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Adultery मै बस तुम्हारी हूँ –– नहीं तुम बेवफा हो incest / adultery

Update _ 16


आरती राहुल के साथ चली गयी और उनके पीछे राहुल की भाभी भी चली गयी मुझे अजीब सी घुटन होने लगा मै भी जाने का सोचा
आब आगे

मै भी उनके पीछे से चल दिया मगर वह लोग अचानक गायब हो गए एक तो बड़ी हवेली जैसा घर था मेरा सर सोच के फटा जा रहा था ये लोग गए कहा मै तो उनके पीछे ही तो आया था
सभी रूम मे आरती को देखने लगा मगर सभी रूम लॉक ही मिल रहा था मुझे मै अपना सर पकड़ कर एक जगह पे बैठ गया और जेब से मोबाइल निकल कर आरती को फ़ोन लगा दिया रिंग तो हो रहा था मगर आरती फ़ोन नहीं उठा रही थी

आरती के फ़ोन ना उठाने से मुझे और टेंसन होने लगा मै फिर वहा से उठ कर दूसरी तरफ गया उधर मुझे सन्नाटा लग रहा था मै वही आरती को फ़ोन लगया मगर इस बार आरती का फ़ोन ऑफ आ रहा था

तभी मैने एक लड़का को देखा वह एक रूम मे गया जाने से पहले उस लड़के ने चारो तरफ देखने लगा मै भी भी छिप गया फिर लड़का रूम मे चला गया और गेट लॉक कर दिया गेट बंद की आवाज़ सून कर उस रूम के पास गया और गेट के होल से देखा आंदर रूम में लाइट जल रहा था और रूम मे 3से 4 लड़के दिखे और एक लड़की पूरी नंगी होकर एक लड़के का लैंड चूस रही थी और एक बंदा उस लड़की के गांड मे ऊँगली डाल रहा था जो लड़की हहह कर के आगे की तरफ उछल गयी मेरा दिल मचलने लगा कही ये मेरी आरती तो नहीं है नहीं आरती तो राहुल के साथ गयी थी और राहुल की भाभी भी उनके साथ थी मगर अंदर तो राहुल नही है नही उस की भाभी है यहा लड़की तो अकेले है मै अपने आप को तसल्ली दे रहा था मुझे अभी तक लड़की की चेहरा नही दिख रहा था मुझे सिर्फ लड़की की गांड दिख रहा था वह दूसरी तरफ से लड़के का लैंड चूस रही थी मै बस लड़की का चेहरा देखना चाहता था ये मेरी आरती तो नही है तभी मैने लड़के की हहहहह सूना लड़का झड़ गया था अंदर लड़के ने लड़की के सर अपने लैंड पे दबा दिया लड़की ने उसका लैंड का सारा पानी चाट गयी और लड़के का लैंड आपने मुंह से निकल कर पलटी और मै गेट से पीछे हट गया जैसे मुझे गेट से लाईन की झटका लगा हो

वह मेरी आरती ही थी

नहीं आरती तुम मुझे धोका नहीं दे सकती मेरा दिल दुख रहा था मेरे आँखों मे आंसू आ गये थे मुझे समझ मे नहीं आ रहा था मै क्या करूँ मेरा सरीर कांपने लगा था मै वही गेट के नीचे बैठ गया आरती तुमने अच्छा नही किया मेरे साथ मुझे यकीन नही हो राहा था मेरी आरती मुझे धोका दे रही है एक तरफ आरती मु इतना पयार करती है के दर्द होते हुवे भी मुझे नहीं रोकती है और अभी किसी रंडी की तरह लग रही है मेरे आँखों से आंसू नहीं रुक रहे थे मन कर रहा था अंदर जा कर सब को जान से मार दू तभी मुझे लड़की की आवाज़ सुनाई दी मै फिर से हॉल से अंदर देखने लगा

आरती / हहहहह अब देर मत करो जल्दी से मेरी चुतं मे अपना लैंड डाल दो हहहह प्लीज जल्दी से डालो हहहह ऊऊऊऊ और एक लड़के ने अपना लैंड आरती के चुतं मे लैंड डाल दिया आरती की चीख निकल गयी लड़का और तेज़ धकका मारने लगा यस यस हहहहह फाड़ दो मेरी हहहहह चु हहहहह त को हहहह देख ये तेरी बड़ी बहन की चुतं हहहह है और तेज़ धक्के मार् हहहह यस हहहहह हा चितडे उड़ा दे अपनी दीदी की चुतं को आरती उस लड़के की बहन की नाम लेकर उसे और गर्म कर रही थी और लड़का अपनी बहन की नाम से और तेज़ी से आरती को चोदने लगा लड़का इतनी तेजी से आरती को चोद रहा के उसकी आवाज़े मेरे कानों मे चप चप चप और आरती की चीखने की आवाज़ आ रही थी लड़का जयादा देर और अपनी बहन के नाम से टिक पाया और आरती की चुतं से लैंड बहार निकल लिया लड़के के लैंड निकलते ही आरती दूसरे लड़के को देख कर इसारा करने लगी

मैने देखा लड़के के लैंड से बहुत पानी गिरा था जो कॉन्डोम आधा भरा हुवा था आरती अंदर रंडी की तरह लैंड मांग रही थी और मै उसे देख कर मेरा दिल ऱो रहा था मुझे और नही देखा गया मै वहा से चल दिया अपने आँखों से आंसू पोछते हुवे मै वाशरूम मे जकार रो और जोर से रोने लगा तभी मुझे आरती की आवाज़ सुनाई दी जो किसी से मुझे देखने की बात कर रही थी के मेरे पति को देखा क्या मै आरती की आवाज़ से लगा वह परेसान है मेरे लिए मगर अब मै आरती की सकल नही देखना चाहता था मै वहा से जा ही रहा था के आरती ने मुझे देख लिया आरती भाग कर मुझे अपने बाहुं मे भर लिया

आरती / बेबी तुम कहा चले गए थे मै कब से तुम को खोज रही हु और तुम्हारा फ़ोन कहा है

आरती मुझे आयेसे बाहुं मे पकड़ी थी के मै फिर से भग जाऊंगा आरती मुझे बाहुं में भर कर ऱो रही थी जो मेरे गर्दन पे उसकी आंसू गिर रहे थे और आरती मुझे सपने बाहुं से छोड़ ही नही रही थी वहाँ और भी लोग थे और राहुल की माँ और बहन भी थी जो वह लोग भी परेसान लग रहे थे

मै / आरती क्या हुवा मै येही था आज मै ड्रिंक कर लिया था तुम जानती हो मै सराब नही पिता मुझे चककर आने लगा तो मै यहा पे आ कर सर भिनगा कर येही पे बैठ गया था मुझे आरती का रोना नही देखा जा रहा था आरती की धड़कन भी तेजी से धडक रहा था

बेटा तुमेह आरती बेटी को बता देना चाहिये था ये तुमेह पागलो की तरह कब से खोज रही है बेटा और कितनी बार तुमेह फ़ोन भी किया तुम किस्मत वाले हो जो तुमेह इतनी चाहने वाली बीवी मिली जो तुम्हारे बगैर एक पल नही रह सकती है

मै समझ नही पा रहा था ये लोग क्या बात कह रहे है मै अपने आँखों से देखा था उस कमरे मे आरती चोदा रही थी और ये लोग कह रहे है आरती मुझे खोज रही थी ये कैसे हो सकता है सोच सोच कर मेरा सर घूमने लगा आरती मेरा सर दर्द कर रहा है मुझे घर जाना है मैने आरती से अपना सर पकड़ कर कहा

आरती / हा हा बेबी हम घर चलते है

आरती मेरा बाह पकड़ कर चलने लसगी आरती कहा जा रही हो पीछे से राहुल की आवाज़ आई

आरती / राहुल मै अब यहाँ और नहीं रुक सकती रोहित का सार दर्द कर रहा सॉरी

आरती इतना कह कर चल दी मुझे साला राहुल पे बहुत गुस्सा आ रहा था एक बार पीछे देखा तो राहुल के चेहरे पे वही मुस्कान थी जो मिलवाते हुवे उसके बाप और भाई के चेहरे पे मुसकान थी मुझे अजीब लग रहा था आखिर ये लोग आयेसे क्यू हँस रहे है मुझे पता करना होगा इनके बारे मे आरती गाड़ी तेज़ मे चलते हुवे एक मेंडिक्ल पे जकार गाड़ी रोक दी

आरती / बेबी सिर्फ सर दर्द कर रहा है या उलटी भी किया है तुमने

मैने भी सिर्फ सर दर्द को ही कहा आरती मेंडिक्ल पे चली गयी आरती के जाने के बाद मुझे याद आया के राहुल की माँ बोल रही थी आरती ने मुझे फ़ोन किया था मै जेब से मोबाईल निकल कर देखा तो आरती के 10 मिस कॉल थे और 5 मिस कॉल दूसरे नवम्बर से थे ये कैसे हो सकता हैं आरती अपनी चोदई करवाते हुवे तो मोबाईल हाँथ में लिया ही नहीं थस
दोस्त आपकी कहानी अब जाकर अच्छी लग रही हे इसी तरह जारी रखिये
 
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SultanTipu40

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Dost ye story jald hi start karunga .... Magar thoda idhar udhar update main ho sakta hai q ki kaphi din se is story par update nahi Diya hai is liye ....

Lekin koshish karunga story khud padhne ke baad hi update dun .... Kis Characters ko kaha chhoda hai


Haa magar update hafte main sayad ek do hi Aayenge .......
 
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Bosskhatri

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Dost ye story jald hi start karunga .... Magar thoda idhar udhar update main ho sakta hai q ki kaphi din se is story par update nahi Diya hai is liye ....

Lekin koshish karunga story khud padhne ke baad hi update dun .... Kis Characters ko kaha chhoda hai


Haa magar update hafte main sayad ek do hi Aayenge .......
Ok .
.
Ye bhi thik hi hai
 
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Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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Dost ye story jald hi start karunga .... Magar thoda idhar udhar update main ho sakta hai q ki kaphi din se is story par update nahi Diya hai is liye ....

Lekin koshish karunga story khud padhne ke baad hi update dun .... Kis Characters ko kaha chhoda hai


Haa magar update hafte main sayad ek do hi Aayenge .......
सब यहीं हैं भाई, कोई कैरेक्टर कहीं नहीं गया।

बस आप शुरू करो।
 

SultanTipu40

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अपडेट ....... 67

निर्मला चाची मेरा लन्ड अपनी नर्म गोरी हाथों मे लेकर सहलाने लगी

ओह ह ह ह ह आह हहहह

मे निर्मला चाची की चिकनी कमर को पकड़ कर सिसक पड़ा

वही चाची भी
सिसक कर मुझसे लिपट गई निर्मला चाची की गर्म जिस्म मुझसे जैसे ही लिपटी मेरा तो पूरे जिस्म मे करेंट सा लग गया और मैं फिर से निर्मला चाची को पूरी तरह बाहों मे भर लिया जो चाची मेरी जिस्म मे सिसकती हुईं कांप सी गई

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह


निर्मला चाची की जिस्म इतनी गर्म थी के मेरा भी जिस्म और भी गर्म होने लगा और मेरा लन्ड तो जैसे निर्मला चाची की सारी के ऊपर से ही चूत मे जाने लगा होता है जो चाची को अहसास होते ही चाची अपनी गांड़ पीछे की तरफ कर देती है

मुझसे और रहा नही गया और मे चाची की गर्दन को चूमने लगा जिससे निर्मला चाची कसमसाने लगी और अपनी सार इधर उधर घूमाने लगी लेकिन निर्मला चाची मुझे और भी कस के अपनी बाहों मे भर्ती चली जा रही होती है


निर्मला चाची की बेचैनी देख कर मैं समझ गया कि निर्मला चाची आज सारी हदेह पर करना चाहती है

मै निर्मला चाची को चूमते हुऐ पकड़ कर रूम की तरफ बढ़ने लगा जो निर्मला चाची भी मेरे साथ चलने लगी

निर्मला चाची को रूम मे ले जाते ही उन्हे चूमते हुए गेट के बगल मे दीवार पर सटा कर उनकी चूची की बीच लकीर पे चूमने लगता हूं

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

निर्मला चाची तो मुझे सिसकती हुई मुझे पकड़ कर अपनी जिस्म मे दबा रही होती है

ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा कुछ करो
आह ह ह ह ह ह ह

निर्मला चाची इतना बोल कर रोहित से अलग हो जाती है और तभी निर्मला चाची को पल्लू सीने से नीचे गिर जाती है

ओह बाप रे चाची की चूची तो सच मे बहुत बड़ी है और उतनी ही टाइट भी आज तो मैं निर्मला चाची की चूची का सारा रस पी जाऊंगा

निर्मला चाची की उफान मरती हुई चूची को देख कर तो मेरा लन्ड जो पहले से खड़ा था वह अब बार बार सर उठा कर फुफकार मरने लगता है जैसे बता रहा है अब और नही मुझे निर्मला चाची की गुफा मे जाने दो

मै जल्दी मे अपने सारा कपड़ा निकल दिया और सिर्फ कच्छा मे खड़ा होकर निर्मला चाची की तरफ देखा जो निर्मला चाची पहले तो मुझे घूर कर देख रही होती है मगर मेरी नजर जाते ही निर्मला चाची घूम जाती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह

चाची आप की जिस्म की हर हिस्सा इतनी कातिलाना क्यू है चाची ये आप की गान्ड तो

ओह हह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

मै खुद पर काबू नहीं कर पाता हूं और पीछे से जाकर निर्मला चाची की बाहर निकली हुई गान्ड दबाने लगता है

आह निर्मला चाची की गान्ड तो पूरी गर्म थी मेरे छूते ही मेरे हाथ मे गर्म महसूस होने लगा और लन्ड भी मेरा दर्द करने लगा तो मैं झट से अंडर बीयर नीचे कर के निर्मला चाची की गान्ड मे रगड़ने लगा

वही रोहित के आचनक गान्ड दबाने से निर्मला चाची सर्म से अपनी आंखे बंद कर के वही खड़ी रह जाती है मगर जैसे ही निर्मला चाची को रोहित का लन्ड अपनी गांड़ पर महसूस होती है निर्मला चाची की दिल की धड़कन बढ़ जाती है और चूत मे खुजली होने लगती है जो निर्मला चाची घूम कर रोहित से लिपट जाती है

ओह ह ह ह ह

रोहित बेटा आह ह ह ह ह ह कुछ करो आह ह ह ह ह ह ह ह


निर्मला चाची मुझसे लिपटती हुई बोलती है

निर्मला चाची गर्म हो गई है मुझे अहसास होते ही मै निर्मला चाची की सारी को निकलने लगता है जो निर्मला चाची खुद ही सारी निकलने मे मेरी मदद करती है और खुस ही समय मे निर्मला चाची पूरी तरह नंगी हो जाती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह चाची आप बहुत गर्म हो

निर्मला चाची की नंगी जिस्म जैसे ही मेरी जिस्म से टच होती है मै खुद पीछे होते हुवे बोल पड़ता हूं

निर्मला चाची की जिस्म सच मे बहुत गर्म होती है जो मै एक वक्त के लिए पीछे हो गया होता हूं

वही मेरी बात सुन कर निर्मला चाची शर्मा कर अपनी चूत पर हाथ रखती हुई खाट पर बैठ जाती है

मै कुछ समय तक वही खड़ा निर्मला चाची की जिस्म को देखता रहा

आह ह ह ह ह

सच मे निर्मला चाची की जिस्म की कोई जवाब नही कितनी खूबसूरत है निर्मला चाची की जिस्म मुझे यकीन नही हो रही है जिस औरत की जिस्म को देख कर लग भाग गांव के सारे मर्द आह भरते है वही जिस्म मेरे सामने नंगी पड़ी है

आज तो मैं निर्मला चाची की जिस्म को इतना प्यार करूंगा की निर्मला चाची तो चाचा को भूल ही जायेगी

भोला आज मै तेरी जन्म भूमि पर अपना झंडा लहराने जा रहा हूं

निर्मला चाची की जिस्म को देख कर पाता नही क्या क्या खयाल आने लगा था मेरे मन में

मे खुद को और नही रोक पाया और निर्मला चाची के पास जाकर निर्मला चाची को खाट पर सोला दिया और निर्मला चाची की आंखों मे देखने लगा जो निर्मला चाची की आंखों मे बहुत सारी शर्म थी और निर्मला चाची की हाथ अभी भी चूत पर ही थी

निर्मला चाची मेरी आंखों मे देखती हुई ही अपनी हाथ चूत पर से हटा दिया और मेरे लन्ड को देखने लगी

निर्मला चाची को अपने लन्ड को घूरते हुवे देख कर मे समझ गया निर्मला चाची की चूत लन्ड मांग रही है मे भी अपना लन्ड को पकड़ कर निर्मला चाची की चूत के पास रख दिया

ओह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा मै काफी दिन के बाद कर रही हूं :::::: निर्मला चाची मुझे देखती हूं बोली निर्मला चाची की आंखों मे शर्म के साथ डर भी मुझे दिखाई दिया


मै समझ गया निर्मला चाची क्या बोलना चाह रही है जो मैने बस निर्मला चाची को देखा और अपना लन्ड हल्का से निर्मला चाची की चूत में डालते हुआ रुक गया और निर्मला चाची की चूत को उंगली से दोनो होंठ थोड़ा अलग किया तो मैं हैरान रह गया निर्मला चाची की चूत बिल्कुल कुंवारी लड़की को तरह सटी हुई थी

वह ह ह ह निर्मला चाची तो सच मे गांव की सबसे खूबसूरत औरत के साथ एक कुंवारी लड़की की तरह चूत भी रखी हुईं है

मै बहुत खुश भी हो गया ::: मैं अपना लन्ड निर्मला चाची की चूत पर रख कर बस थोड़ा सा दबाव बनाया

ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

अभी बस थोड़ा ही लन्ड चूत मे गया की निर्मला चाची आह भरती हुई अपनी गांड़ उठा कर ऊपर की तरफ हो गया

आह ह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा

निर्मला चाची बस इतना ही बोल कर मुझे देखने लगी और मेरी हाथ को पकड़ लिया

चाची मै आप को ज्यादा दर्द नहीं दूंगा ।

मै चाची को देखते हुवे इतना ही कहा

मै इस बार निर्मला चाची की कमर को दोनों हाथों से मजबूती से पकड़ लिया और अपना लन्ड चूत पर रखते ही चाची की आंखों में देखते हुवे एक जोर का धक्का दे मारा

आह ह ह ह ह ए ओह ह ह ह ह ह ह मेरी चूत आह ह ह ह ह ह ह ह मां मां

हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूं

मै जोर से धक्का मरा के मेरा आधा से ज्यादा लन्ड निर्मला चाची की चूत मे चला गया जो चाची दर्द मे चीखने तड़पने लगी

मै जल्दी से अपना मुंह निर्मला चाची की मुंह पर रख कर चाची के होंठ को चूमने लगा चाची अभी भी दर्द मे हूं हूं कर रही होती है लेकिन मै चाची को किस करते ही रहता हूं

मै कभी देर तक निर्मला चाची को किस करते हुवे चाची की चूची को मसलता रहा

निर्मला चाची मेरी कमर को पकड़ कर लन्ड निकलने के कोशिश करने लगती है मगर मै और ज़ोर देकर लन्ड निकलने नही देता हूं

कुछ देर के बाद चाची रुक जाती है मै भी अपना मुंह चाची की मुंह से हटा लेता हूं

मेरे हटाते ही निर्मला चाची हफने लगती है निर्मला चाची की चूची ऊपर नीचे होते देख कर मैं निर्मला चाची की चूची को मुंह मे ले लेता हूं

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह


कुछ देर के बाद चाची सिसकती हुईं अपनी गांड़ हिलाने लगती है मै समझ जाता हुईं चाची की दर्द सायद अभी कम हो गई है

मै फिर से धक्के मरने को होता हूं तभी मेरी नजर निर्मला चाची की ऊपर जाती है तो देखता हूं निर्मला चाची की आंखों से लगतार आंसू निकल रही होती है

चाची मुझ माफ कर दीजिए एक बार मे नही डालता तो आप को और भी दर्द होती । मे बोलते हुवे निर्मला चाची की आंखों से बहती हुई आंसू पोंछ देता हूं

वही निर्मला चाची पिंकी मुस्कान से बस देखती है और अपनी गांड़ हिलाने लगती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

निर्मला चाची गांड़ हिलते हुवे सिसकने लगती है

मै निर्मला चाची की ईसरा समझ कर धीरे धीरे धक्के मरने लगता हूं जिससे निर्मला चाची भी मेरे धक्के के बदल अपना गांड़ हिला रही होती है और सिसकियां भरती जा रही होती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह रोहित बेटा फाड़ दो मेरी चूत को आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह मां मां मां मां मां मां मां मां मां मां आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह


निर्मला चाची की बात सुन कर मेरे अंदर एक जॉस सा आ जाता है जो मैं और जोर जोर से धक्का मरने लगता हूं जो निर्मला चाची की आहे निकलने लगती है

निर्मला चाची कुछ ही देर मे अपनी चूत से पानी पहने लगती है निर्मला चाची को चूत से पानी निकल रही होती है और मे धक्का मरते ही जा रहा होता हूं

निर्मला चाची लंबी लंबी सांसे लाती हुई बस मुझे देख रही होती है निर्मला चाची की आंखों से अभी भी आंसू निकल रही होती है

मै भी निर्मला चाची की कसी हुई चूत की गर्मी ज्यादा देर बर्दास्त नही कर पता हुईं और

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ करते हुवे चाची के ऊपर गिर पड़ता हूं

रोहित बेटा पा पानी । मै निर्मला चाची के ऊपर लेटा हुआ ही होता हूं के निर्मला चाची बहुत ही धीरे से पानी के लिए बोलती है

चाची मै अभी लाया

पक ककककक

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

मै जैसे ही निर्मला चाची के ऊपर से उठता हूं मेरा लन्ड पक कर के निकल जाता है वही मेरा लन्ड निकलते ही निर्मला चाची एक बार फिर से गांड़ उठा कर सिसक पड़ती है

मै नंगा ही रूम से निकल कर मटके से पानी निकल कर रूम मे आया तो देखा निर्मला चाची दोनो पैर मोड़ कर लेती हूं है और कहर रही है मै समझ गया चाची की चूत मे दर्द हो रही है

मैं चाची के पास गया और निर्मला चाची को उठा कर उन्हे पानी पिलाया पानी पीते ही निर्मला चाची फिर से पैर मोड़ कर लेट गई

निर्मला चाची इस तरह लेती हुई थी की उनकी मतवाली गांड़ अभी और भी बड़ी लग रही थी जो मेरा लन्ड फिर से खड़ा होने लगा

मै निर्मला चाची की गांड के पीछे जाकर निर्मला चाची की गांड को सहलने लगा

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

यही गांड है जिसे देख कर कितनो के लन्ड का पानी निकल जाता होगा

मै मन मे सोचते हुआ निर्मला चाची की गांड को सहला रहा होता हूं।

ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा मेरे चूत दर्द कर रही है अब रहने दो न

निर्मला चाची बहुत ही दर्द भरी आवाज मे बोली

मेरा मन तो अभी फिर से कर रहा था निर्मला चाची की चूत को चोदने की मगर मै चाची की दर्द के बारे मे सोच कर रुक गया

लेकिन मेरा तो खड़ा हो गया था अपने लन्ड का कुछ तो करना ही था जो मुझे अपने लन्ड को शांत करने का उपाएं भी मिल गया और मैं अपना लन्ड निर्मला चाची की गांड पर सटा दिया

नही आह ह ह ह ह ह ह ह ह ।।। रोहित बेटा मै मर जाऊंगी


मेरा लन्ड अभी निर्मला चाची की गांड पे सटा ही था के निर्मला चाची अपनी गांड़ आगे की तरफ कर लेती है और मेरी तरफ देखती हूं रोनी सी सूरत मे बोलने लगती है और निर्मला चाची की आंसू भी निकलने लगती है

चाची मै आप मर्जी के बिना आप की चूत नही मार सकता तो गांड कैसे मार सकता हूं

चाची मेरा लन्ड खड़ा हो गया है और आप की चूत मे दर्द है और आप को दर्द भी हो रही है तो एक यही उपाएं है मेरा लन्ड आप की गांड की गर्मी मे यकीनन शांत पड़ जाएगा ।।।।। मैने चाची को देखते हुए कहा सयाद चाची मेरी बात सुन कर शरमा गई इस लिए अपनी नज़र नीचे कर ली मगर वह फिर से अपनी गांड़ मेरी तरफ कर के लेट गई

मैं भी अपना लन्ड निर्मला चाची की गांड की दरार मे सिर्फ फसा कर निर्मला चाची को पकड़ लिया
__________________________________

आगली सुबह


सड़क पर बहुत ही तेजी से एक गाड़ी चल रही होती है और उसमे 4 बंदे बैठे हुवे होते है वही काजल भी उनके साथ बैठी हुई होती है

क्या सोच रहा है ।।।। वहा जाते ही मुझे धोकका देने के लिए तो नहीं सोच रहा है

काजल राजेश को घूरती हुई पूछती है

तू लड़की हैं मुझे अभी भी यकीन नही हो रहा है मैने बहुत से लड़कियों को देखा है वह लड़किया लड़ना भी जानती है मगर वह तुझ जैसी सनकी नही होती है ।। तो मै तुझे धोक्का देने के बारे मे सोच भी नहीं सकता

राजेश बस इतना कह कर गाड़ी के बाहर देखने लगता है वही काजल बस मुस्कुरा देती है

मै सनकी हूं ये तो तू जान गया मगर मैं कितनी सनकी हूं तुझे पता चल जायेगा ।

रमन जब तक मै न कहूं तुम लोग कुछ नही करोगे । समझ गए


काजल पास बैठे लड़के से बोलती है जो काजल के उम्र का होता है वह लड़का बस हा मै सर हिला देता है ।

गाड़ी चल ही रही होती है तभी राजेश का फोन बजने लगता है ।

राजेश फोन देखता है तो वही नम्बर होता है तो राजेश काजल को देखने लगता है तो काजल स्पीकर ऑन कर के बात करने का ईसरा करती है

राजेश उठा कर स्पीकर पर डाल देता है ।

आगे आकर गाड़ी लेफ्ट साइड घुमा लो । मेरे आदमी आगे सड़क पर है उनके पीछे गाड़ी लेकर चलते रहो

राजेश ठीक है बोल कर फोन रख देता है थोड़ी दूर जाकर गाड़ी घूमाने पर काजल को नजर एक गाड़ी पर पड़ती है जो गाड़ी के बाहर ही कई सारे आदमी गन लिए हुवे खड़े होते है और काजल की गाड़ी को देख कर वह ईसरा कर के गाड़ी मे बैठ जाते है

काजल की गाड़ी भी उस गाड़ी के पीछे चलने लगती है गाड़ी चलती हुई गांव के बाहर निकल जाती है गाड़ी गांव के बाहर जैसे ही जाति है कुछ ही दूरी पर एक बड़ा सा गेट दिखाई देती है जो गेट पर ही काई सारे आदमी हाथ मे गन लिए खड़े होते है

आदमियों के हाथ मे गन देख कर तो राजेश के माथे पर पसीने आने लगते है वही काजल के साथ वाले लड़के भी थोड़े हैरानी से बाहर देखने लगते है

काजल ये कौन सी जगह है हम गांव के बाहर आ गए है ये इलाका तो बिलकुल सुनसान है ।

काजल के साथ बैठा हुआ लड़का रमन बोलता है

रमन क्या तुम डर गए । अगर डर गए तो तुम अपने दोस्तों को लाकर राजेश के साथ ही निकल जाना ।

काजल बाहर की तरफ देखती हुईं बोलती है ।

काजल की आंखों मे इस वक्त कोई डर नजर नहीं आ रही होती है ।

मगर राजेश और रमन के दो दोस्तों की आंखों मे थोड़ी डर जरूर नजर आने लगती है ।

काजल मै उनमें से नही हुईं जो काम लेने के बाद पीछे हट जाऊं । जब तक मै तुम्हे यहां से निकल कर नही ले जाऊंगा पीछे नहीं हटूंगा चाहे कुछ भी हो जाए । रमन बोलता है

वही काजल बस मुस्कुरा देती है ।

गाड़ी को देख कर वह आदमी गेट खोल देते है और आगे वाली गाड़ी गेट पार कर देती है वही काजल की गाड़ी भी गेट पार कर देती है

गाड़ी जैसे जैसे आगे बढ़ रही होती है दोनो तरफ आदमी गन लिए दिखाई दे रहे होते है गाड़ी कुछ ही दूर जाति है और एक हवेली के सामने गाड़ी रुक जाती है

वही काजल की गाड़ी भी पीछे रुक जाती है

गाड़ी से पहले राजेश निकलता है फिर रमन काजल का हाथ पकड़ कर निकलता है ।

काजल के गाड़ी से निकलते ही एक आदमी काजल को पकड़ लेता है ।

काली इन्हे गेस्ट रूम मे लेजा । काफी दूर से आए है इनका अच्छे से खादिर दरी कर ।

वह आदमी एक आदमी को पुकारते हुवे बोलता है वह आदमी आता है और राजेश रमन और 2 लड़कों को पीछे आने को कहता है जो राजेश उसके पीछे चल देता है वही रमन काजल की तरफ देखता है तो काजल इसारे से जाने को बोल देती है

कौन हो तुम लोग । मुझे यहां वा लाए हो

काजल उस आदमी से दूर होती हुई बोलती है ।

पाता चल जायेगा जानेमन । वह आदमी बोलता है और काजल को पकड़ कर हवेली के अंदर चल देता है और एक रूम मे धक्का देकर रूम बाहर से लॉक कर देता है
_______________________________

आरती रूम मे उदास बैठी हुई होती है वह आज सुबह से घर मे आई हुई होती है और फ्रेश होने के बाद आरती सोनी के रूम मे ही सो गई होती है जो आरती रात मे भी नही उठी हुई होती है मगर सुबह जब आरती सोकर उठती है तो बेड पर खुद को अकेला पति है

आरती फिर से फ्रेश होकर रूम से निकल जाती है और पहले अपने रूम में जाती है तो देखती रूम मे नही उसकी काजल दी है और नही रोहित है तो आरती रूम से निकल कर हॉल मे आ जाति है

ताई घर मे कोई नही दिख रहा सुबह मे कही गए है क्या । आरती नौकरानी से पूछती है

आरती बेटी तुम भूल गई क्या मालकिन रोहित और सोनी अपने गांव चले गए है

पहले तो वह नौकरानी ताई आरती को घूर कर देखती है फिर जवाब देती है

क्या । आरती हैरत से बोल पड़ती है जो नौकरानी फिर से घूरने लगती है

आरती बेटी आप ने उन्हे रोका भी नही रोहित तो आप से कितना प्यार करता था । नौकरानी ताई फिर से बोलती है

ओह नो काजल दी ये आप ने क्या किया । आप ने क्या किया जो रोहित के साथ मां भी चली गई

आरती मन ही मन सोच कर दुखी हो जाती है और हॉल से सीधे रूम में भागती है

आरती रूम मे आते ही अपनी मां रोहित और सोनी को भी फोन करने लगती है मगर आरती का फोन कोई भी नही उठा रही होती है

आरती की दिल घबराने लगती है आरती बेचैन होकर जल्दी जल्दी अपनी कपड़े निकाल कर बैग मे भरने लगती है

म म मे तुमसे और नही रह सकती तुम मेरी जान हो । मैने बस तुमसे प्यार किया है

मुझे नहीं जानना दीदी ने क्या किया । आरती पागल की तरह कपड़े पैक करती हूं बोल रही होती है आरती की आंखों से आंसू निकल रही होती है

आरती इतने दिन से अपने रोहित से दूर होकर वैसे ही बहुत तड़पी हुई होती है और अपनी काजल दीदी की हरकत को सुन कर

आरती की दिल बेचैन हो गई होती है आरती बस जल्द से जल्द अपने रोहित के पास जाना चाहती है

आरती बैग लाकर जल्दी से बाहर आ जाति है और गाड़ी लेकर गांव की तरफ चल पड़ती है
_____________________________

आज के लिए इतना ही दोस्तों । :five:

दोस्तो थोड़ा बहुत इधर उधर हो गया होगा तो अर्जेस्ट कर लेना बस दी से तीन अपडेट मे स्टोरी सही दिशा मे आ जायेगी ।

बाकी रही स्टोरी के बात पूरी होने की तो मै इसे पूरा जरूर करूंगा :dost:
 

Bosskhatri

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निर्मला चाची मेरा लन्ड अपनी नर्म गोरी हाथों मे लेकर सहलाने लगी

ओह ह ह ह ह आह हहहह

मे निर्मला चाची की चिकनी कमर को पकड़ कर सिसक पड़ा

वही चाची भी
सिसक कर मुझसे लिपट गई निर्मला चाची की गर्म जिस्म मुझसे जैसे ही लिपटी मेरा तो पूरे जिस्म मे करेंट सा लग गया और मैं फिर से निर्मला चाची को पूरी तरह बाहों मे भर लिया जो चाची मेरी जिस्म मे सिसकती हुईं कांप सी गई

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह


निर्मला चाची की जिस्म इतनी गर्म थी के मेरा भी जिस्म और भी गर्म होने लगा और मेरा लन्ड तो जैसे निर्मला चाची की सारी के ऊपर से ही चूत मे जाने लगा होता है जो चाची को अहसास होते ही चाची अपनी गांड़ पीछे की तरफ कर देती है

मुझसे और रहा नही गया और मे चाची की गर्दन को चूमने लगा जिससे निर्मला चाची कसमसाने लगी और अपनी सार इधर उधर घूमाने लगी लेकिन निर्मला चाची मुझे और भी कस के अपनी बाहों मे भर्ती चली जा रही होती है


निर्मला चाची की बेचैनी देख कर मैं समझ गया कि निर्मला चाची आज सारी हदेह पर करना चाहती है

मै निर्मला चाची को चूमते हुऐ पकड़ कर रूम की तरफ बढ़ने लगा जो निर्मला चाची भी मेरे साथ चलने लगी

निर्मला चाची को रूम मे ले जाते ही उन्हे चूमते हुए गेट के बगल मे दीवार पर सटा कर उनकी चूची की बीच लकीर पे चूमने लगता हूं

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

निर्मला चाची तो मुझे सिसकती हुई मुझे पकड़ कर अपनी जिस्म मे दबा रही होती है

ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा कुछ करो
आह ह ह ह ह ह ह

निर्मला चाची इतना बोल कर रोहित से अलग हो जाती है और तभी निर्मला चाची को पल्लू सीने से नीचे गिर जाती है

ओह बाप रे चाची की चूची तो सच मे बहुत बड़ी है और उतनी ही टाइट भी आज तो मैं निर्मला चाची की चूची का सारा रस पी जाऊंगा

निर्मला चाची की उफान मरती हुई चूची को देख कर तो मेरा लन्ड जो पहले से खड़ा था वह अब बार बार सर उठा कर फुफकार मरने लगता है जैसे बता रहा है अब और नही मुझे निर्मला चाची की गुफा मे जाने दो

मै जल्दी मे अपने सारा कपड़ा निकल दिया और सिर्फ कच्छा मे खड़ा होकर निर्मला चाची की तरफ देखा जो निर्मला चाची पहले तो मुझे घूर कर देख रही होती है मगर मेरी नजर जाते ही निर्मला चाची घूम जाती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह

चाची आप की जिस्म की हर हिस्सा इतनी कातिलाना क्यू है चाची ये आप की गान्ड तो

ओह हह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

मै खुद पर काबू नहीं कर पाता हूं और पीछे से जाकर निर्मला चाची की बाहर निकली हुई गान्ड दबाने लगता है

आह निर्मला चाची की गान्ड तो पूरी गर्म थी मेरे छूते ही मेरे हाथ मे गर्म महसूस होने लगा और लन्ड भी मेरा दर्द करने लगा तो मैं झट से अंडर बीयर नीचे कर के निर्मला चाची की गान्ड मे रगड़ने लगा

वही रोहित के आचनक गान्ड दबाने से निर्मला चाची सर्म से अपनी आंखे बंद कर के वही खड़ी रह जाती है मगर जैसे ही निर्मला चाची को रोहित का लन्ड अपनी गांड़ पर महसूस होती है निर्मला चाची की दिल की धड़कन बढ़ जाती है और चूत मे खुजली होने लगती है जो निर्मला चाची घूम कर रोहित से लिपट जाती है

ओह ह ह ह ह

रोहित बेटा आह ह ह ह ह ह कुछ करो आह ह ह ह ह ह ह ह


निर्मला चाची मुझसे लिपटती हुई बोलती है

निर्मला चाची गर्म हो गई है मुझे अहसास होते ही मै निर्मला चाची की सारी को निकलने लगता है जो निर्मला चाची खुद ही सारी निकलने मे मेरी मदद करती है और खुस ही समय मे निर्मला चाची पूरी तरह नंगी हो जाती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह चाची आप बहुत गर्म हो

निर्मला चाची की नंगी जिस्म जैसे ही मेरी जिस्म से टच होती है मै खुद पीछे होते हुवे बोल पड़ता हूं

निर्मला चाची की जिस्म सच मे बहुत गर्म होती है जो मै एक वक्त के लिए पीछे हो गया होता हूं

वही मेरी बात सुन कर निर्मला चाची शर्मा कर अपनी चूत पर हाथ रखती हुई खाट पर बैठ जाती है

मै कुछ समय तक वही खड़ा निर्मला चाची की जिस्म को देखता रहा

आह ह ह ह ह

सच मे निर्मला चाची की जिस्म की कोई जवाब नही कितनी खूबसूरत है निर्मला चाची की जिस्म मुझे यकीन नही हो रही है जिस औरत की जिस्म को देख कर लग भाग गांव के सारे मर्द आह भरते है वही जिस्म मेरे सामने नंगी पड़ी है

आज तो मैं निर्मला चाची की जिस्म को इतना प्यार करूंगा की निर्मला चाची तो चाचा को भूल ही जायेगी

भोला आज मै तेरी जन्म भूमि पर अपना झंडा लहराने जा रहा हूं

निर्मला चाची की जिस्म को देख कर पाता नही क्या क्या खयाल आने लगा था मेरे मन में

मे खुद को और नही रोक पाया और निर्मला चाची के पास जाकर निर्मला चाची को खाट पर सोला दिया और निर्मला चाची की आंखों मे देखने लगा जो निर्मला चाची की आंखों मे बहुत सारी शर्म थी और निर्मला चाची की हाथ अभी भी चूत पर ही थी

निर्मला चाची मेरी आंखों मे देखती हुई ही अपनी हाथ चूत पर से हटा दिया और मेरे लन्ड को देखने लगी

निर्मला चाची को अपने लन्ड को घूरते हुवे देख कर मे समझ गया निर्मला चाची की चूत लन्ड मांग रही है मे भी अपना लन्ड को पकड़ कर निर्मला चाची की चूत के पास रख दिया

ओह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा मै काफी दिन के बाद कर रही हूं :::::: निर्मला चाची मुझे देखती हूं बोली निर्मला चाची की आंखों मे शर्म के साथ डर भी मुझे दिखाई दिया


मै समझ गया निर्मला चाची क्या बोलना चाह रही है जो मैने बस निर्मला चाची को देखा और अपना लन्ड हल्का से निर्मला चाची की चूत में डालते हुआ रुक गया और निर्मला चाची की चूत को उंगली से दोनो होंठ थोड़ा अलग किया तो मैं हैरान रह गया निर्मला चाची की चूत बिल्कुल कुंवारी लड़की को तरह सटी हुई थी

वह ह ह ह निर्मला चाची तो सच मे गांव की सबसे खूबसूरत औरत के साथ एक कुंवारी लड़की की तरह चूत भी रखी हुईं है

मै बहुत खुश भी हो गया ::: मैं अपना लन्ड निर्मला चाची की चूत पर रख कर बस थोड़ा सा दबाव बनाया

ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

अभी बस थोड़ा ही लन्ड चूत मे गया की निर्मला चाची आह भरती हुई अपनी गांड़ उठा कर ऊपर की तरफ हो गया

आह ह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा

निर्मला चाची बस इतना ही बोल कर मुझे देखने लगी और मेरी हाथ को पकड़ लिया

चाची मै आप को ज्यादा दर्द नहीं दूंगा ।

मै चाची को देखते हुवे इतना ही कहा

मै इस बार निर्मला चाची की कमर को दोनों हाथों से मजबूती से पकड़ लिया और अपना लन्ड चूत पर रखते ही चाची की आंखों में देखते हुवे एक जोर का धक्का दे मारा

आह ह ह ह ह ए ओह ह ह ह ह ह ह मेरी चूत आह ह ह ह ह ह ह ह मां मां

हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूं

मै जोर से धक्का मरा के मेरा आधा से ज्यादा लन्ड निर्मला चाची की चूत मे चला गया जो चाची दर्द मे चीखने तड़पने लगी

मै जल्दी से अपना मुंह निर्मला चाची की मुंह पर रख कर चाची के होंठ को चूमने लगा चाची अभी भी दर्द मे हूं हूं कर रही होती है लेकिन मै चाची को किस करते ही रहता हूं

मै कभी देर तक निर्मला चाची को किस करते हुवे चाची की चूची को मसलता रहा

निर्मला चाची मेरी कमर को पकड़ कर लन्ड निकलने के कोशिश करने लगती है मगर मै और ज़ोर देकर लन्ड निकलने नही देता हूं

कुछ देर के बाद चाची रुक जाती है मै भी अपना मुंह चाची की मुंह से हटा लेता हूं

मेरे हटाते ही निर्मला चाची हफने लगती है निर्मला चाची की चूची ऊपर नीचे होते देख कर मैं निर्मला चाची की चूची को मुंह मे ले लेता हूं

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह


कुछ देर के बाद चाची सिसकती हुईं अपनी गांड़ हिलाने लगती है मै समझ जाता हुईं चाची की दर्द सायद अभी कम हो गई है

मै फिर से धक्के मरने को होता हूं तभी मेरी नजर निर्मला चाची की ऊपर जाती है तो देखता हूं निर्मला चाची की आंखों से लगतार आंसू निकल रही होती है

चाची मुझ माफ कर दीजिए एक बार मे नही डालता तो आप को और भी दर्द होती । मे बोलते हुवे निर्मला चाची की आंखों से बहती हुई आंसू पोंछ देता हूं

वही निर्मला चाची पिंकी मुस्कान से बस देखती है और अपनी गांड़ हिलाने लगती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

निर्मला चाची गांड़ हिलते हुवे सिसकने लगती है

मै निर्मला चाची की ईसरा समझ कर धीरे धीरे धक्के मरने लगता हूं जिससे निर्मला चाची भी मेरे धक्के के बदल अपना गांड़ हिला रही होती है और सिसकियां भरती जा रही होती है

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह रोहित बेटा फाड़ दो मेरी चूत को आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह मां मां मां मां मां मां मां मां मां मां आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह


निर्मला चाची की बात सुन कर मेरे अंदर एक जॉस सा आ जाता है जो मैं और जोर जोर से धक्का मरने लगता हूं जो निर्मला चाची की आहे निकलने लगती है

निर्मला चाची कुछ ही देर मे अपनी चूत से पानी पहने लगती है निर्मला चाची को चूत से पानी निकल रही होती है और मे धक्का मरते ही जा रहा होता हूं

निर्मला चाची लंबी लंबी सांसे लाती हुई बस मुझे देख रही होती है निर्मला चाची की आंखों से अभी भी आंसू निकल रही होती है

मै भी निर्मला चाची की कसी हुई चूत की गर्मी ज्यादा देर बर्दास्त नही कर पता हुईं और

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ करते हुवे चाची के ऊपर गिर पड़ता हूं

रोहित बेटा पा पानी । मै निर्मला चाची के ऊपर लेटा हुआ ही होता हूं के निर्मला चाची बहुत ही धीरे से पानी के लिए बोलती है

चाची मै अभी लाया

पक ककककक

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

मै जैसे ही निर्मला चाची के ऊपर से उठता हूं मेरा लन्ड पक कर के निकल जाता है वही मेरा लन्ड निकलते ही निर्मला चाची एक बार फिर से गांड़ उठा कर सिसक पड़ती है

मै नंगा ही रूम से निकल कर मटके से पानी निकल कर रूम मे आया तो देखा निर्मला चाची दोनो पैर मोड़ कर लेती हूं है और कहर रही है मै समझ गया चाची की चूत मे दर्द हो रही है

मैं चाची के पास गया और निर्मला चाची को उठा कर उन्हे पानी पिलाया पानी पीते ही निर्मला चाची फिर से पैर मोड़ कर लेट गई

निर्मला चाची इस तरह लेती हुई थी की उनकी मतवाली गांड़ अभी और भी बड़ी लग रही थी जो मेरा लन्ड फिर से खड़ा होने लगा

मै निर्मला चाची की गांड के पीछे जाकर निर्मला चाची की गांड को सहलने लगा

आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

यही गांड है जिसे देख कर कितनो के लन्ड का पानी निकल जाता होगा

मै मन मे सोचते हुआ निर्मला चाची की गांड को सहला रहा होता हूं।

ओह ह ह ह ह ह ह ह ह ह

रोहित बेटा मेरे चूत दर्द कर रही है अब रहने दो न

निर्मला चाची बहुत ही दर्द भरी आवाज मे बोली

मेरा मन तो अभी फिर से कर रहा था निर्मला चाची की चूत को चोदने की मगर मै चाची की दर्द के बारे मे सोच कर रुक गया

लेकिन मेरा तो खड़ा हो गया था अपने लन्ड का कुछ तो करना ही था जो मुझे अपने लन्ड को शांत करने का उपाएं भी मिल गया और मैं अपना लन्ड निर्मला चाची की गांड पर सटा दिया

नही आह ह ह ह ह ह ह ह ह ।।। रोहित बेटा मै मर जाऊंगी


मेरा लन्ड अभी निर्मला चाची की गांड पे सटा ही था के निर्मला चाची अपनी गांड़ आगे की तरफ कर लेती है और मेरी तरफ देखती हूं रोनी सी सूरत मे बोलने लगती है और निर्मला चाची की आंसू भी निकलने लगती है

चाची मै आप मर्जी के बिना आप की चूत नही मार सकता तो गांड कैसे मार सकता हूं

चाची मेरा लन्ड खड़ा हो गया है और आप की चूत मे दर्द है और आप को दर्द भी हो रही है तो एक यही उपाएं है मेरा लन्ड आप की गांड की गर्मी मे यकीनन शांत पड़ जाएगा ।।।।। मैने चाची को देखते हुए कहा सयाद चाची मेरी बात सुन कर शरमा गई इस लिए अपनी नज़र नीचे कर ली मगर वह फिर से अपनी गांड़ मेरी तरफ कर के लेट गई

मैं भी अपना लन्ड निर्मला चाची की गांड की दरार मे सिर्फ फसा कर निर्मला चाची को पकड़ लिया
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आगली सुबह


सड़क पर बहुत ही तेजी से एक गाड़ी चल रही होती है और उसमे 4 बंदे बैठे हुवे होते है वही काजल भी उनके साथ बैठी हुई होती है

क्या सोच रहा है ।।।। वहा जाते ही मुझे धोकका देने के लिए तो नहीं सोच रहा है

काजल राजेश को घूरती हुई पूछती है

तू लड़की हैं मुझे अभी भी यकीन नही हो रहा है मैने बहुत से लड़कियों को देखा है वह लड़किया लड़ना भी जानती है मगर वह तुझ जैसी सनकी नही होती है ।। तो मै तुझे धोक्का देने के बारे मे सोच भी नहीं सकता

राजेश बस इतना कह कर गाड़ी के बाहर देखने लगता है वही काजल बस मुस्कुरा देती है

मै सनकी हूं ये तो तू जान गया मगर मैं कितनी सनकी हूं तुझे पता चल जायेगा ।

रमन जब तक मै न कहूं तुम लोग कुछ नही करोगे । समझ गए


काजल पास बैठे लड़के से बोलती है जो काजल के उम्र का होता है वह लड़का बस हा मै सर हिला देता है ।

गाड़ी चल ही रही होती है तभी राजेश का फोन बजने लगता है ।

राजेश फोन देखता है तो वही नम्बर होता है तो राजेश काजल को देखने लगता है तो काजल स्पीकर ऑन कर के बात करने का ईसरा करती है

राजेश उठा कर स्पीकर पर डाल देता है ।

आगे आकर गाड़ी लेफ्ट साइड घुमा लो । मेरे आदमी आगे सड़क पर है उनके पीछे गाड़ी लेकर चलते रहो

राजेश ठीक है बोल कर फोन रख देता है थोड़ी दूर जाकर गाड़ी घूमाने पर काजल को नजर एक गाड़ी पर पड़ती है जो गाड़ी के बाहर ही कई सारे आदमी गन लिए हुवे खड़े होते है और काजल की गाड़ी को देख कर वह ईसरा कर के गाड़ी मे बैठ जाते है

काजल की गाड़ी भी उस गाड़ी के पीछे चलने लगती है गाड़ी चलती हुई गांव के बाहर निकल जाती है गाड़ी गांव के बाहर जैसे ही जाति है कुछ ही दूरी पर एक बड़ा सा गेट दिखाई देती है जो गेट पर ही काई सारे आदमी हाथ मे गन लिए खड़े होते है

आदमियों के हाथ मे गन देख कर तो राजेश के माथे पर पसीने आने लगते है वही काजल के साथ वाले लड़के भी थोड़े हैरानी से बाहर देखने लगते है

काजल ये कौन सी जगह है हम गांव के बाहर आ गए है ये इलाका तो बिलकुल सुनसान है ।

काजल के साथ बैठा हुआ लड़का रमन बोलता है

रमन क्या तुम डर गए । अगर डर गए तो तुम अपने दोस्तों को लाकर राजेश के साथ ही निकल जाना ।

काजल बाहर की तरफ देखती हुईं बोलती है ।

काजल की आंखों मे इस वक्त कोई डर नजर नहीं आ रही होती है ।

मगर राजेश और रमन के दो दोस्तों की आंखों मे थोड़ी डर जरूर नजर आने लगती है ।

काजल मै उनमें से नही हुईं जो काम लेने के बाद पीछे हट जाऊं । जब तक मै तुम्हे यहां से निकल कर नही ले जाऊंगा पीछे नहीं हटूंगा चाहे कुछ भी हो जाए । रमन बोलता है

वही काजल बस मुस्कुरा देती है ।

गाड़ी को देख कर वह आदमी गेट खोल देते है और आगे वाली गाड़ी गेट पार कर देती है वही काजल की गाड़ी भी गेट पार कर देती है

गाड़ी जैसे जैसे आगे बढ़ रही होती है दोनो तरफ आदमी गन लिए दिखाई दे रहे होते है गाड़ी कुछ ही दूर जाति है और एक हवेली के सामने गाड़ी रुक जाती है

वही काजल की गाड़ी भी पीछे रुक जाती है

गाड़ी से पहले राजेश निकलता है फिर रमन काजल का हाथ पकड़ कर निकलता है ।

काजल के गाड़ी से निकलते ही एक आदमी काजल को पकड़ लेता है ।

काली इन्हे गेस्ट रूम मे लेजा । काफी दूर से आए है इनका अच्छे से खादिर दरी कर ।

वह आदमी एक आदमी को पुकारते हुवे बोलता है वह आदमी आता है और राजेश रमन और 2 लड़कों को पीछे आने को कहता है जो राजेश उसके पीछे चल देता है वही रमन काजल की तरफ देखता है तो काजल इसारे से जाने को बोल देती है

कौन हो तुम लोग । मुझे यहां वा लाए हो

काजल उस आदमी से दूर होती हुई बोलती है ।

पाता चल जायेगा जानेमन । वह आदमी बोलता है और काजल को पकड़ कर हवेली के अंदर चल देता है और एक रूम मे धक्का देकर रूम बाहर से लॉक कर देता है
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आरती रूम मे उदास बैठी हुई होती है वह आज सुबह से घर मे आई हुई होती है और फ्रेश होने के बाद आरती सोनी के रूम मे ही सो गई होती है जो आरती रात मे भी नही उठी हुई होती है मगर सुबह जब आरती सोकर उठती है तो बेड पर खुद को अकेला पति है

आरती फिर से फ्रेश होकर रूम से निकल जाती है और पहले अपने रूम में जाती है तो देखती रूम मे नही उसकी काजल दी है और नही रोहित है तो आरती रूम से निकल कर हॉल मे आ जाति है

ताई घर मे कोई नही दिख रहा सुबह मे कही गए है क्या । आरती नौकरानी से पूछती है

आरती बेटी तुम भूल गई क्या मालकिन रोहित और सोनी अपने गांव चले गए है

पहले तो वह नौकरानी ताई आरती को घूर कर देखती है फिर जवाब देती है

क्या । आरती हैरत से बोल पड़ती है जो नौकरानी फिर से घूरने लगती है

आरती बेटी आप ने उन्हे रोका भी नही रोहित तो आप से कितना प्यार करता था । नौकरानी ताई फिर से बोलती है

ओह नो काजल दी ये आप ने क्या किया । आप ने क्या किया जो रोहित के साथ मां भी चली गई

आरती मन ही मन सोच कर दुखी हो जाती है और हॉल से सीधे रूम में भागती है

आरती रूम मे आते ही अपनी मां रोहित और सोनी को भी फोन करने लगती है मगर आरती का फोन कोई भी नही उठा रही होती है

आरती की दिल घबराने लगती है आरती बेचैन होकर जल्दी जल्दी अपनी कपड़े निकाल कर बैग मे भरने लगती है

म म मे तुमसे और नही रह सकती तुम मेरी जान हो । मैने बस तुमसे प्यार किया है

मुझे नहीं जानना दीदी ने क्या किया । आरती पागल की तरह कपड़े पैक करती हूं बोल रही होती है आरती की आंखों से आंसू निकल रही होती है

आरती इतने दिन से अपने रोहित से दूर होकर वैसे ही बहुत तड़पी हुई होती है और अपनी काजल दीदी की हरकत को सुन कर

आरती की दिल बेचैन हो गई होती है आरती बस जल्द से जल्द अपने रोहित के पास जाना चाहती है

आरती बैग लाकर जल्दी से बाहर आ जाति है और गाड़ी लेकर गांव की तरफ चल पड़ती है
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आज के लिए इतना ही दोस्तों । :five:

दोस्तो थोड़ा बहुत इधर उधर हो गया होगा तो अर्जेस्ट कर लेना बस दी से तीन अपडेट मे स्टोरी सही दिशा मे आ जायेगी ।

बाकी रही स्टोरी के बात पूरी होने की तो मै इसे पूरा जरूर करूंगा :dost:
Accha Update hai.
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Bas thoda late hai

Ab aage dekha jae kya hota hai
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