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Incest मेरी मां एक पुलिस वाली

इस कहानी में आपका पसदीदा पात्र कौन हैं?

  • रवि

    Votes: 155 84.7%
  • राज

    Votes: 15 8.2%
  • जावेद

    Votes: 32 17.5%

  • Total voters
    183

Aaryapatel

Well-Known Member
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3,363
158
Badhiya update bhai....bro update jaldi jaldi deneki try kare...to padhne me bhi maza aaega
 

Yash420

👉 कुछ तुम कहो कुछ हम कहें 👈
2,325
6,801
144
nice update ..par padhte hi khatm hota hai ...thoda bada likho ..
महादेव भाई वही में राइटर को फर्स्ट अपडेट से बोल रहा हूं
की अपडेट को थोड़ा बड़ा कीजिए
 

Aryanv

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Awesome
 
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Reactions: Rravi verma

Rravi verma

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Continue episode-5

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कार से उतर कर जुली और रवि राज के घर की ओर चलने लगते हैं.

[अब थोड़ा जुली का भी परिचय करा देता हूं, जुली,(उम्र 44) उचाई 5"8 , बड़े- बड़े बूब्स, बड़ी की चूतड़ (गांड़) जैसा कि फोटो में है, पेट हल्का सा निकला हुआ है। जुली का असली नाम *फातिमा है, और हां ये जुली कोई और नहीं जावेद की मां ही है। ]
(*जैसा कि आप लोगों को शक था*)

रवि , जुली को देखता , जुली ने खूब मेकअप किया किया हुआ है, और देखने में बहुत खूसूरत है, उस पर गुलाबी रंग की साड़ी, और डीप नेक ब्लाउस में उसके आधे बूब्स साफ़ दिख रहे है. बैकलेस ब्लाउस में जुली के गौरी पीठ और बड़ी सी गांड़ ये सब देख कर रवि अपना कंट्रोल खो देता है। और जैसे ही रवि और जुली राज के घर के पिछले गेट से अंदर आते हैं , रवि जुली की गांड़ को जोर से दबा देता हैं. जुली घूर कर रवि को देखती है। रवि थोड़ा घबरा जाता है, और रवि घबराते हुए...

रवि - सो.. सॉरी मैडम,

जुली- इतनी भी क्या जल्दी है, मेरे राजा कमरे में तो चल फिर जो मर्ज़ी वो करना। और इतना क्यों घबरा रहा है, पहली बार है क्या?

रवि - हा.

जुली - कोई बात नहीं में सब संभाल लूंगी तुझको भी, और तेरे छोटे मियां को भी जो तेरे पैंट में तना हुआ बैठा है।

रवि थोड़ा शर्मा जाता है . और जुली के चेहरे पर एक सेक्सी मुस्कुराहट आ जाती है।

( जुली मन ही मन में सोचती है, अरे ये तो सब बच्चे हैं। पर जुली ( फातिमा ), वो खुद नहीं जानती, कि उस पर कौन सा पहाड़ टूटने वाला है)

रवि और जुली राज के कमरे में आते है, राज ड्रग्स के नशे में चूर हैं और इस्ताफाक से जावेद अभी दूसरे रूम में राज के लिए बीयर लेने गया है।
जुली - मुझे तो कहा गया था कि तीन लोग हैं।पर आप तो सिर्फ दो हो।

राज - तेरी चुत में ज्यादा खुजली है क्या, संभाल लेगी तीनों को।

जुली - तुम लोगों ने अभी जुली का जलवा ही कहा देखा है।

राज - चल अब बात कम कर और नंगी हो जा।

( !! रवि अपने मन में सोचता , ये राज को बिल्कुल तमीज नहीं है)

जुली अपनी साड़ी उतारने लगती है, ये नज़ारा देख कर रवि की धड़कनें बहुत तेज हो जाती हैं, की तभी जावेद बीयर लेके रूम में आता है और जुली को देखता है जो इस समय अपनी आधी साड़ी उतारने में व्यस्त हैं जुली का चेहरा राज की तरफ है, और पीठ जावेद की और तभी राज ऊंची आवाज़ से कहता है

राज - लो आ गया मेरा शेर यही चोदेगा तुझे सबसे पहले।
और जुली पलट के पीछे देखती है, जुली इस समय अपने आधी साड़ी उतार चुकी है और उसके बड़े बड़े बूब्स का आधा हिस्सा उसके सेक्सी ब्लाउस से आसानी से देखा जा सकता था।

तभी जावेद और जुली की नजर एक दूसरे से मिलती हैं, दोनों एक दूसरे को देखकर शॉक हो जाते है, दोनों को मानो सांप सूंघ गया हो, तभी पीछे से ...

राज - क्या हुआ साली रण्डी देख क्या रही है चल फटाफट कपड़े उतार।

( जावेद मन में - मेरी मां एक कॉलगर्ल है, जावेद इस सच को बर्दाश्त नही कर पा रहा था, और दोस्तो के सामने कुछ बोल भी नहीं पा रहा !!! )

( जुली को समझ नहीं आ रहा है को वो क्या करे जिस सच को अपने बच्चों से सालों से छिपा कर रखा था, वो सामने आया भी तो कैसे !!)

जुली अब अपने आप को संभालती और अपनी साड़ी ठीक करते हुए कहती है ....

जुली - साहब आप कोई और कॉलगर्ल बुला लो मुझे कुछ प्राब्लम है में अभी आप लोगों से साथ सेक्स नहीं कर सकती।,

राज - क्या हुए साली रण्डी अभी तो बहुत चहक रही थी।

रवि - अरे अभी आप ही तो बोल रहे थे, कि अंदर चल बहुत मज़ा दूंगी, अब क्या हुआ ।

(जावेद ये सारी बाते सुन रहा है, और उसका दुख और गुस्सा मानो सातवें आसमान में हों।)

राज रुक मदर चोद अभी तेरे डीलर को फोन करता हूं

राज - ये किसको भेज दिया बे तूने, मना कर रही है ।

डीलर - एक मिनट राज बाबा में समझता हूं।

तब तक जुली रूम से बाहर निकल जाती हैं। वापस जाने ही वाली होती है कि तभी जुली का फोन बजता हैं

डीलर - क्या हुआ। जुली ये क्या नाटक कर रहीं है तू चुपचाप वापस जा, हमने पैसे भी एडवांस ले लिए हैं ज्यादा नखरे मत कर।

जुली - मुझे कुछ प्रॉब्लम हो गई है । मैं वापस जा रही हूं।

डीलर - क्या प्रॉब्लम हा ? मैं सब जानता हूं पैसे वाली पार्टी देख कर लालच आ रहा है, तुझे अब और पैसे चाहिए।

जुली - बात पैसे की नहीं है। मैं अभी तेरे पैसे पूरे पैसे वापस कर दूंगी ।

डीलर - तू जानती है इस धंधे का वसूल, एक बार जब पैसे के लिए तो काम पूरा करो ,वरना फिर मरो।

जुली - ये ना मारने की धमकी किसी और को देना।

डीलर - तो तू नहीं मानने वाली। चल ठीक है तू अनीस भाई से बात कर ले ।

( डीलर फोन करके सब कुछ अनीस भाई को बता देता है, फिर अनीस अपने एक आदमी को बोलता है जुली को फोन कर और उसको समझा अच्छे से )

अनीस का गुंडा - हैलो.

जुली - कौन?

गुंडा - अनीस भाई बोल रहे की हमने पैसे ले लिए अब तू चुपचाप जा और काम ख़त्म कर। नहीं तो गोली मर देंगे तुझे।

जुली - मैं नहीं जाऊंगी। जो करना है कर लो

गुंडा - ये तेरे को एक बार में बात समझ नही आती ।
( गुंडा भाई ये तो मान नहीं रही , अनीस ला मुझे फोन दे)

अनीस - हैलो, अनीस बोल रहा हूं।

जुली - मुझे माफ़ कर दो भाई पर मुझे आज ये काम नहीं हो पाएगा।

अनीस - तुझे प्यार से समझा रहा हूं वापस चली जा । वरना तेरी जगह तेरी बेटी को इस धंधे में उतार देंगे समझी । सुना है वो भी जवान हो गई हैं

जुली - खबरदार जो मेरी बेटी का नाम भी लिया तो।

अनीस - अभी तो सिर्फ नाम ही लिया , अगर तू वापस नहीं गई ना तो करके के भी देखा देंगे। और ये बात तू अच्छी तरह जानती है.

(जुली के आंखों से पानी धार बहने लगती हैं)

जुली - ठीक में जाती हूं। पर मेरी बेटी कुछ पता नहीं चलना चाहिए।

अनीस - जा तेरी बेटी कुछ नहीं होगा।

अनीस डीलर को फोन लगता है बोलता, कि बोल से कस्टमर को की वो आ रही हैं

डीलर - हैलो राज बाबा

राज - हा बोल

डीलर- वो मान गई हैं , कभी कभी हो जाता है दुबारा नहीं होगा । उसके तरफ से मै माफी मांगता हूं।


राज - कहा है साली ?

डीलर - बाहर ही आपके घर के

राज - चल ठीक, फोन रख।

राज, जावेद को बोलता - जा बे साली बाहर खड़ी है खींच कर लेके आ ,

(जावेद तो मानो किसी दूसरी ही दुनिया में है राज थोड़ा ज़ोर से चिल्ला कर बोलता है ...)

जावेद सुनाई नहीं दिया क्या बे, लेकर आ साली रांड़ को..

अचानक जावेद को होश आता हैं जावेद हड़बड़ाते हुए... हा हा भाई

जावेद रूम से बाहर आता है, जुली वहीं बाहर खड़ी हुए है.


जुली - बेटा मैं तुझे सब समझा दूंगी मुझे एक मौका तो दे।

(जावेद की आंखे गुस्से से एक दम लाल हो गई है जैस मानो अभी खून बाहर आ जाएगा। और जावेद अपने हाथ जुली के सिर के पीछे ले जाकर उसके बालो को खींचते हुए कहता है)

जावेद - बेटा मत कहा मुझे साली रण्डी, जों काम करने आई है वो कर और उसके बाद जाकर कहीं मार जाना लेकिन दुबारा मुझे अपनी शक्ल मत दिखना.

( अपने बेटे के मुंह से ऐसी बातें सुन कर सच में मानो जुली की जीने की इच्छा एक से खत्म हो गई हो , और अब वो एक जिंदा लाश की तरह हो गई थी, जिसकी मानो कोई भावना ही ना हो)

और दोनों वापस कमरे में आते हैं।





episode -5 ends
 
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