मम्मी भैया से कहो अपना लंड मेरी चूत से निकाले नही तो मैं मर जाऊंगी. आ आ.” परी ने बुआ की तरफ देखते हुए कहा.
“बेटी यही दर्द तो लड़कियों को वह मज़ा देता है जिसके लिए लड़कियाँ कुछ भी कर सकती हैं. तुम बहुत खुशनसीब हो जो तुमको तुम्हारा भाई ही तुम्हे यह दर्द दे रहा है. अभी मज़ा आएगा. अब कुछ नही होगा. पहली बार मोटा लंड लेने पर होता है मुझे भी हुआ था. ये बर्दाश्त कर लो तो समझो बहुत मज़ा आएगा, ज़रा सी देर और.” बुआ ने परी के बालो मे हाथ फेरते हुए उस समझाया.
“नही, नही!!! बाकी फिर कभी भैया को कहो निकाल ले,आह आह आहह!!” परी ने सिर हिलाते हुए कहा.
“अरे बेटी क्या कर रही है. अभी जब मज़ा आएगा तब देखना.” बुआ ने उसके मम्मों को सहलाते कहा.
“नही मम्मी आपने कहा था कि आप भैया से चुदवाकर मुझे दिखाइंगी. अब आप ही चुद्वाइये भैया से, मुझे छोड़ो.” परी तड़पते हुए बोली.
“अच्छा मैं कुछ करती हूँ!” ये कहती हुई बुआ अरुण के पास आई. अरुण आधा लंड परी की टाइट चूत मे फँसाए हुए वहीं झुका हुया था. अरुण अपना वज़न अपने हाथो पर रखा था जो परी की साइड मे बेड पे रखे थे.
“बेटा जब मैं इस की किस्सिंग करने लगूँ तो तुम एक ही झटके से पूरा अंदर पेल देना और वहीं रुके रहना समझे.” बुआ ने मेरे कान मे सरगोशी की और खुद जा कर परी के होंठो को चूमने लगी.
इतने मे परी का दर्द कुछ कम हो गया. उसे मम्मी की किस्सिंग का मज़ा आने लगा और अपनी चूत मे फँसे हुए अरुण के लंड का भी मज़ा लेते उसने ज़रा सा अपनी गाँड को उठाया. अरुण समझ गया कि यही टाइम है और उसने ज़ोर का झटका दिया कि अरुण का पूरा लंड परी की चूत मे घुस गया और अरुण की हल्की हल्की झांटें परी के साफ सुथरे प्यूबिक एरिया से जा लगीं और वह वहीं रुक गया. उसे महसूस हो रहा था कि उसका लंड किसी टाइट से शिकंजे मे फँस गया है. परी के मुँह से निकली हुई चीख बुआ के मुँह मे ही रह गई. वह अपना सर ज़ोर से दाई बाईं करने लगी. उस की आँखों से आँसू निकलने लगे. उसे महसूस हो रहा था कि जैसे उस की चूत मे आग लग गई हो कोई दहकता हुआ लोहे का रोड उसकी चूत के अंदर घुसा दिया गया हो. बुआ उस को चूमे जा रही थी और हाथो से परी के मम्मों को दबा भी रही थी
कुछ देर मे परी का दर्द कम हुआ और वह कुछ संभल गई. उस ने एक ज़ोर की साँस ली और बोली, “आअहह मम्मी मुझे तो भैया ने मार ही डाला था.”
“बेटी अब दर्द कम हुआ ना?”
“हां अब ठीक है.” परी अब खुश थी. “बेटा अब तुम अपना लंड हल्के हल्के अपनी बहन की चूत मे अंदर बाहर करो.” बुआ ने अरुण से कहा और अरुण अपने लंड को परी की चूत मे आहिस्ता आहिस्ता अंदर बाहर करने लगा.