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Incest यह क्या हुआ

sunoanuj

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मित्र अगले अपडेट की प्रतीक्षा है ! ……..
 

rajpoot01

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rajesh bhagat

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राजेश हॉस्पिटल से घर आया,
सुनीता _, रोहन कैसा है बेटा, वह खतरे से बाहर तो है न।
राजेश _हा मां, सुबह उसको होश आया।
सुनीता _बेटा तू भी हॉस्पिटल में रात भर जगा huwa है, जाओ नहा लो । मै नाश्ता लाती हूं, खाकर सो जाना।
राजेश _ठीक है मां।
राजेश अपने रूम में जाकर नहाया,
कुछ देर बाद सुनीता उसका मन पसंद नाश्ता लेकर रूम में आई।
सुनीता _लो बेटा नाश्ता कर लो।
सुनीता ने अपनी हाथो से राजेश के नाश्ता कराने लगी।
बहुत दिनों बाद राजेश सुनीता की हाथो नाश्ता कर रहा था।
सुनीता _बेटा, तुम्हारे टीम के कई खिलाडी घायल हो गए हैं, अब फाइनल मैच का क्या होगा?
बिना मैच खेले ही जेके कालेज के टीम को विजेता घोषित कर दिया जायेगा क्या?
राजेश _मां, अगर हम खेलने से मना कर दे तो, जेके कालेज का टीम विजेता बन जायेगा।
पर हम ऐसे हार नहीं मानेंगे? 8खिलाड़ियों के साथ ही हम मैदान में उतर कर उनका मुकाबला करेंगे?
सुनीता _अच्छा फैसला किए हो बेटा, बिना खेले हार मानने से अच्छा, लड़ना प्रयास करना ठीक है।

बेटा अब तुम आराम करो।
राजेश कुछ देर आराम किया। उसके बाद वह अपने टीम के खिलाड़ियों को मैदान में एकत्रित होने के लिए मेसेज किया।
राजेश दोपहर में भोजन करने के बाद, सुनीता को बताकर। अभ्यास के लिए।
मैदान की ओर चला गया।
कालेज के मैदान में उसने अपने टीम के साथियों के साथ जमकर अभ्यास किया। और कल के मैच के लिए योजना बनाने लगा।
अगले दिन सुबह फिर मैदान में इकट्ठा होकर अभ्यास किया।
उसी समय कालेज के प्रिंसिपल खिलाड़ियों का अभ्यास देखने पहुंचे।
प्रिंसिपल _राजेश कैसा चल रहा है तैयारी?
राजेश _सभी खिलाडी बहुत मेहनत कर रहे हैं सर।
प्रिंसपल _राजेश, अब हमारे कालेज की मान सम्मान तुम्हारे कंधो पर है, हम सबको तुम पर बड़ी उम्मीद है। तुमने पहले भी कई कमाल किए है।
आज शाम को फिर से तुम्हारी परीक्षा है। मुझे पूरा भरोसा है तुम हमारी उम्मीदों पर खरा उतरोगे।
राजेश, हमने तुम्हे टीम में इस लिए ही रखा था कि जब टीम किसी कारण से मुसीबत में आ जाए तो तुम सम्हाल लोगे।
राजेश _सर हम सब पुरी कोशिश करेंगे, आप लोगो की उम्मीदों पर खरा उतरने की। टीम के खिलाडी काफी उत्साहित हैं। आज शाम को मुकाबले के लिए।
प्रिंसिपल _गुड राजेश। किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे काल करना।
राजेश _बस आपका आशीर्वाद चाहिए सर।
प्रिंसिपल _मेरा आशीर्वाद तुम लोगो के साथ है, खेलो और जीतो।
राजेश _ठीक है सर।
इसके बाद राजेश और उसके टीम के खिलाडी घर चले गए।
इधर जेके कालेज के टीम को पता चला कि आर के कालेज अपने 8 खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरने वाला है। और राजेश उसका कैप्टन होगा।
जेके कालेज के टीम के कप्तान अपने खिलाड़ियों से कहा।
दोस्तो, सिर्फ 8खिलाडी मैदान में होंगे यह सोंचकर आर के कालेज के टीम को हल्के में मत लेना।
ये वही राजेश है जिसने हम से पिछले वर्ष चैंपियन बनने से रोका था।
बहुत ही चालक और खतरनाक खिलाड़ी है। ये सोंचना की असली मैच अब खेलने जा रहे है। इस राजेश से हमे अपना पुराना हिसाब बराबर करना है।
उसने अपने डिफेंडिंग प्लेयर से कहा कि असली परीक्षा तुम लोगो की राजेश के सामने होगी।
तुम लोग उसे होल करने से रोक पाते हो की नहीं।
डिफेंडिंग प्लेयर _भाई, जिस तरह हमने रोहन को रोक दिया उसी तरह राजेश भी सिर्फ कोशिश करता रहा जायेगा। वह कामयाब नही होगा।
कैप्टन _मुझे भी तुम लोगो से यही उम्मीद है, कि तुम लोग राजेश को कामयाब होने नहीं दोगे। हमे दोगुने उत्साह के साथ मैदान में उतरना होगा।

मैदान पर फाइनल मैच की तैयारी शुरू हो गई।
इधर कॉलेज के स्टूडेंट्स, घायल खिलाड़ियों के हाल चाल पूछने हॉस्पिटल पहुंच रही थे।
स्वीटी भी रोहन से मिलने हॉस्पिटल पहुंची।
स्वीटी _कैसे हो रोहन?
रोहन सोया huwa था।
रोहन _अरे स्वीटी तुम। तुम कब आई?
स्वीटी _जस्ट अभी।
लगता है सिर पर गहरी चोट लगी है।
क्या जरूरत थी, उन बदमाशो से उलझने की।
रोहन _switi मुझे लगता है गलती हमारी ही थी, लगातार मैच जीतने से हमे ओवर कामफिडेंस हो गया था। हमारे प्लेयर दूसरे टीमों के खिलाडी का मजाक बनाने लगे। ये सब उसी का फल है।
स्वीटी _चलो आप लोगो को अपनी गलती का अहसास तो huwa
रोहन _अगर राजेश भाई नहीं आते तो मैं शायद ही बच पाता।
Switi _कुछ चीज होता है वाह अच्छे के लिए ही होता है, इस घटना से तुम्हारे अन्दर जो द्वेष की भावना थी वह तो चला गया।
रोहन _ए तो ठीक है स्वीटी पर तुमको मैं डिनर पर ले जाना चाहता था, मेरा यह अरमान अधूरा रह गया।
Switi _तुम जल्दी से अच्छे हो जाओ फिर मैं तुम्हारी अरमान पुरी कर दूंगी।
रोहन _स्वीटी, सच में।
स्वीटी _हूं।
रोहन _ओह, थैंक यू डियर।
तभी रूम में रीता पहुंची।
रीता _क्या बाते हो रही है दोस्तो के बीच?
स्वीटी _नमस्ते आंटी।
रीता _नमस्ते बेटा।
रोहन अब तुम्हारी तबियत कैसी है?
रोहन _पहले से बेहतर हूं मॉम।
रीता _कोई समस्या तो नहीं।
रोहन _नहीं मॉम।
रीता _वैसे स्वीटी, मै तुम्हारे घर जाने के बारे में सोच रही थी।
Switi _जी आंटी कुछ काम था।
रीता _बेटा, राजेश ने रोहन की जान बचाई, घर जाकर शुक्रिया अदा करने का, और तुम्हारे परिवार से मिलने का फर्ज तो बनता है न।
स्वीटी _आंटी, आप कभी भी आ सकती हैं हमारा घर, आप घर आएंगी तो हमे खुशी ही होगी।
अच्छा रोहन अब मैं चलती हूं। फिर आऊंगी।
रोहन _ठीक है , स्वीटी।
स्वीटी _बाई आंटी।
रीता _bye बेटा।
स्वीटी के जाने के बाद।
रीता _हूं, तो महाशय स्वीटी को डिनर पर ले जाना चाहता है।
रोहन _मॉम क्या आपने हमारी बाते सुन ली?
रीता _हां, क्या तुम्हे switi अच्छी लगती है?
रोहन _स्वीटी एक अच्छी लड़की है मॉम। मै उसकी आदर करता हूं। वह समझदार और संस्कारी है।
रीता _बड़ी तारीफ कर रहे हो स्वीटी की, मतलब स्वीटी तुम्हे पसंद है।तब तो मुझे उसके परिवार से मिलना ही पड़ेगा।
इधर कॉलेज के मैदान में फाइनल मैच की सभी आवश्यक तैयारी पुरी कर ली गई थीं।
फाइनल मैच में मुख्य अतिथि के रूप में खेल मंत्री को बुलाया गया था। विशेष अतिथि के रूप में प्रमुख रूप से विधायको एवम शीर्ष उद्योग पतियों में सुजाता और रीता मेहता को आमंत्रित किया गया था।
इधर राजेश शाम को तैयार होकर मैच के लिए घर से निकलते वक्त मां से मिला जो किचन में थी।
राजेश _मां, मै मैच के लिए निकल रहा हूं। मुझे आशीर्वाद दो मां। आज तुम्हारे बेटे का इमतिहा है।
राजेश ने सुनीता का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
सुनीता _बेटा, मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है। देखना तुम जरूर कामयाब होगे।
राजेश मैच के लिए निकल गया।
इधर मैदान में निर्धारित समय पर अथितियो का आना शुरू हो गया था।
फाइल मैच देखने के लिए जेकेएवम आर के कालेज के सभी स्टूडेंट्स एवम टीचर उपस्थित थे। मैदान दर्शको से खचाखच भरा था।
अथिति भी पहुंच गए थे।
शाम को 6बजे अतिथियों का आगमन हो जानें के बाद उनका स्वागत किया गया।
खेल मंत्री,विधायक उद्योग पतियों में सुजाता और रीता मेहता सभी उपस्थित थे।
स्वागत के बाद सभी ने सभा को संबोधित किया।
खेल मंत्री के भाषण के बाद जे के कालेज के स्टूडेंट्स द्वारा,
चक दे चक दे इंडिया गीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया,,



अपनी प्रस्तुति करण से सभी दर्शको का दिल जीत लिया।
उसके बाद आर के कालेज के स्टूडेंट्स ने,

जय हो,, गीत पर सामूहिक नृत्य कर खूब वाह वाही बटोरी।
दर्शको ने खूब तालियां बजाईं।


सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति के बाद। मैच प्रारंभ हुआ।
मैच को रोहन और उसके दोस्त भी घायल होने के बावजूद खेल देखने के विल चेयर में स्टेडियम पहुंचे।
आर के कालेज के खिलाडी लाल जर्सी और जेके कालेज के खिलाडी सफेद जर्सी में थे।
जैसे ही खिलाडी मैदान में उतरे, दर्शक अपने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का नाम लेकर चिल्लाने लगे।
आर के कालेज के स्टूडेंट्स राज राज करके चिल्लाने लगे।
राष्ट्रगान के बाद सिक्का उछाला गया। टास जे के टीम ने जीता उसने अपना फील्ड चूना।
रेफ्री के सिटी के साथ ही मैच प्रारंभ huwa
दोनो टीमों के खिलाड़ियों के बीच होल करने के लिए संघर्ष चलता रहा। 8खिलाड़ियों के बावजूद आर के कालेज के टीम ने जे के कालेज के टीम को कड़ा टक्कर दे रहा था।
सभी दर्शक काफी उत्साहित थे।
दोनों ही टीमों को गोल करने के कई मौके मिले लेकिन पहला हाफ तक कोई भी टीम गोल नहीं कर सके।
राजेश को भी जेके कालेज के डिफेंडिंग प्लेयर गोल करने से रोकने में कामयाब हो चूके थे।
दर्शको को यह तय करना मुस्किल हो गया था की कौन सी टीम विजेता बनेगी
खेल के पहले हाफ में कोई भी टीम गोल नहीं कर सका।
15मिनट के ब्रेक में टीम के कोच और खिलाडी नई योजना बनाने लगे।
15मिनट बाद जब फिर से खेल के लिए खिलाडी मैदान में उतरे दर्शक और खिलाडी सभी उत्साहित थे।
खेल फिर से प्रारंभ हुआ चारो लोग टेंशन में थे पता नहीं कौन जीतेगा।
दोनों टीमों न फिर से अपना जी जान लगा दिया गोल करने।
जेके कालेज के टीम को खेल के 59मिनट में एक मौका मिला और उसके कप्तान ने गोल दाग दिया था।
गोल लगते ही जेके कालेज के स्टूडेंट शोर मचाने लगे।
जब की आर के कालेज के स्टूडेंट्स निराश हो गए।
निशा न हाथ जोडकर ईश्वर से प्रार्थना करने लगी।

आर के कालेज 1गोल से पिछड़ने के बाद अपने खेल में और तेजी लाया। दोनों टीमों ने के बीच फिर से गोल के लिए कड़ा संघर्ष चला। खेल के अंतिम 3मिनट पहले राजेश ने डिफेंडिंग प्लेयर को चकमा देकर अपना सिर से बाल को मारकर बाल को गोल पोस्ट में भेज दिया।
चारो तरफ राज राज की शोर गुल होने लगी दोनों ही टीम एक एक गोल दाग कर बराबर पर आ गए थे।
दोनों ही टीमों ने एक और होल दागने के लिए दोगुने उत्साह से खेलने लगे खेल का अतिम समय होने ही वाला था की तीन मिनट के अन्दर में एक और गोल दाग कर राजेश ने सनसनी मचा दी।
चारो तरफ सौर गुल होने लगे राज राज की नारे गूंजने लगे।
राजेश ने विरोधी टीम द्वारा फेंके बाल को अपने सिर पर मारा जो विरोधी टीम के डिफेंडिंग प्लेयर के सिर पर लगकर गोल पोस्ट में चला गया।
और इसी के साथ
रेफरी ने सीटी बजाई और खेल पूरा हो चुका था।
आर के कालेज एक गोल से मैच जीत कर चैंपियन बन गया था।
खिलाड़ियों ने राकेश को अपने कंधे में उठा कर स्टेडियम में घुमाने लगे चारो तरफ राजेश राजेश गूंजने लगा।
निशा की आंखो में आंसू बह रही थीं सीमा खुशी से चिल्ला कर थी।
सीमा _निशा तुम रो रही हो।

निशा _ये तो खुशी के आंसू है।
 

Ek number

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राजेश हॉस्पिटल से घर आया,
सुनीता _, रोहन कैसा है बेटा, वह खतरे से बाहर तो है न।
राजेश _हा मां, सुबह उसको होश आया।
सुनीता _बेटा तू भी हॉस्पिटल में रात भर जगा huwa है, जाओ नहा लो । मै नाश्ता लाती हूं, खाकर सो जाना।
राजेश _ठीक है मां।
राजेश अपने रूम में जाकर नहाया,
कुछ देर बाद सुनीता उसका मन पसंद नाश्ता लेकर रूम में आई।
सुनीता _लो बेटा नाश्ता कर लो।
सुनीता ने अपनी हाथो से राजेश के नाश्ता कराने लगी।
बहुत दिनों बाद राजेश सुनीता की हाथो नाश्ता कर रहा था।
सुनीता _बेटा, तुम्हारे टीम के कई खिलाडी घायल हो गए हैं, अब फाइनल मैच का क्या होगा?
बिना मैच खेले ही जेके कालेज के टीम को विजेता घोषित कर दिया जायेगा क्या?
राजेश _मां, अगर हम खेलने से मना कर दे तो, जेके कालेज का टीम विजेता बन जायेगा।
पर हम ऐसे हार नहीं मानेंगे? 8खिलाड़ियों के साथ ही हम मैदान में उतर कर उनका मुकाबला करेंगे?
सुनीता _अच्छा फैसला किए हो बेटा, बिना खेले हार मानने से अच्छा, लड़ना प्रयास करना ठीक है।

बेटा अब तुम आराम करो।
राजेश कुछ देर आराम किया। उसके बाद वह अपने टीम के खिलाड़ियों को मैदान में एकत्रित होने के लिए मेसेज किया।
राजेश दोपहर में भोजन करने के बाद, सुनीता को बताकर। अभ्यास के लिए।
मैदान की ओर चला गया।
कालेज के मैदान में उसने अपने टीम के साथियों के साथ जमकर अभ्यास किया। और कल के मैच के लिए योजना बनाने लगा।
अगले दिन सुबह फिर मैदान में इकट्ठा होकर अभ्यास किया।
उसी समय कालेज के प्रिंसिपल खिलाड़ियों का अभ्यास देखने पहुंचे।
प्रिंसिपल _राजेश कैसा चल रहा है तैयारी?
राजेश _सभी खिलाडी बहुत मेहनत कर रहे हैं सर।
प्रिंसपल _राजेश, अब हमारे कालेज की मान सम्मान तुम्हारे कंधो पर है, हम सबको तुम पर बड़ी उम्मीद है। तुमने पहले भी कई कमाल किए है।
आज शाम को फिर से तुम्हारी परीक्षा है। मुझे पूरा भरोसा है तुम हमारी उम्मीदों पर खरा उतरोगे।
राजेश, हमने तुम्हे टीम में इस लिए ही रखा था कि जब टीम किसी कारण से मुसीबत में आ जाए तो तुम सम्हाल लोगे।
राजेश _सर हम सब पुरी कोशिश करेंगे, आप लोगो की उम्मीदों पर खरा उतरने की। टीम के खिलाडी काफी उत्साहित हैं। आज शाम को मुकाबले के लिए।
प्रिंसिपल _गुड राजेश। किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे काल करना।
राजेश _बस आपका आशीर्वाद चाहिए सर।
प्रिंसिपल _मेरा आशीर्वाद तुम लोगो के साथ है, खेलो और जीतो।
राजेश _ठीक है सर।
इसके बाद राजेश और उसके टीम के खिलाडी घर चले गए।
इधर जेके कालेज के टीम को पता चला कि आर के कालेज अपने 8 खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरने वाला है। और राजेश उसका कैप्टन होगा।
जेके कालेज के टीम के कप्तान अपने खिलाड़ियों से कहा।
दोस्तो, सिर्फ 8खिलाडी मैदान में होंगे यह सोंचकर आर के कालेज के टीम को हल्के में मत लेना।
ये वही राजेश है जिसने हम से पिछले वर्ष चैंपियन बनने से रोका था।
बहुत ही चालक और खतरनाक खिलाड़ी है। ये सोंचना की असली मैच अब खेलने जा रहे है। इस राजेश से हमे अपना पुराना हिसाब बराबर करना है।
उसने अपने डिफेंडिंग प्लेयर से कहा कि असली परीक्षा तुम लोगो की राजेश के सामने होगी।
तुम लोग उसे होल करने से रोक पाते हो की नहीं।
डिफेंडिंग प्लेयर _भाई, जिस तरह हमने रोहन को रोक दिया उसी तरह राजेश भी सिर्फ कोशिश करता रहा जायेगा। वह कामयाब नही होगा।
कैप्टन _मुझे भी तुम लोगो से यही उम्मीद है, कि तुम लोग राजेश को कामयाब होने नहीं दोगे। हमे दोगुने उत्साह के साथ मैदान में उतरना होगा।

मैदान पर फाइनल मैच की तैयारी शुरू हो गई।
इधर कॉलेज के स्टूडेंट्स, घायल खिलाड़ियों के हाल चाल पूछने हॉस्पिटल पहुंच रही थे।
स्वीटी भी रोहन से मिलने हॉस्पिटल पहुंची।
स्वीटी _कैसे हो रोहन?
रोहन सोया huwa था।
रोहन _अरे स्वीटी तुम। तुम कब आई?
स्वीटी _जस्ट अभी।
लगता है सिर पर गहरी चोट लगी है।
क्या जरूरत थी, उन बदमाशो से उलझने की।
रोहन _switi मुझे लगता है गलती हमारी ही थी, लगातार मैच जीतने से हमे ओवर कामफिडेंस हो गया था। हमारे प्लेयर दूसरे टीमों के खिलाडी का मजाक बनाने लगे। ये सब उसी का फल है।
स्वीटी _चलो आप लोगो को अपनी गलती का अहसास तो huwa
रोहन _अगर राजेश भाई नहीं आते तो मैं शायद ही बच पाता।
Switi _कुछ चीज होता है वाह अच्छे के लिए ही होता है, इस घटना से तुम्हारे अन्दर जो द्वेष की भावना थी वह तो चला गया।
रोहन _ए तो ठीक है स्वीटी पर तुमको मैं डिनर पर ले जाना चाहता था, मेरा यह अरमान अधूरा रह गया।
Switi _तुम जल्दी से अच्छे हो जाओ फिर मैं तुम्हारी अरमान पुरी कर दूंगी।
रोहन _स्वीटी, सच में।
स्वीटी _हूं।
रोहन _ओह, थैंक यू डियर।
तभी रूम में रीता पहुंची।
रीता _क्या बाते हो रही है दोस्तो के बीच?
स्वीटी _नमस्ते आंटी।
रीता _नमस्ते बेटा।
रोहन अब तुम्हारी तबियत कैसी है?
रोहन _पहले से बेहतर हूं मॉम।
रीता _कोई समस्या तो नहीं।
रोहन _नहीं मॉम।
रीता _वैसे स्वीटी, मै तुम्हारे घर जाने के बारे में सोच रही थी।
Switi _जी आंटी कुछ काम था।
रीता _बेटा, राजेश ने रोहन की जान बचाई, घर जाकर शुक्रिया अदा करने का, और तुम्हारे परिवार से मिलने का फर्ज तो बनता है न।
स्वीटी _आंटी, आप कभी भी आ सकती हैं हमारा घर, आप घर आएंगी तो हमे खुशी ही होगी।
अच्छा रोहन अब मैं चलती हूं। फिर आऊंगी।
रोहन _ठीक है , स्वीटी।
स्वीटी _बाई आंटी।
रीता _bye बेटा।
स्वीटी के जाने के बाद।
रीता _हूं, तो महाशय स्वीटी को डिनर पर ले जाना चाहता है।
रोहन _मॉम क्या आपने हमारी बाते सुन ली?
रीता _हां, क्या तुम्हे switi अच्छी लगती है?
रोहन _स्वीटी एक अच्छी लड़की है मॉम। मै उसकी आदर करता हूं। वह समझदार और संस्कारी है।
रीता _बड़ी तारीफ कर रहे हो स्वीटी की, मतलब स्वीटी तुम्हे पसंद है।तब तो मुझे उसके परिवार से मिलना ही पड़ेगा।
इधर कॉलेज के मैदान में फाइनल मैच की सभी आवश्यक तैयारी पुरी कर ली गई थीं।
फाइनल मैच में मुख्य अतिथि के रूप में खेल मंत्री को बुलाया गया था। विशेष अतिथि के रूप में प्रमुख रूप से विधायको एवम शीर्ष उद्योग पतियों में सुजाता और रीता मेहता को आमंत्रित किया गया था।
इधर राजेश शाम को तैयार होकर मैच के लिए घर से निकलते वक्त मां से मिला जो किचन में थी।
राजेश _मां, मै मैच के लिए निकल रहा हूं। मुझे आशीर्वाद दो मां। आज तुम्हारे बेटे का इमतिहा है।
राजेश ने सुनीता का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
सुनीता _बेटा, मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है। देखना तुम जरूर कामयाब होगे।
राजेश मैच के लिए निकल गया।
इधर मैदान में निर्धारित समय पर अथितियो का आना शुरू हो गया था।
फाइल मैच देखने के लिए जेकेएवम आर के कालेज के सभी स्टूडेंट्स एवम टीचर उपस्थित थे। मैदान दर्शको से खचाखच भरा था।
अथिति भी पहुंच गए थे।
शाम को 6बजे अतिथियों का आगमन हो जानें के बाद उनका स्वागत किया गया।
खेल मंत्री,विधायक उद्योग पतियों में सुजाता और रीता मेहता सभी उपस्थित थे।
स्वागत के बाद सभी ने सभा को संबोधित किया।
खेल मंत्री के भाषण के बाद जे के कालेज के स्टूडेंट्स द्वारा,
चक दे चक दे इंडिया गीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया,,



अपनी प्रस्तुति करण से सभी दर्शको का दिल जीत लिया।
उसके बाद आर के कालेज के स्टूडेंट्स ने,

जय हो,, गीत पर सामूहिक नृत्य कर खूब वाह वाही बटोरी।
दर्शको ने खूब तालियां बजाईं।


सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति के बाद। मैच प्रारंभ हुआ।
मैच को रोहन और उसके दोस्त भी घायल होने के बावजूद खेल देखने के विल चेयर में स्टेडियम पहुंचे।
आर के कालेज के खिलाडी लाल जर्सी और जेके कालेज के खिलाडी सफेद जर्सी में थे।
जैसे ही खिलाडी मैदान में उतरे, दर्शक अपने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का नाम लेकर चिल्लाने लगे।
आर के कालेज के स्टूडेंट्स राज राज करके चिल्लाने लगे।
राष्ट्रगान के बाद सिक्का उछाला गया। टास जे के टीम ने जीता उसने अपना फील्ड चूना।
रेफ्री के सिटी के साथ ही मैच प्रारंभ huwa
दोनो टीमों के खिलाड़ियों के बीच होल करने के लिए संघर्ष चलता रहा। 8खिलाड़ियों के बावजूद आर के कालेज के टीम ने जे के कालेज के टीम को कड़ा टक्कर दे रहा था।
सभी दर्शक काफी उत्साहित थे।
दोनों ही टीमों को गोल करने के कई मौके मिले लेकिन पहला हाफ तक कोई भी टीम गोल नहीं कर सके।
राजेश को भी जेके कालेज के डिफेंडिंग प्लेयर गोल करने से रोकने में कामयाब हो चूके थे।
दर्शको को यह तय करना मुस्किल हो गया था की कौन सी टीम विजेता बनेगी
खेल के पहले हाफ में कोई भी टीम गोल नहीं कर सका।
15मिनट के ब्रेक में टीम के कोच और खिलाडी नई योजना बनाने लगे।
15मिनट बाद जब फिर से खेल के लिए खिलाडी मैदान में उतरे दर्शक और खिलाडी सभी उत्साहित थे।
खेल फिर से प्रारंभ हुआ चारो लोग टेंशन में थे पता नहीं कौन जीतेगा।
दोनों टीमों न फिर से अपना जी जान लगा दिया गोल करने।
जेके कालेज के टीम को खेल के 59मिनट में एक मौका मिला और उसके कप्तान ने गोल दाग दिया था।
गोल लगते ही जेके कालेज के स्टूडेंट शोर मचाने लगे।
जब की आर के कालेज के स्टूडेंट्स निराश हो गए।
निशा न हाथ जोडकर ईश्वर से प्रार्थना करने लगी।

आर के कालेज 1गोल से पिछड़ने के बाद अपने खेल में और तेजी लाया। दोनों टीमों ने के बीच फिर से गोल के लिए कड़ा संघर्ष चला। खेल के अंतिम 3मिनट पहले राजेश ने डिफेंडिंग प्लेयर को चकमा देकर अपना सिर से बाल को मारकर बाल को गोल पोस्ट में भेज दिया।
चारो तरफ राज राज की शोर गुल होने लगी दोनों ही टीम एक एक गोल दाग कर बराबर पर आ गए थे।
दोनों ही टीमों ने एक और होल दागने के लिए दोगुने उत्साह से खेलने लगे खेल का अतिम समय होने ही वाला था की तीन मिनट के अन्दर में एक और गोल दाग कर राजेश ने सनसनी मचा दी।
चारो तरफ सौर गुल होने लगे राज राज की नारे गूंजने लगे।
राजेश ने विरोधी टीम द्वारा फेंके बाल को अपने सिर पर मारा जो विरोधी टीम के डिफेंडिंग प्लेयर के सिर पर लगकर गोल पोस्ट में चला गया।
और इसी के साथ
रेफरी ने सीटी बजाई और खेल पूरा हो चुका था।
आर के कालेज एक गोल से मैच जीत कर चैंपियन बन गया था।
खिलाड़ियों ने राकेश को अपने कंधे में उठा कर स्टेडियम में घुमाने लगे चारो तरफ राजेश राजेश गूंजने लगा।
निशा की आंखो में आंसू बह रही थीं सीमा खुशी से चिल्ला कर थी।
सीमा _निशा तुम रो रही हो।

निशा _ये तो खुशी के आंसू है।
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