nice update..!!95
सुबह जब हुई तब तक मानव आखिरकार थक कर ठंडा पड़ चुका था। मानव का लौड़ा तृप्त हो कर 6इंच लम्बा 2इंच मोटा होकर सो रहा था। मानव को दोनों ओर नंगी मां बेटी ने लिपटकर उसके सीने पर एक दूसरे का हाथ पकड़ा था।
खून से सनी यौन रसों की पपड़ियां दोनों औरतों के दोनों छेदों से होती मीना की टेडी बेर वाली चादर को रंग चुकी थी। अपने हर छेद में मानव का रस चार बार लेते हुए दोनों अच्छी सहेलियां बन चुकी थी।
सुबह की ठंड से गीता ने मानव से लिपटते हुए अपना पैर उठाया। कल रात भर चले अत्याचार की निंदा गीता के दोनों छेदों ने की और गीता की आंख खुली। गीता ने आह भरते हुए अपने पेट को दबाया तो उसके दोनों छेदों में से वीर्य की मोटी बूंदें वापस बह निकली।
गीता ने अपने मुंह को दबाते हुए मानव से छुपने की कोशिश की। गीता धीरे से बेड से उतरने लगी तो उसके पैरों ने एक दूसरे के पास आने से मना कर दिया। अपनी सिसकियां और आहें दबाते हुए गीता ने बड़ी मुश्किल से अपने पैरों को एक साथ चलने के लिए मनाया और बेड के सहारे से मानव के दूसरी ओर लेटी अपनी बेटी के पास गई।
गीता ने मीना के सर पर हाथ फेरते हुए उसे प्यार से जगाया तो भोली जवानी मुस्कुराते हुए उठ गई। आंखे खोल कर मानव को देखते ही मीना को कल रात की सारी बातें याद आ गई और उसके मुंह से एक आह निकल गई। गीता ने मीना को अपने सीने से लगाया तो मीना उस से लिपटकर उसकी इज्जत लुटवाने के लिए माफी मांगने लगी।
गीता और मीना को पता भी नहीं चला कि मानव कब उठकर बेड में बैठ गया। दोनों एक दूसरे की असलियत पहचानकर कल रात की ठुकाई से जिंदा बचने से खुश हो रही थीं जब अचानक मीना के कमरे का दरवाजा खुला।
Dr Solanki ने अपनी बीवी बेटी को मानव के साथ बेड में नंगा देखा और गुस्से से आग बबूला हो गया। Dr Solanki ने अपनी जेब में से एक तेज डॉक्टरी ब्लेड निकली और मानव की ओर लपक गया।
मानव ने बड़ी आसानी से Dr Solanki से उस ब्लेड को छीन लिया और उसे नीचे जमीन पर गिराया। दोनों मां बेटी एक दूसरे से लिपट कर अपने घर के मर्द को अपने आशिक से पीटते हुए देख रही थीं।
मानव, “सोलंकी, मैं तुझ से गुस्सा नही हूं। ये बात तो तुझ जैसे को भी समझनी चाहिए थी की मैं जब चाहूं तुझ तक पहुंच सकता था। मैं सिर्फ हिसाब चुकता करना चाहता हूं। तूने मुझे दवाइयां दी पर आज कल खुद अपनी दवा के लिए अपनी बीवी का गुलाम है, ये नाइंसाफी मैं नहीं सह सकता।“
मानव ने एक नज़र से गीता का विरोध रोकते हुए अपनी पैंट की जेब में से एक शीशी और इंजेक्शन निकाला। Morphine का इंजेक्शन देख कर Dr Solanki नशे की मज़ेदार कश लेने के लिए उतावला हो गया। मानव ने मां बेटी के सामने Dr Solanki को पूरी शीशी और इंजेक्शन दे दिया।
Dr Solanki ने जल्दी से इंजेक्शन भरा और अपने पैर की नस में लगाकर मीठे सपने का इंतजार करने लगा। कुछ ही पलों में Dr Solanki की आंखें बंद होने लगी।
मानव, “Dr सोलंकी, Pentathol Sodium क्या है?”
Dr Solanki (बेहोशी सी आवाज में), “बेहोशी की दवा जो कम मात्रा में इंसान को सच बोलने पर मजबूर कर देती है। तुमने हिसाब चुकता किया ना? मैने ताकत की गोली बोल कर ज़हर दिया और तूने morphine बोलकर सच की दवा।“
मानव, “मीना को लगता है कि नशे की आदत तुझे गीता ने दिलाई है। तू बता सच क्या है?”
Dr Solanki, “कॉलेज के बाहर एक आदमी सिगरेट बेचता था। उसी ने मुझे नशा करना सिखाया। गीता तो मुझे नशा करने से रोकने के लिए नशे की छोटी खुराक से बांधे रखती है।“
मानव, “मेरे भाई से कैसे मुलाकात हुई?”
सोलंकी, “हीरेश मेरा यार है! मुझे पैसों की और उसे नशा लाने वाले की जरूरत थी। उसी ने मुझे बूढ़े डॉक्टर की बेवकूफ बेटी को पटा कर उसका हॉस्पिटल हथियाने की तरकीब दी। जब उसने अपनी सौतेली मां को नशे की लत लगा दी तब उसने अपनी मां को मेरे साथ भी बांटा। बहुत मजे किए हम दोनों ने उस गरम बदन के साथ।“
मानव अपनी मां को एक गरम बदन से ज्यादा कुछ नहीं सुनकर चौंका नही पर गीता और मीना को Dr Solanki कि असलियत पहली बार पूरी तरह दिख रही थी।
मानव, “तकलीफ क्या हुई जो हीरेश को अपनी सौतेली मां से गुस्सा हो गया?”
सोलंकी, “मानव को जहरीली गोलियों से पागल होकर मरना था पर वो मरा नहीं। इसी लिए हिरेश ने उसकी मां को मानव से चुधवाने को कहा। फिर हम उन दोनों को जलील कर जायदाद से बेदखल करवा सकते थे। पर माया ने अपने नशे पर काबू कर लिया और खुदकुशी कर उस सपोले को बचाया।“
मीना के सामने उसके पिता की सच्ची बात उजागर हो रही थी और वह गीता की बाहों में समा गई।
मानव, “हीरेश और तुम्हारे बीच क्या तय हुआ?”
सोलंकी, “मानव मोहिनी से शादी करना चाहता था पर इस से मोहिनी की जायदाद मानव को मिल सकती थी। हीरेश और मैंने ऐसा दिखाया की मानव को नशे की आदत है और उसका लिंग जो मेरे ज़हर से बिगड़ गया था वो जानलेवा है।“
मानव, “बदले में हीरेश ने तुझे क्या दिया?”
सोलंकी, “मेरी बेवकूफ बीवी अचानक सयानी होने लगी थी। नशे की वजह से मेरा लौड़ा काम करना बंद कर चुका था। वह अपनी बहन के डॉक्टर बनने के बाद मुझे तलाक दे कर हॉस्पिटल अपनी बहन के साथ चलाने वाली थी। हीरेश ने मुझे conference जाने को कहा और खुद नकली पासपोर्ट से वापस आया। हीरेश ने मेरी बीवी को मार डाला और सरफिरे आशिक के नाम की चिट्ठी लिखकर वापस नकली पासपोर्ट से चला गया। हमारी चाल कामयाब हुई और गीता ने अपनी भांजी को मुझसे बचाने के लिए मुझ से शादी कर ली।“
मानव, “सब कुछ अच्छा चल रहा था तो आज की हालत कैसे हुई?”
सोलंकी, “तेरी वजह से! तूने हीरेश की लालच का इस्तमाल किया और उसे घाटे के सौदे में फंसाया। हीरेश भाग गया और तब तक गीता ने अपना MD पूरा कर लिया। गीता ने हॉस्पिटल में अपने वफादारों को इस्तमाल कर मुझे आज की हालत में कैद कर दिया।“
अपने पिता से अपनी मां के कत्ल में शामिल होने की बात सुनकर मीना अपने पिता को पूरी तरह पहचान गई और अपनी मां समान मौसी के गले लग कर फूट फूट कर रोने लगी। मानव ने सोलंकी को सोने दिया और अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला गया।
शाम को छोटे जबरदस्ती मानव को अपने घर खाना खाने के लिए ले गया। मानव ने छोटे को Dr Solanki कि फाइल बंद करने को कहते हुए खाना खाने लगा। मानव की उदासी साफ़िया को देख कर उड़ गई क्योंकि साफिया ने बातों बातों में रोटी आचार के साथ खा ली और सब्जी को अनछुआ छोड़ दिया।
खाना खाने के बाद जब साफिया नमकीन का डिब्बा लेकर बैठी तो मानव ने हंसते हुए साफिया को छुट्टी मंजूर करने की बात की। साफिया और छोटे शरमा कर मानव को पूछने लगे कि वह किस बात की छुट्टी मंजूर कर रहा है। मानव ने दोनों के सर पर एक बड़े भाई की तरह हाथ रखा और खुशी खुशी अपने तन्हा घर लौटा।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट। आखिर Dr. Solanki की पोल उसकी बेटी के सामने खुल ही गई। मगर अब उसे मार देना चाहिए।95
सुबह जब हुई तब तक मानव आखिरकार थक कर ठंडा पड़ चुका था। मानव का लौड़ा तृप्त हो कर 6इंच लम्बा 2इंच मोटा होकर सो रहा था। मानव को दोनों ओर नंगी मां बेटी ने लिपटकर उसके सीने पर एक दूसरे का हाथ पकड़ा था।
खून से सनी यौन रसों की पपड़ियां दोनों औरतों के दोनों छेदों से होती मीना की टेडी बेर वाली चादर को रंग चुकी थी। अपने हर छेद में मानव का रस चार बार लेते हुए दोनों अच्छी सहेलियां बन चुकी थी।
सुबह की ठंड से गीता ने मानव से लिपटते हुए अपना पैर उठाया। कल रात भर चले अत्याचार की निंदा गीता के दोनों छेदों ने की और गीता की आंख खुली। गीता ने आह भरते हुए अपने पेट को दबाया तो उसके दोनों छेदों में से वीर्य की मोटी बूंदें वापस बह निकली।
गीता ने अपने मुंह को दबाते हुए मानव से छुपने की कोशिश की। गीता धीरे से बेड से उतरने लगी तो उसके पैरों ने एक दूसरे के पास आने से मना कर दिया। अपनी सिसकियां और आहें दबाते हुए गीता ने बड़ी मुश्किल से अपने पैरों को एक साथ चलने के लिए मनाया और बेड के सहारे से मानव के दूसरी ओर लेटी अपनी बेटी के पास गई।
गीता ने मीना के सर पर हाथ फेरते हुए उसे प्यार से जगाया तो भोली जवानी मुस्कुराते हुए उठ गई। आंखे खोल कर मानव को देखते ही मीना को कल रात की सारी बातें याद आ गई और उसके मुंह से एक आह निकल गई। गीता ने मीना को अपने सीने से लगाया तो मीना उस से लिपटकर उसकी इज्जत लुटवाने के लिए माफी मांगने लगी।
गीता और मीना को पता भी नहीं चला कि मानव कब उठकर बेड में बैठ गया। दोनों एक दूसरे की असलियत पहचानकर कल रात की ठुकाई से जिंदा बचने से खुश हो रही थीं जब अचानक मीना के कमरे का दरवाजा खुला।
Dr Solanki ने अपनी बीवी बेटी को मानव के साथ बेड में नंगा देखा और गुस्से से आग बबूला हो गया। Dr Solanki ने अपनी जेब में से एक तेज डॉक्टरी ब्लेड निकली और मानव की ओर लपक गया।
मानव ने बड़ी आसानी से Dr Solanki से उस ब्लेड को छीन लिया और उसे नीचे जमीन पर गिराया। दोनों मां बेटी एक दूसरे से लिपट कर अपने घर के मर्द को अपने आशिक से पीटते हुए देख रही थीं।
मानव, “सोलंकी, मैं तुझ से गुस्सा नही हूं। ये बात तो तुझ जैसे को भी समझनी चाहिए थी की मैं जब चाहूं तुझ तक पहुंच सकता था। मैं सिर्फ हिसाब चुकता करना चाहता हूं। तूने मुझे दवाइयां दी पर आज कल खुद अपनी दवा के लिए अपनी बीवी का गुलाम है, ये नाइंसाफी मैं नहीं सह सकता।“
मानव ने एक नज़र से गीता का विरोध रोकते हुए अपनी पैंट की जेब में से एक शीशी और इंजेक्शन निकाला। Morphine का इंजेक्शन देख कर Dr Solanki नशे की मज़ेदार कश लेने के लिए उतावला हो गया। मानव ने मां बेटी के सामने Dr Solanki को पूरी शीशी और इंजेक्शन दे दिया।
Dr Solanki ने जल्दी से इंजेक्शन भरा और अपने पैर की नस में लगाकर मीठे सपने का इंतजार करने लगा। कुछ ही पलों में Dr Solanki की आंखें बंद होने लगी।
मानव, “Dr सोलंकी, Pentathol Sodium क्या है?”
Dr Solanki (बेहोशी सी आवाज में), “बेहोशी की दवा जो कम मात्रा में इंसान को सच बोलने पर मजबूर कर देती है। तुमने हिसाब चुकता किया ना? मैने ताकत की गोली बोल कर ज़हर दिया और तूने morphine बोलकर सच की दवा।“
मानव, “मीना को लगता है कि नशे की आदत तुझे गीता ने दिलाई है। तू बता सच क्या है?”
Dr Solanki, “कॉलेज के बाहर एक आदमी सिगरेट बेचता था। उसी ने मुझे नशा करना सिखाया। गीता तो मुझे नशा करने से रोकने के लिए नशे की छोटी खुराक से बांधे रखती है।“
मानव, “मेरे भाई से कैसे मुलाकात हुई?”
सोलंकी, “हीरेश मेरा यार है! मुझे पैसों की और उसे नशा लाने वाले की जरूरत थी। उसी ने मुझे बूढ़े डॉक्टर की बेवकूफ बेटी को पटा कर उसका हॉस्पिटल हथियाने की तरकीब दी। जब उसने अपनी सौतेली मां को नशे की लत लगा दी तब उसने अपनी मां को मेरे साथ भी बांटा। बहुत मजे किए हम दोनों ने उस गरम बदन के साथ।“
मानव अपनी मां को एक गरम बदन से ज्यादा कुछ नहीं सुनकर चौंका नही पर गीता और मीना को Dr Solanki कि असलियत पहली बार पूरी तरह दिख रही थी।
मानव, “तकलीफ क्या हुई जो हीरेश को अपनी सौतेली मां से गुस्सा हो गया?”
सोलंकी, “मानव को जहरीली गोलियों से पागल होकर मरना था पर वो मरा नहीं। इसी लिए हिरेश ने उसकी मां को मानव से चुधवाने को कहा। फिर हम उन दोनों को जलील कर जायदाद से बेदखल करवा सकते थे। पर माया ने अपने नशे पर काबू कर लिया और खुदकुशी कर उस सपोले को बचाया।“
मीना के सामने उसके पिता की सच्ची बात उजागर हो रही थी और वह गीता की बाहों में समा गई।
मानव, “हीरेश और तुम्हारे बीच क्या तय हुआ?”
सोलंकी, “मानव मोहिनी से शादी करना चाहता था पर इस से मोहिनी की जायदाद मानव को मिल सकती थी। हीरेश और मैंने ऐसा दिखाया की मानव को नशे की आदत है और उसका लिंग जो मेरे ज़हर से बिगड़ गया था वो जानलेवा है।“
मानव, “बदले में हीरेश ने तुझे क्या दिया?”
सोलंकी, “मेरी बेवकूफ बीवी अचानक सयानी होने लगी थी। नशे की वजह से मेरा लौड़ा काम करना बंद कर चुका था। वह अपनी बहन के डॉक्टर बनने के बाद मुझे तलाक दे कर हॉस्पिटल अपनी बहन के साथ चलाने वाली थी। हीरेश ने मुझे conference जाने को कहा और खुद नकली पासपोर्ट से वापस आया। हीरेश ने मेरी बीवी को मार डाला और सरफिरे आशिक के नाम की चिट्ठी लिखकर वापस नकली पासपोर्ट से चला गया। हमारी चाल कामयाब हुई और गीता ने अपनी भांजी को मुझसे बचाने के लिए मुझ से शादी कर ली।“
मानव, “सब कुछ अच्छा चल रहा था तो आज की हालत कैसे हुई?”
सोलंकी, “तेरी वजह से! तूने हीरेश की लालच का इस्तमाल किया और उसे घाटे के सौदे में फंसाया। हीरेश भाग गया और तब तक गीता ने अपना MD पूरा कर लिया। गीता ने हॉस्पिटल में अपने वफादारों को इस्तमाल कर मुझे आज की हालत में कैद कर दिया।“
अपने पिता से अपनी मां के कत्ल में शामिल होने की बात सुनकर मीना अपने पिता को पूरी तरह पहचान गई और अपनी मां समान मौसी के गले लग कर फूट फूट कर रोने लगी। मानव ने सोलंकी को सोने दिया और अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला गया।
शाम को छोटे जबरदस्ती मानव को अपने घर खाना खाने के लिए ले गया। मानव ने छोटे को Dr Solanki कि फाइल बंद करने को कहते हुए खाना खाने लगा। मानव की उदासी साफ़िया को देख कर उड़ गई क्योंकि साफिया ने बातों बातों में रोटी आचार के साथ खा ली और सब्जी को अनछुआ छोड़ दिया।
खाना खाने के बाद जब साफिया नमकीन का डिब्बा लेकर बैठी तो मानव ने हंसते हुए साफिया को छुट्टी मंजूर करने की बात की। साफिया और छोटे शरमा कर मानव को पूछने लगे कि वह किस बात की छुट्टी मंजूर कर रहा है। मानव ने दोनों के सर पर एक बड़े भाई की तरह हाथ रखा और खुशी खुशी अपने तन्हा घर लौटा।
बदला पूरा हुआ डॉ सोलंकी से95
सुबह जब हुई तब तक मानव आखिरकार थक कर ठंडा पड़ चुका था। मानव का लौड़ा तृप्त हो कर 6इंच लम्बा 2इंच मोटा होकर सो रहा था। मानव को दोनों ओर नंगी मां बेटी ने लिपटकर उसके सीने पर एक दूसरे का हाथ पकड़ा था।
खून से सनी यौन रसों की पपड़ियां दोनों औरतों के दोनों छेदों से होती मीना की टेडी बेर वाली चादर को रंग चुकी थी। अपने हर छेद में मानव का रस चार बार लेते हुए दोनों अच्छी सहेलियां बन चुकी थी।
सुबह की ठंड से गीता ने मानव से लिपटते हुए अपना पैर उठाया। कल रात भर चले अत्याचार की निंदा गीता के दोनों छेदों ने की और गीता की आंख खुली। गीता ने आह भरते हुए अपने पेट को दबाया तो उसके दोनों छेदों में से वीर्य की मोटी बूंदें वापस बह निकली।
गीता ने अपने मुंह को दबाते हुए मानव से छुपने की कोशिश की। गीता धीरे से बेड से उतरने लगी तो उसके पैरों ने एक दूसरे के पास आने से मना कर दिया। अपनी सिसकियां और आहें दबाते हुए गीता ने बड़ी मुश्किल से अपने पैरों को एक साथ चलने के लिए मनाया और बेड के सहारे से मानव के दूसरी ओर लेटी अपनी बेटी के पास गई।
गीता ने मीना के सर पर हाथ फेरते हुए उसे प्यार से जगाया तो भोली जवानी मुस्कुराते हुए उठ गई। आंखे खोल कर मानव को देखते ही मीना को कल रात की सारी बातें याद आ गई और उसके मुंह से एक आह निकल गई। गीता ने मीना को अपने सीने से लगाया तो मीना उस से लिपटकर उसकी इज्जत लुटवाने के लिए माफी मांगने लगी।
गीता और मीना को पता भी नहीं चला कि मानव कब उठकर बेड में बैठ गया। दोनों एक दूसरे की असलियत पहचानकर कल रात की ठुकाई से जिंदा बचने से खुश हो रही थीं जब अचानक मीना के कमरे का दरवाजा खुला।
Dr Solanki ने अपनी बीवी बेटी को मानव के साथ बेड में नंगा देखा और गुस्से से आग बबूला हो गया। Dr Solanki ने अपनी जेब में से एक तेज डॉक्टरी ब्लेड निकली और मानव की ओर लपक गया।
मानव ने बड़ी आसानी से Dr Solanki से उस ब्लेड को छीन लिया और उसे नीचे जमीन पर गिराया। दोनों मां बेटी एक दूसरे से लिपट कर अपने घर के मर्द को अपने आशिक से पीटते हुए देख रही थीं।
मानव, “सोलंकी, मैं तुझ से गुस्सा नही हूं। ये बात तो तुझ जैसे को भी समझनी चाहिए थी की मैं जब चाहूं तुझ तक पहुंच सकता था। मैं सिर्फ हिसाब चुकता करना चाहता हूं। तूने मुझे दवाइयां दी पर आज कल खुद अपनी दवा के लिए अपनी बीवी का गुलाम है, ये नाइंसाफी मैं नहीं सह सकता।“
मानव ने एक नज़र से गीता का विरोध रोकते हुए अपनी पैंट की जेब में से एक शीशी और इंजेक्शन निकाला। Morphine का इंजेक्शन देख कर Dr Solanki नशे की मज़ेदार कश लेने के लिए उतावला हो गया। मानव ने मां बेटी के सामने Dr Solanki को पूरी शीशी और इंजेक्शन दे दिया।
Dr Solanki ने जल्दी से इंजेक्शन भरा और अपने पैर की नस में लगाकर मीठे सपने का इंतजार करने लगा। कुछ ही पलों में Dr Solanki की आंखें बंद होने लगी।
मानव, “Dr सोलंकी, Pentathol Sodium क्या है?”
Dr Solanki (बेहोशी सी आवाज में), “बेहोशी की दवा जो कम मात्रा में इंसान को सच बोलने पर मजबूर कर देती है। तुमने हिसाब चुकता किया ना? मैने ताकत की गोली बोल कर ज़हर दिया और तूने morphine बोलकर सच की दवा।“
मानव, “मीना को लगता है कि नशे की आदत तुझे गीता ने दिलाई है। तू बता सच क्या है?”
Dr Solanki, “कॉलेज के बाहर एक आदमी सिगरेट बेचता था। उसी ने मुझे नशा करना सिखाया। गीता तो मुझे नशा करने से रोकने के लिए नशे की छोटी खुराक से बांधे रखती है।“
मानव, “मेरे भाई से कैसे मुलाकात हुई?”
सोलंकी, “हीरेश मेरा यार है! मुझे पैसों की और उसे नशा लाने वाले की जरूरत थी। उसी ने मुझे बूढ़े डॉक्टर की बेवकूफ बेटी को पटा कर उसका हॉस्पिटल हथियाने की तरकीब दी। जब उसने अपनी सौतेली मां को नशे की लत लगा दी तब उसने अपनी मां को मेरे साथ भी बांटा। बहुत मजे किए हम दोनों ने उस गरम बदन के साथ।“
मानव अपनी मां को एक गरम बदन से ज्यादा कुछ नहीं सुनकर चौंका नही पर गीता और मीना को Dr Solanki कि असलियत पहली बार पूरी तरह दिख रही थी।
मानव, “तकलीफ क्या हुई जो हीरेश को अपनी सौतेली मां से गुस्सा हो गया?”
सोलंकी, “मानव को जहरीली गोलियों से पागल होकर मरना था पर वो मरा नहीं। इसी लिए हिरेश ने उसकी मां को मानव से चुधवाने को कहा। फिर हम उन दोनों को जलील कर जायदाद से बेदखल करवा सकते थे। पर माया ने अपने नशे पर काबू कर लिया और खुदकुशी कर उस सपोले को बचाया।“
मीना के सामने उसके पिता की सच्ची बात उजागर हो रही थी और वह गीता की बाहों में समा गई।
मानव, “हीरेश और तुम्हारे बीच क्या तय हुआ?”
सोलंकी, “मानव मोहिनी से शादी करना चाहता था पर इस से मोहिनी की जायदाद मानव को मिल सकती थी। हीरेश और मैंने ऐसा दिखाया की मानव को नशे की आदत है और उसका लिंग जो मेरे ज़हर से बिगड़ गया था वो जानलेवा है।“
मानव, “बदले में हीरेश ने तुझे क्या दिया?”
सोलंकी, “मेरी बेवकूफ बीवी अचानक सयानी होने लगी थी। नशे की वजह से मेरा लौड़ा काम करना बंद कर चुका था। वह अपनी बहन के डॉक्टर बनने के बाद मुझे तलाक दे कर हॉस्पिटल अपनी बहन के साथ चलाने वाली थी। हीरेश ने मुझे conference जाने को कहा और खुद नकली पासपोर्ट से वापस आया। हीरेश ने मेरी बीवी को मार डाला और सरफिरे आशिक के नाम की चिट्ठी लिखकर वापस नकली पासपोर्ट से चला गया। हमारी चाल कामयाब हुई और गीता ने अपनी भांजी को मुझसे बचाने के लिए मुझ से शादी कर ली।“
मानव, “सब कुछ अच्छा चल रहा था तो आज की हालत कैसे हुई?”
सोलंकी, “तेरी वजह से! तूने हीरेश की लालच का इस्तमाल किया और उसे घाटे के सौदे में फंसाया। हीरेश भाग गया और तब तक गीता ने अपना MD पूरा कर लिया। गीता ने हॉस्पिटल में अपने वफादारों को इस्तमाल कर मुझे आज की हालत में कैद कर दिया।“
अपने पिता से अपनी मां के कत्ल में शामिल होने की बात सुनकर मीना अपने पिता को पूरी तरह पहचान गई और अपनी मां समान मौसी के गले लग कर फूट फूट कर रोने लगी। मानव ने सोलंकी को सोने दिया और अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला गया।
शाम को छोटे जबरदस्ती मानव को अपने घर खाना खाने के लिए ले गया। मानव ने छोटे को Dr Solanki कि फाइल बंद करने को कहते हुए खाना खाने लगा। मानव की उदासी साफ़िया को देख कर उड़ गई क्योंकि साफिया ने बातों बातों में रोटी आचार के साथ खा ली और सब्जी को अनछुआ छोड़ दिया।
खाना खाने के बाद जब साफिया नमकीन का डिब्बा लेकर बैठी तो मानव ने हंसते हुए साफिया को छुट्टी मंजूर करने की बात की। साफिया और छोटे शरमा कर मानव को पूछने लगे कि वह किस बात की छुट्टी मंजूर कर रहा है। मानव ने दोनों के सर पर एक बड़े भाई की तरह हाथ रखा और खुशी खुशी अपने तन्हा घर लौटा।
Superb update95
सुबह जब हुई तब तक मानव आखिरकार थक कर ठंडा पड़ चुका था। मानव का लौड़ा तृप्त हो कर 6इंच लम्बा 2इंच मोटा होकर सो रहा था। मानव को दोनों ओर नंगी मां बेटी ने लिपटकर उसके सीने पर एक दूसरे का हाथ पकड़ा था।
खून से सनी यौन रसों की पपड़ियां दोनों औरतों के दोनों छेदों से होती मीना की टेडी बेर वाली चादर को रंग चुकी थी। अपने हर छेद में मानव का रस चार बार लेते हुए दोनों अच्छी सहेलियां बन चुकी थी।
सुबह की ठंड से गीता ने मानव से लिपटते हुए अपना पैर उठाया। कल रात भर चले अत्याचार की निंदा गीता के दोनों छेदों ने की और गीता की आंख खुली। गीता ने आह भरते हुए अपने पेट को दबाया तो उसके दोनों छेदों में से वीर्य की मोटी बूंदें वापस बह निकली।
गीता ने अपने मुंह को दबाते हुए मानव से छुपने की कोशिश की। गीता धीरे से बेड से उतरने लगी तो उसके पैरों ने एक दूसरे के पास आने से मना कर दिया। अपनी सिसकियां और आहें दबाते हुए गीता ने बड़ी मुश्किल से अपने पैरों को एक साथ चलने के लिए मनाया और बेड के सहारे से मानव के दूसरी ओर लेटी अपनी बेटी के पास गई।
गीता ने मीना के सर पर हाथ फेरते हुए उसे प्यार से जगाया तो भोली जवानी मुस्कुराते हुए उठ गई। आंखे खोल कर मानव को देखते ही मीना को कल रात की सारी बातें याद आ गई और उसके मुंह से एक आह निकल गई। गीता ने मीना को अपने सीने से लगाया तो मीना उस से लिपटकर उसकी इज्जत लुटवाने के लिए माफी मांगने लगी।
गीता और मीना को पता भी नहीं चला कि मानव कब उठकर बेड में बैठ गया। दोनों एक दूसरे की असलियत पहचानकर कल रात की ठुकाई से जिंदा बचने से खुश हो रही थीं जब अचानक मीना के कमरे का दरवाजा खुला।
Dr Solanki ने अपनी बीवी बेटी को मानव के साथ बेड में नंगा देखा और गुस्से से आग बबूला हो गया। Dr Solanki ने अपनी जेब में से एक तेज डॉक्टरी ब्लेड निकली और मानव की ओर लपक गया।
मानव ने बड़ी आसानी से Dr Solanki से उस ब्लेड को छीन लिया और उसे नीचे जमीन पर गिराया। दोनों मां बेटी एक दूसरे से लिपट कर अपने घर के मर्द को अपने आशिक से पीटते हुए देख रही थीं।
मानव, “सोलंकी, मैं तुझ से गुस्सा नही हूं। ये बात तो तुझ जैसे को भी समझनी चाहिए थी की मैं जब चाहूं तुझ तक पहुंच सकता था। मैं सिर्फ हिसाब चुकता करना चाहता हूं। तूने मुझे दवाइयां दी पर आज कल खुद अपनी दवा के लिए अपनी बीवी का गुलाम है, ये नाइंसाफी मैं नहीं सह सकता।“
मानव ने एक नज़र से गीता का विरोध रोकते हुए अपनी पैंट की जेब में से एक शीशी और इंजेक्शन निकाला। Morphine का इंजेक्शन देख कर Dr Solanki नशे की मज़ेदार कश लेने के लिए उतावला हो गया। मानव ने मां बेटी के सामने Dr Solanki को पूरी शीशी और इंजेक्शन दे दिया।
Dr Solanki ने जल्दी से इंजेक्शन भरा और अपने पैर की नस में लगाकर मीठे सपने का इंतजार करने लगा। कुछ ही पलों में Dr Solanki की आंखें बंद होने लगी।
मानव, “Dr सोलंकी, Pentathol Sodium क्या है?”
Dr Solanki (बेहोशी सी आवाज में), “बेहोशी की दवा जो कम मात्रा में इंसान को सच बोलने पर मजबूर कर देती है। तुमने हिसाब चुकता किया ना? मैने ताकत की गोली बोल कर ज़हर दिया और तूने morphine बोलकर सच की दवा।“
मानव, “मीना को लगता है कि नशे की आदत तुझे गीता ने दिलाई है। तू बता सच क्या है?”
Dr Solanki, “कॉलेज के बाहर एक आदमी सिगरेट बेचता था। उसी ने मुझे नशा करना सिखाया। गीता तो मुझे नशा करने से रोकने के लिए नशे की छोटी खुराक से बांधे रखती है।“
मानव, “मेरे भाई से कैसे मुलाकात हुई?”
सोलंकी, “हीरेश मेरा यार है! मुझे पैसों की और उसे नशा लाने वाले की जरूरत थी। उसी ने मुझे बूढ़े डॉक्टर की बेवकूफ बेटी को पटा कर उसका हॉस्पिटल हथियाने की तरकीब दी। जब उसने अपनी सौतेली मां को नशे की लत लगा दी तब उसने अपनी मां को मेरे साथ भी बांटा। बहुत मजे किए हम दोनों ने उस गरम बदन के साथ।“
मानव अपनी मां को एक गरम बदन से ज्यादा कुछ नहीं सुनकर चौंका नही पर गीता और मीना को Dr Solanki कि असलियत पहली बार पूरी तरह दिख रही थी।
मानव, “तकलीफ क्या हुई जो हीरेश को अपनी सौतेली मां से गुस्सा हो गया?”
सोलंकी, “मानव को जहरीली गोलियों से पागल होकर मरना था पर वो मरा नहीं। इसी लिए हिरेश ने उसकी मां को मानव से चुधवाने को कहा। फिर हम उन दोनों को जलील कर जायदाद से बेदखल करवा सकते थे। पर माया ने अपने नशे पर काबू कर लिया और खुदकुशी कर उस सपोले को बचाया।“
मीना के सामने उसके पिता की सच्ची बात उजागर हो रही थी और वह गीता की बाहों में समा गई।
मानव, “हीरेश और तुम्हारे बीच क्या तय हुआ?”
सोलंकी, “मानव मोहिनी से शादी करना चाहता था पर इस से मोहिनी की जायदाद मानव को मिल सकती थी। हीरेश और मैंने ऐसा दिखाया की मानव को नशे की आदत है और उसका लिंग जो मेरे ज़हर से बिगड़ गया था वो जानलेवा है।“
मानव, “बदले में हीरेश ने तुझे क्या दिया?”
सोलंकी, “मेरी बेवकूफ बीवी अचानक सयानी होने लगी थी। नशे की वजह से मेरा लौड़ा काम करना बंद कर चुका था। वह अपनी बहन के डॉक्टर बनने के बाद मुझे तलाक दे कर हॉस्पिटल अपनी बहन के साथ चलाने वाली थी। हीरेश ने मुझे conference जाने को कहा और खुद नकली पासपोर्ट से वापस आया। हीरेश ने मेरी बीवी को मार डाला और सरफिरे आशिक के नाम की चिट्ठी लिखकर वापस नकली पासपोर्ट से चला गया। हमारी चाल कामयाब हुई और गीता ने अपनी भांजी को मुझसे बचाने के लिए मुझ से शादी कर ली।“
मानव, “सब कुछ अच्छा चल रहा था तो आज की हालत कैसे हुई?”
सोलंकी, “तेरी वजह से! तूने हीरेश की लालच का इस्तमाल किया और उसे घाटे के सौदे में फंसाया। हीरेश भाग गया और तब तक गीता ने अपना MD पूरा कर लिया। गीता ने हॉस्पिटल में अपने वफादारों को इस्तमाल कर मुझे आज की हालत में कैद कर दिया।“
अपने पिता से अपनी मां के कत्ल में शामिल होने की बात सुनकर मीना अपने पिता को पूरी तरह पहचान गई और अपनी मां समान मौसी के गले लग कर फूट फूट कर रोने लगी। मानव ने सोलंकी को सोने दिया और अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला गया।
शाम को छोटे जबरदस्ती मानव को अपने घर खाना खाने के लिए ले गया। मानव ने छोटे को Dr Solanki कि फाइल बंद करने को कहते हुए खाना खाने लगा। मानव की उदासी साफ़िया को देख कर उड़ गई क्योंकि साफिया ने बातों बातों में रोटी आचार के साथ खा ली और सब्जी को अनछुआ छोड़ दिया।
खाना खाने के बाद जब साफिया नमकीन का डिब्बा लेकर बैठी तो मानव ने हंसते हुए साफिया को छुट्टी मंजूर करने की बात की। साफिया और छोटे शरमा कर मानव को पूछने लगे कि वह किस बात की छुट्टी मंजूर कर रहा है। मानव ने दोनों के सर पर एक बड़े भाई की तरह हाथ रखा और खुशी खुशी अपने तन्हा घर लौटा।