राजेश और उसके दोस्त पार्टी रुम मे खडे थे कि रोहन और उसके दोस्तों की नज़र उन पर पड़ी। एक ने रोहन से कहा, लो ये फटीचर लोग तो यहां भी आ गए।
यह बात जब भगत के कानो पर पड़ी, भगत ने उसका कालर पकड़ते हुए कहा, अबे फटीचर किसको बोला re, और उसे मुक्का मारने वाला था कि राजेश ने उसे रोक दिया,, भगत ये क्या कर रहा है? यहां पार्टी रुम मे नही,,
भगत _पर भाई, शाला हमको फटीचर बोल रहा है। साले की थोपड़ा तोड़ दूंगा।
राजेश _ये समय और स्थान लड़ने झगड़ने का नही।
रोहन और उसके दोस्त वहा से चले गए।
तभी राजेश ने सीमा को फोन लगाया, सीमा ने कॉल उठाया।
राजेश _सीमा जी, आप लोग है कहा हम कब से आपको लोगो को ढूंढ रहे हैं।
सीमा _राज, मै और निशा साथ ही है निशा तैयार हो रही है। बस अब हम पार्टी रुम मे आने ही वालीवाले है।
निशा _ गले में हार पहनते हुवे बोली, किसका फोन था?
सीमा _वो राज का, वह पूछ रहा था कि हम लोग कहा है? मैने कहा बस अब हम लोग आने ही वाले है।
निशा _देखो मै कैसे लग रही?
सीमा _बिल्कुल चांद की टुकड़ा। देखना सब की नजर तुम पर ही रहेगी। तुम्हारी खूबसूरती देखकर तो मुझे भी जलन होने लगी है।
निशा _वैसे तुम भी कुछ कम नहीं लग रही। चलो अब चलते हैं।
वे दोनो नीचे आने लगें, जब लोगो की नजर दोनो पर पड़ी, लोगो की नजर उन दोनो से हट ही नहीं रही थी।
भगत _भाई वो देखो निशा और सीमा आ रही है।निशा कितनी खूबसूरत लग रही है।
सभी लोग आंखे फाड़े, निशा को देखने लगे।
जब वे दोनो पार्टी रुम मे पहुंचे, कालेज की सभी सहेलियां उसे घेर लिए, वे उनके हुस्न की तारीफ करने लगें,, हाए, आज तो कयामत ढा रही हो।
रोहन और उसके दोस्त निशा के पास जाकर, हाय निशा, आज बहुंत खूबसूरत लग रही हो।
निशा _ओह, थैंक यू।
इधर सीमा और निशा की नजर किसी को ढूंढ रही थी।
सीमा _ये राजेश और उनके दोस्त कहा है?
राजेश और उनके दोस्त दूर खडे थे।
भगत _चलो भाई सीमा और निशा जी से मिलते हैं।
वे सभी निशा के पास जाने लगे।
भगत _हाय सीमा जी, हाय निशा जी। आप दोनो तो सच में बहुंत खूबसूरत लग रही हो।
सीमा _ओ सच में।
भगत _पूछ लो राजेश भाई से, क्यू भाई,,
राजेश _धीरे से बोला, हा भगत सही कह रहा है तुम दोनो ही,,,,,,,,,,
सीमा _हम दोनो ही क्या राज,,,,
राजेश और निशा की नजर मिली, निशा ने नजर झुका ली।
राजेश_दोनो की जितनी भीं तारीफ करे कम है।
सीमा हसने लगी और निशा शर्मा गई।
निशा _चलो आप सबको मैं अपनी मॉम डैड से मिलाती हू।
निशा अपनी सभी दोस्तों को मंच की ओर ले गए वहां जाकर सभी को एक एक करके अपने मॉम डैड से मिलाने लगी।
निशा _मॉम, ये मेरी कालेज की सहेलियां है।
सहेलियां _ फूलो की गुलदस्ता देते हुए।हैलो आंटी,,हैलो अंकल आप दोनो को शादी की सालगिरह की बहुत बहुत शुभकामनाएं हम सब की ओर से।
सुजाता _आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, आप सभी मिलकर बड़ी खुशी हुई।
इसके बाद रोहन और उसके दोस्त सामने आएं।
रोहन _हेलो आंटी, हेलो अंकल।
निशा _मॉम इसे तो आप जानते हैं न,
सुजाता _तुम तो रीता का बेटा रोहन हो न।
रोहन _जी आंटी बिल्कुल सही पहचाना आपने।
हैप्पी एनिवर्सरी आंटी
सुजाता _थैंक्यू बेटा।
उसके बाद राजेश और उसके दोस्त सामने आए।
सीमा _आंटी इनसे मिलिए,,
सुजाता को हसी आ गई,,,
सुजाता _ये राजेश है और ये भगत,,
सीमा और निशा एक दुसरे को देखने लगी।
निशा _मॉम, आप इन लोगो को जानती हो।
सुजाता _हंसते हुए,, हूं।
निशा _पर कब से।
निशा _यही पार्टी में, ये लोग मुझे तुम हो समझ बैठे थे।
भगत _सॉरी, निशा जी हम लोग तो धोखा खा गए थे, आपकी और आंटी की सकल तो एकदम मिलती है। और आंटी तो लगती ही नहीं की आपकी मां होगी।
विशाल _भई इन बच्चों की गलती नही है, सुजाता को देखकर तो हर कोई धोखा खा जाता है। आख़िर मां बेटी एक दुसरे की कॉपी जो है।
और सभी हसने लगे।
राजेश, विशाल और सुजाता को फूलो की गुलदस्ता देते हुए बोला, हम दोस्तों की ओर से शादी की सालगिराह की ढेर सारी शुभकामनाएं। आप दोनो की जोड़ी सदा सलामत रहे।
सुजाता _थैंक यू राजेश।
विशाल राजेश से हाथ मिलाते हुवे थैंक्यू नौजवान।
सीमा दोस्तों से बोली,चलो अब हम पार्टी इंजॉय करते हैं।
वे सभी मंच से नीचे आ गए।
रीता रोहन को देखकर, अरे बेटा कहा चला गया था। रोहन _मॉम _मै दोस्तों के साथ था।
रीता _तुम सुजाता से मिलकर उन्हें बधाई दी की नही।
रोहन _हा, मां, मिला। मॉम तुम राजेश से मिलना चाहती थी न, देखो वो जो लड़का खडा है,,
रीता _कौन? वही जो काफी हैंडसम लग रहा है।
हा वही।
रीता _ओह तो ये है राजेश। इनसे तो मिलना पड़ेगा। जो हमारे मार्ग में कांटा बना huwa है।
रीता राजेश और भगत के पास जाती हैं।
रीता _हेलो हैंडसम।
राजेश और भगत रीता को देखने लगे।
रीता _तुम राजेश हो न। कालेज का बेस्ट स्टूडेंट।
राजेश _जी मैने आपको पहचाना नहीं।
रीता _मै रोहन की मां हू।
भगत _क्या आप रोहन की मां?, पर लगती नही।
रीता _क्यू?
भगत _आप तो उसकी बड़ी बहन लगती हो। आप की त्वचा से तो आपकी उम्र का पता ही नहीं चल रहा।
रीता _हंसते हुवे बोली, थैंक यू। तारीफ के लिए।
रीता _वैसे तुम दोनो भी काफी स्मार्ट हो।
राजेश _आंटी कुछ काम था क्या?
रीता _तुम्हारा,रोहन से काफी तारीफ सुनी थी ,इसलिए मिलने का मन किया।
राजेश _रोहन भी बड़ा अच्छा लड़का है। सुना है इस बार काफी मेहनत कर रहा है स्टुडेंट ऑफ द ईयर बनने के लिए।
मुझे लगता है कि इस बार वह जरुर सफल हो पाएगा।
रीता _वो तो है, पर पिछले बार तुमने बाजी मार ली थी,, और इस बार भी तुम ही चुनौति हो उसके सामने।
राजेश _मै उसके सामने चुनौती नही, अगर वह पुरी कोशिश करेगा तो मुझे लगता है की वह जरुर कामयाब होगा।
रीता _इस बार कोई कमी नहीं होगी क्यू की मैं हू कमी दूर करने,, और वह मुस्कराने लगी।
राजेश _जी मै समझ नही।
रीता _अच्छा आप लोग पार्टी इंजॉय करो,फिर मिलेंगे।
रीता वहा से चली गई।
भगत _भाई, जिसे हम सेक्सी फटाखा समझ रहे थे वो तो रोहन की मां निकली। क्या फिगर है साली की।
तभी सीमा राजेश के पास पहुंची, तो राज हो जाओ तैयार धमाल मचाने,, सभी दोस्तों ने अपना पोजिशन सम्हाला,,
तभी पार्टी रुम की लाइट गुल हो गई,,
अरे ये क्या huwa भाई देखो तो लाईट कैसी चली गई। कही फ्यूज तो नही उड़ गया।
तभी लोगो को गिटार की धुन सुनाई पड़ी,,
परदेसी मैने भी मोहब्बत कर ली,,कर ली,,,, परदेशी,,
परदेशी मैंने भी मोहब्बत कर ली ,,कर ली,,,, परदेशी,,
फिर फोकस एक शक्स पर पड़ा जो एक कुर्सी पर बैठकर गिटार बजा रहा था।
चारों तरफ शांति छा गया, लोग गिटार की मधुर धुन पर कही खो से गए,, सभी का ध्यान गिटार बजाते उस शख्स की ओर था।