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Incest यह क्या हुआ

Enjoywuth

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Akhir Rohan ne rajesh ka samman kar hindiya aur usse bhai maan liya.. Sayad yahan rita bhi ab rajesh ko blackmail karna band karde
 
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Sanju@

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राजेश रीता को बाहों मे उठा कर बेड रूम मे ले गया फिर बेड पर लिटा कर उसके ऊपर आ गया। रीता के ओंठ को जी भर कर चूसने के बाद उसकी गर्दन चूमता हुआ नीचे गर्दन उसकी कान के नीचे चूमने चाटने लगा। फिर आगे बढ़ता huwa नीचे गया उसकी चूची को अपने दोनो हाथों मे पकड़कर खूब मसला और उसके चूचक पीने लगा। रीता सिसकने लगी।
पहली बार कोई मर्द ऐसी हरकत उसके साथ कर रहा था उसका पति संजय तो सिर्फ land को boor में डालकर 5_6धक्के मारकर ही ढेर हो जाता।
आज उसे राजेश की हरकतों से एक अलग ही आनद मिल रहा था।
राजेश आगे बड़ा और उसके पेट को चूमते हुए उसकी नाभी तक जाकर उसमे अपना जीभ डालकर चाटने लगा। रीता राजेश का सिर पकड़ कर मादक सिसकारी निकालने लगी।
राजेश आगे बढ़ा वह पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया और रीता जी टांगो से अलग कर दिया। अब वह सिर्फ पेटीकोट में थी।
रीता बेड से उठ गई और राजेश के ओंठो को जी भर कर चूसने लगी। फिर राजेश के शर्ट पैंट और बनियान को निकाल दी राजेश अब सिर्फ अंडरवियर में था।
उसके अंडरवियर में बड़ा सा उभार साफ बता रहा था की उसका land तनकर खड़ा हो चुका है।
रीता ने जब राजेश का गठीला बदन देखा तो वह और रोमांचित हो गई वह राजेश के पूरे शरीर को चूमने चाटने लगी।
राजेश खडा था, रीता नीचे बैठ गई और राजेश का अंडरवियर नीचे खींचकर उसके पैरो से अलग कर दी। राजेश पूरा नंगा हो गया उसका मूसल की लंबाई मोटाई देखकर रीता सहम गई। हे भगवान इसका land तो घोड़े के land जैसा है। ये तो मेरा boor ही फाड़ कर रख देगा।
पता नही सुजाता कैसे लेती होगी।
राजेश ने अपना land रीता के मुंह में डाल दिया। रीता राजेश के आधे land को ही मुंह में ले पाई और चूसने लगी।
राजेश _ठीक से चूस साली तेरे पति ने ठीक से चूसना नही सिखाया है तुझे।
रीता इसके पहले कभी land नही चूसी थी। उसे गंदा लगता था पर आज वह राजेश को अपना बनाना चाहते थी अतः राजेश को हर तरह से संतुष्ट करना चाहती थी।
वह राजेश के land को जीतना हो सके मुंह में लेकर चूसना शुरु कर दिया।
राजेश को बहुत मजा आने लगा।
राजेश _आह ये हुईं न बात, हां ऐसे ही और अन्दर ले आह, बहुत अच्छा लग रहा है। और थोड़ा तेज तेज कर। आह।
राजेश रीता की बालो को पकड़ कर land को उसके मुंह में अन्दर बाहर करने लगा।
राजेश का land और मोटा हो गया।
अब राजेश से रहा न गया। वह रीता को ऊपर उठाया फिर बेड किनारे लिटा दिया।
उसके ऊपर झुक कर जी भर कर उसका ओंठ चूसा। निपल मुंह में भर कर चूसने के बाद वह उसकी पेंटी टांगो से खीच कर अलग कर दिया।
रीता की मस्त फूली हुई चिकनी गुलाबी chut देखकर कहा।
राजेश _तेरी chut तो ऐसा लग रहा है जैसे कभी chudi ही नहीं। तेरा पति चोदता नही है क्या?
राजेश ने रीता की boor की भगनासा को जीभ से छेड़ने लगा। जिससे रीता आनंद के मारे छटपटाने और मादक सिसकारी निकालने लगी।
फिर राजेश ने उसकी boor को मुंह में भर कर चूसने लगा।
रीता तो जैसे स्वर्ग मे पहुंच गई।
ओह मां आह उन, उसकी शरीर कपकपाने लगी। उसकी आंखों की पुतलियां पलट गई।
ऐसा आनद की कल्पना उसने आज तक नही की थी। उसकी boor से पानी झरने की तरह बहने लगी।
राजेश अब boor चाटना बंद कर उसकी टांगो को फैला दी।
अपना land उसकी boor के छेद पर रख।
रीता, घबराई हुई थी इतना बड़ा मूसल chut में जायेगी कैसे?
मेरी boor की आज खैर नहीं। मै कहा फस गई।
राजेश ने अपना land रीता की योनि द्वार पर रख एक हल्का दबाव डाला जिससे उसका टोपा boor में चला गया।
रीता सिसक उठी।
अब राजेश ने एक जोर का धक्का मारा।
राजेश का लौड़ा रीता की boor फाड़कर आधा अन्दर घुस गया।
रीता चीख उठी।
रीता _राजेश धीरे मै मर जाऊंगी।
राजेश रीता की ओंठ मुंह में भर कर चूसने लगा उसकी दूदू मसल मसल कर पीने लगा। रीता का दर्द कम हो गया।
अब राजेश अपना land boor से बाहर खींचा और अन्दर डाल दिया।
Land boor को चीरते हुए गच की आवाज करता huwa और अन्दर चला गया।
रीता फिर चीख उठी।
रीता के आंखों से आंसू आ गए।
रीता _राजेश प्लीज आराम से करो मै मर जाऊंगी।
राजेश अब अपने land को योनि मे अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया।land boor में सर सर अन्दर बाहर होने लगा।
धीरे धीरे रीता को दर्द की जगह मजा आने लगा।
रीता की boor से पानी बहना शुरू हो गया। अब
राजेश का लौड़ा रीता की boor की पूरी गहराई को नापने लगा।
Land boor में अपना जगह बना लिया।land fuddi में बिना किस रुकावट के गपागप अन्दर बाहर होने लगा।
इधर रीता को भी मजा आने लगा। उसे तो यकीन नही हो रहा था की इतना बड़ा land को उसकी boor ने निगल लिया है।
राजेश का land रीता की boor में कसाकसा अन्दर बाहर होने लगा जिससे राजेश को भी बहुत मजा आने लगा।
वह रीता की दोनो चुचियों को मसल मसल कर रीता की boor खोदना शुरू कर दिया।
रीता के मुंह से मादक सिसकारी निकल कर पूरे कमरे मे गूंजने लगा।
Land फच fach की आवाज करता huwa boor में अन्दर बाहर हो रहा था।
राजेश अब रीता को तेज तेज चोदने लगा। रीता तो जन्नत मे पहुंच गई थी।
वह इस सुख से अब तक अंजान थी।
वह राजेश की कमर को पकड़ कर उसका सहयोग करने लगी।
राजेश का land का टोपा उसकी बच्चे दानी को ठोकने लगा। जिससे रीता का पूरा शरीर गंनगनाने लगी।
उसे संभोग का ऐसा सुख मिल रहा था जिसकी कल्पना भी आज तक नही की थी।
रीता और राजेश दोनो ही दुनिया को भुलाकर किसी दूसरी दुनिया की सैर में निकल चुके थे।
रीता के मुंह से
आह मां उन आई आह,, उन ई,,, मां मर गई,,, आह उन आई उन,,,,
उसके हाथ पैर कपकापने लगे वह राजेश को जोर से जकड़ कर झड़ने,,
मै,,,गई,,,,,,, रा,,,je,,, श,,,,आ,,,,,, मां,,,,,,,
रीता का शरीर ढीला पड़ गया।
राजेश ने चोदना बंद कर दिया उसके ओंठ को मुंह में भर कर चूसने लगा।
रीता कुछ देर तक सुस्ताई फिर राजेश ने उसकी चूची दबाने और चूसने लगा।
पूरे बदन को सहलाने लगा।
भग्नासा को उंगली से रगड़ने लगा।
जिससे रीता फिर सिसकने लगी।
राजेश ने अब रीता को घोड़ी बना दिया।
अपना land रीता की boor के छेद मे रख कर। रगड़ने लगा।
राजेश की नजर जब रीटा की नितंब पर गया। तो उसकी खूबसूरती देख कर उसका land और अकड़ गया।
राजेश ने नितंब को अपने हाथों से सहलाया उसे चूमा। रीता सिसकने लगी।
अब राजेश ने रीता की योनी पर अपना land का टोपा रख कर एक जोर का धक्का मारा,land boor चीरकर एक ही बार में अन्दर चला गया।
रीता चीख उठी।
राजेश तुम बेरहम हो,,
प्लीज आराम से करो।
राजेश _चुप साली तुझे तो ऐसे ही चोदूंगा। अपनी रखैल बनाऊंगा।
अब राजेश रीता की boor को फिर से खोदना शुरू कर दिया।
Land रीता की योनी में फिर से गच गाच अन्दर बाहर होने लगा।
फिर से कमरा रीता की कामुक सिसकारी से गूंजने लगा।
राजेश अपना पूरा land बाहर निकलता फिर झटके से अन्दर डालता पूरा land योनि को रगड़ रगड़ कर अन्दर बाहर हो रहा था।
कमरे में थप थप की आवाज गूंज रहा था।
राजेश अपना एक उंगली रीता की गाड़ के छेद मे घुसा दिया।
रीता की गाड़ कुवारी थी। उंगली जाने से उसे दर्द हुवा। वह चीखी।
नही राजेश वहा नही प्लीज।
राजेश _क्यू साली, सुजाता मैम तो देती है तू नही देगी, तेरे मे दम नही क्या बड़ी शेरनी बनी फिरती है। क्या huwa बोल,,,,
रीता _अभी boor ही चोद, गाड़ देने की हिम्मत नही मुझमें, पता नही सूझता इतना बड़ा घोड़ा जैसे गाड़ में ली होगी।

राजेश रीता को और जोर जोर से चोदने लगा।
उसकी नितंब पर थप्पड़ मार मार कर चूतड लाल कर दिया।
राजेश नीचे झुक कर रीता की चूची पकड़ कर मसल मसल कर boor पेलने लगा।
रीटा तो अपनी आंखे बंद कर chudai का मजा ले रही थी।
उसे बहुत मजा आ रहा था। वह सोच रही थी ऐसा आनद से वह अब तक वंचित क्यू थी?
वह अब तक अपनी जवानी बेकार ही निकाल दी।
राजेश ने अपना land बाहर निकाल दिया।
अब वह बेड पर जाकर लेट गया उसका land तनकर खड़ा हवा मे लहरा रहा था।
रीता को खीच कर अपने ऊपर ले लिया।
राजेश _अब देख क्या रही है साली बैठ land पे।
रीता राजेश के land को पकड़ कर अपनी boor के छेद पर रखा और और उसके ऊपर बैठ गई।

राजेश, रीता की चूची मुंह में भर कर चूसने लगा।
राजेश _उछल साली land पर।
अब रीता land पर धीरे धीरे उछलने लगी।
राजेश रीता की कमर को पकड़ कर। अपन land तेजी से अन्दर बाहर करने लगा।।
रीता सिसकने एवम आनद में कराहने लगी।
अब रीता भी land पर अच्छे से उठक बैठक करते हुए chudne लगी इस तरह से वह पहली बार chuda रही थी।
Land रीता की गर्भाशय को ठोक रहा था।
जिसके कारण रीता की शरीर मे कपकपी पैदा हो रहा था।
राजेश रीता की कमर पकड़ कर उसे अपने land पर पटक पटक कर चोदना शुरू कर दिया।
रीता की हालत खराब हो गई।
वह अपने मुंह से अजीब अजीब आवाजे निकालने लगी।
वह अपनी आंखे बंद कर स्वर्ग की सैर कर रही थी।
इधर राजेश को भी मस्त गदराई औरत को चोदने मे बड़ा मजा आ रहा था।
वह जोर जोर से रीता की कमर पकड़ कर अपने land पर पटक पटक कर चोदने लगा।
रीता इस अद्भुत अहसास को पाकर खुद को रोक न पाई और झड़ने लगी।
वह राजेश के ऊपर ढेर हो गई।
सुस्ताने लगी।
कुछ देर सुस्ताने के बाद,
रीता _राजेश अब बस करतेहै मै थक गई।
मुझे मूत आ रही है।
रीता राजेश के ऊपर से उठी। राजेश का land जब रीता की boor से बाहर आया। रीता उसे देख दंग रह गई।
वह इतना लंबा land कैसे ले पाई।
वह अपनी जब चलने को हुई तो boor में दर्द महसूस होने लगा ।
वह किसी तरह बाथरूम मे गई और मूतने लगी।
उसकी मूत की आवाज जब राजेश के कानो पर पड़ा तो उसका land और तन गया।
वह बेड से उठा और बाथरूम मे गया। वह रीता को मूत ते देख जोश मे आ गया।
वह रीता कमोड पर बैठ कर मूत रही थी। वह उसके पास गया। और land चूसने कहा।
रीता राजेश का land मुंह में लेकर चूसने लगी।
कुछ देर land चुसवाने के बाद राजेश खुद कमोड पर बैठ गया और रीता को अपने land के ऊपर बिठा लिया अपना land रीता की योनि मे डालकर पटक पटक कर चोदने लगा।
रीता को भी मजा आने लगा। वह भी land पर उछल उछल कर chudne लगी।
उसकी मुख से निकलने वाली मादक सिसकारी कमरे बाथरूम गूंजने लगी। कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद।
राजेश रीता की ओंठ चूसने लगा।
फिर राजेश रीता को अपने land पर उठा कर वैसे ही बाथरूम से बाहर ले आया और हवा मे उछाल उछाल कर अपने land पर पटक पटक कर खड़े खड़े ही रीता को चोदने लगा। रीता कभी चीखती तो कभी मादक सिसकारी निकालती ।
रीता सपने मे भी नही सोंची थी की कोई उसे इस तरह चोदेगा।
वह राजेश के पौरुष शक्ति देखकर आश्चर्य चकित थी।
कुछ देर इसी पोजीशन में चोदने के बाद राजेश ने रीता को बेड पर लिटा दिया और उसकी टांगो को आपने कंधे पर डालकर दनादन चोदना शुरू कर दिया। उसका land boor की पूरी गहराई मे जाकर रीता की गर्भाशय की द्वार को ठोकने लगा रीता आनंद में चीखने चिल्लाने लगी।
इसी पोजीशन में राजेश रीता को तब तक चोदता रहा जब वह झड़ नही गया।
जब राजेश के land से गर्म गर्म वीर्य रीता की कोख में जाने लगा तो इस अद्भुत आनंद को प्राप्त कर रीता खुद को न रोक सकी और वह भी झड़ने लगी।
इधर राजेश रीता जोर जोर से कराहते हुवे ढेर सारा वीर्य रीता की कोख को पूरी तरह भर दिया।
राजेश थक चुका था वह रीता के ऊपर ही ढेर हो गया।
रीता उसे बाहों में भर कर उसका पीठ सहलाने लगी।
कुछ देर बाद राजेश रीता के ऊपर से उठा और बेड पर लेट गया।
दोनो बेड पर सुस्ताने लगे।
कुछ देर बाद रीता उठी और वह बाथरूम की ओर जाने लगी।
उसकी boor में जलन हो रहा था।
वह पेसाब करने फिर से बैठ गई फिर उसने अपनी boor की ओर देखा। उसका मुख ऐसा खुल गया था जैसे बच्चे जन्म देने के बाद खुल जाता है।
उसके boor से राजेश का वीर्य बाहर बह रहा।
वह उंगली डाल कर वीर्य को अच्छे से साफ की। राजेश ने
रीता की boor बुरी तरह फाड़ दिया था।
रीता नहाकर बाहर निकली।
फिर अपने कपड़े पहनने लगी।
रीता _राजेश, चलो अब तुम भी अपने कपड़े पहनो हमे काफी समय हो गया है।
राजेश _मैम अब आप खुश तो है न, वह वीडियो प्लीज वायरल हो ने मत देना।
रीता _नही होगी, पर तुम्हे वही करना होगा जो मै चाहूंगी।
राजेश और रीता दोनो अपने अपने कपड़े पहन कर फार्म हाउस से चले गए।

रात मे रीता, अपने बेड में लेटकर,राजेश के द्वारा किया गया chudai और उससे मिलने वाला स्वर्गीय सुख को ही महसूस कर रही थी।
वह राजेश की दीवानी हो चुकी थी। उसे राजेश ने ऐसा सुख दिया था जिसकी वह कभी कल्पना भी नहीं की थी।

कहा वह सुजाता को नीचा दिखाने के लिए राजेश को अपना गुलाम बनाना चाहती थी। वह खुद ही राजेश की गुलाम बन चुकी थी।
रीता अपने मन में _राजेश सिर्फ मेरा है मै उसे किसी और से शेयर नही करूंगी। उसे सिर्फ अपना बनाकर रखूंगी।
उसके शरीर मे थकान था वह गहरी नींद में सो गई, और राजेश की सपने देखने लगी।
वह सपने मे देखी कि उसने आज राजेश को बार में मिलने के लिए बुलाया है।
राजेश जब बीयर बार में पहुंचा,,,
बार का लाइट ऑफ हो गया फिर किसी म्यूजिक बजने लगा, रीता गाने लगी,,,

गली गली में फिरता है तू क्यू बनके बंजारा आ मेरे दिल मे बस जा मेरे आशिक आवारा,,


Rajesh _तेरा प्यार है एक सोने का पिंजड़ा वो सहजादी,मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आजादी।
बहुत ही कामुक गरमागरम और उत्तेजना से भरपूर अपडेट है
राजेश ने रीता की प्यार से चूदाई करके उसे असीम सुख दिया है वह राजेश को अपना गुलाम बनाना चाहती थी लेकिन अब वह राजेश की गुलाम बन गई है
 

Nilesh9900

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नमस्कार लेखक महोदय जी🙏
2 सितंबर से आपकी कहानी ये पढ़ नि चालू की ही सर
पता नई आपकी कहानी लेखन की शैली का जादू ही सर की आज 298 पेज तक पढ़ ली ही हे आप जबदस्त लिखते हो सर
25 सालो से लगभग में कहानियां पढ़ रहा हु आज पहेली बार किसी लेखक को अभिनंदन कर रहा हु ये मेरा पहला कमेंट ही सर 🙏
 

rajesh bhagat

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नमस्कार लेखक महोदय जी🙏
2 सितंबर से आपकी कहानी ये पढ़ नि चालू की ही सर
पता नई आपकी कहानी लेखन की शैली का जादू ही सर की आज 298 पेज तक पढ़ ली ही हे आप जबदस्त लिखते हो सर
25 सालो से लगभग में कहानियां पढ़ रहा हु आज पहेली बार किसी लेखक को अभिनंदन कर रहा हु ये मेरा पहला कमेंट ही सर 🙏
आपका बहुत बहुत धन्यवाद,
 

Sanju@

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अगले दिन, राजेश जब कालेज पहुंचा। भगत के साथ कैंटीन में,,
भगत _भाई 5दिन बाद कालेज में इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरू हो जाएगी इस मैच की मेजबानी 2कालेज एक हमारा कालेज, आरके कालेज और दूसरा जेके कालेज करने जा रहे हैं। पिछले बार तो फाइनल मे जेके कालेज के टीम को हराकर हमारा कालेज चैंपियन बना था। सुना है इस बार वे युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहे है। इस बार चैंपियन बनने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। सुना है इस बार तो वहा की कालेज प्रशासन ने बाहर से एक नामी फुटबालर को बुलाया है जो अपने उनके खिलाड़ी को प्रेक्टिस करा रहा है।
इधर रोहन का ओवर कामफिडेंस कही हमारे टीम के लिए भारी न पड़ जाए।
राजेश _मैने हमारे टीम को भी प्रेक्टिस करते हुए देखा है। लड़के काफी मेहनत कर रहे है। मैदान पर अपनी पसीना बहा रहे है। मुझे भरोसा है कि हमारी टीम पिछले बार की तरह अच्छा प्रदर्शन करेगी।
भगत _भाई आप को तो एक्स्ट्रा प्लेयर के रूप मे रखा गया है। रोहन कही अपने घमंड मे आकर टीम के मुसीबत के समय भी , आपको खेलने का मौका न दिया न तो इस बार हम यह टूर्नामेंट जीत पाएंगे, इस पर मुझे शक है।
बाकी दोस्तों ने भी कहा, हां भाई इस बार तो हमे भी शक है कि हम खिताब जीत पाएंगे।
राजेश _ऐसा कुछ नहीं होगा, हमारी टीम यह खिताब तीसरी बार जरूर जीतेगी।
लंच के समय स्वीटी अपनी सहेली के साथ मैदान की ओर गए जहा रोहन और उसकी टीम प्रेक्टिस कर रहे थे।
रोहन ने जब स्वीटी को देखा तो उसके पास आया।
रोहन _हाय स्वीटी, कैसी हो?
स्वीटी _ओ, hye, मै तो अच्छी हूं। मै तो देखने आई थीं की आप लोगो की प्रैक्टिस कैसी चल रही है?
कालेज के सभी स्टूडेंट्स को तुम लोगो पर बड़ा भरोसा है कि तुम लोग टूर्नामेंट जीतकर कालेज और हम सब को गौरांवित करोगे।
रोहन _थैंक्स स्वीटी हमारी टीम पर विश्वास जताने के लिए हम तैयारी मे कोई कसर नही छोड़ेंगे।
देखना यह टूर्नामेंट हम ही जीतेंगे।
स्वीटी _अगर तुम हमारे कालेज को चैंपियन बना दिया न तो मै तुम्हारे साथ किसी होटल में डिनर करने के बारे मे तुम्हारे प्रस्ताव के बारे में सोचूंगी।
रोहन _क्या सच मे?
स्वीटी _हां, पर सिर्फ डिनर और कुछ नहीं।
रोहन _ओह थैंक यू स्वीटी।
स्वीटी के वहा से जाने के बाद रोहन के दोस्त ने कहा,
रोहन भाई, स्वीटी भी आगे बढ़ने के लिए तैयार दिख रही है।
रोहन _हमारी टीम का चैंपियन बनने के बाद देखना, सब लड़कियां मेरे आगे पीछे घूमेगी।
दोस्त _भाई मतलब आपके अच्छे दिन आने वाले है।
रोहन _आने वाले नही बे, आ गया समझो।
कालेज मे छुट्टी के समय सुजाता ने राजेश को फोन किया इस समय राजेश भी फुटबाल ग्राउंड पर बैठकर अपनेदोस्तो के साथ टीम की प्रैक्टिस देख रहा था।
राजेश ने फोन उठाया।
सुजाता_हेलो, जानू कहा हो।
राजेश _हाय मैम मै अभी कालेज में हूं।
सुजाता _आज, मुझे तुम्हारी बड़ी याद आ रही है। तुम होटल में आ जाना।
राजेश _मैम, मुझे लगता है कि होटल मे बार बार मिलना सेफ नहीं है।
सुजाता _क्यू? तुम ऐसा क्यू कह रहे? कुछ बात है क्या?
राजेश _हमे कोई दूसरी जगह देखनी पड़ेगी। वह होटल सेफ नहीं है।
सुजाता _फिर तुम मेरे घर आ जाओ।
राजेश _घर में तो निशा होगी, नौकर और आपके पति।
सुजाता _फिर क्या करे? देखो मुझे आज तुमसे मिलना है बस। देखो ऐसा करो आज घर में आ जाओ। आगे का देखेंगे करना क्या है?
राजेश _ठीक है। मै एक घंटे में पहुंचूंगा।
सुजाता _ओके मै वेट करूंगी। बाई जानू।

इधर रीता अपने ऑफिस कैबीन मे, कल राजेश साथ बिताए पल को याद कर रही थीं। मंद ही मंद मुस्कुरा रही थी।
राजेश ने कैसे उसे कल जन्नत का सैर कराया था।
कैसे राजेश ने उसकी जमकर chudai की और उसकी chut सूजा दी। अभी भी मीठा मीठा दर्द का अहसास उसकी chut पर हो रहा था।
वह अपनी chut को अपनी साड़ी के ऊपर से ही सहला कर देखी। उसमे दर्द अभी भी था।
उसने राजेश को काल किया।
राजेश का मन नहीं था काल उठाने का।
वह काफी देर बाद काल उठाया।
रीता _ हाई, राजेश कैसे हो?
राजेश _मै ठीक हूं मैम, बोलो कैसे याद की।
रीता _राजेश, पहले ये बताओ की इतने देर से फोन क्यू उठाया? कही इग्नोर तो नही कर रहे थे।
राजेश _नही मैम, आस पास दोस्त थे न इसलिए उठाने में लेट huwa
रीता _राजेश, मुझे तुमसे ढेर सारी बाते करने ही।
राजेश _कैसी बाते मैम?
रीता _ओह राजेश तुमने मुझ पर पता नहीं कैसा जादू कर दिया है। कल से तुम्हारे बारे में ही सोच रही हूं। सच में तुम्हारी बाहों में जन्नत है।
अब समझी सुजाता तुसपे इतना मरती क्यू है?
देखो मैं तुम्हे सुजाता से मिलने से नहीं रोकूंगी पर हां, मै भी अब तुम्हारे प्यार के बिना नहीं रह सकती इसलिए तुम्हे मुझे भी उतनी ही संतुष्टि प्रदान करनी होगी जितना तुम सुजाता को संतुष्ट करते हो।

राजेश _मैम ये आप क्या कह रही है?
हमारे कल तरह बार बार मिलने से मेरे और तुम्हारे बीच का भी तो वीडियो बना सकता है।
रीता _राजेश मै सुजाता नहीं हूं, रहम दिल।
कोई ऐसा करने का हिम्मत भी किया तो वो मारा जायेगा।
राजेश _पर मैम मै आपको ज्यादा समय नहीं दे पाऊंगा। एक माह बाद परीक्षा शुरू हो जाएगी। मुझे भी अपना कैरियर देखना है।
रीता _राजेश, तुम्हे समय निकालना ही होगा। मेरे लिए। मै तो कहती हूं ये आईएएस को छोड़ो मेरे कंपनी ज्वाइन कर लो, फिर हमारे मिलने की समस्या ही नहीं रहेगी। मेरे या तुम्हारे केबिन में ही प्यार करेंगे।
बड़ा मजा आयेगा। किसी को कोई शक भी नहीं होगा ।
राजेश _अगर सुजाता मैम को हमारे संबंधों के बारे में पता चल गया तो उस पर क्या बीतेगी?
Rita गुस्से में आ गई,,
रीता _राजेश तुम तो ऐसे कह रहे हों, सुजाता के अलावा किसी का लिए ही नहीं हो, देखो मैं कह देती हूं। अगर तुम मेरा कहना नहीं माने न तो मै सुमन वाली बात सुजाता को बता दूंगी और यह बात भी बता दूंगी की उसके पेट में जो बच्चा है उसके असली बाप तुम हो ।
राजेश, मै तोतुम्हे प्यार से पाना चाहती हूं, पर तुम मुझे ब्लैक मेल करने मजबूर कर देते हो। देखो मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए, मै न नहीं सुन सकती।
अगर मुझे तुम्हारा प्यार नहीं मिला न तुम्हे और किसी का होने नहीं दूंगी।
ऐसा बोलकर,
रीता ने फोन रख दिया।
राजेश को समझ नहीं आ रहा था की वह क्या करे? वह इस झंझट से कैसे बाहर निकले?
भगत _क्या बात है भाई कुछ टेंशन में लग रहे हो?
राजेश _हा यार प्रॉब्लम तो है, प्रॉब्लम क्या है? किसी को बता नहीं सकता।
भगत _भाई क्या मुझ पर भरोसा नहीं?
राजेश _तुम पर तो खुद से ज्यादा भरोसा है पर इस प्रॉब्लम से मुझे ही निपटना होगा।
भगत _ठीक है भाई, पर अगर मेरी जरूरत हो तो, बताना आपका यह दोस्त जान भी दे देगा आपके लिए।
राजेश _यार मामला औरतों का है, दिमाक़ से ज्यादा दिल से सोचना पड़ता है, इसलिए समस्या का समाधान करने उनकी सोच और हृदय में ही परिवर्तन लाना होगा।
अच्छा अब मै चलता हूं।
भगत _ठीक है भाई, अब हम भी निकलते हैं।
राजेश घर न जाकर सीधा निशा के घर की ओर चला गया।
जब वह निशा के घर पहुंचा। तब नौकरों से पूछने पर पता चल की सुजाता मैम तो अभी ऑफिस से घर पहुंची नहीं है।
वह सोफे पर बैठ कर हाल में इंतजार करने लगा।
तभी उसे ऊपर से पियानो की आवाज सुनाई दी।
कोई दर्द भरे मधुर धुन उसे सुनाई पड़ा।
राजेश ने नौकरों से पूछा, ये पियानो कौन बजा रहा है। ये पियानो तो निशा बिटिया बजा रहा है।
राजेश को पहले बार पता चला की निशा इतना अच्छा पियानो बजाती है।
वह सोफा से उठ कर निशा के कमरे की ओर जाने लगा।

दरवाजे के पास खडा होकर राजेश निशा को पियानो बजाते देख रहा था। निशा पियानो बजाते कही खोई हुई थीं।

तभी निशा को लगा की कोई दरवाज़े पर खडा है।
उसने मुड़ कर देखा। दरवाजे पर राजेश खडा था। वह उसको पियानो बजाते देख रहा था।
निशा _राज तुम, यहां।
राजेश _तुम इतना अच्छा पियानो बजाती हो, मुझे आज पता चला।
निशा _कभी कभी बजा लेती हूं, जब जी करता है।
वैसे तुम यहा अचानक।
राजेश _वो मैम ने कुछ काम से बुलाया था।
नीचे बैठा था कि पियानो पर मधुर सुनकर खुद को रोक नहीं पाया।
निशा आज कल कैंटीन में नहीं आती कॉफी पीने, मुझसे नाराज़ हो क्या?
निशा _नहीं राजेश ऐसी बात नहीं। ओ मेरा सिर दर्द वाला प्रॉब्लम अभी सॉल्व नहीं huwa है न इसलिए।
राजेश _किसी डॉक्टर को दिखाई की नहीं?
निशा _दिखाई न, उसने कुछ दवाइयां दी है और कहा है कि धीरे धीरे ठीक हो जायेगा।

तभी सुजाता भी ऑफिस से आ गई।
नौकर से पूछा, राज आया है क्या?
नौकर _हां, मैम साब, वो ऊपर गया है।
सुजाता ऊपर गई राजेश को इधर उधर ढूढते जाने लगी।
तभी उसे राजेश दिखाई दिया, जो निशा से बात कर रहा था ।
सुजाता _ओह राजेश तुम यहां हो। मै तुम्हे इधर उधर ढूंढ रही थीं।
राजेश_मैम आप कब आई?
सुजाता _जस्ट अभी, सॉरी तुमको वेट करना पड़ा। मै निकलने वाली ही थी कि अर्जेंट काम आ गया।
अच्छा बताओ, नास्ते में क्या लोगे?
राजेश _कुछ भी आप जो चाहे।
सुजाता _ओह, तुमको आमलेट पसंद है न मै अपने हाथों से बना कर लाऊंगी।
निशा बेटा तब तक तुम राजेश का ख्याल रखना।
निशा _जी मॉम।
राजेश निशा के कमरे में रखा पियानो चेयर पर बैठ गया।
निशा राजेश के पीछे खडी हो गई।
राजेश पियानो बजाने लगा,,,

तभी सुजाता भी नाश्ता लेकर कमरे में आ पहुंची।
सुजाता _राजेश आपको पियानों बजाना भी आता है। भई और क्या क्या खुबिया छुपाकर रखा है पता नही। तुम तो सरप्राइज़ देने में माहिर हो।
राजेश _जी मेरा बचपन से ही लगाओ संगीत में रहा है इसलिए लगभग सभी इंस्ट्रूमेंट बजा पाता हूं।
सुजाता _लो आपका पसंदीदा नाश्ता आ गया।
और कॉफी भी।
राजेश _थैंक्स मैम।
निशा तुम भी कॉफी लोगी।
निशा _नहीं मॉम।
राजेश नाश्ता करने लगा।
सुजाता _निशा बेटा तुम भी कुछ खाओ gi तो नौकरों से मंगा लो।
निशा _नहीं मॉम
जब राजेश ने नाश्ता कर लिया तब।
सुजाता _राजेश, मुझे तुमसे काम था, कंपनी से संबंधित कुछ परामर्श लेनी थी।
राजेश _बोलो मैम।
सुजाता _राजेश, ऐसा करो तुम मेरे रूम में चलो मैं वही बताती हूं।
निशा बेटा तुम नौकरों को यहां से कप और प्लेट, यहां से ले जाने बोल दो।
और हां बेटा तुम ध्यान देना कि मेरे कमरे की ओर कोई न आए, हम लोग कुछ जरूरी मुद्दों पर डिस्कस करेंगे।
निशा ने हां में सिर हिलाया।
जब सुजाता राजेश को लेकर अपने कमरे में गई । वहा से निकलकर सुजाता अपने पति के कमरे में गई और हाल चाल पूछी, फिर अपने कमरे में आकर दरवाज़ा बंद कर दी।
निशा के आंख से आंसू बहने लगे ।
वह अपनी आंखो से आंसू बहाते हुए पियानो बजाने लगी।
इधर सुजाता, राजेश से जी भर कर चुदाने लगी।
करीब एक घंटे तक समय बिताने के बाद।
राजेश _मैम मुझे लगता है अब चलना चाहिए काफी समय हो गया है हमे।
दोनों अपने कपड़े पहनने के बाद, कमरे से बाहर निकले।
सुजाता निशा के कमरे में गई जो पियानो बजाते बजाते सो गई थी।
निशा _बेटा उठो ये क्या ऐसे कोई सोता है क्या नींद लगी तो बिस्तर पर सो जाते।
निशा _सॉरी मॉम कब नींद लग गई पता ही नही चला।राज चला गया क्या?
वह घर जाने वाला था मैंने कहा खाना खा कर जाना। वह नीचे हाल में बैठा है।
तुम भी आ जाओ।
निशा _ठीक है मॉम।
इधर राजेश ने अपनी मां को इस बात की जानकारी दे दी की वह कुछ काम से निशा के घर आया huwa है और वह खाना खा कर आयेगा।
राजेश जब रात में घर पहुंचा तो10 बज चुके थे।
सुनीता ने दरवाज़ा खोला।
राजेश ने अपनी मां से बिना बोले ही अपने कमरे में जाने को huwa
सुनीता _राजेश रुको, मुझे तुमसे कुछ कहना है।
राजेश _बोलो मां क्या कहना है?
सुनीता _बेटा, तुम अपने पढ़ाई पर ध्यान दो, ये बड़े लोगो से दोस्ती मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है।
कही तुम्हे बाद में पछताना न पड़े।
राजेश _ मां, आप चिंता न करे, ऐसा कुछ नही होगा।
सुनीता _मै मां हूं तेरी कैसी चिंता नहीं होगी?
राजेश अपनी मां को गले लगा लिया।
अच्छा आप जो बोलोगी वही करूंगा बस, सुनीता की गालों को चूम लिया।
सुनीता _तू फिर शुरू हो गया।
अब छोड़ मुझेऔर जा अपने कमरे में।
राजेश अपने कमरे में चला गया।
सुनीता भी अपने कमरे में जाकर लेट गई।
आधी रात को सुनीता ने बुरा सपना देखी कोई उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा है।
वह जोर से चीखी।
शेखर का नींद खुल गया।
शेखर _सुनीता क्या huwa
सुनीता लंबी लंबी सांस ले रही थी,,,
शेखर ने सुनीता को पानी पीने को दिया,,
सुनीता गिलास से पानी पीने लगी,,
शेखर _कही तुम फिर वही सपना तो नहीं देखी,,
सुनीता _हा जी, मैने फिर वही सपना देखा।
उस घटना को घटे 20साल से अधिक हो गए, पर मुझे अब भी सपने आते है। पता नहीं कब तक मेरा पीछा नहीं छोड़ेगी।
शेखर _उस घटना के कारण ही हम गांव नहीं जा रहे ताकि उसे भूल जाओ,पर तुम्हे अब भी वह घटना सपने में आ ही जाता है। लगता है तुम उस घटना को अब भी याद करती हो।
सुनीता _क्या करू जी, उस घटना को मै चाह कर भी भूल नहीं पा रही, याद आ ही जाती है।अब सपना किसी को बता कर तो नहीं आती।
शेखर _देखो, अब बच्चे बड़े हो गए है यदि उन्हें पता चल गया तो हम गांव क्यू नहीं जाते? उस घटना के बारे में कही राजेश को पता चल गया तो उसके कैरियर पर बुरा असर पड़ सकता है।
सुनीता _आप चिंता न करे जी उन्हें पता नहीं चलेगा।
सुनीता शेखर की बाहों मे फिर से सने की कोशिश करने लगी।
शेखर उसके सिर को सहलाते हुवे सुलाने लगा।
अगले दिन राजेश को रीता ने फिर से अपने फार्म हाउस में आने को कहा, राजेश न चाहते हुए भी फार्म हाउस गया और रीता की प्यास बुझाई।
रीता 2_3दिन की आड़ में राजेश को फार्म हाउस बुलाती, राजेश के मना करने पर उसे सुजाता को सारी बाते बता देने की धमकी देती। राजेश के फार्म हाउस पहुंचने पर जम कर चुदाती, और अब तो वह गाड़ भी मरवाने लगी।
इस तरह कुछ दिन और निकल गए।
अब कल से कालेज में इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरू होने वाला था। जिसकी तैयारी कालेज में जोरो से चल रही थी।
अब आगे देखेंगे क्या होता है टूर्नामेंट में
बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है
कॉलेज में टूर्नामेंट शुरू हो गए हैं देखते हैं क्या रोहन अपने टीम तो जीता पाएगा या उसका अवर कॉन्फिडेंस हावी होगा
राजेश ने एक बार फिर से निशा का दिल तोड़ दिया अब तो सुजाता राजेश को अपने घर बुला कर मीटिंग के बहाने चूद रही है जिसका पता निशा को है
रीता का कुछ करना पड़ेगा ये तो राजेश को ब्लैकमेल करने के साथ उस को धमकी भी दे रही है
 

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आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह बेस्ट


आखिर वह दिन आ ही गया, आज से इंटर कालेज फुटबाल टूर्नामेंट शुरु हो रहा था। कुल 20टीम इसमें भाग लें रहे थे। इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया था।A,B,C और D दो कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। खेल के पहले चरण में प्रत्येक टीम को अपने समूह के टीमों से एक एक मैच खेलना था। इसमें प्रत्येक समूह से दो बेस्ट टीमों का चयन कर उसे अगले चरण में खेलना था।
अगले चरण में टीम A के दोनो बेस्ट टीम को टीम B के दोनों बेस्ट टीम के साथ खेलना था। उसमे से दो बेस्ट टीम को तीसरे चरन के लिए चुनना था। इसी प्रकार टीम C के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों के साथ मैच खेलना था,फिर उनमें से 2बेस्ट टीमों का चयन खेल के तीसरे चरण के लिए किया जाना था। तीसरे चरन मेंटीम Aऔर B के दो दो बेस्ट टीमों से चुने हुए दो टीमों को, टीम C और D के दो दो बेस्ट टीमों से चुने दो टीमों के बीच मैच होना थाऔर अंत में तीसरे चरन में दो बेस्ट टीमों के बीच फाइनल मुकाबला होना था। एक मैच जीतने पर टीम को 2अंक, हारने पर 0और ड्रॉ होने पर दोनों टीमों 1, 1अंक दिया जाना था। फाइनल मैच को छोड़कर कोई भी मैच में निर्णय न हो पाने पर अतरिक्त समय दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं रखा गया था।
दो बेस्ट टीमों का चुनाव करते समय अगर दो टीमो का अंक समान हो तो अधिक गोल करने वाले टीम को अगले चरण में भेजा जाना था। कुल 53 मैच होने थे। 2कालेज खेल की मेजबानी कर रहे थे। एक दिन में एक मैदान पर 2मैच होने थे। एक दिन में चार मैच इस प्रकार कुल 14 दिनों में खेल संपन्न होना था। कालेज में पढ़ाई भी कराया जा सके इसके लिए पहला मैच 3बजे से 5बजे तक और दूसरा मैच 5से 7बजे तक खेला जाना था।
आर के कालेजA ग्रुप में सामिल था जेके कालेज ग्रुप बी में था। पिछले वर्ष के बेस्ट चार टीमों को अलग अलग ग्रुप में रखा गया था।
आज खेल के प्रारंभ में ग्रुप A का पहला मैच से खेल प्रारंभ होना था, आर के कालेज और इसी ग्रुप के एक अन्य टीम के बीच उदघाटन मैच खेला जाना था।
खेल का शुभारंभ करने के लिए इस क्षेत्र के सांसद को मुख्य अतिथि और विधायको को विशेषअतिथि के रूप में बुलाया गया था।
आज तीन बजे के पहले ही आर के कालेज के मैदान में सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई थीं। मैदान पूरी तरह छात्रों से पूरी तरह भर चुका था। सभी उत्साहित थे अपनी कालेज के टीम को प्रदर्शन करते हुए देखने के लिए। सांसद और विधायक भी निर्धारित समय पर पहुंच चुके थे।
आयोजक टीम द्वारा अतिथियों का स्वागत किए जाने के बाद, अतिथियों द्वारा सभा को उदबोधन किया गया। उन सभी ने खेल के महत्व के बारे में बताया और खिलाड़ियों को अपने टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दिया।
दोनों टीमों के कप्तान के बीच टास कराया गया। आर के कालेज ने टास जीता। उसने किस गोल पोस्ट से खेलना है डिसाइड किया।
खेल प्रारंभ होते ही।
स्टूडेंट रोहन रोहन करके चिल्लाने लगे।
आर के कालेज ने आक्रामक खेल दिखाया।
रोहन ने खेल के 15मिनट में ही पहला गोल कर दिया।
चारो तरफ रोहन रोहन की आवाज़ गूंजने लगा।
राजेश एक्स्ट्रा प्लेयर के बैठने के सीट पर बैठ कर अपने टीम का हौसला बड़ा रहा था।
खेल देखने के लिए स्वीटी, सीमा, निशासहित कालेज के सभी स्टूडेंट्स मौजूद थे जो अपने टीम को सपोर्ट कर रहे थे।
इधर रोहन ने खेल के पहले हाफ जो 45 मिनट का था, में तीन गोल दाग दिया था।
विरोधी टीम गोल करने का पूरा प्रयास किया पर वे असफल रहे।
15मिनट के ब्रेक के बाद खेल फिर से प्रारंभ huwa
खेल के दूसरे हाफ में आर के कालेज के टीम ने और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4और गोल दाग दिया।
इस तरह आर के कालेज ने यह मैच 7_0से जीत लिया।
सभी स्टूडेंट्स ने रोहन और उसकी टीम की जमकर तारीफ की।
इधर रीता भी समय समय पर मैच की जानकारी ले रही थी।
उसे जब पता चली की आर के कालेज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7/0से अपने विरोधी टीम को हरा दिया है।
वह बहुत खुश हुई।
इधर रोहन ने अपने टीम के खिलाड़ियों को होटल में रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया। वे सभी जमकर नाच गाना किए।
आर के कालेज के टीम ने अपने पहले चरन के सभी मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। और सभी मैच जीते पहले चरण में सभी टीमों ने 4मैच खेल। आर के कालेज के टीम ने पहले चरण में 8अंक हासिल किए।
रोहन ने स्ट्राइकर प्लेयर के रूप में अपना बेस्ट खेल दिखाया। कालेज के सभी स्टूडेंट्स एवम टीचर ने रोहन की जमकर प्रशंसा की।
ग्रुप में नंबर 1पोजीशन प्राप्त करने के बाद रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
खिलाड़ियों में अहम की भावना भी आ गया।
वे समझने लगे की हमारे सामने कोई भी टीम नहीं टिक सकता।
इसी प्रकार टीम B में जेके कालेज नंबर वन पोजीशन बनाया।
उसने 8अंक प्राप्त किया।
टीम C में Sk कालेज और टीम D में पीके कालेज ने नंबर वन पोजीशन बनाया। इन्होंने भी अपने ग्रुप के सभी टीमों को हराकर 8अंक हासिल किए।
कालेज के सभी स्टूडेंट्स और आध्यापको के मुंह से, रोहन की तारीफ सुनकर रीता रोहन पर गर्व करने लगी।
रीता _बेटा मुझे तुम पर गर्व है। चारो तरफ तुम्हारी ही तारीफ हो रही है।
अभी तक सर्वाधिक गोल आर के टीम ने ही किए थे। सबसे अधिक गोल रोहन ने किए थे।
रोहन जब स्वीटी से मिला।
रोहन _स्वीटी तुम्हे याद है न अपना वादा, अगर हमारी टीम चैंपियन बनती है तो तुम मेरे साथ डिनर पर चलोगी।
स्वीटी _हा बाबा याद है। पर अभी तो आधा सफर ही huwa है, अभी तो सभी ग्रुप के बेस्ट टीमों को हराना है।
रोहन _कोई भी टीम हमारे सामने टिक नहीं पाएगी देखना।
स्वीटी _कही ओवर कामफिडेंस में तो नहीं आ गए, सुना है जेके कालेज की टीम भी बहुत तगड़ी है।
रोहन _हमारी टीम के आगे जेके कालेज की टीम भी नहीं टिक पाएगी।
प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण में टीम A के दो बेस्ट टीमों का मुकाबला टीम C के दो बेस्ट टीमों के साथ होना था। प्रत्येक टीम को दो दो मैच खेलने थे।
टीम B के दो बेस्ट टीमों को टीम D के दो बेस्ट टीमों से भिड़ना था।
दूसरे चरण का खेल प्रारंभ huwa
आर के कालेज और एसके कालेज के बीच दूसरे चरण का पहला खेल शुरू huwa,
खिलाड़ियों के मैदान में उतरते ही चारो तरफ रोहन रोहन गूंजने लगा।
आर के कालेज ने अपने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए 4/2से मैच जीत लिया। अपना दूसरा मैच भी आसानी से जीत लिया। और दूसरे चरण में 4अंक प्राप्त कर आर के कालेज ने कुल 12अंक हासिल कर लिया।
आर के कालेज के खिलाड़ियों में अहम की भावना घर कर गया।
वह अपने विरोधी टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कहकर चिढ़ाने लगे।

इधर दूसरे चरण में जेके कालेज के टीम ने भी बेस्ट परफॉर्मेंस दिखाते हुए अपना दोनों मैच जीता और 4अंक हासिल किया। इनके भी कुल 12अंक हो गए।
अगले चरण में पहुंचने की खुशी में रोहन और उसके दोस्तो ने होटल में जमकर पार्टी किया।
अब खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज और एसके कालेज के टीम को जेके कालेज और पीके कालेज के साथ खेलना था।
आर के कालेज के टीम के 12, अंक,
जेके कालेज के 12अंक
एसके कालेज के 10अंक
पीके कालेज के 10 अंक थे।
खेल के तीसरे चरन में आर के कालेज का मुकाबला P k कालेज के टीम के साथ huwa

दोनो टीमों के खिलाड़ी मैदान में उतर चुके थे। चारो तरफ रोहन रोहन के नाम से स्टेडियम गूंज रहा था।
दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया।
खेल के पहले हाफ में एक गोल दागते हुए आर के कालेज ने बढ़त बना ली।
गोल दागते ही आर के टीम के खिलाड़ी पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर चिढाने लगे।
पी के कालेज के खिलाड़ी भी थोड़ा सनकी माइंड के थे। उसके कप्तान को गुस्सा आ गया और बीच मैदान में ही, आर के कालेज के एक खिलाड़ी को लात घुसे से पिट दिया।
रेफरी ने रेड कार्ड दिखाते हुए उसे मैदान से बाहर निकाल दिया।
उसके बाद कप्तान के बाहर निकलते ही, पीके कालेज के खिलाड़ी थोड़ा कमजोर पड़ गए, जिसका फायदा उठाते हुए। रोहन ने सेकंड हाफ में तीन गोल दाग कर 4/0से मैच जीत लिया।
मैच जीतने के बाद आर के खिलाड़ियों ने पीके टीम के खिलाड़ियों को लल्लू कह कर और चिड़ा दिया।
पीके कालेज के खिलाडी अपमान का घुट पी कर वहा से चुप चाप चले गए।
लेकिन अन्दर से बहुत गुस्से में थे।
इधर अगलामैच जे के कालेज और एसके कालेज के बीच खेला गया, जिसमे जेके कालेज ने मैच आसानी से जीत लिया और 2अंक हासिल कर लिए अब उसके 14अंक हो गए।
आर के कालेज के भी 14अंक हो गए थे।
अगला मैच एसके और पीके कालेज के बीच huwa जिसमे पीके कालेज मैच जीत गया।
उसके 12अंक हो गए। एसके कालेज के10 ही अंक रह गए ।
तीसरे चरन का अंतिम मैच आर के कालेज और को कालेज के बीच huwa
दोनो ही टीम अब तक बेस्ट परफॉर्मेंस करते हुए कोई भी मैच नहीं हारे थे।
दोनों के 14 /14 अंक थे।

आखिर तीसरे चरन का अंतिम मैच शुरू huwa
चारो ओर रोहन रोहन का शोर होने लगा।
आर के कालेज के टीम ने शुरू डे ही आक्रामक खेलने की कोशिश की, वे गोल करने की जी तोड़ प्रयास किया। उधर जेके कालेज के डिफेंडिंग प्लेयर बहुत मजबूत थे। रोहन भेद उसे भेद पाने में सफल नहीं हो सका।
पहले हाफ में कोई गोल नहीं हो सका।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। कभी आर के टीम भारी पड़ता दिखाई पड़ता तो कभी जेके टीम।
कह पाना मुश्किल हो गया था कि कौन सा टीम बेस्ट है।
पहले हाफ में कोई गोल न हो सका।
15मिनट के ब्रेक में टीमों के कोच ने अपने अपने टीमों के खिलाड़ियों को आवश्यक सलाह निर्देश एवम सामने वाले टीम की कमजोरियों के बारे में बताया।
जब खेल फिर से प्रारंभ हुआ तो दोनो टीमों के खिलाडी दोगुने उत्साह के साथ मैदान में नजर आए।
दर्शक अपने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का नाम ले ले कर उसे बेहतर प्रदर्शन के लिए, प्रोत्साहित कर रहे थे।
दोनों टीमों के बीच जबर्दस्त संघर्ष चला। दोनों टीम भरसक प्रयास करने के बाउजूद गोल करने में अब तक कामयाब नहीं हो सके थे केवल 10मिनट का खेल शेष था।
दर्शक तनाव में आ गए थे।
खिलाडी अपने आप में हताश होने लगे थे। रोहन भी हर पैंतरा अपनाया पर सामने वाले टीम के डिफेंडिंग प्लेयर को शिकस्त देने में असफल रहा और अंतिम क्षणों में जेके कालेज को एक मौका मिला और गोल कर दिया।
चारो तरफ सन्नाटा छा गया ये क्या हो गया?
आर के कालेज के सभी समर्थक अपना सिर पकड़ लिया, ओ माई गॉड ये क्या गया?
आखिर खेल समाप्त हुआ और जेके कालेज को विजेता
1/0से विजेता घोषित किया गया।
रोहन और उसके दोस्तो के साथ कालेज के सभी स्टूडेंट्स हतप्रभ थे। वे मैच हार चूके थे।
सभी उदास हो गए।
उधर जेके कालेज के खिलाडी बहुत उत्साहित थे।

मैच हारने के बौजूद अंकतालिका में 14अंक के साथ दूसरे स्थान पर होने के कारण आरके कालेज फाइनल में पहुंच गया था।
अब फाइनल मुकाबला जेके कालेज और आर के कालेज के बीच ही खेला जाने वाला था।
फाइनल में पहुंच ने के बाद भी आर के कालेज के खिलाडी उदास थे उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे हार जायेंगे।
फाइनल मैच एक दिन बाद रखा गया था।
रात में आर के कालेज के टीम के प्लेयर होटल में इकट्ठा हुवे।
वे खुश नहीं थे। कुछ खिलाडी तो शराब भी पीने लगे।
रीता ने रोहन को फोन किया।
रीता _बेटा तू कहा है?
रोहन _मॉम मै दोस्तो के साथ हूं।
रीता _जानती हूं बेटा तुम लोग दुखी हो। पर तुम लोगो को उदास होने की जरूरत नहीं है। आज का मैच फाइनल नहीं था। देखना फाइनल में तुम लोग ही जीतोगे। तुम लोग हिम्मत न हारो, जब तक मैं हू तुम्हे कोई नहीं हरा सकता। मै जेके कालेज की पुरी टीम ही खरीद लूंगी।
रोहन _नहीं मॉम आप कुछ भी नहीं करेंगी। तुम्हे मेरी कसम।
रीता _बेटा ये तुम क्या कह रहे हो?
रोहन _हा मां, उन्हे अपने दम पर हराएंगे।
रीता _पर बेटा, उसके प्लेयर बहुत मजबूत है।
रोहन _मॉम कुछ भी हो पर आप इस बार कुछ मत करना।
रीता _ठीक है बेटा।
इधर Pk कालेज के टीम के खिलाडी इसी मौके की तलाश में थे की कब आर के कालेज के खिलाड़ियों को जलील कर अपने अपमान का बदला लिया जाए।
पीके कालेज के खिलाडी भी होटल पहुंच गए।
इधर राजेश और उसके दोस्त दूसरे होटल में बैठकर आज के खेल पर ही चर्चा कर रहे थे।
तभी भगत को किसी का फोन आया।
यह फोन भगत के किसी साथी का ही थे।
भगत _बोल बे कैसे फोन किया?
साथी _भाई, पता चला है कि पीके कालेज के खिलाडी रोहन और उसके दोस्तो को जलील करने होटल जा रहे है। मुझे तो लग रहा है वहा कोई लफड़ा होने वाला है।
राजेश _किसका फोन है, यार।
भगत _भाई, अपने ही साथी का फोन था बता रहा था की पीके कालेज के टीम के खिलाडी अपने अपमान का बदला लेने रोहन और उसके दोस्त जिस होटल में इकट्ठा है वहा जा रहे हैं, बता रहा था की कुछ लफड़ा होने वाला है।
राजेश _भगत ये क्या कह रहा है। हमे उन्हे रोकना होगा।
अगर हमारे प्लेयर को कुछ हो गया तो हमारी टीम के लिए मुसीबत बड़ जाएगी।
भगत _भाई होने दो लफड़ा, अच्छा है साले बहुत हवा में उड़ रहे थे। अब पता चलेगा।
राजेश _नहीं भगत हमे उन्हे रोकना ही होगा। चलो।
अगर तुम लोग नहीं चलोगे तो मै चलता हूं।
भगत _भाई ये आप क्या कह रहे? जहां तुम वहा हम।
राजेश और उसके दोस्त वहा से निकल पड़े।
इधर पीके कालेज के खिलाडी होटल में पहुंच चूके थे।
उन लोगो ने शराब आर्डर किया।
शराब पीते हुए।
पीके कालेज के कप्तान रोहन के एक दोस्त से_ क्यू बे, उस दिन हम लोगो को लल्लू बोल रहा था। अपने आप को चैंपियन समझ रहा था न अब तुम लोगो को अपनी औकात पता चली।
साला पूरे मैच में एक भी गोल नहीं कर पाए।
पीके कालेज के सभी खिलाडी हसने लगे।
कप्तान _दोस्तो बताओ, सबसे बड़ा लल्लू यहां कौन है?
एक ने कहा, रोहन।
रोहन के एक दोस्त से रहा न गया, उसने एक जोर का मुक्का, पीके टीम की कप्तान के मुंह पर मारा।
कप्तान _साला अभी तक हेकड़ी गई नहीं, मारो सालो को।
फिर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गया।
अपने साथी को बचाने रोहन भी भीड़ गया।
पीके कालेज के खिलाडी पहले ही तैयारी करके आए थे लाठी डंडे से जमकर रोहन और उसके दोस्तो की पिटाई करने लगे।
इधर रोहन और पीके कालेज के कप्तान के बीच जमकर फाइट huwa, किसी ने डंडे से रोहन के सिर पर वार किया, उसका सिर फट गया।
पीके कालेज के कप्तान ने चाकू निकाल लिया और रोहन पर आत्म घाती वार किया।
रोहन को एक क्षण लगा कि अब वह नहीं बचेगा तभी एक हाथ ने उस वार को रोक दिया।
रोहन बेहोशी के हालात में पहुंच चुका था उड़ने आंखे खोल कर देखा आखिर किसने इज वार को रोका, सामने राजेश था।
राजेश ने दूसरे हाथ से एक जोर का मुक्का पीके कालेज के कप्तान को मारा, वह दूर जा गिरा।
उसके बाद राजेश और पीके कालेज के कप्तान की बीच जमकर फाइट huwa, राजेश के सामने वह टिक न सका, राजेश ने पीके कालेज के कप्तान को जमकर पीटा।
उधर भगत और उसके दोस्त भी पीके कालेज के अन्य खिलाड़ियों को जमकर पीटने लगे।
होटल मैनेजर ने थाने दार को पहले ही इसकी जानकारी दे दी कि यहां दो गुटों के बीच लड़ाई चल रही है।
कुछ देर में सब पुलिस भी पहुंच गए।
पीके कालेज के सभी खिलाड़ियों को पुलिस अपने साथ ले गए।
इधर भगत और राजेश ने रोहन और उसके दोस्तो को हॉस्पिटल पहुंचाया।
रोहन के सिर पर गहरी चोट लगी थी काफी खून बह गया था।
वह बेहोश हो गया था। डाक्टरों ने
उसे उसे ओपीडी रूम में ले जाकर उसका इलाज करने लगे।
रीता को इस बात की जब जानकारी हुई तो वह अपने पति संजय के साथ भागीभागी हॉस्पिटल पहुंची।
जहां राजेश और इसके दोस्त पहले से मौजूद थे।
उन्होंने घटना के बारे में पुरी जानकारी दिया।
रीता रोने लगी।
उसके पति ने ढांढस बंधाया।
जब डॉक्टर ओपीडी रूम से बाहर निकले तो रीता दौड़ते हुए उसके पास जाकर पूछी,,
रीता _डॉक्टर, मेरा बेटा ठीक तो है न।
डॉक्टर _देखो, खून काफी ज्यादा बह गया है।
उसे खून देना होगा।
भगत का खून रोहन के खून से मैच खा गया। उड़ने रोहन को खून दिया।
रोहन बेहोश था।
डॉक्टर ने बताया कि रोहन अब खतरे से बाहर है। पर उसे होस आने में समय लगेगा।
राजेश उसके दोस्त और रीता रात भर वही हॉस्पिटल में रोहन और उसके दोस्तो की इलाज के बारे में जानकारी लेते रहे।
सुबह 8बजे रोहन को होश आया।
डॉक्टरों ने रीता को रोहन से मिलने की इजाजत दे दी इजाजत ।
इधर सुनीता और सुजाता को भी इस घटना के बारे में जानकारी हो चुका था वे भी राजेश से फोन पर जानकारी लेते रहे।
जब रीता ने रोहन के पास गया।
वह रोहन को देखकर रोने लगी।
रीता _बेटा ये क्या हो गया?
रोहन _मां मै बिल्कुल ठीक हूं।
मां राजेश भाई कहा है?
रीता _बेटा, वे लोग बाहर है।
रोहन _मॉम अगर राजेश भाई नहीं होता तो आज मैं जिंदा नहीं होता।
रीता _जानती हूं बेटे मुझे सब पता चल गया है राजेश ने मुझ पर कितना बड़ा अहसान किया है। जिसका बदला मै कभी नहीं चुका सकती।
कुछ देर बात चीत करने के बाद डॉक्टर ने रीता को बाहर जानें को कहा।
कुछ डर बाड़ राजेश और भगत भी रोहन से मिलने गया।
राजेश _ कैसा है रोहन?
रोहन _भाई मै ठीक हूं।
राजेश _हमे पता था तू शेर है तुम्हे कुछ नहीं होगा।
रोहन _भाई, बांकी दोस्त कैसे है?
राजेश _सभी ठीक है रोहन। तुम्हे उनकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
रोहन _भाई कल के मैच का क्या होगा?
राजेश _रोहन, मैच को छोड़ो।
भगत _हमारे अधिकांश खिलाडी खेल पाने की स्थिति में नहीं है। सभी घायल है ठीक होने में समय लगेंगे। इसलिए मैच अब नहीं हो पाएगा।
रोहन _नहीं भाई, हमारे कालेज के सभी स्टूडेंट्स का दिल टूट जायेगा। राजेश भाई मुझे तुम पर पूरा भरोसा है।
अब फाइनल मैच जीतना तुम्हारी जिम्मेदारी है।
भगत _रोहन, 6खिलाडी तो घायल है सिर्फ 8खिलाडी ही खेल पाएंगे।
रोहन _मुझे राजेश भाई पर पूरा भरोसा है वह अकेला ही चार के बराबर है।
राजेश भाई मुझे वादा करो की हमारे कालेज का नाम झुकने नहीं दोगे।
वादा करो भाई,,
कुछ देर सोचने के बाद,,
राजेश _ठीक है रोहन मै पुरी कोशिश करूंगा।
बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है मैच शुरू हो गया है पहले चरण के मैच जीतने के बाद रोहन और उसकी टीम में ओवर कॉन्फिडेंस के साथ घमंड आ गया दूसरे चरण के मैच जीतने के बाद यह घमंड बढ़ गया और रोहन की टीम ने पीके कॉलेज की टीम को चिढाना शुरू कर दिया जो रोहन के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हुआ अगर राजेश समय पर नहीं आता तो रोहन जिंदा नहीं बचता देखते हैं रीता ने राजेश के साथ इतना गलत किया लेकिन राजेश ने उसके बेटे की जान बचाई अब देखते हैं रीता और रोहन में कुछ बदलाव होता है या रीता वही ओछी हरकत राजेश के साथ दुबारा करती है
 

rajesh bhagat

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बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है मैच शुरू हो गया है पहले चरण के मैच जीतने के बाद रोहन और उसकी टीम में ओवर कॉन्फिडेंस के साथ घमंड आ गया दूसरे चरण के मैच जीतने के बाद यह घमंड बढ़ गया और रोहन की टीम ने पीके कॉलेज की टीम को चिढाना शुरू कर दिया जो रोहन के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हुआ अगर राजेश समय पर नहीं आता तो रोहन जिंदा नहीं बचता देखते हैं रीता ने राजेश के साथ इतना गलत किया लेकिन राजेश ने उसके बेटे की जान बचाई अब देखते हैं रीता और रोहन में कुछ बदलाव होता है या रीता वही ओछी हरकत राजेश के साथ दुबारा करती है
Thanks
 
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