- 638
- 1,760
- 139
शानदार अपडेट
रात की चुदाई में मलाई के अन्दर जो शर्म और डर है वो लगभग खत्म हो जाएगी। फिर तो दुकान पर भी मलाई अपना रस टपकायेगी।
अध्याय - 4, 5, 6
Behad hi shandar aur behad hi dilchasp story,,,,
naag.champa Madam idhar ke teeno adhyaay bhi behad khubsurat the aur likhne ka andaz bhi lajawab.
To malaayi airport akele hi Sachin uncle ko lene gayi thi. Zaahir hai kamla mausi ne jo soch rakha hai uske hisaab se malaayi ko akele hi jana tha taaki dono ke beech kisi baat ke liye asahajta na ho. Sachin uncle America me rahne wala ek rangeen mizaaj aadmi hai to malaayi ek aisi bala jisse apni bhadakti huyi jawani ka taap na to sahan ho raha hai aur na hi uske kaabu me hai. Sachin uncle ka nature malaayi ko akarshit kar gaya aur wo uski taraf attract ho gayi. Khair ghar aane ke baad jab dono new market gaye to Sachin uncle ne usko had se zyada khush karne ke liye shopping karwaayi jo ki malaayi ki ummido se pare wali baat thi. Shadi ke baad pati ke itne dino tak door rahne se zaahir hai ki kuch to asar hoga hi, sath hi kamla mausi ki baato ne uski soch ko bhi badal diya aur aise me jab koi is tarah ka insaan samne aaye to uska nateeja is roop me to niklega hi. Bus stand par sachin uncle ne ekdam se malaayi ki malaayi chaat li. Malaayi ko unse aisi ummid to nahi thi lekin man me kyoki aisi hi chahat thi is liye usne unhe roka bhi nahi. Itna kuch hone ke baad malaayi ka aur bhi zyada sachin uncle ki taraf akarshit ho jana hairani ki baat nahi thi. Apne kamre me bed par pade huye usne is bare me bahut socha aur aakhir me usne deside kiya ki ab jo hoga dekha jayega. Kamla mausi ki kahi huyi baat uske zahen me naach uthi aur usne soch liya ki wo apni jawani ko is tarah jaya nahi hone degi. Kamre se nikli to kamla mausi kisi pretni ki tarah uske samne aa gayi. Waise uski timing gazab ki thi, manovigyaan ka achha khaasa gyaan hai use. Use achhi tarah pata tha usne malaayi me jo aag lagaayi hai uska asar kab aur kis tarah se hoga. Khair usne malaayi ko spast roop se kah diya ki wo sachin uncle ke paas jaye aur khud ko unke hawale kar de. Malaayi ki haalat to wahi thi ki andha kya chaahe do aankhe. Kamla mausi ne uski penty bhi utarwa di, zaahir hai itne kapdo ki bhala kya zarurat hai waha???
Shandar kahani madam, ab aage ka intzaar hai,,,,
कोलकाता से खरदाह करीब सत्रह किलोमीटर और हावड़ा से करीब सत्ताइस किलोमीटर डिस्टेंस में है ।
और यही पर एक घर में किराएदार बनकर रहने वाली माला की कहानी है " मलाई - एक रखैल "।
माला एक शादीशुदा खुबसूरत औरत है जिसका पति थायराइड नामक बिमारी से पीड़ित हैं । और इस वजह से उसका पति उसे बिस्तर पर संतुष्ट नहीं कर पा रहा है ।
जाहिर है ऐसे में युवतियां सेक्सुअल नीड्स पुरी न होने पर हताश और दुखी महसूस करती है । और अगर उन्हें एक इमानदार और मनपसंद पार्टनर मिले तो वो दहलीज लांघने में देरी भी नहीं करती ।
कमला जी की अनुभवी आंखों ने माला के इस दर्द को अच्छी तरह से भांप लिया और उसे गहनों एवं महंगे वस्त्रों की सौगात के द्वारा उसे कृतज्ञ करके अपने वश में कर लिया ।
फिलहाल तो हमें पता नहीं कि इसमें कमला जी का क्या स्वार्थ है पर कुछ न कुछ तो है जरूर ।
इतने महंगे महंगे गिफ्ट भला अपने किराएदार को कौन देता है !
माला का अपने से भी करीब दुगुने उम्र के व्यक्ति " सचीन " पर फिदा होना यह जाहिर कर रहा है कि वो सचीन के व्यक्तित्व , व्यवहार और उसके मजाकिया स्वभाव से बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है ।
किसी भी युवती को अपनी प्रशंसा सुनना और महंगें गिफ्ट बहुत अच्छे लगते हैं और शायद यही माला के साथ भी हुआ । वो सचीन को पसंद करने लगी और उसके साथ हमबिस्तर होने की सपने संजोने लगी ।
कमला जी और उनके मुंहबोले भाई सचीन के बीच में भी अवैध रिश्ते लगते हुए प्रतीत हो रहे हैं । और उनके दरम्यान यह रिश्ता कोई नया नहीं बल्कि बहुत पुराना लग रहा है ।
फिलहाल तो माया एक नए सफर पर चलने की तैयारी कर दी है लेकिन यह सफर उसे किस मुकाम तक पहुंचा रहा है , देखना दिलचस्प होगा । उसकी सेक्सुअल जर्नी सचीन तक ही सीमित रह जाएगी या रास्ते में और भी मुसाफिर शामिल होते जाएंगे , देखना भी कौतूहल का विषय रहेगा ।
बहुत ही बेहतरीन अपडेट नाग चंपा मैडम ।
आउटस्टैंडिंग ।
मैं अगला अपडेट बहुत ही जल्द पोस्ट करने वाली हूंAwesome. Pratiksha agle update ki
जी , आपने सही कहा । मैं कोलकाता से ही विलोंग करता हूं ।SANJU ( V. R. ) जी
कोलकाता और हावड़ा से खरीदा टाउन की दूरी का आपने बिल्कुल सही जिक्र किया है- क्या आप कोलकाता या फिर आसपास कहीं के के रहने वाले हैं? या फिर Google Maps?
माला की शादीशुदा जिंदगी संतोषजनक नहीं है और आपने बिल्कुल सही फरमाया कि ऐसे में अगर उन्हें किसी मनपसंद और इमानदार पार्टनर मिल जाए तो वह दहलीज मांगने में देर नहीं करती- ऐसा ही माला के साथ ही हुआ|
कमला मौसी की अनुभवी आंखों को इस बात की भनक जरूर पड़ गई और वह भले ही अपनी दुकान में हाथ बंटाने के लिए कोई पगार नहीं देती थी लेकिन बीच-बीच में महंगे महंगे तोहफे देकर वह इस कमी को पूरा कर दिया करती थी और माला उर्फ मलाई भी उनके साथ काफी घुलमिल गई थी|
आपकी समीक्षा के अनुसार "माला का अपने से भी करीब दुगुने उम्र के व्यक्ति " सचीन " पर फिदा होना यह जाहिर कर रहा है कि वो सचीन के व्यक्तित्व , व्यवहार और उसके मजाकिया स्वभाव से बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है ।
किसी भी युवती को अपनी प्रशंसा सुनना और महंगें गिफ्ट बहुत अच्छे लगते हैं और शायद यही माला के साथ भी हुआ । वो सचीन को पसंद करने लगी और उसके साथ हमबिस्तर होने की सपने संजोने लगी ।"
यह बिल्कुल सही है| मैंने अपने लेखन के जरिए यही दर्शाने की कोशिश की और आपकी समीक्षा को मैं अपनी सफलता मानती हूं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद|
"कमला जी और उनके मुंहबोले भाई सचीन के बीच में भी अवैध रिश्ते लगते हुए प्रतीत हो रहे हैं । और उनके दरम्यान यह रिश्ता कोई नया नहीं बल्कि बहुत पुराना लग रहा है ।"
अरे वाह! मुझे उम्मीद भी नहीं थी कि आप यह भांप जाएंगे- मैं तो इसका खुलासा आने वाले अपडेट्स में करने वाली थी लेकिन मुझे खुशी है कि आप पहले से ही जान गए|
मलाई के जीवन में एक नया मोड़ आया है और उसे खुद भी नहीं मालूम कि आगे क्या होने वाला है| इन सारी चीजों की अपडेट से जल्दी ही दूंगी और मुझे उम्मीद है कि मैं आगे भी आप लोगों का मनोरंजन अपनी कहानियों के द्वारा ऐसे ही करती रहूंगी|
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद मैं आपकी आभारी रहूंगी, और हां मुझे आपके कमेंट और समीक्षा का इंतजार रहेगा|