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Incest मेरा अतीत और वर्तमान, चूत की अनंत प्यास

Delta101

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अब दिन में रेखा की मां ने खाना बनाने में सीमा की मदद की है वैसे रोज कुछ n कुछ तो करती ही है, अमित भी वापस जल्दी घर आ चुका था, सब खाना खाने साथ ही बैठे, मां ने अमित से खाते खाते पूछा बेटा तुम्हारे बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं, इतना ही कि तुम मेरी बहु के भाई लगते हो राखी धागे वाले , लेकिन रिश्ता सगे भाई से भी ज्यादा निभाते हो ऐसे भाई कम ही होते हैं, रेखा और सीमा एक दूसरे को देखकर दबी दबी हंसी , रेखा ने सीमा की चूतड को दबाते हुए मां से कहा हां मां मैने भी ऐसे भाई बहन पहली बार देखे हैं जो एक दूसरे का पूरा पूरा ध्यान रखते हैं और एक चिमटी उसके चूतड पर काट ली सीमा चिहुंक उठी मां बोली क्या हुआ बहु , सीमा बोली मेरी जुबान दांत में दब गई थी रेखा को आंख दिखा कर शैतानी नहीं करने का इशारा किया।
मां बोली हां बेटा तुम बताओ कहां के रहने वाले हो अमित ने अपने गांव का नाम बताया जिसे सुनकर वो बोली वहां तो मेरी एक सगी बहन रुकमणी भी रहती है, रुकमणी ने घर से भाग कर अपने प्रेमी से शादी की थी इसलिए उसके मां बाप ने रिश्ता तोड़ लिया था और कभी एक दूसरे से नहीं मिले, रेखा की मां को किसी से पता चल गया था उसके बारे में, पर वो भी कभी उससे मिलने नहीं गई थी,
अमित बोला आप जिनकी बात कर रही हो वो कोई और होंगी शायद मेरी मां के गाल पर गड्डे पड़ते हैं और ठोड़ी पर एक बड़ा सा तिल भी है, मां बोली हां उसके भी हैं तब अमित अपने मोबाइल से रुकमणी का फोटो निकाल कर दिखाता है मां बोली यही तो है मेरी बड़ी बहन और वो भावावेश में रोने लगी तब अमित उठकर मां के पास जाकर उनके पैर छू कर बोला, मौसी आप दुखी मत होइए pls आप चुप हो जाओ मैं आपको मां से मिलाने ले जाऊंगा।
तब रेखा की मां बोली मेरी रेखा अकेली थी अब उसका भाई मिल गया है, चल रेखा उठ और अमित भैय्या के पांव छू और आशीर्वाद ले, रेखा हक्की बक्की कभी अमित ओर कभी सीमा को देखने लगी, सीमा समझ गई रेखा की मनोस्थिति क्योंकि रेखा तो अमित से चुदाने की ख्वाहिश भाभी सीमा से जाहिर कर चुकी है और सीमा ने भी वादा कर लिया था उसकी setting जमाने का, और अब ये अमित तो भाई निकल आया, अब क्या होगा
रेखा की कहानी में ट्विस्ट
 
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Delta101

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रेखा कुछ समझ नहीं पा रही है मां ने अमित को भाई बना दिया जो कि सच में है भी, सीमा धीरे से रेखा को बोली ये तो बहुत अच्छा हो गया, हमारा काम और आसान हो गया अब रेखा अमित के चुदेल रिश्ते को एक परदा मिल गया है तुम्हारी मां को भी अब शक नहीं होगा, अमित ज्यादा दिन यहां रहा और तुम्हारे ज्यादा नजदीक रहा तो भी। तुम आगे बढ़ो और भाई मान लो मां के सामने। अब रेखा निश्चिंत होकर उठी और अमित के सामने खड़ी होकर आंखों में देखती हुई बोली अमित जी मैं एक गठीले स्मार्ट और ताकतवर भाई का सपना देखती रही हूं क्यों भाभी और सीमा की ओर देखकर आंख मरती हुई पूछती है, सीमा बोली हां अमित आज सुबह भी इसने ये जिक्र किया था और देखो भगवान ने इसकी सुन ली और तुम भाई बन के इसको मिल गए। अमित भी हैरान और विस्मित था तभी रेखा ने अदा से झुकते हुए अमित को देखा उनसे डीप नेक की कुर्ती पहनी थी और दुपट्टा भी नहीं ले रक्खा था अमित की नजर झुकती रेखा के क्लीवेज पर पड़ी अंदर दो सुडोल कड़क बॉब्स थरथरा रहे थे, अमित को एक झुनझुनी लवडे पर महसूस हुई मगर बहन है सोचकर खुद को सम्हाला तब तक रेखा पूरी झुक चुकी थी उसने अमित के पैर छुए अमित होश में आया और स्नेह से उसके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया मेरी रेखा बहन आज से आप के हर काम में मैं तुम्हारा पूरा साथ दूंगा और तुम्हारे मन में जो भी है मुझको लेकर मैं वैसा ही पूरे दिल से करूंगा, रेखा झुके झुके ही सीमा को आंखों से अश्लील इशारा करते हुए बोली अब ये तो मेरी भाभी के हाथ में है कैसे हम दोनों भाई बहन आगे बढ़े, और उठ जाती है, मां ने पूछा मतलब क्या है इसका तब सीमा बीच में ही बोल पड़ती है मम्मी रेखा ये कहना चाह रही है कि अभी तक इसका कोई भाई नहीं था तो ये मुझसे सहायता मांग रही है कि भाई के रिश्ते को इसे समझाऊं और इसमें इसकी मदद करूं, क्यों रेखा यही है न तुम्हारा मतलब, और रेखा झट से बोली हां बिलकुल यही मां, में यही कह रही हूं, और सीमा को आंखों ही आंखों में थैंक्स बोली।
अमित बोला हां रेखा ये बहुत अच्छा हो गया मैं एक सगी सी बहन के प्यार को तरस रहा था। तुम मिली ऐसा कहते कहते उसने रेखा को गले से लगा लिया, रेखा अमित की बांहों में बहुत सुकून पा रही थी उसने मम्मों को और अमित की छाती में धंसा दिया और कस के गले से लगा लिया, जैसी उसकी सुबह से इच्छा हो रही थी, लेकिन अमित एक बहिन की तरह रेखा को आलिंगन में लेता है उसके मन में कोई गलत भावना नहीं थी जबकि रेखा की चूत टसुए बहाती हुई रेखा से एक मोटे तगड़े लंड की डिमांड कर रही थी।
Badhiya update...
 
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mastmast123

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खाना खाकर भाई बहन के मिलाप होकर घर किचन का सारा काम निपटा कर दोनों ननंद भोजाई जब कमरे में पहुंची रेखा ने तुरंत लॉक किया और भाभी पर बरस पड़ी भाभी आपने ये क्या करवा दियामुझे अमित की बहन बना दिया अब क्या वो मुझे चोदेगा वो तो मुझे बहन मानने लगा है सगी वाली अब मेरा क्या होगा पहले ही लंड से धोखा खा रही हूं आप तो कह रही थी बहुत सारे लंड से चुदवाओगी यहां तो पहले में ही टाय टाय फिस्स। सीमा रेखा की परेशानी और गुस्सा देखकर जोर जोर से हंसने लगी, और बोली ओय होय मेरी चुदासी ननंद रानी अपने पहले लंड के भाई बन जाने पर कितना दुखी हो गई है, रेखा रुआंसी हो कर बोली भाभी आप भी मेरा मजाक उड़ा रही हो ओर वो अमित का बच्चा जब उसके गले लगकर अपने चूचे पूरी तरह उसके सीने में गड़ाकर seduce कर रही थी तब भी वो भाई ही बना रहा, सीमा भी सीरियस होकर बोली हां रेखा मैने भी ये महसूस किया है , अभी पांच दिन बाद राखी है मेरा वादा है उस दिन अमित से तेरे दोनों बोबो पर और एक और राखी तेरी चूत पर और तुझसे अमित के लंड पर रखी बंधवा कर तुम दोनों की राखी नहीं मनवाई तो मेरा नाम नहीं। सच भाभी सच ये होगा, मेरी चूत तो खुशी के आंसू रो कर मर हो जायेगी, सीमा बोली तेरी चूत मरेगी नहीं मेरे द्वारा मरवाई जायेगी अमित के छोटू और मोटू लवडे से तू देख लेना।
मगर भाभी ये होगा कैसे वो तो बड़ा शर्मिला और संस्कारों वाला मर्द है, सीमा बोली मैं एक जल बुनकर तुझे आहिस्ता आहिस्ता ऐसे अमित के सामने पेश करूंगी कि उसके संस्कार और शर्म लंड के रास्ते बह जायेंगे तू जरा सब्र तो रख मेरी चूतखोर ननंद रानी।
रेखा ने सीमा के पैर छूकर कहा जैसी आपकी आज्ञा देवी जी।
और दोनों जोर जोर से हंसते हुए एक दूसरे के गले लग गए।
 

malikarman

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खाना खाकर भाई बहन के मिलाप होकर घर किचन का सारा काम निपटा कर दोनों ननंद भोजाई जब कमरे में पहुंची रेखा ने तुरंत लॉक किया और भाभी पर बरस पड़ी भाभी आपने ये क्या करवा दियामुझे अमित की बहन बना दिया अब क्या वो मुझे चोदेगा वो तो मुझे बहन मानने लगा है सगी वाली अब मेरा क्या होगा पहले ही लंड से धोखा खा रही हूं आप तो कह रही थी बहुत सारे लंड से चुदवाओगी यहां तो पहले में ही टाय टाय फिस्स। सीमा रेखा की परेशानी और गुस्सा देखकर जोर जोर से हंसने लगी, और बोली ओय होय मेरी चुदासी ननंद रानी अपने पहले लंड के भाई बन जाने पर कितना दुखी हो गई है, रेखा रुआंसी हो कर बोली भाभी आप भी मेरा मजाक उड़ा रही हो ओर वो अमित का बच्चा जब उसके गले लगकर अपने चूचे पूरी तरह उसके सीने में गड़ाकर seduce कर रही थी तब भी वो भाई ही बना रहा, सीमा भी सीरियस होकर बोली हां रेखा मैने भी ये महसूस किया है , अभी पांच दिन बाद राखी है मेरा वादा है उस दिन अमित से तेरे दोनों बोबो पर और एक और राखी तेरी चूत पर और तुझसे अमित के लंड पर रखी बंधवा कर तुम दोनों की राखी नहीं मनवाई तो मेरा नाम नहीं। सच भाभी सच ये होगा, मेरी चूत तो खुशी के आंसू रो कर मर हो जायेगी, सीमा बोली तेरी चूत मरेगी नहीं मेरे द्वारा मरवाई जायेगी अमित के छोटू और मोटू लवडे से तू देख लेना।
मगर भाभी ये होगा कैसे वो तो बड़ा शर्मिला और संस्कारों वाला मर्द है, सीमा बोली मैं एक जल बुनकर तुझे आहिस्ता आहिस्ता ऐसे अमित के सामने पेश करूंगी कि उसके संस्कार और शर्म लंड के रास्ते बह जायेंगे तू जरा सब्र तो रख मेरी चूतखोर ननंद रानी।
रेखा ने सीमा के पैर छूकर कहा जैसी आपकी आज्ञा देवी जी।
और दोनों जोर जोर से हंसते हुए एक दूसरे के गले लग गए।
Nice update
 
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mastmast123

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रात को दोनों सीमा के कमरे में सोने गई, अंदर आकर रूम लॉक कर के दोनों बिस्तर में लेट गई, दिन की अमित की बात रेखा को याद आ रही थी कैसे भाईपन की भावना उसमें है। वो हर समय खुद को बहुत चुदासी महसूस करती रहती है, उसकी चूत से हर समय चूत रस उसकी चूत को गीला रखता है उसकी छातियां हर वक्त तनी रहती है उसकी चूचियों में एक अजीब सी सनसनी हमेशा रहती है जैसे कोई धीमा करंट चूची की नोंक पर दौड़ रहा है वह रह रह अपनी उंगली और अंगूठे से उनको बारी बारी दबोचती रहती है,
रेखा ने सीमा के गले में बाहें डालकर उससे पूछा भाभी एक बात बताओ, सीमा क्या, रेखा क्या आपको भी कुंवारेपन में भरी जवानी में दिन भर चूत और बोबे परेशान किए रहते थे, सीमा हां करते तो थे मगर थोड़ी देर ही जब उंगली से चूत सहला कर पानी निकाल देती थी तब फिर वो दो दिन के लिए शांत हो जाती थी, रेखा भाभी मगर मेरे साथ तो ऐसा नहीं है पानी निकालने के एक घंटे बाद ही फिर चूत में सुरसुरी और बोबे में करंट दौड़ने लगता है, ऐसा क्यों है मेरे साथ और मेरा क्या होगा भाभी, ऐसा कहकर रेखा सीमा के दोनों बोबो को सख्ती से दबोच लेती है बोलो भाभी मुझे ऐसा क्यों होता है, सीमा को तो पता चल ही गया था कि रेखा एक सुपर हॉट माल है जिसकी जवानी की आग भयंकर है उसको तगड़ी चूदाई की जरूरत हमेशा रहेगी और उसे तरह तरह के लंड ही कुछ शांत रख सकते हैं, लेकिन वो सभी ऐसे हो जो रेखा का बहुत ध्यान रखने वाले हो ओर उसकी बहुत इज्जत करने वाले हो नहीं तो रेखा को बदनाम होने में देर नहीं लगेगी। उसने रेखा से कहा रेखा तुम बहुत अच्छी हो बड़ी सुंदर हो ओर भगवान ने तुम्हें बड़ी सुंदरता दी है, तुम्हारे सामने कोई हीरोइन भी नहीं ठहर सकती है लेकिन इन सब के साथ भगवान ने तुझे सेक्स और कामुकता की आग से भी भर दिया है, इतनी सेक्सी और चुदासी लड़की मैने आज तक नहीं देखी है सिर्फ दो ही दिन में तू इतनी सेक्स के लिए इतनी भूखी हो गई है कि मैं भी अचंभित हूं तेरी प्यास को कैसे शांति मिलेगी।
रेखा की चूत बहुत गर्म हो रही है बोबे मचल रहे हैं और वो मचलती हुई सीमा को पूर्ण आलिंगन में लेकर सिसकती हुई कहती है भाभी ,,,,,, भाभी ,, मेरा क्या होगा क्या मैं इस आग में सारी जवानी जलती रहूंगी, भाभी मैं आपको कैसे बताऊं मेरे साथ क्या हो रहा है, एक लहर है जो बोबे से शुरू होती है और चूत तक जाती है और चूत से बूंदे रिसने लगती है फिर ये चूत की रिसन एक करंट भेजती है मेरे बोबो की नोकों पर और मैं गनगना जाती हूं और ये सिलसिला लगातार चलता रहता है, में कहीं भी रहूं कुछ भी करती रहूं, में बेबस हो जाती हूं भाभी और ऐसा कहकर रेखा सीमा के कंधे पर वासना की आग में जलती हुई कराहने लगती है और उसकी आंखों से आंसू की गर्म बूंदें सीमा के कंधे पर गिरने लगती है ये चूत की तड़प और बॉब्स की हिलोरे हैं जो आंखों से बह रही है।
भाभी मुझे बताओ अभी इन दिनों मेरा क्या होगा , शादी के बाद की शादी के बाद देखी जायेगी, लेकिन तब तक मेरा क्या होगा क्या ये आग मुझे जिंदा रहने देगी, आप ने मुझे अपनी सगी माना है इसलिए मैं आपसे पुछ रही हूं वरना शर्म से अपना मुंह नहीं खोलती किसी के भी सामने।
सीमा ने कहा रेखा हजार औरतों में सिर्फ एक औरत तेरे जैसी होती है यानी एक लाख में सिर्फ सौ ऐसी औरत, जिनको अपनी जवानी के 35 से 40 सालों में यानी 20 की उम्र से 60 की उम्र तक कई कई लंड की जरूरत पड़ती है लेकिन उनको रण्डी या वैश्या कहना सरासर गलत होगा , उनकी शारीरिक रचना ईश्वर ने कुछ इस तरह से की है कि वे कामदेवी का रूप होती हैं, वे किसी भी तरह बाजारू या है किसी को पकड़ कर चुदवा नहीं लेती हैं , वे गरिमामय जीवन जीती है और जिस पर पूरा भरोसा हो उसी शरीफ मर्द को खुद को हाथ लगाने देती हैं, लेकिन ये बात ये पुरुष नहीं समझते हैं और 99% पुरुष ऐसी कामदेवीं को रण्डी का दर्जा देते हैं और ऐसा ही बरताव करते हैं इसलिए तुझे बहुत सावधान रहने की जरूरत है तुझे सिर्फ शरीफ मर्द की ही चुनना होगा जो तेरी इज्जत करे और तेरी जवानी की आग को बहुत प्रेम और लगाव के साथ ठंडा करे ना कि किसी निर्दई राक्षस की तरह जो भावना शून्य हो ओर सिर्फ वासना का भूत ही उसके दिमाग पर हावी हो जिसमें प्यार और परवाह लेश मात्र भी न हो।
रेखा लेकिन भाभी इतनी समझ मर्दों की मुझे कहां है और मैं यदि गलत मर्द के हाथों में फंस गई तो मेरा क्या होगा।
सीमा प्यार से बोली इसीलिए तो मेरी रानी मैने तेरी सारी जिम्मेदारी उठाने की ठानी है में ही सारी जिंदगी तेरे लिए मर्द ढूढूंगी , यदि कोई तुझे पसंद भी आए तो मुझे बताना मैं पहले परखूंगी तब ही तुझे आगे बढ़ने दूंगी, तू चिंता मत कर में वादा करती हूं तेरा कभी बुरा नहीं होगा।
रेखा तो फिलहाल क्या।
सीमा अभी के लिए अमित को तेरा पहला मर्द बनाऊंगी और तेरे ऊपर चढ़ाकर तेरी चूत का inogration करवाऊंगी।
रेखा मगर कैसे वो बुद्धू तो सही बहन मान बैठा है
सीमा इसलिए तू जा और तेरे कमरे में सो, मैं अमित को बुलाकर उसका ब्रेनवाश करती हूं।
रेखा ब्रेन वाश करोगी उसका या खुद की चूत वाश करवाओगी अपनी ओर स्वाति के होठों को जोरों से चूमने लगी, सीमा ने भी रेखा के चूचों को तेजी से मसलते हुए उसके होंठों का रसपान करने लगी। तकरीबन 10 मिनिट की रासलीला के बाद दोनों अलग हुए, अब तू जा रेखा और हां यदि बोले तो खिड़की खुली छोड़ूं ताकि तू भी तेरी चूत रगड़ सके देख देख कर।
रेखा हां भाभी ये ठीक रहेगा।
सीमा ने रेखा का हाथ पकड़ कर उसे कमरे से बाहर निकालते हुए कहा तेरे सैंया का कायाकल्प करना है भाई से प्रेमी,,, अब तू भाग जल्दी से, और उसे धक्का देकर दरवाजा बंद कर लिया।
 

mastmast123

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सीमा ने एक बात और रेखा से कही थी जो मैं लिखना भूल गया था और वो शत प्रतिशत सत्य है =

रेखा हम जैसी नॉर्मल औरत अपने यौन काल के लगभग 35 वर्षों में औसतन 4500 बार चुदती हैं जिसमें पति की चूदाई भी शामिल है , हर औरत के चाहे वो कितनी भी सती सावित्री बनाती हो कम से कम चार लंड पति के अलावा होते ही हैं और अधिकतम 10 लंड हो सकते हैं, लेकिन तुम जैसी कामदेवियां अपने यौन काल के 35 वर्षों में औसतन 12000 बार चू द जाती हो क्योंकि कभी कभी एक दिन में कामदेवी 4 से 5 बार तक चूद लेती है या एक बार में ही चार से पांच लंड से एक साथ चूद जाती है तो उसे पांच बार ही गिना गया है जहां हम जैसी अपने जीवन में पति के अलावा 10 लंड तक खा जाती हैं वहीं तेरे जैसी 50 से 60 अलग अलग लंड खा लेती है और डकार भी नहीं लेती है, इसलिए मेरी ननंद कम बहिन रेखा रानी तेरे लिए तेरी लंड डाइट के हिसाब से मैं तेरा टारगेट अवश्य पूरा करवाऊंगी, लेकिन एक बार में सिर्फ एक ही,,,,,, यदि संभव न हुआ तो ज्यादा से ज्यादा एक साथ तीन , उससे ज्यादा किसी भी हालत में नहीं वो भी सिर्फ पूर्ण विश्वसनीय हुए तभी।
रेखा चूत रस भीगी हुई बिलबिलाती हुई सीमा से लिपट गई और बिना कुछ किए ही झर झर झर झड़ गई रेखा की प्लानिंग उसकी चूदाई को लेकर, सुनते हुए।
 

karan77

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मैं सोचने लगी इतनी सीधी और धार्मिक भाभी कैसे अपने भाई के साथ खेल रही थी उसका लन्ड पकड़ कर , कभी आज तक लगा ही नहीं इतनी हॉट और सेक्सी होगी भाभी, मेरी चूत अभी तक टपक रही थी मैं अधूरी ही झड़ी थी कि भाभी ने देख लिया और मैं डर कर ऊपर भाग आई, भाभी के बॉब्स हाय क्या कमाल है तने हुए कड़क, अमित कैसे घुंडी दबा दबा के खींच रहा था और भाभी मरी जा रही थी कमर बिस्तर पर घिसते हुए उनकी चूत कितनी तड़प रही होगी बिचारी, काश कोई मेरी भी सहेली होती, लड़कों से तो डर लगता है मुझे कहीं चोद चाद लिया तो पति को कैसे चू दी चूत दिखाऊंगी सुहागरात पर। ऐसे ही सोचती रही भाभी पर आश्चर्य हो रहा था गुस्सा भी था ऐसे कैसे कर सकती हैं वो भाई के साथ और मेरे भाई को धोखा दे रही हैं। नींद आंखों से कोसो दूर थी, रात के तीन बज रहे थे बहुत देर तक भाभी का शो देखती रही थी शायद। तभी मेरे door पर knock हुई बहुत धीरे धीरे , कोई है इतनी रात को, रेखा रेखा भाभी की धीमी आवाज सुनाई दी मैं थोड़ा डर सी गई लेकिन मैंने कोई जुर्म नहीं किया था मैं क्यों डरूं, ये सोचकर दरवाजा खोला, सामने भाभी खड़ी थी सहमी सी आंखों में शायद कुछ आंसू भी थे, मैने रास्ता छोड़ा वो अंदर आ गई और बोली दरवाजा बंद कर लो plz, विनती करती हुई सी। मैने लॉक किया और बेड पर बैठ गई भाभी अभी भी खड़ी रही, और मुझसे नज़रें नहीं मिला पा रही थी उनके विशाल उरोज अभी भी तने हुए थे नाइटी में, नाइटी मोटे कपड़े की थी सिर्फ उभार ही महसूस हो रहा था, भाभी की सांस abnormal थी वो मेरे सामने हाथ जोड़कर खड़ी हो गई और बोली रेखा मुझे माफ करदो मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई अब ऐसा कभी नहीं करूंगी, में बोली सुबह तो आप मेरा इंतजाम करने की बात कर रही थी और रात में अपने इंतजाम के साथ रंगरेलियां मना रही हो, मेरे शब्दों में तनिक कठोरता थी में अपना डर छुपा रही थी। भाभी रोने लगी , नही नहीं मुझे माफ कर दीजिए आप दीदी अब ऐसा नहीं होगा। वैसे वो मुझे रेखा और तू करके ही बुलाती हैं पर अभी इतना respect, मैं समझ गई उनकी हालत। मैंने पूछा कब से चल रहा है आपका ये बोबा घुंडी दबावई और मसलाई कार्यक्रम अपने प्रिय भाई के साथ, वो शर्म से गढ़ गई और नीचे देखने लगी और जोर जोर से रोने लगी, क्योंकि दरवाजा बंद था आवाज बाहर नहीं जानी थी, मुझे थोड़ी दया आई और उनके बॉब्स देखकर मैं भी गर्म हो रही थी, मैने उनका हाथ पकड़ा और ठीक से bed पर बिठाया, भाभी आप रोइए नहीं और मुझे रेखा ही पुकारें मैं आपसे छोटी हूं, भाभी थोड़ी आश्वस्त हुई और thanks बोली, मगर अभी भी मुझे नहीं देख रही थी नीची नजर किए धीरे से सुबकती रही। मैने पूछा अमित कहां है , मैने उसे कमरे में भेज दिया है और वो सुबह जल्दी यहां से चला जायेगा। भाभी का नग्न रूप मेरी आंखों में बसा था वो असीम सुंदरता की देवी थी, मुझसे रहा नहीं गया मैंने उनके दोनों हाथ पकड़े और उनको चूम लिया और एक हाथ से उनकी ठोड़ी ऊपर उठाकर पूछा मैने कुछ पूछा है आपसे सीमा देवी जी, वो तुरंत बोली आप मुझ पर नाराज़ नहीं हो क्या, मैने कहा मैं ये तब तय करूंगी जब आप सब खुलकर बताओगी, भाभी अब शांत हो गई और बोली, आप जानती ही होगी दीदी, मैने तुरंत रोका और कहा दीदी और आप नहीं सिर्फ तू और रेखा, उनके चहरे पर अब चिंता और दुख के बादल नहीं थे, मैने दोनों हाथ पकड़े हुए थे भाभी ने उनको उठा कर चूम लिया, फिर बोली तुम शादी के पहले की किसी लड़की की हालत जानती होगी कि शरीर की क्या हालत होती है क्योंकि तुम अभी उसी दौर में हो, मैने हां में सर हिलाया और बोली भाभी आप सब अपने शब्दों में कहो मुझसे परदे न करो, और उनके हाथों को जोर से दबाकर हाथ पर एक चिकोटी काट ली, भाभी चिंहुक गई और मेरे से लिपट गई मेरे कान में धीरे से बोली मैं तो अपनी ननंद रानी से नाहक ही डरी हुई हूं, तू कितनी अच्छी है रेखा , उनके बोबे मेरे बोबों से दब रहे थे, वो पीछे हटी और बोली अब मैं तुझे मेरी कहानी साफ साफ कह सकती हूं बिना डरे बिना छुपाए, में बोली क्या ऐसा नहीं हो सकता , वो बोली क्या, मैने उनके स्तन की ओर इशारा किया और कहा इनका दर्शन करते करते नहीं सुन सकती क्या मैं, भाभी बहुत खुश हो गई उनके चहरे पर चमक आ गई, और तुरंत खड़ी हो गई बोली मुझे भी दर्शन चाहिए मेरी रेखा का साथ साथ तभी कहानी में मजा आएगा, sure मैने कहा, भाभी ने एकदम से नाइटी उतार दी वो पूरी नंगी थी, में दंग रह गई उनकी उठान इतने पास से देखकर बॉबों पर अभी भी तेल चमक रहा था, चूत शायद डर चुकी थी मगर एकदम साफ कांच की माफिक और चमक मार रही थी, में मंत्रमुग्ध सी ताड़े जा रही थी तभी भाभी आगे आई और मेरे कुंवारे untouch बॉब्स को दोनों हाथों में धीरे से पकड़ कर बोली क्या किसी की नदी हिलोरे तो नहीं मार रही है सच में मेरी चूत से कुछ टपकने लगा था मैं थोड़ा लजाई पर भाभी का हाथ नहीं हटाया, भाभी ने मेरी कुर्ती ऊपर करते हुए खोली मैने पूरा साथ दिया, रात में मैं कभी ब्रा नहीं पहनती थी मेरे मस्त बोबे उछल कर बाहर आ गए भाभी से रहा नहीं गया उन्होंने दोनों चूचे पूरी हथेली में भर थोड़ा जोर से दबा दिए और मेरी सलवार भी खोल दी, मेरी झांटों वाली चूत उनके सामने आ गई भाभी हाय क्या ताजी करारी अनझूई चूत है तेरी रेखा, में लजाते हुए बोली अभी मेरी नही आपकी कहानी सुननी है मुझे, वो बोली ठीक है और उठकर मेरी ड्रेसिंग टेबल से तेल की बॉटल उठा लाई और हाथ में लेने लगी मैं समझ गई ये क्या करने वाली हैं मैने कहा अभी नहीं न plz भाभी थोड़ा सुरूर तो चढ़ने दो ना। भाभी मुस्करा कर मेरे दोनों स्तनों को पकड़ कर मुझे बिस्तर पर बिठाने लगी मेरे हाथ भी अचानक भवावेश में ऊपर उठाकर भाभी के विशाल चिकने गोरे बोबों को पकड़ बैठे, भाभी चिंहुक गई और हम दोनों आमने सामने एक दूसरे की आंखों में देखते हुए बैठ गए।
 

mastmast123

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रेखा को भगाने के बाद सीमा ने अमित को फोन लगाया और बोली जानू अपनी बहन को भूल कर तुमको तो बहुत अच्छी नींद आ रही होगी दो दिन से तुमको,
कहां सीमा दीदी मैं तो आया ही आपके लिए था , अब ये रेखा का मामला बीच में आ गया , उसने हम दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया था, ये तो अच्छा हुआ वो किसी को नहीं बताने के लिए राजी हो गई वरना हमारा क्या होता, सोच सोच कर मेरा जी बैठा जा रहा है।
सीमा अरे उसको मैं सम्हाल लूंगी, तुम मेरे सैंया जी चिंता मत करो। अभी तुरंत मेरे कमरे में आओ,
अमित लेकिन रेखा उनका क्या होगा मुझे डर लग रहा है।
सीमा अरे यार हट्टे कट्टे मर्द होकर एक लड़की से डरते हो वो भी जो अब तुम्हारी बहन है, डरो मत और जल्दी आओ, लेकिन एक शर्त है
अमित क्या
तुम सब कपड़े निकाल कर पूरे नंगे होकर मेरे कमरे में आओ, दरवाजा लॉक नहीं है धक्के से खुल जायेगा
अमित मगर
सीमा कोई अगर मगर मैने तुम्हारी सेफ्टी कर दी है, तुम दो मिनिट मुझे यहां चाहिए निर्वस्त्र,,, समझे
जी समझा
रेखा को पता था आज घमासन होगा भाभी और अमित के बीच, भाभी ने दर्शक बनने की अनुमति दे रखखी है, इसलिए वो छुपकर अमित के भाभी के रूम में घुसने के इंतजार में एक कोने में दुबकी हुई देख रही थी।
अमित ने सारे कपड़े निकाले और बाहर निकला नंगा ही, आगे बड़ा और रेखा ने उसको देखा उसके मुंह से चीख निकलते निकलते बची उसने मुंह पर हाथ रख लिया, अमित हट्टा कट्टा फाइव पैक्स लिए धीरे धीरे आगे बढ़ रहा था पूरा नंगा, रेखा की नजर उसके लंड पर पड़ी, एकदम क्लीन शेव्ड हिचकोले खा रहा था आधा दिया उसकी मोटाई रेखा की कलाई से थोड़ी ही कम थी, रेखा की काम से कम तीन धड़कन skip हुई, वो ये सीन बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, और एक हाथ से निप्पल पकड़ कर उमेठने लगी, अब अमित सीमा के कमरे तक पहुंच गया था, उसने इधर उधर देखा चूंकि रेखा एक कोने में दुबकी हुई थी नजर नहीं आई, वो दरवाजे को धकेलता हुआ अंदर दाखिल हुआ,
इधर रेखा के मुंह से निकला जियो सीमा रानी क्या कमाल का दिमाग पाया है।
सीमा ने नंगे भैय्या कम सैंया का दोनों बांह फैला कर सेक्सी स्टाइल में स्वागत किया, अमित सीधा सीमा से जाकर चिपक गया, पूरे दो दिन से उपवास पर था, सेक्स डाइट की, और हाय कहता हुआ दोनों बोबों को हथेलियों में भरता हुआ, कान में बोला मेरी सीमा चुड़ककड़ बहना कहां चली गई थी तेरे भाई का लंड कितने तसुए बहा रहा है दो दिन से,
और सीमा को होठों में होठ मिलाकर बड़ी बेसब्री से चूसने लगा।
सीमा door पहले ही बंद कर चुकी थी अमित के घुसते ही, दोनों चूमते चाटते धीरे धीरे पलंग की ओर बढ़ने लगे, सीमा रियली एक हॉट औरत थी हर दिन बिना चूदे रहना असंभव था, और यहा पूरे दो दिन हो गए थे, वैसे दो दिन से अपनी कंवारी और गर्म आग ननंद के साथ खूब मस्ती करती रही है मगर लंड तो लंड होता है उसकी कमी कोई चूत क्या पूरी कर सकती है, सो सीमा पूरी नंगी थी पहले ही , अमित के स्वागत में , एक हाथ से लंड मरोड़ती हुई और एक हाथ से अमित के निप्पल को कुरेदती हुई उसको पूरा बेहाल करती हुई चल रही थी, अमित का लंड पूरा तन्ना गया था और वो लगभग सेक्स की आग में भस्म होता हुआ बोला दीदी अगर तुम ना होती तो मेरा लंड अब तक सुसाइड कर चुका होता, क्या खतरनाक माल हो ओर कितना बेबस कर देती हो इतना बेहाल करती हो लंड से लेकर पूरे शरीर में ४४० वोल्ट का करंट दौड़ जाता है।
रेखा भी खिड़की तक आ चुकी थी और लाइव सेक्स शो का आनंद उठा रही थी, आश्चर्य की बात ये थी कि वो भी पूरी नंगी होकर ये कार्यक्रम देख रही थी जिसे सीमा ने उसके देखने के लिए प्रायोजित किया था।
पूरे वासना के समंदर में डूबे अमित ने सीमा को नीचे बिस्तर पर बिठाने के लिए नीचे हल्का सा धक्का दिया मगर सीमा अलग होते हुए उससे बोली पहले रुक मुझे तुझसे से कुछ पूछना है तू ऐसे ही खड़ा रह, अमित बेचारे की हालत खराब लंड तन्नाया हुआ बूंद टपका रहा था हाथ रसभरी छातियों को मसलने के लिए कुलबुला रहे थे और वासना में पूरा शरीर थरथरा रहा था उसका खड़ा रहना लगभग नामुमकिन था फिर भी वो किसी तरह खड़ा रहा, सीमा ने जान बुझ कर उसको इस हालत में लाया था क्यों कि अब वो रेखा की सेटिंग अमित के साथ जमाना चाहती थी, रेखा बाहर से देख रही थी और इनकी बात साफ साफ सुन पा रही थी
सीमा बिस्तर पर दोनों टांगे चौड़ी कर के दोनों हाथ पीछे की और टिका कर अपनी टपकती चूत और मस्ती में लहराते विशाल बॉब्स का दर्शन अमित को कराती हुई बैठ गई, अब स्वादिष्ट और मसाले भरे खाने को सामने पा कर भी खाने का आदेश नहीं होने से बिलबिला रहा था पर मजबूर था।
सीमा अच्छा बता तेरी कितनी बहन है
अमित ये क्या बात हुई यार यहां लंड की आग में जला जा रहा हूं और तुम भी क्या से क्या बात कर रही हो।
सीमा ये बहुत जरूरी है अभी, बता ना।
अमित obviously दो है एक तुम एक नीता तेरी भाभी।
अच्छा और वो आज जिसे बहन बनाया है रेखा वो??
oh sorry उसको तो भूल ही गया था, तो क्या रेखा का क्या?
अच्छा मुझे और नीता भाभी को जब हम अकेले होते हैं जैसे अभी हैं कैसे ट्रीट करता है
तुझे पता है दीदी
नहीं तू बोल कर बता
आप दोनों को मसलता हूं चूसता हूं पीता हूं और चोदता हूं हुचक हूचक कर।
हम दोनों तेरी बहनें हैं ना चाहे दूर के रिश्ते में ही सही , हैं ना।
हां सही है।
अच्छा एक बात बता, रेखा तेरी कैसे बहन है।
मेरी मौसी को बेटी मेरी बहन , एक तरह से सगी बहन।
तो ये बता, किसका ज्यादा हक होता है सगी बहन का या दूर के रिश्ते की बहन का अपने भाई पर।
बिलकुल सही बहन का।
तो रेखा तेरी सही बहन का तुझ पर हम दोनो से ज्यादा है, है ना,
हां है ना।
तो रेखा को उसका हक कब देने वाला है।
कौन सा हक , अभी राखी आ रही है, तब एक राखी बांध कर अच्छा सा गिफ्ट दूंगा।
नही वो नही, जो हम दोनों बहनों को देता है , और अमित एक खड़े लंड को पकड़ कर बोली मैं इस हक की बात कर रही हूं।
अमित चौंकते हुए बोला , ऐसा कैसे बोल रही हो वो सच में मेरी सगी बहन है मैं उसके बारे में ऐसा नहीं सोचता।
सीमा अमित, देख कितनी सुंदर सेक्सी और मोटे मोटे बॉब्स और लचकती बड़ी सी गांड लेकर इधर से उधर डोलती फिरती है, और आंखों में एक बड़े से लंड के दीदार की हसरत लिए कुलबुलाती लंड ढूंढती रहती है।
दीदी pls ऐसी गन्दी बात रेखा के बारे में मत करो मैं ऐसा कभी सोच भी नहीं सकता उसके बारे में।
सीमा देख अमित मैं तेरी मदद करूंगी पूरी पूरी रेखा को पटाने में, मैं चाहती हूं जल्द तू उसकी कुंवारी चूत का उद्घाटन करे।
अमित ने ऐसा कभी सोचा नहीं था उसका दिमाग खराब होने लगा, वो झटके से पलटते हुए बोला मैं नहीं करूंगा किसी भी कीमत पर, में जा रहा हूं तुम सुनने को तैयार ही नहीं हो कि रेखा मेरी सिर्फ और सिर्फ बहन है और कुछ नहीं।
सीमा समझ गई ज्यादा जोर देना ठीक नहीं है वो तुरंत बिस्तर से उतरी और अमित को पकड़ कर हंसते हुए बोली मैं तो तेरा टेस्ट ले रही थी पगले कि कहीं तू रेखा को भी हमारे जैसी बहन तो नहीं बनाएगा, और तू तो नाराज हो गया, और उसे गुदगुदाने लगी।
अमित भी नॉर्मल हो गया और रिलेक्स हुआ कि सीमा उसे छेड़ रही थी।

रेखा ये सब देखकर निराश हो गई और भरी कदमों से अपने कमरे में जाकर निढाल हो कर बिस्तर पर गिर गई, उसकी आंखों में आसूं थे , जो वो सोच रही थी, जो भाभी ने प्रोमिस किया था वैसा कुछ नहीं होने वाला है। हाय री किस्मत। और जाने कब नींद में डूब गई नंगी ही।
उधर सीमा और अमित ने एक जोरदार घमासन वासना का खेल खेला दो घंटे तक , और एक दूसरे की बांहों में नंगे ही सो गए।
 

Bittoo

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रेखा को भगाने के बाद सीमा ने अमित को फोन लगाया और बोली जानू अपनी बहन को भूल कर तुमको तो बहुत अच्छी नींद आ रही होगी दो दिन से तुमको,
कहां सीमा दीदी मैं तो आया ही आपके लिए था , अब ये रेखा का मामला बीच में आ गया , उसने हम दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया था, ये तो अच्छा हुआ वो किसी को नहीं बताने के लिए राजी हो गई वरना हमारा क्या होता, सोच सोच कर मेरा जी बैठा जा रहा है।
सीमा अरे उसको मैं सम्हाल लूंगी, तुम मेरे सैंया जी चिंता मत करो। अभी तुरंत मेरे कमरे में आओ,
अमित लेकिन रेखा उनका क्या होगा मुझे डर लग रहा है।
सीमा अरे यार हट्टे कट्टे मर्द होकर एक लड़की से डरते हो वो भी जो अब तुम्हारी बहन है, डरो मत और जल्दी आओ, लेकिन एक शर्त है
अमित क्या
तुम सब कपड़े निकाल कर पूरे नंगे होकर मेरे कमरे में आओ, दरवाजा लॉक नहीं है धक्के से खुल जायेगा
अमित मगर
सीमा कोई अगर मगर मैने तुम्हारी सेफ्टी कर दी है, तुम दो मिनिट मुझे यहां चाहिए निर्वस्त्र,,, समझे
जी समझा
रेखा को पता था आज घमासन होगा भाभी और अमित के बीच, भाभी ने दर्शक बनने की अनुमति दे रखखी है, इसलिए वो छुपकर अमित के भाभी के रूम में घुसने के इंतजार में एक कोने में दुबकी हुई देख रही थी।
अमित ने सारे कपड़े निकाले और बाहर निकला नंगा ही, आगे बड़ा और रेखा ने उसको देखा उसके मुंह से चीख निकलते निकलते बची उसने मुंह पर हाथ रख लिया, अमित हट्टा कट्टा फाइव पैक्स लिए धीरे धीरे आगे बढ़ रहा था पूरा नंगा, रेखा की नजर उसके लंड पर पड़ी, एकदम क्लीन शेव्ड हिचकोले खा रहा था आधा दिया उसकी मोटाई रेखा की कलाई से थोड़ी ही कम थी, रेखा की काम से कम तीन धड़कन skip हुई, वो ये सीन बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, और एक हाथ से निप्पल पकड़ कर उमेठने लगी, अब अमित सीमा के कमरे तक पहुंच गया था, उसने इधर उधर देखा चूंकि रेखा एक कोने में दुबकी हुई थी नजर नहीं आई, वो दरवाजे को धकेलता हुआ अंदर दाखिल हुआ,
इधर रेखा के मुंह से निकला जियो सीमा रानी क्या कमाल का दिमाग पाया है।
सीमा ने नंगे भैय्या कम सैंया का दोनों बांह फैला कर सेक्सी स्टाइल में स्वागत किया, अमित सीधा सीमा से जाकर चिपक गया, पूरे दो दिन से उपवास पर था, सेक्स डाइट की, और हाय कहता हुआ दोनों बोबों को हथेलियों में भरता हुआ, कान में बोला मेरी सीमा चुड़ककड़ बहना कहां चली गई थी तेरे भाई का लंड कितने तसुए बहा रहा है दो दिन से,
और सीमा को होठों में होठ मिलाकर बड़ी बेसब्री से चूसने लगा।
सीमा door पहले ही बंद कर चुकी थी अमित के घुसते ही, दोनों चूमते चाटते धीरे धीरे पलंग की ओर बढ़ने लगे, सीमा रियली एक हॉट औरत थी हर दिन बिना चूदे रहना असंभव था, और यहा पूरे दो दिन हो गए थे, वैसे दो दिन से अपनी कंवारी और गर्म आग ननंद के साथ खूब मस्ती करती रही है मगर लंड तो लंड होता है उसकी कमी कोई चूत क्या पूरी कर सकती है, सो सीमा पूरी नंगी थी पहले ही , अमित के स्वागत में , एक हाथ से लंड मरोड़ती हुई और एक हाथ से अमित के निप्पल को कुरेदती हुई उसको पूरा बेहाल करती हुई चल रही थी, अमित का लंड पूरा तन्ना गया था और वो लगभग सेक्स की आग में भस्म होता हुआ बोला दीदी अगर तुम ना होती तो मेरा लंड अब तक सुसाइड कर चुका होता, क्या खतरनाक माल हो ओर कितना बेबस कर देती हो इतना बेहाल करती हो लंड से लेकर पूरे शरीर में ४४० वोल्ट का करंट दौड़ जाता है।
रेखा भी खिड़की तक आ चुकी थी और लाइव सेक्स शो का आनंद उठा रही थी, आश्चर्य की बात ये थी कि वो भी पूरी नंगी होकर ये कार्यक्रम देख रही थी जिसे सीमा ने उसके देखने के लिए प्रायोजित किया था।
पूरे वासना के समंदर में डूबे अमित ने सीमा को नीचे बिस्तर पर बिठाने के लिए नीचे हल्का सा धक्का दिया मगर सीमा अलग होते हुए उससे बोली पहले रुक मुझे तुझसे से कुछ पूछना है तू ऐसे ही खड़ा रह, अमित बेचारे की हालत खराब लंड तन्नाया हुआ बूंद टपका रहा था हाथ रसभरी छातियों को मसलने के लिए कुलबुला रहे थे और वासना में पूरा शरीर थरथरा रहा था उसका खड़ा रहना लगभग नामुमकिन था फिर भी वो किसी तरह खड़ा रहा, सीमा ने जान बुझ कर उसको इस हालत में लाया था क्यों कि अब वो रेखा की सेटिंग अमित के साथ जमाना चाहती थी, रेखा बाहर से देख रही थी और इनकी बात साफ साफ सुन पा रही थी
सीमा बिस्तर पर दोनों टांगे चौड़ी कर के दोनों हाथ पीछे की और टिका कर अपनी टपकती चूत और मस्ती में लहराते विशाल बॉब्स का दर्शन अमित को कराती हुई बैठ गई, अब स्वादिष्ट और मसाले भरे खाने को सामने पा कर भी खाने का आदेश नहीं होने से बिलबिला रहा था पर मजबूर था।
सीमा अच्छा बता तेरी कितनी बहन है
अमित ये क्या बात हुई यार यहां लंड की आग में जला जा रहा हूं और तुम भी क्या से क्या बात कर रही हो।
सीमा ये बहुत जरूरी है अभी, बता ना।
अमित obviously दो है एक तुम एक नीता तेरी भाभी।

अच्छा और वो आज जिसे बहन बनाया है रेखा वो??
oh sorry उसको तो भूल ही गया था, तो क्या रेखा का क्या?
अच्छा मुझे और नीता भाभी को जब हम अकेले होते हैं जैसे अभी हैं कैसे ट्रीट करता है
तुझे पता है दीदी
नहीं तू बोल कर बता
आप दोनों को मसलता हूं चूसता हूं पीता हूं और चोदता हूं हुचक हूचक कर।
हम दोनों तेरी बहनें हैं ना चाहे दूर के रिश्ते में ही सही , हैं ना।
हां सही है।
अच्छा एक बात बता, रेखा तेरी कैसे बहन है।
मेरी मौसी को बेटी मेरी बहन , एक तरह से सगी बहन।
तो ये बता, किसका ज्यादा हक होता है सगी बहन का या दूर के रिश्ते की बहन का अपने भाई पर।
बिलकुल सही बहन का।
तो रेखा तेरी सही बहन का तुझ पर हम दोनो से ज्यादा है, है ना,
हां है ना।
तो रेखा को उसका हक कब देने वाला है।
कौन सा हक , अभी राखी आ रही है, तब एक राखी बांध कर अच्छा सा गिफ्ट दूंगा।
नही वो नही, जो हम दोनों बहनों को देता है , और अमित एक खड़े लंड को पकड़ कर बोली मैं इस हक की बात कर रही हूं।
अमित चौंकते हुए बोला , ऐसा कैसे बोल रही हो वो सच में मेरी सगी बहन है मैं उसके बारे में ऐसा नहीं सोचता।
सीमा अमित, देख कितनी सुंदर सेक्सी और मोटे मोटे बॉब्स और लचकती बड़ी सी गांड लेकर इधर से उधर डोलती फिरती है, और आंखों में एक बड़े से लंड के दीदार की हसरत लिए कुलबुलाती लंड ढूंढती रहती है।
दीदी pls ऐसी गन्दी बात रेखा के बारे में मत करो मैं ऐसा कभी सोच भी नहीं सकता उसके बारे में।
सीमा देख अमित मैं तेरी मदद करूंगी पूरी पूरी रेखा को पटाने में, मैं चाहती हूं जल्द तू उसकी कुंवारी चूत का उद्घाटन करे।
अमित ने ऐसा कभी सोचा नहीं था उसका दिमाग खराब होने लगा, वो झटके से पलटते हुए बोला मैं नहीं करूंगा किसी भी कीमत पर, में जा रहा हूं तुम सुनने को तैयार ही नहीं हो कि रेखा मेरी सिर्फ और सिर्फ बहन है और कुछ नहीं।
सीमा समझ गई ज्यादा जोर देना ठीक नहीं है वो तुरंत बिस्तर से उतरी और अमित को पकड़ कर हंसते हुए बोली मैं तो तेरा टेस्ट ले रही थी पगले कि कहीं तू रेखा को भी हमारे जैसी बहन तो नहीं बनाएगा, और तू तो नाराज हो गया, और उसे गुदगुदाने लगी।
अमित भी नॉर्मल हो गया और रिलेक्स हुआ कि सीमा उसे छेड़ रही थी।

रेखा ये सब देखकर निराश हो गई और भरी कदमों से अपने कमरे में जाकर निढाल हो कर बिस्तर पर गिर गई, उसकी आंखों में आसूं थे , जो वो सोच रही थी, जो भाभी ने प्रोमिस किया था वैसा कुछ नहीं होने वाला है। हाय री किस्मत। और जाने कब नींद में डूब गई नंगी ही।
उधर सीमा और अमित ने एक जोरदार घमासन वासना का खेल खेला दो घंटे तक , और एक दूसरे की बांहों में नंगे ही सो गए।
ग़ज़ब। इससे ज़्यादा क्या कहूँ
 

Delta101

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