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तीसरे दिन सुबह कमला चंदन के कमरे मे अकेले ही जानें का फैसला किया उसके पिछे कारण था कि वह शुद्धिकरण के समय न चाहते हुए भी काफ़ी उत्तेजित हो जाती थीं और उसके मुंह से सिसकारी निकलने लगती थीं। जिसके कारण बाद में वह बेटी के सामने लज्जित महसूस करने लगी थी।
चंदा भी अपने मां को छेड़ने में कोई मौका नहीं छोड़ती थी। और मजा लेती थी। कमला शर्म से पानी पानी हो जाती थी। अतः उसने उसने अब चंदन के कमरे मे अकेले ही जानें का मन बनाया।
तीसरे दिन सुबह वह अकेले ही चंदन के कमरे में पहुंचीं। इधर चंदन अपनी मां और दीदी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। उससे रहा न जा रहा था। उसे अपनी मां का शुद्धिकरण करने में जो मजा आ रहा था उसे मजे को फिर से प्राप्त करने के अहसास से ही उसका land उसके धोती में ही तनकर खड़ा हुआ था।
उसने अपने मां को अकेले देखकर पूछा।
चंदन _मां दीदी नही आई।
कमला _बेटा चंदा सो रही है उसे क्या रोज रोज परेशान करना।
कमला पलंग पर बैठ गई। और बोली चंदा का होना जरूरी है क्या? बोलो तो बुला लाऊं।
चंदन _नही मां ऐसी कोई बात नही।
कमला अब पलंग पर पीठ के बल लेट गई, और चंदन से बोली बेटा पूजा का समय हो हो गया है बेटा जल्दी करो।
चंदन _ठीक है मां।
चंदन तो पहले से ही तैयार था जोश के कारण उसका शर्म भी कम हो गया था। वह अब अपना धोती और चड्डी क़मर से अलग कर दिया जिससे उसका land हवा में लहराने लगा। वह अपने land को अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा।
कमला की नज़र जब चंदन के land पर पड़ी तो वह शर्मा गई। अब वह अपने साड़ी और पेटिकोट को उपर उठाकर अपना टांगे फैला दी।
चंदन समझ गया कि उसे क्या करना है? वह अपने मां के टांगों के बीच आ गया। कमला की नज़र उसके land पर ही टिकी थी। उसका दिल की धड़कन बढ़ गया था कि फिर से वह अपने बेटे से chudne वाली हैं।
चंदन अपनी मां की फुली हुई चिकनी गोरी chut को देखा तो उससे रहा न गया वह उसे अपने हाथो से सहलाने लगा। चंदन का हाथ उसके chut पर लगते ही कमला का शरीर सिहर उठी।
कुछ देर तक सहलाने के बाद चंदन अपने ऊंगली से अपने मां के भगनाश को रगड़ा जिससे कमला सिसकने लगी उससे बर्दास्त ना हुवा तो वह चंदन से बोली बेटा जल्दी करो समय हो चुका है।
अब चंदन अपने land के टोपे को अपने मां के योनी के छेद में रख कर थोडा दबाव डाला जिससे उसका land का टोपा boor के अंदर चला गया। फिर एक जोर का धक्का मारा जिससे land boor को चीर कर आधा से ज्यादा अंदर चला गया।
कमला के मुख से आह निकल गई थीं।
अब चंदन अपने land ko धीरे से बाहर खींचा और फिर योनी के अंदर ठेल दिया। अब धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू किया। जिससे कमला उत्तेजित होने लगी। कमला के योनी से सफेद चिपचिपा रस निकालने लगा। जिससे योनि कीअंदर की दीवार चिकना हो गया अब land बड़ी आसानी से योनी में अंदर बाहर होने लगा।
Land अब पुरी तरह कमला के योनी में समा गया था। और गपागप अंदर बाहर होने लगा। कमला आंखें बन्द कर संभोग सुख का आनंद लेने लगी।
चंदन को भी बहुत मजा आने लगा। चंदन की नज़र उसके मां की चूचों पर पड़ी उसे चूचों से खेलने का मन huwa। वह ब्लाउज के उपर से ही चूचों को मसलने लगा। चंदन जोश में होने के कारण शर्म को काफ़ी पीछे छोड़ दिया था। उसे chut चोदने में बड़ा मजा आ रहा था।
चंदन के चूची मसलने से कमला की उत्तेजना और बड़ गई। इधर चंदन भी जोश में था उसने अपने मां की चूची का दीदार करने के लिए उसके ब्लाउज का बटन खोलने का प्रयास किया। वह सफल न हो सका तो वह अपनी मां से बोला।
चंदन _मां खोलो ना।
कमला शर्मा गई पर वह भी काफ़ी उत्तेजित थी। वह ना चाहते हुए भी अपने ब्लाउज का बटन खुद खोलने लगी कुछ ही देर, में कमला के चूचे ब्लाउज से आजाद होकर चंदन के सामने आ गया।
चंदन अपनेमां कीबड़े बड़े बड़े मम्मे देखकर बोला
चंदन _मां तुम्हारी दुदू तो बड़े मस्त है।
चंदन के मुंह से यह शब्द सुनते ही कमला शर्मा गई। और शर्म से अपनी आंखें बन्द कर ली।
इधर चंदन से रहा न गया और मम्मो को अपने हाथो से लेकरउससे खेलने लगा उसे दबाने लगा। जब उसके चुचक को मुंह में लेकर चूसा तो कमला अपने आंखें पलटने लगी।
उसके मूंह से सिसकारी निकलने लगी। इधर चंदन समझ गया था कि ऐसा करने से उसके मां को भी मज़ा आ रहा है। वह अपने मां की निप्पल को चूसते हुए जोर जोर से चोदने लगा।
जिससे कमरे मे fach fach gach gach की आवाज़ गूंजने लगा मां बेटा दोनो ही जन्नत में पहुंच गया।
चंदन ने देखा की उसकी मां अपनी आंखें बन्द कर chudai ka मजा ले रही है वह निप्पल चूसना बंद कर दिए और अपने मां के होन्टो को अपने मुंह में भर कर चूसने लगा।
कमला ने अपने आंखें खोली और बोली बेटा ये क्या कर रहा है? मै तुम्हारी मां हू बीवी नही।
चंदन _मां बहुत मजा आ रहा है। चुसने दो ना।
और वह अपने मां के ओंठ और गाल उसके गर्दन को चूमने लगा।
कमला भी काफ़ी उत्तेजित थी। वह चंदन का विरोध करने की स्थिति में नही थी। क्यों की चंदन की इन हरकतों से उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था।
इधर चंदन अपने मां के honto को चूसते हुए land को योनी में अंदर बाहर कर रहा था।
कमला अब झड़ने की स्थिति में पहुंच गई थी। वह अपने क़मर हिलाकर चंदन का सहयोग करने लगी। अब चंदन अपने मां की चूची को जोर जोर से मसलते हुए।land se योनी की दनादन chudai करने लगा। मां बेटे दोनो संभोग की असीम सुख को पा रहे थे।
कमला को ऐसा सुख अपने पति से कभी नही मिला था। लगातार उसके मुंह से सिसकारी निकल रही थी। कमला से बर्दास्त नहीं huwa और वह झड़ने लगी इधर चंदन भी जोर जोर से धक्का लगाते हुए कहराते हुवे अपने मां के योनी में झड़ने लगा।
उसके land se वीर्य के लंबी लम्बी पिचकारी कमला के कोख में छोड़ने लगा। और अपने मां के ऊपर ढेर हो गया। कमला चंदन के पीठ को सहलाने लगी।
चंदन अपने मां के उपर वैसे ही पड़ा रहा जब दोनो होश में आए। तब कमला को बहुंत शर्मिंदगी महसूस होने लगी। वह चंदन से बोली।
कमला _उठो बेटे।
चंदन अपने मां के उपर से उठकर पलग पे लुड़क गया और पीठ के बल वैसे ही नंगा लेटा रहा।
इधर कमला शर्मीदगी महसूस करते हुवे पलंग से उठ कर अपने साड़ी और पेटिकोट ठीक की और अपने ब्लाउज का बटन लगाने लगी। उसे अपने बेटे से नज़र मिलाने की हिम्मत नहीं थी जबकि चंदन अपने मां को ही देख रहा था।
इधर चंदन मुस्कुरा रहा था। उसने आज फिर से उसने संभोग का परम सुख जो पाया था। वह अपने land को सहलाने लगा।
इधर कमला जब कमरे से बाहर निकलने वाला थी तो एक नज़र चंदन की ओर देखी चंदन को मुस्कुराते एवम land सहलाते देख वह शर्म से पानी पानी होने लगी और शर्माते हुवे बिना कुछ बोले वहा से निकल गई।
चंदा भी अपने मां को छेड़ने में कोई मौका नहीं छोड़ती थी। और मजा लेती थी। कमला शर्म से पानी पानी हो जाती थी। अतः उसने उसने अब चंदन के कमरे मे अकेले ही जानें का मन बनाया।
तीसरे दिन सुबह वह अकेले ही चंदन के कमरे में पहुंचीं। इधर चंदन अपनी मां और दीदी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। उससे रहा न जा रहा था। उसे अपनी मां का शुद्धिकरण करने में जो मजा आ रहा था उसे मजे को फिर से प्राप्त करने के अहसास से ही उसका land उसके धोती में ही तनकर खड़ा हुआ था।
उसने अपने मां को अकेले देखकर पूछा।
चंदन _मां दीदी नही आई।
कमला _बेटा चंदा सो रही है उसे क्या रोज रोज परेशान करना।
कमला पलंग पर बैठ गई। और बोली चंदा का होना जरूरी है क्या? बोलो तो बुला लाऊं।
चंदन _नही मां ऐसी कोई बात नही।
कमला अब पलंग पर पीठ के बल लेट गई, और चंदन से बोली बेटा पूजा का समय हो हो गया है बेटा जल्दी करो।
चंदन _ठीक है मां।
चंदन तो पहले से ही तैयार था जोश के कारण उसका शर्म भी कम हो गया था। वह अब अपना धोती और चड्डी क़मर से अलग कर दिया जिससे उसका land हवा में लहराने लगा। वह अपने land को अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा।
कमला की नज़र जब चंदन के land पर पड़ी तो वह शर्मा गई। अब वह अपने साड़ी और पेटिकोट को उपर उठाकर अपना टांगे फैला दी।
चंदन समझ गया कि उसे क्या करना है? वह अपने मां के टांगों के बीच आ गया। कमला की नज़र उसके land पर ही टिकी थी। उसका दिल की धड़कन बढ़ गया था कि फिर से वह अपने बेटे से chudne वाली हैं।
चंदन अपनी मां की फुली हुई चिकनी गोरी chut को देखा तो उससे रहा न गया वह उसे अपने हाथो से सहलाने लगा। चंदन का हाथ उसके chut पर लगते ही कमला का शरीर सिहर उठी।
कुछ देर तक सहलाने के बाद चंदन अपने ऊंगली से अपने मां के भगनाश को रगड़ा जिससे कमला सिसकने लगी उससे बर्दास्त ना हुवा तो वह चंदन से बोली बेटा जल्दी करो समय हो चुका है।
अब चंदन अपने land के टोपे को अपने मां के योनी के छेद में रख कर थोडा दबाव डाला जिससे उसका land का टोपा boor के अंदर चला गया। फिर एक जोर का धक्का मारा जिससे land boor को चीर कर आधा से ज्यादा अंदर चला गया।
कमला के मुख से आह निकल गई थीं।
अब चंदन अपने land ko धीरे से बाहर खींचा और फिर योनी के अंदर ठेल दिया। अब धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू किया। जिससे कमला उत्तेजित होने लगी। कमला के योनी से सफेद चिपचिपा रस निकालने लगा। जिससे योनि कीअंदर की दीवार चिकना हो गया अब land बड़ी आसानी से योनी में अंदर बाहर होने लगा।
Land अब पुरी तरह कमला के योनी में समा गया था। और गपागप अंदर बाहर होने लगा। कमला आंखें बन्द कर संभोग सुख का आनंद लेने लगी।
चंदन को भी बहुत मजा आने लगा। चंदन की नज़र उसके मां की चूचों पर पड़ी उसे चूचों से खेलने का मन huwa। वह ब्लाउज के उपर से ही चूचों को मसलने लगा। चंदन जोश में होने के कारण शर्म को काफ़ी पीछे छोड़ दिया था। उसे chut चोदने में बड़ा मजा आ रहा था।
चंदन के चूची मसलने से कमला की उत्तेजना और बड़ गई। इधर चंदन भी जोश में था उसने अपने मां की चूची का दीदार करने के लिए उसके ब्लाउज का बटन खोलने का प्रयास किया। वह सफल न हो सका तो वह अपनी मां से बोला।
चंदन _मां खोलो ना।
कमला शर्मा गई पर वह भी काफ़ी उत्तेजित थी। वह ना चाहते हुए भी अपने ब्लाउज का बटन खुद खोलने लगी कुछ ही देर, में कमला के चूचे ब्लाउज से आजाद होकर चंदन के सामने आ गया।
चंदन अपनेमां कीबड़े बड़े बड़े मम्मे देखकर बोला
चंदन _मां तुम्हारी दुदू तो बड़े मस्त है।
चंदन के मुंह से यह शब्द सुनते ही कमला शर्मा गई। और शर्म से अपनी आंखें बन्द कर ली।
इधर चंदन से रहा न गया और मम्मो को अपने हाथो से लेकरउससे खेलने लगा उसे दबाने लगा। जब उसके चुचक को मुंह में लेकर चूसा तो कमला अपने आंखें पलटने लगी।
उसके मूंह से सिसकारी निकलने लगी। इधर चंदन समझ गया था कि ऐसा करने से उसके मां को भी मज़ा आ रहा है। वह अपने मां की निप्पल को चूसते हुए जोर जोर से चोदने लगा।
जिससे कमरे मे fach fach gach gach की आवाज़ गूंजने लगा मां बेटा दोनो ही जन्नत में पहुंच गया।
चंदन ने देखा की उसकी मां अपनी आंखें बन्द कर chudai ka मजा ले रही है वह निप्पल चूसना बंद कर दिए और अपने मां के होन्टो को अपने मुंह में भर कर चूसने लगा।
कमला ने अपने आंखें खोली और बोली बेटा ये क्या कर रहा है? मै तुम्हारी मां हू बीवी नही।
चंदन _मां बहुत मजा आ रहा है। चुसने दो ना।
और वह अपने मां के ओंठ और गाल उसके गर्दन को चूमने लगा।
कमला भी काफ़ी उत्तेजित थी। वह चंदन का विरोध करने की स्थिति में नही थी। क्यों की चंदन की इन हरकतों से उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था।
इधर चंदन अपने मां के honto को चूसते हुए land को योनी में अंदर बाहर कर रहा था।
कमला अब झड़ने की स्थिति में पहुंच गई थी। वह अपने क़मर हिलाकर चंदन का सहयोग करने लगी। अब चंदन अपने मां की चूची को जोर जोर से मसलते हुए।land se योनी की दनादन chudai करने लगा। मां बेटे दोनो संभोग की असीम सुख को पा रहे थे।
कमला को ऐसा सुख अपने पति से कभी नही मिला था। लगातार उसके मुंह से सिसकारी निकल रही थी। कमला से बर्दास्त नहीं huwa और वह झड़ने लगी इधर चंदन भी जोर जोर से धक्का लगाते हुए कहराते हुवे अपने मां के योनी में झड़ने लगा।
उसके land se वीर्य के लंबी लम्बी पिचकारी कमला के कोख में छोड़ने लगा। और अपने मां के ऊपर ढेर हो गया। कमला चंदन के पीठ को सहलाने लगी।
चंदन अपने मां के उपर वैसे ही पड़ा रहा जब दोनो होश में आए। तब कमला को बहुंत शर्मिंदगी महसूस होने लगी। वह चंदन से बोली।
कमला _उठो बेटे।
चंदन अपने मां के उपर से उठकर पलग पे लुड़क गया और पीठ के बल वैसे ही नंगा लेटा रहा।
इधर कमला शर्मीदगी महसूस करते हुवे पलंग से उठ कर अपने साड़ी और पेटिकोट ठीक की और अपने ब्लाउज का बटन लगाने लगी। उसे अपने बेटे से नज़र मिलाने की हिम्मत नहीं थी जबकि चंदन अपने मां को ही देख रहा था।
इधर चंदन मुस्कुरा रहा था। उसने आज फिर से उसने संभोग का परम सुख जो पाया था। वह अपने land को सहलाने लगा।
इधर कमला जब कमरे से बाहर निकलने वाला थी तो एक नज़र चंदन की ओर देखी चंदन को मुस्कुराते एवम land सहलाते देख वह शर्म से पानी पानी होने लगी और शर्माते हुवे बिना कुछ बोले वहा से निकल गई।