Update _ 44
मीरा की बात सुन कर मै उसे सॉरी बोल कर अपनी नज़र चुरा कर वहा से उठ कर जाने लगा तो मीरा ने मुझे पीछे से मेरे जिसम से चिपक गयी
अब आगे
मै वहा से जाने लगा तो मीरा ने मुझे पीछे से पकड़ लिया जो मीरा की चुंची का निपल मेरे पीठ से दब गयी जिसे मेरा लंड मै हलचल हो गया मीरा की चुंची बहुत टाइट लगा मुझे जैसे अभी तक किसी ने मीरा की चुंची को दबाया ही ना हो इतना टाइट लगा मुझे मीरा क्या कर रही हो गलती हो गयी है मुझसे मुझे नहीं पता था कि तुम यहां पर नाहा रही हो मै मीरा को दूर करते हुवे कहा मगर मीरा ने फिर मुझे आकर पकड़ लिया मै फिर मीरा को अपने से दूर कर दिया और जाने लगा तो इस बार मीरा मेरा पैर पकड़ कर बैठ कर रोने लगी ।
रोहित / मीरा तुम चाहती क्या हो मै सादी सुधा लड़का हु मै अपनी बीवी से बहुत पयार करता हु वह भी मुझसे बहुत पयार करती है मै तो कब से यहां से चला जाता मगर मै तुम लोग को इस तरह देख कर तुम्हारी मदद करने के लिये रुक गया मै तुम्हारे साथ कुछ नहीं कर सकता हु सॉरी और मै अपना पैर मीरा से छोड़ा कर फिर जाने लगा
मीरा / रोहित अब मुझसे और बर्दास्त नहीं होता ये जिसम की गर्मी मै बहुत संभाल चुकी इसे ये मेरी जिसम मुझे बहुत परेसान करती है मेरी बातो से तुमेह लग रहा होगा मै कितनी बेसर्म हु जो खुद ही अपनी जिस्म तुमेह सौपना चाहती हु मगर मै पहले ऐसी लड़की नहीं थी
मै बहुत ही अछि और मासूम लड़की थी मै पहले ऐसी लड़की नहीं थी मै ऐसी अपने हरामी बाप की वजह से बन गयी
मै ज्यादा वक़्त सहर मे रह कर स्टडी करती थी फिर मै छूट्टी में घर आई तब मुझे पता चला मेरा बाप कितना कमीना और हरामी है मेरा बाप बहुत कमीना था मेरा बाप घर की नोकरानी तो कभी गाओ की माँ बहन बेटी को घर में कही भी उनके इज़्ज़त के साथ खेलने लगता था जो मैने एक दिन देख लिया " तो मैने अपने बाप से ये सब बंद करने को कहा तब जानते हो मेरे बाप ने क्या कहा। ... तू अपने काम से काम रख और अपने कमरे में रह मै मै जनता हु तू सहर मे रह कर क्या करती है अब मै तुझे सहर नहीं जाने दूंगा " मेरे बाप ने उल्टा मुझे ही गलत कह कर मुझे सहर ना भेजने की धंक्की देन लगा मै रोती हुई वहा से अपने कमरे मे भाग गयी मै अपने कमरे मै रात भर रोती रही। ....फिर अगले दिन मैंने सारी बात अपनी माँ को बताया तो माँ ने भी मुझे चुप रहने को कहा क्यू के वह बात माँ को पहले से पता था जब मैंने एक दिन देखा था तो मुझे कितना दुख हुआ था वही मेरी माँ वह सब कितने दिन से देख रही थी उनेह कितना दुख होता होगा ' मै हर दिन अपने कमरे से ही अपने बाप का घटिया हरकत रोज रोज ही देखने लगी मेरा बाप किसी न किसी गाँव की औरत को उसकी गरीबी का फायदा उठा कर उसकी इज़्ज़त लूट ही लेता था अपनी बाप की हरकत देख देख कर मेरी भी जिसम मै कुछ कुछ होने लगा मै भी अपनी चूत में उंगली करने लगी अपने बाप को दूसरे को चोदते हुवे देख देख कर फिर जिसम की गर्मी सांत होने के बाद मुझे अपने आप पर घिन आने लगती थी इतना कह कर मीरा वही फुट फुट कर रोने लगी
मुझसे देखा नहीं गया गया तो मैने मीरा को अपने बाँहों में भर लिया मीरा बहुत दुखी हो गयी थी ये पहली बार था जो मैने मीरा को रोते देख रहा था नहीं तो मीरा बहुत बहादुर लड़की थी जो कुछ लोगो के लिए अपने ही बाप से बगावत कर के उनके लिए लड़ रही थी
मीरा तुम ठीक हो मै मीरा के पीठ पर हाँथ फेरते हुवे कहा मीरा का जिसम जल रहा था मीरा मेरी बाँहों मे थी तो मुझे भी पसीना आने लगे और नीचे से मेरा लंड भी खड़ा होने लगा एक तो मीरा आधी नंगी ही थी नीचे सिर्फ मीरा पेंटी में थी और ऊपर से चुनरी को लपेट लिया था मगर चुनरी भीगने की वजह से मीरा की काली पेंटी साफ नजर आ रही थी मीरा भी मुझसे लिपट कर रो रही थी अब मेरा लंड भी पैंट में फंफना गया एक तो ऊपर से मीरा की दो कठोर चूंची जो मेरी सीने मे चुभ रहे थे और नीचे से मीरा की चूत बिलकुल मेरे लंड के आगे थी अगर मेरा लंड पैंट मे नहीं रहता तो मीरा की पेंटी फाड़ कर उसकी चूत में चला जाता मीरा कुछ देर मुझसे लिपर्ट कर रोने के बाद अलग हो गयी
मीरा / सॉरी रोहित मै बहक गयी थी मुझे मानफ करना मगर एक बात कहना चाहती हु कभी तुम्हारा किसी लड़की से सेक्स करने का दिल करे तो मुझे याद कर लेना मै तुम्हारा एक बार पयार पाना चाहती हु और इतना कह कर मीरा वहा से दौड़ कर भाग गयी मुझे कुछ समझे मे नहीं आया के अभी मीरा ने क्या कहा लेकिन साला मेरा लंड दर्द करने लगा था मीरा की गांड देख कर जो मीरा उसी तरह दौड़ते हुवे जा रही थी जो मीरा की गांड पूरी तरह हिल रहा था मै ही फिर झरने पर नहाने चला गया
*********************************************अरे यार राम सिंह मै बहुत थक गया हूं अब मुझे और चलने की हिम्मत नहीं हो रही है कुछ कर यार नहीं तो मेडम हम्हारी जान ले लेगी चलते हुवे दिन भर चलने से सभी थक गए थे मगर किसी को हिम्मत नहीं हो रही थी जो किरन से कहे इस लिए वह राम सिंह से कहा क्यू के राम सिंह किरन के साथ ही रहता था जो राम सिंह को किरन ने ही गोवा से ट्रांसफर कर के अपने साथ लाई थी
राम सिंह / सही कह रहा है यार मै भी थक गया हूं मगर सॉरी मै मेडम से नहीं कह सकता अभी उनका मुंड सही नहीं है अगर अभी कुछ कहा तो मेडम मुझपे ही भड़क जायँगी राम सिंह ने साफ माना कर दिया कुछ कहने से मगर सभी के हालत खराब हो गए थे जो सब रुक रुक कर चल रहे थे किरन आगे चलते हुवे अचानक रुक गयी और फिर पीछे देखा तो किरन उनसे कुछ आगे निकल गयी थी किरन गुस्से मे वही रुक गयी
किरन / क्या कर रहे हो तुम लोग पुलिस ही हो ना या सिर्फ पैसे के लिए पुलिस में भर्ती हुवे हो किरन ने चिल्ला कर कहा जो सब शर्मिन्दा होकर नीचे देखने लगे
मेडम शाम होने वाली है हमेह येही कही केम्प लगा लेनी चाहिए नहीं तो रात मे हम कही भटक सकते है राम सिंह हवलदार ने डरते हुवे किरन से कहा जो वह भी पूरी तरह थक गया था
किरन / ठीक है राम सिंह हम येही पर केम्प लगाते है किरन ने भी देखा के सच मे सभी थक गए है मगर किरन जल्दी रोहित को ढूंढ कर जंगल से निकलना चाहती थी इस लिए किरन परेसान थी जो इनसब पर धयान नहीं दिया था के ये लोग सुबह चल रहे है
अरे यार बहुत ठण्ड लग रहा है इस जंगल मै कास मै मेडम के साथ नहीं आया होता तो इस ठण्ड के मोसम मे अपनी बीवी की जिसम की गर्मी ले रहा होता घर पर दो लोग अलग सिगरेट पी रहे थे जो उसमे से एक ने कहा दूसरे से
सही कह रहा है भाई काश हम नहीं आये होते मग़र सच कहूं तो भाई मै सिर्फ मेडम के लिए हो इस जंगल में आया हु जब से मेडम को देखा है साला रात को नींद भी नहीं आता है आह देख वहा मेडम को कैसे वह सिर्फ गंजी में आग की मज़ा ले रही है कास अभी मेडम मेरे साथ केम्प मे होती तो मै उनकी होंटो की सारा रस पि जाता दूसरे ने एक आह भर कर दूसरे को किरन को देखते हुवे कहा
भाई सच कहा तुमने ने अम्हारी मेडम हजारो में एक है मै भी जब से मेडम को देखा है साला अपनी बीवी को चोदने का दिल ही नहीं करता है कास मेडम मेरी बीवी होती तो मे सिर्फ दिन रात उनके चूत और गांड में आप लेंड डाल कर ही रखता दूसरे ने भी अपना लंड को मसलते हुवे कहा
ये दोनों यहां सिर्फ बाते कर रहे थे किरन के बारे मे मगर दोनों मे से एक की भी हिम्मत नहीं थी किरन से कुछ कह सके
यहां भी जो पुलिस वाले थे वह किरन से नज़रे बचा कर अपना लंड मसल रहे थे किरन की गंजी में उसकी चुंची देख कर राम सिंह मै सोने जा रही हु तुम लोग भी एक एक कर के सोते रहना एक साथ सभी मत सो जाना वरना कुछ भी हो सकता है ये जंगल बहुत खतरन है समझ गए मेरी बात किरन ने जाते हुवे राम सिंह से कहा और उठ कर अपने केम्प में चली गयी
********************************************* राकेश अपने रूम में अपना लंड मसल रहा था जब से राकेश ने अपनी माँ की गांड देखा था उसे हर जगह अपनी माँ की गांड ही नज़र आ रहा था आह कितनी बड़ी थी माँ की गांड मेरी माँ ज़रूर कीसी से अपनी चूत गांड चोदवा रही है तभी माँ की गांड इतनी बड़ी हो गयी है कौन है साला मदर चोद जो मेरी माँ की मज़े ले रहा है और साली रंडी को देखो दिन मे ऐसे पूजा करती है जैसे कितनी सरीफ हो साली ना जाने किस किस के लंड अपनी चूत गांड मे ले चुकी है और उसका बेटा यहां उसके लिए कब से तड़प रहा है राकेश अपना लंड को हाँथ से हिलाते हुवे बोले जा रहा था
अचानक राकेश बेड से उठ कर रूम से निकल गया और अपनी माँ के रूम की तरफ चल दिया राकेश जब अपनी माँ के रूम के पास पहुंचा तो उसे अपनी माँ के रूम में लाइट जलते देखा इतनी रात में क्या माँ जग रही है जो अभी तक लाइट जल रहा है माँ की रूम में राकेश ने सोचा और राकेश अपनी माँ के रूम के बगल वाला रोम मे चला गया उस रूम में जाने के बाद राकेश ने दिवार में सटी हुयी एक तस्वीर को वहा से हटा दिया तस्वीर हटाने के बाद वहा पर एक छोटा सा होल था राकेश उस होल में अपना एक आँख से देखने लगा अंदर राकेश को अपनी माँ का आधा सरीर नज़र आई जो ब्रा मे बेड पर सोई थी और उसकी आँखे बंद थी मगर राकेश की माँ का एक हाँथ अपने मुंह पर था जैसे राकेश की माँ अपनी मुंह बंद कर के अपनी चीखे रोक रही हो राकेश अपनी माँ को ब्रा में देख कर राकेश का लंड कच्छा में टनटना गया
माँ सो रही है तो वह अपनी मुंह पर हाँथ क्यू राखी है क्या माँ अभी भी जग रही है राकेश ने खुद से कहा तभी राकेश को अपनी माँ की आवाज़ सुनाई दिया तो राकेश अपना कान होल में लगा कर सुनने की कोसिस करने लगा
मालिक मै बहुत थक गयी हु मेरी पूरी जिसम दुख रही है आप ने कल दिन से लेकर रात भर मुझे चोदा दावा खा खा कर जो मेरी चूत के साथ गांड और चुंची बहुत दर्द कर रहा है भगवन के लिए मुझे आज मत चोदिये वरना में आज मर जाउंगी रहम कीजिये मालिक अंदर राकेश की माँ किसी को मालिक कह कर अपने चूत गांड ना चोदने की बिनती कर रही थी
राकेश अपनी माँ की बात सुन कर उसे बहुत गुस्सा आ रहा था के कौन है साला जो मेरी माँ उसे डर कर मालिक मालिक कह रही है और साले ने मेरी माँ को कल से ही चोद रहा है राकेश गुस्से में अपनी माँ के रूम मे जाने को सोचा तभी उसे एक आदमी के बोलने कज आवाज़ आई अपनी माँ के रूम से तो राकेश फिर से कान लगा लिया होल में सुनने के लिए
क्या करूँ रजनी कितने दिन के बाद तो तूने अपनी चूत गांड मुझे दी चोदने को वरना हमेशा ही कहती थी मेरा बेटा देख लेगा और मुझे चोदने नहीं देती थी लेकिन देख कल मै तुझे चोद रहा था और तेरा बेटा बाहर खड़ा सुन रहा था तेरी चीखे और उसे पता भी नहीं चला के मै उसकी माँ की गांड मार रहा हु और तूने भी तो देखा था अपने बेटे को रूम मे रजनी जानती थी तेरा बेटा क्या बोल रहा था अंकल कौन है जिसे आप अभी चोद रहे थे मेरे तो मन किया के बता दू के अभी में तेरी गदरायी हुयी मस्त तेरी माँ की गांड मार रहा था मगर तूने ही इसारे से मिझे माना कर दिया
अंदर आदमी की बात सुन कर राकेश की आँखे लाल हो गया था गुस्से से मगर राकेश उस आदमी का अभी कुछ बिगाड़ नहीं सकता था तो शांत हो गया क्यू के राकेश को पता चल गया के अंदर तिलक सिंह है जो माँ को चोदने की कोसिस कर रहा जो माँ दर्द की वजह से चोदने को माना कर रही है अरे ये तो तिलक अंकल है तो क्या मेरी माँ तिलक अंकल से चोदवाती है और उस दिन अंदर तिलक अंकल मेरी माँ को ही चोद रहे थे जब मै रूम मे गया था साला तिलक अंकल मेरी माँ को ना जाने कब से चोद रहा है और मुझे पता भी नहीं है क्या मेरे बाप को पता है के माँ को तिलक सिंह चोदता है राकेश होल से देख कर बोलते जा रहा ता और अपनी माँ की गांड की बिल तिलक को चाटते देख कर अपना लंड हिला रहा था राकेश की माँ रजनी अंदर अभी तिलक सिंह का लंड चुश रही थी और तिलक सिंह राकेश की माँ रजनी के गांड चाट रहा था जो रजनी आहे भर रही थी दर्द और मज़े से अंदर का नज़ारा देख कर राकेश अपना लंड और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा अंदर मदर चोद तिलक सिंह मेरी माँ की गांड का मज़ा ले रहा है और यहां मै लंड हिला रहा हु साले एक दिन मै भी तेरी बीवी सुस्मिता आंटी और मीरा को तेरे ही सामने उन दोनों की चोदाई करूँगा तब जाकर हिसाब बराबर होगा ओह आह क्या खूबसूरत है सुस्मिता आंटी मै आंटी की जिसम पाने के लिए कब से तड़प रहा हु पहले में तेरो बेटी मीरा से शादी करूँगा फिर उसके बाद मै सुस्मिता आंटी को चोद कर अपनी माँ की बदला लूंगा राकेश सोच ही रहा था के अंदर से अपनी माँ की सिसकियाँ सुन कार राकेश के लंड ने पानी छोड़ दिया फिर होल से राकेश ने अंदर देखा तो राकेश की माँ रजनी बिस्तर पर चित सोई लंबी लंबी सांस ले रही है जो रजनी की साँसे लेने की वजह से रजनी की चुंची ऊपर नीचे हो रही थी फिर राकेश नीचे देखा तो उसकी माँ रजनी की चूत से पानी गिर रहा था जो तिलक सिंह उसे चाट रहा था और रजनी तिलक सिंह के सर पकड़ कर उसका सिर को हाँथ से हटा रही थी
मालिक आह ओह आह मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा है प्लीज अब तो मुझे सोने दीजिये मैने आप के लंड का पानी भी निकल दिया अंदर से रजनी की आवाज़ सुनाई दिया राकेश को मगर इस बार राकेश को दुख हुवे क्यू की उसकी माँ की आवाज़ मे दर्द था मदर चोद रंडी की पिल्लै मै तुझे जान से मार दूंगा तूने मेरी माँ को इतनी दर्द मे भी नहीं छोड़ रहा है राकेश से अपनी माँ की दर्द भरी आवाज़ सुन कर गुस्से से पागल होते हुवे कहा और राकेश वहा से हट कर नीचे बैठ गया कुछ देर के बाद राकेश को अपनी माँ का रूम का गेट खुलने की आवाज़ आई जो राकेश समझे गया के तिलक चला गया तो राकेश भी निकल कर अपने कमरे मे चला गया
दोस्तों मै pic डालने का सोच रहा हु तो क्या मै pic डाल दू आप लो क्या कहते है बता सकते है तभी अगले update मे मै कुछ pic डाल दूँगा