीं नहीं मैं नहीं बताऊंगा नहीं तो तुम दोनों के बीच झगड़ा हो जाएगा और यह अच्छी बात नहीं है,,,,,,,,,
चल अब बोल भी दे,,,,,
नहीं तु झगड़ा करेगा,,,,फिर कौन बताया यह बात निकलेगी तो मेरा नाम आएगा और फिर तू तो जानता है कि मेरे पिताजी कितना मारते हैं,,, नहीं नहीं मैं नहीं बताऊंगा जाने दे वह तो मैं तेरी भलाई के लिए कह रहा था कि,,,, एक बार सबको दिखा दे तो वह लोगों का मुंह बंद हो जाए लेकिन तो शायद नहीं चाहता,,,,, क्यों लोग तेरे बारे में गलत सलाह बोलना बंद कर दे तेरी मां और बुआ के बारे में गंदी बातें करना बंद कर दें,,,,
देख मुन्ना मुझे अच्छा नहीं लगता कि कोई मेरी मां और बुआ के बारे में गंदी गंदी बातें करें,,,, इसलिए तुम मुझे बता ताकि मैं उन लोगों को खामोश कर सकूं,,,,
देख मैं तुझे बता दूंगा लेकिन मुझसे वादा करके तो झगड़ा नहीं करेगा अगर तू झगड़ा करेगा तो मैं तुझे नहीं बताऊंगा फिर हम दोनों की दोस्ती समझ लो टूट जाएगी,,,,।
चल कोई बात नहीं मैं नहीं झगड़ा करूंगा लेकिन तू बता तो सही कौन कहता है और क्या कहता है,,,।
(राजू की बातें सुनकर मन्ना को यकीन हो गया कि राजू उसकी बातों को सुनकर झगड़ा नहीं करेगा क्योंकि वह अपनी बातों को नमक मिर्च लगाकर बताना चाहता था एक जवान लड़का होने के नाते जिस तरह से दूसरी लड़की औरतों को गंदी नजरों से देखते हैं उसी तरह से मुन्नाद ही दूसरी औरतों के साथ-साथ खुद राजू की मां और बुआ को भी गंदी नजरों से देखता था राजू की मां की बड़ी-बड़ी गांड उसे बहुत पसंद थी और उसकी बुआ की खूबसूरती भी उसे उत्तेजित कर जाती थी,,, जिस तरह से दूसरे लड़के राजू की मां को देखते ही उसके बारे में गंदी कल्पनाएं करने लगते थे उसी तरह से मुन्ना भी राजू की मां को देखकर गंदी-गंदी कल्पना करता था इसीलिए अपनी बात को नमक मिर्ची लगाते हुए बोला,,,)
श्याम और उसके साथी तेरी मां के बारे में और बुआ के बारे में गंदी गंदी बातें कहते हैं,,,, श्याम कहता है कि राजू की मां की गांड कितनी मस्त है बड़ी-बड़ी अगर कपड़े उतार कर नंगी हो जाती होगी तो देखने वाले का लंड अपने आप पानी छोड़ देता होगा,,,(मुन्ना के मुंह से अपनी मां के बारे में गंदी गंदी बातें सुनकर राजू को श्याम और उसके साथी पर बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन ना जाने क्यों अपनी मां के बारे में गंदी बातें सुनकर उसके तन बदन में अजीब सी हलचल होना शुरु हो गया था,,,) श्याम के साथी भी सुर में सुर मिलाते हुए कहते रहते हैं कि राजू की बुआ कितनी मस्त है उसके अमरुद दबाने में बहुत मजा आएगा,,,,।
अमरुद ,,,,अमरुद मतलब,,,,,( राजू भोलेपन से बोला)
अरे बुद्धू अमरूद का मतलब तेरी बुआ की चुची,,,, तेरी बुआ की चूची दबाने में बहुत मजा आता ऐसा वह लोग कह रहे थे,,,(लगे हाथ गांव के लड़कों की बदमाशी के बारे में बात बताते हुए मुन्ना अपने मुंह से अपने ही दोस्त की मां और बुआ के बारे में गंदी गंदी बातें बोलकर अपनी खड़े लंड को भी ना रहा था जो कि राजू की नजर बार-बार उसके खड़े लैंड पर पहुंच जा रही थी जो कि उत्तेजना के मारे मुन्ना अपने लंड को मुठिया रहा था,,,,वह दोनों एक पेड़ के नीचे खड़े थे और यह पेड़ गांव से थोड़ा अलग जगह पर यहां पर शाम के वक्त कोई आता जाता नहीं था और अंधेरा भी होने लगा था इसलिए यहां पर किसी के भी आने का डर बिल्कुल भी नहीं था,,,, मुन्ना अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,,)
और तो और बोलो कितनी गंदी बात बोल रही थी कि मुझे बताने में भी शर्म आ रही है,,,
कैसी गंदी बात,,,
तू सुन पाएगा,,,,,
तू बोल तो सही आखिरकार में भी तो सुनो कि गांव वाले मेरी मां और बुआ के बारे में कैसी कैसी बातें करते हैं,,,
वह लोग कह रहे थे कि,,,अगर तेरी मां एक रात के लिए उन्हें मिल जाए तो सारी रात अपनी खड़े लंड को तेरी मां की बुर में डाल डाल कर उसकी चुदाई करके उसकी बुर का भोसड़ा बना दे,,,,,,, सच कहूं तो वह लोग तेरी मां को चोदना चाहते हैं,,, तेरी मां की बुर में अपना लंड डालना चाहते हैं क्योंकि वह लोग कहते हैं कि गांव में सबसे खूबसूरत बुर तेरी मां की ही होगी,,,,,,
(यह सब सुनकर राजू का चेहरा गुस्से से नहीं बल्कि उत्तेजना से तमतमा गया था अपनी मां के बारे में इस तरह की गंदी बात और पहली बार सुन रहा था और उसके तन बदन में उत्तेजना की लहर दौड़ में लगी थी उसे अपनेआप पर विश्वास नहीं हो रहा था कि अपनी मां और बुआ के बारे में इतनी गंदी बातें सुनकर वह ईतने आराम से खड़ा है,,,, अपने दोस्त मुन्ना की बातों को सुनकर,,,,,,ना चाहते हुए भी उसके कल्पनाओं का घोड़ा बड़ी तेजी से दौड़ने लगा था और वह जिस तरह से उसकी मां की गंदी बातें कर रहा था उसे सुनकर वह अपने मन में कल्पना करने लगा था अपनी मन की बड़ी-बड़ी कांड के बारे में उसकी चुचियों के बारे में और उसकी पुर के बारे में जिसे वह आज तक अपनी आंखों से देख नहीं पाया था उसकी भूगोल की संरचना के बारे में उसे बिल्कुल भी समझ नहीं थी फिर भी वह कल्पना कर रहा था आज उनसे पहली बार इस बात का पता चला था कि औरतों की चूचियों को अमरुद भी कहा जाता है वरना हुआ तो अमरूद पेड़ पर लगे फल को ही समझता था आज पहली बार ज्ञात हुआ था कि औरतों के छातियों पर लगे हुए फल को भी अमरुद कहां जाता है,,,। राजू को उसके ख्यालों में खोया हुआ देखकर मिलना उसे ऊपर से नीचे की तरफ देखने लगा और उसके पजामे में अपने तंबू को देखकर उसके होश उड़ गए,,, उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था क्योंकि वह पूरी तरह से अपनी औकात में था खड़ा होने के बाद मुन्ना का खुद का पजामा भी इस तरह से तंबू नहीं बन जाता थाइसलिए तो राजू के पजा6 में बने तंबू को देख कर उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था,,,,पर इस बात से भी वह पूरी तरह से हैरान और उत्तेजित हो गया था कि अपनी मां के बारे में गंदी गंदी बातें सुनकर उसके चेहरे पर गुस्सा नहीं बल्कि उसके पजामे की हालत खराब हो रही थी इसका मतलब साफ था कि वह भी अपनी मां के बारे में गंदी बातें सुनकर उत्तेजित हो रहा था,,,,मुन्ना अभी भी अपने लंड को हिला रहा था और किसी और के बारे में ही बल्कि राज्यों की मां और दुआ के बारे में सोच कर ही,,,, अपने लंड को हिलाते हुए वह अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,)
देख राजुमैं गांव के बाकी लड़कों की तरह नहीं हूं जो तेरी मां और बुआ के बारे में गंदी गंदी बातें करु मैं तेरा पक्का दोस्त हु और मैं यह चाहता हूं कि तू उन लोगों का मुंह बंद कर दे इस तरह से खामोश रहेगा तो वह लोग इसी तरह से तेरी मां और बुआ के बारे में गंदी गंदी बातें करते रहेंगे और वह लोग यही सोचेंगे कि तेरे पास है ही नहीं इसलिए भी कमला चाची के साथ कुछ कर नहीं पाता सच कहूं तो जिस तरह से वह लोग बातें करते हैं उसी तरह से तुझे भी हिम्मत करके उन लोगों की मां बहन के बारे में गंदी बातें करना चाहिए ताकि वह लोग तेरी मां और बुआ के बारे में इस तरह की गंदी बातें ना कर सके,,,,,,,
(मुन्ना की बातों को सुनकर राजू कुछ देर खामोश रहा फिर बोला)
तू सच कह रहा है मुन्ना मुझे भी उन जैसा बनना पड़ेगा तभी यह हरकतें बंद होगी वरना यह लोग इसी तरह से मेरा मजाक उड़ाते रहेंगे,,,,
इसीलिए तो कह रहा हूं दिखा अपना,,,, देख मेरा कैसा खडा है,,,(मुन्ना जोर-जोर से अपने लंड को हिलाते हुए बोला,,, राजू की नजर बार-बार उसके
लंड पर चली जा रही थी ,,, जो की पूरी तरह से खड़ा था राजू की हालत खराब होती जा रही थी कि की पहली बार कोई उसका हमउम्र इस तरह से उसकी आंखों के सामने अपने लंड को हिला रहा था,,,,,, राजू के लिए यह बर्दाश्त के बाहर था,,,, उसे अपने खड़े लंड में दर्द महसूस होने लगा था,,,,,,,,,)दिखाएगा नहीं तो पता कैसे चलेगा कि तेरे पास भी है वरना रोज यही बातें होती रहेंगी कि राजू के पास है ही नहीं वह औरतों को खुश नहीं कर सकता,,,,
देख ऐसी बात नहीं मेरे पास भी है लेकिन मुझे शर्म आती है,,,
अरे शर्म कैसी,,,, मुझे देख में शर्मा रहा हूं क्या,,,( मुन्ना उसी तरह से अपने लंड़ को हिलाते हुए बोला,,,)
तुझे नहीं आ रही है लेकिन मुझे तो आ रही है ना,,,(राजू शर्माते हुए बोला)
जा मुझे क्या गांव वाले तब तो यही कहते रहेंगे कि सच में तेरे पास लंड नहीं है,,,,इसी तरह से तू रहा तो एक न एक दिन जरूर श्याम और उसके दोस्त तेरी मां को चोद देंगे,,,, तब मत कहना कि यह कैसे हो गया,,,,
(मुन्ना की यह बात सुनकर राजू को गुस्सा आ गया और वह गुस्से में बोला)
मेरे पास भी है रुक अभी दिखाता हूं,,,,(पर इतना कहने के साथ ही राज्यों में अपनी पहचान को एक झटके से नीचे की तरफ खींच लिया और अगले ही पल उसका खड़ा मोटा तगड़ा लंबा लंड हवा में एकदम से आसमान की तरफ मुंह उठाए टनटनाने लगा,,,,, यह देखकर तो मुन्ना की आंखें फटी की फटी रह गई उसे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि राजू जो निगम शर्मिला सबसे शर्माता रहता है उसके पास इतना मोटा तगड़ा लंबा लंड होगा,,,, आश्चर्य से उसका मुंह खुला का खुला रह गया था,,,, मुन्ना को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था,,,,,,, क्योंकि वह राजू का हमउम्र था पर इस उम्र को देखते हुए वह बार-बार अपने लंड की तरफ देख लेगा था जो कि राजू के फ्रेंड से आधा ही था और वह अपने आप पर शर्मिंदा होने लगा कि अपना आधा लंड दिखा कर कीतना गर्व कर रहा था,,,,,राजू के लंड में जरा भी लचकपन नहीं था ,,,,अपनी मां की गंदी बातों को सुनकर वह पूरी तरह से उत्तेजित हो गया था जिसका असर उसे अपनी दोनों टांगों के बीच अपने लटकते हुए लंड पर महसूस हुआ था और वह उत्तेजित होकर पूरी तरह से एकदम लोहे के रोड की तरह खड़ा का खड़ा हो गया था,,,,
राजू एक नजर अपने लंड की तरफ डालकर मुन्ना की तरफ देखते हुए बोला,,,।
मुन्ना अब बोल मेरे पास है कि नहीं,,,,,
बाप रे इतना बड़ा और मोटा यार तेरा तो एकदम जबरदस्त है कमला चाची की बुर में अगर एक बार चला गया तो कमला चाची माई बाप करके चिल्ला उठेगी और वह तो तेरी दीवानी हो जाएगी कमला चाची ही क्यों गांव की किसी भी औरत की बुर में अगर तेरा लंड चला गया तो वह तो तेरी दीवानी हो जाएगी,,,,(मुन्ना राजू के लंड की बढ़ाई किए जा रहा था और अपने लंड को जोर-जोर से हिलाए जा रहा था,,, राजू तो अपने लंड की बड़ाई सुनकर गदगद हुए जा रहा था,,,, मुन्ना की बातों को सुनकर उसे यह एहसास होने लगा था कि,, उसके पास जो है वह अद्भुत और जानदार है,,,, अभी तक राजू बड़ी उत्सुकता से मुन्ना को मुठिया मारते हुए देख रहा था लेकिन यह क्रिया उसके समझ के बिल्कुल भी परे थी वह हस्तमैथुन की क्रिया को जानता ही नहीं था जोकि अभी तक सिर्फ खामोशी से देख रहा था लेकिन अब बोल पड़ा,,,,)
सब तो ठीक है लेकिन तु यह क्या कर रहा है,,,,?
मुठिया मार रहा हूं मेरे दोस्त,,,, इसे अपने आप ही सुख प्राप्त करना कहते हैं,,,, इससे बहुत मजा आता है,,,,(मुन्ना पूरी तरह से उत्तेजित हो चुका था उत्तेजना के इस खेल में उसकी उत्तेजना को और अधिक बढ़ावा दे रहा था राजू की मां की कल्पना जिसके चलते मुन्ना तुरंत चरण सुख के करीब पहुंच गया था और देखते ही देखते राजू कुछ और पूछ पाता इससे पहले ही उसके लंड से एक जोरदार पिचकारी फूट पड़ी,,,,, यह पिचकारी राजू के लिए अद्भुत और बेहद अनजान सी थी,,,,,, इस बारे में राजू को बिल्कुल भी पता नहीं था,,, हां कभी-कभी उसे उठने के बाद अपना पैजामा किला महसूस जरूर होता था लेकिन कभी वह समझ नहीं पाया था,,, इसलिए पिचकारी को देखते ही आश्चर्य से राजू बोला,,,)
अरे यह कैसा पेशाब है,,,,?
यह पेशाब नहीं है राजू यह मस्ती की धारा है,,,,, तू भी अगर जोर जोर से हिलाएगा तो तेरे भी निकलेगी,,,,( मुन्ना पजामे को ऊपर करके गहरी सांस लेते हुए बोला,,,, मुन्ना अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,)देख राजू तू मेरा दोस्त है इसलिए तुझे कहता हूं कि जब भी श्याम या उसके दोस्त तुझे चिढ़ाए तो,,उन्हें भी अपना खोल कर दिखा देना देखना हम की आंखें फटी की फटी रह जाएगी और बालों शर्मिंदा हो जाएंगे और तुझसे दोबारा कुछ भी नहीं कहेंगे पता नहीं क्यों क्योंकि उन लोगों के पास तेरे से आधा ही है,,,,
क्या मेरे पास ज्यादा बड़ा है क्या,,,,( राजू आश्चर्य से बोला)
हां तेरे पास सच में ज्यादा बडा है देखना तो औरतों का अपना दीवाना बना देगा,,,,
चल हट पागल हो गया है तू,,,, चल अब घर चलते हैं अंधेरा हो गया है,,,,(और इतना कहकर दोनों घर की तरफ चलने लगे,,, राजू अपने मन में सोचने लगा क्या वाकई में उसके पास जबरदस्त लंड है,,,,, यह सोचकर वह अपने आप पर गर्व महसूस भी कर रहा था,,,)