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हीरेष के खिलाफ मुकदमा लगभग 2 सालों तक चला। मानव ने उसके लिए बेहतरीन वकील लाया और खुद हर सुनवाई में हाजिर होता। हीरेष के वकील ने मानव से पैसे लेकर मानव पर कई इल्जाम लगा कर अपने मुवाकिल को बचाने की कोशिश की पर हीरेष के खिलाफ पहला जुर्म तब का था जब मानव सिर्फ 8 साल का था। जज इस बात से हैरान था की वकील मानव से पैसे लेकर उसके खिलाफ ऐसी बातें कर सकता है।
मानव पिछले कुछ दिनों में दानव से शरीफों का शरीफ बन चुका था। मानव का अपने कातिल के लिए मदद करना हीरेष के खिलाफ ही जा रहा था। मानव पर जासूसी करने वाले लोगों के मुताबिक मानव अपनी भाभी और भतीजी से बड़ी इज्जत से पेश आता और मानव की वजह से ही उन दोनों को समाज में इज्जत से देखा जाता।
मानव की दौलत अब किसी से छुपी नहीं थी। मानव की इकलौती वारिस होने की वजह से काम्या को पटाने की कोशिश कॉलेज के गुंडे से मुरझानी के बेटे तक ने की। काम्या ने सब को ऐसे उड़ा दिया की लड़के उसे बिजली का खंबा कहते। जो भी उसे छू ले वह तेज़ झटके से उड़ा दिया जाए।
मानव ने छोटे की कंपनी को एक और कॉन्ट्रैक्ट देते हुए काम्या के लिए एक कॉलेज की लड़की दिखने वाली बॉडीगार्ड को लाया। मिस आंचल सिर्फ 27 वर्ष की थी पर अपने बड़े भाई से इंडियन आर्मी की कमांडो ट्रेनिंग लेकर आई थी। काम्या पर सिर्फ एक बार हमला हुआ फिर किसी ने हिम्मत नहीं की। मुरझानी का बेटा पुलिस हिरासत में जमानत का इंतजार करता रह गया जब मानव ने मुरझानी को बरबाद कर पुलिस स्टेशन के सामने कटोरा लेकर खड़ा होने को मजबूर कर दिया।
मानव की इस दहशत ने भी उसकी इज्जत बढ़ाई। अब खुद को फैमिली बिजनेस कहने वाले भी मानव से नजदीकियां बनाने की होड़ में लग गए।
मानव और उसकी औरतों ने घर के अंदर के रिश्तों को बाहर के रिश्तों से पूरी तरह अलग रखा था। कई बार मानव दरवाजा खोलने से पहले मोहिनी की गांड़ भर कर उसे साड़ी ठीक करने का वक्त देता और फिर दरवाजा खोल कर उसे भाभी बुलाकर काम्या के साथ बाहर जाता।
कभी कभी काम्या मानव को चिढ़ाने के लिए उसे मीटिंग में एक फाइल देती जिस में उसकी उत्तेजना से गीली पैंटी होती। मानव उसे मुस्कुराकर कहता की इस एजेंडा को बाद में के लिए लिख लेना। फिर घर का दरवाजा बंद होते ही वह काम्या की पैंटी उसके मुंह में ठूंस कर, उसे दीवार से लगा कर बुरी तरह चोद कर भर देता। मानव जब काम्या को उसकी शरारत के लिए माफ कर देता तब तक वह बिना हड्डी की गुड़िया की तरह अपनी चूत और गांड़ में से वीर्य बहाती फर्श पर पड़ी नज़र आती। जाहिर है कि काम्या यह शरारत महीने में एक बार तो जरूर करती।
काम्या और मोहिनी जानती थी कि मानव के लिए तड़पने वाली और भी औरतें हैं। खास कर गीता सोलंकी और मीना। अक्सर ये मां बेटी की जोड़ी दो महीनों में एक बार मानव को 2 -3 रातों के लिए बुलाती। गीता का बेटा उन रातों को काम्या और मोहिनी संभालती क्योंकि Dr Solanki अब अपना पूरा वक्त नशा मुक्ति दिलाने में लगाते। मीना इस बार 3 महीने पेट से थी और उसे अपने बच्चे के पिता का नाम जानने में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
मानव का बाकी औरतों के साथ देखा जाना ही लोगों को विश्वास दिलाता था की उसके अपने घर में कोई अनैतिक संबंध नहीं है। आखिर इतनी खूबसूरत राजकुमारियां छोड़ कर कोई दूसरी औरतों को कैसे वक्त दे सकता है!
हीरेष को जेल की पहली रात ही माया का दर्द समझ आया था। वह सजा पा कर बड़े जेल में जाने को उतावला हो रहा था। हीरेष को दुबारा मदद मानव से ही मिली।
मोहिनी ने हीरेष के जेल जाने के 6 महीने बाद आखिरकार हिम्मत जुटाई और मानव से उसे साथ ना देने के लिए माफी मांगी। मानव ने अपने पुराने दोस्त को दुबारा गले लगाया और दोनों काम्या को अपने बचपन के किस्से एक होकर बताने लगे। काम्या के 19 वे जन्मदिन पर मोहिनी बहुत डरी हुई लग रही थी। मानव ने उस से वजह पूछी तो मोहिनी की मांग सुनकर बाप बेटी सोच में पड़ गए।
मोहिनी चाहती थी कि वह मानव को एक और बच्चा दे। इस बार वह अपने दोस्त के साथ वह हर अनुभव लेना और बांटना चाहती थी जो पिछली बार उसके नशेड़ी पति के साथ उसे लेने को नही मिला। काम्या ने अपनी मां से बात की और समझ गई की मोहिनी 40 साल की उम्र से पहले अपने बच्चे को पैदा कर अपने बच्चे की सलामती चाहती थी। मोहिनी ने अपनी बेटी को अपनी सौतन का दर्जा ही नही पर मानव की असली बीवी का दर्जा भी दे दिया था। मोहिनी ने मानव से कहा की वह शादी के बिना भी उसके बच्चे को पैदा करने के लिए तयार है पर वह मानव को दुबारा धोखा देकर चुपके से गर्भवती नहीं बनना चाहती।
मानव और काम्या ने बातें की अपने प्लान बदले और मोहिनी को गर्भनिरोधक गोलियां बंद करने की इजाज़त दी। मानव ने वकील के जरिए हीरेष को अपनी पोहोंच के बारे में बताया। अगर हीरेष चुप चाप मोहिनी को तलाक़ दे तो मानव उसे सजा दिलाकर पठान से आज़ादी दिलाएगा।
हीरेष मान गया और उसने मोहिनी को तलाक़ दे दिया। मोहिनी दो महीनों बाद पेट से हो गई और काम्या की जिद्द पर मानव ने चुपके से मोहिनी से शादी कर ली। मानव ने अपने पति धर्म को निभाते हुए पराई औरतों से शारीरिक संबंध बंद कर दिए और उसकी भरपाई मां बेटी रोज़ करती।
हीरेष को पता चला कि मानव ने मोहिनी से शादी कर ली है तो उसे डर लगा कि अब मानव अपना वादा तोड़ेगा। पर मानव ने अपना वादा निभाया।
हीरेष को सजा मिलने तक वह एक पठान के साथ रखा गया। यह पठान इस बुढ़ाऊ को हर मुमकिन वक्त दिखाता की वह बच्चाबाजी कैसे किया करता था। जब हीरेष को सजा सुनाई गई तब वह खुश था कि उसे अब इस जेल से बड़ी जेल में भेजा जाएगा और वह पठान से आजाद होगा। अफसोस की मानव की पहचान और पहुंच का अंदाजा हीरेष को नही था। उसके नए जेल के कमरे में 2 अफ्रीकी काले थे जिन्हे मानव की खबर के कारण एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था। जब उन्हें हीरेष ने बताया कि वह मानव शाह का भाई है तो दोनों उसे सिखाने लगे की वह ड्रग्स को अपनी गांड़ में भर कर कैसे ला रहे थे जब उसके भाई ने उन्हें पकड़वाया। हीरेष हर रात दोनों कालों के 10 इंची मर्दानगी को बारी बारी पूरी रात लेते हुए दुआ करता की दोनों को एक साथ उसे आजमाने की इच्छा ना हो। हीरेष की हर रात किसी उम्रकैद से कम नही थी और इन दोनों के होते वह खुदकुशी भी नही कर सकता था। दोनों ने एक रात पूरी तरह संतुष्ट हो कर उसे बताया की वह एक अच्छी जेल बीवी है। जब उन्हें 5 साल बाद रिहा किया जाएगा तब वह हीरेष के लिए अपने जैसे ही 2 या 3 पतियों का इंतजाम कर के जायेंगे।
मानव का नया बेटा देखने उसका पूरा परिवार इक्कठा हुआ। Tom और Vicky के साथ Jenny और Julie भी मानव के बच्चों को ले आईं थी। Stella और Andrew के साथ उनके पदचिन्हों पर चलती Rosie ने आकर एक नज़र में पहचान लिया की उसकी हम उम्र दिखने वाली काम्या मानव की बेटी भी थी और प्रेमिका भी। Rosie मनु अंकल के साथ अपना रिश्ता जानती थी और उसे काम्या से कोई ईर्षा नहीं थी।
उस रात Rosie ने मानव के विजय को और Jenny Julie के बच्चों को संभालने का जिम्मा उठाया। काम्या ने मानव को दुबारा बेड पर बांध दिया और मानव के लिए मोहिनी को भेजने बाहर आई।
मोहिनी ने शर्माकर अंदर आते हुए Stella, Vicky, Jenny, Julie, गीता, मीना और काम्या को भी लाया। उस रात के बारे में सिर्फ इतना कह सकतें हैं की मानव और उसकी प्रेमिकाओं के लिए यह रात यादगार रही। सबेरे सारी लड़कियां हस्ते हुए पक्की सहेलियां बन कर बाहर निकली तो मानव बेड पर vampire के चूसे हुए शिकार की तरह पड़ा अपनी किस्मत को लिखने वाले को दुआएं दे रहा था।
किसी ने कहा है कि अगर कहानी का अंत सुखद चाहते हो तो उसे सही जगह पर रोक दो!
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काम्या 21 वर्ष की किसी परिकथा की योद्धा राजकुमारी की तरह मुंबई और वहां से पूरी दुनिया को नचाने लगी थी। आज कल लोगों को मानव का खौफ कम और काम्या का खौफ ज्यादा था। मीटिंग करते हुए यह तीखी कट्यार एक वाक्य में जितनी आसानी से किसी को छिल देती उतनी ही आसानी से किसी की जिंदगी बना देती।
काम्या को मारने की इच्छा रखने वाले लोगों की संख्या लगभग उस पर मरने वालों जितनी ही थी। मानव जानता था कि काम्या को अपनी हिफ़ाज़त के लिए किसी से शादी करनी होगी। मानव ने मोहिनी और गीता से बात की और तीनों ने सही लड़के की तलाश शुरू कर दी।
मानव को विश्वास नहीं हो रहा था पर उसकी खोज का जवाब उसे काम्या ने ही दिया।
शाह परिवार ने जैसे हीरे जवाहरात के हर हिस्से पर अपना दबदबा बनाया था उसी तरह गांधी परिवार ने पिछले सौ सालों से सोने पर राज किया था। सबसे बुरी बात यह थी की विशाल गांधी को मानव से हीरों की जरूरत थी पर मानव शाह से नफरत।
मानव भी बेकसूर नहीं था! जब भारत में आने के बाद शुरुवाती दिनों में वह पार्टियों में साफिया को ले जाता तो कुछ लोग साफिया को आफिया समझने की गलती करते। ऐसी ही गलती करते हुए विशाल गांधी ने साफिया को एक रात का न्योता देने की गलती की। साफिया ने विशाल को प्यार से झटक दिया पर विशाल की बीवी ने उस से बदला लेने के लिए मानव को 20 हज़ार रुपए देकर उसके साथ पूरी दोपहर गुजारी। विशाल इस बात को चुप रखता पर उसकी बीवी ने पूरे बोर्ड मीटिंग में अपनी टांगे फैला कर विशाल को बेइज्जत किया और अपने बेटे को लेकर London चली गई।
अकेलेपन में विशाल गांधी ने इस पूरे मामले में मानव का दोषी माना और उनकी जंग शुरू हो गई। विशाल अब 60 का हो चुका था और मानव पर आखरी हमला करने के लिए उसने अपने बेटे को बुलाया।
मोहन गांधी London में पढ़ा लिखा 35 वर्ष का आकर्षक पुरुष था जो अपने पिता की गलतियों को समझता था पर उन्हें रोकने में अब तक कामयाब नही हुआ था। मोहन गांधी ने अपने पिता और मानव को अपने सौदों से दूर रखने की कोशिश करते हुए काम्या की मदद ली।
काम्या ने पहले शक करते हुए और फिर खुशी से मोहन गांधी के साथ काम करना शुरू किया। जल्द ही काम करते हुए पार्टी में दोनों जोड़ी बना कर जाने लगे। पार्टी में ऊब गए तो दोनों चुपके से बाहर किसी होटल में खाना खाते देखे गए।
हद्द तो तब हुई जब विशाल गांधी गुस्से से लाल हो कर मानव के ऑफिस में तमाशा कर गया की वह अपनी भतीजी के जरिए गांधी गोल्ड हथियाने की साज़िश कर रहा है। विशाल ने मोहन को बताया की वह तब तक रिटायर नहीं होगा जब तक मोहन शादी नहीं करता और अगर वह मोहन की शादी से पहले मर गया तो उसकी सारी जायदाद वह दान कर देगा।
मोहन अब इतना बड़ा हो गया था कि वह अपने विचारों और इरादों पर पक्का था। लेकिन मोहन को धमकाते हुए विशाल को दिल का दौरा पड़ा और मोहन विशाल को अस्पताल में भर्ती करा कर अपने इकलौते दोस्त से बात करने लगा।
काम्या ने अपनी पैंटी के अंदर सैनिटरी नैपकिन लगाया ताकि मानव के वीर्य से उसके कपड़े खराब न हो। काम्या मानव को चूमकर अपनी मां को चोदते छोड़ मोहन से मिलने हॉस्पिटल चली गई। मोहिनी की गांड़ मारते हुए मानव को सोचने का वक्त मिला। मानव ने फिर मोहिनी के मम्मों को खाली करने के बाद मोहन के नाम की फाइल बनाई।