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में क्या टिप्पणी करू लवली आनंद जी ,आपने तो इस कहानी को इतने सुन्दर तरीके से लिखा हे की शब्दों में बयां नहीं कर सकती ,आपने वाकई में मानस छाया और सीमा के आपसी सम्बन्धो का इस तरह ताना बाना बना हे की गलत होते हुए भी वो गलत नहीं लगते ,शायद हर लड़की की यही कल्पना होती होगी की उसे मानस जैसा साथी मिले जो प्यार करते समय प्यार भी करता हो और अगर वो सेक्स में तड़का चाहे तो वैसा भी सेक्स करे ,आपने मानस भैया नो नो नो मानस भैया तो सिर्फ छाया के लिए ,मानस को वाकई कामदेव बना दिया आपने।
छाया की खूबसूरती का शादी से पहले और शादी के बाद आपने जिस तरह वर्णन किया हे उससे वो वाकई रति का अवतार लगने लगी हे ,सीमा जिस तरह मानस ,छाया और सोमिल के साथ रिश्तो को निभा रही हे वो भी अपने आप में बिलकुल अलग हे .
सही बात तो ये हे के आपने इस कहानी को उस ऊँचे मुकाम पर पंहुचा दिया हे की कोई भी लेखक इस कहानी के आसपास तक दूर दूर तक नहीं पहुंच सकता। इस कहानी से पहले में कई लेखकों की कहानिया पसंद करती थीलेकिन इस कहानी के बाद में उनकी कहानी पसंद कर पाऊँगी इसमें संदेह हे मुझे।
लवली आनंद जी आप लीखिये, खूब लिखिए हम हमेशा आपके द्वारा लिखी जाने वाली रचना का बेसब्री से इन्तजार करेंगे ,हम अपना कमेंट करे या ना करे ,ना आप इन कमेंट्स के मोहताज हे लेकिन हम आपकी रचनाओं के हमेशा हमेशा मुंतजिर रहेंगे
प्रिय पाठकों मैं इस थ्रेड को यहीं पर समाप्त कर रहा हूं। इस कहानी का आगे का भाग को संभव है मुख्य थ्रेड में ही आगे बढ़ेगा बशर्ते आप जैसे पाठकों का स्नेह और प्रतिक्रियाएं मिलती रहें।
मेरे लिए उत्तेजक कहानी लिखना सिर्फ अपनी लेखन शैली को सुधारने की एक सफल या असफल कोशिश है जिसकी वजह से मैं यह लंबी कहानी लिख रहा था। पर पाठकों की घटती प्रतिक्रियाओं और इंटरेस्ट को देखकर मैंने इस कथा को थोड़ा धीमा कर दिया है और पाठको की ईच्छा को ध्याम में रखते हुए अतिउत्तेजक कहानी को लिखने लगा हूँ।
वैसे अभी भी कथा के कुछ भाग तैयार हैं जिन्हें मैं आप सब की प्रतिक्रियाओं के बाद आगे बढ़ाऊंगा। यदि आपको कथा पसंद आ रही है तो कृपया इसे अपनी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से अवश्य जाहिर करें ताकि लिखने वाले का भी उत्साह कायम रहे....
मेरी कहानीयां जो इस फोरम पर जारी हैं....
छाया (अनचाहे रिश्तों में पनपती कामुकता एवं उभरता प्रेम)
बाबूजी तनी धीरे से.... दुखाता
जो इस फोरम पर चल रहे कहानी प्रतियोगिता में पोस्ट की गई है।
बदलते रिश्ते और मानसी ( एक लघु कथा)
जीवन -ज्योति ( एक लघु कथा)
असुविधा के लिए खेद है आपका दिन मंगलमय हो
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Position | Benifits |
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Winner | 1500 Rupees + ![]() |
1st Runner-Up | 500 Rupees + ![]() |
2nd Runner-UP | 5000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories) + 2 Months Prime Membership |
Best Supporting Reader | ![]() |
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