राजू अपने मामा को देखकर जितना खुश हुआ था उससे भी कहीं ज्यादा खुश हूं वह अपने मामा की लड़की रीना को देखकर हुआ था रीना को देखते ही उसके तन बदन में अजीब सी हलचल होने लगी थी रीना राजू की ही हम उम्र थी देखने में बेहद खूबसूरत गोरी चिट्टी थी,,,,, उसे देखते ही राजू के पजामे में हलचल सी होने लगी थी राजू के लिए अब कोई भी रिश्ता कितना भी करीबी क्यों ना हो कोई मायने नहीं रखता था उस रिश्ते में राजू को केवल उसकी बुर दीखती थी और इस समय भी राजू को अपनी मामा की लड़की में अपनी बहन नहीं बल्कि उसकी दोनों टांगों की बीच की बुरी नजर आ रही थी राजू औरतों की खूबसूरती अब उनकी चूची और उभरी हुई गांड से ही तय करता था और इस समय रीना की चूची और गांड दोनों जवानी का उभार लिए हुए थी,,,,
aradhna apni chuchiyo ko apne hath se masalti huyi
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लेकिन राजू यह जानकर थोड़ा हैरान हुआ था कि उसके मामा गुलाबी की शादी का रिश्ता लेकर आए थे गुलाबी की शादी का रिश्ता का मतलब था कि गुलाबी कि जल्द से जल्द शादी हो जाना और फिर उसके बाद गुलाबी अपने ससुराल चली जाती राजू यह सोच कर परेशान हुआ जा रहा था क्योंकि रात को भले दिन भर उसे बुर के दर्शन ना हो लेकिन,,, रात को वह अपनी बुआ की बुर में अपना लंड डालकर अपनी गर्मी शांत करता ही था अगर उसकी बुआ शादी करके अपने घर चली जाती तो रात की तन्हाई में वह करवटें बदलते हुए अपना दिन गुजारता,,, इसीलिए शादी वाली बात उसे ठीक नहीं लगी थी लेकिन वह कर भी क्या सकता था उसकी बुआ की शादी की उम्र जो हो गई थी,,,,,,
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थोड़ी ही देर में हरिया भी पहल गाड़ी लेकर आ गया था और अपने साले को देखकर एकदम से खुश हो गया था,,,, साला उम्र में छोटा था इसलिए हरिया को देखते ही उसके पैर छूकर आशीर्वाद लिया,,, और दोनों बैठ गए बातें करने,,, गुलाबी भी अपनी भाभी के पास बैठ गई थी क्योंकि उसकी शादी की बात जो हो रही थी और उसे भी अच्छा नहीं लग रहा था उसे तो राजू का नशा हो गया था उसके लंड को जब तक वह अपनी बुर में नहीं लेती थी तब तक उसे नींद नहीं आती थी और जो राजू सोच रहा था वही सोच कर गुलाबी भी परेशान हुए जा रही थी वह अब शादी करके यहां से जाना नहीं चाहती थी क्योंकि शादी वाला सुख तो उसे घर में ही मिल रहा था और यही हाल हरिया का भी था हरिया भी कभी कभार अपनी छोटी बहन की बुर का मजा ले लेता था और अपनी बीवी की बुर से उसे ज्यादा मजा अपनी छोटी बहन की बुर में आता था क्योंकि अपनी बीवी को तो वह रोज ही चोदता था,,,, ईसलिए यु एकाएक गुलाबी के विवाह की बात होते ही वह भी परेशान हो गया था,,,, लेकिन इन सब ने मधु बहुत खुश थी क्योंकि बाकी के तो सभी अपना अपना नजरिया लगाकर देख रहे थे लेकिन मधु दूर तक सोच रही थी वह अच्छी तरह से जानती थी कि अगर गुलाबी शादी करके इस घर से अपने ससुराल चली जाएगी तो उसके और उसके बेटे के बीच कोई दीवार नहीं रह जाएगी कोई बोलने वाला नहीं कोई टोकने वाला नहीं बस वह और उसका बेटा दिनभर चुदाई के खेल में मग्न रहेंगे,,,,
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सभी लोग विवाह के बाद में लगे हुए थे और राजू अपने मामा की लड़की रीना के पीछे पड़ चुका था रीना की उभरी हुई गांड उसके लंड की ऐंठन को बढ़ा रही थी,,, राजू किसी भी तरह से रीना को अपने बस में करना चाहता था इसलिए उससे बोला,,,।
रीना जब तक यह लोग बातें करते हैं तब तक आओ मैं तुम्हें थोड़ा बाहर घुमा लाता हूं यहां बहुत गर्मी है,,,
तुम ठीक कह रहे हो राजू मुझे भी बहुत गर्मी लग रही है,,, चलो चलते हैं,,,,
(रीना की मधुर आवाज उसके कानों में मिश्री घोल रही थी और वह खुश होता हुआ रीना को घर से बाहर लेकर आ गया,,, चारों तरफ अंधेरा छा चुका था,,, रीना और राजू दोनों काफी बरसों के बाद एक दूसरे से मिल रहे थे बचपन में दोनों एक दूसरे के साथ खेला करते थे,,,, इसलिए राजू अपनी बातों का जादू रीना के ऊपर चलाते हुए बोला,,,)
याद है तुमको रीना जब तुम छोटी थी छोटा तो मैं भी था लेकिन तुम्हारी नाक बहा करती थी और मैं रोज तुमको डांट दिया करता था,,,
धत्,,,, वह सब बचपन की बात थी अब तो मेरी नाक बिल्कुल भी नहीं बहती,,,,
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हां रीना तुम अब बिल्कुल बदल गई हो तुम बहुत खूबसूरत दिखती हो ऐसा लगता है कि जैसे स्वर्ग से कोई अप्सरा उतर कर धरती पर आ गई हो,,,
(राजू की मौसी अपनी खूबसूरती की तारीफ सुनकर रीना एकदम से शर्मा गई और उसके होठों पर हल्की सी मुस्कान आ गई यह देखकर राजू के दिल की धड़कन बढ़ने लगी और वह अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला) तुम्हें इधर नहीं आना चाहिए था,,,
वह क्यों,,?
तुम तो नहीं जानती रीना लेकिन मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि तुम्हारी जैसी खूबसूरत लड़की इस गांव में क्या,,, अगल-बगल के 10 गांव में नहीं है,,,,
क्या तुम भी राजू,,,(रीना हंसते हुए बोली तो राजु बोला,,)
मेरे सर की कसम रीना मैं तो पूरा गांव घुमा हूं लेकिन मैंने आज तक तुम्हारी जैसी खूबसूरत लड़की इस गांव में तो क्या 10 गांव में नहीं देखा हूं इसीलिए कह रहा हूं कि तुम्हें किस गांव में नहीं आना चाहिए वरना सुबह होते ही गांव के लड़कों की लाइन लग जाएगी तुम्हें देखने के लिए,,,
ऐसा क्या,,,!
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हां,,,, रीना जब गांव के जवान लड़कों को यह बात पता चले कि की एक खूबसूरत लड़की से गांव में आई है तो सोचो वह लोग धूम दबा कर भागते हुए इधर आ जाएंगे और तुम्हें देखकर एकदम पागल हो जाएंगे,,,,
(राजू की बातों को सुनकर रीना को बहुत मजा आ रहा था क्योंकि राजू उसकी खूबसूरती की तारीफ के पुल बांध रहा था और ऐसी कौन सी लड़की हो तो जिसे अपनी खूबसूरती की तारीफ सुनना पसंद नहीं होगा,,,, राजू की बात सुनकर रीना मुस्कुराते हुए जवाब दी,,,)
तब तो मुझे बड़े सवेरे ही इधर से निकल जाना होगा ताकि किसी को पता ही ना चले,,,
हां यह बात तो है,,,, लेकिन इतनी जल्दी हम तुम्हें तुम्हारे घर भेजने वाले थोड़ी हैं,,,,
तो कब भेजोगे,,,
जब हमारा मन भर जाएगा,,,
किस बात से,,,
तुम्हारी खूबसूरती देख देख कर,,,,
धत्,,, कैसी बातें कर रहे हो ऐसा लग रहा है जैसे किसी दूसरी लड़की से बात कर रहे हो मैं तो तुम्हारी बहन हूं फिर भी इस तरह से बातें कर रहे हो,,,,
अरे पगली वह तो मैं जानता ही नहीं लेकिन तुम्हारी खूबसूरती की तारीफ करना भी बहुत जरूरी था तुम बहुत खूबसूरत हो,,,
(बातें करती है फिर दोनों खेत की तरफ निकल आए थे जहां पर थोड़ी ऊंचाई थी और रीना की नजर जैसे आसमान में पड़ी वह एकदम से खुश होते हुए बोली,,,)
अरे वाह राजू देखो तो सही चांद कितना खूबसूरत लग रहा है,,,,
तुमसे ज्यादा खूबसूरत नहीं है रीना,,,,
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पागलों जैसी बातें मत करो राजू तुम जिस तरह की बातें कर रहे हो इस तरह की बातें कोई अपनी बहन से नहीं करता,,,
तो किससे करता है,,,,
चलो अब तुम बड़े हो गए हो इतना तो समझते ही होगी किस तरह की बातें एक जवान लड़का किससे करता है,,,
काफी समझदार हो गई हो रीना,,,,
समझदार तो मैं पूरे गांव में हूं,,, पता है गांव के लोग क्या कहते हैं,,,(अपने कमीज को ठीक करते हुए नीचे जमीन पर बैठ गई)
क्या कहते हैं,,,?(इतना कहने के साथ ही राजू भी उसके एकदम बगल में बैठ गया इस तरह से बैठ गया कि उसका बदन रीना के बदन से स्पर्श होने लगा,,,, ओर यह स्पर्श रीना के तन बदन में अजीब सी हलचल पैदा करने लगा बहुत संकोचाते हुए बोली,,,)
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यही कि पूरे गांव में मेरी जैसी समझदार लड़की कोई नहीं है,,,,
यह तो मैं भी कह रहा हूं हमारे तो समझदार लड़की कहते हैं मैं तो कहता हूं कि तुम बहुत खूबसूरत हो तुम्हारी जैसी खूबसूरत लड़की कोई नहीं है,,,,।
(रीना जवान हो चुकी थी उसके तन बदन में भी जवान लड़कों की इस तरह की बातें सुनकर हलचल सी होती थी लेकिन इस तरह की बातें उससे आज तक किसी ने किया नहीं था और इसीलिए राजू की बातें सुनकर उसके बदन में हलचल सी हो रही थी खास करके उसकी दोनों टांगों के बीच की हलचल उसे मदहोश कर रही थी,,,, कुछ देर के लिए एकदम से खामोश हो गई तो इस खामोशी को तोड़ते हुए राजू बोला,,,)
मामा जी बुआ की शादी के लिए आए हैं ना,,,
हां,,,
लेकिन तुम भी तो जवान और खूबसूरत हो तो तुम्हारी शादी के लिए,,,,(इतना कहकर राजू रुक गया तो रीना बोली,,)
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हमारी शादी तय हो चुकी है लेकिन अभी नहीं 2 साल बाद होगी पिताजी ने अच्छा रिश्ता देख लिया था तो सोचे क्यों ना तुम्हारी बुआ की शादी उस लड़के से कर दिया जाए क्योंकि लड़का भी ठीक-ठाक है और घर बार भी ठीक-ठाक है खेत खलियान सब कुछ है इसीलिए तो पिताजी जल्दबाजी में इधर आ गए वरना वह लोग किसी और से बातें करने वाले थे,,,,
चलो तब तो ठीक ही है आखिरकार एक ना एक दिन तो बुआ की शादी होनी है मामा जी देखे होंगे तो अच्छा ही रिश्ता होगा,,,,
(रीना के चेहरे के हाव-भाव थोड़े बदलते हुए नजर आ रहे थे उसके बदन में कसमस आहट हो रही थी यह देख कर राजू बोला)
क्या हुआ रीना क्या बात है कुछ तकलीफ है क्या,,,?
नहीं ऐसी कोई भी बात नहीं है लेकिन हमें घर चलना चाहिए काफी देर हो गई है,,,,(इतना कहकर एकदम से खड़ी हो गई और चलने की तैयारी कर ही रही थी कि अपना पेट पकड़कर थोड़ा सा झुक गई हो चेहरे पर दर्द के भाव लाते हुए बोली,,,)
हाय दैया,,, मर गई रे,,आहहहह
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(रीना के मुंह से इतना सुनकर राजू एकदम से हैरान हो गया और वह एकदम परेशान होता हुआ बोला)
क्या हुआ रीना क्या हुआ,,,,
पेट में ऐठन हो रही है,,,,
एेंठन ,,,,,
हां पेट में गुड़गुड़ाहट भी हो रही है मैं अब घर तक नहीं जा सकती,,,,
मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूं तुम क्या कह रही हो,,,,
अरे बेवकूफ मुझे सौच जाना है,,,, जाओ जल्दी से टप्पा लेकर आओ पानी भर कर मुझसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है,,,,
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ओहहहहह,,,, तुम यहीं रुको मैं जल्दी से डब्बा लेकर आता हूं,,,,,(इतना कहने के साथ ही राजू डब्बा लेने के लिए हेड पंप की तरफ चला गया जोकि थोड़ी ही दूरी पर था और दूसरी तरफ रीना ऊंचाई पर खड़ी होकर चारों दिशा में देख रही थी कि शौच जाने के लिए अच्छी जगह कौन सी होगी,,,, टीना को कोई अच्छी जगह नजर नहीं आ रही थी और एक तो मुसीबत वाली बात यह थी कि आसमान में चांद पूरी तरह से खिला हुआ था और चांदनी रात होने की वजह से दूर-दूर तक सब कुछ साफ नजर आ रहा था इसलिए उसकी परेशानी और बढ़ती जा रही थी लेकिन फिर भी वह,,, अपने आप को रोक नहीं सकती थी इसलिए धीरे से ऊंचाई पर से नीचे उतरी और धीरे-धीरे कदम रखते हुए घनी झाड़ियों को ढूंढने लगी और तकरीबन 20 25 कदम जाने के बाद उसे घनी झाड़ी नजर आई और वह तुरंत उस खड़ी झाड़ी के पीछे जाकर खड़ी हो गई वह अपने चारों तरफ नजर दौड़ा कर देखने लगी कि कहीं कोई देख तो नहीं रहा है ,,,, लेकिन दूर दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था इसलिए वह धीरे से अपनी सलवार की दूरी खोलने लगी और सलवार खोलने के साथ ही सलवार को नीचे घुटनों तक लाकर वहीं बैठ गई और सौच करने लगी,,,
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और दूसरी तरफ डब्बा ढूंढ कर हेडपंप में से पानी भरकर राजू उसी जगह पर आ गया जहां पर वह रीना को छोड़ कर गया था लेकिन रीना वहां नजर नहीं आ रही थी तो वहीं खड़ा खड़ा था चारों तरफ नजर उठाकर देखने लगा तो कहीं रीना दिखाई नहीं दे रही थी यह देखकर राजू थोड़ा परेशान हुआ कि आखिर कार चली कहां गई फिर वह भी धीरे से नीचे उतरा और इधर-उधर देखना शुरू कर दिया राजू रीना को नहीं देख पा रही थी लेकिन रीना जोगी झाड़ियों के पीछे बैठी हुई थी वह राजू को साफ देख पा रही थी,,,, लेकिन इस समय राजू को आवाज देकर अपने पास बुलाने में उसे शर्म महसूस हो रही थी ऐसा वह पहले भी कर चुकी थी लेकिन डब्बा भर कर लाने वाला कोई लड़की ही होती थी कोई जवान लड़का नहीं लेकिन आज मामला पलट चुका था डब्बा भर कर राजू लेकर आया था इसलिए रीना को शर्म महसूस हो रही थी क्योंकि वह गांड खोल कर बैठी हुई थी सोच करने ऐसे में वह किस मुंह से झाड़ू से बाहर निकल कर आती या राजू को आवाज देकर अपने पास बुलाते यह रीना के लिए बेहद शर्मसार कर देने वाला मामला महसूस हो रहा था,,,,।
Reena is tarah se jhadiyo me bethkar sauch karti huyi
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दूसरी तरफ राजू परेशान था कि कहीं रीना घर की और तो नहीं चली गई लेकिन फिर वह सोचने लगा कि रीना को बड़े जोरों की लगी हुई थी वह घर जा ही नहीं सकती इसलिए थोड़ा आगे की तरफ जाने लगा जहां पर रीना झाड़ियों के पीछे बैठी हुई थी रीना का दिल जोरों से धड़क रहा था आखिरकार ऐसे हालात में जो कि उसकी सलवार उसके घुटनों तक है उसकी नंगी गांड एकदम साफ नजर आ रही है ऐसे हालात में वह एक जवान लड़के के सामने कैसे जाएगी यह सोच कर उसे शर्म महसूस हो रही थी और हैरान भी थी कि अब वह क्या करें,,,,, अभी तक तो राजू बिना कुछ बोले उसे सिर्फ ढूंढ रहा था लेकिन अब उसका नाम लेकर बुलाने लगा,,,,।
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रीना,,,,,,, रीना कहां हो बोलो तो सही,,,, देखो यह मजाक करने का समय बिल्कुल भी नहीं है घर पर सब लोग इंतजार कर रहे होंगे,,,,
(लेकिन कहीं से किसी भी तरह का जवाब नहीं आ रहा था दोनों के बीच की दूरी केवल 1 मीटर जैसी रह गई थी लेकिन फिर भी राजू को इस बात का एहसास नहीं हो रहा था कि झाड़ी के पीछे ही रीना बैठी हुई है रीना एकदम से शर्म से पानी पानी हुई जा रही थी क्योंकि 1 मीटर की दूरी पर ही वह बैठकर एक जवान लड़के के सामने सोच कर रही थी ऐसे हालात से कभी वह गुजरी नहीं थी इसलिए इस तरह के हालात सामने आते ही वह घबराहट में पसीना पसीना हो गई थी,,,,,, रीना अपने मम्मी यही सोच रही थी कि राजू अगर थोड़ी दूर जाएगा तो उसे आवाज देकर वहीं पर डब्बा रखने के लिए बोल देगी लेकिन जब तक वह ऐसा बोल पाती है तभी उसे झाड़ियों में सुरसुराहट की आवाज आ गई और वह इस तरह की सुरसुरा हट की आवाज से एकदम से घबरा जाती थी और डर जाती थी और वैसे भी उसे भूत चुड़ैल का बहुत ज्यादा डर लगता था इसलिए जैसे ही साड़ियों के अंदर से सुरसुरा मत की आवाज आई वह एकदम से चौक कर झाड़ी के बाहर आ गई,,,)
हाय दैया,,,,(ऐसा कहते हुए वो एकदम से झाड़ी के बाहर आकर खड़ी हो गई ठीक राजू की आंखों के सामने वह एकदम से घबराई हुई थी लेकिन राजू की आंखों के सामने आते ही वह एकदम से जडवंत हो गई थी,,,, उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें जिस हालात में वह राजू की आंखों के सामने खड़ी थी उस हालात में राजू उसे देखकर एकदम से मदहोश हो गया उसके बाद मस्त जवानी उसकी आंखों के सामने उजागर हुई थी,,, झाड़ियों में से आई सुरसुराहट की आवाज सुनकर वो एकदम से चौक कर बाहर निकल आई थी,,,, और उसके ऐसा करने से उसके हाथ में उसकी कुर्ती तो रह गई थी जो कि कमर से ऊपर पकड़ी हुई थी लेकिन सलवार सूट कर नीचे उसके कदमों में जा गिरी थी और ऐसे हालात में कमर के नीचे वह पूरी तरह से नंगी हो गई थी राजू की नजर थी उसकी मदहोश कर देने वाली खुशबूदार बुर पर गई थी जिस पर हल्के हल्के बाल थे और बालों के अंदर छिपी हुई उसकी मदहोश कर देने वाली जवानी एकदम साफ नजर आ रही थी जो कि एकदम पतली दरार के रूप में थी,,,
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राजू तो अपनी मामा की लड़की की खूबसूरत जवानी के केंद्रबिंदु को देख कर पागल हुआ जा रहा था उसके पैजामा में तंबू बन चुका था रीना एकदम हैरान और परेशान कि उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें जिस हालात में हुआ थी ऐसे हालात में वह सलवार को उपर उठाकर पहन भी नहीं सकती थी राजू ने रीना की मदहोश जवानी को अपनी आंखों से देख लिया था और उसे पाने के लिए तड़प उठा था,,,,, रीना के तन बदन में भी अजीब सी हलचल होने लगी थी क्योंकि वह साफ तौर पर देख रही थी कि राजू उसकी बुर की तरफ देख रहा था और एक जवान लड़की के लिए इससे ज्यादा शर्म कर देने वाली बात और क्या हो सकती है कि वह एक लड़के के सामने अपनी बुर दिखा कर खड़ी हो,,,,,
रीना कुछ बोल नहीं पा रही थी और राजू इसी का फायदा उठाते हुए उसकी बुर को देखे जा रहा था जोकि खूबसूरत चिकनी टांगों के बीच और भी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी,,,,,, आखिरकार रीना से रहा नहीं गया और वह बोली,,,,,
राजू तुम डिब्बा वहीं रख दो और जाओ मैं आती हूं,,,
(रीना की आवाज कानों में पढ़ते ही जैसे राजू को किसी ने नींद से जगाया हो वो एकदम से चौक गया और हडबढ़ाते हुए बोला,,,,)
हां ,,,, हा,,,,,,, मैं मैं यही रख दे रहा हूं,,,,(इतना कहकर राजू वहीं पर डिब्बा रख दिया जहां पर खड़ा था लेकिन इस दौरान भी वह अपनी नजरों को रीना की दोनों टांगों के बीच गडाया हुआ था और डिब्बा रखने के बाद भी वह वही खड़ा रह कर रीना की बुर कोई देख रहा था तो रीना एकदम से शर्माते हुए बोली,,,)
अब जाओ कि खड़े रहोगे,,,,
जजज,,, जाता हूं,,,(और इतना कहने के साथ ही राजू जाने लगा तो रीना फिर से बोली)
अभी यहा देखना नहीं,,,,(और राजू की कुछ दूरी पर जाने पर रीना धीरे से नीचे से अपनी सलवार को उठाकर घुटनों तक लाई और उसी तरह से झुकी हुई ही उस डब्बे तक गई और वहीं पर बैठकर पानी से धोने लगी पानी के गिरने की आवाज राजू के कानों में एकदम साफ सुनाई दे रही थी इसलिए उससे रहा नहीं गया और वह पीछे मुड़कर रीना की तरफ देखने लगा,,,, रीना राजू कर दिए बिना अपनी नजरों को अपनी दोनों टांगों के बीच टिकाए हुए डिब्बे के पानी से साफ कर रही थी इस हालात में इस अवस्था में रीना गजब की खूबसूरत और कामुकता से भरी हुई लग रही थी रीना की अचानक नजर ऊपर उठी और राजू की तरफ गई तो राजू की आंखों में देख कर रही ना एकदम से शरमा गई और वह कुछ बोल नहीं पाई उससे कुछ भी बोला नहीं जा रहा था और वह उसी तरह से पानी से साफ करती रही और राजू की आंखों के सामने ही डब्बे को रख कर धीरे से खड़ी हुई और अपनी सलवार को उपर चढ़ाकर सलवार की डोरी को बांधने लगी,,,, इसके बाद डब्बा को हाथ में लेकर वह आने लगी तो राजू बोला,,,।
डिब्बा फेंक दो,,,, अपने घर का नहीं है,,,
(और इतना सुनते ही शर्मिंदगी का अहसास लिए रीना दिलवा को वहीं पर एक दिया और बिना कुछ बोले शर्म से संकुचाते हुए राजू के करीब आई और धीरे से अपने घर की तरफ दोनों चल दिए,,,,,, राजू बहुत खुश था आज अनजाने में ही वह रीना की खूबसूरत बुर के दर्शन कर लिया था और उसकी बुर की वजह से उसका लंड पूरी तरह से खड़ा था जिस पर अनजाने में ही रीना की नजर पड़ी तो वह एकदम से चौक गई आज तक उसने एक जवान लंड के दर्शन नहीं कि थी इसलिए उसके तन बदन में अजीब सी हलचल होने लगी थी हालांकि अभी भी वह नंगे लंड को नहीं देख पाई थी लेकिन फिर भी एक जवान लड़की होने की वजह से उसे इतना तो पता ही था कि एक जवान लड़के के पजामे में उसके काम की ही चीज होती है जो कि इस समय तंबू की शक्ल में था यह देखकर उसकी दोनों टांगों के बीच की पतली दरार में हलचल होने लगी थी वह बिना कुछ बोले राजू के साथ चली जा रही थी और रह रह कर अपनी तिरछी नजरों से उसके पजामे की तरफ नजर भर कर देख ले रही थी आज रीना की जिंदगी में पहला मौका था जब वह अपने बदन में उत्तेजना का अनुभव कर रही थी और किसी जवान लड़के के सामने इस अवस्था में आई थी इसलिए कुछ अजीब सी हलचल उसके बदन को झकझोर कर रख दे रही थी जवानी की प्यास उसके बदन में भी उम्र रही थी मदहोशी उसके बदन में चीकोटिया भर रही थी,, आज सही मायने में उसे इस बात का एहसास हो रहा था कि वह पूरी तरह से जवान हो गई है क्योंकि उसकी बुर से मदन रस टपकने लगा था और देखते ही देखते दोनों घर पर पहुंच गए थे जहां पर अभी भी विवाह की ही बात हो रही थी,,,,।