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sunoanuj

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rajesh bhagat

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आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह बेस्ट


आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह से दो बेस्ट टीमों का चयन कर उसे अगले चरण में खेलना था।
अगले चरण में टीम A के दोनो बेस्ट टीम को टीम B के दोनों बेस्ट टीम के साथ खेलना था। उसमे से दो बेस्ट टीम को तीसरे चरन के लिए चुनना था। इसी प्रकार टीम C के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों के साथ मैच खेलना था,फिर उनमें से 2बेस्ट टीमों का चयन खेल के तीसरे चरण के लिए किया जाना था। तीसरे चरन मेंटीम Aऔर B के दो दो बेस्ट टीमों से चुने हुए दो टीमों को, टीम C और D के दो दो बेस्ट टीमों से चुने दो टीमों के बीच मैच होना थाऔर अंत में तीसरे चरन में दो बेस्ट टीमों के बीच फाइनल मुकाबला होना था। एक मैच जीतने पर टीम को 2अंक, हारने पर 0और ड्रॉ होने पर दोनों टीमों 1, 1अंक दिया जाना था। फाइनल मैच को छोड़कर कोई भी मैच में निर्णय न हो पाने पर अतरिक्त समय दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं रखा गया था।
दो बेस्ट टीमों का चुनाव करते समय अगर दो टीमो का अंक समान हो तो अधिक गोल करने वाले टीम को अगले चरण में भेजा जाना था। कुल 53 मैच होने थे। 2कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। एक दिन में एक मैदान पर 2मैच होने थे। एक दिन में चार मैच इस प्रकार कुल 14 दिनों में खेल संपन्न होना था। कालेज में पढ़ाई भी कराया जा सके इसके लिए पहला मैच 3बजे से 5बजे तक और दूसरा मैच 5से 7बजे तक खेला जाना था।
आर के कालेजA ग्रुप में सामिल था जेके कालेज ग्रुप बी में था। पिछले वर्ष के बेस्ट चार टीमों को अलग अलग ग्रुप में रखा गया था।
आज खेल के प्रारंभ में ग्रुप A का पहला मैच से खेल प्रारंभ होना था, आर के कालेज और इसी ग्रुप के एक अन्य टीम के बीच उदघाटन मैच खेला जाना था।
खेल का शुभारंभ करने के लिए इस क्षेत्र के सांसद को मुख्य अतिथि और विधायको को विशेषअतिथि के रूप में बुलाया गया था।
आज तीन बजे के पहले ही आर के कालेज के मैदान में सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई थीं। मैदान पूरी तरह छात्रों से पूरी तरह भर चुका था। सभी उत्साहित थे अपनी कालेज के टीम को प्रदर्शन करते हुए देखने के लिए। सांसद और विधायक भी निर्धारित समय पर पहुंच चुके थे।
आयोजक टीम द्वारा अतिथियों का स्वागत किए जाने के बाद, अतिथियों द्वारा सभा को उदबोधन किया गया। उन सभी ने खेल के महत्व के बारे में बताया और खिलाड़ियों को अपने टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दिया।
दोनों टीमों के कप्तान के बीच टास कराया गया। आर के कालेज ने टास जीता। उसने किस गोल पोस्ट से खेलना है डिसाइड किया।
खेल प्रारंभ होते ही।
स्टूडेंट रोहन रोहन करके चिल्लाने लगे।
आर के कालेज ने आक्रामक खेल दिखाया।
रोहन ने खेल के 15मिनट में ही पहला गोल कर दिया।
चारो तरफ रोहन रोहन की आवाज़ गूंजने लगा।
राजेश एक्स्ट्रा प्लेयर के बैठने के सीट पर बैठ कर अपने टीम का हौसला बड़ा रहा था।
खेल देखने के लिए स्वीटी, सीमा, निशासहित कालेज के सभी स्टूडेंट्स मौजूद थे जो अपने टीम को सपोर्ट कर रहे थे।
इधर रोहन ने खेल के पहले हाफ जो 45 मिनट का था, में तीन गोल दाग दिया था।
विरोधी टीम गोल करने का पूरा प्रयास किया पर वे असफल रहे।
15मिनट के ब्रेक के बाद खेल फिर से प्रारंभ huwa
खेल के दूसरे हाफ में आर के कालेज के टीम ने और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4और गोल दाग दिया।
इस तरह आर के कालेज ने यह मैच 7_0से जीत लिया।
सभी स्टूडेंट्स ने रोहन और उसकी टीम की जमकर तारीफ की।
इधर रीता भी समय समय पर मैच की जानकारी ले रही थी।
उसे जब पता चली की आर के कालेज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7/0से अपने विरोधी टीम को हरा दिया है।
वह बहुत खुश हुई।
इधर रोहन ने अपने टीम के खिलाड़ियों को होटल में रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया। वे सभी जमकर नाच गाना किए।
आर के कालेज के टीम ने अपने पहले चरन के सभी मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। और सभी मैच जीते पहले चरण में सभी टीमों ने 4मैच खेल। आर के कालेज के टीम ने पहले चरण में 8अंक हासिल किए।
रोहन ने स्ट्राइकर प्लेयर के रूप में अपना बेस्ट खेल दिखाया। कालेज के सभी स्टूडेंट्स एवम टीचर ने रोहन की जमकर प्रशंसा की।
ग्रुप में नंबर 1पोजीशन प्राप्त करने के बाद रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
खिलाड़ियों में अहम की भावना भी आ गया।
वे समझने लगे की हमारे सामने कोई भी टीम नहीं टिक सकता।
इसी प्रकार टीम B में जेके कालेज नंबर वन पोजीशन बनाया।
उसने 8अंक प्राप्त किया।
टीम C में Sk कालेज और टीम D में पीके कालेज ने नंबर वन पोजीशन बनाया। इन्होंने भी अपने ग्रुप के सभी टीमों को हराकर 8अंक हासिल किए।
कालेज के सभी स्टूडेंट्स और आध्यापको के मुंह से, रोहन की तारीफ सुनकर रीता रोहन पर गर्व करने लगी।
रीता _बेटा मुझे तुम पर गर्व है। चारो तरफ तुम्हारी ही तारीफ हो रही है।
अभी तक सर्वाधिक गोल आर के टीम ने ही किए थे। सबसे अधिक गोल रोहन ने किए थे।
रोहन जब स्वीटी से मिला।
रोहन _स्वीटी तुम्हे याद है न अपना वादा, अगर हमारी टीम चैंपियन बनती है तो तुम मेरे साथ डिनर पर चलोगी।
स्वीटी _हा बाबा याद है। पर अभी तो आधा सफर ही huwa है, अभी तो सभी ग्रुप के बेस्ट टीमों को हराना है।
रोहन _कोई भी टीम हमारे सामने टिक नहीं पाएगी देखना।
स्वीटी _कही ओवर कामफिडेंस में तो नहीं आ गए, सुना है जेके कालेज की टीम भी बहुत तगड़ी है।
रोहन _हमारी टीम के आगे जेके कालेज की टीम भी नहीं टिक पाएगी।
प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण में टीम A के दो बेस्ट टीमों का मुकाबला टीम C के दो बेस्ट टीमों के साथ होना था। प्रत्येक टीम को दो दो मैच खेलने थे।
टीम B के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों से भिड़ना था।
दूसरे चरण का खेल प्रारंभ huwa
आर के कालेज और एसके कालेज के बीच दूसरे चरण का पहला खेल शुरू huwa,
खिलाड़ियों के मैदान में उतरते ही चारो तरफ रोहन रोहन गूंजने लगा।
आर के कालेज ने अपने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए 4/2से मैच जीत लिया। अपना दूसरा मैच भी आसानी से जीत लिया। और दूसरे चरण में 4अंक प्राप्त कर आर के कालेज ने कुल 12अंक हासिल कर लिया।
आर के कालेज के खिलाड़ियों में अहम की भावना घर कर गया।
वह अपने विरोधी टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कहकर चिढ़ाने लगे।

इधर दूसरे चरण में जेके कालेज के टीम ने भी बेस्ट परफॉर्मेंस दिखाते हुए अपना दोनों मैच जीता और 4अंक हासिल किया। इनके भी कुल 12अंक हो गए।
अगले चरण में पहुंचने की खुशी में रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
अब खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज और एसके कालेज के टीम को जेके कालेज और पीके कालेज के साथ खेलना था।
आर के कालेज के टीम के 12, अंक,
जेके कालेज के 12अंक
एसके कालेज के 10अंक
पीके कालेज के 10 अंक थे।
खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज का मुकाबला P k कालेज के टीम के साथ huwa

दोनो टीमों के खिलाड़ी मैदान में उतर चुके थे। चारो तरफ रोहन रोहन के नाम से स्टेडियम गूंज रहा था।
दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया।
खेल के पहले हाफ में एक गोल दागते हुए आर के कालेज ने बढ़त बना ली।
गोल दागते ही आर के टीम के खिलाड़ी पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर चिढाने लगे।
पी के कालेज के खिलाड़ी भी थोड़ा सनकी माइंड के थे। उसके कप्तान को गुस्सा आ गया और बीच मैदान में ही, आर के कालेज के एक खिलाड़ी को लात घुसे से पिट दिया।
रेफरी ने रेड कार्ड दिखाते हुए उसे मैदान से बाहर निकाल दिया।
उसके बाद कप्तान के बाहर निकलते ही, पीके कालेज के खिलाड़ी थोड़ा कमजोर पड़ गए, जिसका फायदा उठाते हुए। रोहन ने सेकंड हाफ में तीन गोल दाग कर 4/0से मैच जीत लिया।
मैच जीतने के बाद आर के खिलाड़ियों ने पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर और चिड़ा दिया।
पीके कालेज के खिलाडी अपमान का घुट पी कर वहा से चुप चाप चले गए।
लेकिन अन्दर से बहुत गुस्से में थे।
इधर अगलामैच जे के कालेज और एसके कालेज के बीच खेला गया, जिसमे जेके कालेज ने मैच आसानी से जीत लिया और 2अंक हासिल कर लिए अब उसके 14अंक हो गए।
आर के कालेज के भी 14अंक हो गए थे।
अगला मैच एसके और पीके कालेज के बीच huwa जिसमे पीके कालेज मैच जीत गया।
उसके 12अंक हो गए। एसके कालेज के10 ही अंक रह गए ।
तीसरे चरन का अंतिम मैच आर के कालेज और को कालेज के बीच huwa
दोनो ही टीम अब तक बेस्ट परफॉर्मेंस करते हुए कोई भी मैच नहीं हारे थे।
दोनों के 14 /14 अंक थे।

आखिर तीसरे चरन का अंतिम मैच शुरू huwa
चारो ओर रोहन रोहन का शोर होने लगा।
आर के कालेज के टीम ने शुरू डे ही आक्रामक खेलने की कोशिश की, वे गोल करने की जी तोड़ प्रयास किया। उधर जेके कालेज के डिफेंडिंग प्लेयर बहुत मजबूत थे। रोहन भेद उसे भेद पाने में सफल नहीं हो सका।
पहले हाफ में कोई गोल नहीं हो सका।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। कभी आर के टीम भारी पड़ता दिखाई पड़ता तो कभी जेके टीम।
कह पाना मुश्किल हो गया था कि कौन सा टीम बेस्ट है।
पहले हाफ में कोई गोल न हो सका।
15मिनट के ब्रेक में टीमों के कोच ने अपने अपने टीमों के खिलाड़ियों को आवश्यक सलाह निर्देश एवम सामने वाले टीम की कमजोरियों के बारे में बताया।
जब खेल फिर से प्रारंभ हुआ तो दोनो टीमों के खिलाडी दोगुने उत्साह के साथ मैदान में नजर आए।
दर्शक अपने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का नाम ले ले कर उसे बेहतर प्रदर्शन के लिए, प्रोत्साहित कर रहे थे।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। दोनों टीम भरसक प्रयास करने के बाउजूद गोल करने में अब तक कामयाब नहीं हो सके थे केवल 10मिनट का खेल शेष था।
दर्शक तनाव में आ गए थे।
खिलाडी अपने आप में हताश होने लगे थे। रोहन भी हर पैंतरा अपनाया पर सामने वाले टीम के डिफेंडिंग प्लेयर को शिकस्त देने में असफल रहा और अंतिम क्षणों में जेके कालेज को एक मौका मिला और गोल कर दिया।
चारो तरफ सन्नाटा छा गया ये क्या हो गया?
आर के कालेज के सभी समर्थक अपना सिर पकड़ लिया, ओ माई गॉड ये क्या गया?
आखिर खेल समाप्त हुआ और जेके कालेज को विजेता
1/0से विजेता घोषित किया गया।
रोहन और उसके दोस्तो के साथ कालेज के सभी स्टूडेंट्स हतप्रभ थे। वे मैच हार चूके थे।
सभी उदास हो गए।
उधर जेके कालेज के खिलाडी बहुत उत्साहित थे।

मैच हारने के बौजूद अंकतालिका में 14अंक के साथ दूसरे स्थान पर होने के कारण आरके कालेज फाइनल में पहुंच गया था।
अब फाइनल मुकाबला जेके कालेज और आर के कालेज के बीच ही खेला जाने वाला था।
फाइनल में पहुंच ने के बाद भी आर के कालेज के खिलाडी उदास थे उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे हार जायेंगे।
फाइनल मैच एक दिन बाद रखा गया था।
रात में आर के कालेज के टीम के प्लेयर होटल में इकट्ठा हुवे।
वे खुश नहीं थे। कुछ खिलाडी तो शराब भी पीने लगे।
रीता ने रोहन को फोन किया।
रीता _बेटा तू कहा है?
रोहन _मॉम मै दोस्तो के साथ हूं।
रीता _जानती हूं बेटा तुम लोग दुखी हो। पर तुम लोगो को उदास होने की जरूरत नहीं है। आज का मैच फाइनल नहीं था। देखना फाइनल में तुम लोग ही जीतोगे। तुम लोग हिम्मत न हारो, जब तक मैं हू तुम्हे कोई नहीं हरा सकता। मै जेके कालेज की पुरी टीम ही खरीद लूंगी।
रोहन _नहीं मॉम आप कुछ भी नहीं करेंगी। तुम्हे मेरी कसम।
रीता _बेटा ये तुम क्या कह रहे हो?
रोहन _हा मां, उन्हे अपने दम पर हराएंगे।
रीता _पर बेटा, उसके प्लेयर बहुत मजबूत है।
रोहन _मॉम कुछ भी हो पर आप इस बार कुछ मत करना।
रीता _ठीक है बेटा।
इधर Pk कालेज के टीम के खिलाडी इसी मौके की तलाश में थे की कब आर के कालेज के खिलाड़ियों को जलील कर अपने अपमान का बदला लिया जाए।
पीके कालेज के खिलाडी भी होटल पहुंच गए।
इधर राजेश और उसके दोस्त दूसरे होटल में बैठकर आज के खेल पर ही चर्चा कर रहे थे।
तभी भगत को किसी का फोन आया।
यह फोन भगत के किसी साथी का ही थे।
भगत _बोल बे कैसे फोन किया?
साथी _भाई, पता चला है कि पीके कालेज के खिलाडी रोहन और उसके दोस्तो को जलील करने होटल जा रहे है। मुझे तो लग रहा है वहा कोई लफड़ा होने वाला है।
राजेश _किसका फोन है, यार।
भगत _भाई, अपने ही साथी का फोन था बता रहा था की पीके कालेज के टीम के खिलाडी अपने अपमान का बदला लेने रोहन और उसके दोस्त जिस होटल में इकट्ठा है वहा जा रहे हैं, बता रहा था की कुछ लफड़ा होने वाला है।
राजेश _भगत ये क्या कह रहा है। हमे उन्हे रोकना होगा।
अगर हमारे प्लेयर को कुछ हो गया तो हमारी टीम के लिए मुसीबत बड़ जाएगी।
भगत _भाई होने दो लफड़ा, अच्छा है साले बहुत हवा में उड़ रहे थे। अब पता चलेगा।
राजेश _नहीं भगत हमे उन्हे रोकना ही होगा। चलो।
अगर तुम लोग नहीं चलोगे तो मै चलता हूं।
भगत _भाई ये आप क्या कह रहे? जहां तुम वहा हम।
राजेश और उसके दोस्त वहा से निकल पड़े।
इधर पीके कालेज के खिलाडी होटल में पहुंच चूके थे।
उन लोगो ने शराब आर्डर किया।
शराब पीते हुए।
पीके कालेज के कप्तान रोहन के एक दोस्त से_ क्यू बे, उस दिन हम लोगो को लल्लू बोल रहा था। अपने आप को चैंपियन समझ रहा था न अब तुम लोगो को अपनी औकात पता चली।
साला पूरे मैच में एक भी गोल नहीं कर पाए।
पीके कालेज के सभी खिलाडी हसने लगे।
कप्तान _दोस्तो बताओ, सबसे बड़ा लल्लू यहां कौन है?
एक ने कहा, रोहन।
रोहन के एक दोस्त से रहा न गया, उसने एक जोर का मुक्का, पीके टीम की कप्तान के मुंह पर मारा।
कप्तान _साला अभी तक हेकड़ी गई नहीं, मारो सालो को।
फिर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गया।
अपने साथी को बचाने रोहन भी भीड़ गया।
पीके कालेज के खिलाडी पहले ही तैयारी करके आए थे लाठी डंडे से जमकर रोहन और उसके दोस्तो की पिटाई करने लगे।
इधर रोहन और पीके कालेज के कप्तान के बीच जमकर फाइट huwa, किसी ने डंडे से रोहन के सिर पर वार किया, उसका सिर फट गया।
पीके कालेज के कप्तान ने चाकू निकाल लिया और रोहन पर आत्म घाती वार किया।
रोहन को एक क्षण लगा कि अब वह नहीं बचेगा तभी एक हाथ ने उस वार को रोक दिया।
रोहन बेहोशी के हालात में पहुंच चुका था उड़ने आंखे खोल कर देखा आखिर किसने इज वार को रोका, सामने राजेश था।
राजेश ने दूसरे हाथ से एक जोर का मुक्का पीके कालेज के कप्तान को मारा, वह दूर जा गिरा।
उसके बाद राजेश और पीके कालेज के कप्तान की बीच जमकर फाइट huwa, राजेश के सामने वह टिक न सका, राजेश ने पीके कालेज के कप्तान को जमकर पीटा।
उधर भगत और उसके दोस्त भी पीके कालेज के अन्य खिलाड़ियों को जमकर पीटने लगे।
होटल मैनेजर ने थाने दार को पहले ही इसकी जानकारी दे दी कि यहां दो गुटों के बीच लड़ाई चल रही है।
कुछ देर में सब पुलिस भी पहुंच गए।
पीके कालेज के सभी खिलाड़ियों को पुलिस अपने साथ ले गए।
इधर भगत और राजेश ने रोहन और उसके दोस्तो को हॉस्पिटल पहुंचाया।
रोहन के सिर पर गहरी चोट लगी थी काफी खून बह गया था।
वह बेहोश हो गया था। डाक्टरों ने
उसे उसे ओपीडी रूम में ले जाकर उसका इलाज करने लगे।
रीता को इस बात की जब जानकारी हुई तो वह अपने पति संजय के साथ भागीभागी हॉस्पिटल पहुंची।
जहां राजेश और इसके दोस्त पहले से मौजूद थे।
उन्होंने घटना के बारे में पुरी जानकारी दिया।
रीता रोने लगी।
उसके पति ने ढांढस बंधाया।
जब डॉक्टर ओपीडी रूम से बाहर निकले तो रीता दौड़ते हुए उसके पास जाकर पूछी,,
रीता _डॉक्टर, मेरा बेटा ठीक तो है न।
डॉक्टर _देखो, खून काफी ज्यादा बह गया है।
उसे खून देना होगा।
भगत का खून रोहन के खून से मैच खा गया। उड़ने रोहन को खून दिया।
रोहन बेहोश था।
डॉक्टर ने बताया कि रोहन अब खतरे से बाहर है। पर उसे होस आने में समय लगेगा।
राजेश उसके दोस्त और रीता रात भर वही हॉस्पिटल में रोहन और उसके दोस्तो की इलाज के बारे में जानकारी लेते रहे।
सुबह 8बजे रोहन को होश आया।
डॉक्टरों ने रीता को रोहन से मिलने की इजाजत दे दी इजाजत ।
इधर सुनीता और सुजाता को भी इस घटना के बारे में जानकारी हो चुका था वे भी राजेश से फोन पर जानकारी लेते रहे।
जब रीता ने रोहन के पास गया।
वह रोहन को देखकर रोने लगी।
रीता _बेटा ये क्या हो गया?
रोहन _मां मै बिल्कुल ठीक हूं।
मां राजेश भाई कहा है?
रीता _बेटा, वे लोग बाहर है।
रोहन _मॉम अगर राजेश भाई नहीं होता तो आज मैं जिंदा नहीं होता।
रीता _जानती हूं बेटे मुझे सब पता चल गया है राजेश ने मुझ पर कितना बड़ा अहसान किया है। जिसका बदला मै कभी नहीं चुका सकती।
कुछ देर बात चीत करने के बाद डॉक्टर ने रीता को बाहर जानें को कहा।
कुछ डर बाड़ राजेश और भगत भी रोहन से मिलने गया।
राजेश _ कैसा है रोहन?
रोहन _भाई मै ठीक हूं।
राजेश _हमे पता था तू शेर है तुम्हे कुछ नहीं होगा।
रोहन _भाई, बांकी दोस्त कैसे है?
राजेश _सभी ठीक है रोहन। तुम्हे उनकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
रोहन _भाई कल के मैच का क्या होगा?
राजेश _रोहन, मैच को छोड़ो।
भगत _हमारे अधिकांश खिलाडी खेल पाने की स्थिति में नहीं है। सभी घायल है ठीक होने में समय लगेंगे। इसलिए मैच अब नहीं हो पाएगा।
रोहन _नहीं भाई, हमारे कालेज के सभी स्टूडेंट्स का दिल टूट जायेगा। राजेश भाई मुझे तुम पर पूरा भरोसा है।
अब फाइनल मैच जीतना तुम्हारी जिम्मेदारी है।
भगत _रोहन, 6खिलाडी तो घायल है सिर्फ 8खिलाडी ही खेल पाएंगे।
रोहन _मुझे राजेश भाई पर पूरा भरोसा है वह अकेला ही चार के बराबर है।
राजेश भाई मुझे वादा करो की हमारे कालेज का नाम झुकने नहीं दोगे।
वादा करो भाई,,
कुछ देर सोचने के बाद,,
राजेश _ठीक है रोहन मै पुरी कोशिश करूंगा।



 

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आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह बेस्ट


आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह से दो बेस्ट टीमों का चयन कर उसे अगले चरण में खेलना था।
अगले चरण में टीम A के दोनो बेस्ट टीम को टीम B के दोनों बेस्ट टीम के साथ खेलना था। उसमे से दो बेस्ट टीम को तीसरे चरन के लिए चुनना था। इसी प्रकार टीम C के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों के साथ मैच खेलना था,फिर उनमें से 2बेस्ट टीमों का चयन खेल के तीसरे चरण के लिए किया जाना था। तीसरे चरन मेंटीम Aऔर B के दो दो बेस्ट टीमों से चुने हुए दो टीमों को, टीम C और D के दो दो बेस्ट टीमों से चुने दो टीमों के बीच मैच होना थाऔर अंत में तीसरे चरन में दो बेस्ट टीमों के बीच फाइनल मुकाबला होना था। एक मैच जीतने पर टीम को 2अंक, हारने पर 0और ड्रॉ होने पर दोनों टीमों 1, 1अंक दिया जाना था। फाइनल मैच को छोड़कर कोई भी मैच में निर्णय न हो पाने पर अतरिक्त समय दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं रखा गया था।
दो बेस्ट टीमों का चुनाव करते समय अगर दो टीमो का अंक समान हो तो अधिक गोल करने वाले टीम को अगले चरण में भेजा जाना था। कुल 53 मैच होने थे। 2कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। एक दिन में एक मैदान पर 2मैच होने थे। एक दिन में चार मैच इस प्रकार कुल 14 दिनों में खेल संपन्न होना था। कालेज में पढ़ाई भी कराया जा सके इसके लिए पहला मैच 3बजे से 5बजे तक और दूसरा मैच 5से 7बजे तक खेला जाना था।
आर के कालेजA ग्रुप में सामिल था जेके कालेज ग्रुप बी में था। पिछले वर्ष के बेस्ट चार टीमों को अलग अलग ग्रुप में रखा गया था।
आज खेल के प्रारंभ में ग्रुप A का पहला मैच से खेल प्रारंभ होना था, आर के कालेज और इसी ग्रुप के एक अन्य टीम के बीच उदघाटन मैच खेला जाना था।
खेल का शुभारंभ करने के लिए इस क्षेत्र के सांसद को मुख्य अतिथि और विधायको को विशेषअतिथि के रूप में बुलाया गया था।
आज तीन बजे के पहले ही आर के कालेज के मैदान में सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई थीं। मैदान पूरी तरह छात्रों से पूरी तरह भर चुका था। सभी उत्साहित थे अपनी कालेज के टीम को प्रदर्शन करते हुए देखने के लिए। सांसद और विधायक भी निर्धारित समय पर पहुंच चुके थे।
आयोजक टीम द्वारा अतिथियों का स्वागत किए जाने के बाद, अतिथियों द्वारा सभा को उदबोधन किया गया। उन सभी ने खेल के महत्व के बारे में बताया और खिलाड़ियों को अपने टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दिया।
दोनों टीमों के कप्तान के बीच टास कराया गया। आर के कालेज ने टास जीता। उसने किस गोल पोस्ट से खेलना है डिसाइड किया।
खेल प्रारंभ होते ही।
स्टूडेंट रोहन रोहन करके चिल्लाने लगे।
आर के कालेज ने आक्रामक खेल दिखाया।
रोहन ने खेल के 15मिनट में ही पहला गोल कर दिया।
चारो तरफ रोहन रोहन की आवाज़ गूंजने लगा।
राजेश एक्स्ट्रा प्लेयर के बैठने के सीट पर बैठ कर अपने टीम का हौसला बड़ा रहा था।
खेल देखने के लिए स्वीटी, सीमा, निशासहित कालेज के सभी स्टूडेंट्स मौजूद थे जो अपने टीम को सपोर्ट कर रहे थे।
इधर रोहन ने खेल के पहले हाफ जो 45 मिनट का था, में तीन गोल दाग दिया था।
विरोधी टीम गोल करने का पूरा प्रयास किया पर वे असफल रहे।
15मिनट के ब्रेक के बाद खेल फिर से प्रारंभ huwa
खेल के दूसरे हाफ में आर के कालेज के टीम ने और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4और गोल दाग दिया।
इस तरह आर के कालेज ने यह मैच 7_0से जीत लिया।
सभी स्टूडेंट्स ने रोहन और उसकी टीम की जमकर तारीफ की।
इधर रीता भी समय समय पर मैच की जानकारी ले रही थी।
उसे जब पता चली की आर के कालेज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7/0से अपने विरोधी टीम को हरा दिया है।
वह बहुत खुश हुई।
इधर रोहन ने अपने टीम के खिलाड़ियों को होटल में रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया। वे सभी जमकर नाच गाना किए।
आर के कालेज के टीम ने अपने पहले चरन के सभी मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। और सभी मैच जीते पहले चरण में सभी टीमों ने 4मैच खेल। आर के कालेज के टीम ने पहले चरण में 8अंक हासिल किए।
रोहन ने स्ट्राइकर प्लेयर के रूप में अपना बेस्ट खेल दिखाया। कालेज के सभी स्टूडेंट्स एवम टीचर ने रोहन की जमकर प्रशंसा की।
ग्रुप में नंबर 1पोजीशन प्राप्त करने के बाद रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
खिलाड़ियों में अहम की भावना भी आ गया।
वे समझने लगे की हमारे सामने कोई भी टीम नहीं टिक सकता।
इसी प्रकार टीम B में जेके कालेज नंबर वन पोजीशन बनाया।
उसने 8अंक प्राप्त किया।
टीम C में Sk कालेज और टीम D में पीके कालेज ने नंबर वन पोजीशन बनाया। इन्होंने भी अपने ग्रुप के सभी टीमों को हराकर 8अंक हासिल किए।
कालेज के सभी स्टूडेंट्स और आध्यापको के मुंह से, रोहन की तारीफ सुनकर रीता रोहन पर गर्व करने लगी।
रीता _बेटा मुझे तुम पर गर्व है। चारो तरफ तुम्हारी ही तारीफ हो रही है।
अभी तक सर्वाधिक गोल आर के टीम ने ही किए थे। सबसे अधिक गोल रोहन ने किए थे।
रोहन जब स्वीटी से मिला।
रोहन _स्वीटी तुम्हे याद है न अपना वादा, अगर हमारी टीम चैंपियन बनती है तो तुम मेरे साथ डिनर पर चलोगी।
स्वीटी _हा बाबा याद है। पर अभी तो आधा सफर ही huwa है, अभी तो सभी ग्रुप के बेस्ट टीमों को हराना है।
रोहन _कोई भी टीम हमारे सामने टिक नहीं पाएगी देखना।
स्वीटी _कही ओवर कामफिडेंस में तो नहीं आ गए, सुना है जेके कालेज की टीम भी बहुत तगड़ी है।
रोहन _हमारी टीम के आगे जेके कालेज की टीम भी नहीं टिक पाएगी।
प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण में टीम A के दो बेस्ट टीमों का मुकाबला टीम C के दो बेस्ट टीमों के साथ होना था। प्रत्येक टीम को दो दो मैच खेलने थे।
टीम B के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों से भिड़ना था।
दूसरे चरण का खेल प्रारंभ huwa
आर के कालेज और एसके कालेज के बीच दूसरे चरण का पहला खेल शुरू huwa,
खिलाड़ियों के मैदान में उतरते ही चारो तरफ रोहन रोहन गूंजने लगा।
आर के कालेज ने अपने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए 4/2से मैच जीत लिया। अपना दूसरा मैच भी आसानी से जीत लिया। और दूसरे चरण में 4अंक प्राप्त कर आर के कालेज ने कुल 12अंक हासिल कर लिया।
आर के कालेज के खिलाड़ियों में अहम की भावना घर कर गया।
वह अपने विरोधी टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कहकर चिढ़ाने लगे।

इधर दूसरे चरण में जेके कालेज के टीम ने भी बेस्ट परफॉर्मेंस दिखाते हुए अपना दोनों मैच जीता और 4अंक हासिल किया। इनके भी कुल 12अंक हो गए।
अगले चरण में पहुंचने की खुशी में रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
अब खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज और एसके कालेज के टीम को जेके कालेज और पीके कालेज के साथ खेलना था।
आर के कालेज के टीम के 12, अंक,
जेके कालेज के 12अंक
एसके कालेज के 10अंक
पीके कालेज के 10 अंक थे।
खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज का मुकाबला P k कालेज के टीम के साथ huwa

दोनो टीमों के खिलाड़ी मैदान में उतर चुके थे। चारो तरफ रोहन रोहन के नाम से स्टेडियम गूंज रहा था।
दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया।
खेल के पहले हाफ में एक गोल दागते हुए आर के कालेज ने बढ़त बना ली।
गोल दागते ही आर के टीम के खिलाड़ी पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर चिढाने लगे।
पी के कालेज के खिलाड़ी भी थोड़ा सनकी माइंड के थे। उसके कप्तान को गुस्सा आ गया और बीच मैदान में ही, आर के कालेज के एक खिलाड़ी को लात घुसे से पिट दिया।
रेफरी ने रेड कार्ड दिखाते हुए उसे मैदान से बाहर निकाल दिया।
उसके बाद कप्तान के बाहर निकलते ही, पीके कालेज के खिलाड़ी थोड़ा कमजोर पड़ गए, जिसका फायदा उठाते हुए। रोहन ने सेकंड हाफ में तीन गोल दाग कर 4/0से मैच जीत लिया।
मैच जीतने के बाद आर के खिलाड़ियों ने पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर और चिड़ा दिया।
पीके कालेज के खिलाडी अपमान का घुट पी कर वहा से चुप चाप चले गए।
लेकिन अन्दर से बहुत गुस्से में थे।
इधर अगलामैच जे के कालेज और एसके कालेज के बीच खेला गया, जिसमे जेके कालेज ने मैच आसानी से जीत लिया और 2अंक हासिल कर लिए अब उसके 14अंक हो गए।
आर के कालेज के भी 14अंक हो गए थे।
अगला मैच एसके और पीके कालेज के बीच huwa जिसमे पीके कालेज मैच जीत गया।
उसके 12अंक हो गए। एसके कालेज के10 ही अंक रह गए ।
तीसरे चरन का अंतिम मैच आर के कालेज और को कालेज के बीच huwa
दोनो ही टीम अब तक बेस्ट परफॉर्मेंस करते हुए कोई भी मैच नहीं हारे थे।
दोनों के 14 /14 अंक थे।

आखिर तीसरे चरन का अंतिम मैच शुरू huwa
चारो ओर रोहन रोहन का शोर होने लगा।
आर के कालेज के टीम ने शुरू डे ही आक्रामक खेलने की कोशिश की, वे गोल करने की जी तोड़ प्रयास किया। उधर जेके कालेज के डिफेंडिंग प्लेयर बहुत मजबूत थे। रोहन भेद उसे भेद पाने में सफल नहीं हो सका।
पहले हाफ में कोई गोल नहीं हो सका।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। कभी आर के टीम भारी पड़ता दिखाई पड़ता तो कभी जेके टीम।
कह पाना मुश्किल हो गया था कि कौन सा टीम बेस्ट है।
पहले हाफ में कोई गोल न हो सका।
15मिनट के ब्रेक में टीमों के कोच ने अपने अपने टीमों के खिलाड़ियों को आवश्यक सलाह निर्देश एवम सामने वाले टीम की कमजोरियों के बारे में बताया।
जब खेल फिर से प्रारंभ हुआ तो दोनो टीमों के खिलाडी दोगुने उत्साह के साथ मैदान में नजर आए।
दर्शक अपने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का नाम ले ले कर उसे बेहतर प्रदर्शन के लिए, प्रोत्साहित कर रहे थे।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। दोनों टीम भरसक प्रयास करने के बाउजूद गोल करने में अब तक कामयाब नहीं हो सके थे केवल 10मिनट का खेल शेष था।
दर्शक तनाव में आ गए थे।
खिलाडी अपने आप में हताश होने लगे थे। रोहन भी हर पैंतरा अपनाया पर सामने वाले टीम के डिफेंडिंग प्लेयर को शिकस्त देने में असफल रहा और अंतिम क्षणों में जेके कालेज को एक मौका मिला और गोल कर दिया।
चारो तरफ सन्नाटा छा गया ये क्या हो गया?
आर के कालेज के सभी समर्थक अपना सिर पकड़ लिया, ओ माई गॉड ये क्या गया?
आखिर खेल समाप्त हुआ और जेके कालेज को विजेता
1/0से विजेता घोषित किया गया।
रोहन और उसके दोस्तो के साथ कालेज के सभी स्टूडेंट्स हतप्रभ थे। वे मैच हार चूके थे।
सभी उदास हो गए।
उधर जेके कालेज के खिलाडी बहुत उत्साहित थे।

मैच हारने के बौजूद अंकतालिका में 14अंक के साथ दूसरे स्थान पर होने के कारण आरके कालेज फाइनल में पहुंच गया था।
अब फाइनल मुकाबला जेके कालेज और आर के कालेज के बीच ही खेला जाने वाला था।
फाइनल में पहुंच ने के बाद भी आर के कालेज के खिलाडी उदास थे उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे हार जायेंगे।
फाइनल मैच एक दिन बाद रखा गया था।
रात में आर के कालेज के टीम के प्लेयर होटल में इकट्ठा हुवे।
वे खुश नहीं थे। कुछ खिलाडी तो शराब भी पीने लगे।
रीता ने रोहन को फोन किया।
रीता _बेटा तू कहा है?
रोहन _मॉम मै दोस्तो के साथ हूं।
रीता _जानती हूं बेटा तुम लोग दुखी हो। पर तुम लोगो को उदास होने की जरूरत नहीं है। आज का मैच फाइनल नहीं था। देखना फाइनल में तुम लोग ही जीतोगे। तुम लोग हिम्मत न हारो, जब तक मैं हू तुम्हे कोई नहीं हरा सकता। मै जेके कालेज की पुरी टीम ही खरीद लूंगी।
रोहन _नहीं मॉम आप कुछ भी नहीं करेंगी। तुम्हे मेरी कसम।
रीता _बेटा ये तुम क्या कह रहे हो?
रोहन _हा मां, उन्हे अपने दम पर हराएंगे।
रीता _पर बेटा, उसके प्लेयर बहुत मजबूत है।
रोहन _मॉम कुछ भी हो पर आप इस बार कुछ मत करना।
रीता _ठीक है बेटा।
इधर Pk कालेज के टीम के खिलाडी इसी मौके की तलाश में थे की कब आर के कालेज के खिलाड़ियों को जलील कर अपने अपमान का बदला लिया जाए।
पीके कालेज के खिलाडी भी होटल पहुंच गए।
इधर राजेश और उसके दोस्त दूसरे होटल में बैठकर आज के खेल पर ही चर्चा कर रहे थे।
तभी भगत को किसी का फोन आया।
यह फोन भगत के किसी साथी का ही थे।
भगत _बोल बे कैसे फोन किया?
साथी _भाई, पता चला है कि पीके कालेज के खिलाडी रोहन और उसके दोस्तो को जलील करने होटल जा रहे है। मुझे तो लग रहा है वहा कोई लफड़ा होने वाला है।
राजेश _किसका फोन है, यार।
भगत _भाई, अपने ही साथी का फोन था बता रहा था की पीके कालेज के टीम के खिलाडी अपने अपमान का बदला लेने रोहन और उसके दोस्त जिस होटल में इकट्ठा है वहा जा रहे हैं, बता रहा था की कुछ लफड़ा होने वाला है।
राजेश _भगत ये क्या कह रहा है। हमे उन्हे रोकना होगा।
अगर हमारे प्लेयर को कुछ हो गया तो हमारी टीम के लिए मुसीबत बड़ जाएगी।
भगत _भाई होने दो लफड़ा, अच्छा है साले बहुत हवा में उड़ रहे थे। अब पता चलेगा।
राजेश _नहीं भगत हमे उन्हे रोकना ही होगा। चलो।
अगर तुम लोग नहीं चलोगे तो मै चलता हूं।
भगत _भाई ये आप क्या कह रहे? जहां तुम वहा हम।
राजेश और उसके दोस्त वहा से निकल पड़े।
इधर पीके कालेज के खिलाडी होटल में पहुंच चूके थे।
उन लोगो ने शराब आर्डर किया।
शराब पीते हुए।
पीके कालेज के कप्तान रोहन के एक दोस्त से_ क्यू बे, उस दिन हम लोगो को लल्लू बोल रहा था। अपने आप को चैंपियन समझ रहा था न अब तुम लोगो को अपनी औकात पता चली।
साला पूरे मैच में एक भी गोल नहीं कर पाए।
पीके कालेज के सभी खिलाडी हसने लगे।
कप्तान _दोस्तो बताओ, सबसे बड़ा लल्लू यहां कौन है?
एक ने कहा, रोहन।
रोहन के एक दोस्त से रहा न गया, उसने एक जोर का मुक्का, पीके टीम की कप्तान के मुंह पर मारा।
कप्तान _साला अभी तक हेकड़ी गई नहीं, मारो सालो को।
फिर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गया।
अपने साथी को बचाने रोहन भी भीड़ गया।
पीके कालेज के खिलाडी पहले ही तैयारी करके आए थे लाठी डंडे से जमकर रोहन और उसके दोस्तो की पिटाई करने लगे।
इधर रोहन और पीके कालेज के कप्तान के बीच जमकर फाइट huwa, किसी ने डंडे से रोहन के सिर पर वार किया, उसका सिर फट गया।
पीके कालेज के कप्तान ने चाकू निकाल लिया और रोहन पर आत्म घाती वार किया।
रोहन को एक क्षण लगा कि अब वह नहीं बचेगा तभी एक हाथ ने उस वार को रोक दिया।
रोहन बेहोशी के हालात में पहुंच चुका था उड़ने आंखे खोल कर देखा आखिर किसने इज वार को रोका, सामने राजेश था।
राजेश ने दूसरे हाथ से एक जोर का मुक्का पीके कालेज के कप्तान को मारा, वह दूर जा गिरा।
उसके बाद राजेश और पीके कालेज के कप्तान की बीच जमकर फाइट huwa, राजेश के सामने वह टिक न सका, राजेश ने पीके कालेज के कप्तान को जमकर पीटा।
उधर भगत और उसके दोस्त भी पीके कालेज के अन्य खिलाड़ियों को जमकर पीटने लगे।
होटल मैनेजर ने थाने दार को पहले ही इसकी जानकारी दे दी कि यहां दो गुटों के बीच लड़ाई चल रही है।
कुछ देर में सब पुलिस भी पहुंच गए।
पीके कालेज के सभी खिलाड़ियों को पुलिस अपने साथ ले गए।
इधर भगत और राजेश ने रोहन और उसके दोस्तो को हॉस्पिटल पहुंचाया।
रोहन के सिर पर गहरी चोट लगी थी काफी खून बह गया था।
वह बेहोश हो गया था। डाक्टरों ने
उसे उसे ओपीडी रूम में ले जाकर उसका इलाज करने लगे।
रीता को इस बात की जब जानकारी हुई तो वह अपने पति संजय के साथ भागीभागी हॉस्पिटल पहुंची।
जहां राजेश और इसके दोस्त पहले से मौजूद थे।
उन्होंने घटना के बारे में पुरी जानकारी दिया।
रीता रोने लगी।
उसके पति ने ढांढस बंधाया।
जब डॉक्टर ओपीडी रूम से बाहर निकले तो रीता दौड़ते हुए उसके पास जाकर पूछी,,
रीता _डॉक्टर, मेरा बेटा ठीक तो है न।
डॉक्टर _देखो, खून काफी ज्यादा बह गया है।
उसे खून देना होगा।
भगत का खून रोहन के खून से मैच खा गया। उड़ने रोहन को खून दिया।
रोहन बेहोश था।
डॉक्टर ने बताया कि रोहन अब खतरे से बाहर है। पर उसे होस आने में समय लगेगा।
राजेश उसके दोस्त और रीता रात भर वही हॉस्पिटल में रोहन और उसके दोस्तो की इलाज के बारे में जानकारी लेते रहे।
सुबह 8बजे रोहन को होश आया।
डॉक्टरों ने रीता को रोहन से मिलने की इजाजत दे दी इजाजत ।
इधर सुनीता और सुजाता को भी इस घटना के बारे में जानकारी हो चुका था वे भी राजेश से फोन पर जानकारी लेते रहे।
जब रीता ने रोहन के पास गया।
वह रोहन को देखकर रोने लगी।
रीता _बेटा ये क्या हो गया?
रोहन _मां मै बिल्कुल ठीक हूं।
मां राजेश भाई कहा है?
रीता _बेटा, वे लोग बाहर है।
रोहन _मॉम अगर राजेश भाई नहीं होता तो आज मैं जिंदा नहीं होता।
रीता _जानती हूं बेटे मुझे सब पता चल गया है राजेश ने मुझ पर कितना बड़ा अहसान किया है। जिसका बदला मै कभी नहीं चुका सकती।
कुछ देर बात चीत करने के बाद डॉक्टर ने रीता को बाहर जानें को कहा।
कुछ डर बाड़ राजेश और भगत भी रोहन से मिलने गया।
राजेश _ कैसा है रोहन?
रोहन _भाई मै ठीक हूं।
राजेश _हमे पता था तू शेर है तुम्हे कुछ नहीं होगा।
रोहन _भाई, बांकी दोस्त कैसे है?
राजेश _सभी ठीक है रोहन। तुम्हे उनकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
रोहन _भाई कल के मैच का क्या होगा?
राजेश _रोहन, मैच को छोड़ो।
भगत _हमारे अधिकांश खिलाडी खेल पाने की स्थिति में नहीं है। सभी घायल है ठीक होने में समय लगेंगे। इसलिए मैच अब नहीं हो पाएगा।
रोहन _नहीं भाई, हमारे कालेज के सभी स्टूडेंट्स का दिल टूट जायेगा। राजेश भाई मुझे तुम पर पूरा भरोसा है।
अब फाइनल मैच जीतना तुम्हारी जिम्मेदारी है।
भगत _रोहन, 6खिलाडी तो घायल है सिर्फ 8खिलाडी ही खेल पाएंगे।
रोहन _मुझे राजेश भाई पर पूरा भरोसा है वह अकेला ही चार के बराबर है।
राजेश भाई मुझे वादा करो की हमारे कालेज का नाम झुकने नहीं दोगे।
वादा करो भाई,,
कुछ देर सोचने के बाद,,
राजेश _ठीक है रोहन मै पुरी कोशिश करूंगा।
Shandaar update
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
42,728
111,096
304
आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह बेस्ट


आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह से दो बेस्ट टीमों का चयन कर उसे अगले चरण में खेलना था।
अगले चरण में टीम A के दोनो बेस्ट टीम को टीम B के दोनों बेस्ट टीम के साथ खेलना था। उसमे से दो बेस्ट टीम को तीसरे चरन के लिए चुनना था। इसी प्रकार टीम C के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों के साथ मैच खेलना था,फिर उनमें से 2बेस्ट टीमों का चयन खेल के तीसरे चरण के लिए किया जाना था। तीसरे चरन मेंटीम Aऔर B के दो दो बेस्ट टीमों से चुने हुए दो टीमों को, टीम C और D के दो दो बेस्ट टीमों से चुने दो टीमों के बीच मैच होना थाऔर अंत में तीसरे चरन में दो बेस्ट टीमों के बीच फाइनल मुकाबला होना था। एक मैच जीतने पर टीम को 2अंक, हारने पर 0और ड्रॉ होने पर दोनों टीमों 1, 1अंक दिया जाना था। फाइनल मैच को छोड़कर कोई भी मैच में निर्णय न हो पाने पर अतरिक्त समय दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं रखा गया था।
दो बेस्ट टीमों का चुनाव करते समय अगर दो टीमो का अंक समान हो तो अधिक गोल करने वाले टीम को अगले चरण में भेजा जाना था। कुल 53 मैच होने थे। 2कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। एक दिन में एक मैदान पर 2मैच होने थे। एक दिन में चार मैच इस प्रकार कुल 14 दिनों में खेल संपन्न होना था। कालेज में पढ़ाई भी कराया जा सके इसके लिए पहला मैच 3बजे से 5बजे तक और दूसरा मैच 5से 7बजे तक खेला जाना था।
आर के कालेजA ग्रुप में सामिल था जेके कालेज ग्रुप बी में था। पिछले वर्ष के बेस्ट चार टीमों को अलग अलग ग्रुप में रखा गया था।
आज खेल के प्रारंभ में ग्रुप A का पहला मैच से खेल प्रारंभ होना था, आर के कालेज और इसी ग्रुप के एक अन्य टीम के बीच उदघाटन मैच खेला जाना था।
खेल का शुभारंभ करने के लिए इस क्षेत्र के सांसद को मुख्य अतिथि और विधायको को विशेषअतिथि के रूप में बुलाया गया था।
आज तीन बजे के पहले ही आर के कालेज के मैदान में सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई थीं। मैदान पूरी तरह छात्रों से पूरी तरह भर चुका था। सभी उत्साहित थे अपनी कालेज के टीम को प्रदर्शन करते हुए देखने के लिए। सांसद और विधायक भी निर्धारित समय पर पहुंच चुके थे।
आयोजक टीम द्वारा अतिथियों का स्वागत किए जाने के बाद, अतिथियों द्वारा सभा को उदबोधन किया गया। उन सभी ने खेल के महत्व के बारे में बताया और खिलाड़ियों को अपने टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दिया।
दोनों टीमों के कप्तान के बीच टास कराया गया। आर के कालेज ने टास जीता। उसने किस गोल पोस्ट से खेलना है डिसाइड किया।
खेल प्रारंभ होते ही।
स्टूडेंट रोहन रोहन करके चिल्लाने लगे।
आर के कालेज ने आक्रामक खेल दिखाया।
रोहन ने खेल के 15मिनट में ही पहला गोल कर दिया।
चारो तरफ रोहन रोहन की आवाज़ गूंजने लगा।
राजेश एक्स्ट्रा प्लेयर के बैठने के सीट पर बैठ कर अपने टीम का हौसला बड़ा रहा था।
खेल देखने के लिए स्वीटी, सीमा, निशासहित कालेज के सभी स्टूडेंट्स मौजूद थे जो अपने टीम को सपोर्ट कर रहे थे।
इधर रोहन ने खेल के पहले हाफ जो 45 मिनट का था, में तीन गोल दाग दिया था।
विरोधी टीम गोल करने का पूरा प्रयास किया पर वे असफल रहे।
15मिनट के ब्रेक के बाद खेल फिर से प्रारंभ huwa
खेल के दूसरे हाफ में आर के कालेज के टीम ने और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4और गोल दाग दिया।
इस तरह आर के कालेज ने यह मैच 7_0से जीत लिया।
सभी स्टूडेंट्स ने रोहन और उसकी टीम की जमकर तारीफ की।
इधर रीता भी समय समय पर मैच की जानकारी ले रही थी।
उसे जब पता चली की आर के कालेज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7/0से अपने विरोधी टीम को हरा दिया है।
वह बहुत खुश हुई।
इधर रोहन ने अपने टीम के खिलाड़ियों को होटल में रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया। वे सभी जमकर नाच गाना किए।
आर के कालेज के टीम ने अपने पहले चरन के सभी मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। और सभी मैच जीते पहले चरण में सभी टीमों ने 4मैच खेल। आर के कालेज के टीम ने पहले चरण में 8अंक हासिल किए।
रोहन ने स्ट्राइकर प्लेयर के रूप में अपना बेस्ट खेल दिखाया। कालेज के सभी स्टूडेंट्स एवम टीचर ने रोहन की जमकर प्रशंसा की।
ग्रुप में नंबर 1पोजीशन प्राप्त करने के बाद रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
खिलाड़ियों में अहम की भावना भी आ गया।
वे समझने लगे की हमारे सामने कोई भी टीम नहीं टिक सकता।
इसी प्रकार टीम B में जेके कालेज नंबर वन पोजीशन बनाया।
उसने 8अंक प्राप्त किया।
टीम C में Sk कालेज और टीम D में पीके कालेज ने नंबर वन पोजीशन बनाया। इन्होंने भी अपने ग्रुप के सभी टीमों को हराकर 8अंक हासिल किए।
कालेज के सभी स्टूडेंट्स और आध्यापको के मुंह से, रोहन की तारीफ सुनकर रीता रोहन पर गर्व करने लगी।
रीता _बेटा मुझे तुम पर गर्व है। चारो तरफ तुम्हारी ही तारीफ हो रही है।
अभी तक सर्वाधिक गोल आर के टीम ने ही किए थे। सबसे अधिक गोल रोहन ने किए थे।
रोहन जब स्वीटी से मिला।
रोहन _स्वीटी तुम्हे याद है न अपना वादा, अगर हमारी टीम चैंपियन बनती है तो तुम मेरे साथ डिनर पर चलोगी।
स्वीटी _हा बाबा याद है। पर अभी तो आधा सफर ही huwa है, अभी तो सभी ग्रुप के बेस्ट टीमों को हराना है।
रोहन _कोई भी टीम हमारे सामने टिक नहीं पाएगी देखना।
स्वीटी _कही ओवर कामफिडेंस में तो नहीं आ गए, सुना है जेके कालेज की टीम भी बहुत तगड़ी है।
रोहन _हमारी टीम के आगे जेके कालेज की टीम भी नहीं टिक पाएगी।
प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण में टीम A के दो बेस्ट टीमों का मुकाबला टीम C के दो बेस्ट टीमों के साथ होना था। प्रत्येक टीम को दो दो मैच खेलने थे।
टीम B के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों से भिड़ना था।
दूसरे चरण का खेल प्रारंभ huwa
आर के कालेज और एसके कालेज के बीच दूसरे चरण का पहला खेल शुरू huwa,
खिलाड़ियों के मैदान में उतरते ही चारो तरफ रोहन रोहन गूंजने लगा।
आर के कालेज ने अपने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए 4/2से मैच जीत लिया। अपना दूसरा मैच भी आसानी से जीत लिया। और दूसरे चरण में 4अंक प्राप्त कर आर के कालेज ने कुल 12अंक हासिल कर लिया।
आर के कालेज के खिलाड़ियों में अहम की भावना घर कर गया।
वह अपने विरोधी टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कहकर चिढ़ाने लगे।

इधर दूसरे चरण में जेके कालेज के टीम ने भी बेस्ट परफॉर्मेंस दिखाते हुए अपना दोनों मैच जीता और 4अंक हासिल किया। इनके भी कुल 12अंक हो गए।
अगले चरण में पहुंचने की खुशी में रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
अब खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज और एसके कालेज के टीम को जेके कालेज और पीके कालेज के साथ खेलना था।
आर के कालेज के टीम के 12, अंक,
जेके कालेज के 12अंक
एसके कालेज के 10अंक
पीके कालेज के 10 अंक थे।
खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज का मुकाबला P k कालेज के टीम के साथ huwa

दोनो टीमों के खिलाड़ी मैदान में उतर चुके थे। चारो तरफ रोहन रोहन के नाम से स्टेडियम गूंज रहा था।
दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया।
खेल के पहले हाफ में एक गोल दागते हुए आर के कालेज ने बढ़त बना ली।
गोल दागते ही आर के टीम के खिलाड़ी पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर चिढाने लगे।
पी के कालेज के खिलाड़ी भी थोड़ा सनकी माइंड के थे। उसके कप्तान को गुस्सा आ गया और बीच मैदान में ही, आर के कालेज के एक खिलाड़ी को लात घुसे से पिट दिया।
रेफरी ने रेड कार्ड दिखाते हुए उसे मैदान से बाहर निकाल दिया।
उसके बाद कप्तान के बाहर निकलते ही, पीके कालेज के खिलाड़ी थोड़ा कमजोर पड़ गए, जिसका फायदा उठाते हुए। रोहन ने सेकंड हाफ में तीन गोल दाग कर 4/0से मैच जीत लिया।
मैच जीतने के बाद आर के खिलाड़ियों ने पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर और चिड़ा दिया।
पीके कालेज के खिलाडी अपमान का घुट पी कर वहा से चुप चाप चले गए।
लेकिन अन्दर से बहुत गुस्से में थे।
इधर अगलामैच जे के कालेज और एसके कालेज के बीच खेला गया, जिसमे जेके कालेज ने मैच आसानी से जीत लिया और 2अंक हासिल कर लिए अब उसके 14अंक हो गए।
आर के कालेज के भी 14अंक हो गए थे।
अगला मैच एसके और पीके कालेज के बीच huwa जिसमे पीके कालेज मैच जीत गया।
उसके 12अंक हो गए। एसके कालेज के10 ही अंक रह गए ।
तीसरे चरन का अंतिम मैच आर के कालेज और को कालेज के बीच huwa
दोनो ही टीम अब तक बेस्ट परफॉर्मेंस करते हुए कोई भी मैच नहीं हारे थे।
दोनों के 14 /14 अंक थे।

आखिर तीसरे चरन का अंतिम मैच शुरू huwa
चारो ओर रोहन रोहन का शोर होने लगा।
आर के कालेज के टीम ने शुरू डे ही आक्रामक खेलने की कोशिश की, वे गोल करने की जी तोड़ प्रयास किया। उधर जेके कालेज के डिफेंडिंग प्लेयर बहुत मजबूत थे। रोहन भेद उसे भेद पाने में सफल नहीं हो सका।
पहले हाफ में कोई गोल नहीं हो सका।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। कभी आर के टीम भारी पड़ता दिखाई पड़ता तो कभी जेके टीम।
कह पाना मुश्किल हो गया था कि कौन सा टीम बेस्ट है।
पहले हाफ में कोई गोल न हो सका।
15मिनट के ब्रेक में टीमों के कोच ने अपने अपने टीमों के खिलाड़ियों को आवश्यक सलाह निर्देश एवम सामने वाले टीम की कमजोरियों के बारे में बताया।
जब खेल फिर से प्रारंभ हुआ तो दोनो टीमों के खिलाडी दोगुने उत्साह के साथ मैदान में नजर आए।
दर्शक अपने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का नाम ले ले कर उसे बेहतर प्रदर्शन के लिए, प्रोत्साहित कर रहे थे।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। दोनों टीम भरसक प्रयास करने के बाउजूद गोल करने में अब तक कामयाब नहीं हो सके थे केवल 10मिनट का खेल शेष था।
दर्शक तनाव में आ गए थे।
खिलाडी अपने आप में हताश होने लगे थे। रोहन भी हर पैंतरा अपनाया पर सामने वाले टीम के डिफेंडिंग प्लेयर को शिकस्त देने में असफल रहा और अंतिम क्षणों में जेके कालेज को एक मौका मिला और गोल कर दिया।
चारो तरफ सन्नाटा छा गया ये क्या हो गया?
आर के कालेज के सभी समर्थक अपना सिर पकड़ लिया, ओ माई गॉड ये क्या गया?
आखिर खेल समाप्त हुआ और जेके कालेज को विजेता
1/0से विजेता घोषित किया गया।
रोहन और उसके दोस्तो के साथ कालेज के सभी स्टूडेंट्स हतप्रभ थे। वे मैच हार चूके थे।
सभी उदास हो गए।
उधर जेके कालेज के खिलाडी बहुत उत्साहित थे।

मैच हारने के बौजूद अंकतालिका में 14अंक के साथ दूसरे स्थान पर होने के कारण आरके कालेज फाइनल में पहुंच गया था।
अब फाइनल मुकाबला जेके कालेज और आर के कालेज के बीच ही खेला जाने वाला था।
फाइनल में पहुंच ने के बाद भी आर के कालेज के खिलाडी उदास थे उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे हार जायेंगे।
फाइनल मैच एक दिन बाद रखा गया था।
रात में आर के कालेज के टीम के प्लेयर होटल में इकट्ठा हुवे।
वे खुश नहीं थे। कुछ खिलाडी तो शराब भी पीने लगे।
रीता ने रोहन को फोन किया।
रीता _बेटा तू कहा है?
रोहन _मॉम मै दोस्तो के साथ हूं।
रीता _जानती हूं बेटा तुम लोग दुखी हो। पर तुम लोगो को उदास होने की जरूरत नहीं है। आज का मैच फाइनल नहीं था। देखना फाइनल में तुम लोग ही जीतोगे। तुम लोग हिम्मत न हारो, जब तक मैं हू तुम्हे कोई नहीं हरा सकता। मै जेके कालेज की पुरी टीम ही खरीद लूंगी।
रोहन _नहीं मॉम आप कुछ भी नहीं करेंगी। तुम्हे मेरी कसम।
रीता _बेटा ये तुम क्या कह रहे हो?
रोहन _हा मां, उन्हे अपने दम पर हराएंगे।
रीता _पर बेटा, उसके प्लेयर बहुत मजबूत है।
रोहन _मॉम कुछ भी हो पर आप इस बार कुछ मत करना।
रीता _ठीक है बेटा।
इधर Pk कालेज के टीम के खिलाडी इसी मौके की तलाश में थे की कब आर के कालेज के खिलाड़ियों को जलील कर अपने अपमान का बदला लिया जाए।
पीके कालेज के खिलाडी भी होटल पहुंच गए।
इधर राजेश और उसके दोस्त दूसरे होटल में बैठकर आज के खेल पर ही चर्चा कर रहे थे।
तभी भगत को किसी का फोन आया।
यह फोन भगत के किसी साथी का ही थे।
भगत _बोल बे कैसे फोन किया?
साथी _भाई, पता चला है कि पीके कालेज के खिलाडी रोहन और उसके दोस्तो को जलील करने होटल जा रहे है। मुझे तो लग रहा है वहा कोई लफड़ा होने वाला है।
राजेश _किसका फोन है, यार।
भगत _भाई, अपने ही साथी का फोन था बता रहा था की पीके कालेज के टीम के खिलाडी अपने अपमान का बदला लेने रोहन और उसके दोस्त जिस होटल में इकट्ठा है वहा जा रहे हैं, बता रहा था की कुछ लफड़ा होने वाला है।
राजेश _भगत ये क्या कह रहा है। हमे उन्हे रोकना होगा।
अगर हमारे प्लेयर को कुछ हो गया तो हमारी टीम के लिए मुसीबत बड़ जाएगी।
भगत _भाई होने दो लफड़ा, अच्छा है साले बहुत हवा में उड़ रहे थे। अब पता चलेगा।
राजेश _नहीं भगत हमे उन्हे रोकना ही होगा। चलो।
अगर तुम लोग नहीं चलोगे तो मै चलता हूं।
भगत _भाई ये आप क्या कह रहे? जहां तुम वहा हम।
राजेश और उसके दोस्त वहा से निकल पड़े।
इधर पीके कालेज के खिलाडी होटल में पहुंच चूके थे।
उन लोगो ने शराब आर्डर किया।
शराब पीते हुए।
पीके कालेज के कप्तान रोहन के एक दोस्त से_ क्यू बे, उस दिन हम लोगो को लल्लू बोल रहा था। अपने आप को चैंपियन समझ रहा था न अब तुम लोगो को अपनी औकात पता चली।
साला पूरे मैच में एक भी गोल नहीं कर पाए।
पीके कालेज के सभी खिलाडी हसने लगे।
कप्तान _दोस्तो बताओ, सबसे बड़ा लल्लू यहां कौन है?
एक ने कहा, रोहन।
रोहन के एक दोस्त से रहा न गया, उसने एक जोर का मुक्का, पीके टीम की कप्तान के मुंह पर मारा।
कप्तान _साला अभी तक हेकड़ी गई नहीं, मारो सालो को।
फिर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गया।
अपने साथी को बचाने रोहन भी भीड़ गया।
पीके कालेज के खिलाडी पहले ही तैयारी करके आए थे लाठी डंडे से जमकर रोहन और उसके दोस्तो की पिटाई करने लगे।
इधर रोहन और पीके कालेज के कप्तान के बीच जमकर फाइट huwa, किसी ने डंडे से रोहन के सिर पर वार किया, उसका सिर फट गया।
पीके कालेज के कप्तान ने चाकू निकाल लिया और रोहन पर आत्म घाती वार किया।
रोहन को एक क्षण लगा कि अब वह नहीं बचेगा तभी एक हाथ ने उस वार को रोक दिया।
रोहन बेहोशी के हालात में पहुंच चुका था उड़ने आंखे खोल कर देखा आखिर किसने इज वार को रोका, सामने राजेश था।
राजेश ने दूसरे हाथ से एक जोर का मुक्का पीके कालेज के कप्तान को मारा, वह दूर जा गिरा।
उसके बाद राजेश और पीके कालेज के कप्तान की बीच जमकर फाइट huwa, राजेश के सामने वह टिक न सका, राजेश ने पीके कालेज के कप्तान को जमकर पीटा।
उधर भगत और उसके दोस्त भी पीके कालेज के अन्य खिलाड़ियों को जमकर पीटने लगे।
होटल मैनेजर ने थाने दार को पहले ही इसकी जानकारी दे दी कि यहां दो गुटों के बीच लड़ाई चल रही है।
कुछ देर में सब पुलिस भी पहुंच गए।
पीके कालेज के सभी खिलाड़ियों को पुलिस अपने साथ ले गए।
इधर भगत और राजेश ने रोहन और उसके दोस्तो को हॉस्पिटल पहुंचाया।
रोहन के सिर पर गहरी चोट लगी थी काफी खून बह गया था।
वह बेहोश हो गया था। डाक्टरों ने
उसे उसे ओपीडी रूम में ले जाकर उसका इलाज करने लगे।
रीता को इस बात की जब जानकारी हुई तो वह अपने पति संजय के साथ भागीभागी हॉस्पिटल पहुंची।
जहां राजेश और इसके दोस्त पहले से मौजूद थे।
उन्होंने घटना के बारे में पुरी जानकारी दिया।
रीता रोने लगी।
उसके पति ने ढांढस बंधाया।
जब डॉक्टर ओपीडी रूम से बाहर निकले तो रीता दौड़ते हुए उसके पास जाकर पूछी,,
रीता _डॉक्टर, मेरा बेटा ठीक तो है न।
डॉक्टर _देखो, खून काफी ज्यादा बह गया है।
उसे खून देना होगा।
भगत का खून रोहन के खून से मैच खा गया। उड़ने रोहन को खून दिया।
रोहन बेहोश था।
डॉक्टर ने बताया कि रोहन अब खतरे से बाहर है। पर उसे होस आने में समय लगेगा।
राजेश उसके दोस्त और रीता रात भर वही हॉस्पिटल में रोहन और उसके दोस्तो की इलाज के बारे में जानकारी लेते रहे।
सुबह 8बजे रोहन को होश आया।
डॉक्टरों ने रीता को रोहन से मिलने की इजाजत दे दी इजाजत ।
इधर सुनीता और सुजाता को भी इस घटना के बारे में जानकारी हो चुका था वे भी राजेश से फोन पर जानकारी लेते रहे।
जब रीता ने रोहन के पास गया।
वह रोहन को देखकर रोने लगी।
रीता _बेटा ये क्या हो गया?
रोहन _मां मै बिल्कुल ठीक हूं।
मां राजेश भाई कहा है?
रीता _बेटा, वे लोग बाहर है।
रोहन _मॉम अगर राजेश भाई नहीं होता तो आज मैं जिंदा नहीं होता।
रीता _जानती हूं बेटे मुझे सब पता चल गया है राजेश ने मुझ पर कितना बड़ा अहसान किया है। जिसका बदला मै कभी नहीं चुका सकती।
कुछ देर बात चीत करने के बाद डॉक्टर ने रीता को बाहर जानें को कहा।
कुछ डर बाड़ राजेश और भगत भी रोहन से मिलने गया।
राजेश _ कैसा है रोहन?
रोहन _भाई मै ठीक हूं।
राजेश _हमे पता था तू शेर है तुम्हे कुछ नहीं होगा।
रोहन _भाई, बांकी दोस्त कैसे है?
राजेश _सभी ठीक है रोहन। तुम्हे उनकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
रोहन _भाई कल के मैच का क्या होगा?
राजेश _रोहन, मैच को छोड़ो।
भगत _हमारे अधिकांश खिलाडी खेल पाने की स्थिति में नहीं है। सभी घायल है ठीक होने में समय लगेंगे। इसलिए मैच अब नहीं हो पाएगा।
रोहन _नहीं भाई, हमारे कालेज के सभी स्टूडेंट्स का दिल टूट जायेगा। राजेश भाई मुझे तुम पर पूरा भरोसा है।
अब फाइनल मैच जीतना तुम्हारी जिम्मेदारी है।
भगत _रोहन, 6खिलाडी तो घायल है सिर्फ 8खिलाडी ही खेल पाएंगे।
रोहन _मुझे राजेश भाई पर पूरा भरोसा है वह अकेला ही चार के बराबर है।
राजेश भाई मुझे वादा करो की हमारे कालेज का नाम झुकने नहीं दोगे।
वादा करो भाई,,
कुछ देर सोचने के बाद,,
राजेश _ठीक है रोहन मै पुरी कोशिश करूंगा।



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