• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest मजबूरी या जरूरत

Kumarshiva

Active Member
1,077
1,629
143
दोनों मां बेटे गेस्ट हाउस में आकर बहुत खुश थे,,, आराधना की बहुत इच्छा थी गेस्ट हाउस में आकर चुदाई का आनंद लेने की एक नई अनुभव को प्राप्त करने की और वह इच्छा संजू ने पूरी कर दिया था वाकई में गेस्ट हाउस के कमरे में नादान धर्म गद्दे पर अपने बेटे से चुदवा कर वह पूरी तरह से तृप्त हो गई थी,,, एक अद्भुत अविस्मरणीय सुख संजु ने अपनी मां को दिया था जिसके बारे में उसने आज तक कल्पना भी नहीं की थी,,,,,,।
ArDhna apni panty utarte huye

math characters

चुदाई की अद्भुत त्रप्ति को प्राप्त करके आराधना नंगी बीस्तर पर बैठी हुई थी,,, और संजू खाने का ऑर्डर देकर अभी भी फोन के लग ही खड़ा था,,, और वह भी पूरी तरह से नंगा,,, लंड का गर्म लावा निकल जाने के बावजूद भी,, लंड की अकड़ बराबर बनी हुई थी ऐसा लगता ही नहीं था कि कुछ देर पहले चुदाई करके पानी निकाल चुका है,,,, अपनी चूत में लेकर अपनी जवानी की मस्ती को पिघलाकर बाहर निकल चुकी आराधना की नजर अभी भी अपने बेटे के लंड पर थी अपने बेटे के लंड को देखकर उसे गर्व होता था,,,, एक औरत होने के नाते भाई इस बात को भी भली-भांति जानती थी कि उसके बेटे का लंड जिस किसी भी औरत या लड़की की चूत में जाएगा वह उसकी दीवानी हो जाएगी,,,,,, इसीलिए आराधना अपने बेटे के लंड को देख कर मुस्कुरा रही थी और उसे मुस्कुराता हुआ देखकर संजू बोला,,,,।

क्या हुआ मेरी जान,,,(अपने लंड को हाथ में पकड़ कर हिलाते हुए) मजा नहीं आया क्या,,,?

मजा तो इतना आया कि पूछ मत मैं कभी सोची नहीं थी कि चुदवाने में इतना भी ज्यादा मजा आता है लेकिन तेरे से चुदवा चुदवा कर मुझे ईस बात का पता चल गया कि चुदवाने में बहुत मजा आता है,,,,,
Aradhna ki mast sudol gaand


मुझे भी बहुत मजा आया तेरी चूत अभी भी बहुत कसी हुई है मम्मी,,, पापा का लंड सच में बहुत छोटा था तुम्हारी चूत में जगह नहीं बना पाया लेकिन मेरा लंड सारी कसर उतार दे रहा है,,,, अब तो तेरी चूत में मेरे लंड का सांचा बन गया है,,,, अगर अब तुम पापा से चुदवाओगी तो इतना मजा नहीं आएगा,,,,


नाम मत ले उस हरामि का उसका जिक्र होते ही ना जाने क्या होने लगता है मुझे बहुत गुस्सा आता है,,,,
(अपने पापा का नाम लेते ही जिस तरह से आराधना गुस्सा दिखा रही थी उसके गुस्से को देख कर संजू मन ही मन खुश हो रहा था क्योंकि वह भी यही चाहता था कि उसकी मां उसके पापा से नफरत करें ताकि दोबारा उसके साथ शारीरिक संबंध ना बना पाए क्योंकि अब उस संजू अपनी मम्मी को अपनी प्रेमिका बना लिया था और वह यही चाहता था कि उसकी मां सिर्फ उसका ही लंड ले अपनी मां का गुस्सा देखकर तो खुश हो रहा था लेकिन फिर भी तसल्ली कर लेने के लिए वह बोला,,,)

लेकिन मम्मी कहीं आप वापस आ गए तब क्या करोगे अगर पापा तुम्हें चोदना चाहेंगे तब ।


उस हरामि को अब मैं हाथ भी लगाने नहीं दूंगी अभी तक मैं दुनिया समाज का शर्म रखती थी इसलिए मैं कुछ कह नहीं पाती थी और उससे डरती भी थी लेकिन अब मेरा डर एकदम खत्म हो गया है वह हरामी दूसरी औरतों के साथ गुलछर्रे उड़ा कर उन पर पैसे लूट आता है और हम लोगों की परवाह किए बिना छोड़कर चला गया था यह देखने के लिए कि यह लोग कैसे जीते खाते हैं लेकिन अब मैं भी उसे दिखा दूंगी कि तेरी जरूरत मुझे बिल्कुल भी नहीं है मेरा बेटा मेरे साथ है,,,,।
(इतना सुनते ही संजू एकदम से गदगद हो गया और तुरंत उस जगह से चलकर अपनी मां के पास आया और उसके खूबसूरत चेहरे को अपने दोनों हथेली में लेकर उसके लाल-लाल होठों पर अपने होठ रख कर चुंबन करने लगा अपने बेटे के दुलार से‌ वह पूरी तरह से मस्त हो गई उसके बदन में उत्तेजना की लहर उठने लगी और अपने आप ही उसका हाथ संजू के लंड पर चला गया जिसे अपनी हथेली में लेकर मुट्ठीयाने लगी और मुठीयाते हुए होली,,,,)
Aradhna ki mast gaand ka jalwa

मैं तुझसे प्यार करने लगी हूं और वह भी एक प्रेमिका की तरह मां की तरह नहीं,,,,

मैं भी तुझसे प्यार करने लगा हूं एक मर्द की देना तेरी खूबसूरती मुझे बहुत अच्छी लगती है,,,,,(आराधना की नरम नरम हथेली में अपने मोटे लंड को महसूस करके संजु के मुंह से हल्की-हल्की आह निकल रही थी यह देखकर आराधना मुस्कुराते हुए बोली,,,)

क्या हो रहा है,,,?

तुम्हारे लंड को फिर से तैयार कर रही है यह फिर से तेरी चूत में जाकर धमाल मचा देगा,,,

तो क्या हुआ यही करने के लिए तो यहां आए हैं,,,,

ओहहह मेरी रंडी तेरी यही बातें तो मुझे उत्तेजित कर देती है देखना इस बार तेरी चूत में गया तो निकलने का नाम नहीं लेगा,,,,,,,

मैं भी यही चाहती हूं,,,,,


तो फिर देर किस बात की है,,,,


russian alphabet keyboard
अभी अभी तो किया है फिर से कर लेगा,,,,


मेरी मर्दानगी पर शक हो रहा है क्या देख नहीं रही हो तुम्हारे हाथ में कैसा फल फूल रहा है देख कर भी नहीं समझ पा रही हो कि यह फिर से तुम्हारी चूत में जाने के लिए तड़प रहा है,,,,


तो फिर हो जाए,,,,


हो जाए मेरी रानी लेकिन इस बार तो मेरे ऊपर तुम ही सब कुछ करोगी,,,,(अपने बेटे की बात सुनकर आराधना मुस्कुरा रही थी तो उसे मुस्कुराता हुआ देखकर संजू बोला) कर तो लोगी ना मेरे ऊपर चढ़कर,,,,

Apne bete k lund par koodti huyi


बहुत अच्छे से,,,,(आराधना मुस्कुराते हुए जवाब दी उसकी हथेली में संजू का लंड पूरी तरह से अपनी औकात में आ चुका था आराधना इस बात से हैरान भी थी कि अभी कुछ मिनट पहले ही पानी निकाला है और फिर से तैयार हो गया है,,,,, संजू को कुछ याद आया और वह बोला)

मम्मी तुम इस गेस्ट हाउस में एक रंडी बन कर आई हो धंदेवाली इसलिए बिल्कुल भी शर्माना मत,,,

क्यों क्या हुआ,,,,?( आराधना थोड़ा सा आश्चर्य जताते हुए बोली,,)

रुको मैं जैसा कहता हूं वैसा ही करते रहना बहुत मजा आएगा इतना मजा कि तुम कभी सोची नहीं होगी,,,,
Apne bete k lund se mast hoti huyi aradhna


करने क्या जा रहा है तू,,,

अरे रुको तो सही मैं बताता हूं,,,(इतना कहने के साथ ही संजु दरवाजे की तरफ गया और दरवाजे के हैंडल को पकड़कर उसे खोल दिया और बस उसी तरह से बंद कर दिया ताकि आराम से खुल जाए और संजू को दरवाजा खोलता देखकर आराधना बोली,,,)

अरे दरवाजा क्यों खोल रहा है,,,,

मजा लेने के लिए किसी को तड़पाने के लिए,,,

किसी को तड़पाने के लिए मैं कुछ समझी नहीं,,,

अरे मम्मी कुछ ही देर में वेटर खाना लेकर आ जाएगा और फिर दरवाजे पर दस्तक देगा और जब उसे यह कहेंगे कि दरवाजा खुला है लेकर आ जाओ,,,

तो,,,(आश्चर्य के साथ आराधना बोली)

तो क्या उस समय मैं नीचे रहूंगा और तुम मेरे ऊपर मेरा मोटा लैंड तुम्हारी चूत में और तुम अपनी बड़ी बड़ी गांड को मेरे लंड पर पटकती रहोगी और वह वेटर यह नजारा अपनी आंखों से देख लेगा फिर जरा तुम सोचो कि उसके दिल पर क्या गुजरेगी उसकी हालत क्या होगी वह तो पूरी तरह से पागल हो जाएगा जब एक खूबसूरत मदमस्त जवानी से भरी हुई औरत को एक मोटे तगड़े लंड पर कूदते हुए देखेगा उसके नंगे बदन को देखेगा उसकी बड़ी-बड़ी कहानी देखेगा उसका पानी तो वहीं खड़े खड़े छूट जाएगा,,,)

नहीं नहीं संजू यह तू क्या कह रहा है,,, मुझसे नहीं हो पाएगा किसी गैर मर्द के सामने नंगी,,, नहीं नहीं संजू मुझसे यह नहीं हो पाएगा बिल्कुल भी नहीं हो पाएगा,,, और मैं उसके सामने नंगी कभी नहीं,,,

Guest k bistar par chudai karta sanju

क्या मम्मी तुम भी मजा किरकिरा कर रही हो तुम यहां पर एक हाउसवाइफ एक संस्कारी औरत के तौर पर नहीं बल्कि एक धंधे वाली रंडी के तौर पर आई हो,,,, यहां गेस्ट हाउस का सआरा स्टाफ यह जानता ही है कि तुम यहां पर चुदवाने आई हो तुम चुदवाने वाली औरत हो,,, इसलिए यहां पर शर्माने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यहां पर अगर तुम सिर्फ आराम करने के लिए भी आओगी तो सब यही सोचेंगे कि तुम अपनी चूत में लंड लेने के लिए और वह भी पैसे लेकर,,,, इसलिए तुम बिल्कुल भी डरो मत घबराओ मत सिर्फ मजा लो जैसा मैं कहता हूं वैसा ही करो देखना इतना मजा आएगा कि तुम एकदम मस्त हो जाओगी और उस वेटर को पूरी तरह से पानी-पानी कर दोगी,,,,

संजू,,,,,(मुंह बनाते हुए आराधना बोली)
Aradhna apne bete se chudwati huyi

clavier visuel en ligne
डरो मत मैं हूं ना बिल्कुल भी चिंता मत करो,,,,,(इतना कहने के साथ ही संजु अपनी मां की दोनों बाहों को पकड़कर उसे खड़ी किया और उसे अपनी बाहों में लेकर उसके लाल-लाल होठों को चूमने लगा ताकि उसके बदन में उत्तेजना की लहर उठने लगे और ऐसा ही हुआ संजू का खड़ा लंड सीधे जाकर उसकी चूत की गुलाबी पत्तियों के बीच रगड़ खाने लगा,,, जिसकी वजह से आराधना के बदन में फिर से उत्तेजना की लहर उठने लगी और वह अपने बेटे का साथ देने लगी,,,, संजू अच्छी तरह से जानता था कि किसी भी वक्त वेटर खाना लेकर आ जाएगा इसलिए बिल्कुल भी देर करना नहीं चाहता था और वह तुरंत दरवाजे के सामने पेड़ के ऊपर अपने दोनों पैरों को नीचे जमीन पर लटका कर लेट गया उसका लंड छत के ऊपर मुंह उठाए खड़ा था यह देखकर आराधना के भी बदन में उत्तेजना की लहर मिलेगी उसे शर्मा महसूस हो रही थी लेकिन वह भी अपने बेटे की बात मानकर वेटर के ऊपर बिजलियां गिराना चाहती थी वह देखना चाहती थी कि उसे नंगी चुदवाती हुए देख कर उस वॅटर पर क्या गुजरती है उसके नंगे बदन को देखकर वह क्या सोचता है उसकी चूत में अंदर बाहर होता हुआ मोटा तगड़ा लंड देखकर व क्या सोचता है कैसी प्रतिक्रिया दिखाता है आप यह देखने के लिए आराधना भी उत्साहित हुए जा रही थी इसलिए वह भी अपने बेटे की बात मानते हुए अपनी गांड को ठीक दरवाजे की तरफ करके अपने बेटे के ऊपर चढ गई और एक हाथ से उसके खड़े लंड को पकड़ कर अपनी चूत की गुलाबी फांकों के बीच रखकर,,,,,, अपनी भारी-भरकम गोल-गोल गांड को,,, दबाव बनाकर अपने बेटे के लंड पर रखने लगी और धीरे-धीरे चूत की चिकनाहट पाकर संजू का मोटा तगड़ा लंबा लंड खूंटा बनकर आराधना की चूत के अंदर घुसना शुरू कर दिया और देखते ही देखते आराधना अपने बेटे के ऊपर पूरी तरह से अपनी गांड रखकर बैठ गई और उसके लंड को अपनी चूत की गहराई गप्प कर गई,,,,,।
Apne bete k lund par uchalti huyi arFhna

आहहहहह सहहहहहह आराधना मेरी जान मेरी आराधना रंडी कितना मजा आ रहा है तू मेरे ऊपर चढ़ी है,,,आहहहहह बस अब अगली बार ऊपर नीचे कर देख फिर कितना मजा आता है,,,,,।(आराधना आज पहली बार अपने बेटे के मुंह से अपना नाम सुन रही थी और उसके मुंह से अपना नाम सुनकर वह और भी ज्यादा उत्तेजित हुए जा रही थी,,,, धीरे-धीरे आराधना को मजा आने लगा अपने बेटे के खूंटे जैसे लंड पर कूदने में उसे बेहद आनंद की प्राप्ति हो रही थी और इस तरह से वह अपने बेटी पर पूरी तरह से काबू करके पूरी कमान अपने हाथों में ले ली थी वह उसके कंधे पर हाथ रखकर उसे कस के पकड़े हुए अपनी गांड को बड़े जोर-जोर से उसके लंड पर पटक रही थी,,, ऐसा करने से आराधना की बड़ी-बड़ी गोरी गोरी गांड में एक अजीब सी फिर कल हो रही थी ऐसा लग रहा था मानो जिसे शांत नदी के पानी में कोई कंकर फेंक दिया हो और उसकी मगर साफ दिखाई दे रही है ठीक उसी तरह से आराधना की गांड में लहर उठा रही थी जिसे संजू अपना दोनों हाथ आगे बढ़ाकर दोनों हाथों में थामा हुआ था,,,,,

आराधना नीचे सर झुका कर अपनी काम क्रीड़ा की प्रतिक्रिया देख रही थी जो कि उसे बेहद लुभावनी और उत्तेजित कर देने वाली लग रही थी,,, बड़े आराम से वह अपने बेटे के लंड पर उठ बैठ रही थी,,,, संजू की की उत्तेजना का ठिकाना ना था वह अपनी मां की पपाया जैसी चूची को दोनों हाथ में पकड़ कर दबाता हुआ नीचे से भी धक्के लगा रहा था जिससे आराधना का मजा दुगना होता जा रहा था आराधना यह बात भूल चुकी थी की वेटर खाना लेकर आने वाला है वह पूरी तरह से अपनी मस्ती में मस्त हो चुकी थी गेस्ट हाउस के कमरे में आकर यह दूसरी बार वह चुदवा रही थी और दोनों बार में उसे अद्भुत सुख प्राप्त हो रहा था,,,, उसके मुख से लगातार गरमा गरम सिसकारी फूट रही थी,,,,।
bathroom me

सहहहह आहहहहह मेरे राजा बहुत मजा आ रहा है,,,आहहह आहहहहह आहहहरहह,ऊईईई मा,,,,,ओहहहहह

(आराधना पूरी तरह से मस्ती में चूर हो चुकी थी उसके मुंह से लगातार गरमा गरम सिसकारियां फूट रही थी और तभी अचानक दरवाजे पर दस्तक होने लगी,,,,)

सर लंच,,,,(वेटर बोला और उसकी आवाज सुनते ही आराधना के होश उड़ गए संजू की तरफ घबराहट से देखने लगी लेकिन संजू एकदम निश्चिंत बना हुआ था और वह बोला,,,)
Bathroom k andar


हां दरवाजा खुला है अंदर आकर टेबल पर रख दो,,,
(यह सुनते ही आराधना के होश उड़ गए क्योंकि वह अपनी बेटे को लंड पर बैठी हुई थी और उसका लंड पूरी तरह से उसकी चूत की गहराई नाप रहा था उसका नंगा बदन उसकी नंगी गांड सब कुछ दरवाजे के ठीक सामने ही थी वह जानती थी कि वेटर जैसे ही अंदर आएगा उसकी नजर उसके नंगे बदन पर ही पड़ेगी और उसकी चूत में घुसा हुआ उसके बेटे का लंड उसे दिखाई देगा समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या सोचेगा इस दृश्य को देखकर,,,,, जहां एक तरफ उसे घबराहट और चिंता हो रही थी वहीं दूसरी तरफ उसकी उत्सुकता भी बढ़ती जा रही थी किसी गैर मर्द को अपना नंगा बदन दिखाने में और अपनी चूत में लंड डाले हुए उसके लंड पर जोर जोर से कुदते हुए,,,, आराधना के बदन में कसमसाहट बढ़ रही थी जहां पर संजू ने उस वेटर को बेझिझक अंदर आने का न्योता दे दिया था वहीं दूसरी तरफ अपनी मां को लगातार अपने लंड पर कुदने के लिए बोल भी दिया था,,, और लगातार उसके मुख से सिसकारी भी निकलने के लिए बोला था वह देखना चाहता था कि इस तरह की गर्माहट भरी आवाज सुनकर उस वेटर की क्या हालत होती है,,,,,, संजू की आज्ञा पाकर उस वेटर ने एक हाथ में लंच लिए हुए दूसरे हाथ से दरवाजा को खोल ही दिया,,,,, और जैसे ही दरवाजा खोला उसने अपनी आंखों के सामने का मंजर देखकर एकदम से जड़वंत हो गया,,,, उसकी आंखें फटी की फटी रह गई और मुंह खुला का खुला रह गया शायद जिंदगी में उसने इस तरह का दृश्य कभी देखा नहीं था,,,, गेस्ट हाउस में काम करने पर भी इस तरह का नजारा उसकी आंखों के सामने कभी आया नहीं था जिस तरह का नजारा आज उसने अपनी आंखों से देख रहा था उसे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें उसकी आंखों के सामने एक बेहद खूबसूरत औरत एकदम नंगी होकर एक मोटे तगड़े लंड पर खोज रही थी और वह लैंड अपना चेहरा और लंबा था कि जिसे देखकर वेटर की आह निकल गई थी,,, और उसकी आंखों के सामने आराधना की चूत में वह मोटा लंबा लंड अंदर बाहर हो रहा था और लगातार उसके मुख से गरमा गरम सिसकारी की आवाज आ रही थी,,,, वेटर को तो कुछ समझ में नहीं आया कि वह क्या करें वह उसी तरह से खड़ा का खड़ा रह गया,,,।
Bathroom me ghuste hi

दूसरी तरफ संजू अपनी मां की गांड पर दोनों हाथ रख कर उसे जोर-जोर से दबाते हुए नीचे से धक्के लगा रहा था और आराधना भी अब बेझिझक उसे बेहतर के सामने ही अपनी गांड पटक रही थी हालांकि अभी तक आराधना ने उस वेटर से अपनी नजर नहीं मिलाई थी,,,,, आराधना एक अद्भुत एहसास और अनुभव से भर गई थी वह जानती थी कि उसके पीछे खड़ा होकर अनजान मर्द उसे नंगी देख रहा है और एक अनजान मर्द के सामने वह पहली बार नंगी हुई थी और वह भी चुदवाते हुए,,,,, कमरे की ऐसी भी उस वेटर की गर्मी को ठंडी नहीं कर पाई वह पूरी तरह से बेहाल हो गया था उसके माथे से पसीना टपकने लगा था संजीव जानबूझकर कुछ देर तक उस वेटर को यह दृश्यदिखा रहा था,,,,, आखिरकार हकलाहट भरे स्वर में वह वेटर बोला,,,।

ससससस,,सर आपका ऑर्डर,,,,,

थैंक्यू उस टेबल पर रख दो,,,,(और इतना कहने के साथ ही संजू जोर-जोर से अपनी कमर नीचे से ऊपर की तरफ जाने लगा उसे वेटर को जांघ से जांघ टकराने की आवाज एकदम साफ सुनाई दे रही थी और लगातार आराधना के मुंह से गरमा गरम सिसकारी फूट रही थी,,,।)
Bathroom me aradhna

special font copy paste
सहहहह सहहहरह आहहहहह मेरे राजा बहुत मजा आ रहा है,,,आहहहहहह आहहहहहह

और जोर से उछल मेरी रंडी मेरे लंड को अपनी चूत में ले‌ ले मादरचोद,,,,।

(इस तरह की गंदी बातें और गर्म सिसकारियो की आवाज को सुनकर उस वेटर की हालत खराब होती जा रही थी उसे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था,,,, वह खाना को टेबल पर रखते रखते आराधना की तरफ भी देख रहा था शायद उसने जिंदगी में इतनी खूबसूरत और गोरी औरत नहीं देखा था और वह भी एकदम नंगी और वह भी चुदवाते हुए आराधना की नंगी जवानी का उस वॅटर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा था,,, संजू ने साफ तौर पर उसके पेंट के आगे वाला भाग देखा था जो कि पूरी तरह से खड़ा हो चुका था,,,,, संजू जानबूझकर उस वेटर की आंखों के सामने ही अपनी मां की बड़ी बड़ी चूची पकड़कर जोर-जोर से दबाते हुए चोद रहा था,,,, वह बेटर भी एकदम हैरान था कि उसकी आंखों के सामने ही बेझिझक एक औरत चुदवा रही थी और एक लड़का उसे चोद रहा था,,,,।


आराधना पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी गेस्ट हाउस में आने की ख्वाहिश उसके बेटे ने पूरी कर दिया था लेकिन एक नया ही नाटक इसमें शुरू हो गया था अनजान मर्द को चुदवाते हुए दिखाने का जिसके लिए आराधना तैयार नहीं थे लेकिन अब उसे बहुत मजा आ रहा था एक अद्भुत और अजीब किस्म की खुशी उसके तन बदन में मदहोशी भर रही थी,,,, आराधना के चेहरे पर मस्ती के साथ-साथ उत्तेजना छाई हुई थी उसके इलाज लाल होठ खुले हुए थे और गरी गरी सांसद रही थी आंखों में मदहोशी और खुमारी दोनों छाई हुई थी और मदहोशी से भरी आंखों से वह उस वेटर की तरफ देखी तो वेटर की हालत एकदम से खराब हो गई,,, आराधना बिना शर्माए उस बेटर की आंखों के सामने ही अपनी बड़ी बड़ी गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी,,,,

लेकिन अब समय आ गया था उस वेटर को वहां से दफा करने का इसलिए संजू बोला,,,,

अब तुम जा सकते हो और दरवाजे बंद कर देना,,,

जी सर,,,(वह वेटर दोनों हाथ अपने पेंट के आगे वाले भाग पर रखकर बोला उसका जाने का मन बिल्कुल भी नहीं कर रहा था अपनी आंखों के सामने अद्भुत कामलीला को देख रहा था लेकिन फिर भी उसे जाना था क्योंकि चाह कर भी वह खड़ा रह नहीं सकता था,,,, अपने मन की इच्छाओ का गला घोट कर वह वेटर कमरे से बाहर चला गया और जाते जाते एक नजर फिर से आराधना की मदमस्त गांड पर डालकर दरवाजे को बंद कर दिया और जैसे ही वह गया आराधना एकदम से अपनी रुकी हुई सांस को वापस लेते हुए बोली,,,।
Bathroom me maa bete

बाप रे संजू तू तो मुझे मार ही डालेगा,,,

कैसा लगा मेरी रानी एक अनजान मर्द के सामने लंदन लेते हुए,,,,

सच में मुझे बहुत घबराहट भी हो रही थी लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था साले की हालत खराब हो गई थी,,,

उसकी पेंट के आगे वाला भाग देखी पूरा खड़ा का खड़ा था,,, अब देखना बाथरूम में जाकर ही लाने के बाद ही शांत होगा,,,, बस मेरी रानी अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा है बहुत देर से अपने आप को काबू में किए हुए हुं,,(और इतना कहने के साथ ही संजू पलंग पर लेटे हुए हैं अपनी मां को अपनी बाहों में भर लिया और तुरंत पलटी मार लिया हालांकि इस दौरान भी उसका लंड उसकी मां की चूत में घुसा हुआ था अब आराधना नीचे थी और संजू पर था इस तरह से संजू पूरी तरह से इस खेल की बागडोर अपने हाथ में लेकर मनमानी कर सकता था और यही करने लगा वह जोर जोर से धक्के लगाना शुरू कर दिया आराधना की सांसे अटक अटक जा रही थी संजू के धक्के उसका प्रहार इतनी तेज था कि आराधना पीछे की तरफ खसक जा रही थी एक बार फिर से दोनों झड़ गए,,,,

कुछ देर शांत रहने के बाद दोनों लंच करने लगे,,, दीवार पर टंगी घड़ी में 4:30 का समय हो चुका था उन दोनों के पास केवल आधा घंटा ही बचा था दोनों खाना खा चुके थे लेकिन इस आधे घंटे का उपयोग वह लोग अच्छे तरीके से करना चाहते थे आराधना को लगता नहीं था कि इस बार संजू उसकी चूत में लंड डाल पाएगा,,,, इसलिए वह बोली,,,

संजू आप हमें नहा लेना चाहिए वैसे भी कमरे का बाथरूम बहुत फर्स्ट क्लास है,,,, सावर लगा हुआ है नहाने में मजा आ जाएगा,,,,

तो चलो फिर देर किस बात की है आधे घंटे का अच्छे से समय बिताएंगे,,,।
(और इतना कहने के साथ ही संजू अपनी मां का हाथ पकड़ कर बाथरूम में लेकर चला गया दोनों अभी भी पूरी तरह से नंगे थे बाथरूम के अंदर पहुंचते ही आराधना बैठकर पेशाब करने लगे और संजू भी अपनी मां के बगल में ही खड़ा होकर पेशाब करने लगा एक दूसरे को पेशाब करते हुए देखकर दोनों के तन बदन में उत्तेजना की लहर दौड़ रही थी लेकिन आराधना को यकीन नहीं हो रहा था कि उसके बेटे का लंड फिर से खड़ा हो जाएगा इसलिए वह,,,, पेशाब करने के बाद खड़ी हुई और सावर चालू कर दी दोनों मां-बेटे शावर के नीचे नहाना शुरू कर दिया ठंडा ठंडा पानी बदन पर गिरने लगा लेकिन संजू के तन बदन में अपनी मां की मदहोश कर देने वाली जवानी की आग फिर से से लगने लगी बार-बार आराधना की गांड संजू के लंड से टकरा जा रही थी जिसके चलते संजू के लंड में फिर से जान आने लगी और देखते ही देखते संजय का लंड फिर से अपनी औकात में आ गया और इस बार संजू अपनी मां को अपनी बाहों में लेकर उसकी एक टांग ऊपर उठाया और अपनी कमर पर लपेट कर उसकी गीली चूत में डालकर चोदना शुरू कर दिया,,, संजू अपनी मां को हर तरीके से चोद रहा था पूरे बाथरूम में घुमा घुमा कर चुदाई कर रहा था कभी टॉयलेट पोट के ऊपर बैठकर उसे अपने लंड पर बैठा लेता तो कभी टॉयलेट पोट पर उसके पैर रखकर उसे झुकाकर पीछे से चोदने लगता हर तरीके से आराधना को मस्त कर रहा था आराधना भी अपने बेटे की ताकत मस्त हो चुकी थी उसे यकीन नहीं हो रहा था कि उसका बेटा फिर से उसकी चुदाई कर सकता है लेकिन जबरदस्ती चुदाई कर रहा था देखते ही देखते दोनों एक बार फिर से चरम सुख को प्राप्त कर लिए हो फिर 5:00 बजने से पहले ही अपने कपड़े पहन कर वह लोग कमरे से बाहर निकल गए,,,।

exponent 4 copy and paste
गेस्ट हाउस का पूरा स्टाफ दोनों को ही देख रहा था क्योंकि लंच लेकर आने वाला वेटर अपने साथियों को आराधना के बारे में सब कुछ बता दिया था और उसकी बात सुनकर सब का लैंड खड़ा हो गया था लेकिन सबके बीच में से आराधना का हाथ थामे हुए संजू उसे गेस्ट हाउस से बाहर लेकर आया और स्कूटी पर बैठा कर अपने घर की ओर निकल गया,,,,, आज आराधना का जन्मदिन था और आराधना के शुभ अवसर पर संजीव ने अपनी मां के इस जन्मदिन को पूरी तरह से यादगार बना दिया था जैसा कि एक औरत के जीवन में सुहागरात का महत्व होता है वैसे ही आराधना के जीवन में उसके इस जन्मदिन का बहुत ज्यादा महत्व था वह इस जन्मदिन को कभी भूलने वाली नहीं थी,,,,

रास्ते में बाजार में संजू घर के लिए खाना पैक करवाया और एक बड़ा सा केक भी पैक करवा लिया क्योंकि घर पर केक भी काटना था,,,, कुछ ही देर में दोनों घर पर पहुंच गए लेकिन घर पर पहुंचते-पहुंचते 8:00 बज चुके थे मोहिनी इंतजार कर कर के थक चुकी थी उसे समझ नहीं आ रहा कि दोनों कहां गए लेकिन स्कूटी की आवाज घर के बाहर आते ही वह दौड़ कर दरवाजे पर गई और दरवाजा खोलकर देखने लगी तो संजू और अपनी मां को देखकर बहुत खुश हो गई,,,, आराधना घर में प्रवेश करते हुए एकदम थकी हुई लग रही थी तो वह सीधा बाथरूम में चली गई फ्रेश होने के लिए और मोहिनी उसे धीरे से बोली,,,।


क्या भाई कुछ हुआ क्या बताना,,,

मैं तुझे बोला था ना बताऊंगा नहीं लेकिन तुझे दिखाऊंगा रात को 12:00 बजे जागती रहना मैं आज तुझे जबरदस्त नजारा दिखाने वाला हूं जिसे देख कर तेरे होश उड़ जाएंगे,,,।
Fantastic update👏👏👏👏👏
Maa bete ne ek dusre ke samne pyar to izhar to kar liya
Dekhte hai mohini ke sath rat kya scene banta hai
 

Kumarshiva

Active Member
1,077
1,629
143
भाई
इतनी बार पेशाब का जिक्र हो चुका
अब पेशाब का रोल बढा दो
नहला ही दो।
Ye bhi shi hai
Sanju ko apni mom ka peshab(amrit) pila hi do
 
Top