आराधना का दिल जोरों से धड़क रहा था क्योंकि मोहिनी की आंखों के सामने ही उसके बेटे ने उसके बदन से चादर खींचकर उसे एक बार फिर से नंगी कर दिया था लेकिन फिर भी आराधना अपने बेटे को एक शब्द नहीं बोल रही थी क्योंकि उसे इस बात का अहसास हो गया था कि जो भी उसका बेटा इस समय कर रहा है यह उस के भले के लिए ही कर रहा है इसी में उन दोनों की भलाई,,,, है,,,,, आराधना अच्छी तरह से समझ रही थी कि उसका बेटा मोहिनी को उकसाने की कोशिश कर रहा था वह मोहिनी को भी इस खेल में शामिल कर देना चाहता था ताकि तीनों एक-दूसरे के राजदार बनकर रह जाए और इसीलिए आराधना भी खामोश थी,,,,,,
देख मोहिनी मम्मी और मेरे बीच क्या चल रहा है इस बात को पापा से बता कर कोई फायदा होने वाला नहीं है क्योंकि पापा पहले से ही हम दोनों के बीच इस तरह का इल्जाम लगा चुके हैं इसलिए अगर यह राज पापा के सामने खुल गया तो कोई हर्ज नहीं होगा बल्कि पापा तो तुझ पर भी इल्जाम लगा सकते हैं क्योंकि तू भी पूरी तरह से जवान हो चुकी है तेरे अंगों में निखार आ चुका है,,,,(अपनी ही बहन के लिए इस तरह की बातें सुनकर आराधना आश्चर्य से संजू की तरफ देख रही थी लेकिन हालात के आगे वह पूरी तरह से मजबूर हो चुकी थी अगर आराधना मजबूर ना होती तो मोहिनी को इस काम कीड़ा के खेल में कभी उतरने नहीं देती लेकिन इस समय आराधना भी यही चाहती थी,,,) तेरी जैसी लड़कियां बाहर रोज अपने बॉयफ्रेंड से चुदवाती हैं तो क्या पापा तुझ पर इल्जाम नहीं लगा सकते जब मुझ पर एक सगे बेटे पर अपनी मां को चोदने का इल्जाम लगा सकते हैं तो फिर तो तू मेरी तो है नहीं तुझ पर भी इल्जाम लगा ही सकते हैं,,,,,,(संजू अपनी मां के बदन पर से चादर खींचकर उसे पूरी तरह से नंगी कर चुका था और खुद भी पूरी तरह से मांगा था इस समय उसका लंड पूरी तरह से अपनी औकात में था जिस पर बार-बार मोहिनी की नजर चली जा रही थी और यह हरकत को आराधना अच्छी तरह से देख रही थी आराधना के मन में एक आशा की किरण नजर आ रही थी वह अपनी बेटी मोहिनी की नजरों से वाकिफ होते ही अपने मन में सोचने लगी कि काश उसके मन में भी संजू के लंड को अपनी चूत में लेने की प्यास जाग जाए तो कितना मजा आ जाए और दूसरी तरफ संजू बार-बार अपनी बहन की आंखों के सामने अपने लंड को पकड़ कर हिला दे रहा था आराधना को ऐसा लग रहा था कि जैसे संजीव जानबूझकर मोहिनी को उकसाने के लिए इस तरह से हरकत कर रहा है उसे क्या मालूम था कि मोहिनी अपनी मां से पहले ही अपने भाई के लंड का स्वाद चख चुकी थी,,,)

देख मोहिनी तू जो करने जा रही है उसमें कोई मजा नहीं है मजा तो इस खेल में शामिल होने में है तू भी मम्मी की तरह जवानी का मजा ले तू ही जरा सोच मम्मी इस उम्र में जब अपनी जवानी की गर्मी को संभाल नहीं पा रही है तो तू इस समय जवानी की पहली सीढ़ी पर पांव रखी है,,,,,,(ऐसा कहते हो गए संजू धीरे-धीरे अपनी बहन की तरफ आगे बढ़ रहा था मोहिनी का दिल जोरों से धड़क रहा था भले ही मोहिनी जो कुछ भी कर रही थी वह केवल नाटक था लेकिन इस नाटक में भी उसे उत्तेजना का अनुभव हो रहा था वह मदहोश हो रही थी एक तरफ बिस्तर पर उसकी मां पूरी तरह से नंगी बैठी हुई थी उसके नंगे बदन को ट्यूबलाइट की रोशनी में चमकता हुआ देखकर खुद मोहिनी के मुंह में पानी आ रहा था और दूसरी तरफ उसका जवान भाई अपने लंड को हाथ से पकड़ कर हिलाते हुए उसके बेहद करीब आ रहा था और वह भी उसकी मां की आंखों के सामने यह नजारा ही बेहद मदहोश कर देने वाला था कि एक मां की आंखों के सामने एक जवान बेटा अपनी बहन की जवानी का रस पीने के लिए उसकी तरफ आगे बढ़ा जा रहा है,,,,,,,, मोहिनी के तन बदन में जवानी की चिंगारी फूट रही थी,,, उसकी सांसे गहरी चलने लगी थी कुछ देर के लिए वह खामोश हो चुकी थी यह देखकर आराधना मन ही मन खुश हो रही थी देखते ही देखते समझो उसके बेहद करीब पहुंच गया और अपनी मां की आंखों के सामने ही अपनी छोटी बहन का हाथ पकड़ कर उसे अपने खड़े लैंड पर रख दिया जैसे ही मोहिनी को अपनी हथेली में गरम गरम एहसास हुआ वह अपनी स्थिति पर गौर की तो उसके होश उड़ गए संजू ने उसकी हथेली को अपने लंड पर रख दिया था,,,, वैसे तो इस समय मोहिनी का मन कर रहा था कि अपनी मां की आंखों के सामने ही अपने भाई के लंड को कस के पकड़ कर घुटनों के बल बैठ जाए और उसे अपनी भूमि गले तक उतार ले लेकिन पहली बार में ही इस तरह की हरकत करना आराधना के मन में शंका पैदा कर सकता था,,,, इसलिए वह अपनी भावनाओं पर काबू करते हुए एकदम घबराहट का नाटक करते हुए अपनी हथेली के पीछे खींचते हुए बोली,,,,।
नननन,

नहीं भाई यह मुझसे बिल्कुल भी नहीं होगा,,,,(अपने हाथ को पीछे लेकर एकदम गहरी गहरी सांस लेते हुए बोली मोहिनी की हालत को देखकर आराधना का मन फिर उदास हो गया आराधना अपने मन में मोहिनी को भला बुरा कह रही थी क्योंकि आराधना भी इस बात को अच्छी तरह से जानती थी कि मोहिनी की उम्र की जवान लड़कियां लंड के लिए कितनी पागल रहती है जब वह इस उम्र में अपने बेटे के लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तड़प रही है तो मोहिनी जैसी जवान लड़कियों का तो पूछो मत लेकिन मोहिनी है कि इस खेल में उतरना नहीं चाहती,,, लेकिन आराधना को अपने बेटे पर पूरा विश्वास था वह अच्छी तरह से जानती थी कि उसका बेटा कोई ना कोई तरीका लगाकर मोहिनी को भी मना ही लेगा जैसा कि उसे मनाया था,,,,)
देखो मोहिनी पागल मत बनो इस खेल में इतना मजा आएगा कि पूछो मत एक बार इस खेल में शामिल हो गई तो जिंदगी भर इस खेल को खेलती रह जाओगी लेकिन तुम्हारा मन कभी भरेगा नहीं,,,
नहीं नहीं भाई मैं मम्मी की तरह इस खेल को खेला नहीं चाहती अभी पढ़ने की उम्र है कुछ करने की उम्र है इस खेल में पढ़कर में अपना जीवन बर्बाद नहीं होने देना चाहती,,,

तुम्हें क्या लगता है तुम्हारे साथ जो तुम्हारी सहेलियां पढती है क्या वह लड़कियां नहीं चुदवाती देखी तो हो कॉलेज में कैसे अपने बॉयफ्रेंड के साथ बाइक पर बैठकर घूमती रहती है क्या जवान लड़के ने लड़कियों को चोदते नहीं है,,,,
मुझे नहीं मालूम,,,,,
तुम्हें सब मालूम है मोहिनी लेकिन तुम कुछ भी नहीं समझने का नाटक कर रही हो तुम पूरी तरह से जवान हो चुकी हो मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि इस तरह के दृश्य को देखकर तुम्हारी चूत भी पानी छोड़ रही होगी तुम्हारी चूचियां भी कड़ी हो गई होंगी तुम्हारे मन में भी अरमान मचल रहे होंगे कि मेरी चूत में भी मोटा तगड़ा लंड अंदर बाहर हो,,,,
नहीं नहीं मैं ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोच रही हूं,,,,, बस अब मुझे कुछ नहीं कहना है मैं तुम दोनों की करतूतों को जरूर पापा से बता कर ही रहूंगी,,,,,

तुम ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर सकती मोहिनी,,,
क्यों नहीं कर सकती जरूर करूंगी जरूर पापा को सब कुछ बता दूंगी,,,,,
(मोहिनी के मुंह से इस तरह की बातें सुनकर संजू अपनी मां की तरफ देखने लगा वह देखना चाहता था कि उसकी मां क्या कहती है क्या कहना चाहती है उसके मन में क्या चल रहा है जैसे ही हो अपनी मां की तरफ देखा आराधना और घबराहट और उदासी दोनों साफ नजर आ रहे थे जो कि आज तक संजू अपनी मां के चेहरे पर चमक और उत्तेजना देखते आ रहा था लेकिन आज मोहिनी की वजह से वह उदास थी और यह भी देखा कि उसकी मां इशारों से ही कुछ करने के लिए कह रही थी और आंखों ही आंखों में संजू भी अपनी मां को दिलासा देते हुए मोहिनी की तरफ आगे बढ़ा और बोला,,,,)
ठीक है मोहिनी तुम्हारी अगर यही मर्जी है तो यही सही बता देना पापा को वैसे भी पापा हम दोनों को पहले से ही बदनाम कर चुके हैं तुम बता दोगी तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं होगी,,,, और वैसे भी तुम्हारे बताने से भी हम दोनों रुकने वाले नहीं है मैं रोज इसी तरह से रात को मम्मी की कमरे में आऊंगा और मम्मी को जमकर चोदूंगा,,,, क्योंकि मम्मी भी यही चाहती है हम दोनों की यही मर्जी है और हम दोनों तुम्हारी बात में आकर अपना जीवन बर्बाद नहीं करना चाहते इस खुशी को लुटाना नहीं चाहते,,,,, लेकिन बताने से पहले,,,,(इतना कहने के साथ ही एक बार फिर से वह मोहन के पीछे जाकर खड़ा हो गया और उसे पीछे से अपनी बाहों में भर कर अपने होठों को उसकी गर्दन पर रखकर चूमते हुए बोला) मैं जरूर जानना चाहूंगा कि क्या हम दोनों की इस हालत में देखकर तुम्हें भले गुस्सा आया होगा लेकिन मुझे और मम्मी को नंगा देखकर मम्मी के खूबसूरत नंगे बदन को देख कर मम्मी की चूचियां मम्मी की चूत मम्मी की गांड देखकर और मेरे खड़े लंड को देखकर तुम्हारे बदन में कुछ कुछ नहीं हुआ तुम्हारी चूत से पानी नहीं निकला,,,,,

(एक बार फिर से अपने दोनों हथेली को कुर्ती के ऊपर से ही अपनी बहन की चूची पर रख कर दबाते हुए) मैं सब कुछ देखना चाहूंगा तभी तुम पापा से कुछ कहने लायक रहोगी,, और अगर तुम्हारी चूत गीली हुई तो तुम पापा से कुछ भी कहने के लायक नहीं रहोगी तुम हम दोनों के राज को पापा के सामने खोलने की हकदार नहीं रहोगी क्योंकि मन ही मन तुम भी यही सब चाहती हो,,,,
नहीं में यह सब नहीं चाहती,,,(अपने भाई की हरकत से पूरी तरह से गर्म होते ही मैं अपनी आंखों को बंद करके और अपनी गांड के बीचो बीच सलवार के ऊपर से ही अपने भाई के मोटे तगड़े लंड के आकर्षण महसूस करते हुए मोहिनी बोली)

तो डर किस बात का ही दिखाओ मुझे भी,,,,,
(और इतना कहने के साथ ही संजु अपनी बहन की कुर्ती को नीचे से दोनों हाथों में पकड़ कर उसे ऊपर की तरफ उठाने लगा मोहिनी भी अच्छी तरह से जानती थी कि अब ज्यादा नाटक करने से कोई फायदा नहीं है इस खेल में उतरने में ही भलाई है इसलिए वह मदहोशी के आलम में अपने दोनों हाथों को धीरे से ऊपर की तरफ उठाते हुए बोली,,,)
नहीं भाई ऐसा कुछ भी नहीं है,,,,
यही तो देखना चाहता हूं मोहिनी कि तुम दूसरी लड़कियों से अलग हो या दूसरी लड़कियों की तरह ही हो,,,,(इतना कहने के साथ ही संजू मोहिनी की कुर्ती को उसके खूबसूरत बदन से अलग करते हुए उतार कर नीचे फेंक दिया और मोहिनी अपनी मां के कमरे में सलवार और ब्रा में खड़ी हो गई पीले रंग की ब्रा में उसका खूबसूरत गोरा बदन और भी ज्यादा खूबसूरत लग रहा था आराधना अपने बेटे की हरकत को और वह भी अपनी सगी बहन के साथ देख कर उसकी हालत खराब होने लगी,,,, अपनी बहन की कुर्ती को उतारकर फेंकने के बाद संजू बिल्कुल भी दे रखी है बिना अपने दोनों हथेली को ब्रा के ऊपर से ही अपनी बहन की चूची पर रखकर दबाना शुरू कर दिया और उसकी गर्दन को अपने होठों से चूमना शुरू कर दिया कुछ देर पहले जो अपनी भावनाओं पर काबू करके संगम दिखा रही थी और वह भी अपनी मां की आंखों के सामने और इस समय अपने भाई की हरकत से पूरी तरह से मदहोश होकर अपनी आंखों को बंद कर कर गहरी गहरी सांस ले रही थी जिसे देखकर आराधना को सुकून मिल रहा था उसे इस बात का एहसास हो रहा था कि संजू अपनी हरकत से उसकी बहन को मना लेगा और ठीक वैसा ही हो रहा था,,,,,

संजू अपनी छोटी बहन को नंगी करने में लग गया था वह अपने दोनों हाथों से ब्रा का हुक खोल करके अपनी बहन की ब्रा को भी गीली कर दिया और उसे उतारकर कमर से ऊपर उसे पूरी तरह से नंगी कर दिया संतरे जैसे गोल गोल चूची को देखकर संजू के मुंह में पानी आ गया और वह अपनी मां की आंखों के सामने ही उसके पीछे खड़ा होकर अपनी दोनों हथेली में उसकी नंगी चूचियों को लेकर दशहरी आम की तरह दबाना शुरू कर दिया आराधना इस बात से हैरान भी थी कि उसका जवान बेटा अपनी बहन के साथ इतना खुल कैसे गया,,,,। फिर आपने ही मन में उठे शंका के बादल को अपने विश्वास से दुर करते हुए अपने मन में बोली,,,,)
संजू mohini ki chuchi pita hua
नहीं नहीं संजू है ही ऐसा वो किसी भी लड़की या औरत को पलभर में ही अपने काबू में कर सकने की क्षमता रखता है इसीलिए तो मोहिनी भी अपने काबू में बिल्कुल भी नहीं है और अपने भाई की हरकत से मस्त हुए जा रही है,,,,, आराधना अपनी आंखों से अपने बेटे की हरकत को अपनी ही जवान बेटी के साथ देख रही थी और अंदर ही अंदर मस्त भी हुए जा रही थी अगर कोई और समय होता तो शायद आराधना अपने बेटे की हरकत पर उसके गाल पर दो-चार थप्पड़ रसीद कर दी होती लेकिन इस समय माहौल और हालात पूरी तरह से बदले हुए थे इसलिए ना चाहते हुए भी आराधना कुछ कर नहीं सकती थी बस अपने बेटे की हरकत पर मन ही मन उसे शाबाशी दे रही थी,,,,, संजू अपने होंठ को अपनी बहन की गर्दन पर र करते हुए जोर जोर से उसके संतरे जैसी चूची को दशहरी आम की तरह दबा रहा था और अपने भाई की इस हरकत पर मोहिनी पूरी तरह से मदहोश हुए जा रही थी अगर वह अपने भाई के साथ चुदाई का मजा ना भी होती तो शायद इस समय वह अपने भाई की इस तरह की हरकत को कभी माफ नहीं करती लेकिन वह भी जवानी के जोश में पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी वह अच्छी तरह से जानती थी कि इस खेल में कितना बचा है इस खेल को खेलने में कितना मजा आता है इसीलिए तो वह नाटक करने के बावजूद भी अपनी मां की आंखों के सामने अपने भाई की हरकत का मजा ले रही थी,,,, और संजू अपनी बहन की चूची को मसलते हुए और सलवार के ऊपर से ही उसकी गांड पर अपने लंड को धंसाते हुए,,,बोला,,,)

ओहहहहह मोहिनी तेरा बदन कितना खूबसूरत है तेरी चूचियां तो मुझे पागल कर रही है मुझे पूरा यकीन है कि इस समय तेरी चूत का गुलाबी छेद नमकीन रस छोड़ रहा होगा तुझे पता है मोहिनी जब औरत की चूत में मर्द की जीभ अंदर तक जाकर चाटती है तो औरतो को कितना मजा आता है,,,, तो शायद नहीं जानती लेकिन मम्मी से पूछ मम्मी को कितना मजा आता है जब मैं मम्मी की दोनों टांगें खोलकर उनकी गुलाबी चूत में अपनी जीभ डाल कर उनकी मलाई को चढ़ता हूं मम्मी पागल हो जाती है बिस्तर पर करवटें बदलने लगती है छटपटाने लगती है मेरे बाल कस के पकड़ कर अपनी चूत पर लगा देती है,,,,,,, तुझे भी मैं उतना ही मजा दूंगा जितना मम्मी को देता हूं देखना जब तेरी गुलाबी चूत पर मेरी जीभ घूमेगी तो तू कितना पागल हो जाएगी,,,, कसम से बता रहा हूं तो बार-बार पानी छोड़ेगी,,,,, और मोहिनी जब मेरा मोटा लंड तेरी चूत की गहराई नाप आएगा तब तो समझ पाएगी कि एक औरत चुदवाने के लिए क्यों तड़पती है क्यों इस उम्र में मम्मी मेरे लंड के लिए तड़प रही है जब तक तु उस एहसास को जिएगी नहीं तब तक तुझे हम दोनों की स्थिति का बिल्कुल भी पता नहीं चलेगा,,,,,,।

ल लल,,,,लेकीन यह गलत है भाई,,,,
कुछ भी गलत नहीं है मोहिनी एक बार तू मेरी और मम्मी की नजरिए से देख तुझे बहुत मजा आएगा,,,,,( इतना कहने के साथ ही संजू अपनी मां की आंखों के सामने बेशर्मी की सारी हदें पार करते हुए अपनी बहन की सलवार की डोरी पर हाथ रख दिया जिसका एहसास मोहिनी को भी अच्छी तरह से हो रहा था लेकिन अब वह उसे रोकने की कोशिश बिल्कुल भी नहीं कर रही थी,,, क्योंकि वह जानती थी कि उसका काम हो गया है क्योंकि सारी बाजी अब संजू ने संभाल लिया था और अकेले ही पर वह अपनी बहन की सलवार की डोरी को एक झटके से खींच कर खोल दिया और जैसे ही सलवार की डोरी खुली वैसे ही कमर पर उसका कसाव एकदम से ढीला पड़ गया और एक बार फिर से जानबूझकर अपना हाथ एक झटके से अपनी सलवार पर रखकर उसे पकड़ ली ताकि वह नीचे ना गिरे पाए यह सिर्फ अपनी मां को दिखाने के लिए था कि वह इस खेल का हिस्सा अभी भी नहीं बनना चाहती,,, इसलिए वह बोली,,)
नहीं भाई मैं ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहती भाई,,,
कुछ नहीं हो रहा मोहिनी बहुत मजा आएगा तू मेरी बात मान,,, मेरी ना सही मम्मी की तो बात मान ले मम्मी को बहुत मजा आता है इस खेल को खेलने में,,,,

नहीं भाई नहीं,,,,,
मत रोक मोहिनी मुझे मैं पागल हुआ जा रहा हूं तेरे बदन से मादक खुशबू मेरा जोश बढ़ा रही है मुझे मदहोश कर रही है,,,,,(और इतना कहते हुए मोहिनी की हाथ पर अपना हाथ रख कर उसे सलवार पर से हटाने लगा और मोहिनी भी इसी में अपनी भलाई समझ रही थी इसलिए वह भी अपने हाथ का अपने भाई के हाथ में देकर सलवार पर से हटा दी और अगले ही पर सलवार एकदम से ढीली होकर उसके कदमों में जा गिरी,,, एक पल की भी देरी किए बिना संजू अपनी हथेली को ठीक मोहिनी की चूत पर उसकी पैंटी के ऊपर ही रख दिया जो की पूरी तरह से गिरी थी और उसके गीले पन को अपनी उंगलियों पर महसूस करते ही संजू खुश होता हुआ बोला,,,,,)
देख मैंने बोला था ना तेरी भी चूत पानी छोड़ रही है मतलब कि तुझे भी मम्मी और मुझे नंगा देखकर मजा आ रहा था,,,
अपनी मां की आंखों के सामने मोहिनी अपनी चूत चटवाती हुई
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नहीं भाई,,,,,,सहहहहहह,,,आहहहहहहहह,,,(संजू की गरमा गरम हथेली को अपनी चड्डी के ऊपर से ही अपनी चूत पर महसूस करके मोहिनी अपने जज्बात पर अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाई और ना चाहते हुए भी उसके मुंह से गरमा गरम सिसकारी की आवाज फूट पड़ी जिसे सुनकर आराधना मन ही मन में खुश होने लगी,,, और अपनी बहन की गरमा गरम सिसकारी की आवाज को सुनकर संजू बोला)
देखी ना मोहिनी तुझे भी मजा आ रहा है तभी तो तेरे मुंह से इस तरह की आवाज आ रही है,,,,
मोहिनी की चुदाई करते हुए संजू
मुझे नहीं पता भाई क्या हो रहा है मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है,,,,
सब समझ में आ जाएगा मोहिनी,,,,(इस बार अपनी हथेली को मोहिनी की पैंटी में डालकर उसकी चूत को अपनी हथेली में दबाते हुए) सहहहहहहह बहुत गर्म चुत है मोहिनी तेरी तुझे भी बहुत मजा आएगा जब तू मम्मी की बड़ी बड़ी चूची को अपने हाथों में लेकर दब आएगी उसके निप्पल को अपने मुंह में लेकर पिए गी,,,, बचपन में तो तो बहुत दूध भी है लेकिन जवानी में मम्मी की चूची को मुंह में लेकर पीने का मजा ही कुछ और होता है मुझे तो बहुत मजा आता है मम्मी की चूची मुंह में लेकर पीने में,,,, तुझे भी बहुत मजा आएगा मंगनी देखना जब मम्मी अपनी दोनों टांगें खोलकर तुझे अपनी चूत के दर्शन कराएगी तब तू,,, धन्य हो जाएगी अपनी आंखों से अपनी मां की चूत की खूबसूरती देखकर देखना इस उम्र में भी मम्मी की चूत जवान लड़की की चूत से भी कहीं ज्यादा हसीन और चिकनी है और मस्त होकर तो कचोरी की तरह एकदम से फुल जाती है और उसमें रसमलाई झरता रहता है,,,,
(मोहिनी अपने भाई की इस तरह की अश्लील बातें सुनकर पूरी तरह से मस्त हो जा रही थी आराधना भी अपने बेटे के मुंह से अपनी ही जवानी की खूबसूरती की गरमा गरम बातें सुनकर उत्तेजित में जा रही थी और वह अपनी आंखों से अपने बेटे की हरकत को देख रही थी जो कि अपनी ही बहन की चड्डी में हाथ डालकर उसकी चूत के रस को अपनी उंगलियों से पी रहा था संजू अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,) तू ही सोच महीने कितना मजा आएगा जब तू मम्मी की चूत पर अपने होंठ लगा कर अपनी जीभ से उसके काम रस को चाटेगी,,,, सहहहह,,,, बहुत मजा आएगा मोहिनी,,,,( लगातार मोहिनी की चूत को अपनी हथेली से मसलते हुए जिसकी वजह से मोहिनी उत्तेजित हुए जा रही थी),,,, तउ६ मम्मी की चूत चाटेगी और सोच मोहिनी के बाद तू भी अच्छी तरह से जानती है कि मम्मी बहुत ज्यादा खूबसूरत है उसकी चूत कितना मजा देगी तो सोच कर ही पागल हो जाएगी और यह भी तो सोच मम्मी भी तेरी गुलाबी चूत को अपने होठों से चाटेगी उसमें चीभ डालेगी तुझे भी पूरा मजा देगी,,,,,,(इतना सुनते ही मदहोश अवस्था में मोहिनी अपनी आंखों को खोल कर अपनी मां की तरफ देखी और आराधना उसी की तरफ देख रही थी और अपने बेटे की बात पर हामी भरते हुए मुस्कुराकर जैसा संजू कह रहा है वैसा ही होगा इसकी तसल्ली मोहिनी को दे रही थी मोहिनी भी अंदर ही अंदर मचल उठी अपने भाई के बताए अनुसार उस सुख को प्राप्त करने के लिए मोहिनी की गहरी चलती सांसो को देखकर संजू समझ गया कि अब नाटक के खत्म होने का समय आ गया है इसलिए वह बोला,,,)
अपनी मा की चुची दबाकर पीता हुआ संजू

बस मोहिनी अब अपनी चड्डी उतार कर तू भी एकदम नंगी हो जा,,,,(और इतना कहने के साथ ही संजू मोहिनी की चड्डी को दोनों हाथों से खींचकर उसके घुटनों तक ले आया और बाकी का काम मोहिनी इस खेल में सम्मिलित होने का इशारा करते हुए अपने ही पैर का सहारा लेकर अपनी चड्डी को अपने पैरों से बाहर निकाल कर अपने पैर से सरका कर उसे पलंग के नीचे डाल दी,,,)