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Incest यह क्या हुआ

rajesh bhagat

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Wah rajesh bhagat Bhai,

Dono hi updates ek se badhkar ek he........Chandan ne aakhir shudhikaran kar hi diya.......................Kamla ke sath sath lagta he chandan champa ka bhi kaam kar hi dega..........

Keep posting Bhai
Thanks
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
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Kahani bohot achi ja Rahi hai .aage badhiye or beech beech me rajesh ka kya chal raha hai uska update bhi dete rahiye
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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Premkumar65

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चम्पा, चंदन के कमरे का दरवाज़ा खटखटाया। चंदन इस समय सोया नहीं था। वह मन में सोंचा _इस समय कौन हो सकता है। वह दरवाज़ा खोला, सामने अपनी दीदी को देखकर _दीदी कुछ काम था क्या?

चंपा _हा रे तुमसे जरूरी बाते करनी है। चलो अंदर बैठकर बातें करते हैं।

दोनो रूम के अन्दर जाकर बेड के किनारे बैठ गए।

चन्दन _बोलो दीदी क्या बात है?

चंपा _चंदन सब कुछ गडबड हो गया।

चंदन _क्या गडबड हो गया दीदी?

चंपा _मां के पूजा पाठ में विघ्न आ गया। अगर इसका समाधान नहीं किया तो, अनर्थ हो सकता है।

चंदन _सुबह तक तो सब ठीक था, फिर अचानक से क्या हो गया? और अचानक से पूजा पाठ में बाधा कैसे आ गया।

चंपा _मां की माहवारी शुरू हो गई है। अब ऐसे में वो पूजा नही कर सकती।

चंदन _दीदी मै कुछ समझा नही। ये माहवारी क्या है? जिसके कारण मां पूजा नही कर सकती?

चंपा _क्या तुम महिलाओं की माहवारी के बारे में नही जानते?

चंदन _नही दीदी मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं।

चंपा _मां सही कहती थीं तू अभी भोला है। तुमको सारी बातें बतानी होगी।

चंदन _दीदी बात क्या? मुझे अच्छे से बताओ।

चंपा _लड़किया जब 13वर्ष की होती है तब उसके गर्भ में अंडा बनना शुरू होता है । अर्थात लड़किया मां बन सकती है। ये अंडा हर माह बनती है और जब औरते किसी पुरुष से संबंध बनाती है तो यही अंडा नौ माह बाद बच्चा बन जाता है। और औरते बच्चे को जन्म देती है । अगर महिलाए पुरुषो से संबंध नहीं बनाती तो यह अंडा टूट जाती है और टूटकर खून खून बनकर महिलाओं के पेशाब के रास्ते से बाहर आ जाती है। इसे ही माहवारी कहते है जो हर माह महिलाओं को निर्धारित समय पर आती है। महिलाओं के गुप्तांग से 3_7दिनो तक खून का स्राव होता रहता है। इस दौरान महिलाओं को अपवित्र माना जाता है। कोई भी धार्मिक कार्य में भाग लेने की मनाही होती है।
चंदन _दीदी ये तो ये तो अनर्थ हो गया। बाबा जी ने कहा था की पूजा बीच में बंद नहीं करना है। अब क्या करेंगे?

चंपा _हा re मैं यही बताने तुम्हारे पास आई थी।
बाबा जी से पूछने पर उसने इसका समाधान बताया है।

चंदन _दीदी बाबा जी ने इसका क्या समाधान बताया है?

चंपा _बाबा जी ने कहा है की मां के गर्भाशय का शुद्धिकरण करना होगा तभी वह पूजा में बैठ पाएगी।

चंदन _ये तो अच्छी बात है की बाबा जी ने इसका समाधान बताया है। फिर परेशानी कैसी?

चम्पा _बाबा ने कहा है कि मां का ऐसी अवस्था में औरतों का suddhikaran कोई पुरुष ही कर सकता है।

चंदन _दीदी मै कुछ समझा नही। खुलकर बताओ की सुद्धीकरण कैसे हो सकता है।

चंपा _बाबा ने कहा है कि मां को किसी पुरुष के santh शारीरिक संबंध बनाना होगा। तभी मां की गर्भाशय का शुद्धिकरण हो सकता है, और वह पूजा पाठ कर सकती है। अब तुम तो जानते हो पिता जी की हालत वह मां के santh
शारीरिक संबंध नहीं बना सकता।

चंदन _हा दीदी ये तो बड़ी समस्या है।

चम्पा _पर बाबा ने कहा है कि सुद्धिकरण के लिऐ महिलाएं शारीरिक सम्बन्ध दूसरे पुरूषों के साथ भी बना सकती है। अगर मां घर के बाहर दुसरे पुरुष से सम्बंध बनाएगी और किसी को पता चल गया तो हमारी बहुत बदनामी होगी।

चंदन _दीदी अब हम क्या करेंगे?

चंपा _चंदन मै चाहती हू की तुम मां के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाकर उनका शुद्धिकरण करो। बाहर वालो को भी पता नहीं चलेगा। कोई बदनामी भी नही होगी।
चंदन _पर दीदी ये शारीरिक सम्बंध बनाते कैसे है?

चम्पा _क्या तुम्हें इसके बारे में नही पता या अपने दीदी से नाटक कर रहा है?

चंदन _नही दीदी मुझे सच में नही पता।


चम्पा _ये जो मैं मटके जैसा पेट लेके घूम रहीं हू न ये शारीरिक संबंध का ही परिणाम है। तुम्हारे जीजा जी ने मेरे साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाए उसी का ये फल है।

चंदन _पर दीदी दोस्तो ने तो कुछ और ही बताया है।

चंपा _तुम्हारे दोस्तो ने तुम्हें क्या बताया है।

चंदन _यही दीदी की,,,,,,,,, छोड़ो दीदी मुझे शर्म आती है।

चंपा _अरे शरमाओ नही मुझे खुल के बताओ की तुम्हारे दोस्तो ने तुम्हें क्या बताया है?

चंदन _नही दीदी मुझे शर्म आती है मैं नहीं बता सकता।

चम्पा _अच्छा किस बारे में तुम्हारे दोस्तो ने तुम्हें बताया है।

चंदन _यही, बच्चा,,,,,,,, पैदा,,,,,,,, करने के बारे में।
चम्पा मुस्कुराते हुए बोली
चम्पा _अच्छा मै भी तो जानू तुम्हारे दोस्तो ने तुम्हें क्या बताया है? अब अपने दीदी से शरमाओ नही और ठीक से बताओ।

चम्पा के बार बार जिद करने पर चंदन लड़खड़ाते जुबान से कहा।

चंदन _यही की बच्चा चू,,,,, दा,,,,, ई करने से पैदा होता है?

यह बोलकर चंदन ने शर्म से अपना सिर नीचे कर लिया।

चंपा हंसने लगी।

चंदन _दीदी क्या दोस्तो ने झूठ कहा?

चंपा मुंह बन्द कर हसने लगी।

अपना सिर हिलाकर नही।

चंपा _तुम्हारे दोस्तो ने बिल्कुल ठीक कहा।


चंदन _क्या ठीक कहा दीदी ?

चंपा मुंह बन्द कर थोडा लजाते एवम मुस्कुराते हुवे बोली। यही की चू,,,,da,,,,, ई से बच्चा पैदा होता है।

चंदन _दीदी तुम तो कह रही थी की तुम्हारा मटके जैसा पेट जीजा जी के शारीरिक सम्बन्ध बनाने से huwa है। क्या दोनो एक ही है?

चंपा _हा।

चंदन _तो दीदी मै मां के साथ शारीरिक संबंध कैसे बना सकती हू। मै उसका सगा बेटा हूं। क्या मां इसके लिए तैयार है?

चंपा _हमारे पास इसके अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। इसलिए मेरे कहने पर मां तैयार हो गई तुमसे अपना सुद्धिकरण करवाने।

तुम हमारी मदद करोगे न।
अब सब तुम्हारे ही हाथों में है।

चंदन _पर दीदी मै मां के साथ सब कैसे कर पाऊंगा, और मैने तो अब तक किसी के साथ भी कुछ किया नहीं है।

चंपा _मै हू न तुम्हें घबराने की जरूरत नहीं है। मै जैसे कहूंगा तुम वैसे करना।

चंपा मुस्कुराते हुए बोली _वैसे तुम्हारा खड़ा होता है ना।

चंदन _दीदी तुम भी न क्या क्या पूछती हो।

चंपा _अब तुम तैयार हो ही गए हो तो तुम्हें मेरे सामने ही सब करना है तो शर्माओगे तो कैसे कर पाओगे।

अगर तुम्हारा समय पर खडा न huwa तो सब गड़बड़ हो जायेगा मैं इसलिए पूछ रही थी।

चंदन _दीदी कभी कभी खड़ा हो जाता है।

चंपा _अच्छा मै भी तो जानू तुम्हारा कब खड़ा होता है।
चंदन _छी दीदी तुम क्या क्या पूछती हो।

चंपा मुस्कुराते हुवे _अरे बुद्धु मै तो इसलिए पूछ रही थी कि अनवक्त पर कुछ गडबड हो गया तो मैं तुम्हारी कुछ मदद कर सकू। बताओ तुम्हारा कब खड़ा होता है।

चंदन _ दीदी जब किसी औरतों की दुद्दू पर नज़र पढ़ती है तो मेरा खड़ा हो जाता है।

चंपा _अच्छा जी ऐसी बात है। मेरा भाई भी औरतों की चूंची देखकर मजा लेता है। मै भी तो जानू किसका देखकर खड़ा लेता है।

चंदन _छी दीदी कितनागन्दा बोल्ती हो,वो तो कभी कभार दुकान में किराना सामान लेने वाली महिलाओं पर नज़र चला जाता है।

चंपा _पर मां के सामने तुम्हारा खड़ा तो होगा न।

चंदन _दीदी मुझे क्या मालूम?

चंपा _ कुछ सोचते हुए बोली।क्यू न इसकी जांच कर ले?

चंदन _कैसे दीदी।

चंपा _तू मेरा दुद्दू देख ले और बता तुम्हारा खड़ा होता है ना।

चंदन _दीदी ये क्या कह रही हो आपके दूदू।

चंपा _ हंसते हुवेबोली।अब शर्माना छोड़ो भी ऐसे शर्मावोगे तो कल मां का शुद्धिकरण कैसे करोगे , तुम्हें तो मां के सामने नंगा होना पड़ेगा।

चंदन _छी दीदी मै ये कैसे कर पाऊंगा, मुझसे ये सब नहीं हो पाएगा।

चंपा _अरे बुद्धू मै हू न सब हो जायेगा बस मै जो कह रही वो करो और मुझसे शर्माना बंद करो।

चंपा _लो मेरे दूदू को देख और बता तुम्हारा खड़ा हुआ की नही।

यह बोलते हुए चंपा अपने ब्लाउज का बटन खोलने लगी।

चंदन की नज़र चंपा के ब्लाउज पर जम गया।

जैसे ही चंपा ने अपना ब्लाउज का बटन खोला। चंदन का land चंपा के बड़े बड़े दूध से भरे सुडौल स्तन को देखकर तनकर खड़ा हो गया। चंदन वैसे भी चम्पा के साथ अब तक हुई वार्तालाप से गर्म हो गया था। उसके बड़े बड़े मम्मे को देखकर एक मर्द के land का खड़ा होना स्वाभाविक था ,भले ही सामने वाली महिला उसकी सगी बहन हो।

चम्पा _लो देख लो अपनी बहन की दूदू और बताओ तुम्हारा खड़ा हुआ की नही।

चंदन _गौर से अपने दीदी के मम्मे देखने लगा। वह बहुत गरम हो गया उसके शरीर में खून दोगुने गति से बहने लगा।

चंदन इस समय धोती और बनियान पहना था।land खड़ा होने से धोती का सामने वाला हिस्सा उपर उठ गया। जिस पर चंपा की नज़र जाते ही वह मुस्कुराने लगी।

चंपा _लगता है तुम्हरा खड़ा हो गया है।

चंदन _लजाते हुवे कहा , हा दीदी!

आगे की कहानी अगले अपडेट मे तब तक इंतजार कीजिए,,,,,,,









चंपा
Woww very seductive update. Champa is preparing Chandan to fuck amma.
 

Premkumar65

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चम्पा _लगता है तुम्हारा हथियार काफ़ी बड़ा है। जरा मै भी तो देखूं कितना बड़ा है तुम्हारा।

चंदन _दीदी, ये क्या कह रही हो? मुझे शर्म आयेगी।

चम्पा _अरे अब मुझसे क्या शर्माना, मैने भी तो अपना ब्लाउज खोलकर तुम्हें अपना दुद्दू दिखाया ना।
चलो अब तुम भी अपनी धोती से अपना नुनु बाहर निकालो मैं भी तो देखूं तुम्हारा हथियार कैसा है?

चंदन _नही दीदी मुझे शर्म आयेगी। रहने दो ना।

चम्पा जी_अरे अभी तो सिर्फ मैं हू सुबह तो तुम्हें मां और मैं दोनो के सामने नंगा होना पड़ेगा तब क्या करेगा? अभी दिखा देगा तो कल सुबह तुम्हे दिक्कत नहीं होगी। चलो खोलो।

चंदन _दीदी, तुम भी ना।

अब चंदन शर्माते हुवे अपना धोती अपनी क़मर से निकाल फेका अब वह अंडर वियर और बनियान में था। अंडर वियर के सामने का हिस्सा काफ़ी उपर उठा हुआ था जिसपर चम्पा की नज़र पड़ते ही समझ गई कि चन्दन का हथियार काफ़ी बड़ा है। चंदन शर्मा रहा था वह अंडर वियर को कमर से नीचे सरका नही रहा था।

चंपा समझ गई कि चन्दन खुद नही उतारे गा अपना अंडरवियर तो उसने खुद ही अपना हाथ आगे बढाया और चंदन के अंडर वियर को अपने दोनो हाथो से पकड़ कर क़मर से नीचे खींच दिया।

अंडर वियर के नीचे खिसकते ही चंदन का land नाग की तरह फुफकार मारते हुवे चंपा के सामने हवा में लहराने लगा जैसे वह चंपा को डसने के लिए तैयार हो।

चंपा _हाय दईया कितना बडा है रि तेरा।

चन्दर शर्माकर अपने दोनो हाथो से अपने land ko छिपाने लगा।
चम्पा हसने लगी।
चंपा _अरे अब काहे शर्माना, अब तो तुम्हारा नुनु देख ही लिया, तुम्हारा नुनु तो land बन चुका है। कितना लंबा और मोटा है?

चंदन _छी दीदी तुम कितनी गंदी बातें करती हो। मुझे बहुत शर्म आ रहा। क्या जीजा जी का इससे छोटा है?

चम्पा _अरे, तुम्हारा जीजा जी का इतना लंबा तो है पर तुम्हारा उससे कुछ ज्यादा मोटा है।

चंदन _दीदी आपके दूदू भी काफ़ी अच्छे और बड़े बड़े है।

चम्पा _ क्या तुम्हे पसंद आया मेरा दूदू?

चंदन _हा, दीदी बड़े मस्त है आपके दूदू।

चम्पा _अच्छा,सुन कभी किसी औरत या लड़की के साथ कुछ किया है कि नही।

चंदन शर्माते हुवे _नही,दीदी।

चम्पा _अपनी दीदी से झूठ तो नही बोल रहा न।

चंदन _दीदी मै सच कह रहा हूं। मुझे तुम्हारी कसम।

चंपा _अच्छा ठीक है, पर मूठ तो मारता होगा न।

चंदन _ दीदी मै समझा नही।

चंपा मुस्कुराते हुवे _अरे बुद्धू, अपने नुनु को हिलाकर अपना पानी तो निकलता होगा न, जब ये खड़ा होता होगा।

चंदन _छी दीदी तुम कैसी बाते करती हो,,

चंपा _अरे कब तक शर्माएगा, अपना हाथ हटा मै भी तो देखूं छूकर इसे।

और चम्पा चंदन का हाथ land पर से हटाकर उसे अपने हाथो में लेकर सहलाने लगी, जिससे चंदन के मुंह से सिसक निकल गया।
चंदन_दीदी ये क्या कर रही हो छोड़ो न, मुझे शर्म आ रही।

चंपा_शर्माना छोड़ और बता मुझे,अपना land तो हिलाता है की नही।

चंदन _ओ दीदी कभी कभार हिला लेता हू जब ये ज्यादा परेशान करता है।

चंपा _अच्छा सुन आज इसे हिलाकर अपना पानी मत निकालना कल सुबह तुम्हे मां की सुद्धिकरण करना है। नही तो पता चला की तुम्हारा नुनु खड़ा ही न huwa
तो सब गड़बड़ हो जायेगी।

चंदन _ठीक है दीदी।

चंपा _अच्छा मै अब चलती हू। कल सुबह मैं और मां तुम्हारे कमरे मे आयेंगे तुम दरवाजा खुला ही रखना।

चंपा अपना ब्लाउज पहन ली, चंदन भी अपना धोती पहन लिया।

चंपा, चंदन के रुम से चली गई। कमला चंपा के रूम में उसके आने का इंतजार कर रही थी। जब चम्पा अपने कमरे में पहुंची तब कमला ने चंपा से कहा _

कमला _क्या जुड़ा हुआ बेटी, चंदन तैयार हुवा की नही।

चंपा मुस्कुराते हुवे बोली _हा मां मैने चंदन को सारी बातें अच्छे समझाया तो ओ तैयार हो गया। पर मां

कमला _पर, क्या बेटी? कोई समस्या है क्या?

चंपा _मां, चंदन तो अभी तक किसी लडकी या महिला के साथ कुछ किया नहीं है।

कमला _बेटी मुझे मालूम था मेरा बेटा अभी भोला है। अब क्या करेंगे। मै उसके सामने जाकर नंगी नही हो पाऊंगी। यह सोचकर ही मै शर्म से गड़ी जा रही। ये सब मुझसे नही हो पायेगा।

चंपा _मां तुम चिंता न करो मैं रहूंगी न साथ में चंदन भी अकेला कुछ कर नहीं पाएगा मुझे ही बताना होगा कि क्या करना है।

कमला _बेटी तुम्हे ही सब संभालना होगा।

चम्पा मुस्कुराते हुवे बोली _मां तुम चिंता न करो सब अच्छे से हो जायेगा।
कमला _अच्छा बेटी, अब मैं चलती हू तुम भी कल सुबह 4बजे उठ जाना।

चंपा _ठीक है मां, मै दरवाज़ा खुला ही रखूंगी, तुम पहले मेरे रूम में आना फिर हम चंदन के कमरे मे जायेंगे।

तभी चंपा कि छोटी बच्ची जो बेड पर सो रही थी, उठ गई और रोने लगी। चंपा उसे प्यार से दुलारते हुए। अपना ब्लाउज खोलकर उसे दूध पिलाने लगी।

चंपा _अरे मेरे प्यारी गुड़िया उठ गई लो दूदू पी लो।

कमला मुस्कुराते हुए अपने कमरे में चली गई।

कमला की आंखों में आज नींद नहीं आ रही थी। वह सारी रात यही सोचती रही की पता नही कल वह चंदन के साथ अपने सगे बेटे के सामने नंगी कैसे हो पाएगी। उसका पति श्यामलाल इन सब बातो से बेखबर, सो रहा था।
और सोचते सोचते कमला को पता नही चला की कब उसकी आंख लगी।

सुबह जब नींद खुली तो देखा की भोर हो चुका है सुबह का 4बज चुका है। वह अपने बेड से उठी। अपने कपड़े ठीक की और चंपा के कमरे में चली गई।
चंपा उठी नही थी।

कमला ने चंपा को आवाज़ लगाई, बेटी चम्पा उठो भोर हो गई है।

चंपा मैं की आवाज़ सुनकर उठ गई उसने देखा उसकी मां उसके सामने ही खड़ी थीं। चंपा अपनी बच्ची को दूध पिलाते पिलाते ही सो गई थी। उसने अपना ब्लाउज का बटन लगाया।
चंपा बोली मां मै पेशाब करके आती हू तुम रुको फिर चंदन के कमरे मे चलते हैं।

कमला _ठीक हैं बेटी।

कुछ देर बाद चम्पा अपने कमरे मे लौटी फिर अपने मां से बोली चलो मां चंदन के कमरे मे तुम्हारा सुद्धीकरण के लिए और वह हसने लगी।

कमला _चुप बेशरम कही की यहां मेरी जान पे पड़ी है और तुम मेरी मजाक उड़ा रही हू।

चम्पा मुंह बन्द कर हसने लगी।

दोनो चंदन के कमरे मे पहुंच गए।

चंदन भी उन दोनो के आने का इंतजार कर रहा था। चंपा ने आवाज़ लगाई, चंदन उठो भाई भोर हो गया है।
अपने दीदी की आवाज़ सुनकर वह बेड से उठ गया।
चंपा _चंदन तुम्हे पता है न आज क्या करना है फिर भी बेखबर होकर सो रहा था।

चंदन _नही दीदी मै तो काफ़ी पहले ही उठ गया था आपके आने का ही इंतजार कर रहा था।

चंपा _अच्छा ठीक है जाओ तुम्हे फ्रेस वगेरा होना हो तो जल्दी हो आओ।

चंदन _न दीदी मै तो पहले ही फ्रेस हो चुका हूं।

चंपा मुस्कुराते हुए बोली मतलब तुम पहले ही तैयार होकर बैठा है। बड़ा उतावला लग रहा है मां का शुद्धिकरण करने, वह हसने लगी।

चंदन अपने मां के सामने शर्मिन्दा हो गया।

चंपा_अब देखो कैसे शर्मा रहा है? चल अब तू बेड से उठ और मां को लेटने दे।

चंपा अपनी मां कमला से बोली , मां तुम बेड के किनारे लेट जाओ। कमला शर्म से गड़ी जा रही थी वह बिना कुछ बोले बेड के किनारे पीठ के बल लेट गईं उसके दोनो पैर फर्श पर थे।

चंपा _चंदन अब तुम्हे पता है न क्या करना है? चलो अपना धोती उतारो।
चंदन अपने मां के सामने शर्म महसूस कर रहा था, वह घबराया हुवा था। वह मुंह से कुछ न बोलते हुए अपने दीदी के कहे अनुसार अपना धोती बाहर निकाल दिया अब वह बनियान और अंडरवियर में था।

चंपा _अब देख क्या रहा है? चल अपनी चड्डी भी उतार।

चंदन अपनी मां के सामने नंगा होने में शर्मा एवम घबरा रहा था।

चंपा समझ गई वह मुस्कुराते हुवे बोली, हू, मां के सामने शर्मा रहा है। चल मै ही उतार देती हू तेरा चड्डी।

चंपा अपने दोनो हाथो को आगे बढ़ा कर चंदन का अंडर वियर पकड़ा और नीच खीच दी।

इस समय चन्दन अपने मां के सामने होने से घबराया हुवा था। उसका land खड़ा होने के बजाए लटका हुवा था।

चंपा _ये क्या री? तुम्हारा तो लटका हुवा है। तुमने इसे रात में हिलाकर इसका पानी तो नही निकाल दिया।

चंदन _नही दीदी मैने कुछ नही किया। चंपा _फिर ये लटका हुवा क्यू है।

कमला _मन में सोचने लगी हे भगवान अब क्या होगा चंदन का तो खडा ही नहीं है। अब सुद्धिकरण कैसे होगा। वह निराश होने लगी।

चम्पा _ मां लगता है चंदन तुम्हारे पास होने से घबरा गया है,मुझे ही कुछ करना पड़ेगा।

चंपा _चंदन के land जो इस समय लुल्ली बना था को अपने हाथो मे लेकर सहलाने लगी।
कुछ देर तक सहलाने से भी बात न बनी तब वह बोली _हाय दईया ये तो अभी तक लुल्ली का लुल्ली है।
मुझे कुछ और करना पड़ेगा।

कमला लेटे लेटे चंपा की हरकतों को देख रहि थी वह भी निराश होने लगी थी।

इधर चंपा अब अपने ब्लाउज के बटन को खोल कर अपने चूंची बाहर निकाल कर चंदन को दिखाते हुवे बोली। देखो मेरे दूदू, तुम बोल रहे थे तुम्हे पसंद है।

लो इसे छू कर देखो। और वह चंदन के हाथों को अपने मम्मे पर रखकर चंदन के लुल्ली को सहलाने लगी।

चंदन का हाथ में चंपा का चूची पड़ते ही उसका शरीर गर्म होना शुरू हो गया।

चंदन का शरीर में खून का रफ्तार बड़ने लगा। इधर चंपा अपने हाथो से land को सहला रहा था और चंदन चंपा की चूंची को सहलाने लगा।

चंदन पहली बार किसी औरत की चूची को पकड़ा था। दूध से भरा सुडौल एवम बड़े बड़े चूची को देखकर उसके शरीर में जोश भरने लगा। अब वह भूलने लगा की कमरे में कौन है। जिसका परिणाम ये हुआ की कुछ ही पल में चंदन का लुल्ली लौड़ा बनकर तनकर खड़ा हो गयाऔर चम्पा के हाथों में झटके मारने लगा।

चंपा मुस्कुराने लगी।

चंपा _मुझे पता था तुम्हारा नुनु मेरे दूदू देखकर जरुर खड़ा होगा। लो मां चंदन तो तैयार हो गया तुम्हारा सुद्धीकरण करने के लिए। और वह हसने लगी।

कमला जो अभी तक मूक दर्शक बनी थीं वह बोली।

कमला _चुप बेशरम कही की और चंपा के पीठ पर हल्का सा चिकोटी कांट दी।
चंपा अपना मुंह बन्द कर हसने लगी। इधर चंदन जोश में आ गया था वह चंपा की चुचियों को मसलने का मजा ले रहा था।

चंपा _चंदन लगता है तुम्हारी दीदी के दूदू तुम्हे कुछ ज्यादा ही पसंद है अब इसे छोड़ो मां के सुद्धिकरण में ध्यान दो इससे बाद में खेल लेना। मै कही भागी तो नही जा रही। चंपा की बात सुनकर चंदन शर्मा गया।

चंपा अपनी मां से बोली।
चंपा _मां अब तुम अपना पैर उपर कर अपना साड़ी और पेटिकोट अपने टांगो तक चढ़ा दो।

कमला _शर्म से पानी पानी होने लगी।

चंपा _मां अब शर्माना छोड़ो सुद्धीकरण कराना है की नही चंदन से।

कमला अब अपने पैर को ऊपर उठाकर, उसे मोड़कर बेड किनारे पीठ के बल लेट गई।और अपना साड़ी और पेटिकोट थोडा टांगो तक उठा दी अभी उसका boor दिखाई नही दे रहा था।

चंदन और चंपा की नज़र उसके टांगो पर टिक गया।
इधर कमला शर्म के मारे अपनी आंखें बंद कर चुपचाप लेटी रही।

चंपा _मां पेटी कोट थोडा और उपर करो तभी तो चंदन शुद्धिकरण की प्रक्रिया कर पाएगा।

कमला _चल हट बेशरम मुझसे नही होगा। इधर चंदन का land हवा में लहरा रहा था। अपनी मां के गोरे गोरे टांगो और चंपा के बड़े बड़े चूचे,उसके आंखो के सामने थे। वह पुरी तरह जोश में आ गया था।

अब चंपा समझ गई की उसकी मां अपना पेटिकोट और आगे नही उठाएगी, तब वह खुद ही अपने हाथो से अपने मां ki साड़ी और पेटिकोट कमला के टांगों से उपर उठा कर उसके पेट पर रख दी । जिससे कमला की boor चंपा और चंदन के सामने नंगी हो गई।

कमला शर्म के मारे अपनी आंखें बन्द कर चुप छाप अपने हाथो से मुंह छिपाकर लेटी रही।

इधर चंपा की नज़र कमला के दोनो टांगो के बीच गई तो उसने देखा की उसकी मां का boor तो दिखाई ही नहीं दे रहा है। सिर्फ झांटे ही झांटे दिखाई दे रहे थे।boor को बालो ने पुरी तरह ढक दिया था।
जिसे देख कर चम्पा कमला से बोली।

चंपा _ये क्या मां तुम तो पुरा जंगल उगा रखी हो। तुम्हारा गुफा का द्वार तो दिखाई ही नहीं दे रहा है। पता नही कितने दिनों से अपने झांटे नही बनाई हो।

तुम्हे अपने झांटों को साफ रखना था।

कमला _चुप होजा बेहया कही की। नही तो मर खायेगी।
कमला पहले से ही काफ़ी लज्जित महसूस कर रही थी। चंपा की बातो से वह और शर्म से पानी पानी होने लगी।

चम्पा _मां आजकल के लडको को चिकनी boor पसंद होती है। तुम्हे अपने झांटे बना लेनी थीं। अब चंदन का ये पहलीबार है वो तो इन जंगलों में खो जायेगा। और तुम्हारे गुफा का द्वार ढूंढता ही रह जायेगा। किस रास्ते पर जाना है उसे क्या मालूम।

मां सुद्धिकरण के बाद तुम नहाने से पहले अपना झांटे बना लेना अगर तुमसे नही होगा तो मैं बना दूंगी।

चंपा मुंह बन्द कर हसने लगी।

कमला शर्म के मारे गड़ी जा रही थी उसने सोचा नहीं था की बेटे के सामने ये सब बातें चंपा करेगी।

कमला _अब बस भी कर बेशरम, कितना गंदी गंदी बाते करती है तू पूरा बिगड़ गई है। और अपने भाई को भी बिगाड़ेगी । निर्लज कही की।

चंपा मुस्कुराने लगीऔर कमला से बोली।

चंपा _मां मैंने क्या गलत कह दिया जो मुझ पर इतना नाराज हो रही। अब देखो चंदन का लुल्ली तुम्हारे झांटों में फसकर कही कट गया तो इसका जवाबदार कौन होगा।

कमला _मन में सोचने लगी, चंपा ठीक कह रही है मुझे chut की सफाई कर लेनी चाहिए थी। पर अब क्या कर सकते हैं।

कमला _बेटी समय निकला जा रहा है अब जल्दी करो। इन बालों को बाद में देख लेंगे।

चंपा _ठीक है मां आज का शुद्धीकरण ऐसे ही कर लेते है पर कल ये साफ़ होना चाहिए।

अब चंपा अपने हाथो से अपनी मां के chut ke baal को हटाते उसके छेद को ढूंढने लगी। जब उसका छेद मिल गया तो वह अपना अपने उंगलियों से उसके chut के द्वार को चौड़ी कर दी और चंदन से बोली।

चंपा _चंदन लाओ अपना लुल्ली यहां रखो।

चंदन अपने land ko एक हाथ से पकड़ कर अपने मां के टांगों के बीच आ गया।

कमला तो शर्म के मारे आंखें बन्द कर चुपचाप लेटी रही।

इधर चंपा एक हाथ से चंदन के land को पकड़कर एक हाथ की उंगलियों से अपनी मां के boor ke द्वार को चौड़ी कर दी थीं। वह चंदन के land को कमला के chut के द्वार पर रख दी और चंदन से कहा।

चम्पा _चंदन अब हल्के से धक्का लगा और अपना लुल्ली अंदर डाल।

इस समय चंपा कमला के chut के फांकों को अपने उंगली से फैलाकर रखी थी और एक हाथ से चंदन के land ko पकड़कर chut के फांकों के बिच रखी थी।

अब चंदन हल्का सा दबाव डालकर chut के अंदर डालने की कोशिश किया जिससे land का टोपा chut के अंदर चला गया। अब चंपा ने थोडा ज़ोर का धक्का लगाने को कहा, चंदन ने एक जोर का धक्का लगाया, उसका chut को चीरता हुआ आधा land chut me समा गया। कमला के मुंह से दर्द में चीख निकल गई।

चंपा यह देखकर हसने लगी।

चंपा ने कुछ देर चंदन को ऐसे ही रुकने कहा फिर एक जोर का धक्का लगाने बोला।

चंदन ने एक जोर का प्रहार अपने land se कमला के boor में किया। चंदन का land गप की आवाज़ के साथ पूरा boor में समा गया। कमला के मुंह से फिर चीख निकल गई।


चंपा ने चंदन को कुछ देर ऐसे ही रहने को कहा फिरफिर land को आधा बाहर खींचने बोला।

चंदन ने वैसा ही किया, वह अपने land को boor से आधा बाहर निकाल लिया। फिर चंपा के बताएं अनुसार फिर उसे धीरे से अंदर कर दिया। अब चंपा ने चंदन को land को boor में धीरे धीरे अन्दर बाहर करने के कहा।

चंदन अब अपने land ko dhire dhire अंदर बाहर करने लगा। कमला पता नही कब की chudi थी उसे अपने पति से चूदे हुवे एक अरसे बीत गए थे।
Land boor me अन्दर बाहर होते ही कमला भी न चाहते हुवे गर्म होने लगी और उसके chut se पानी रिसने लगी जिससे land ab आसानी से chut के अंदर बाहर होने लगा।

चंदन का ये पहली बार था। उसे खूब मजा आने लगा। उसकी नज़र बाजू में बैठी अपने दीदी के चूची पर पढ़ी उसके बड़े बड़े मम्मे देखकर उससे रहा न गया और अपने एक हाथ ले जाकर चंपा के चूची को पकड़कर मसलने लगा।

चंपा भी चंदन और कमला की chudai देखकर गर्म हो गई। उपर से चंदन द्वारा उसका मम्मे मसलने से और ज्यादा गर्म होने लगी।
उसके chut se भी पानी बहने लगा।

इधर चंदन पूरा जोश में आ गया और वह जोर जोर से धक्का मारते हुवे अपने land से कमला की boor chodne लगा। चूंकि कमला की माहवारी चल रही थीं। उसने चंदन के कमरे मे आने से पहले chut ki अच्छे से सफाई जरुर की थी।

पर land का chut में जाने और उसके दीवारों को रगड़ने से रक्त स्राव बड़ गया जिससे चन्दन के land par चारो और खून की लालिमा दिखाई देने लगी।

इधर कमला को भी chudai में मजा आने लगा था। वह बरसों बाद chud रही थी। वह झडने के करीब पहुंचने लगी।

इधर चंदन का land कमला के bur में गपा गप अंदर बाहर होने लगा। चंदन तो जन्नत में पहुंच गया।

इस
इधर चंपा का भी हालत खराब हो गया था मां बेटे की chudai देखकर उसके chut से लगातार पानी बह रहा था वह साड़ी के उपर से ही अपने boor के भगनसे को अपने उंगलियों से रगड़ने लगी जिससे वह भी झड़ने की स्थिति में आ गई थी।

इधर कमला को भी बहुंत मजा आने लगा अब उससे रहा न गया और वह अपने दोनो हाथों से चंदन के क़मर को पकड़कर उसका सहयोग करने लगी। अब वह ज्यादा देर तक बर्दास्त ना कर सकी और चंदन के क़मर को जोर से जकड़ कर झड़ने लगी।

इधर चंदन भी जोर जोर से चोदने लगा पुरे कमरे में फ़च फाच गच गछ की आवाज़ गूंजने लगी। चंदन भी अब ज्यादा देर तक टिका न रह सका यह उसका पहली बार था और वह भी आह आह करके कराहते हुवे झडने लगा। वीर्य की लंबी लम्बी पिचकारी कमला के गर्भाशय में छोड़ने लगा।

चांपा भी मां बेटे को झड़ते देख अपने को न रोक सकी और अपने bhagnase को जोर जोर से रगड़ते हुए झड़ने लगी। कुछ समय के बाद तीनों को जब होस आया तो तीनो ही शर्म के मारे कुछ बोल नहीं पा रहे थे और तीनो अपने अपने कपड़े ठीक करने लगे।

कमला तो शर्म के मारे किसी से आंख नही मिला पाई और चुपचाप कमरे से बाहर चली गई।

चंपा _चंदन कैसा लगा रि, मां का शुद्धिकरण करने में मजा आया की नही।ये तो तुम्हारा पहली बार था। बडा जोश में आकर मा की ले रहा था। और वह हसने लगी।

चंदन_शर्म के मारे चुप ही रहा।

चंपा _अच्छा मां के नहाने के बाद तुम भी नहा लेना और अपने लुल्ली को अच्छे से धो कर सफाई करना लेना, इसमें मां के माहवारी का खून लगा लगा huwa होगा।

इधर कमला बाथरूम में जाकर बाबा के कहे अनुसार बाल्टी के पानी में गंगा जल डालकर नहाने लगी। और अपने शरीर की अच्छे से सफाई करने लगी।

फिर पीली साड़ी पहनकर पूजा पाठ करने लगी।
मां के नहा लेने के बाद चंदन भी नहाकर शरीर की अच्छे से सफाई कर वह भी पूजा रूम में जाकर पूजा में शामिल हो गया।


आगे की कहानी अगले अपडेट मे, कहानी कैसा लगा जरुर कमेंट्स कीजिएगा,,,,,,,,,,,
Lovely process of Sudhakaran. Chandan ke to mae hi maje hain.
 

Ajju Landwalia

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rajesh bhagat Bhai,

Update ka intezar he
 
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