• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest मजबूरी या जरूरत

rohnny4545

Well-Known Member
12,251
32,044
259
केले वाली घटना आराधना को बेहद मदहोश कर गई थी अपने बेटे की हरकत पर एक तरफ जहां वहां मेरा नजर आ रही थी वहीं दूसरी तरफ केले की वजह से अपने बदन में मदहोशी का असर उसे साफ महसूस हो रहा था,,,, वह कभी सोची नहीं थी कि उसका बेटा इस तरह की हरकत करेगा चोदने तक तो ठीक था लेकिन एक औरत को खुश और मदहोश करने का उसके पास ना जाने ऐसे कितने तरीके थे जिससे वह औरत को अपने बस में कर सकता था और यही आराधना के साथ भी हो रहा था आराधना के तो होश उड़ गए थे जब वह एक हाथ से उसकी टांग को एकदम से उठा दिया था और पैंटी को अपनी उंगलियों से खींचकर खुली हुई चूत के किनारे कर दिया था और ऐसा लग रहा था कि जैसे चड्डी भी उसका पूरा साथ दे रही थी तभी तो फूली हुई चूत का सहारा लेकर एक तरफ टीकी रह गई,,, और आराधना की आंखों के सामने ही उसका बेटा एक मोटे तगड़े लंबे लंड की तरह मजबुत ,,,,,,


केले को उसकी चूत के मुख्य द्वार पर रखकर उसे अंदर की तरह प्रवेश कराने लगा वैसे भी संजू की मौजूदगी में ही अब आराधना की चूत गीली हो जाती थी और इसीलिए चूत के जिला तुमको पाकर मोटा तगड़ा केला एक लंड की तरह उसकी चूत के अंदर धीरे-धीरे समा गया,,,, यह देखकर आराधना एकदम हैरान हो चुकी थी उसे तो अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था और संजू की हरकत से वह पहले ही चौक चुकी थी व्हाट इस तरह की हरकत कर रहा था मोहिनी के द्वारा पकड़े जाने का डर बना हुआ था लेकिन इस डर से पूरी तरह से निडर होकर संजू अपनी हरकत को अंजाम देने में लगा था और धीरे-धीरे इस खेल में आराधना को भी मजा आ रहा था और अपनी मां के खूबसूरत चेहरे के बदलते भाव को उसके चेहरे पर खेल रहे उत्तेजना के जाले को अच्छी तरह से समझ कर संजू भी चला कि दिखाते हुए अपनी मां को चरम सुख के बेहद करीब ले जाकर बीच मझधार में छोड़ दिया था और उसकी चूत से अकेला को बाहर निकाल दिया था क्योंकि इस बात को संजू अच्छी तरह से जानता था कि प्यासी औरत कुछ भी करने को तैयार हो जाती है और इस समय आराधना एकदम प्यासी ही थी और उसकी प्यास को उसके ही बेटे ने अपनी हरकतों से पूरी तरह से बढ़ा दिया था जिसके चलते केले को अंदर बाहर होता हुआ देखकर वह अपने मन में यही सोच रही थी कि काश संजू केला को बाहर निकाल कर अपने लंड को चूत में डाल‌ देता और मजा आ जाता,,,,, एक ही रात में संजू ने अपनी मां के सोचने समझने की शक्ति को पूरी तरह से छीन कर दिया था उसके सोचने में बदलाव ला दिया था अब तक वह संजू को एक बेटे के रूप में ही देखी थी लेकिन एक ही रात में आप संजू ने उसे एक मर्दाना जोश और ताकत से भरा हुआ मर्द नजर आ रहा था जिसके द्वारा वह अपने बदन की प्यास बुझा ना चाहती थी,,,,,,,,, संजू ने जिस तरह से उसे बीच मझधार में छोड़ते हुए उसकी चूत से केला निकाला था ऐसा लग रहा था कि जैसे नदी के बीचो-बीच ले जाकर उसके हाथों से कोई पतवार छीन कर नदी में फेंक दिया, हो,,,,,,, उसकी हालत बेहद खराब थी वह एकदम चरमसुख के करीब पहुंचकर स्थिर हो गई थी मन तो उसका कर रहा था कि अपनी उंगली डालकर अपनी गर्मी को शांत कर ले लेकिन ऐसा कर सकने में उसकी मर्यादा उसे रोक ले रही थी हालांकि मर्यादा की दीवार को अपने हाथों से पूरी तरह से ध्वस्त कर चुकी थी लेकिन फिर भी अभी तक वह पूरी तरह से एक बेशर्म औरत की तरह खुली नहीं थी,,,,



अपनी चूत के रस में डूबे हुए केले को अपनी आंखों के सामने अपने बेटे के द्वारा खाने पर आराधना पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी उसकी सांसे बड़ी तेजी से चल रही थी बिकिनी अत्यधिक उत्तेजना कम हो रहा था कि उसके घुटने कांप रहे थे और चूत में आग लगी हुई थी वो कभी सपने में भी नहीं सोचा थी कि कोई इस तरह से चूत में केला डाल कर उससे खाता होगा लेकिन उसके बेटे ने उसे सोचने पर मजबूर कर दिया था कि वाकई में औरतों के अंगों में इतना रस होता है इतना स्वाद भरा होता है कि मर्द किसी भी हालत में उसे चखने के लिए तैयार हो जाते हैं,,,,, कसैली नमकीन काम रस से डूबे हुए केले को संजू बड़े चाव से धीरे-धीरे करके खा गया था,,,,, संजू चूत के काम रस में डूबे हुए केले को तो खा कर अपने पेट की आग को शांत कर लिया था लेकिन अपनी मां की प्यास को और ज्यादा बढ़ा दिया था अपना जाने क्यों वह खुद ही अपने बेटे से चुदवाने के लिए तड़प रही थी उसके मोटे तगड़े लंबे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तड़प रही थी लंड की रगड़ को अपनी चूत की अंदरूनी दीवारों में महसूस करने के लिए तड़प रही थी और एक ही चुदाई में तीन तीन बार अपना पानी झाड़ने के लिए मचल रही थी,,,,।



जैसे तैसे करके वह भोजन तैयार कर ली संजू अपनी मां के साथ मस्ती करने के बाद तुरंत अपने कमरे में मोहिनी की करीब जाकर बैठ गया था मोहिनी को अभी भी इस बात की चिंता सता रही थी कि उसकी मां कहीं किसी गैर मर्द के साथ हम बिस्तर ना हो जाए क्योंकि एक औरत होने के नाते वह भी इस बात को अच्छी तरह से जानती थी कि अगर चूत में एक बार लंड घुस जाए तो औरत की प्यास और ज्यादा बढ़ जाती है और उसकी मां तो महीनों से चुदी नहीं थी इसलिए उसकी चूत में जरूर खुजली हो रही होगी ऐसा मोहिनी का मानना था क्योंकि वह इस बात से पूरी तरह से अनजान थी कि जैसा वह चाहती थी वैसा ही रिश्ता उसके भाई और उसकी मां के बीच पनप चुका था,,,, लेकिन इस बात से अनजान मोहिनी अपने मन की चिंता को अपने भाई से बताते हुए बोली,,,,।


क्या भाई अभी तक तूने मम्मी के साथ कुछ किया नहीं,,,, कहीं ऐसा तो नहीं मम्मी के साथ कुछ करने में तुझे डर लगता है,,,


क्या मोहिनी तू भी पागलों जैसी बात करती है अगर मुझे ऐसा करने में डर लगता है तो मैं तेरी चूत में लंड डाला ना होता,,,, वह तो थोड़ा समय लगेगा मम्मी के साथ करने में,,,,

अरे कितना समय लगेगा ऐसा ना हो कि तू देखता रह जाए और दूसरा कोई मम्मी की टांगों के बीच आ जाए और अगर ऐसा हो गया ना तो सबसे बड़ा जिम्मेदार तू ही होगा भाई,,,,

तु मुझे क्यों दोश देती है,,,,, मम्मी को पटाने में टाइम लगेगा,,,,


अरे वही तो पूछ रही हूं कितना टाइम लगेगा मैंने अपनी आंखों से देखी हूं मम्मी अपने ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी के साथ हंस-हंसकर बातें कर रही थी मुझे तो सब कुछ साफ साफ नजर आ है कि वह खुद मम्मी को किसी गेस्ट हाउस में ले जा रहा है और मम्मी भी एकदम खुश होकर उसके साथ जा रही है,,,,
(इतना सुनते ही संजू जोर जोर से हंसने लगा और उसे हंसता हुआ देखकर मोहिनी गुस्सा दिखाते हुए बोली,,)


ऐसे ही भाई तू हंसता रह जाएगा और जैसा मैं सोच रही हूं सच हो जाएगा और अगर ऐसा हो गया ना तो मम्मी देखना हम दोनों को छोड़कर किसी और के साथ चली जाएगी रहने,,,,


तो क्या हुआ तब हम दोनों साथ में रहेंगे और रोज रात को,,,,(आंख मारते हुए ईसारा किया,,,, इस पर मोहिनी थोड़ा और गुस्सा हो गई और बोली)

देख भाई तू मेरी बात को सीरियस नहीं ले रहा है और ना ही मम्मी के मामले में तो सीरियस है मुझे तो ऐसा ही लग रहा है या तो मुझे ऐसा लग रहा है कि तेरा लंड से मेरी चूत को ही ठंडा कर सकता है मम्मी की चूत के लिए तेरे लंड में दम नहीं है,,,,

ऐसा मत बोल मेरी जान मेरे लंड में इतना दम है कि मैं मम्मी को गोद में लेकर चूत में लंड डालकर चोद सकता हूं,,,, और देखना बहुत ही जल्द मैं तुझे ऐसा खूबसूरत नजारा दिखाऊंगा तब तो कहेगी कि वाकई में मेरे भाई के लंड में बहुत दम है,,,,,(कुर्ती के ऊपर से मोहिनी की चूची को दबाते हुए बोला,,,,, संजू की बात सुनकर मोहिनी के होठों पर मुस्कान करने लगे लेकिन वह अंदर ही अंदर चिंतित भी थी क्योंकि वह औरत के मनोदशा को अच्छी तरह से समझ चुकी थी उसे बार-बार यही डर सता रहा था कि अगर उसकी मां किसी दूसरे मर्द के साथ शारीरिक संबंध बना ली तो हो सकता है उसके साथ जिंदगी बिताने के लिए उसके घर चली जाए तो उन दोनों का क्या होगा,,,, इसीलिए वो बार-बार अपने भाई पर दबाव बनाती थी कि वह मम्मी के साथ शारीरिक संबंध बनाए उसे खुश करें उसे एक मर्द का सुख दे उसकी जरूरत को पूरी करें ताकि घर में तीनों खुशहाल रह सके जबकि मोहिनी को इस बात का आभास तक नहीं था कि जो काम वह अपने भाई से अपनी मां के साथ कराना चाहती थी वह काम हो चुका है और अब धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है,,,,,

seriatim crossword


संजू चाहता तो अपनी बहन को सब कुछ खुलकर बता सकता था कि उसके और उसकी मां के बीच में शारीरिक संबंध स्थापित हो चुका है लेकिन वह अपनी बहन को दिखाना चाहता था कि कैसे वह अपनी मां को खुश करता है अपने लंड को उसकी चूत में डालकर उसकी चुदाई करता है,,,,,, संजू कुर्ती के ऊपर से ही अपनी बहन की चूची को दबा कर मजा ले रहा था कुछ देर पहले वह अपनी मां की चुदाई केला डालकर जो सुख उसे कहने से दे रहा था वही सुख वह अपने लंड को उसकी चूत में डाल कर देना चाहता था लेकिन इस खेल में वह धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहता था और अपनी मां को प्यासी छोड़कर वह केले को बाहर निकाल दिया था इस दौरान उसके लंड की टनटनाहट पूरी तरह से बढ़ चुकी थी और उसी गर्मी को शांत करने के लिए वह अपनी बहन मोहिनी की चूत में अपना लंड डालना चाहता था लेकिन,,, वह अपनी बहन की कुर्ती ऊपर उठाता उससे पहले ही उसकी मां ने खाना खाने के लिए आवाज दे दी और मोहिनी अपने भाई को सफल होता ना देखकर उसे चिढ़ाने के लिए मुस्कुराने लगी और यह दिखाकर संजू बोला,,,।

ज्यादा हंस मत कुछ देर के लिए ही बची है खाना खाने के बाद कमरे में आते ही देखना तेरी चूत फाड़ कर दूंगा,,,,

चल चल रहने दे मम्मी की चूत में डालने से डरता है,,,,,
(इतना कहकर मोहिनी अपनी जगह से उठी और कमरे से बाहर चली गई संजू उसे ज्यादा वह देख कर मुस्कुरा रहा था क्योंकि वह अपनी बहन और अपनी मां दोनों पर काबू पा चुका था,,,,, थोड़ी ही देर में आराधना संजू और मोहिनी तीनों बैठकर खाना खा रहे थे आराधना शर्म के मारे अपने बेटे से नजर तक नहीं मिला पा रही थी तभी मोहिनी बोली,,)

मम्मी तुम केला लाई थी ना,,,,
(केले का जिक्र होते ही अनजाने में ही आराधना की नजरें संजू की तरफ चली गई संजू भी केले का जिक्र होते ही अपनी मां की तरफ देखने लगा था दोनों की नजरें आपस में टकरा ही हो शर्मा कर आराधना अपनी नजरों को नीचे झुका ली या देखकर संजू मंद मंद मुस्कुराने लगा और मोहिनी से बोला,,)

हां मम्मी ने बहुत मोटे और लंबे केले लेकर आइ है,,, अगर एक खा लो तो मन भर जाए,,,,(अपने बेटे की बातें आराधना को दो अर्थ वाली अश्लील लग रही थी,,, मोहिनी के सामने तेरा की बातें करते संजु को देखकर आराधना शर्म से पानी पानी हुई जा रही थी वह अपने मन में यह सोच कर थोड़ा शांत थे कि अच्छा हुआ कि मोहिनी को इन सब बातों का दो अर्थ पता नहीं है लेकिन मोहिनी भी अपने भाई के कहने के मतलब को अच्छी तरह से समझ रही थी लेकिन फिर भी अपनी मां के सामने बेहद अनजान बनते हुए बोली,,,)


सच भाई मोटा और लंबा केला हो तो खाने में बहुत मजा आता है,,,, एक में ही पेट भर जाता है,,,,

तेरे लिए किचन में रखा हुआ है मुझे तो मम्मी ने रस में डुबोकर खिलाई सच पूछो तो एक ही केला खाकर मेरा पेट भर गया,,,,

रस में डुबोकर,,,(मोहिनी आश्चर्य जताते हुए बोली और आराधना अपने बेटे की बातों पर शर्मिंदा हुए जा रहे थे उसके गाल शर्म से लाल हो जा रहे थे वह समझ नहीं पा रही थी कि क्या कहें अपने बेटे की दो अर्थ वाली बातें उसे पूरी तरह से अंदर ही अंदर मदहोश कर रही थी खासकर के रस में डूबो कर वाली बात तो उसकी चूत से काम रस टपकाने के लिए काफी थी,,,,, मोहिनी के आश्चर्य का खुलासा करते हुए आराधना बोली,,)


अरे केला हाथ से छूट गया था और दाल में गिर गया था इसीलिए बोल रहा है रसमें डुबोकर,,,,

ओहहहह,,,,,

चल संजू अब जल्दी-जल्दी खाना खा ले बर्तन भी साफ करना है,,,

(इतना सुनकर संजू की खाना खाने में ध्यान देने लगा और थोड़ी ही देर में तीनों ने भोजन कर लिया इसके बाद मोहिनी कर साफ करने लगी और आराधना बर्तन साफ करने लगे और कुछ देर के लिए संजू घर के बाहर ताजी हवा लेने के लिए निकल गया थोड़ी देर में जब वापस आया तो देखा,,, उसकी मां का कमरा बंद था जो कि ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि जो प्यास उसमें अपनी मां की चूत में चलाया था वह पूरी तरह से प्रज्वलित थी इस समय वह अपनी मां का कमरा खुलवा नहीं सकता था क्योंकि मोहिनी अभी जाग रही थी इसलिए वह अपने कमरे में चला गया और मोहिनी को अपनी बाहों में लेकर एक-एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिया मोहिनी भी प्यासी थी अपने भाई के बदन से बेल की तरह लिपट गई और उसे चूमने चाटने लगी देखते ही देखते संजू का मोटा तगड़ा लंबा लंड मोहिनी की चूत में समा गया और मोहिनी की गर्म सांसों के साथ-साथ संजू की कमर आगे पीछे होने लगे अपनी बहन की जमकर चुदाई करने के बाद वह कुछ देर तक उसके बगल में लेटा रह गया जब तक की मोहिनी गहरी नींद में सो नहीं गई और जैसे ही वह गहरी नींद में सोने का एहसास उसे हुआ वह तुरंत अपने कमरे से बाहर निकल कर देखा तो अभी भी इसकी मां का कमरा बंद था और अंदर अंधेरा था संजू अपनी मां को चोदने के लिए तड़प रहा था इसलिए बिना चोदे उसका मन मानने वाला नहीं था वह धीरे से अपनी मां के कमरे के पास गया,,, कमरे के अंदर पूरी तरह से अंधेरा छाया हुआ था अगर अंदर ट्यूब लाइट जल रही होती तो दरवाजे की दरार से चली रोशनी नजर आती है उसे लग रहा था कि शायद उसकी मां सो गई होगी पता नहीं जगाना ठीक रहेगा या नहीं वैसे भी रात के 1:00 बज रहे थे इस समय तक उसकी मां का जागना नामुमकिन था



क्योंकि वह जल्दी सो जाती है लेकिन पिछले 1 दिन में जो आग और प्यास संजू ने अपनी मां के बदन में जगाया था वह आग उसे सोने नहीं देगी इस तरह का उसे पूरा विश्वास था लेकिन फिर भी वह पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरा हुआ नहीं था इसलिए वह सिर्फ देखना चाहता था कि उसकी मां जाग रही है या सो रही है इसलिए मन में दृढ़ निश्चय करके की दरवाजे पर सिर्फ दो ही बार दस्तक देगा उसके बाद अगर उसकी मां नहीं होती तो वह चला जाएगा इसलिए वह दरवाजे की कड़ी को पकड़कर उसे दो बार खटखटाया,,,,, यह पहला प्रयास था संजू कुछ देर तक वहीं रुक आ रहा की दरवाजे पर हो रही दस्तक की आवाज सुनकर उसकी मां जान जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ उसके मन में निराशा पहनने लगी अपने आप से किया हुआ वादा सिर्फ दो ही बाहर का था इसलिए वह दूसरी बार अपने मन में मना कर दरवाजे की कड़ी पकड़कर फिर से दरवाजे पर दो बार खटखटाया,,,,, और कुछ देर तक वहीं खड़ा रहा अंदर से किसी भी प्रकार की हलचल नहीं हो रही थी तो उसे पूरा विश्वास हो गया कि उसकी मां सो रही है और वह निराश होकर अपने कदम पीछे लेने वाला था कि उसे चूड़ियों की खनक में की आवाज सुनाई देने लगी और उसे ऐसा सांप महसूस हो रहा था कि उसकी मां बिस्तर से उठ रही है और उसके चूड़ियों की खन खन की आवाज पायल के चमकने की आवाज उसे पूरी तरह से मदहोश करने लगी और वह ज्यों का त्यों वही खड़ा रह गया ऐसा नहीं था कि आराधना सो गई थी वह अभी तक करवटें बदल बदल कर रात गुजार रही थी और अपने बेटे का इंतजार कर रही थी वह जानबूझकर दरवाजा खुला नहीं छोड़ी थी क्योंकि ऐसा करने से उसे ना जाने क्यों अब शर्म महसूस हो रही थी,,,, जितनी तड़प संजू ने थी उससे ज्यादा तड़प आराधना में थी अपने बेटे से मिलने के लिए उससे संभोग करने के लिए,,,।
आराधना के दिल की धड़कन बढ़ चुकी थी वह बिस्तर से उठ चुकी थी और धीरे-धीरे अपने कदम को दरवाजे की तरफ बढ़ा रही थी और दरवाजे की तरफ कदमों की आहट आती हुई साफ सुनाई दे रही थी जिसे सुनकर संजू का लंड खड़ा होने लगा था और वह दरवाजे के बाहर अपने लंड को पकड़ कर खड़ा था,,।

 
Last edited:
Top