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मे अपनी शादीशुदा दीदी की मेरी आंखों देखी हुई एक सच्ची कहानी आप सभी से साझा करना चाह रहा हूं
Bahut badhiya update hai.मैं किचन से निकाल कर छत पर जाने लगा सोच रहा था कि मुझे आज पता चल जाएगा और मुझे पता करना ही है की जिसने दीदी को इतना गदराया माल बनाया है आखिर कौन हे वह
अब आगे........
जैसे ही मैं छत पर पहुंचा दीदी के मकान के और पड़ोस के मकान की छत मिली हुई थी पड़ोस की छत पर एक कमरा बना हुआ था उसे कमरे के बाहर एक बड़े सी लकड़ी की कुर्सी पर एक आदमी बैठा कर बीड़ी पी रहा था उसके सामने छोटी सी लकड़ी की बेंच पर देसी दारू का एक क्वार्टर रखा हुआ था।
ओर वह फोन पर किसी को बहुत गंदी गंदी गालियां दे रहा था ओर कह रहा था ओर जान मारने कि दमकी दे रहा था।
जैसे ही उस आदमी पर मेरी नजर पड़ी तो मैं सोच में पड़ गया क्या इतने बडे शरीर का भी कोई आदमी हो सकता है रंग से सावला,उसकी आँखे गुश्से से लाल थी , उसके होट मोटे मोटे ओर बीडी पीने से बहुत काले हो रखे थे., दान्तो मे पिला पन था शायद वह बहुत कम ब्रश करता था, उसके कंधे बहुत ही चौड़े थे ओर डोले तो मेरे झाँगो के बराबर थै शक्ल में वह बदसूरत था चेहरे पर एक बहुत ही खतरनाक रोब नजर आता था जब वह फोन पर बात खत्म करके फोन को रखकर खड़ा होकर हमारी छत की तरफ आने लगा उसने एक लुगीं ओर बनियान पहनी हुई थी दोस्तों
उसकी हाइट मेरे अनुमान से 6फीट 8 इंच के आसपास लग रही थी वह दिखने में किसी खतरनाक हैवान के जेसे लग रहा था उसकी उम्र 45 साल के आसपास लग रही थी
मैंने मेरे जीवन में इतना लंबा और इतने बड़े शरीर का आदमी कभी नहीं देखा था।
जैसे वह हमारे छत के करीब आया तो मेरा शरीर एकदम से कापने ने लगा वह मेरे करीब आकर बोला क्या बे, यहा खडा होकर क्या तेरी माँ का डान्स दे रहा है। और वह मेरे और करीब आने लगा तुम्हें डर के फटाफट छत से नीचे उतर गया तो बोलने लगा अरे सुन बे।
मैं जल्दी से नीचे आ गया मैं उसके भारी भारकम शरीर को देखकर बहुत ज्यादा डर गया था.।
दीदी रसोई में खाना बना रही थी मैं दीदी के पास गया और उनसे बोला दीदी पड़ोस की छत पर एक बहुत ही हेवान जेसा आदमी बैठा है और बहुत बुरी बुरी गालिया बक रहा है।
दीदी,,, अरे तू छत पर लेने गया था. शाम के समय छत मत जाना कभी वह बहुत ही बड़ा गुंडा मावली आदमी है। वह बहुत बार जेल जा चुका है वह बहुत खतरनाक है उससे दूर ही रहना।
मे,,, मैं तो आपको बोल कर गया था
दीदी,, अरे मुझे क्या पता था वह गुँडा छत पर आ गया होगा
मे,, वैसे दीदी है कौन वह आदमी।
दीदी,,,अरे मुझे क्या पता कौन है एक साल से किराए से रहता है उस छत वाले कमरे मे.
और इससे पहले शायद वह जेल में था
दीदी,,, ठीक है चल टीवी देख ले अब तो इतने में खाना बनाती हूं और फिर खाना खाएंगे।
मै हाँल में जाकर टीवी देखने लग गया मेरी जहन में बस एक ही बात घूम रही थी आखिर इतना बड़ा भी कोई आदमी हो सकता है। करीब 1 घंटे बाद दीदी ने बोला कि खाना बन गया खाना खाते हैं। ओर खाना खाने लग गये।
खाना खाकर थोड़ी देर इधर-उधर की बातें करने लग गये इतने में ही टाइम रात के 9:00 बजे के लगभग हो गया। तो दीदी बोली चल आज बहुत थके हुए है अब सो जाते है।
मै,,, दीदी मैं कहां पर सोयु
दीदी,,, तु गेस्ट रूम में सो जा और मैं बेडरूम में सो जाती हूं
मे,,, दीदी मैं आपके साथ ही सो जाऊं क्या। अकेले सोने में मुझे डर लगेगा.
दीदी,,, अरे मैं रात में बहुत खराटे करने लग ग ई हूं तुझे नींद नहीं आएगी
मे,,, दीदी पहले तो खराटे नहीं करते थे आप
दीदी,, अरे अब करने लग गई तो जाकर सो जा।
फिर मैंने सोचा दीदी को तो रात वाला प्रोग्राम करना है यह सोचकर गेस्ट रूम में चला गया मेरे दिमाग में आज एक ही चीज चल रही थी कुछ भी हो दीदी ओर उनको गदराने का जारुर पता लगा के ही रहूंगा आखिर वह आदमी है कौन
मतलब दीदी उसको अपने घर में बुलाएगी इसलिए मेरे साथ नहीं सोना चाहती है
मैं भी सोच लिया था आज पूरी रात जागना ही क्यै ना पडे पता लगा के ही रहूंगा आखिर कौन है वह आदमी।
मैं कमरे का दरवाजा थोड़ा सा खुला रखा जिसे पता लग सके कि कौन आ रहा है कौन जा रहा है क्योंकि मेरे रूम से आगे होना रूम बैडरूम था।
आधे घंटे बाद पेशाब करने के लिए बाथरुम में गया मेरे रूम और दीदी के रूम के बीच में बाथरूम था
मैं पेशाब करके दीदी के रूम के दरवाजे के पास गया दरवाजा थोड़ा सा खुला हुआ था और दीदी किसी से फोन पर बात कर रही थी
काँल..?
दीदी,,, अरे तुम यहां मत आओ मे ही तुम्हारे पास आ रही हूं यहां उसे पता चल जाएगा तो बहुत दिक्कत हो जाएगी।
काँल..?
दीदी,,, अरे लगे तो लगने दो गर्मी क्या करे।
मैं तुम्हारे पास ही आऊंगी जब तक यह यहां रहेगा हम लोग यहा नही मिल पायेगे
काँल..?
दीदी,,,अरे थोडा सब्र तो कर लो जितनी जल्दी तुम्हें मिलने की है उसे कहीं ज्यादा मेरे को है सुबह से हि तुमको याद कर करके मेरी चुत बह रही है।
उसको सो तो जानै दो।
काँल..?
दीदी,,, हां गोली खाली है मैंने।
काँल..?
दीदी,,, हां ले आऊंगी
काँल..?
दीदी,,, ठीक है मैं जाकर देखती हूं अगर वह सो गया होगा तो मै जाल्दी आती ह्।
दीदी फोन काट कर मेरे को मैं मुझे चेक करने के लिए आ रही थी कि मैं सोया गया या नहीं सोया जल्दी से अपने बिस्तर पर आया आखै बन्द करके सोने का नाटक करने लगे.।
जैसे दीदी रूम में आई तो मुझे एक बहुत ही अच्छी सेंट की खुशबू आई।
दीदी मुझे आवाज लगाने लग गई विनेश सो गया क्या दो-तीन बार आवाज लगाने पर भी मे टस से मस नही हुआ जिसे दीदी को लगा कि मैं गहरी नींद में सो गया हूं वह रुम से बाहर निकली ओर दरवाजा जो मैं ने थोड़ा खुला छोड़ा था वह उसने बंद कर दिया।
दीदी ने दरवाजा बंद करते हैं मेरा दिमाग खराब हो गया शायद जी ने दरवाजे को लॉक कर दिया है बाहर से।
मैं बिस्तर से खड़ा हुआ और दरवाजे को चेक करने लग जैसे मैंने दरवाजे को हल्के से खोलने की कोशिश की तो थोड़ा सा खुल गया तो मैं राहत की सांस ली।
चलो यह तो अच्छा हुआ दरवाजा तो लाँक नहीं करके गई दीदी।
मैं दरवाजे पर खड़ा ही था कि मुझे दीदी चलने की आवाज आई।
शायद दीदी अब उससे मिलने जा रही है।
वह मेरे कमरे के बाहर से गुजरी मेने हल्के से दरवाजा खोल बिल्कुल आवाज ना करके दीदी को दिखा और यह क्या।
दोस्तों दीदी ने एक गुलाबी रंग की नाइटी पहन रखी थी जिससे पीछे से उनकी गांड बहुत बड़ी नजर आ रही थी दीदी एक बहुत ही कामुक ढंग से अपनी गांड मटकाते हुए जा रही थी।
मैं दीदी को देखता रहा कि दीदी कहां पर जा रही है तो दीदी किचन से आगे निकल गई और सीडीयो की ओर जाने लगी।
शायद दीदी छत पर जा रही है। मैंने सोचा छत पर तो वह हेवान जैसा गुंडा रहता है क्या दीदी उससे ही मिलने जा रही है। यह सोचते हैं मेरे तो शरीर में कपकफी दौड़ गई।
मैं वापस दरवाजे से हटकर बेड पर बैठ गया मैंने देखा मेरा लंन्ड फटने की स्थिति में आ गया है
मैंने पजामा नीचे करके अपने लंन्ड को हाथ में लिया और यह सोचने लगा
क्या सच में दीदी की सेटिंग उसे हैवान से है। और यह सोचने मात्र से ही मेरे लंन्ड ने पानी छोड़ दिया।
करीब 2-3 मिनट बाद में उठा पजामा पहना
धीरे से दरवाजा खुला और बिना आवाज किए सीडीओ के पास पहुंचा और ऊपर की ओर देखा तो मुझे कुछ भी दिखाई नहीं दिया मतलब दीदी छत पर जा चुकी है।
मैं धीरे-धीरे डरते हुए सीढ़ियां चढ़ने लगा अगर दीदी सच में उसे गुंडे के पास ही गई।
मुझे पता लगाना था इसलिए मैं धीरे-धीरे ऊपर चढ़ने लगा। मैं छत पर चढ़कर बड़ी सावधानी से हमारे छत पर दिखा तो दीदी पूरी छत पर कहीं भी दिखाई नहीं दी।
अब तो मुझे पूरा यकीन हो चुका था की दीदी की सेटिंग इस काले सांड से ही है। लेकिन मुझे कंफर्म करना था इसलिए मै
पड़ोसी की छत पर जो कमरा बना हुआ था जिसमें वह गुंडा रहता था उस कमरे का गेट दूसरी साइड पर था
दीदी के छत की तरफ उसके पीछे वाली दीवार.थी
मैं दीवार के सहारे छिपता हुआ कमरे के दाएं और जाता हूं यहां पर मुझे एक खिड़की दिखाई देती है जो अंदर से अखबार लगाने की वजह से पूरी तरह से बंद होती है
मैं खिड़की के पास रुक जाता हूं और अंदर देखने के लिए कुछ जगह ढूंढने की कोशिश करता हूं
कुछ देर कोशिश करने के बाद मुझे एक छोटा सा छेद मिलता है मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहता है
लेकिन मेरे दिल की धड़कन में बहुत तेज हो जाती है और मैं बहुत ज्यादा कोशिश कर के अंदर देखने की हिम्मत करता हूं।
जैसे ही मैं उसे छेड़ पर आंख लगाकर अंदर देखता हूं तो अंदर का नजारा देखकर।
अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होता है कहीं यह सपना तो नहीं है मैं अपने शरीर पर नाखून गड़ा कर देखता हूं.। तब यकीन होता है यह हकीकत है सपना नहीं है.।
कमरे के अंदर एक पुराना सा बेड था था उसे पर एक पुराना सा गद्दा बिछा हुआ था गोल साइज के दो बड़े-बड़े ताकिये पडे हुए थे चद्दर की छत पर एक पुराना सा फंका दिमी गति से चल रहा था।
कमरे के परस्पर जली हुई वीडी यो के टुकड़े पड़े हुए थे अंदर एक व्हाइट कलर की ट्यूबलाइट जली हुई थी
कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था।
बेड के किनारे जिस अवस्था में वह दोनों खड़े थे उनको देखकर मेरा तो लोड़ा तनकर एकदम खड़ा हो गया
जबकि अभी मैं 10 मिनट पहले ही मुथ मरी थी।
गुलाबी नाइटी बेड के सिरहाने पड़ी हुई थी दीदी को काली ब्रा और पेटी में। वह काला सॉड पिछे से बाहों में लेकर खड़े हुआ था उसके दोनों हाथ दीदी की गोरी गोरी और मोटी मोटी चूचियों पर थे। वह अपने काले होठों से दीदी की गोरी गर्दन पर किस कर रहा था।
सफेद ट्यूबलाइट की रोशनी में दीदी का गोरा चिट्टा चिकना बदन एकदम सफेद नजर आता जबकी उस काले सांड का काला बदन बहुत काला नजर आ रहा था।
उस सांड ने भारी भरकम शरीर को दीदी के गोरे चित्
बदन से चिपका रखा था दोनों की जोड़ी बहुत ही कामुक नजर आ रही थी
दीदी 5.8 इंच लंबी चौड़ी गोरी चिट्टी गदराआई हुई महिला भी उस साड के आगे हालकी नजर आ रही थी
क्योंकि वह भी बहुत लंबा चौड़ा था उसकी हाइट दीदी से लगभग एक फिट ज्यादा लग रही थी शरीर भी उसका बहुत बड़ा था।
वह अपने दोनों बडे बडे हाथों से दीदी की मोटी मोती चूचियों को धीरे-धीरे सहलाते हुए अपने काले होठों से दीदी के गर्दन पर किस कर रहा था
दीदी भी मस्ती में अपनी आंखें बंद करके अपने दांतों से अपने निचले हॉट को धीरे-धीरे काट कर मजे ले रही थी
36 साइज की बड़ी चूचियों को वह अपने बड़े हाथों से आसानी से दबा रहा था।
वह केवल लूंगी पहने ता
Sexy update.सफेद ट्यूबलाइट की रोशनी में दीदी का गोरा चिट्टा चिकना बदन एकदम सफेद नजर आता जबकी उस काले सांड का काला बदन बहुत काला नजर आ रहा था।
उस सांड ने भारी भरकम शरीर को दीदी के गोरे चित्
बदन से चिपका रखा था दोनों की जोड़ी
वह अपने दोनों बडे बडे हाथों से दीदी की मोटी मोती चूचियों को धीरे-धीरे सहलाते हुए अपने काले होठों से दीदी के गर्दन पर किस कर रहा था
दीदी भी मस्ती में अपनी आंखें बंद करके अपने दांतों से अपने निचले हॉट को धीरे-धीरे काट कर मजे ले रही थी
36 साइज की बड़ी चूचियों को वह अपने बड़े हाथों से आसानी से दबा रहा था।
वह केवल लूंगी पहने तथा
अब आगे.........
वह दीदी से बोल तेरा भाई शाम को छत पर आया था हम उससे बात करने के लिए उसकी तरफ जाने लगा डर के मारे साला नीचे भाग गया
दीदी,,, हंसते हुए अरे वह मेरे से नीचे जाकर बोला की छत पर कोई गुडे टाइप का आदमी किसी में बहुत -बहुत बुरी गालियां बकरा है
और जान से करने करने की बातें कर रहा
वो,,,, फिर तूने क्या बोला उससे
दीदी,,,, कुछ कुछ नहीं बस यही बोली की ऊपर छत पर मत जाएगा शाम के समय और बहुत खराब आदमी है बहुत गुस्से वाला रहे हैं और बहुत बार जेल भी जा चुका है ईतने में थे वह बहुत बुरी तरीके से डरने लगा
यह खाकर दीदी हंसने लगी और बोली वह क्या करता बेचारा तुम्हारा शरीर देखकर अच्छे-अच्छे के पसीने आ जाते हैं फिर भी वह तो एक बच्चा है।
फिर उसने अपने एक हाथ को नीचे ले जाकर अपने लूंगी खोली जैसे ही लूंगी खोली और जो चीज बाहर निकाल कर आई उसे देखकर मैं एकदम से डर गया.
क्या किसी का इतना बड़ा और मोटा भी हो सकता है सच बताओ दोस्तों उसका लंन्ड 9 लंबा और एकदम काला मेरी कलाई जितना मोटा एकदम सीधा खड़ा हुआ जिसमें नशे दिखाई दे रही थी बहुत ही खतरनाक दिख रहा था।
फिर मैंने सोचा इसके शरीर को देखते हुए उसे हिसाब से इतना तो होना ही चाहिए।
कसम से यह तो दीदी को अपनी निछोड़ कर रख देता होगा।
फिर उसने अपना एक हाथ से दीदी के हाथ को पकड़ कर अपने लोडे पर रखा लोड़ा हाथ में आते ही दीदी के चेहरे पर कातिल मुस्कान आ गई और वह अपने हाथ से उसको सहलाने लगी।
कुछ देर के बाद
उसने दीदी को अपनी तरफ घुमाया और उसके मासूम से चेहरे को पकड़ कर उसके होठों पर किस करने लगा जैसे उसने उसके हॉट दीदी के होठों से मिले दीदी ने एकदम से अपनी नाक सिकुड़ी और चेहरे को दूर हटा लिया
और दीदी बोली कितनी बीड़ी पीते हो तुम बहुत बदबू आ रही है ब्रश भी नहीं कर अपने आज बरस कर लेते कम से कम।
बहन की लोहड़ी ज्यादा नाटक कर रही है क्या जब डालता हूं तो ऐसे चिपकती है जैसे कभी छूटेगा नहीं मदरचोद अभी बहुत नाटक कर रही है
फिर उसने दीदी को नीचे बैठाया और अपने औजार को दीदी के हाथ में दे दिया और बोला थोड़ा गीला कर ले मुंह में लेकर नहीं तो भी फिर चिल्लाएगी
दीदी ने अपनी जुबान निकाल कर लंन्ड के सुपाडे पर फिरने लगी लेकिन वह उसको पूरा अंदर नहीं ले पा रही थी बस सुपाडे सुपारे को ही चुस पा रही थी
क्योंकि उसका औजार बहुत ही बड़ा और लंबा था
कुछकुछ देर ऐसा करने के बाद उसने दीदी को उठाया और फिर से गार्डन पेट और नाभी पर किस करने लगा.।
फिर उसने दीदी की ब्रा को खोल तो उसके सामने तो बहुत ही बड़े-बड़े सुडोल और गोरे-गोरे चुच्चे सामने आए देखते ही वह उन पर टूट पड़ा एक-एक कर बारी-बारी से दोनों को अपने मुंह में भरने लगा और अच्छी तरीके से उनकी चुसाई करने लगा।
मैंने आज पहली बार दीदी की चूचियों को बिल्कुल नंगा देखा था और बहुत ही गजब की लग रही थी
फिर उसने दीदी को बेड पर लेट आया और एक बड़ा तकिया लाकर दीदी की गांड के नीचे रख दिया और दीदी की दोनों टांगों पर जांघों पर किस करता हुआ उसमें दीदी की पैंटी को उतारा।
जैसे मेरी नजर दीदी की चुत पर पड़ी तो मैंने देखा कि चुत खुली हुई है और अनुमान लगा लिया कि यह खेल बहुत ही लंबे समय से चला रहा है।
उसने दीदी की दोनों टांगों को फैला कर अपना मुंह उनकी चुत लगाया और उसकी चुसाई करने लगा
दीदी ने अपने दोनों हाथ उसके सिर पर रख दिया और उसके सर को और जोर से नीचे दबने लगी।
उसने अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाकर बड़े-बड़े हाथों से दीदी की दोनों चूचियों को अपने हाथों में लिया और उनको दबाने लग गया
यह नजारा बहुत ही कामुक और बहुत ही गजब का लग रहा था
मैं मेरे लिए पहला अनुभव था।
दोनों के बदन को देखते हुए मुझे मैं सोच रहा था क्या नजर आए दीदी का बदन भी दोस्तों बहुत ही गोरा चिट्टा और चिकन था
कुछ देर चूसने के बाद वह खड़ा हुआ
उसने दीदी की दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखा
और अपना हथियार बाहर निकाल कर दीदी की च** पर रख दिया
ओर चुत पर रगडने लगा तो दीदी अपने होठों को अपने दांतों से कटने लग गई कुछ देर ऐसा करने के बाद दीदी बोली प्लीज डाल दो ना यार बहुत ही खुजली हो रही है।
वह,,,मैं क्या करूं खुजली हो रही है तू मेरे में से तो बहुत बदबू आती है
दीदी,,, प्लीज बुरा मत मानो यार डाल दो ना यार प्लीज डाल दो
औरऔर डीडी सर को इधर-उधर भटकने लगी
वह कुछ देर ऐसे ही लंड को चुत प्यार करता रहा और फिर अचानक उसने एक जोर का धक्का मारा और एक जोरदार चीख कमरे में गुंजी
उसने एक ही झटके में दीदी की च** में अपना आधा ल** डाल दिया
दीदी बोली आराम से नहीं डाल सकते क्या मुझे बहुत दर्द हुआ
इतने में वह बोला मां की लोड़ी इतनी देर की तू ही तो बोल रही थी डालो डालो और अब डाल दिया तो चिल्ला रही है
इतना क्यों चिल्ला रही है बहन की लोडी पहली बार थोड़ी चुद रही है
फिर उसने अपना लंन्ड थोड़ा सा वापस खींच और फिर एक जोरदार धक्का दिया और इस बार पूरा ल** च** में जड़ तक चला गया
और दीदी की एक जोरदार चिक और निकली
कुछ देर हुआ लंड को च** में फंसा कर दीदी के दोनों चुच्चो अपने हाथों से सलाहने लगा
देर सहलाने के बाद जैसे ही दीदी नॉर्मल हुई
उसने वापस लैंड को बाहर खींचा और वापस अंदर पेल दिया लेकिन इस बार उसने थोड़ा धीरे-धीरे अंदर बाहर किया
जिससे दीदी कि सिसकारियां निकलने लगी दीदी बहुत ही मजे से आनंद लेते हुए बीच-बीच में हल्की चीख के साथ सिसकारियां ले रही थी
उसने दीदी की दोनों टांगों को कंधों से नीचे उतारा और दीदी के ऊपर लेट गया और दीदी के चेहरे को अपने दोनों में पड़कर किस करने लगा
इस बार दीदी ने बदबू का बिल्कुल भी जिक्र नहीं कियाऔर किस करने में उसका साथ देने लगी
दीदी ने अपने दोनों टांगों को उसकी कमर से लपेट लिया वह दोनों ऐसे लिपते हुए थे जैसे की कोई चंदन से काला नाग लिपटा हो
मैं बाहर खड़ा खड़ा यह सब देखकर सोचने लगा
साले ने क्या किस्मत पाई है एक बिल्कुल गोरी चिट्टी चिकनी जवान औरत को पटा लिया है और उसके रसीली जवानी का मजा ले रहा है मैं तो यह सोचकर अचंभित था साले ने दीदी को सेट किया कैसे
और दीदी इस काले सांड के सेट हो कैसे गई
और इस सांड का इतना वजन दीदी कैसे सहन कर पा रही है
दोस्तों वह साड 6. फिट 7 इंच लंबा चौड़ा और 120 किलो से काम नसोचा था
कमरे के अंदर इस समय च****ई का एक भरपर माहौल चल रहा था और
दीदी आहह उहह और फट फट की ओर चुत से फच फच और बेड के चू चू करने की आवाजों का एक मधुर संगीत बना हुआ था
दीदी ने उसको कसकर गले लगाया हुआ था करीब 10 मिनट तक च***ई* चलने के बाद वह एकदम से रुका
खड़ा होकर उसने दीदी की च** में से अपना ल** निकाल जो खच्च की आवाज के साथ बाहर निकाल
लड बिल्कुल दीदी के पानी से भीगा हुआ था उसने दीदी की नाइट उठाई और अपने लंड साफ करने लगा और बोला
साली बहुत पानी छोड़ रही है आज तो तु
दीदी,, सीशशश 15 दिन हो गए च***ई* किए हुए पानी तो छोड़ेगी
वह बोला चाल उपर आ सवारी कर थोड़ी देर मुझे तेरे चु्च्चे चूसने दे
यह बोलकर वह नीचे लेट गया और दीदी उठकर उसकी ऊपर आ गई
और ल** को अपने हाथ में पड़ा और मुंह से थोड़ा थूक लेकर लड के टॉप पर लगाया और धीरे से उसके चुत पर सेट किया
और तेरे से उसके ऊपर बैठने लगी कुछ ही समय में पूरा अंदर चला गया और अपने हाथ उसके सीने पर रख दिए
फिर वह उसने दीदी को अपने से चिपकाए और दोनों दीदी के चूचियों को मुंह में भर भर कर चुसने लगा
और दीदी के मुंह से अपने आप सिसकारियां निकलने लगी
और दीदी शिशकते हुए बोली कितना चूसोगे और कितना दबाओगे बहुत ही बड़े-बड़े तो कर दीये है आपने
वह बोला बहन की लोड़ी जब भी तो तू इतनी रसीली और करारा माल बनी है
कुछ देर चुसाई करने के बाद वह बोला चल हो जा शुरू कर सवारी अपने घोड़े की
दीदी धीरे-धीरे ऊपर नीचे होती हुई बोली शीशशश इस घोड़े ने तो मुझे बिल्कुल पागल कर रखा है
कुछ देर धीरे-धीरे दीदी करती रही अभी उसने नीचे अपने दोनों हाथ ले जाकर दीदी के दोनों कुल्हो अपने मजबूत हाथ में पकड़ा और दीदी को जोर जोर ऊपर नीचे करने लगा
जिससे दीदी कि सिसकारीय तेज हो गई
और फट फट की आवाज आने लगी
करीब 15 मिनट हुआ दीदी को इसी पोजीशन में ठोकता रहा और एकदम से गुराने लगा
और दीदी को अपने से चिपका लिया शायद वह झढ़ चुका था
और 5 मिनट तक दीदी को अपने से चिपकाए रखा और अपना वीर्य दीदी की च** में पड़ता रहा
फिर दीदी को अपने अलग किया और अपने साइड में लेटा दिया और दीदी के चेहरे को किस करने लगा
करीब 40 मिनट बाद कमरे में एकदम से शांति का वातावरण हो चुका था दोनों के शरीर पसीने से लटपट थे
दीदी का गोरा और चिकना बदन पसीने के कारण बहुत ही चमक रहा था उसके उल्टा वह काला सांड पसीने के कारण और भी ज्यादा खतरनाक और भयानक लग रहा था
दीदी के चेहरे पर एकदम से संतुष्टि के भाव साफ दिख रहे थे
दीदी ने अपना कर उसकी छाती पर रखा और उसकी छाती को सैलाने लगी और बोली
दीदी,,,शीशशश बहुत ही ज्यादा गर्मी लग रही है यार
वो,,,, मैंने तो कहा था तेरे से कि तेरे कमरे में करते हैं वहां ऐसी भी है पर तू तो.
दीदि,,,, अरे यार जब तक हुआ है मेरा भाई है यहां पर तब तक कमरे में नहीं कर सकते यार
लेकिन यहां गर्मी भी बहुत लगती है
कल मैं कुछ जुगाड़ करती हूं उसका
वो,,,,, हां कर जुगाड़ रूम में करेंगे कल..
फिर दोनों किस करने लग गए आपस में कुछ देर किस करने के बाद फिर दीदी
दीदी,,, मैं जयपुर गई तो पता है मम्मी पापा क्या बोल रहे थे
वो,,, क्या
दीदी,,, की जल्दी से है ना हमें नाना नानी बना दो अब तो शादी को भी 2 साल होने को है
वो,,, कोई एकदम चौका और दीदी की तरफ बहुत ही गुस्से से देखकर बोला बहन की लोड़ी गोली तो खाकर आई है ना तू
दीदी,,,, अरे यार तुम क्यों गुस्सा होते हो खा कर आई हूं मैं गोली
मुझे पता है जब भी तुमसे मिलती हूं और सेप समय नहीं रहता है तो तुम्हारे पास गोली खाकर ही आना पड़ता है
और दीदी में लडं की तरफ इशारा करते हुए बोला नहीं तो यह एक ही बार में मुझे फुला देगा
मैं तो बस वह मम्मी करी थी इसलिए बोला।
उसने दीदी के चुच्चों को मसल कर बोला
अभी कोई बच्चों बच्चों का चक्कर दिमाग में से निकाल दे अभी तो तेरी रसीली जवानी का भरपूर मजा लेना है
मुझे तुझे इतना रसीला बनाया है मेहनत करके तो उसका मजा तो लूंगा ना मैं बहन की लोड़ी बच्चों के चक्कर में पड़ रही है
और उसमें दीदी के गाल पर एक धीरे से तमाचा और बोला ज्यादा मत सोचा कर जेसा बोलो वेसा करती रहकर।
और अगर तुझे इतना शोक है मां बनने का तो तेरे पति से बोल बना देगा तुझे मां
दीदी,,, अरे उसकी बस की बात नहीं है मुझे मां बनना उसे चुतिया का तो मेरी गर्मी के आगे 2 मिनट भी नहीं टिकता और क्या बनाएगी मुझे मां।
वो,,, और तेरे को फिगर को देखकर कुछ नहीं बोला किसी ने की मस्त और गदराया माल कैसे हो गई तू।
दीदी,,,, किसी ने नहीं बोला लेकिन मेरी एक सहेली ने बोला था
वो,,, क्या बोल रही थी सहेली
दीदी,,, कि दिल्ली जाते ही 1 साल में ही इतना जबरदस्त फिगर और इतना बड़ा साइज कैसे हो गया तेरा मुझे तो नहीं लग रहा जीजा जी को देखकर तो नही उनके द्वारा किया गया कमाल है
यह तो किसी और के द्वारा किया गया है
वो,,, फिर तूने क्या बोला
अरे इन बातों को बाद में करेंगे पहले अपना काम खत्म कर लेते हैं मुझे नीचे भी जाना है यार मेरा भाई आया हुआ है तो दिक्कत
ऐसा कहकर वह दोनों एक दूसरे को चूमने लगे शायद एक बार राउंड करने के लिए तैयार हो रहे थे
तो दोस्तों अगले अपडेट में अभी रात बाकी है अभी तो एक ही राउंड हुआ है देखते हैं रात में और क्या-क्या होता है
और कल दीदी उसे अपने ही घर में बुलाना चाह रही है और मेरा कुछ जुगाड़ करना चाह रही है
उसने दीदी को कैसे सेट किया इन सब का जवाब अगले अपडेट में
और मुझे कमेंट करके अपनी राय भी देते रहिए
Hot update.वो,,, और तेरे को फिगर को देखकर कुछ नहीं बोला किसी ने की मस्त और गदराया माल कैसे हो गई तू।
दीदी,,,, किसी ने नहीं बोला लेकिन मेरी एक सहेली ने बोला था
वो,,, क्या बोल रही थी सहेली
दीदी,,, कि दिल्ली जाते ही 1 साल में ही इतना जबरदस्त फिगर और इतना बड़ा साइज कैसे हो गया तेरा मुझे तो नहीं लग रहा जीजा जी को देखकर तो नही उनके द्वारा किया गया कमाल है
यह तो किसी और के द्वारा किया गया है
वो,,, फिर तूने क्या बोला
अरे इन बातों को बाद में करेंगे पहले अपना काम खत्म कर लेते हैं मुझे नीचे भी जाना है यार मेरा भाई आया हुआ है तो दिक्कत
ऐसा कहकर वह दोनों एक दूसरे को चूमने लगे शायद एक बार राउंड करने के लिए तैयार हो रहे थे
अब आगे....................
Didi uth kar uski tangon ke bich Mein Chali gai aur apne Hath land ko pakadkar Apna Munh niche Kiya aur Munh Mein Dah lya.
Uske Mal se Sane hue land ko didi Apne Gulabi Hothon mein Lekar chusne Lagi Main To yah Dekh Kar bahut hi jyada Shauk ho chuka tha ki didi land chusne mein Kitni expert ho gai hai ekadam randi ke jaise didi land ko Chus rahi thi
Uska land Ek Bar fir se tang kar Sidha khada ho gaya To fir se vah didi Se Bola
V,,,,, batana Teri Saheli kya bol rahi thi itne Jabardast Mal kaise ho gaye bol na madrachod
दीदी,,,,,,, Apne Chehre per Hansi late hue are vah bol rahi thi ki Tu Itna Jabardast Mal aur itne बड़े-बड़े chuchi Aur Teri Gand Ko Dekhkar to lag raha hai ki Tu Ek bahut hi Bada aur majbut Hathiyar ka maja le rahi hai Bata Na Yaar kaun hai vah Jijaji To Nahin ho sakti pakka kah hain unko Dekhkar Nahin lag raha Mujhe
V,,,,,, FiR tu kya boli
Didi,,,,, are Kuchh Nahin yaar तुम abhi esi baat mat Kro
FIR didi uske upar Jhuki aur apne donon chucchon ko Apne Hath mein liya aur use badhe se land ko donon chuchiyon ke bich Mein Lekar धीरे-धीरे chonchne Lagi
Najara dekh kar Main To pakka Soch Raha Tha ki didi ko is Haiwan ne pakka randi banaa Diya है
Kuchh der didi Aisa Hi Karti Rahi FIR vah bola are man ki lohadi Bata to sahi kya bol rahi thi vah Teri Saheli shadishuda Hai Kya व भी
दीदी,,,,,, are Maine Kuchh Nahin bola usse Kasam Se bus yah bola ki Delhi ka pani aisa hi hai aur maine bhi poochha usse ki tu kiski kar rahi hai Sawari Tu Bhi bahut gadara gai hai Shaadi ke bad to
व,,,,,, kya boli FIR vah
दीदी,,, vah boli ki pahle Tu Bata FIR bataungi main bol Karke didi hansne Lagi FIR didi Boli Ek Baat To Hai Jab uski shaadi hui thi aur mere se 6 mahine pahle Ho Gai Thi uski shaadi lekin vah Sal Bhar Mein
Bahut hi jyada mast Ho Gai thi Uske Sharir Ko Dekhkar mujhe bahut Jalan hoti thi Kash main bhi Iske Jaisi gadarai माल hoti mujhe bahut hi Jalan hoti Thi usko Dekhkar
Lekin Jab Se Tum Mujhe Mile Ho
Aur Jis Tarah Se Tune Mere Sharir ko Mast aur gadaraya Mal banaya hai To Mujhe pakka Vishwas hai vah mere Sharir Ko Dekhkar jal rahi Hogi han lekin Maine usko Nahin bataya ki iska Raj kya hai
व,,,, bata deti na bahan ki lohadi ki mere ko ghabrane wala kaun hai
Didi,,,,, are Nahin Baba Nahin aap marvaoge mujhe vah pure Mohalle Mein bol Degi meri mummy ko pata Chalegi to bahut Gajab ho jaega are Tum Chhodo yaar ine Baton ko chalo apan kam Shuru Karte Hain
V,,,, aag bahut hi jyada Lagi Hai Tere Aaj
Didi,,, ssss.. bahut hi jyada lagi hai aap Kasam Se Kuchh Jyada hi
V,,, chal godi Ban Ja chal
Didi,,,,, didi chat se Khadi Hui aur Palang ke kinare Ghodi ban gai
Vah sand Khada hua uska land ekadam se Sidha Khada hua tha vah bahut hi Khatarnak lag raha Hota aur Didi Ke Piche Aaya aur apne donon Hathon se Didi ke Chitron per Ek jor se Tamacha mara jisse didi ki gand ekadam se terg gai
Aur Didi Ke Mujhse bahut hi sexy seskari nikli
Usne Didi ke donon kulon ko Apne Bade Hath Mein Pakda aur chauda Kiya aur didi ki chut ko dekhne Laga
Doston is position mein didi bahut hi Khatarnak aur mast Mal lag rahi thi Ek to lambi chaudi Gori Upar Se bahut hi Achcha figure
Didi ki gand bahut hi Badi lag rahi thi
Vah Didi ke chutadon ko Apne donon Hathon se chauda Karke niche baith Gaya aur apne jibh nikalkar usne didi ki chut per Laga Di aur uski chusai Karne Laga
Chut ke साथ-साथ vah Didi ke gand ke Chhed Hogi Chus raha tha jaise Hi Meri Najar Didi ke gand ke Chhat per Padi to main ekadam se Chauk Gaya
Kyunki Deepika Gand Ka Chhed thoda bahut Khula hua tha ise Dekhkar saaf Pata Chalta tha is ne didi ki gand bhi Maar rakhi hai
Vah chusai Itni Gajab tarike se kar raha tha ki Didi ke Munh se bahut hi Madhur Sangeet mein issKarya nikal rahi thi
Aur didi apni gand ko Hila rahi thi Kuchh der cusaai karne ke bad
Vah Khada hua aur Didi ke gand per fir se usne Tamacha mara aur bola chal Ho Ja Meri Jaan taiyar lene ke liye
Itne Mein didi bhi Boli sssss Main To kab se Tadap rahi hun jaldi se Dal Do please
Usne Didi ke donon Chitron ko Apne Bade Hathon se pakad kar Chhoda Kiya aur land ko Didi ke gand ke Chhed per Rakh Diya Kaise usne land gand Chhed per Rakha didi ekadam se Piche mudkar Boli नहीं-नहीं please usmein nahin
Aaj usmein Nahin please bahut dikkat Hoti Hai Mujhe aur bhai Bhi Aaya Hua Hai vah Meri Chaal Ko dekhega to kya bolega
Bus chut hi Maro aaj vah FIR Maar lena
V,,,, are bahan ki lohadi bahut bar to marva chuki hai abhi kya dikkat Hai marwane Mein chal theek hai To bolati Hai To cal marunga lekin pakka Theek hai
Didi ha me ser hilaya
Itne Mein usne Apna land chut per Rakha Aur Ek Hi jhatake mein andar pel diya
Jise didi ki ek bahut hi Tej awaaz mein chikh Nikali
To v Bola Maa Ki lohadi Itna Kyon chillati Hai Niche Se Budhiya Aur buddhe Ko bulaegi Kya upar ya Mohalle Walon Ko uthaegi Raat ke andar
Chillati To Aise Hain jaise pahli bar maar raha hun 1 Sal se lagatar le rahi hai fir bhi
Aisa bolkar usne didi ki Kamar ko Apne donon majbut Hathon Mein Pakda aur Kamar ko धीरे-धीरे Aage Piche Karne Laga jisse didi ओउ आह की आवाजों के साथ, सिसकारियां लेने लगी और कमरे में थप थप की और पलंग के चू चू करने की आवाज आने लगी
वह बीच-बीच में Ek Jor ka Dhakka maarta jisse didi ki shishyon ke sath Chikki bhi Awaaz Aati aur donon apni chudai mein mast Ho Gaye
Kareeb 7 minut chudai karne ke bad vah ekadam se Ruka aur usne Apna land chut se bahar nikala
Uska land Didi ke Pani Se Sana hua tha usne didi ki night uthai aur apne land ko saaf Kiya aur Wapas Chut Mein pel Diya
Vah didi Se Bola madrachod bahut jyada Pani Chhod rahi hai aaj kya ho gaya Tujhe
Didi ssss Shisha karti hui Boli 15 din ho gaye na isliye Aaj acche maro chut ko bahut pareshan kar diya isane Mujhe
Bahan ki lohadi abhi chillayegi le Chale
Dikhata hun Tujhe asali chudai aur usne FIR didi ki tabadtod chudai Shuru Kar di
Kamre Mein didi ki shikariyan bahut Tej ho gai
Palang bahut hi Tej tarike Se hilne Laga iski Awaaz Mere Tak bahut hi Tej a rahi thi vah बीच-बीच mein didi ki gand per Apne donon Hathon se हल्की-हल्की chapat maarta aur didi ki chudai kar raha tha
Yah Bhayanak chudai Kareeb 20 minut Chali jismein didi Shayad teen bar Chadh chuki thi
Kuchh der tabadtod dhakke Lagane ke bad vah ekadam se Goraya aur Didi ke andar hi Apna Pani Chhod Diya aur ek Jor ka Dhakka dekar didi ko niche Gira Diya aur vah uske upar let Gaya
Kamra ekadam se Shant ho gaya tha bus donon ke Sanson Ki Awaaz a rahi thi donon pasine se Latpat the Kuchh der bad Didi ke upar Leta Raha utane Mein didi Ne usko Apne Upar Se hataya to side mein let Gaya
Fir didi Sidhi Hui to Unki Saanse bahut hi Tej chal rahi thi jisse unke donon chuche Upar niche ho rahe the
Didi hapti hue Boli bahut hi Garmi lag rahi hai yaar Mari Mein To Garmi Se kal to pakka Nahin Karunga hi Karenge
Usne Didi ke Ek chuchi ko Hath Mein Pakda aur bola tere se bola tha maine room Karte Hain
Lekin Tu Kahan Manati hai
FIR donon kis karne Lag Gaye Kuchh der kis karne ke bad didi use alag Hui
Aur Boli theek hai aaj ke liye Bus Itna hi Garmi bardasht Nahin ho rahi hai Nahin to meri ichcha ek bar aur karne ki thi
V,,, theek hai chalo Mera bhi Garmi ki vajah se dimag kharab ho raha hai
Kal Tere bhai ka Kuchh Bhi Jugaad kar kal room mein luga acche se teri
Didi Ne Uske bad Surat Hothon Ko chuma aur boli theek hai good nigt
Aur didi Khadi Hui usne bra aur painty pahne Nahin bus Hath Mein Liye
Night uthai nighty pahan kar didi room se bahar nikli
Mein jaldi se Khidki Se Hata aur didi Chhat ki taraf daudkar Jaane Laga
हड़बड़ी जल्दबाजी के चक्कर में मैं एकदम से सीडीओ के करीब जाते हि मेरा पेर किसी से टकराया
और मैं एकदम से गिर गया मेरा पर टकराने से एकदम से आवाज आई मैं जल्दबाजी करके उठा
सीडीओ से उतरकर नीचे रूम में जाकर लेट गया मेरे दिल की धड़कनें बहुत तेज हो रही थी मुझे पक्का अनुमान हो गया था की दीदी ने देख लिया।
एक दो मिनट बाद दीदी के आने की आहट हुई मैं आखे बंद करके चुपचाप लेट गया
दीदी मेरे रूम का दरवाजा खोल कर जैसे अंदर आए अंदर आते ही मुझे उनके शरीर से बहुत ही अजीब तरह की गंध महसूस हुई।
शायद यह सेक्स और दोनों के पसीने की मिली जुली गंद थी।
जब दीदी ऊपर गई थी तो मुझे परफ्यूम की खुशबू आ रही थी लेकिन अभी यह एक अजब की तरह की गंध महसूस हो रही थी.।
दीदी ने हाथ लगाकर एक दो बार मुझे हिलाया बोली विनेश विनेश करके पुकार लेकिन मैं टह से मस भी नहीं हुआ।
फिर दीदी मुड़कर अपने रूम में गई और मेरे रूम के गेट को बंद करके चली गई और मैं लेट गया और सोचने लगा अगर दीदी सुबह पूछेगी तो मैं क्या बोलूंगा
और दीदी ने मेरे बारे में उसे साड से बोल दिया तो मेरे साथ क्या कर सकता है ऐसे बहुत सारे सवाल मेरे दिमाग में चल रहे थे
इन सबके अलावा मेरे दिमाग में में चीज जो चल रही थी कि आखिर दीदी इस बदसूरत सांड से सेट कैसे हो गई
कहां मेरी शरीफ सी दीदी और कहां है गुंडा मवाली गंदा आदमी मुझे तो समझ में नहीं आ रहा था लेकिन मैंने सोचा इन सब चीजों का मैं चाहूं तो पता लगा सकता हूं
और मैं दीदी के बदन को याद करके एक बार मुठ मार कर सो गया
दोस्तों अगले पाठ में बताते हैं की दीदी आखिर उसे सेट कैसे हुई।
Mast update. Waiting for next episode.दीदी ने हाथ लगाकर एक दो बार मुझे हिलाया बोली विनेश विनेश करके पुकार लेकिन मैं टह से मस भी नहीं हुआ।
फिर दीदी मुड़कर अपने रूम में गई और मेरे रूम के गेट को बंद करके चली गई और मैं लेट गया और सोचने लगा अगर दीदी सुबह पूछेगी तो मैं क्या बोलूंगा
और दीदी ने मेरे बारे में उसे साड से बोल दिया तो मेरे साथ क्या कर सकता है ऐसे बहुत सारे सवाल मेरे दिमाग में चल रहे थे
इन सबके अलावा मेरे दिमाग में में चीज जो चल रही थी कि आखिर दीदी इस बदसूरत सांड से सेट कैसे हो गई
कहां मेरी शरीफ सी दीदी और कहां है गुंडा मवाली गंदा आदमी मुझे तो समझ में नहीं आ रहा था लेकिन मैंने सोचा इन सब चीजों का मैं चाहूं तो पता लगा सकता हूं
और मैं दीदी के बदन को याद करके एक बार मुठ मार कर सो गया
अब आगे........
सुबह दीदी ने मुझे जागने मेरे रूम में आई और दीदी ने मुझे उठाया जैसे मेरी आंख खुली सामने दीदी को देखकर मेरे लंन्ड ने एकदम से झटका मार दोस्तों क्या बताऊं दीदी क्या लग रही थी सुबह-सुबह उनके चेहरे पर एक अलग ही प्रकार की चमक थी और वह बहुत ही ज्यादा खुश लग रही थी और मुझे मुस्कुराते हुए उठा ए कर बोली विनेश जा डेरी से दूध लिया हमारे लिए चाय बनाने के लिए
मैं तो बस दीदी और दीदी का बदन को देखा ही रहा दोस्तों दीदी के बदन से एक अजीब सेक्स की बहुत ही थी कि गंद रही थी शायद रात के भयंकर पसीने से लटपट किए गए सेक्स की गंन्द थी।
उसे कमीन है हेवान नए वाक्य में ही दीदी के बदन को बहुत ही ज्यादा गदरा दिया है
गोरी चिट्टी लंबी भरे बदन वाली महिला के रूप में दीदी को विकसित कर दिया है दीदी के चुच्चे और गांड बहुत ही भारी हो चुके हैं जो उनके गोरे बदन को और भी ज्यादा सेक्सी और कामुक बना दिया है
रात में किए गए भरपूर सेक्स दीदी बहुत ही ज्यादा खुश और चहकती हुई हुई लग रही थी.
दीदी मेरे से बोली तो जा दूध लिया जब तक मैं ना लेती हूं ऐसा कह कर अपने दोनों हाथ ऊपर करके और एक बहुत ही अच्छी अंगड़ाई लेकर दीदी बाथरूम की तरफ चली गई।
मैं पैसे लेकर घर से बाहर आया और थोड़ी दूर दूध की डेरी की तरफ जाने लगा।
तभी रास्ते में मैंने देखा एक हट्टे खट्टे जवान लड़के को उस राक्षस ने अपने कांख में दबा रखा था और उसके गुस्से मार रहा था
और उससे कह रहा था साले गांडू मेरे काम में टांग क्यों अड़ा रहा है जैसा सब लोग कर रहे हैं वैसा तू भी कर ले मेरे से पंगा लेगा तो मार दूंगा साले को तू जानता नहीं अभी मेरे को ऐसा कह कर उसने उसके दो-तीन लात घुसे मार और वह लड़का जमीन पर गिर गया।
यह सब देखा हुआ मैं डेरी पर पहुंच गया और डेरी वाले से उनकी तरफ देखते हुए दूध मांगने लगा डेरी वाले ने मेरे को दूध दिया और बोला अबे ऐसे क्या देख रहा है उनको जानता नहीं है क्या वह रंगा दादा है इस एरिया का डान और इधर की फैक्ट्री के हमला यूनियन का अध्यक्ष।
शायद तु नया आया है इधर कहां पर आया है किनके घर आया है
इतने में मैं हकलाते हुए बोला मेरी दीदी रहती है इधर उनके पास आया हूं कुछ दिन छुट्टी में
डेरी वाला,,,, क्या नाम है तुम्हारी दीदी का और जीजा जी का शायद इसी मोहल्ले में रहते हैं।
मे,,,, यहां थोड़ी सी दूर पर रहते हैं दीदी का नाम सुमन है और जीजा जी का संजय है
जैसे ही मैंने दीदी और जीजा का नाम बताया वह डेरी वाला एकदम से डरते हुए बोला लो भैया दूध की थैली और बोला भैया आप जाइए
मैं बोला अरे बताओ तो सही अंकल कौन है रंगा दादा और उसे बेचारे को क्यों मार रहा है
अरे कुछ नहीं वह अच्छा आदमी है वह तो कुछ गलती करती होगी इस लड़के ने इसलिए
कुछ नहीं आप जाइए और कुछ चाहिए तो आप बता दीजिए
मैं एकदम से सच में पड़ गया जो मुझे अबे् बोल रहा था अब वह मेरे से बहुत ही इज्जत से बात कर रहा है
यह क्या चक्कर है साला
मैं दूध लेकर दीदी के घर पर पहुंचा तो दीदी बाथरूम में ना रही थी मैंने दूध रसोई में रखा तभी मैं सोचने लगा अभी दीदी मेरे से पूछ सकती है रात के बारे में फिर सोचकर मैं थोड़ा सा घबरा गया और रूम में जाकर लेट गया
कुछ देर में दीदी नाहकर आयी दीदी के बाल बिल्कुल खुले हुए थे दीदी मैं आज एक बहुत ही टाइट सलवार और कमीज पहनी हुई थी जो उनके बदन पर बहुत ही अच्छी लग रही थी
सलवार कमीज में दीदी के उबहार साफ नजर आ रहे थे दीदी की बडी बडी चुचियों ने बहुत ही गहरी घाटी बना रखी थी क्योंकि अभी दीदी ने दुपट्टा नहीं रखा था सीने पर तो मुझे उसे घाटी के दर्शन हो गए दीदी की चूचियां बहुत ही सफेद और चिकनी थी
वह अपने बालों को टाउल से सूखने लगी और टाउन में बालों को बांधकर मेरे पास आई और दूध की थैली लेकर बोली तू बाथरूम होले जब तक मैं तेरे लिए चाय बना लेती हूं यह कह कर दीदी रसोई में चली गई..
मैं उठकर बाथरूम में चला गया और अंदर जाकर जैसे ही मैं पजामा उतार मेरा लंन्ड एकदम से खड़ा था दीदी के मादक बदन को याद करते हुए एक बार मैंने मुठ मारा और बाथरूम होकर बाहर आया तब तक दीदी चाय बना दी
मैं बाहर सोफे पर बैठ गया दीदी दो कपो में चाय लेकर आई और मेरी साथ बैठकर चाय पीने लगी।
और चाय पीते हुए मेरे से बोली विनेश खाने में क्या खाएगा बता क्या बनाऊं तेरे लिए आज
मे,,, दीदी आप बना दीजिए जो भी बनाना है आपकी पसंद का
दीदी,,, चल ठीक है पराठे बना देता हूं.
और तेरे से एक बहुत ही जरूरी बात करनी है
दीदी को ऐसा बोलते ही मैं एकदम से डर गया शायद दीदी रात के बारे में पूछेगी।
मैं हकलाते हुए दीदी से बोल क क्या बात दीदी।
दीदी,,,,( थोड़ा गुस्से के साथ) तेरे से मैंने मना किया था ना छत पर मत जाना कभी शाम को या रात को छत पर क्या कर रहा था तु रात को
मुझे समझ में नहीं आ रहा था दीदी को क्या बोलूं फिर भी थोड़ा सोच कर बोला कुछ नहीं दीदी मैं तो ऐसे ही चला गया था।
दीदी,,,, कुछ देखा तूने रात को छत पर
मैं डर के मारे काप रहा था और दीदी से बोल क क कुछ नहीं देखा मैंने दीदी
दीदी,,,, और सुन अगर तूने कुछ देखा भी है ना तो यह बात अपने तक ही रखना किसी को कुछ नहीं बताना नहीं तो तुझे पता है ना वह क्या कर सकता है मर्डर भी कर रखे हैं उसने दो-चार तो
जब तक तु रह रहा है रहले मजे से और किसी से कुछ भी नहीं कहना ठिक है
मैंने हां मैं गर्दन हिलाई तो दीदी मेरे गाल को हल्के से सहलाते हुए बोली चल ठीक है तेरे लिए अच्छा सा खाना बनाती हूं मैं मेरी बातों का ध्यान रखना लेकिन
और दीदी उठकर रसोई में जाने लगी जैसे वह चल रही थी उनकी बडी गांड बहुत ही कामुक तरीके से ऊपर नीचे हिल रही थी
और कमर को बहुत ही सेक्सी अंदाज में मटकाते रसोई में चली गई और मुझे आवाज देकर बोलिए जा जल्दी से ना ले तब तक मैं खाना बना लेती हूं।
मैं उठकर बाथरूम में नहाने चला गया और यही सोच रहा था की दीदी एक संस्कारी मासूम से क्या बन गई है
सब कुछ उस मावली कारण ही दीदी ऐसी हुई है लेकिन दीदी के ऊपर उस कमीने ने क्या जादू कर दिया है ऐसा कैसे हो गया मैं यह सोच कर ही मेरे दिमाग में बहुत सारे सवाल चल रहे थे क्या दीदी को वह ब्लैकमेल कर रहा है या दीदी को डरा धमका के या कोई और वजह से दीदी उसे पढ़ रखी है इन सब सवालों का मुझे जवाब चाहिए था।
मैं यह सब सोच कर नहाने लगा तभी मेरे दिमाग में एक आइडिया आया क्या यह सब चीज दीदी से पूछो नहीं नहीं दीदी क्या पता नाराज हो जाए कुछ तो जुगाड़ लगाना पड़ेगा जिससे दीदी सब बातें मेरे को बताएं।
मैं नाह कर बाहर आया तब दीदी रसोई में खाना बना रही थी और कुछ गाने गुनगुना रही थी मैं सोच रहा था दीदी बहुत खुश है इसका मतलब वह दीदी को ब्लैकमेल तो नहीं कर रहा लेकिन मुझे सच जानना है मैं कपड़े पहन कर दीदी के पास रसोई मे ही चला गया
और थोड़ी हिम्मत करके दीदी से पूछा
दीदी मैंने रात को छत पर आपको उसके साथ
मेरे इतना बोलते ही दीदी एकदम से गुस्सा होकर मेरी ओर मुड़कर बहुत ही गुस्से से बोली क्या छत पर, क्या उसको साथ,क्या बोलना चाह रहा है तू
मैं एकदम से डर गया और अपना मुंह रोने के जैसे बनाकर बोला दीदी मैंने सब कुछ देख लिया रात लेकिन यह सब कैसे क्या है मैं सच जानना चाहता हूं प्लीज दीदी मैं किसी से कुछ नहीं कहूंगा प्लीज
तभी दीदी ने एक जोर से सांस ली और बोली ठीक है तुझे सब कुछ बता दूंगी लेकिन यह बात अपन दोनों के बीच ही रखना अभी तो जाकर बैठ खाना खाकर फिर बात करेंगे
ठीक है दीदी और मैं बाहर आकर बैठ गया क्योंकि दीदी को पक्का पता था कि मैं उनको रात देख लिया है इसलिए शायद वह मेरे को सब कुछ बताने के लिए तैयार हो गई थी
कुछ देर बाद दीदी और मैं खाना खाया जब तक हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई खाना खाने के बाद दीदी मेरे से बोले तुझे सच जानना है ना चल मेरे रूम में मैं तेरे को सब पूरी कहानी बताती हूं यह सब कैसे हो गया
दोस्तों कहानी अब चलेगी मैं जो कहानी स्टार्ट होगी वह दीदी के मुंह से होगी
दीदी सब कुछ मेरे को बताएगी बने रहिए अगले पाठ में