अध्याय १२
मैरी डिसूजा की टेबल पर रखा हुआ इंटरकॉम बज उठा| उन्होंने आगे झुककर इंटरकॉम का बटन दबाया "मैडम, रिसेप्शन में जया आपका इंतजार कर रही है..." इंटरकॉम के स्पीकर से बाहर रिसेप्शन में बैठी मुन्नी की आवाज सुनाई दी|
"अरे हां" मैरी डिसूजा ने कहा, "काफी देर हो गई और अंधेरा भी हो गया है मुझे उसको विदा करना पड़ेगा... बेचारी को टाइम पर घर भी जाना है, नहीं तो घरवाले चिंता करेंगे... ठीक है उसे अंदर भेज दो"
यह कहकर मैरी डिसूजा अपने कपड़ों को ठीक करती हुई बोली, " अगर मेरा बस चलता तो सारी रात में तुझे अपने सीने से लगा कर रखती... खैर फिलहाल मुझे जया को उसकी रॉयल्टी (royalty) देनी है..."
मैंने भी अपने बालों को थोड़ा ठीक किया कि इतने में दरवाजे पर दस्तक हुई|
"कम इन"
दरवाजा खुलाऔर वही सुंदर सांवली सी लड़की- जया, मुस्कुराती हुई अंदर आई लेकिन उसने चश्मा पहन रखा था और उसके कंधे पर एक बैग लटक रहा था| ठीक वैसा ही बैग, जैसे आज करके कॉलेज के लड़के लड़कियां अपने साथ ले जाते हैं- शायद उसमें कुछ किताबें भी होंगी| मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था अभी थोड़ी देर पहले मैंने इसी लड़की को ऊपर वाली मंजिल में एक अधेड़ उम्र के आदमी के साथ देखा था|
तब तक मैरी डिसूजा अपनी कुर्सी पर बैठ चुकी थी वह भी जया को देख कर मुस्कुराई|
मैरी डिसूजा ने अपनी टेबल का एक ड्रावर खोला और उसमें से एक लिफाफा निकालकर जया को पकड़ाया और फिर उससे बोली, "इन पैसों को अच्छी तरह से गिन लो... और सीधे घर चली जाना नहीं तो तुम्हारे मम्मी पापा चिंता करेंगे... वह सोचेंगे कि तुम सुबह कॉलेज के बाद तो ट्यूशन गई थी और इतनी देर क्यों लग रही है?"
"ठीक है ठीक है, मैडम... मैं यहां से निकलकर सीधे एक ऑटो पकड़ कर एकदम घर चली जाऊंगी" जया ने मुस्कुराते हुए कहा|
"ठीक है, पर जाने से पहले पैसों को अच्छी तरह से गिन लो"
"ओफ ओ... मैडम आप भी ना"
मैरी डिसूजा प्यार भरे अंदाज में जैसे किसी शरारती बच्चे को बड़े लोग डांटते हैं वैसे कहा, "मैं जैसा कहती हूं वैसा ही करो जया, वरना मैं तुम्हें डंडे मारूंगी... ठीक से पैसे गिन लो"
"ठीक है, ठीक है, गिनती हूं..." जया मुस्कुराती हुई पैसे गिनने में लग गई और मैं दूसरी तरफ देखने लग गई| लेकिन मुझे पैसे गिनने की आवाज साफ सुनाई दे रही थी...
खस- खस- खस- खस
मेरे अंदाज से उस लिफाफे के अंदर कम से कम 25 या 30 हजार रूपए तो जरूर होंगे|
"ठीक है मैडम, पेमेंट एकदम पूरी है”, जया ने कहा
"और याद है ना? सीधे ऑटो पकड़ के घर जाना; उस बार की तरह डिस्को बार में जाकर बॉयफ्रेंड के साथ नाचने की कोई जरूरत नहीं है... पिछली बार ऐसे ही तुम्हारे पैसे खो गए थे... याद रखना यह तुम्हारी मेहनत की कमाई है"
"अच्छा बाबा! मैं वादा करती हूं मैं सीधे ऑटो पकड़ कर घर ही जाऊंगी"
"ठीक है घर जाने के बाद मुझे व्हाट्सएप कर देना कि तुम ठीक-ठाक पहुंच गई हो"
इसके बाद जया ने मैरी डिसूजा से विदा लिया और फिर मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई और फिर अपने रास्ते चल पड़ी|
जया पढ़ी-लिखी कॉलेज जाने वाली लड़की थी लेकिन चुपके चुपके वह भी ब्लू मून क्लब की एक सक्रिय सदस्य थी|
"क्या तुम हैरान हो गई, पीयाली? " मैरी डिसूजा ने मुझसे पूछा जैसे वह मेरे मन के हाव-भाव को अच्छी तरह समझ गई हो, "तुम बिल्कुल जया जैसी ही हो... एक अच्छे घर की सुंदर लड़की- जब पहली बार हमारे ब्यूटी पार्लर में आई थी तो वह अपने बालों को स्टाइल करने के लिए आई थी... लेकिन मैं उसे देखते ही समझ गई थी कि उसके अंदर बहुत काबिलियत है... उसे महंगे महंगे डिस्को बार में जाने की आदत और लत पड़ चुकी है... और और उसका यह शौक पूरा करने के लिए उसे अतिरिक्त पॉकेट मनी की जरूरत पड़ती है... इसलिए जब उसने हमारा प्रचार पत्र देखा तो वह एक ही बार में मान गई और हमारी सदस्य बन गई है... और वैसे भी इस लड़की को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती... यह हमारे यहां महीने में 3 या फिर ज्यादा से ज्यादा 4 बार ही आती है... और एक बात बातयूं ?... तुमने रिसेप्शन में एक अधेड़ उम्र के आदमी को देखा था... उसने तुम्हें भी देखा था... पहले तो उसने जया को पसंद किया था लेकिन उसके बाद वह मुझसे रिक्वेस्ट कर रहा था कि तुम उसे सर्विस दो... पर मैंने उसे समझाया कि तू सर्विस देने नहीं लेने आई है... हा हा हा हा हा हा हा"
अब मैरी डिसूजा ने मेज पर रखी अपनी घड़ी की ओर देखा और फिर मुझसे बोली, "जा पीयाली... अब तो घर का रुख कर और हां घर पहुंच कर मुझे फोन करके बताना कि तूने क्या फैसला किया है... यह रहा मेरा कार्ड और इसके पीछे मैंने अपना पर्सनल नंबर भी लिख रखा है... और वाकई में यह बहुत ही हैरत की बात है जो हम दोनों की शक्लें इतनी मिलती-जुलती हैं| यह तो बहुत ही कमाल की बात है- यहां ज्यादातर लोग हमें मां बेटी समझ रहे हैं… तो यही सही"
मेरे मुंह से बस एक ही शब्द निकला, "अच्छा..."
"मैं तेरा फैसला जो भी हो पीयाली, मुझे साफ-साफ बता देना- आखिरकार फैसला तेरे हाथ में है- लेकिन एक बात याद रखना, तेरा फैसला जो भी हो- तेरे लिए मेरे जिम और योगा क्लास का दरवाजा हमेशा खुला रहेगा... और तुझे इसके लिए कोई पैसे वैसे या फिर मेंबरशिप फीस भी नहीं देनी पड़ेगी..."
मैंने कहा, "जी, अच्छा"
यह कहकर मैं मैरी डिसूजा का पर्सनल नंबर अपने मोबाइल में सेव करने के लिए अपना फोन पर्स से बाहर निकाला तो उन्होंने कहा, " यह तो मोबाइल का एक बहुत ही पुराना मॉडल है... तू नया फोन क्यों नहीं खरीद लेती"
अब मैं क्या करती मैं मारे शर्मिंदगी के फोन वापस वर्ष के अंदर डाल लिया और बोली, "जी मैं भी यह सोच रही थी... कि आप मुझे एक नया फोन ले लेना चाहिए"
एक पल के लिए मैरी डिसूजा तिरछी नजर से दीवार की तरफ देखा जैसे कि वह कुछ सोच रही हो, फिर उन्होंने सिर्फ इतना कहा "ठीक है..."
"जा पीयाली अब घर जा... काफी अंधेरा हो चुका है और अभी फिलहाल बारिश भी रुकी हुई है लेकिन मौसम का कोई भरोसा नहीं"
ब्लू मून क्लब की मालकिन मेरी डिसूजा ने मुझसे सर्विस के लिए पैसे नहीं लिए|
मैं ब्लूमून क्लब से बाहर निकली तो मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद में एक सपनों की दुनिया से निकल कर असलियत में कदम रख रही हूं| लेकिन यह हकीकत मानो मेरे लिए बिल्कुल नया नवेला और बहुत ही खुशनुमा था| ऐसा लग रहा था की प्रकृति ने पूरे वातावरण को जोरदार बारिश से बिल्कुल धोकर साफ सुथरा और नया नवेला बना दिया था|
मैं ऑटो पकड़ने के लिए दो कदम आगे ही बड़ी थी कि मेरी निगाहें एक जाने पहचाने चेहरे पर जा टिकी... वह आदमी फोन पर किसी से बात कर रहा था और मेरी तरफ मुस्कुरा कर देख रहा था|
मैं उस आदमी को देखकर हैरान रह गई|
क्रमशः