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Incest माँ की अधूरी इच्छा(complete)

amita

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अरून बैग में से एक पैड़ निकालता है।



मै चेंज कर लेती हूं।





अरुन बैग में से पैड़ निकाल कर
मा इसे यूज कैसे करते है ।
सरला उसके हाथ से पैड़ छिनते हुए
जब करना हो तब बता दूंगी ।
बाद में तुझे ही करने है धीरे से बोल कर बाथरूम चली जाती है।
अरून सुन नहीं पाता।
अंदर सरला मोबाइल से अरुन को मैसेज करती है।
"मेरे प्यारे नए हब्बी पैड़ का साइज बड़ा है और तुम्हारी दिलाये हुए जी- स्ट्रिंग बहुत छोटी है जिस की बजह से पैड़ पेंटी से बाहर आ रहा है।
प्लीज मेरी पुरानी पेंटी मेरे बैग मैं है उसे दे दो ।
मै चेंज कर लुंगी तुम्हारा आर्डर था इसको पहनने का इसलिए मैंने मना नहीं किया और पहन ली और आगे भी वही पहनुंगी जो तुम बोलोगे पीरियड्स में पुरानी पेंटी पहनने की परमिशन दे दो।

प्लीज जानू""

कुछ देर में अरुन का मैसेज

"""इसीलिए मैं टम्पोंस यूज करने के लिए बोला था क्यों की वो अंदर फिट हो जाता है अभी दे दे रहा हूँ आगे से टम्पोंस यूज करना सिख लो।।।।ओके जान ""
सरला: ओके जानू अभी दे दो और हाँ वक़्त आने पर तुम्हारा टेम्पोंस सब से पहले यूज करना तुम से ही सिखुग़ी।""

तभी गेट पे नॉक होती है और अरुन सरला को उसकी इंडियन स्टाइल देसी पेंटी दिखा कर मैं पहना दू ।

सरला: तू मेरा पति है जो तू मुझे पहनायेंगा।
अरुण: एक दिन तो मैं ही पहनाउँगा।
सरल; अहा पहना लेना अभी तो ठण्ड लग रही है वैसे भी पता नहीं तुझे मेरे शरीर पर कपडे अच्छे नहीं लगते पहले छोटी २ कछिया दिला दिया अब ये नाइटी।
और अरुन के हाथ से पेंटी छीन लेती है और गेट बंद कर देती है।

फिर चेंज करके सरला बाहर आती है

बाहर अरुन सीट पे कम्बल ओढ़ कर बैठा था ।

सरला: वाह माँ बाहर बेटा कम्बल में।
अरुण: साइड होते हुए आप आ जाओ मैं उप्पर वाली बर्थ पे लेट जाता हू।
सरला; क्यों मैं ज्यादा मोटी हूँ जो हम दोनों इस बर्थ पे नहीं आयेंगे।
अरुण: नहीं ऐसा नहीं है।
सरला; तो साइड हो मुझे भी बैठने दे ।

सरला बैठी ही थी की गेट नॉक होती है।
सरला अब कौन है।

अरुन खाना देने आया होगा।
पर मैं इस शार्ट नाइटी में।
अरून मैं हु ना।
सरला को उप्पर से फुल कम्बल ओढ़ा देता है और खुद टॉवल लपेट लेता है।
बाहर वेंडर दोनों का डिनर लेके खड़ा था
डिनर सर्व कर के चला जाता है।

सरला बर्थ पे से कम्बल हटा देती है और दोनों साथ में डिनर करने लगते है ।
अरून एक बाईट सरला के मुह से पास करता है सरला खा लेती है साथ मैं ऊँगली भी चूस लेती है।

इसी तरह दोनों एक दूसरे को खाना खिलाते है।
डिनर करने के बाद।
सरला :थैंक यु
अरुण: किस बात के लिये
अभी तक की सभी बातों के लिये।
अरुण: ओह मतलब जो हब्बी बोल रही हो वो सब झूठ है।
सरला: नहीं ऐसा नहीं है।
अरुण: ऐसा है तभी तो थैंक्स बोल रही हो।
सरला; ऐसा होता तो खिड़की से सब कुछ नहीं दिखाती अपनी जान को।
अरुण: चुप हो जाता है ।
और सरला को कस कर अपनी बाँहों में ले लेता है।
ओर उसके होंठो की तरफ अपने होठ बढाता है।

सरला: लिप् किस जरुरी है
अरुण: नहीं ऐसा नहीं है।
सरला: हलके से अपने होठ अरुन के हाथों से टच कर देती है।
बस अरुन फिर कभी।
अरुण;जैसी आप की मर्ज़ी वैसे भी शादी के बाद लड़का और लड़की को एक दूसरे को समझने के लिए टाइम देना चाहिए ।
सरला: तुम कितने समझते हो।
मेरी हर बात मान कर कोई न कोई मिशाल पेश कर देते हो।

अरुण: सारी बातें छोड़ो जी- स्ट्रिंग कहा है ।
सरला: बाथरूम में कल जब उतरेंगे तो चेंज कर लुंगी ।
अरुण: अनकंफर्टबल फील हो रहा है तो रेहने दो।
सरला: नहीं बस पैड़ की बजह से बाकि तो बहुत कम्फर्टेबल है।
तभी सरला उप्पर वाली नाइटी उतर देती और अरुन से पूछती है।
मै ऐसे सोउ तुझे कोई प्रॉब्लम तो नही।
अरुण: नहीं आप जैसे चाहो।
सरला; रात में मुझे छेडेगा तो नही।
अरुण:छेड दूंगा तो क्या कर लोगी।
सरला उसका सर पकड़ कर एक और लिप् किस ले लेती है।
और छेडेगा।
अरून : नहीं मेरी मा।

सरला: गुड बॉय और निचे वाली बर्थ पर गुड नाईट बोल कर लेट जाती है और अरुन को अपने
पास बुलाती है और अपने बगल मैं लिटा लेती है।

अरुन के बाजु पे अपना सर रख कर।

सरला: अरुन
अरुण: हाँ।
सरला: एक बात पुछु।
अरुण: क्या।
सरला: पहले प्रॉमिस कर सच बतायेगा।
अरुण: प्रोमिस
सरला: सोच ले।
अरुण: बोलो मोम।
सरला:::क्या तुझे मैं सच मैं इतनी अच्छि लगती हूँ की तू मुझे अपनी बीवी मानकर मेरे लिए सुब कुछ कर रहा है या तेरे पापा मेरी केयर नहीं करते इस लिए मुझ पर एहसान कर रहा है।
अरुण; सच बोलु।
सरला:: है एकदम सच।
अरुण: कड़वा सच है सिम्प्ल।
सरला; जो सच हो
अरुण: सुन पओगि।
सरला; हाँ
अरुण:सोच लो बुरा मत मानना।
सरला: तो बोल न ।
Miya biwi banne ko Donon dil se taiyar
 
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Nevil singh

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मम्मी भैया से कहो अपना लंड मेरी चूत से निकाले नही तो मैं मर जाऊंगी. आ आ.” परी ने बुआ की तरफ देखते हुए कहा.
“बेटी यही दर्द तो लड़कियों को वह मज़ा देता है जिसके लिए लड़कियाँ कुछ भी कर सकती हैं. तुम बहुत खुशनसीब हो जो तुमको तुम्हारा भाई ही तुम्हे यह दर्द दे रहा है. अभी मज़ा आएगा. अब कुछ नही होगा. पहली बार मोटा लंड लेने पर होता है मुझे भी हुआ था. ये बर्दाश्त कर लो तो समझो बहुत मज़ा आएगा, ज़रा सी देर और.” बुआ ने परी के बालो मे हाथ फेरते हुए उस समझाया.
“नही, नही!!! बाकी फिर कभी भैया को कहो निकाल ले,आह आह आहह!!” परी ने सिर हिलाते हुए कहा.
“अरे बेटी क्या कर रही है. अभी जब मज़ा आएगा तब देखना.” बुआ ने उसके मम्मों को सहलाते कहा.
“नही मम्मी आपने कहा था कि आप भैया से चुदवाकर मुझे दिखाइंगी. अब आप ही चुद्वाइये भैया से, मुझे छोड़ो.” परी तड़पते हुए बोली.
“अच्छा मैं कुछ करती हूँ!” ये कहती हुई बुआ अरुण के पास आई. अरुण आधा लंड परी की टाइट चूत मे फँसाए हुए वहीं झुका हुया था. अरुण अपना वज़न अपने हाथो पर रखा था जो परी की साइड मे बेड पे रखे थे.
“बेटा जब मैं इस की किस्सिंग करने लगूँ तो तुम एक ही झटके से पूरा अंदर पेल देना और वहीं रुके रहना समझे.” बुआ ने मेरे कान मे सरगोशी की और खुद जा कर परी के होंठो को चूमने लगी.
इतने मे परी का दर्द कुछ कम हो गया. उसे मम्मी की किस्सिंग का मज़ा आने लगा और अपनी चूत मे फँसे हुए अरुण के लंड का भी मज़ा लेते उसने ज़रा सा अपनी गाँड को उठाया. अरुण समझ गया कि यही टाइम है और उसने ज़ोर का झटका दिया कि अरुण का पूरा लंड परी की चूत मे घुस गया और अरुण की हल्की हल्की झांटें परी के साफ सुथरे प्यूबिक एरिया से जा लगीं और वह वहीं रुक गया. उसे महसूस हो रहा था कि उसका लंड किसी टाइट से शिकंजे मे फँस गया है. परी के मुँह से निकली हुई चीख बुआ के मुँह मे ही रह गई. वह अपना सर ज़ोर से दाई बाईं करने लगी. उस की आँखों से आँसू निकलने लगे. उसे महसूस हो रहा था कि जैसे उस की चूत मे आग लग गई हो कोई दहकता हुआ लोहे का रोड उसकी चूत के अंदर घुसा दिया गया हो. बुआ उस को चूमे जा रही थी और हाथो से परी के मम्मों को दबा भी रही थी
कुछ देर मे परी का दर्द कम हुआ और वह कुछ संभल गई. उस ने एक ज़ोर की साँस ली और बोली, “आअहह मम्मी मुझे तो भैया ने मार ही डाला था.”
“बेटी अब दर्द कम हुआ ना?”
“हां अब ठीक है.” परी अब खुश थी. “बेटा अब तुम अपना लंड हल्के हल्के अपनी बहन की चूत मे अंदर बाहर करो.” बुआ ने अरुण से कहा और अरुण अपने लंड को परी की चूत मे आहिस्ता आहिस्ता अंदर बाहर करने लगा.
sapshi
 

Nevil singh

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इससे अरुण और परी को मज़ा आने लगा. परी की सिसकियाँ फिर से गूंजने लगी. उस ने आँखे बंद कर लीं.अब अरुण ने अपने स्टाइल में परी को पेलना शुरू किया।पहले तो परी रोती चिल्लाति रही लेकिन कुछ देर बाद उसे मज़ा आने लगा और वह निचे से अपनी गांड उठाके चुदवाने लगी।
अरुण:देखो बुआ मेरी रंडी कितना मज़ा ले रही है।पहले साली कितना शरमा रही थी।अब देखो कैसे अपनी माँ के सामने नंगी होकर अपने भाई से चुदवा रही है साली रंडी।
परी:भाई कितनी गन्दी गाली देते हो मुझे।
अरुण:चुप कर साली रांड।कितनी देर से आराम से पेल रहा हूँ।चुपचाप कुतिया बन जा।नहीं तो यही लंड तेरी कुँवारी गांड में पेल दुँगा।
परी जल्दी से कुतिया बन जाती है।और अरुण परी की चूत में पूरा लौड़ा पेल कर तेज तेज धक्के मारकर चोदने लगता है।कुछ ही देर में परी को मज़ा आने लगता है और वह गांड पीछे करके अरुण का पूरा लंड लेने लगती है।अरुण प्रीति को भी परी के ऊपर कुतिया बना देता है।और लंड परी की चूत से निकाल कर प्रीति की चूत में पेल देता है।

अब अरुण अपना मोटा लंड बारी बारी माँ बेटी की चूत में पेलने लगता है।दोनों मज़े से चिल्ल्लाने लगती है।और अरुण कभी बुआ की चूत में पेलता है तो कभी उनकी बेटी की चूत में।दोनों दो दो बार झड़ चुकी है।लेकिन अरुण घोड़े की तरह दोनों को चोद रहा है।कुछ ही देर में अपना वीर्य दोनों को सीधा करके दोनों रंडियों के मुँह पर गिरा देता है।जिसे दोनों माँ बेटी चाट चाट कर साफ कर देती है।

आधे घंटे बाद अरुण प्रीति की कुँवारी गांड मारता है।जिसमे परी उसकी हेल्प करती है।वह अरुण के लंड को चूसकर पूरा खड़ा करती है और फिर अरुण के लंड को पकड़कर अपनी माँ की गांड के छेद पर सेट करती है।और अरुण प्रिती की कुँवारी गांड मारता है।प्रीति दर्द से चिल्लाती है।लेकिन बाद में मज़े लेने लगती है।अरुण प्रीति की गांड और चूत दोनों चोदता है।जिसे देख कर परी गरम हो जाती है फिर अरुण माँ बेटी दोनों की आधे घंटे तक जबरदस्त चुदाई करता है।जिसमे झड़कर माँ बेटी शांत हो जाती है।
परी:माँ ज़िन्दगी में मुझे इतना मज़ा कभी नहीं आया जो आज अरुण भइया ने दे दिया।
प्रीति:इसलिए तो मैं तुझे साथ ले के आई थी।
saringarit
 
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Nevil singh

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फिर सभी बाहर आ जाते है।
वो कुछ प्रोग्राम बनाते तभी राजेश आ गया।
सरला: भाई आप आ गए। वो कहा है।
राजेश: दी जीजाजी जी ने ये क़ाग़ज़ दिया है तुम्हे देने के लिए बोले है अकेले में पढने को बोले है।
सरला ने क़ाग़ज़ लिया और अपने रूम में आ गई।
और क़ाग़ज़ खोल कर पढने लगी।


सरला
मुझे पता चल गया है की मेरे हाथ में अब कुछ नही
है।तूम सब अब अरुन के गुलाम हो ।
मै चाह कर भी तुम्हे बापिस नहीं पा सकता और जो कल रात को हुआ उससे तुम लोगो की नज़र में मैं और गिर गया हूँ।।
इसलिए मेरे और तुम सब लोगो के लिए यहि अच्छा है की मैं तुम लोगो की ज़िन्दगी से कही दुर चला जाऊँ।
जीससे तुम सब अपनी ज़िन्दगी अपने हिसाब से जी सको ।
मुझे दूँढ़ने की कोशिश मत करना।
और हो सके तो मुझे माफ़ कर देना।
क्यूं की आज जो भी हालात है मेरी बजह से।
अगर मैंने तुम्हे तुम्हारे हक़ का प्यार दिया होता तो शायद ये दिन हम लोगो को नहीं देखना पड़ता ।

तुम्हारा गुनहगार

रमेश

सरला लेटर पढ़ कर बेड पे बैठ जाती है ।
थोड़ी देर बाद अरुन अंदर आता है।
और लेटर पढ़ कर
सरला को समझाने की कोशिश करता है।
और बाद में सभी आ जाते है।

पर राजेश के समझ में कुछ नहीं आ रहा था।
सरिता राजेश को कुछ देर के लिए घर से बाहर भेज देती है।
और सब सरला को समझा रहे थे।
तभी वो उठी और ड्रेसिंग टेबल पे से सिन्दुर की डिब्बी ले आई और अरुन के हाथों में देते हुए।
सरला: क्या तुम मुझसे शादी करोगे।
अरुन सिन्दुर ले कर सरला की मांग भर देता है।
मै पापा की तरह कभी भी आप का साथ नहीं छोड़ुंगा।
आप अब से सिर्फ मेरी हो जब तक मैं ज़िंदा हु। आप मेरी हो और मैं आप का और सरला को अपनी बाँहों में भर लेता है।
और वहाँ खड़े सब की आँख भर आती है।
नीतु : माँ और पापा मैं आप के साथ हूँ।
प्रीति: भाभी मैं भी आप के साथ हु और अब अरुन मेरा भतीजा ही नहीं भाई भी है।
परी: मैं भी आप के साथ हूँ मामी।

और सरला की आँख भर आती है।
पर ये तो ख़ुशी के ऑंसू थे ।फिर सभी रिश्तेदार अपने अपने घर चले जाते है।लेकिन नीतू अपनी माँ के पास रुक जाती है क्योंकि वह अब माँ बनना चाहती है।सरला नीतू और अरुण जमकर मेहनत करते है।जिससे नीतू के पेट में अरुण का बच्चा पलने लगता है।और वह अपने घर लौट जाती है।जहाँ कुछ दिनों बाद सभी को अपने पेट से होने की बात बताती है।उसके पति और सास की खुशियों का कोई ठिकाना नहीं था।
इधर सरला और अरुण की हर दिन सुहागदिन और हर रात सुहागरात थी।







समाप्त।
tufani ant
 
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amita

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अरुन उठता है और कूपे की लाइट ऑफ़ करता है।
और सरला के पास आ कर लेट जाता है।
तो सुनो मोम

आप मुझे बहुत अच्छि लगती हो जो मुझे अपनी बीवी में चाहिए वो सब है आप में।




अरुन : बुरा मत मानना मोम।
सरला: बोल अरुन सुन रही हूं।
तो सुनो कड़वा सच
तुम्हरी गाण्ड क्या मस्त गाण्ड है जिसे देख कर कोई भी पागल हो सकता है और बूब्स ऐसा लगता है की उन में
मुह दे कर घण्टो उनका दूध पिते रहुँ।
आप एकदम सेक्सी माल हो
पर इन सब से ज्यादा मेरी प्यारी सी माँ मुझ से बहुत प्यार करती है इसका सबुत आप मेरी बीवी बनने को राजी हो गई मेरे बोलने पर ।
क्या मुझे इतना कोई प्यार कर सकता है ।
नही ना।
मै आप से कितना प्यार करता हु मुझे भी नहीं मालूम।।
और बोल कर चुप हो जाता है।

सरला कुछ देर खामोश रहती है।
सरला की ख़ामोशी से अरुन तड़प उठता है और रोने लगता है।
सॉरी माँ मुझे आप से ऐसी गन्दी बात नहीं बोलनी चाहिए थी।
आई ऍम सोर्री
सरला; अरुन के गाल पर थप्पड मारती है।

सरला: मुझे तेरी किसी भी बात का बुरा नहीं लगा मेरे बेटे । तूने सिर्फ सच बोला है मुझे ख़ुशी है की तेरे में सच बोलने की हिम्मत है।

मै भी तुझ से बहुत प्यार करती हु अपनी जान से भी ज्यादा तेरे पापा से भी ज्यादा।
और मुझे पूरा यकीं है तू मेरी हर
(("" हर अधूरी इच्छा पूरी करेंगा"" ))
बाल करेगा न।

अरुन: हाँ माँ जो आप बोलोगी वो सब करुन्गा।
सरला अरुन के चेहरे को अपने हाथों में लेती है और अपने लिप्स अरुन के लिप्स से चिपका देती है और दोनों बड़े आराम से एक दूसरे के लिप्स को चुमते रहते है ।
उधर ट्रैन अपनी रफ़्तार से अपनी मंजिल की ओर जा रही है और अंदर एक नया रिश्ता अपनी मंजील की ओर जाने की शुरुआत कर रहे है।
न जाने कितने देर दोने प्रेमी जोड़ा एक दूसरे को चुमता रहता है।

सरला अपने होठ अरुन से अलग करते हुए।

अरुण; क्या हुआ जान।
सरला: कुछ नहीं वाश रूम जाना है।
अरुण: ओके जाओ मुझे भी जाना है दोनों साथ चले।
सरला: कोई ज़रूरत नही। तुम रुको मैं हो कर आती ह।
और उठ कर लाइट ऑन कर देती है और बैग में से पैड़ निकालती है और वाश रूम चलि जाती है।

वाशरूम में सरला शीशा देखति है और अपने आप को देख कर शरमा जाती है
क्या वाकई में मेरी गाण्ड और बूब्स इतने मस्त है की मेरा खुद का बेटा इनपे फ़िदा है।
और शीशे में आगे पीछे देखती है।
और मुस्कुराते हुए पैड़ चेंज कर बापिस बाहर आ जाती है ।

इधर बाहर अरुन सरला का इंतज़ार कर रहा होता है।
और उसके आते ही वाशरूम भागता है ।

सरला; क्या हुआ मेरे सोना की सुसु निकल गई क्या उसकी कच्छी में।

अरुन वाशरूम से बाहर आते हुए।
जी नहीं ऐसा कुछ नहीं है।

सरला: तो मेरा सोना बाबू इतनी अचानक क्यों भागा था।
अरुण: सुसु काफी अचानक आ रही थी।
सरला: तो पहले क्यों नहीं गया ।
अरुण: वो ओ
सरला: वो वो क्या।
अरुण: आप इतना मस्त किस कर रही थी मन ही नहीं किया आप के रस भरे होंठ छोड़ने को।
सरला: शरमाते हुए चल पागल मैं भाग थोड़े ही रही थी
किस इतनी अच्छि लग रही थी तो अब कर ले और अरुन के होठों से अपने होठ दोबारा लगा देती है
ओर दोनों फिर एक दूसरे की बाँहों मैं समां जाते है।
First lip kiss, shaandar
 

amita

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थोड़ी देर में सरला अलग होते हुए।

अरुन लाइट बंद कर दो और सो जाओ काफी रात हो गई है।

अरुण: पर मोम।
सरला: उसके हाथों पर ऊँगली रखते हुए।

अरुन मैं अपनी ज़िन्दगी दोबारा जीना चाहती हु अपने तरीके से , अपनी हर अधुरी इच्छा पूरी करना चाहती हूं।

तूम मेरा साथ दोगे ना।
अरुण: हाँ माँ ।
सरला: तो सो जाओ । मैं जल्दबाज़ी में अपने प्यार को पाने का मजा ख़राब नहीं करना चाहती


आज से मैं तुम्हारी हूँ सिर्फ तुम्हारी।

पर अपने हिसाब से तुम्हे अपने आप को सौपना चाहती हूँ मेरा वेट करोग ना।
अरुण: सरला का हाथ अपने हाथ में लेते हुए
जैसे आप चाहोगी वही होगा।
मै इंतज़ार करुँगा ।
सरला: अब चलो सो जाओ फिर शादी की बजह से ६ दिन तक सायद सोने को न मिले।
गुड़ नाईट।
अरुण: गुड नाईट माँ

ओर दोनों एक दूसरे के बाँहों में सोने की कोशिश करते है नीन्द किसी की ऑंखों में नहीं थी।
एक अपनी ज़िन्दगी दोबारा अपने बेटे की बाँहों मैं जीना चाहती थी अपने तरीके से और दुसरा पहली बार पाने की चाहत में सपने देख रहा था
पता नहीं सोचते २ कब दोनों की आँख लग गई।

पता नहीं सरला कब तक सोती रहती है ।
तभी उसके कान में आवाज़ आती है ।
गुड़ मॉर्निंग जान उठ जाओ ।

सरला कुनमुनाते हुए आँख खोलती है तो राज हाथों में चाय की ट्रे लिए खड़ा था ।
अरुण: उठ जाओ जान चाय ठण्डी ही जाएगी।
सरला: अंगडाई लेते हुए फ्रेश हो कर आती हु और अपने उपर से कम्बल हटाती है।
सरला की नाइटी उसके पेट पे थी और
और उसका निचे के हिस्से पे सिर्फ उसकी पेंटी थी बाकि कुछ नही।
अरुण गौर से उसे इस अवस्था में देखता रहता है ।
सरला कुछ नहीं बोलति और कम्बल से ढकने की कोशिश भी नहीं करती।
कुछ समय बाद
सरला: देख लिया या कुछ और बाकि है।
अरुण: वो माँ वो मोम।
सरला: हाँ बोलो कुछ और बाकि है।
अरुण: नहीं माँ आप की थाइस कितनी गोरी और सुडौल है एकदम केले की तरह ।
सरला: इतनी अच्छी लगी मेरे बेटे को।
अरुण: हाँ मा।
सरला: उठते हुए।
अरून को बॉहो मैं भर कर उसके कान में तेरी ही है
जब मन करे देख लिया कर।
अब जाऊ बाथरूम करने या यही कर लूँ बहुत जोरो की लगी है।

अरुण: कर लो कौन देख रहा है।
सरला: तो और कौन सब से ज्यादा डर तो तेरे से है।
अरून छोड़ देता है और सरला वाशरूम चली जाती है।

अरुन पीछे से जल्दी आना जान चाय ठण्डी हो जाएगी।
Atti utejak
 

amita

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सरला बाथरूम में से-
जानु पैड़ देना मैं लाना भूल गई।
अरून बैग में से पैड़ निकाल कर देता है।
सरला चेंज कर के बाहर आती है।
और दोनों चाय पीते है।
सरला: कब तक पहुच जाएंगे।
अरुण: शाम को ६ बजे तक्।
सरला: मतलब अभी पूरे १२ घंटे तेरे साथ अकेले में।
अरुण: क्यों डर लगता है मेरे साथ ।
सरला: चुप इस टाइम तो सबसे सेफ तेरे साथ हूँ पुरी तरह। सिर्फ एक सेमि ट्रांसपेरेंट नाइटी में तेरी बाँहों में थी फिर भी तूने कुछ नहीं किया कोई और होता तो अपनी मनमानी ज़रूर करता।
अरुण: ओ गलती हो गई कुछ करना चाहिए था मेरे को।
सरला: बाजु पे मुक्का मारते हुए। तुझे कुछ करने की ज़रूरत नहीं है टाइम पे तुझे सब कुछ मिलेंगा।
अरुण: मैं इंतज़ार करूँगा।
सरला: मैं भी
अरुण: मतलब
सरला: चाय पी ठण्डी हो रही है।
अरुण: माँ चाय पी कर कपडे चेंज कर लो।
सरला; आज क्या पहनू मेरी जान
अरुण:,मेरी जीन्स और टी शर्ट ट्राई करो।
सरला: मेरे में नहीं आयेंगे
अरुण: ट्राई तो करो।

मुझे अच्छा लगेगा मोम।
सरला; क्या
अरुण: आप ने ये नहीं कहा की मैं नहीं पहनूँगी।
सरला: अब मैं तेरे को किसी बात के लिए न नहीं बोलूँगी
क्यूं मुझे पता है तू वही मुझे करने के लिए बोलेगा जो मेरे लिए अच्छा होगा और वही पहनने के लिए बोलेगा जो मुझ पर अच्छा लगेगा।

और अरुन उसे अपनी ब्लैक जीन्स येलो टी शर्ट और ब्लैक थोंग और ब्लैक पैड़ वाली ब्रा देता है ।

सरला ख़ुशी २ कपडे ले कर वाश रूम चलि जाती है।
काफी कोशिश के बाद भी अरुन की जीन्स सरला को नहीं आती।
सरला: जान जीन्स टाइट है।
अरुण: बाहर आ जाओ।

सरला बाहर आ जाती है।

अरुन सरला को अपने पास बुलाता है।
जीन्स का बटन लगाने की कोशिश करता है जिस की बजह से उसका हाथ सरला के पेट और पुसी के सामने टच होता है ।
सरला: अगर मज़े ले लिए हो तो बटन लगा दे।
अरुण; सरला को देखते हुए आप को कैसे पता।
सरला: तेरी बीवी से पहले तेरी माँ हु सब जानती हुँ।
अरुण:ओके ओके इसका बटन नहीं लगेगा आप इस में बेल्ट डाल लो और टी शर्ट बाहर रहने दो आप के लिए दिल्ली पहुच कर आप की फिटिंग की जीन्स ले लेंगे।।
कपडे पहनने के बाद ।
सरला: कैसे लग रही हूँ।
अरुण: माल ।
सरला: तो रेप कर दो इस माल का।
अरुण: आगे बढ़ते हुए।
सरला: कोई बचाओ मुझे मेरे पति से जो मेरा रेप करने वाला है जब की मैंने सरे कपडे पहने है और अगर नंगी होती तो पता नहीं क्या करता।

फिर सरला जोर जोर से हॅसने लगती है और अरुन के बाँहों में समां जाती है उस के कान में मेरी जान को रेप करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी मैं खुद अपने हाथों अपना सब कुछ अपनी जान पर लुटाउंगी और उसके गाल पर किस कर के अलग हो जाती है शायद ट्रैन किसी स्टेशन पर रुकी थी।

दोनो ट्रैन रुकने के बाद
स्टेशन पर उतरते है।
सरला ने जीन्स और टी शर्ट पहनी थी
अरुण: कैसे फ़ील हो रहा है मोम
सरला: लग रहा है की दोबारा जवान हो गयी हू।
अरुण: आप जवान ही हो तभी तो मस्त माल हो।
सरला: चुप कर जब देखो छेड़ता रहता है।

और बात करते हुए कुछ खाने का सामान लेते है और बापिस ट्रैन में आ जाते है और ट्रैन अपने मर्ज़िल पर चलने लगती है।

फिर दोनों अपने कूपे में आ जाते है
इसी तरह ट्रैन अपनी मंजिल की और चलती रहती है।
दिल्ली आने से एक घंटे पहले
अरुण: माँ चेंज कर लो और फ्रेश हो जाओ।
सरला: क्यों ऐसे अच्छी नहीं लग रही।
अरुण: बहुत अच्छी पर ऐसे मौसी के घर जाना है तो कोई बात नही।
सरला: नहीं नहीं ऐसे नहीं वो तो कुछ नहीं बोलेगी पर उसके घर वाले और पडोसी क्या बोलेंगे चल कर लेती हूँ।
अरुण: सरला के बोले बिना उसे कपडे निकल कर दे देता है।
सरला; क्या निकल है मेरे हबी ने अपनी जान के लिए
एक ऑरेंज साड़ी ब्लाउज पेटीकोट सिंपल वाली पेंटी और पैडे वाली ब्रा।
सरला: ओके जैसे मेरी जान की मर्ज़ि।
और अरुण के भी कपडे निकाल देती है।
और दोनों चेंज कर लेते है।

बस चेंज करते टाइम इस बार फ़र्क़ ये था की सरला ब्रा और पेंटी वाशरूम में चेंज करती है और बाहर आ कर
साडी ब्लाउज पेटीकोट पहनती है।
इसका मतलब अरुण ने अपनी माँ को आज सिर्फ ब्रा और पेंटी में देख लिया।
पर कुछ हुआ नही।
सरला: मन ही मन।
अगर कोई और मुझे इस हालत में देख लेता तो किस जरुर कर ड़ालता पर अरुन में कितना पेशेंस है मेरी बात का किस तरह मान रख रहा है मुझे उसे और तडपाना नहीं चाहिये।
अरुण: क्या सोच रही हो मोम।
सरला: कुछ नहीं ।कितनि देर है अभी ।
अरुण: बस ट्रैन पहुचने वाली है।
और थोड़ी देर बाद दोनों ट्रैन से उतर जाते है।
स्टेशन से बाहर आ कर टैक्सी लेते है मौसी के घर के लिये।

हाफ ऑवर में घर पहुच जाते है।
घर पर सरला की बहन उसका वेलकम करती है ।
घर पर सभी होते है ।
Utejana se paripuran
 

amita

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सोनिया की फैमिली ( सरला की सिस्टर)
हस्बैंड।
एक बेटा एक बेटी साक्षी जिस की शादी होने वाली है। उसके बाद ससुर।
सब बात करते है। हालचाल पूछते है ।
डिटेल्स काफी है पर हम सिर्फ अपने हीरो और हीरोइन पर ही फोकस करेंगे की इतने लोगो के बीच उनकी लव स्टोरी कैसे आगे बढ़ती है शादी वाले घर में।

सरला काफी देर से अपनी सिस्टर उसकी बेटी और सासु से साथ बैठी थी पर उसका मन वहाँ नहीं था क्यों की अरुन पिछले २ घंटे से सोनु सोनिया के बेटे के साथ कही गया था।
बार बार सरला घडी की तरफ देख रही थी

सोनिया: क्या हुआ सरला ।
दीदी कुछ नहीं
नीन्द आ रही है क्या ।
सरला: नहीं ऐसी बात नहीं है।

वो सोनिआ को क्या बताये की उसकी जान उसे २ घंटे से दिखाई नहीं दी है ।

सरला मौका देखकर अरुन को मैसेज करती है

" कहा हो तुम २ घंटे हो गये है मुझे तुम्हे देखे
हुए और तुम्हे कोई मतलब नहीं ""

कुछ देर में सरला का मोबाइल में मैसेज आता है।

मा सॉरी वो सोनु को कितनी बार तो बोल दिया पर कुछ बुकिंग करनी है इसलिए टाइम लग रहा है आ रहा हु कुछ देर में।सरला कुछ रिप्लाय नहीं करती।
कुछ देर बाद अरुन आ जाता है।
और सरला के पास आ कर बैठ जाता है।
सरला कुछ नहीं बोलति ।

अरुण: मैसेज टाइप करके सॉरी मोम।
सरला: मैसेज पढ़ कर कोई रिप्लाय नहीं देती
अरुन: फिर सॉरी मोम
सरला; फिर सरला कोई जवाब नहीं देती।
कुछ देर बाद
अरुण:मैसेज पर सॉरी मेरी माल।
सरला;मैसेज पढ़ कर हँस देती है।

अरुण: माफ कर दिया ना।
सरल: मैसेज में मै अपने खसम से ग़ुस्सा कैसे हो सकती हूँ।
तभी सोनिया खाना खाने के लिए बोलती है
और सभी खाना खाते है।
और उसके बाद सारे बैठ कर साक्षी की शादी के अरेंजमेंट की बातें करते है पर अपने लव बर्ड सरला और अरुन का मन नहीं लगता इन बातों में
सोनिया नोटिस करती है ।

सरला नींद आ रही है क्या
सरला: दी वो ट्रैन में नींद पूरी नहीं हुई न इसलिए सर भारी है रहा है।
ठीक है तो बोल न ।
तूम दोनों का अरेंजमेंट रुक्ने का फर्स्ट फ्लोर पे किया है।
सरला: ओके दीदी।
सोनिइस सोनु से मौसी को उपर वाला कमरा दिखा दे। और इन का सामान उप्पर पहुचवा दे।
तभी सोनु बोलता है मौसी आप सो जाओ।
अरून हमारे साथ बैठेगा क्यों अरुण।

अरुन क्या बोले
सरला समझ जाती है।

तभी सरला वो रुक जायेगा मना नहीं करेगा पर वो भी रात को सो नहीं पाया है इसकी फिर तबीअत ख़राब हो जयेगी।

सोनिया रहने दे सोनु दोनों को आज आराम करने दे कल से फिर काम ही काम है।

और सोनू दोनों को कमरा दिखा देता है और निचे चला जाता है।
सरला तुरंत गेट लॉक करके अरुन की बाँहों में समां जाती है।
अरून भी कस कर सरला को अपनी बाँहों में भीच लेता है।
सरला:आराम से जानू।
अरुण: क्या हुआ मेरे जान को लग गई।
सरला: नहीं कुछ नहीं ।
और दोनों ऐसे ही कुछ देर खड़े रहते है।
फिरर अलग हो कर
सरला रूम तो अच्छा है बाथरूम भी अटैच्ड है निचे जाने की ज़रूरत नही।
Banhon me aana ka mauka mil hi gaya
 

Naren

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भाई कहानी का अगला भाग भी लिखो
सोनिया मौसी को भी शामिल करो और नीतू को विधवा बना के अरुण के घर लाओ प्रीति का तलाक करवा दो
 
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Siraj Patel

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Hello Everyone :hello:

We are Happy to present to you The annual story contest of Xforum "The Ultimate Story Contest" (USC).

Jaisa ki aap sabko maalum hai abhi pichle hafte he humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time Pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit chat thread toh pehle se he Hind section mein khulla hai.

Iske baare Mein thoda aapko btaadun ye ek short story contest hai jisme aap kissi bhi prefix ki short story post kar shaktey ho jo minimum 700 words and maximum 7000 words takk ho shakti hai. Isliye main aapko invitation deta hun ki aap Iss contest Mein apne khayaalon ko shabdon kaa Rupp dekar isme apni stories daalein jisko pura Xforum dekhega ye ek bahot acha kadam hoga aapke or aapki stories k liye kyunki USC Ki stories ko pure Xforum k readers read kartey hain.. Or jo readers likhna nahi caahtey woh bhi Iss contest Mein participate kar shaktey hain "Best Readers Award" k liye aapko bus karna ye hoga ki contest Mein posted stories ko read karke unke Uppar apne views dene honge.

Winning Writer's ko well deserved Awards milenge, uske aalwa aapko apna thread apne section mein sticky karne kaa mouka bhi milega Taaki aapka thread top par rahe uss dauraan. Isliye aapsab k liye ye ek behtareen mouka hai Xforum k sabhi readers k Uppar apni chaap chhodne ka or apni reach badhaane kaa.

Entry thread 7th February ko open hoga matlab aap 7 February se story daalna suru kar shaktey hain or woh thread 21st February takk open rahega Iss dauraan aap apni story daal shakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna suru kardein toh aapke liye better rahega.

Koi bhi issue ho toh aap kissi bhi staff member ko Message kar shaktey hain..


Rules Check karne k liye Iss thread kaa use karein :- Rules And Queries Thread.

Contest k regarding Chit chat karne k liye Iss thread kaa use karein :- Chit Chat Thread.


Regards : XForum Staff.
 
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