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अब सीमा और रेखा ने आखरी master stroke प्लान किया, और सीमा ने रेखा को बोला तू जा तैयारी कर जैसे ही वो यहां से तेरे रूम को निकलेगा मैं एक मिस कॉल दूंगी तू ऐक्शन में आ जाना।
ठीक है कहकर रेखा चली execution के लिए।
उसको काम से कम आधा घंटा लगना था, आधे घंटे बाद सीमा ने अमित को आवाज लगाई और बोला अमित ऊपर मां के बेडरूम से बाम की शीशी लेकर आ जा मुझे पैर में sprain आया है लगा लूंगी तो आराम आ जायेगा उनके बेड की head rest पर रक्खा होगा।
अमित ऊपर चला और सीमा ने रेखा को मिस कॉल दिया।
रेखा का तुम उसके parents से जस्ट पहले था और उसी कमरे के सामने से गुजर कर वहां जाना होता था, अमित ऊपर पंहुचा जैसे ही रेखा के कमरे के सामने पहुंचा उसे स्लो म्यूजिक की आवाज सुनाई दी और दरवाजे के सामने से गुजर रहा था तो खिड़की थोड़ा सी खुली दिखी वो कोतूहल वश अंदर झांकने लगा और क्या देखता है कि रेखा पूरी नंगी होकर स्लो मोशन में डांस कर रही है, अमित तो जैसे जम गया, रेखा ने पूरे शरीर पर तेल की एक परत चढ़ा ली थी और वो बेहतरीन रूप से चमक रही थी, उसका यौवन जो छटा बिखेर रहा था उसकी चकाचौंध में अमित चारो खाने चित्त पड़ा था, अब रेखा ने डांस करते हुए अपने दोनों बॉब्स अपने दोनों हाथों में दबोच कर मसलने लगी और धीमी आवाज में सेक्सी कराहें निकलने लगी, ज्यों ज्यों रेखा बूब्स मसलती जा रही थी अमित बाबू उतने ही ज्यादा घायल होते जा रहे थे, रेखा ने बूब्स निचोड़ते हुए अपनी गद्देदार गांड पीछे मुड़कर अमित की और कर दी और कामुक तरीके से हिलाने लगी संगीत की धुन पर, और साथ ही उसने एक हाथ पीछे लाकर अपनी गांड की दरार में फिराने लगी, अब अमित के लिए काबू रखना मुश्किल हो गया तभी रेखा ने एक मोटा ताजा लंबा बैगन टेबल से उठाया और वहीं रखी तेल की कटोरी में पूरा भिगोया और जमीन पर अमित की तरफ टांगे कर के अपनी चूत पर रगड़ने लगी, वो उसे अंदर नहीं ले रही थी, सिर्फ चूत पर ऊपर से नीचे गांड के छेद तक रगड़ती रही और ooooooyyy ooooyyyyy hhhaaayyy aaaa मेरी मां कब मुझे सच्चा बैगन मिलेगा जो मेरी ओर मेरी चूत की प्यास बुझाएगा, हाय री जालिम जवानी तू क्यों इतना मुझे सताती है मैं क्या करूं मेरी मां, और लगातार तेल से भीगे बैगन की रगड़न से वो झड़ने लगी बराबर एक गिलास के बराबर उसका ओर्गसम का रस बाहर निकला था, ये था रेखा रानी की चुदास का आलम, दो मिनिट बाद वो उठाकर बाथरूम में भाग गई नहाने को , ये उसकी prebath मसाज थी। अमित बाम वाम भूलकर नीचे सीमा के पास गया और उसके पैरों में गिर पड़ा और बोला दीदी बहुत गलती हो गई मुझे माफ कर दो pls
सीमा ने पूछा क्या हुआ,
पहले दीदी आप बोलो मुझे माफ करोगी और जो में मांगू मुझे दोगी
सीमा देखूंगी तू बता बात क्या है
अमित दीदी मेरी मत मारी गई थी जो मैने रेखा को बहन मान लिया वो तो बहुत कड़क माल है ऐसी मुझे अगर दिया लेकर भी ढूंढू तो नहीं मिलेगी, मेरी तौबा, मुझे दीदी तुम रेखा की जवानी दिला दो, मैं जीवन भर आपके पैर धो कर पिऊंगा।
रेखा बोली अब आया ना ऊंट पहाड़ के नीचे, चल पहले खड़ा हो ओर सुन ये रिक्वेस्ट तुझे रेखा से करनी होगी अगर वो मान जाए तो मुझे एतराज नहीं है।
अमित उठते हुए बोला मुझे डर लग रहा है वो ये सुनकर नाराज हो जायेगी मैं उससे बात नहीं कर सकता हूं, तब सीमा बोली मैं भी रहूंगी तू चिंता मत कर, अगर वो नाराज़ होगी तो मैं सम्हाल लूंगी, मगर तुझे मेरे सामने ही उसके पैरों में बैठ कर रिक्वेस्ट करनी होगी, तू जा वो आती ही होगी थोड़ी देर में, मैं तुझे बुलाती हूं।
अमित बाहर चला गया, और भगवान से मनाने लगा कि रेखा मान जाए तो किस्मत खुल जाए, वैसे गलती मेरी ही है में ही अकड़ गया था वरना अभी रेखा मेरे कदमों में बैठी मेरा लंड चूस रही होती। खैर ऐसी कयामत चूत बूब्स गांड और खूबसूरती के लिए पचास बार भी पैरों में गिरना पड़े तो भी मुझे कुबूल है।
रेखा सीमा के कमरे आई सीमा उसको देख कर बोली हुर्रे हमारी जीत हुई अभी अमित मेरे पैरों में पड़ा तेरे लिए भीख मांग रहा था, रेखा हाय क्या सच भाभी उसके भाई पन का क्या हुआ, सीमा तेरी जवानी और तेरे जादू ने उसे हवा में उड़ा दिया, और वो अब तुझे सिर्फ बिस्तर n
में ले जाने के ख्वाब देख रहा है। अभी वो आयेगा और तेरे कदमों में बैठ कर तूझसे तुझे ही मांगेगा, तू जरा सा नखरा करना, और मैं जब कहूं मान जा तो हां बोल देना।
सीमा से बाहर जाकर अमित को आवाज दी आओ खाने का समय हो गया है खा लो।
अमित तो इंतजार ही कर रहा था तुरंत दौड़ता हुआ हाल में आ गया उसने देखा दोनों सोफे पर पास पास बैठी थी, अमित से देखा रेखा के चेहरे पर एक अलग ही ग्लो दिख रहा था, सीमा दूसरे सोफे की तरफ इशारा करती हुई बोली बैठो, थोड़ी देर में खाना खाते हैं।
अमित सोफे पर बैठने की बजाय दोनों के सामने जमीन पर बैठ गया, और पहले सीमा को देखा और फिर रेखा को, वो बहुत नर्वस था दो तीन बार थूक निगला और रेखा के पैरों के पास खिसका और वाकई में उसके पंजों को टच करते हुए बोला, रेखा देखो सुनो ,, में कैसे बोलू क्या कहूं
सीमा बोली अमित जो बोलना है खुल कर बोलो डरो मत।
अमित रेखा मैने तुमको हमेशा बहन ही माना है
रेखा हां वो तो देखा है मैने तो अब क्या।
अमित लेकिन पिछले कुछ दिनों से आप, अब वो तुम से आप पर आ गया था, आप मुझे हुस्न की देवी साक्षात रति दिखाई देने लगी हो।
रेखा सीमा से भाभी ये क्या मजाक है आप देख रही हो।
सीमा रेखा पहले इसकी पूरी बात तो सुन लेते हैं फिर डिसाइड करेंगे।
अमित तू बोल आगे।
अमित रेखा से आप न जब चलती हो न मटक मटक कर मेरे दिल की धड़कन रुकने लगती है, रेखा लाल पड़ना शुरू हुई अपनी तारीफ सुन कर,
अमित बोला जब आप चलती हो ना आपके आम जो अब पूरे पक गए हैं जो उछल कूद मचाते हैं मेरे बैगन का रस बूंद बूंद टपकने लगता है और जब आपके पिछवाड़े के तरबूज टिक टाक आपके इठलाने के चलने से करने लगते है रेखा जी मैं मदहोश हो जाता हूं और आपकी आंखों का नशा मुझे बिन पिए ही चढ़ जाता है और मैं बिस्तर में आपको सोच सोच कर कई बार पिघला हूं इन तीन चार दिन में, में रेखा जी आपको बहन मान कर जो गलती कर बैठा हूं उसका प्रायश्चित करना चाहता हूं मुझे एक मौका दीजिए रेखा जी आप, और ऐसा कहकर उनसे रेखा के पैरों में अपना सिर झुकाने लगा, रेखा ये देखकर द्रवित हो गई और रेखा ने अमित को झुकने नहीं दिया उसे तुरंत रोक कर कहा, कैसे अमित जी , अब रेखा भी भैय्या नहीं अमित बोल रही थी, यानी सिग्नल था बहन से प्रेमिका बनने को तैयार है।
अमित बोला रेखा जी आपके इन आदरणीय पैरों के बीच से निकलने वाले चरणामृत को ताजा ताजा मुंह लगा कर पीना चाहता हूं और इस प्रकार आपको बहन से मेरी माशूका का दर्जा देना चाहता हूं।
रेखा सीमा को देख कर बड़े गुस्से से बोलती है ये क्या बेहूदगी भाभी इनकी, कैसी बाते कर रहे है अमित।
अमित दर गया अरे ये तो सब गुड़ गोबर हो गया, लो मरे। और मुंह लटका कर सीमा की ओर देखने लगा।
सीमा अब थोड़ा डांटती हुई रेखा से बोली, इसने अपनी मर्जी बताई है तुझे पकड़ नहीं लिया है मानना न मानना तेरी मर्जी, और ये बात तो सच ही बोली इसने तेरी जवानी फट पड़ने को तैयार है, और तू चुदेगी तो सही, आज नहीं तो कल, सीमा अब अश्लील बातों पर आ गई थी ताकि माहोल जो अमित ने बनाया है और अनुकूल हो ओर अमित को उनके नाटक का सच पता न चले। सीमा आगे बोली रेखा कभी देखें है तूने आईने में अपने पहाड़ों जैसे चूचे, ऐसे तो शादी शुदा औरत के भी नहीं होते हैं जो तू दिन भर उछालती फिरती है यहां वहां, और ये तेरी गांड कितनी मटकाती घुमाती रहती है इनको अमित जैसे ही बांके जवान से मालिश की जरूरत है और तेरे बूब्स भी भयंकर मसलई मांग रहे हैं और मुझे पूरा यकीन है तेरी चूत भी तुझे रातों को पुकारती होगी मुझे लंड दो मुझे लंड दो, अब अमित ने ये ही रिक्वेस्ट तूझसे की तो क्या गलत किया दोनों तेरे मां बाप के सामने बहन भाई बन कर रहोगे और रात में सैयां और सजनी बनकर, तेरी शादी के बाद भी ये आराम से तेरे सुसराल आकर भाई रहकर तेरी तेरे सुसराल में जमकर चूदाई करेगा, इतना अच्छा चूदाई का और कोई अरेंजमेंट हो सकता है भला, फिर भी अगर तुझे मंजूर नहीं तो रहने दे, और अमित की बोला तू उठ अमित इसको जाने दे, अमित मायूस सा उठा तब ही रेखा भी उठी और अमित के गले लग गई और पीछे सीमा को आंख मारी जैसे कह रही हो कम बन गया, अमित को तो मानों मुंह मांगी मुराद मिल गई उसने रेखा का मुंह अपने सामने किया और तेजी से उसके होंठो को अपने होंठों में भींच कर बुरी तरह चूमने लगा जैसे अगर ये मौका चूक गया तो रेखा फिर से बहन न बन जाए। दोनो दस मिनिट तक गूंथे खड़े रहे अमित ने रेखा के बूब्स मसले गांड दबाई चूत पर अपना मूसल रगड़ा, रेखा ने भी पूरा पूरा साथ दिया और एक बार तो झड़ भी गई। अब सीमा ने सोचा ठीक ठाक मिलन हो गया है और अमित के अब मुकरने के कोई चांस नहीं है। तो वो बोली ऐ लैला मजनू छोड़ो दोनों को बहुत हुआ। दोनों बेमन से अलग हुए,रेखा और अमित कल राखी है दिन में तुम दोनो सच्चे भाई बहन कर मां पिताजी के सामने शालीनता से एक दूसरे को राखी बांधों , फिर रात में मैं तुम दोनों की सेक्सी अंदाज में राखी मानवाऊंगी, और और ठीक उसके बाद मेरी कुंवारी ननद रानी रेखा का अपने सगे भाई के साथ होगा धूमधाम से आलीशान चूदाई समारोह मेरी उपस्थिति में , मैं अपने हाथ से तेरे भाई का लंड तेरी अनछुई चूत में डालूंगी , तब तक सब्र सब्र सब्र , रेखा रानी और अमित राज्जा।
ठीक है कहकर रेखा चली execution के लिए।
उसको काम से कम आधा घंटा लगना था, आधे घंटे बाद सीमा ने अमित को आवाज लगाई और बोला अमित ऊपर मां के बेडरूम से बाम की शीशी लेकर आ जा मुझे पैर में sprain आया है लगा लूंगी तो आराम आ जायेगा उनके बेड की head rest पर रक्खा होगा।
अमित ऊपर चला और सीमा ने रेखा को मिस कॉल दिया।
रेखा का तुम उसके parents से जस्ट पहले था और उसी कमरे के सामने से गुजर कर वहां जाना होता था, अमित ऊपर पंहुचा जैसे ही रेखा के कमरे के सामने पहुंचा उसे स्लो म्यूजिक की आवाज सुनाई दी और दरवाजे के सामने से गुजर रहा था तो खिड़की थोड़ा सी खुली दिखी वो कोतूहल वश अंदर झांकने लगा और क्या देखता है कि रेखा पूरी नंगी होकर स्लो मोशन में डांस कर रही है, अमित तो जैसे जम गया, रेखा ने पूरे शरीर पर तेल की एक परत चढ़ा ली थी और वो बेहतरीन रूप से चमक रही थी, उसका यौवन जो छटा बिखेर रहा था उसकी चकाचौंध में अमित चारो खाने चित्त पड़ा था, अब रेखा ने डांस करते हुए अपने दोनों बॉब्स अपने दोनों हाथों में दबोच कर मसलने लगी और धीमी आवाज में सेक्सी कराहें निकलने लगी, ज्यों ज्यों रेखा बूब्स मसलती जा रही थी अमित बाबू उतने ही ज्यादा घायल होते जा रहे थे, रेखा ने बूब्स निचोड़ते हुए अपनी गद्देदार गांड पीछे मुड़कर अमित की और कर दी और कामुक तरीके से हिलाने लगी संगीत की धुन पर, और साथ ही उसने एक हाथ पीछे लाकर अपनी गांड की दरार में फिराने लगी, अब अमित के लिए काबू रखना मुश्किल हो गया तभी रेखा ने एक मोटा ताजा लंबा बैगन टेबल से उठाया और वहीं रखी तेल की कटोरी में पूरा भिगोया और जमीन पर अमित की तरफ टांगे कर के अपनी चूत पर रगड़ने लगी, वो उसे अंदर नहीं ले रही थी, सिर्फ चूत पर ऊपर से नीचे गांड के छेद तक रगड़ती रही और ooooooyyy ooooyyyyy hhhaaayyy aaaa मेरी मां कब मुझे सच्चा बैगन मिलेगा जो मेरी ओर मेरी चूत की प्यास बुझाएगा, हाय री जालिम जवानी तू क्यों इतना मुझे सताती है मैं क्या करूं मेरी मां, और लगातार तेल से भीगे बैगन की रगड़न से वो झड़ने लगी बराबर एक गिलास के बराबर उसका ओर्गसम का रस बाहर निकला था, ये था रेखा रानी की चुदास का आलम, दो मिनिट बाद वो उठाकर बाथरूम में भाग गई नहाने को , ये उसकी prebath मसाज थी। अमित बाम वाम भूलकर नीचे सीमा के पास गया और उसके पैरों में गिर पड़ा और बोला दीदी बहुत गलती हो गई मुझे माफ कर दो pls
सीमा ने पूछा क्या हुआ,
पहले दीदी आप बोलो मुझे माफ करोगी और जो में मांगू मुझे दोगी
सीमा देखूंगी तू बता बात क्या है
अमित दीदी मेरी मत मारी गई थी जो मैने रेखा को बहन मान लिया वो तो बहुत कड़क माल है ऐसी मुझे अगर दिया लेकर भी ढूंढू तो नहीं मिलेगी, मेरी तौबा, मुझे दीदी तुम रेखा की जवानी दिला दो, मैं जीवन भर आपके पैर धो कर पिऊंगा।
रेखा बोली अब आया ना ऊंट पहाड़ के नीचे, चल पहले खड़ा हो ओर सुन ये रिक्वेस्ट तुझे रेखा से करनी होगी अगर वो मान जाए तो मुझे एतराज नहीं है।
अमित उठते हुए बोला मुझे डर लग रहा है वो ये सुनकर नाराज हो जायेगी मैं उससे बात नहीं कर सकता हूं, तब सीमा बोली मैं भी रहूंगी तू चिंता मत कर, अगर वो नाराज़ होगी तो मैं सम्हाल लूंगी, मगर तुझे मेरे सामने ही उसके पैरों में बैठ कर रिक्वेस्ट करनी होगी, तू जा वो आती ही होगी थोड़ी देर में, मैं तुझे बुलाती हूं।
अमित बाहर चला गया, और भगवान से मनाने लगा कि रेखा मान जाए तो किस्मत खुल जाए, वैसे गलती मेरी ही है में ही अकड़ गया था वरना अभी रेखा मेरे कदमों में बैठी मेरा लंड चूस रही होती। खैर ऐसी कयामत चूत बूब्स गांड और खूबसूरती के लिए पचास बार भी पैरों में गिरना पड़े तो भी मुझे कुबूल है।
रेखा सीमा के कमरे आई सीमा उसको देख कर बोली हुर्रे हमारी जीत हुई अभी अमित मेरे पैरों में पड़ा तेरे लिए भीख मांग रहा था, रेखा हाय क्या सच भाभी उसके भाई पन का क्या हुआ, सीमा तेरी जवानी और तेरे जादू ने उसे हवा में उड़ा दिया, और वो अब तुझे सिर्फ बिस्तर n
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सीमा से बाहर जाकर अमित को आवाज दी आओ खाने का समय हो गया है खा लो।
अमित तो इंतजार ही कर रहा था तुरंत दौड़ता हुआ हाल में आ गया उसने देखा दोनों सोफे पर पास पास बैठी थी, अमित से देखा रेखा के चेहरे पर एक अलग ही ग्लो दिख रहा था, सीमा दूसरे सोफे की तरफ इशारा करती हुई बोली बैठो, थोड़ी देर में खाना खाते हैं।
अमित सोफे पर बैठने की बजाय दोनों के सामने जमीन पर बैठ गया, और पहले सीमा को देखा और फिर रेखा को, वो बहुत नर्वस था दो तीन बार थूक निगला और रेखा के पैरों के पास खिसका और वाकई में उसके पंजों को टच करते हुए बोला, रेखा देखो सुनो ,, में कैसे बोलू क्या कहूं
सीमा बोली अमित जो बोलना है खुल कर बोलो डरो मत।
अमित रेखा मैने तुमको हमेशा बहन ही माना है
रेखा हां वो तो देखा है मैने तो अब क्या।
अमित लेकिन पिछले कुछ दिनों से आप, अब वो तुम से आप पर आ गया था, आप मुझे हुस्न की देवी साक्षात रति दिखाई देने लगी हो।
रेखा सीमा से भाभी ये क्या मजाक है आप देख रही हो।
सीमा रेखा पहले इसकी पूरी बात तो सुन लेते हैं फिर डिसाइड करेंगे।
अमित तू बोल आगे।
अमित रेखा से आप न जब चलती हो न मटक मटक कर मेरे दिल की धड़कन रुकने लगती है, रेखा लाल पड़ना शुरू हुई अपनी तारीफ सुन कर,
अमित बोला जब आप चलती हो ना आपके आम जो अब पूरे पक गए हैं जो उछल कूद मचाते हैं मेरे बैगन का रस बूंद बूंद टपकने लगता है और जब आपके पिछवाड़े के तरबूज टिक टाक आपके इठलाने के चलने से करने लगते है रेखा जी मैं मदहोश हो जाता हूं और आपकी आंखों का नशा मुझे बिन पिए ही चढ़ जाता है और मैं बिस्तर में आपको सोच सोच कर कई बार पिघला हूं इन तीन चार दिन में, में रेखा जी आपको बहन मान कर जो गलती कर बैठा हूं उसका प्रायश्चित करना चाहता हूं मुझे एक मौका दीजिए रेखा जी आप, और ऐसा कहकर उनसे रेखा के पैरों में अपना सिर झुकाने लगा, रेखा ये देखकर द्रवित हो गई और रेखा ने अमित को झुकने नहीं दिया उसे तुरंत रोक कर कहा, कैसे अमित जी , अब रेखा भी भैय्या नहीं अमित बोल रही थी, यानी सिग्नल था बहन से प्रेमिका बनने को तैयार है।
अमित बोला रेखा जी आपके इन आदरणीय पैरों के बीच से निकलने वाले चरणामृत को ताजा ताजा मुंह लगा कर पीना चाहता हूं और इस प्रकार आपको बहन से मेरी माशूका का दर्जा देना चाहता हूं।
रेखा सीमा को देख कर बड़े गुस्से से बोलती है ये क्या बेहूदगी भाभी इनकी, कैसी बाते कर रहे है अमित।
अमित दर गया अरे ये तो सब गुड़ गोबर हो गया, लो मरे। और मुंह लटका कर सीमा की ओर देखने लगा।
सीमा अब थोड़ा डांटती हुई रेखा से बोली, इसने अपनी मर्जी बताई है तुझे पकड़ नहीं लिया है मानना न मानना तेरी मर्जी, और ये बात तो सच ही बोली इसने तेरी जवानी फट पड़ने को तैयार है, और तू चुदेगी तो सही, आज नहीं तो कल, सीमा अब अश्लील बातों पर आ गई थी ताकि माहोल जो अमित ने बनाया है और अनुकूल हो ओर अमित को उनके नाटक का सच पता न चले। सीमा आगे बोली रेखा कभी देखें है तूने आईने में अपने पहाड़ों जैसे चूचे, ऐसे तो शादी शुदा औरत के भी नहीं होते हैं जो तू दिन भर उछालती फिरती है यहां वहां, और ये तेरी गांड कितनी मटकाती घुमाती रहती है इनको अमित जैसे ही बांके जवान से मालिश की जरूरत है और तेरे बूब्स भी भयंकर मसलई मांग रहे हैं और मुझे पूरा यकीन है तेरी चूत भी तुझे रातों को पुकारती होगी मुझे लंड दो मुझे लंड दो, अब अमित ने ये ही रिक्वेस्ट तूझसे की तो क्या गलत किया दोनों तेरे मां बाप के सामने बहन भाई बन कर रहोगे और रात में सैयां और सजनी बनकर, तेरी शादी के बाद भी ये आराम से तेरे सुसराल आकर भाई रहकर तेरी तेरे सुसराल में जमकर चूदाई करेगा, इतना अच्छा चूदाई का और कोई अरेंजमेंट हो सकता है भला, फिर भी अगर तुझे मंजूर नहीं तो रहने दे, और अमित की बोला तू उठ अमित इसको जाने दे, अमित मायूस सा उठा तब ही रेखा भी उठी और अमित के गले लग गई और पीछे सीमा को आंख मारी जैसे कह रही हो कम बन गया, अमित को तो मानों मुंह मांगी मुराद मिल गई उसने रेखा का मुंह अपने सामने किया और तेजी से उसके होंठो को अपने होंठों में भींच कर बुरी तरह चूमने लगा जैसे अगर ये मौका चूक गया तो रेखा फिर से बहन न बन जाए। दोनो दस मिनिट तक गूंथे खड़े रहे अमित ने रेखा के बूब्स मसले गांड दबाई चूत पर अपना मूसल रगड़ा, रेखा ने भी पूरा पूरा साथ दिया और एक बार तो झड़ भी गई। अब सीमा ने सोचा ठीक ठाक मिलन हो गया है और अमित के अब मुकरने के कोई चांस नहीं है। तो वो बोली ऐ लैला मजनू छोड़ो दोनों को बहुत हुआ। दोनों बेमन से अलग हुए,रेखा और अमित कल राखी है दिन में तुम दोनो सच्चे भाई बहन कर मां पिताजी के सामने शालीनता से एक दूसरे को राखी बांधों , फिर रात में मैं तुम दोनों की सेक्सी अंदाज में राखी मानवाऊंगी, और और ठीक उसके बाद मेरी कुंवारी ननद रानी रेखा का अपने सगे भाई के साथ होगा धूमधाम से आलीशान चूदाई समारोह मेरी उपस्थिति में , मैं अपने हाथ से तेरे भाई का लंड तेरी अनछुई चूत में डालूंगी , तब तक सब्र सब्र सब्र , रेखा रानी और अमित राज्जा।
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