Iron Man
Try and fail. But never give up trying
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रात में जब चंदन दुकान बन्द करने वाला था। तभी कमला दुकान में पहुंची, और दुकान में कुछ ढूंढने लगी। चंदन ने अपने मां से पूछा मां क्या ढूंढ रही हो?
कमला को चंदन के सामने जाने उनसे बात चीत करने में शर्म तो महसूस हो रही थी फिर भी किसी तरह वह चंदन से बोली, बेटा रेजर कहा है? दिख नही रहा।
रेजर शब्द सुनते ही चंदन के शरीर में एक करेंट सा लगा। वह जान रहा था कि उसकी मां रेजर का क्या करेगी? उसके शरीर के नशों में खून का रफ्तार बड़ गया।
वह अपने मां से बोला रेजर वहा पर रखा हैं मां।
चंदन खुद ही रेजर निकालकर अपनी मां को देने लगा। कमला इस समय शर्म से गड़ी जा रही थी वह अपने सिर को नीचे झुका ली थी।
जैसे ही कमला जाने को हुई तो चंदन ने अपने मां से कहा, मां मां बालो की सफाई के लिए आजकल महिलाएं रेजर का उपयोग नहीं करती कई प्रकार की क्रीम आती है जिससे आजकल महिलाएं उपयोग करती है। हमारे गांव की कई महिलाएं दुकान से क्रीम ले जाती है। रेजर से कटने का डर रहता है।
चंदन दूकान से क्रीम निकालकर अपनी मां को देते हुए कहा मां, इसका उपयोग करके देखो एक बार। कमला शर्म से गड़ी जा रही थी। वह किसी तरह चंदन के हाथों से क्रीम ली और तेजी से वहा से वापस चली गईं।
रात मे खाना खा लेने के बाद जब सभी सोने चले गए तब कमला क्रीम लेकर चंपा के रुम में पहुंच गई।
अपनी मां को अपने कमरे मे देखकर चंपा बोली। मां कुछ काम था क्या?
कमला _ कमला शर्माते हुवे बोली।बेटी मुझे कुछ पूछना था।
चंपा _मां मुझसे क्या शर्माना पूछो क्या पूछना है?
कमला _बेटी मै चंदन से ये रेजर लेने गई थी तो उसने मुझे ये क्रीम थमा दिया और बोला की आजकल की महिलाएं क्रीम से बाल साफ़ करती हैं। मैने तो कभी इसका उपयोग किया नहीं इसलिए तुमसे पूछने चली आई की इसका उपयोग कैसे करना है? वह शर्म से पानी पानी हो रही थी।
चम्पा _ ये हुई ना बात। पर चंदन दुकान में ऐसा क्रीम भी रखता है मुझे तो पता ही नहीं था।
कमला _अरे मुझे भी कहा मालूम था की इस क्रीम का उपयोग बाल साफ़ करने के लिए करते हैं मैं तो इसे चेहरे पर लगाने वाला क्रीम समझती थी।
कमला लजाते हुवे बोली।
चंपा _मां इसे उपयोग करना बहुत आसान है।
चंपा ने अपनी मां को अच्छेसे समझा दिया की क्रीम का उपयोग कैसे करना है? और अपने मां से बोली मां तुम लगा लोगी तो मुझे भी देना। और हसने लगी।
कमला _क्यू तू लगा कर किसको दिखाएगी। दामाद जी तो है नही। मुझे तो तुम पर भरोसा नहीं है कही अपने ही भाई से अपना मुंह काला न करा बैठो। कलमुही कही की।
चंपा _ऐसा हो भी सकता है, जब तुम दिखा सकती हो तो मैं क्यू नही। और चंपा हसने लगी।
कमला _छी कितनी बिगड़ गई है तू। अपने छोटे भाई को अपना boor दिखाएगी निर्लज। देखा था सुबह कैसे अपने भाई से अपनी चूची मसलवा रही थी।
चंपा _वो तो मैं तुम्हारी मदद के लिए कर रही थी। चंपा यह बोलकर हसने लगी।
कमला _अब मै जा रही हूं। और तुम भी सुबह जल्दी उठ जाना।
चंपा _क्यू मां अभी भी मेरी जरूरत नहीं है।
कमला _मै तुम्हारी तरह बेशरम नही कि अपने बेटे के रुम में जाकर बोलूं बेटा मेरा सुद्धिकरण का समय हो गया है। तुम उठ जाना सुबह जल्दी।
चम्पा _ठीक है मां।
अगले दिन सुबह कमला जल्दी उठ गई और बाथरूम में जाकर क्रीम से अपने झांटों की सफाई कर ली। अपने चमकते फुली हुई चिकनी chut को देखकर खुद ही शर्मा गई। पता नही चंदन देखने के बाद क्या रिएक्ट करेगा।
उसके बाद वह चम्पा के रुम में गई और उसे उठा कर दोनो चंदन के रुम मे पहुंच गए।
चंदन तो रात भर ठीक से सोया नहीं था उसे बार बार शुद्धिकरण करने में मिलने वाले मजा याद आ रहा था जिससे उसके धोती में land तना हुवा था।
जब कमला और चंपा दोनो रुम में पहुंचीं तो चंदन का दिल का धड़कन बढ़ गया।
चंपा _चंदन को छेड़ते हुवे कहा अरे चंदनतू तो पहलेसे जगा huwa है । लगता है तू रात भर सोया है कि नही मां का शुद्धिकरण करने बडा उतावला लग रहा है। और वह हसने लगी।
चंदन _ शर्माते हुवे,, नही दीदी ऐसी कोई बात नहीं।
चम्पा _हू, मै सब समझती हूं,,,,, और वह हसने लगी।
फिर बोली मां तुम बेड के किनारे लेट जाओ।
कमला बेड के किनारे पीठ के बल लेट गई।
चंपा _अब देख क्या रहा है चंदन, निकाल अपना धोती और लंगोट। चम्पा मुस्कुराते हुए बोली।
चंपा के कहने पर चंदन अपना धोती और लंगोट निकालने लगा। आज चंदन कल जैसा घबराया हुवा नही था। बल्की आज वह पहले से ही बड़े जोश में था यह सोचकर की कल सुबह की तरह आज भी उसे खूब मजा मिलने वाला है। उसका land फूलकर पहले ही लंबा और मोटा हो गया था। जोश के कारण शर्म भी गायब हो गया था वह सीधा धोती और लंगोट निकालकर नंगा हो गया। उसका land हवा में लहराने लगा।
चंपा _हाय दिया, आज तेरा तो पहले से ही खडा है re, मुझे तो आज अपनी दूदू दिखाने की ज़रूरत ही नहीं। देखो तो कैसा हवा में ठुमक रहा है। आज तो तू पहले ही तैयार है। मैने कहा था न कि तू आज मां का शुद्धिकरण करने उतावला लग रहा। चंपा हसने लगी,,,,
चंपा_मां आज चंदन तो पहले से ही तैयार है। चलो अब तुम भी अपनी साड़ी और पेटिकोट ऊपर करके अपनी टांगे चौड़ी करो। चंदन से रहा नहीं जा रहा। और वह हसने लगी,,
कमला _चुप बेशर्म कही की। कुछ भी बोलती है।
कमला अपनी साड़ी और पेटिकोट ऊपर करके अपनी टांगे खोल कर शर्म से अपनी आंखें बंद कर ली।
चम्पा _कमला की चिकनी boor देखकर बोली, हाय दईया, अम्मा तुम्हारी बुरिया तो आज कितनी चिकनी और फुल्ली हुई लग रही है। आज तो चंदन को खूब
मजा आने वाला है शुद्धिकरण में।
कमला शर्म से गड़ी जा रही थी।
इधर चंदन ने अपनी मां की फुली हुई चिकनी chut देखा तोबावरा सा हो गया। उसका land लोहे की रॉड की तरह हो गया। जिसे देखकर चंपा बोली। हाय दईया
देखो तो कैसे बिल को देखकर साप फुपकारी मार रहा है । अब देख क्या रहा है शुरू कर अपना काम।
चंदन अब अपने मां के टांगों के बीच आ गया और अपने land को पकड़कर अपनी मां के boor के छेद में रख दिया।
तभी चंपा ने अपने हाथो के उंगलियों से chut की फांकों को फ़ैला दी और बोली लगा धका।
चंदन ने एक जोर का धक्का boor पे मारा land boor को चीरता हुआ आधा से ज्यादा अंदर चला गया। कमला के मुंह से एक दबी हुई चीख निकल गई।
चंपा मुस्कुराते हुए बोली अब अंदर बाहर कर।
चंदन land को धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू किया।
Land boor में अंदर बाहर होने से कमला धीरे धीरे गर्म होने लगी और उसके boor से पानी निकलने लगी जिससे land चिकना हो गया और पूरा land boor me समा गया।
तभी चंदन ने अपनी दीदी के ब्लाउज की ओर देखा उसके कबूतर आज पिंजरे मे कैद था। वह ब्लाउज के उपर से ही चंपा की चूची को मसलने लगा। चंपा भी गर्म हो गई थी। वह अपने ब्लाउज को खोल कर चूची बाहर निकाल ली।
चंपा की सुडौल दूध से भरे बड़ी बड़ी चूची देखकर चंदन और जोश में आ गया और land को तेजी से chut में अंदर बाहर करने लगा।
चंदन चंपा की चूची को चुसने एवम मसलते हुवे land को कमला के boor me गपागप अन्दर बाहर करने लगा। जिससे कमला को स्वर्गीय आनंद आने लगा और वह अपने हाथो से भगत के क़मर को पकड़कर उसका सहयोग करने लगी।
चंपा भी बहुत गर्म हो गई थी। चंपा भी अपने उंगलियों से साड़ी के उपर से ही अपने boor को रगड़ने लगी।
इधर कमला न चाहते हुवे भी झड़ने की स्थिति में आ गई। वह जन्नत में पहुंच गई थी। इधर चंदन भी पूरे जोश में कमला का chut मारने लगा उसका land कमला के boor ras से पुरी तरह भीग गया था। और फैच फच्च की आवाज़ करता huwa land boor me अंदर बाहर हो रहा था। कमरे में मां बेटी की कामुक सितकारे गूंज रही थी।
कमला से बर्दास्त करना muskil हो गया और वह चंदन को को जकड़ कर झड़ने लगी।
इधर चंदन chudai थोड़ा बन्द कर अपने बहन चंपा के ओंठो को चूसना सुरू कर दिया, चंपा को इसकी उम्मीद नहीं थी अचानक से हुवे इस हमले से वह शर्मा गई। एक हाथ से अपने चूची मसलते हुए। चंदन चंपा की कभी ओंठ तो कभी उसके दुदू चुसने लगा जिससे चंपा का शरीर कपकापने लगा।
चंदन काफ़ी जोश में था अब फिर वह कमला के chut me धीरे धीरे land अंदर बाहर करने लगा। और फिर अपना स्पीड बड़ाने लगा जिससे कमला फिर गर्म होने लगी। अब चंदन पूरे जोश में आकर कमला की chudai करने लगा। कमला फिर जन्नत में पहुंच गई उसका chut se रस बहकर चंदन के अंडकोष से टपकने लगा अब चंदन अपने को रोक पाने में असमर्थ था और वह कमला के दोनो कमर को अपने हाथो से पकड़ कर जोर जोर से चोदने लगा और अपने क़मर से सटाकर आह आह आह कर के कराहते हुवे झरने लगा।
उसके land से वीर्य की लंबी लम्बी पिचकारी निकलकर कमला के गर्भाशय का शुद्धिकरण करने लगा। गर्भाशय पर वीर्य का अहसास पाते ही कमला खुद को न रोक सकी और चंदन को जकड़ कर फिर एक बार झड़ गई इधर चंपा भी झड़ चुकी थी।
हवस का तूफान जाने के बाद तीनों बेड पर लेट कर कुछ समय सुस्ताने लगे।
Bohot hi must or kamuk update diya rajesh bhaiरात में जब चंदन दुकान बन्द करने वाला था। तभी कमला दुकान में पहुंची, और दुकान में कुछ ढूंढने लगी। चंदन ने अपने मां से पूछा मां क्या ढूंढ रही हो?
कमला को चंदन के सामने जाने उनसे बात चीत करने में शर्म तो महसूस हो रही थी फिर भी किसी तरह वह चंदन से बोली, बेटा रेजर कहा है? दिख नही रहा।
रेजर शब्द सुनते ही चंदन के शरीर में एक करेंट सा लगा। वह जान रहा था कि उसकी मां रेजर का क्या करेगी? उसके शरीर के नशों में खून का रफ्तार बड़ गया।
वह अपने मां से बोला रेजर वहा पर रखा हैं मां।
चंदन खुद ही रेजर निकालकर अपनी मां को देने लगा। कमला इस समय शर्म से गड़ी जा रही थी वह अपने सिर को नीचे झुका ली थी।
जैसे ही कमला जाने को हुई तो चंदन ने अपने मां से कहा, मां मां बालो की सफाई के लिए आजकल महिलाएं रेजर का उपयोग नहीं करती कई प्रकार की क्रीम आती है जिससे आजकल महिलाएं उपयोग करती है। हमारे गांव की कई महिलाएं दुकान से क्रीम ले जाती है। रेजर से कटने का डर रहता है।
चंदन दूकान से क्रीम निकालकर अपनी मां को देते हुए कहा मां, इसका उपयोग करके देखो एक बार। कमला शर्म से गड़ी जा रही थी। वह किसी तरह चंदन के हाथों से क्रीम ली और तेजी से वहा से वापस चली गईं।
रात मे खाना खा लेने के बाद जब सभी सोने चले गए तब कमला क्रीम लेकर चंपा के रुम में पहुंच गई।
अपनी मां को अपने कमरे मे देखकर चंपा बोली। मां कुछ काम था क्या?
कमला _ कमला शर्माते हुवे बोली।बेटी मुझे कुछ पूछना था।
चंपा _मां मुझसे क्या शर्माना पूछो क्या पूछना है?
कमला _बेटी मै चंदन से ये रेजर लेने गई थी तो उसने मुझे ये क्रीम थमा दिया और बोला की आजकल की महिलाएं क्रीम से बाल साफ़ करती हैं। मैने तो कभी इसका उपयोग किया नहीं इसलिए तुमसे पूछने चली आई की इसका उपयोग कैसे करना है? वह शर्म से पानी पानी हो रही थी।
चम्पा _ ये हुई ना बात। पर चंदन दुकान में ऐसा क्रीम भी रखता है मुझे तो पता ही नहीं था।
कमला _अरे मुझे भी कहा मालूम था की इस क्रीम का उपयोग बाल साफ़ करने के लिए करते हैं मैं तो इसे चेहरे पर लगाने वाला क्रीम समझती थी।
कमला लजाते हुवे बोली।
चंपा _मां इसे उपयोग करना बहुत आसान है।
चंपा ने अपनी मां को अच्छेसे समझा दिया की क्रीम का उपयोग कैसे करना है? और अपने मां से बोली मां तुम लगा लोगी तो मुझे भी देना। और हसने लगी।
कमला _क्यू तू लगा कर किसको दिखाएगी। दामाद जी तो है नही। मुझे तो तुम पर भरोसा नहीं है कही अपने ही भाई से अपना मुंह काला न करा बैठो। कलमुही कही की।
चंपा _ऐसा हो भी सकता है, जब तुम दिखा सकती हो तो मैं क्यू नही। और चंपा हसने लगी।
कमला _छी कितनी बिगड़ गई है तू। अपने छोटे भाई को अपना boor दिखाएगी निर्लज। देखा था सुबह कैसे अपने भाई से अपनी चूची मसलवा रही थी।
चंपा _वो तो मैं तुम्हारी मदद के लिए कर रही थी। चंपा यह बोलकर हसने लगी।
कमला _अब मै जा रही हूं। और तुम भी सुबह जल्दी उठ जाना।
चंपा _क्यू मां अभी भी मेरी जरूरत नहीं है।
कमला _मै तुम्हारी तरह बेशरम नही कि अपने बेटे के रुम में जाकर बोलूं बेटा मेरा सुद्धिकरण का समय हो गया है। तुम उठ जाना सुबह जल्दी।
चम्पा _ठीक है मां।
अगले दिन सुबह कमला जल्दी उठ गई और बाथरूम में जाकर क्रीम से अपने झांटों की सफाई कर ली। अपने चमकते फुली हुई चिकनी chut को देखकर खुद ही शर्मा गई। पता नही चंदन देखने के बाद क्या रिएक्ट करेगा।
उसके बाद वह चम्पा के रुम में गई और उसे उठा कर दोनो चंदन के रुम मे पहुंच गए।
चंदन तो रात भर ठीक से सोया नहीं था उसे बार बार शुद्धिकरण करने में मिलने वाले मजा याद आ रहा था जिससे उसके धोती में land तना हुवा था।
जब कमला और चंपा दोनो रुम में पहुंचीं तो चंदन का दिल का धड़कन बढ़ गया।
चंपा _चंदन को छेड़ते हुवे कहा अरे चंदनतू तो पहलेसे जगा huwa है । लगता है तू रात भर सोया है कि नही मां का शुद्धिकरण करने बडा उतावला लग रहा है। और वह हसने लगी।
चंदन _ शर्माते हुवे,, नही दीदी ऐसी कोई बात नहीं।
चम्पा _हू, मै सब समझती हूं,,,,, और वह हसने लगी।
फिर बोली मां तुम बेड के किनारे लेट जाओ।
कमला बेड के किनारे पीठ के बल लेट गई।
चंपा _अब देख क्या रहा है चंदन, निकाल अपना धोती और लंगोट। चम्पा मुस्कुराते हुए बोली।
चंपा के कहने पर चंदन अपना धोती और लंगोट निकालने लगा। आज चंदन कल जैसा घबराया हुवा नही था। बल्की आज वह पहले से ही बड़े जोश में था यह सोचकर की कल सुबह की तरह आज भी उसे खूब मजा मिलने वाला है। उसका land फूलकर पहले ही लंबा और मोटा हो गया था। जोश के कारण शर्म भी गायब हो गया था वह सीधा धोती और लंगोट निकालकर नंगा हो गया। उसका land हवा में लहराने लगा।
चंपा _हाय दिया, आज तेरा तो पहले से ही खडा है re, मुझे तो आज अपनी दूदू दिखाने की ज़रूरत ही नहीं। देखो तो कैसा हवा में ठुमक रहा है। आज तो तू पहले ही तैयार है। मैने कहा था न कि तू आज मां का शुद्धिकरण करने उतावला लग रहा। चंपा हसने लगी,,,,
चंपा_मां आज चंदन तो पहले से ही तैयार है। चलो अब तुम भी अपनी साड़ी और पेटिकोट ऊपर करके अपनी टांगे चौड़ी करो। चंदन से रहा नहीं जा रहा। और वह हसने लगी,,
कमला _चुप बेशर्म कही की। कुछ भी बोलती है।
कमला अपनी साड़ी और पेटिकोट ऊपर करके अपनी टांगे खोल कर शर्म से अपनी आंखें बंद कर ली।
चम्पा _कमला की चिकनी boor देखकर बोली, हाय दईया, अम्मा तुम्हारी बुरिया तो आज कितनी चिकनी और फुल्ली हुई लग रही है। आज तो चंदन को खूब
मजा आने वाला है शुद्धिकरण में।
कमला शर्म से गड़ी जा रही थी।
इधर चंदन ने अपनी मां की फुली हुई चिकनी chut देखा तोबावरा सा हो गया। उसका land लोहे की रॉड की तरह हो गया। जिसे देखकर चंपा बोली। हाय दईया
देखो तो कैसे बिल को देखकर साप फुपकारी मार रहा है । अब देख क्या रहा है शुरू कर अपना काम।
चंदन अब अपने मां के टांगों के बीच आ गया और अपने land को पकड़कर अपनी मां के boor के छेद में रख दिया।
तभी चंपा ने अपने हाथो के उंगलियों से chut की फांकों को फ़ैला दी और बोली लगा धका।
चंदन ने एक जोर का धक्का boor पे मारा land boor को चीरता हुआ आधा से ज्यादा अंदर चला गया। कमला के मुंह से एक दबी हुई चीख निकल गई।
चंपा मुस्कुराते हुए बोली अब अंदर बाहर कर।
चंदन land को धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू किया।
Land boor में अंदर बाहर होने से कमला धीरे धीरे गर्म होने लगी और उसके boor से पानी निकलने लगी जिससे land चिकना हो गया और पूरा land boor me समा गया।
तभी चंदन ने अपनी दीदी के ब्लाउज की ओर देखा उसके कबूतर आज पिंजरे मे कैद था। वह ब्लाउज के उपर से ही चंपा की चूची को मसलने लगा। चंपा भी गर्म हो गई थी। वह अपने ब्लाउज को खोल कर चूची बाहर निकाल ली।
चंपा की सुडौल दूध से भरे बड़ी बड़ी चूची देखकर चंदन और जोश में आ गया और land को तेजी से chut में अंदर बाहर करने लगा।
चंदन चंपा की चूची को चुसने एवम मसलते हुवे land को कमला के boor me गपागप अन्दर बाहर करने लगा। जिससे कमला को स्वर्गीय आनंद आने लगा और वह अपने हाथो से भगत के क़मर को पकड़कर उसका सहयोग करने लगी।
चंपा भी बहुत गर्म हो गई थी। चंपा भी अपने उंगलियों से साड़ी के उपर से ही अपने boor को रगड़ने लगी।
इधर कमला न चाहते हुवे भी झड़ने की स्थिति में आ गई। वह जन्नत में पहुंच गई थी। इधर चंदन भी पूरे जोश में कमला का chut मारने लगा उसका land कमला के boor ras से पुरी तरह भीग गया था। और फैच फच्च की आवाज़ करता huwa land boor me अंदर बाहर हो रहा था। कमरे में मां बेटी की कामुक सितकारे गूंज रही थी।
कमला से बर्दास्त करना muskil हो गया और वह चंदन को को जकड़ कर झड़ने लगी।
इधर चंदन chudai थोड़ा बन्द कर अपने बहन चंपा के ओंठो को चूसना सुरू कर दिया, चंपा को इसकी उम्मीद नहीं थी अचानक से हुवे इस हमले से वह शर्मा गई। एक हाथ से अपने चूची मसलते हुए। चंदन चंपा की कभी ओंठ तो कभी उसके दुदू चुसने लगा जिससे चंपा का शरीर कपकापने लगा।
चंदन काफ़ी जोश में था अब फिर वह कमला के chut me धीरे धीरे land अंदर बाहर करने लगा। और फिर अपना स्पीड बड़ाने लगा जिससे कमला फिर गर्म होने लगी। अब चंदन पूरे जोश में आकर कमला की chudai करने लगा। कमला फिर जन्नत में पहुंच गई उसका chut se रस बहकर चंदन के अंडकोष से टपकने लगा अब चंदन अपने को रोक पाने में असमर्थ था और वह कमला के दोनो कमर को अपने हाथो से पकड़ कर जोर जोर से चोदने लगा और अपने क़मर से सटाकर आह आह आह कर के कराहते हुवे झरने लगा।
उसके land से वीर्य की लंबी लम्बी पिचकारी निकलकर कमला के गर्भाशय का शुद्धिकरण करने लगा। गर्भाशय पर वीर्य का अहसास पाते ही कमला खुद को न रोक सकी और चंदन को जकड़ कर फिर एक बार झड़ गई इधर चंपा भी झड़ चुकी थी।
हवस का तूफान जाने के बाद तीनों बेड पर लेट कर कुछ समय सुस्ताने लगे।
ThanksWah rajesh bhagat Bhai,
Ekdum mast aur kamukta se bharpur update post ki he........chandan ko uski bahan ki bhi milne wali he bahut jaldi..........gazab bhai...........maja aa gaya
Keep posting