Jassybabra
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Awesome updateअध्याय 25इधर बलवंत की हवेली में
शाम का वक्त था और अब्दुल बहुत ही बेचने लग रहा था इतनी भी क्या बेचैनी थोड़ा आराम कर लो ,आव एक एक जाम हो जाए…
बेचैनी से घूमते हुए अब्दुल को देखकर बलवंत बोल उठा
"ठाकुर साहब पानी सर से ऊपर निकल गया है ,पता नही ये निशांत को क्या हो गया जो वो ऐसे बीच सड़क पर गांव की महिलाओं के साथ ,कमीने ने अम्मा को भी नही बक्सा"
ठाकुर जोरो से हँसा
"अरे तो तुम क्यों चिंता कर रहे हो इससे तो हमारा ही फायदा है ,जो लोग कुँवर और अम्मा के वफादार थे वो भी अब उसकी इन हरकतों के कारण उससे दूर हो जाएंगे "
अब्दुल वही पड़े कुर्सी पर बैठ गया
"ठाकुर साहब आप समझ नही रहे हो ,निशांत कोई मामूली आदमी नही है ,आपको क्या लगता है कि उसने ये सब किया फिर भी अम्मा और गांव वाले चुप क्यों बैठे हुए है ,क्या लोग उससे डरते है ? नही ठाकुर साहब वो उससे नही उसकी शैतानी शक्तियों से डरते है ,असल मे अभी तक तो निशांत को भी नही पता कि उसके पास कितनी ताकत है ,और उसके ऐसे कामो से उसकी शैतानी ताकते और भी मजबूत होने लगेगी ,पहले तो वो अपने गांव में तबाही मचाएगा और उसके बाद …??? आप खुद सोचिये की उसके बाद वो कहा आएगा ,ऐसे भी आपकी उससे दुश्मनी है अगर निशांत ने अपनी सारी ताकतों को जान लिया न तो समझ लो इस गांव में ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में हाहाकार मच जाएगा ,वो आपको चुटकियों में बर्बाद कर देगा और हम कुछ भी नही कर पाएंगे ,उसे रोकना होगा और अभी रोकना होगा इससे पहले की वो कुछ और करे"
बलवंत ने थोड़ी देर अब्दुल को देखा और फिर हँस पड़ा
“तुम खामखा ही परेशान हो रहे हो , अरे क्या ही कर लेगा वो , हमारे पास फ़ोर्स है और वो अकेला , जल्द ही मैं मुख्यमंत्री भी बन जाऊंगा “
अब्दुल बलवंत की बात को सुन कर हसने लगा
“ठाकुर साहब , आप जमीदार लोगो की परेशानी ही यही है की आप हर चीजो को मजाक में ही लेते है , आप सोच भी नहीं सकते की निशांत क्या कर सकता है ,मुझपर घटी है इसलिए मुझे पता है की वो क्या कर सकता है , उसने बिना ज्यादा ताकत के मेरा ये हाल कर दिया था की मैं सही गलत भूल कर हवस की अंधी दौड़ में दौड़ने लगा तो अब ना जाने वो क्या कर दे , आपके गांव की हर जवान स्त्री और पुरुष यौन सम्बन्ध बनाने के लिए हर हद को तोड़ देंगे, फिर ना वो रिश्ते की ही परवाह करेंगे ना ही समय की , सोचिये कैसा नजारा होगा, भाई बहन , बाप बेटी , माँ बेटा , कोई सम्बन्ध नहीं बच पायेगा ,सिर्फ हवस ही शेष रह जायेगा “
ठाकुर बलवंत कोई जैसे अब कुछ झटका लगा
“ये क्या बक रहे हो तूम “
“सही कह रहा हु ठाकुर साहब , बदलपुर का नाम तो सुना ही होगा आपने , वंहा जो हुआ क्या आपको उसके बारे में पता है “
“कुछ थोडा थोडा तो पता है की वंहा एक शैतान तांत्रिक का साया था , लेकिन ज्यादा कुछ नहीं “
“पता भी कैसे होगा डॉ साहब ने वो स्टोरी अभी तक लिखी नहीं ना “
“मतलब ??”
“छोडिये , बादलपुर में एक तांत्रिक की रूह का श्राप लगा था और जो चीजे मैं बता रहा हु वंहा वो होने लगी , समूह में लोग सम्भोग में लिप्त हो जाते , हर सामाजिक बंधन तोड़कर पाप करने पर उतारू हो जाते थे , निशांत के अंदर भी वैसे ही शक्तिया है , उसी तांत्रिक की शक्ति उसे मिली है , और पाप कर्म की सबसे खतरनाक चीज ये है की उसे करने के बाद लोगो को उसमे आनंद बहुत मिलता है उसके आनंद की आदत से छुट पाना मुश्किल हो जाता है “
कहते कहते अब्दुल शांत हो गया और वही शांति उस कमरे में छ गई
“तो फिर क्या किया जाए तुम ही बताओ , फ़ोर्स भेज कर उसे ख़त्म कर दे ??”
बलवंत की बात सुनकर अब्दुल हँस पड़ा
“आपकी पुलिस उसका कुछ नहीं बिगड़ पायेगी , अगर उसे गिरिफ्तार भी कर लिया तो कोर्ट उसे छोड़ देगी क्योकि कोई उसके खिलाफ जाकर बयान नहीं देगा …”
“तो फिर ..”
“एक ही आदमी हमें इसका हल बता सकता है , जिसने इस शैतान को पैदा करने में निशांत की मदद की थी , महान मनोचिकित्सक और दार्शनिक डॉ चुतिया …”
अब्दुल इतना बोलकर चुप हो गया था ……….
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इधर गांव में एक गुप्त सभा चल रही थी जिसमे गांव की कई महिलाये शामिल थी , साथ ही अम्मा भी वंहा उपस्थित थी …
“अम्मा ये तो हद ही हो गई , हम सभी चाहते है की कुवर हमारे साथ सम्भोग करे लेकिन ऐसे नहीं , यु गांव की सड़क में सबके सामने ये करना … ये तो हद ही है “
एक महिला ने थोड़े जोर से कहा
अम्मा शांत थी फिर वो बोलने लगी
“मैंने तुम सबको पहले भी कहा था की ये हो सकता है लेकिन तुम्हे तो मेरे कुवर को ही शैतान बनाना था , वो सीधा साधा है वो हमारी मदद जरुर करेगा , कौन कहता था ये सब , अन्नू ने उसकी शक्तियों को सम्हालने की कोशिस भी की लेकिन अब अन्नू नहीं है , अब सभी महिलाओ को मिलकर उसे भुगतना होगा “
अम्मा की बात सुनकर सभी कुछ देर के लिए शांत हो गई, थोड़ी देर बाद एक बोली
“अम्मा वो सब तो ठीक है , हम सभी भी प्यासे है और कुवर ही हमारी प्यास बुझाएगा , लेकिन अगर वो इसी तरह अपनी मनमानी करने लगे तो सोचिये उनके अंदर के शैतान को कितनी ताकत मिल जायेगी , क्या ये गांव के लिए अच्छा रहेगा ??”
सभी के बीच बैठी गुंजन भाभी जो की अभी तक शांत बैठी थी वो हँसने लगी , सभी उसे अजीब निगाहों से देख रहे थे ,
“तुम सब को मैंने पहले भी कहा था की कुवर सही नहीं है , इस काम के लिए मेरा अंकित ही सही था , वो गांव में रहा है यंहा के नियमो को जानता है , और आम इंसान का बच्चा है ,लेकिन नहीं तुम्हे तो अम्मा के बेटे को ही चुनना था , अब सभी भुगतो ,आखिर है तो वो भी उसी शैतान का खून , और अम्मा तुमने क्या कहा था की अगर कुवर के अंदर का शैतान हद से ज्यादा हो जाये तो तुम उसे तांत्रिक के उसी खंजर से मार दोगी , जिससे तुमने तांत्रिक को मारा था , अभी भी वो खंजर सम्हाल कर रखी है या फेक दिया .. अब बताओ क्या तुम अपने ही पेट से जन्मे बेटे को मार पाओगी …. अब तुम्हारा बेटा अपनी माँ के साथ सम्भोग कर रहा है और उसका शैतान और भी ज्यादा बलवान हो रहा है ???“
सभी गुंजन की बात सुनकर सभी चुप हो गए थे , तभी एक ओरत ने गुस्से से गुंजन की ओर देखा
“चुप कर गुंजन , जानती नहीं की अम्मा ने हमारे लिए कितने बलिदान दिए है , हम सभी का श्राप उतारने के लिए वो उस तांत्रिक के पास चली गई , उसके बच्चे की माँ बन गई , उसने अम्मा के साथ कितना अत्याचार किया था क्या तुझे नहीं पता , और उसका श्राप भी तो उसका ही बेटा तोड़ सकता है तो तेरे अंकित को कैसे ये शक्तिया दी जा सकती थी , हम अब भी कुवर जी के साथ है , हां माना की वो बेकाबू हो गए है लेकिन उन्हें र्रोकने का भी कोई ना कोई उपाय जरुर होगा ,...”
वंहा बैठी अम्मा सभी की बात सुन रही थी , उनके आँखों में आंसू की बुँदे आ चुकी थी , वो बड़ी मुश्किल से अपनी भावनाओ को सम्हाले हुए थी .. उनका गला भरा हुआ था लेकिन फिर भी वो बोली
“हमें अब एक ही आदमी रास्ता दिखा सकता है …”
“कौन ….???”
कई महिलाये एक साथ बोल उठी
“महान मनोचिकित्सक और दार्शनिक डॉ चुतिया …”
अम्मा ने धीरे से कहा
Nice updateअध्याय 22
रात का समय था जब मैं और अंकित बैठे हुए शराब पि रहे थे , ये पहली बार था जब मैं अपने ही हवेली में बैठा हुआ शराब पि रहा था , हवेली के बगीचे में बैठे हुए हम बड़े ही इत्मिनान से ब्लू लेबल की चुस्किया ले रहे थे ,
मैंने अब्दुल को कॉल लगाया ..
“बहुत उड़ रहा है छोटे “
मैंने पहले कहा , उधर से थोड़ी देर तक अब्दुल खोमोश ही रहा …
“बहुत हुई तुम्हारी दादागिरी ठाकुर मैं मेरी बारी है “
उसने थोड़ी देर बाद कहा , मुझे हल्का हल्का नशा भी होने लगा था
“अबे मादरचोद तू एक झांट भर का कलेक्टर बना है , तू मेरा क्या ही उखड लेगा , अपनी ओकात मत भुल “
मेरी बात सुन कर वो हँसने लगा ,
“इतना घमंड अच्छा नहीं ठाकुर , यही घमंड तुम्हे ले डूबेगा …मैं तुम्हारा क्या उखड सकता हु तुम सोच भी नहीं सकते “
“अच्छा कौन है तू बे … एक जिले का कलेक्टर है और क्या ..??”
इस बार अब्दुल जोरो से हँस पड़ा
“सिर्फ एक कलेक्टर नहीं ठाकुर , होने वाले मुख्यमंत्री जी और केंद्रीय मंत्री का दामाद भी हु “
इस बार चौकने की बारी मेरी थी
“क्या बक रहा है …”
अब्दुल अब भी हँस रहा था
“लगा ना शॉक …. रामिका और मेरी शादी होने वाली है .. इसी शर्त पर ठाकुर बलवंत ने मुझे यंहा का कलेक्टर बनाया है …”
रामिका का नाम सुनते ही मैं खामोश हो गया , रामिका ना सिर्फ मेरी दोस्त थी बल्कि उसने मेरी जान भी बचाई थी , और उसका ये अहसान मेरे उपर जीवन भर रहने वाला था , शायद बलवंत को ये बात पता ना हो लेकिन उस समय अब्दुल यही था और उसे ये बात जरुर पता होगी … क्या अब्दुल रामिका को अपनी ढाल बनाकर मुझ पर वार करना चाहता है …???
“अब्दुल … हमारे बीच जो हुआ वो अपनी जगह है लेकिन रामिका को इन सबमे मत घसीट … क्या वो शादी के लिए राजी है ??”
अब्दुल फिर से हँसा
“उसकी रजामंदी कौन पूछता है , बलवंत के सबसे बड़े दुश्मन को उसने बचाया था , इस बात की उसे सजा तो मिलनी ही थी , और ऐसे भी बलवंत को एक आईएएस दामाद मिल रहा है वो भी उसके दुश्मन का दुश्मन तो बलवंत के लिए ये सौदा करना बहुत आसान था “
“देख अब्दुल रामिका का इससे कोई लेना देना नहीं है “ मैं थोड़े गुस्से में आ गया था
“कुवर जी आपका कोई लेना देना नहीं है लेकिन मेरी तो बीबी बनने वाली है , मुझे तो लेना भी है और उसे देना भी है हा हा हा “
इतना कह कर उसने फोन रख दिया …
मैं चिंता में डूब गया था मैंने सारी बाते अंकित को बताई …
“मैंने पहले ही कहा था बलवंत कोई काम ऐसे ही नहीं करता , उसने कुछ तो बड़ी प्लानिंग की होगी , तुम्हे रामिका से बात करनी चाहिए , जन्हा तक मुझे पता है रामिका अपने पिता की लाडली है “
“बलवंत अपनी लाडली बेटी के दोस्त को एक बार मरवा भी चूका है , भूल गए क्या ?? “
“बात तो तुम्हारी भी सही है … लेकिन एक बार उससे बात तो कर लो “
मैंने हां में सर हिलाया और रामिका को काल लगा दिया
“ओह कुवर साहब बहुत जल्दी याद कर लिया इस नाचीज को “
उसने अपने चुटीले अंदाज में कहा
“हा ठकुराईन जी आपका शुक्रिया करने का मौका ही नहीं मिला मुझे , तुमने मेरी जान बचाई “
“अबे दोस्त को तू शुक्रिया कहेगा क्या … ऐसे शादी कब कर रहे हो तुम लोग , सुना है अब तो तू पहले से भी ज्यादा हट्टा कट्टा हो गया है “
उसकी बात सुनकर मैं हँस पड़ा
“फिक्र मत कर तेरे बाद ही मेरी शादी होगी , तू तो अब कलेक्टर की बीवी बनने जा रही है “
वो थोडा चौकी
“तुझे किसने कहा ?? ये बात तो हमारे परिवार वालो के अलावा अभी किसी को नहीं पता थी , “
मैं हँस पड़ा
“अभी तुम्हारे कलेक्टर साहब से बात किया उन्होंने ही बताया “
“ओह ये बात है , ऐसे उसने ही मुझे बताया की तुम पहले से ज्यादा ताकतवर हो गये हो , सुनकर अच्छा लगा “
मैं थोड़े देर तक चुप ही था
“रामिका … तू खुश तो है ना , कही ये शादी अपने पिता के दबाव में आकर तो नहीं कर रही “
रामिका भी थोड़ी देर के लिए चुप हो गई
“अब्दुल बहुत अच्छा लड़का है निशांत , हां शुरू में मुझे लगा की मेरी शादी उससे करवा कर पापा मुझपर जबरदस्ती कर रहे है , लेकिन जितना मैंने उसको समझा और जाना मुझे पता चला की वो मेरे लिए एक सही चॉइस है , अब शादी चीज ही ऐसी है थोडा अर्जेस्ट तो करना ही पड़ता है , लेकिन जिस तरह से वो मेरा ध्यान रखता है मुझे तो वो बेस्ट लगता है “
रामिका की बात सुनकर मुझे थोडा सुकून आया
“तू खुश तो हम खुश , वरना कलेक्टर साहब को सुधार देंगे तू फिक्र मत कर “
“ये खबरदार जो मेरे भोलेभाले अब्दुल को अपनी राजनीती में लाये तो “
मैं जोरो से हँस पड़ा ,
“भोलाभाला ???”
“हा निशांत वो बहुत अच्छे है “
“चलो बढ़िया है तुम खुश रहो और मुझे क्या चाहिए “
थोड़े देर और इधर उधर की बाते करके मैंने फोन रखा …
रामिका खुश थी और अब्दुल को मासूम ही समझ रही थी , अभी तक तो वो था भी मासूम पता नहीं आगे वो क्या गुल खिलाने वाला था , मैं रामिका के सामने अब्दुल के बारे में कुछ गलत बात करके उसे दुखी नहीं करना चाहता था ..
आज शराब थोड़ी ज्यादा हो गयी थी , मैं थोडा लडखडाता हुआ हवेली पंहुचा सामने अन्नू खड़ी मुझे घुर रही थी …
“अगर तुम्हे ऐसा करना है तो ये जिम्मेदारी ली ही क्यों , दो ओरते आ कर चली गई , ये तुम्हारे लिए कोई मजाक है क्या ?? यंहा की ओरतो की जिंदगी का सवाल है ये … “
मेरे आते ही उसने गुस्से से कहा ,
अभी मैं बहुत नशे में था और मुझे एक की जगह 2 दिखाई दे रहे थे ..
“आज का दिन बहुत ही टेंशन वाला था जान इसलिए थोड़ी ज्यादा ले ली … सॉरी “
“तुम्हारी सॉरी से किसी का बच्चा नहीं हो जाएगा , तुम्हे फिट रहना चाहिए हमेशा तैयार और तुम हो की … छि “
अन्नू की ये बात मेरे दिल में लग गई ..
“रामिका शादी कर रही है … अब्दुल से … और अब्दुल हमारे खिलाफ बलवंत से हाथ मिला कर खड़ा है “
मेरी बात सुनकर अन्नू कुछ ना बोली बल्कि मुझे सहारा देकर मेरे बिस्तर तक ले गई …
मैं लेटा हुआ था और अन्नू मेरे बालो में हाथ फेर रही थी ..
“इतना टेंशन मत लो यार तुम , अब्दुल जैसा भी है लेकिन अच्छा आदमी है वो कोई गलत काम नहीं करेगा “
मैं हलके से मुस्कुराया
“वो मेरे जान का दुश्मन बना हुआ है “
मेरी बात सुनकर वो मुस्कुराई
“हां लेकिन किसके कहने पर उसने ये किया ये तो सोचो …??”
मैंने उसे ध्यान से देखा
“किसके …???”
अन्नू ने बड़े ही प्यार से मेरे माथे पर एक किस किया
“त्तुम्हारी होने वाली बीबी कोई कम नहीं है कुवर जी …”
उसने मुस्कुराते हुए कहा … उसकी बात सुनकर मैं जोरो से हँस पड़ा था …