masterji1970
मम्मी का दीवाना (पागल)
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दोस्त जैसा की आपने ऊपर लिखा है की पड़ने वाले बहुत होते हैं और अपने विचार पेश करने वाले काफी कम / मैं भी ऐसे में ही शामिल था आपकी कहानी लीक से हटकर है / उत्तम सामग्री पेश की है आपने एक नयी प्रकार की कहानी है / मुझे तो ऐसा ही लगा कि जैसे मैं भी इस कहानी के साथ साथ चल रहा हूँ / मुझे तो आज तक जितनी भी कहानिया पड़ी है और जो मेरी पसंदीदा कहानियां हैं उसमे आपकी कहानी शुमार हो गयी है / मैं आपकी कहानी को सहेजकर रखूंगा / और एक बार पूरी पड़ने के बाद फिर से पड़ना चाहूँगा और कुछ रोमांटिक और सेक्सी पलों को फिर से अपने दीमाग में जीवंत करूँगा /दोस्तों,
‘ये तो सोचा न था’ कहानी शुरू होने का आज ग्यारहवां दिन है और आज कुछ ही देर में मैं ग्यारहवां प्रकरण पोस्ट करूँगा..
इन ग्यारह दिनों में इस कहानी को ४२,००० से अधिक व्यू मिले है ! ( ये व्यू यानी? लोग पढ़ते होंगे? या सिर्फ पेज खोलने पर भी व्यू गिना जाता होगा?)
खेर, ४२,००० लोगो ने इस कहानी को या देखा या पढ़ा !
और
करीब १०० प्रतिक्रिया मिली !
मुझ जैसे के लिए यह बहुत बड़ी बात है…
सच कहूं तो
ये तो सोचा न था!
आप सबका बहुत बहुत आभार….
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आभार ऐसी कहानी पेश करने के लिए / उम्मीद है आगे भी आप सामजिक adultry और भावपूर्ण कहानी के प्रत्येक पहलु को पेश करेंगे /
फिर से आभार
बहुत बहुत प्यार