HiAapki kahaniya padhi.
ATI sunder.
Shyad prashansha ke liye mare pass shabad nahi h.
Kyoki lakhek nahi ho.
Aap esse hi
Manoranjan karte rahe.
Dhanyawad
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आपने तो हर्षद मेहता बना दिया हीरो कोअध्याय 21
शकील की इजाजत मिलने से मेरा एक टेंशन दूर हो गया था मैंने संजय सर और प्यारे के अकाउंट में 5-5 हजार डाले अब टाइम था मेरे गेम प्लान का …
इसे समझने से पहले आपको शेयर मार्किट के कुछ टेक्निकल टर्म को समझना होगा..जिसमे है ask price,bid price,aur volume…
पहले आते है ask प्राइज पर ask प्राइज वो प्राइस होता है जिसपर कोई व्यक्ति किसी स्टॉक को खरीदने के लिए तैयार हो ,वही bid प्राइज वो प्राइज है जिसपर कोई उस स्टॉक को बेेेचने के लिए तैयार हो ..मतलब ये की अगर कोई किसी स्टॉक को 100 रुपये में बेचना चाहे तो वो उसका bid प्राइज हो गया,अब अगर किसी को लगता है की 100 रुपये सही रेट है तो उसमें उसे खरीद लेगा नही तो वो अपना ask प्राइज लगा देना 98 रुपये का ,
अब आते है वॉल्यूम में की आखिर स्टॉक मार्किट में वॉल्यूम क्या चीज है,जब कोई ask और bid प्राइज एक भाव में मिल जाते है,मतलब की किसी एक भाव में कोई समझौता हो जाता है माना की किसी शेयर को कोई 100 रुपये में बेचने को तैयार हो और 100 रुपये में ही कोई खरीदने को भी तैयार हो और वो 1 शेयर बेचे और 1 शेयर खरीदे तो वॉल्यूम हो गया 1 का ..
अधिकतर बड़े शेयर में ज्यादा वॉल्यूम होते है वही छोटे शेयर को खरीदने या बेचने में किसी का ज्यादा इंटरेस्ट नही होता इसलिए उसमें वॉल्यूम ज्यादा नही होता,ये 10करोड़ भी हो सकता है तो कही कही आपको 500-100 भी देखने को भी मिल जाता है,
मैंने ऐसे ही स्टोक्स को सलेक्ट किया जिसमे वॉल्यूम 500 से नीचे हो और उसकी प्राइज भी 5 रुपये से कम ही हो ..मुझे ऐसे कुछ स्टोक्स भी मिल गए अब मेरा प्लान शुरू होने वाला था,
उन कुछ स्टोक्स में से मैंने एक ऐसे स्टॉक को लिया जिसमे वॉल्यूम बहुत कम था और वो ज्यादा बढ़ता भी नही था ताकि मैं उसमें कुछ कर सकू..
मैंने एक शेयर को 1 रुपये में खरीदना शूरू किया इसतरह मैंने कुछ दिनों में लगभग 7000 शेयर खरीद लिए
अब मैंने संजय सर और प्यारे को उस स्टॉक को 1.50 रुपये में 3300 शेयर खरीदने के लिए कहा,उन दोनों ने 3300 शेयर खरीदे और मैंने 1.5 के रेट में उसे बेच दिया इसतरह मुझे लगभग 3300 रुपये का प्रॉफिट हो गया...लेकिन उसी दिन मैंने संजय सर और प्यारे से कहा की पूरे शेयर को 3 रुपये की bid लगा दो ,मतलब की अब वही शेयर 3 रुपये में बिकने को तैयार थे,और मैंने इधर से 3 रुपये की ask लगा कर पूरे शेयर फिर से खरीद लिए ,स्वाभाविक था की इससे उन दोनों में हर एक को 4950 की प्रॉफिट हो गई ,लेकिन पैसा शकील के जेब से गया,इसतरह हमने मिलकर 9900 का प्रॉफिट कर दिया ,और पूरा पैसा लीगल तरीके से हमारे पास पहुच गया ,शकील को शक होने का सवाल नही था क्योकि इससे पहले मैंने वही शेयर 1 रुपये में खरीद कर 1.5 रुपये में बेचे थे ,अब उस शेयर का प्राइज 3 रुपये पहुच गया था,मैं जानता था की अब उसे इस रेट में खरीदने को कोई तैयार नही होगा लेकिन फिर भी मैंने उसे अपने पास रख लिया ताकि अगर उस प्राइज में कोई खरीदने वाला मिल जाए तो मैं उसे ये माल चिपका दु अगर ऐसा होता तो शकील को भी कोई नुकसान नही होता ,और हो भी जाता तो मुझे क्या था मेरे पास तो पैसे आ चुके थे,मैंने पहले ही सोचा था की शकील को भी पता नही लगाना चाहिए और उसका पैसा धीरे धीरे हमारे अकाउंट में ट्रांसफर होता रहे इसके लिए ये भी जरूरी था की उसे मैं कुछ फायदा भी दिखता रहू ताकि उसका लालच भी बना रहे ,इसलिए मैंने अपना ट्रेडिंग शुरू कर दिया,कभी कभी मैं पैनी स्टोक्स के जरिये शकील का पैसा प्यारे और संजय सर के पास भेजता रहा लेकिन बाकी समय में मैं शेयर मार्किट से मुनाफा कमाने के लिए जीतोड़ मेहनत करता था और जिस शेयर में मैं पैसा लगाता था उसपर ही संयज सर और प्यारे को भी पैसा लगाने बोलता,वो मेरे हिसाब से काम कर रहे थे और कुछ लॉस और कुछ प्रॉफिट के साथ हम पैसा कमा रहे थे..
कुछ ही दिन बीते थे और मैं काजल का हाल जानने के लिए डॉ के पास पहुचा
“तो राहुल आजकल तूम काजल के साथ नही आते..”
“वो टाइम पर आ तो रही है ना डॉ ..”
“हा बिल्कुल तुमने कसम जो दे रखी है उसे..”
डॉ मुस्कुराने लगा..
“डॉ आप उससे पैसे मत लेना,आपके और दवाइयों के जो भी पैसे बनेंगे वो मैं आकर दे जाया करूंगा..”
“मैं जानता हु तुमने ये बात मुझे पहले भी कही की इलाज में कितना खर्च हो रहा है वो किसी को पता नही लगाना चाहिए लेकिन राहुल अब समय आ गया है की उसे हॉस्पिटल में एडमिट करना होगा..”
डॉ की बात सुनकर जैसे मेरी सांस ही रुक गई
“डॉ अपने तो कहा था की ये दवाइयों से ठीक हो जाएगा ..”
मेरी बात पर डॉ थोड़ा चिंतित हो गए थे,वो कुछ देर तक सोचते रहे ..
“मैंने अपनी तरफ से बहुत कोशिस की राहुल लेकिन ..”
“लेकिन क्या डॉ..”
“तुम जानते हो की काजल को lungs केंसर है,अभी वो पहले स्टेज में है लेकिन मैं नही चाहता की वो फैल जाए फिक्र वाली कोई बात नही है एक छोटा सा ऑपरेशन होगा बस”
डॉ की बात से मैं गहरे सोच में पड़ गया,क्योकि हॉस्पिटल में एडमिट करने का मतलब था की उसे वंहा से कुछ दिनों के लिए बाहर निकलना था और जैसा मुझे पता था की उसके पीछे शकील के लोग लगे हुए है जो उसपर नजर रखते है,और अगर ये बीमारी की बात शकील तक पहुची तो वो खुश होगा ना की काजल को हॉस्पिटल में एडमिट करने की परमिशन देगा,मुझे उसकी बीमारी के बारे में टेस्ट के बाद से ही पता चल गया था,इसीलिए 16 हजार का टेस्ट करवाया गया था,मैंने गूगल से ही सारी जानकारी निकाल ली थी लेकिन अभी तक मैंने काजल को कुछ भी नही बताया था ..
मुझे सोचता हुआ देखकर डॉ बोल पड़े ..
“राहुल फिर से सोच लो इस बारे में जल्द ही कुछ करना होगा,दवाइयों से हम उसे कुछ फील गुड़ तो करवा सकते है लेकिन पूरी तरह से ठीक नही कर सकते और अगर कही से भी वो फैलाना शुरू हुआ तो ...तुम पढ़े लिखे हो तुम्हे तो इसका अंदाजा होगा..”
“जी डॉ लेकिन पैसे कितने लग जायेगे..”
डॉ ने मेरी ओर देखकर एक गहरी सांस छोड़ी
“कम से कम 2-3 लाख,हा अगर कही से कोई सहायता मिल जाए तो कम में भी हो सकता है मतलब अगर कोई पोलिटिकल सपोर्ट हो वो विधायक या संसद निधि से पैसे मिल सकते है ,मुझे नही लगता की ऐसे केस में कोई दानदाता सामने आएगा,और जैसा तुमने बताया की उसके इलाज की किसी को खबर नही होनी चाहिए तो तुम्हारे लिए खुद ही फंड का इंतजाम करना थोड़ा मुश्किल होगा लेकिन इससे कम में तो बात नही बनेगी,मैं अगर अपनी फीस भी माफ कर दु तो जो डॉ ऑपरेशन करेंगे और दवाईयो का खर्च तो आएगा ही ...तुम्हे 2-3 लाख का इंतजाम तो करना ही होगा..”
डॉ की बात सुनकर मेरे माथे पर पसीना गहरा गया,एक तो काजल को हॉस्पिटल में लाने की टेंशन थी वही दूसरी ओर पैसों की ,मैं डॉ से बिदा मांगकर तो आ गया लेकिन मेरे मन में वही कौतूहल चल रहा था……
मैं संजय सर और प्यारे के साथ उसी चाय की टपरी में खड़ा हुआ चाय पी रहा था,मैंने वंहा से कुछ दूर पर आकाश (पैसे वाला लॉन्डा) को देखा वो बनवारी के साथ खड़ा कुछ बात कर रहा था,अचानक उसकी नजर मुझपर पड़ी और वो मुस्कुरा दिया,क्लास में टॉप करने से मुझे कम से कम मेरी क्लास के लोग तो पहचानने लगे थे,और आकाश मुझे कुछ और भी कारणों से जानता था जिन लोगो को पिछले अपडेट याद हो वो समझ गए होंगे,वही वो लड़का था जिसने काजल को 5 लाख का ऑफर दिया था,एक बार मेरे जेहन में वो बात गूंज गई थी ,5 लाख...सारी मुसीबत एक ही बार में हल हो सकती थी,और मैं जानता था की आकाश काजल से बदला लेने के लिए 5 क्या ज्यादा भी दे सकता था,एक बार मैं सोच में पड़ गया लेकिन अगले ही पल मेरे जेहन में काजल का प्यारा चहरा चमका..
वो उसकी भोली आंखे और उसमें से टपकती हुई मासूमियत,कितने दिन हो गए थे उसे देखे हुए,अगर 5 लाख के लालच में मैं काजल को मना बीच लू तो ये आकाश काजल की क्या हालत करेगा ये सोच कर ही मेरे जेहन में खुद के लिए इस फैसले की वजह से नफरत सी उठ गई ,नही नही ये नही हो सकता मैं ऐसा नही कर सकता……..लेकिन मैं करू तो क्या करू,एक तरफ मेरी जान की ये हालत है की उसे इलाज की जरूरत है और दूसरी तरफ मेरे पास ना तो पैसे है ना ही उसे उस रंडीखाना से निकालने की कोई तरकीब….
इतना तो फिक्स था की अगर काजल वंहा से निकली तो वो वंहा फिर से नही जा सकती थी और शकील ना उसे जिंदा छोड़ेगा ना ही उसे निकालने वाले को मुझे कुछ ऐसा करना था की शकील बस धुंए को खोजता रह जाए और काजल कही धुंए सी उड़ जाए,एक बार वो उड़ गई तो पैसे भी कही ना कही से जुगाड़ ही लूंगा…
दोस्तो मेरे जैसे आदमी के लिए 3 लाख बहुत बड़ी रकम थी लेकिन प्यार आपको वो हिम्मत देता है की आप अपने प्यार के लिए असंभव को भी संभव कर दिखाए,ये एक बार मेरे साथ हो चुका था जब काजल के टेस्ट के लिए 16 हजार लगने थे,मैंने जैसे ही उस टेस्ट का नाम गूगल किया मुझे समझ आ चुका था की ये टेस्ट केंसर के मरीजों के लिए होता है ये कन्फर्म करने के लिए की उन्हें केंसर है की नही ,और मुझे ये भी समझ आ चुका था की काजल के लिए ये टेस्ट कितना जरूरी है ,उस समय भी मेरी वो हैसियत नही थी आज भी नही थी,लेकिन एक यकीन उस समय भी था आज भी है.की मैं अपनी काजल के लिए कोई भी असंभव को संभव कर सकता हु और मुझे ये करना था,या ये कहु की करना ही था..
मैं उसे किसी भी कीमत में नही खो सकता था,वो मेरी किस्मत थी और किस्मत के आगे कोई भी कीमत कम ही होती है ……..
हड़बड़ी का काम गड़बड़ी काअध्याय 30
काजल के होठो की मिठास अभी भी मेरे होठो में थी और उसका प्यार दिल में ,रह रह कर मेरे होठो में एक मुस्कान सी खिल जाती थी ,मुझे उसका प्यार भरा ये तोहफा याद आ जाता,लेकिन अभी सिर्फ खुशियां मनाने का वक्त नही था मेरे सामने एक बड़ी चुनोती थी वो था शकील के मोबाइल में सॉफ्टवेयर इंस्टाल करना और साथ ही bhadebhaiya उसकी जानकारी पहुँचाना ..
मैं एक ही झटके में शकील को बेसहारा और मजबूर कर देना चाहता था उसके सारे व्हाइट और ब्लैक पैसे का खात्मा और साथ ही पुलिस तक कुछ ऐसे ठोस सुबूत जिससे वो धोबी का कुत्ता बन जाए ……
शकील ने मेरे मांगने पर अपने मोबाइल की जांच करने के लिए मुझे दे दिया,ताकि मैं पता लगा सकू की उसके साथ धोखा किसने किया है ,साथ ही मैंने इंटरनेट सर्वर के जरिये उसके दूसरे कम्प्यूटर में भी घुस गया था मैंने सारी सेटिंग्स कर ली अब वक्त था की डार्क वेब में जाकर चैटिंग करके उस हैकर को तैयार करने का जिससे मैं बाते किया करता था ……
Rocky :हैल्लो
BadeBbhaiya:हम्म
Rocky :पूरी तैयारी हो गई है आप अपना काम चालू कर दीजिए
BadeBbhaiya:ओके मुझे एक्सेस भेज
Rocky :ओके
BadeBbhaiya:ठीक है कल सुबह धमाल के लिए तैयार रहना
Rocky :थैंक्स
BadeBbhaiya:अभी से बोलने की कोई जरूरत नही है जब काम हो जाए तब बोलना …………
मैं अब चैन से सोने वाला था जो किसी मारपीट या माथापच्ची करके नही होता वो कुछ कोडिंग के जरिये होने वाला था ये मेरी समझदारी थी या बेवकूफी ये तो वक्त ही बताता लेकिन मैं बहुत ही खुश था,मैं खुश था की शकील की आधी दौलत मेरी हो जाएगी और वो होगा जेल में और मैं अपनी काजल के साथ आराम की खुशियों भरी जिंदगी बिताऊंगा ……..
*************
इधर दो कम्प्यूटर स्क्रीन पर
BadeBbhaiya:काम हो गया मुझे एक्सेस मिल गया
I_am_a_dog :गुड अब आज रात में ही उन दोनों की गांड मार दे ,और कल से अपनी जिंदगी ऐश के साथ जीने को तैयार हो जा
BadeBbhaiya:एक बात पुछू तुम इस लड़के में और शकील में इतना इंटरेस्ट क्यो ले रहे हो
I_am_a_dog :हा हा हा ...उससे तुम्हारा कोई मतलब नही होना चाहिए ,तुम अपने काम और पैसे से मतलब रखो
BadeBbhaiya:फिर भी शकील का तो समझ आता है लेकिन उस लड़के ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है
I_am_a_dog :उसने नही लेकिन उससे जुड़े कुछ लोगो ने जरूर बिगाड़ा है ,उसके जरिये मैं सब को रुलाऊंगा,अब और बात नही कल के tv चैनल में खबर मुझे दिख जानी चाहिये …
BadeBbhaiya:ओके
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ये सुबह मेरे जीवन की सबसे मस्तानी सुबह होने वाली थी ,जब मेरी नींद खुली तो मैं बाहर हो रहे शोर शराबे को सुनकर खुश हो गया मुझे जो करना था वो बस इतना था की वो बस इतना की मुझे अपने चहरे में दुख रखना था ताकि शकील को भनक भी ना लगे की उसकी इस तबाही के पीछे कौन है …..
मैंने अपना मोबाइल देखा जिसमे अविनाश और तरुणा के कई मिस काल थे मोबाइल साइलेंट में होने की वजह से मैं सुन नही पाया था ,मेरे होठो में एक मुस्कान आ गई शायद मुझे उठाने में थोड़ी देर हो गई थी ये खबर सब जगह फैल गई होगी ,लेकिन मैंने अभी उन्हें काल करने का फैसला रद्द कर दिया अभी तो मैं शकील के मजे लेना चाहता था,या हो सकता है की पुलिस ने उसे पहले ही अरेस्ट कर लिया होगा ,मैं खिड़की से बाहर की ओर झांका मैंने पुलिस की दो जीप वंहा देखी साथ ही कुछ न्यूज़ वाले भी दिखे जिन्हें पुलिस अंदर आने से रोक रही थी ,मैं मुस्कुराता हुआ अपने को सम्हाला और थोड़ी सीरियस शक्ल बना कर बाहर निकला ही था की मुझे मेरी ओर पुलिस वाले आते दिखे …
“हैंड अप बिल्कुल नही हिलना “उन्होंने मेरे ऊपर ही बंदूख तान दी थी मैंने तुरंत ही अपने हाथ उठाये की मेरे हाथो में हथकड़ी डाल दी गई और उन्होंने मुझे ऐसे दबोचा जैसे मैं कोई अपराधी हु ,
“सर हुआ क्या है??”
“ले चलो इसे गाड़ी में “
पुलिस वाले में कोई जवाब ही नही दिया ,वो मुझे हवेली से बाहर के आंगन में लाये मैंने नजर घुमाई लेकिन शकील मुझे कही नही दिखा उसके कुछ लोग ही दिखे जिन्हें पुलिस ने घुटनो के बल बिठा रखा था उन्होंने मुझे भी घुटनो के बल बिठा दिया ..
“भाई ये क्या हो रहा है “मैंने पास ही बैठे हुए शकील के आदमी से पूछा जो सर झुकाए हुए मेरे बाजू में घुटनो के बल बैठा था उसने सर उठा कर मुझे देखा और उसके चहरे का भाव तुरंत ही बदल गया मानो वो मुझे खा जाने वाली नजर से देख रहा हो ..
“मादरचोद तुझे शकील भाई कभी नही छोड़ेंगे,और जो तेरी रांड है ना जिसके लिए तूने ये सब किया देख भाई उसकी क्या हालत करते है ,अविनाश के साथ मिलकर गेम खेला था ना तूने उसे होस्टल में छिपा कर रखा था,अब देखना मादरचोद शकील भाई अब गेम खेलेगा तेरे और तेरी उस रांड के साथ …”
ऐसे लगा जैसे मेरा पूरा खून ही चूस लिया गया हो ,ये क्या हो रहा था मैंने ऐसा तो नही सोचा था,शकील को काजल का पता चल गया और ये भी की ये सब मैंने किया लेकिन शकील कहा था ..??
“शकील कहा है ?”
मेरे होठो से अनायास ही निकल गया ,जिसे सुनकर वो जोरो से हंसा
“वो तेरी मा चोद रहा है “
वो और जोर से हंसा लेकिन कुछ ही दूर खड़े पुलिस वाले ने उसे जोर से लात मार दिया
“राहुल कौन है ??”
अंदर से आते हुए एक अफसर ने कहा ,मैंने अपना हाथ उठा दिया
“इसे अलग जीप में बिठाओ और बाकियों को अलग “
वो गरजा और कुछ पुलिस वाले मुझे पकड़ कर दूसरे जीप की ओर जाने लगे ..
“लेकिन साहब मैंने किया क्या है “मैं हिम्मत करके अफसर से बोला
“मादरचोद तेरे ऊपर धोखाधड़ी का आरोप है ,अबे इतना सा तो तू है तूने मंत्री साहब के पत्नी का अकाउंट हैक किया और चूतिये पैसे अपने ही अकाउंट में डाल दिए ,तेरे कारण शकील की भी लग गई ,चलो अच्छा हुआ धरती से कुछ तो बोझ कम होगा “
मैं स्तब्ध था ,बिल्कुल ही अवाक ,हर चीज समझ के परे थी की क्या हुआ है क्या हो रहा है,मुझे अपने मोबाइल की याद आयी जिसमे तरुणा और अविनाश के मिस काल थे कही मेरी काजल तो खतरे में नही थी ,मेरी सांस ही बंद हो गई थी ……….
मेरे बाहर निकलते ही न्यूज़ चेनल वालो ने मुझे घेर लिया था …
मेरी फ़ोटो उतारी जा रही थी लेकिन एक क्रिमिनल के तौर पर पुलिस ने मुझे सबसे बचा कर जीप में बिठा दिया ……….
***************
“काजल ,काजल कहा है ..”
मैं अविनाश को देखते ही खड़ा हो गया था ,मैं अब भी पुलिस स्टेसन में बैठा हुआ था और पुलिस मेरे खिलाफ चार्ज सीट बना रही थी ,अविनाश के साथ साथी कुछ लड़के भी वंहा आये थे और साथ ही एक वकील भी था ,
अविनाश को देखते ही मैं खड़ा हो चुका लेकिन अविनाश ने मेरे सवालों का कोई जवाब नही दिया बल्कि
‘चटाक ‘
मेरा गाल मानो शून्य हो गया था ,अविनाश बेहद ही गुस्से में लग रहा था ..
“ये क्या तमाशा कर रहे हो यंहा पर ये पुलिस स्टेशन है “
पास खड़ा इंस्पेक्टर भड़का लेकिन फिर अविनाश के चहरे और उसके साथ आये लड़को को देखकर थोड़ा शांत हो गया …
“मादरचोद तेरे कारण मेरी प्रिया फिर से उस शकील के जाल में फंस गई ,अगर उसे कुछ हुआ ना तो तुझे मैं जिंदा जला दूंगा “
अविनाश बेहद ही गुस्से में लग रहा था ,और काजल का नाम सुनकर मैं सकते में आ गया था
“क्या???क्या हुआ काजल को “
“शकील उसे होस्टल से उठा ले गया है ,तू अपने को बहुत ही बड़ा तीसमारखाँ समझता है साले ये सब करने की क्या जरूरत थी तुझे “
अविनाश की बात सुनकर मेरे होश ही उड़ गए थे ये क्या कर दिया मैंने मैं सर पकड़कर बैठ गया था ,अविनाश ने मुझसे फिर कुछ भी नही कहा ..वो वकील के साथ इंस्पेक्टर से बात करने लगा …
“मैं मंत्री जी से बात कर चुका हु,इस लड़के को किसी साजिश के तहत फसाया गया है,उन्होंने कहा है की इसे छोड़ना है वो केस वापस ले रहे है ,”
वकील ने कुछ पेपर्स इंस्पेक्टर को दिखाया
“लेकिन “
“लो बात करो “अविनाश किसी को फोन लगाकर इंस्पेक्टर को देता है ...कुछ ही देर में इंस्पेक्टर का रुख भी बदल गया था,शकील के सारे लोगो पर कई आरोप थे वही मेरे ऊपर बस धोखाधड़ी के मामले का आरोप लगा था,शकील और उसके कुछ साथी रात से ही गायब थे ,उनके सारे काले कारनामे खुल गए थे उसका एकाउंट भी खाली कर दिया गया था,उसके पास से बहुत मात्रा में ड्रग्स ,हथियार और पैसे बरामद किये गए थे लेकिन शकील पुलिस के हाथो में नही आया ,मुझे तुरत ही पुलिस से छुड़ा लिया गया था लेकिन इन सबके बीच में मेरे दिमाग में कई सवाल खड़े हो गए थे,..
आखिर शकील को किसने काजल के बारे में सूचना दी थी ?
आखिर किसने उसे आगाह किया की पुलिस उसके हवेली और दूसरे ठिकानों पर छापा मारने वाली है ?
आखिर किसने उसे ये बताया की इन सबमे मेरा हाथ है ,फिर भी वो मुझे छोड़कर काजल को पकड़ने क्यो गया ?
सवाल तो कई थे लेकिन मेरे दिमाग में एक ही नाम घूम रहा था …
BadeBbhaiya लेकिन आखिर वो था कौन और उसने मेरे साथ ऐसा क्यो किया ?????
इंट्रेस्टिंग....अध्याय 33
फिर से सुबह हुई हम अविनाश के घर में थे ,सुबह ही हमारे मोबाइल पे उसी नंबर से फिर से एक वीडियो आ गया था ,आवाज अब भी शकील की ही थी ,कोई लड़का काजल के मुह में अपना लिंग जबरदस्ती डाले हुए उसके बालो को अपनी ओर खिंच रहा था…
“ढूंढो चुतियो ढूंढो इसे बहुत गुमान था ना तुम्हे अपने प्यार पर अब देखो मैं कैसे इसे असली रंडी बनाता हु ,”
वो दरिंदगी से भरा हुआ हँस रहा था,मैंने काजल की आंखों में देखा एक आंसू उसके आंखों में ठहर गया था वो बह तो नही रहा था लेकिन गिर भी नही रहा था,मेरे दिल में एक जोरो की टीस उठी ,ऐसा लगा की अभी उस कुत्ते को जान से मार दु लेकिन …..
लेकिन वो मेरी पहुच के बाहर था …..
मैं और अविनाश नाश्ता करके डॉ चूतिया के आश्रम की ओर बढ़ गए …
एक दम शांति ,इतनी शांति मैंने अपने जीवन में महसूस नही की थी ….नही नही काजल के गोद में मुझे इतनी शांति मिलती थी..
लोग यंहा वंहा ध्यान में बैठे हुए थे,हम डॉ को ढूंढते हुए आगे बड़े और के पेड़ के नीचे कुछ लोगो के साथ वो ध्यान में बैठे हुए मिल गए ….
हम भी जाकर उसी भीड़ के साथ बैठ गए ,थोड़ी देर बाद जब सब उठकर जाने लगे तो डॉ की नजर अविनाश पर पड़ी …
उन्होंने हम दोनों को अपने पास बुलाया …
“तुम तिवारी जी के बेटे हो ना “
“जी ..”
“तुम्हारे पिता जी से मेरे अच्छे संबंध है वो यंहा आते रहते है,मुझे पता चला उस लड़की के बारे में बहुत दुख हुआ “
डॉ की नजर मुझपर पड़ी ,उन्होंने मेरे बारे में पूछा और हमने उन्हें शुरू से लेकर अंतिम तक सभी बातें बता दी ,कैसे मैं काजल से मिला ,कैसे शकील ने मुझे अपने अपने पास बुलाया,कैसे काजल और मैं प्यार में पड़ गए और कैसे मैंने उसे अविनाश के मदद से शकील के चुंगल से बाहर निकाला ,कैसे मैं डार्क वेब में गया और कैसे शकील और मुझे लूट लिया गया,हमने ये भी बता दिया की हमने शकील को ढूंढ लिया लेकिन काजल उसके पास नही थी और शकील को जान से मार दिया ….
डॉ सब कुछ शांति से सुनते रहे फिर मेरी ओर मुड़े…
“तुम्हे अगर प्रीति उर्फ काजल को ढूंढना है तो पहले तुम्हे खुद को शांत करना होगा,जब कुछ समझ नही आये तो कुछ सोचने से अच्छा है की अपने दिमाग को शांत कर लिया जाए ,अभी के केस में यही हो रहा है ,कोई भी क्लू तुम्हारे पास नही है ,किसने किया होगा क्यो किया होगा कुछ भी नही पता,तो आंखे बंद करो और खुद को शांत करो ,शुरू से सोचो की क्या हुआ था शायद कही ना कही कोई ना कोई घटना ऐसी हुई होगी जिसे तुम मिस कर रहे हो ….हर कड़ी को ढूंढो और शुरू से शुरू करो ……”
अविनाश और मैं दोनों ने आंखे बंद कर लिए और डॉ के कहे अनुसार अपने सांसों पर ध्यान लगाने लगे,धीरे धीरे मन शांत होने लगा ऐसा लगा जैसे सदियों का बोझ मिट गया हो…
मन अपने गहराई में गोते खा रहा था कई चीजे दिमाग में घूम रही थी एक के बाद काजल के साथ बिताए हुए लम्हे सामने आ रहे थे ,कुछ भी खोजने का प्रयास नही किया जा रहा था बस चीजे आ रही थी बार बार दिमाग में आ रही थी जा रही थी ……
मुझे वो रंडीखाना दिखा और उसमें दिखी हंसती हुई काजल साथ ही शबनम मौसी बनवारी ……….
मैंने झट से आंखे खोली…
“मुझे एकबार फिर से वही जाना होगा जंहा से मैंने और काजल ने शुरुवात की थी “
डॉ अब मेरे सामने नही थे ना ही अविनाश ही था ,मैं कितने देर तक बैठा रहा मुझे पता नही लेकिन जब मैंने इधर उधर देखा तो डॉ को कुछ लोगो से बात करता पाया वही अविनाश एक कृत्रिम झील के पास बैठा हुआ उसे निहार रहा था.मैं उसतक पहुचा और उसके कंधे में हाथ रखा …..
उसने मुड़कर मुझे देखा और जोरो से रो पड़ा..
“सब मेरी गलती है राहुल सब कुछ मेरी ही गलती है ...मेरे ही कारण प्रिया को इतने कष्ट झेलने पड़ रहे है ,ना ही मैं उस रंडी काजल के प्यार में पड़ता और ना ही शकील प्रिया को अपने जाल में फंसा पता ..”जो रोता हुआ मेरे सीने से लग गया...मैंने पहली बार इस शख्स को इतना टूटा हुआ देख रहा था,शायद हम दोनों ही प्रिया उर्फ काजल के सबसे बड़े मुजरिम थे,उसने हम दोनों से ही बहुत उम्मीद की हम दोनों से ही प्यार किया और हम दोनों की गलती के कारण उसे दुख देखने पड़े ,एक की गलती ने उसे शकील के चुंगल में फंसा दिया और मेरी गलती ने उसे फिर से उसी नरक में झोंक दिया ...अविनाष के इस प्रकार के व्यवहार से मेरे आंखों में भी पानी आ गया था ……….
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ये दोपहर का वक्त था ,मैं उसी जगह पर खड़ा था जंहा से मैंने इस सफर की शुरुवात की थी ,वही रंडीखाना….
लेकिन आज इसकी हालत थोड़ी अलग थी ,शकील के पकड़े जाने और उसके सारे धंधों पर पुलिस की रेट पड़ने के कारण ये भी बंद कर दिया गया था,अधिकतर लड़कियों को जिस्म बेचने के इल्जाम में जेल में डाल दिया गया था कुछ एक जमानत में छूट आयी थी तो कुछ पुलिसवालों के साथ सोकर छूटी थी और अब हफ्ते में उन्हें अपना जिस्म मुफ्त में किसी सरकारी कर्मचारी को सौपना होगा ,मैं धीरे धीरे ही उस ओर बढ़ने लगा जंहा मेरे और काजल के बीच प्यार के बीज ने जन्म लिया था….
मुझे चंपा मौसी(जो पहले इस की मालकिन हुआ करती थी ) दिखाई दी मुझे देखते ही वो मेरे पास तेजी से बड़ी और ‘चटाक ‘
मेरे गालों में एक जोरदार थप्पड़ पड़ा …
“साले तुझे काजल को ले जाना था तो ले जाता शकील को अंदर करवाना था तो करवा देता ये धंधा क्यो बंद करवा दिया,देख रहा है इन चहरो को अब ये किसके सहारे रहेंगे,जिस्म से कुछ पैसे इन्हें मिल जाते थे जिसमे कम से कम कुछ रोटी का इंतजाम तो हो जाता था अब इन भूखे शरीर को कौन रोटी देगा…”
मौसी कहते कहते रोने लगी थी,मैं चारो ओर देख रहा था इस कोठे की पूरी रौनक ही गायब थी ,कुछ एक दो लडकिया कही कही खड़ी थी लेकिन बिल्कुल ही बेजान सी लग रही थी ,मैंने ऊपर देखा तो बाहर शबनम खड़ी दिखाई दी ,और मुझे देखते ही उसने नीचे थूक दिया ,मानो कुछ बेहद ही गंदी चीज देख ली हो …
मैं बिना कुछ कहे ही ऊपर जाने लगा सामने शबनम थी …
“मादरचोद मिल गई तेरे दिल को तसल्ली,साले तुझे तो तेरी महबूबा मिल गई लेकिन यंहा के लोगो की रोटी क्यो छीन ली तुमने ,साले बहनचोद यंहा क्या करने करने आया है अब हमारे हालात में हँसने आया है “शबनम इतने जोरो से भड़की थी की आसपास की औरते भी बाहर आ गई थी ,मैंने शबनम से कुछ नही कहा बस अपने मोबाइल से वो दो वीडियो जो वाट्सअप के जरिये मुझे मिले थे मैंने उन्हें खोल कर उसने सामने कर दिया …
देखते ही देखते सभी के चहरे में आश्चर्य भर गया था ,
“जो भी हुआ वो मैंने नही किया है,हा मैं शकील को बर्बाद करना चाहता था लेकिन किसी की रोटी छीन जाए या तुम लोगो को कोई परेशानी हो ऐसा कोई भी काम मैं नही करने वाला था ये इसी आदमी का काम है जिसने काजल को किडनैप किया है “
मैं पहली बार कुछ बोला
“ये तो शकील की आवाज लग रही है..”
“नही ये शकील नही है शकील को हमने कल ही मार दिया था ,ये कोई और है जिसने काजल को किडनैप किया और तुम लोगो की ये हालत कर दी…”
सभी एक दूसरे का चहरा देखने लगे .उनमे से एक अधेड़ उम्र की महिला सामने आयी ..
“बेटा हमारी काजल को बचा ले ,ये जो कोई भी है ये दरिंदा है ,ये धंधा बंद हुआ तो हुआ कोई बात नही कुछ दिन रोटी नही मिलेगी तो नही सही जैसे तैसे कोई ना कोई उपाय निकाल ही लेंगे ,ऐसे भी सदियों से रंडियों की जरूरत इस समाज को पड़ते आ रही है अब भी पड़ेगी ही ,पहले ही गैरकानूनी तरीके से चल रहा था अब भी चलेगा,हमारी फिक्र मत कर ,बस हमारी काजल को बचा ले ...कोई एक लड़की भी इस दलदल से निकल जाए तो हमारे लिए ये सबसे बड़े खुशी की बात होती है ,तू कजाल को इस दलदल से निकाल कर ले गया लेकिन वो बेचारी किस्मत की मारी थी जो फिर से एक दलदल में फंस गई है उसे निकाल ले बेटा,हम लोगो से जो भी मदद लगे हम वो करेंगे …”
उस महिला की बात से मेरे होठो में के मुस्कान आ गई ,इन रंडी कहे जाने वाली महिलाओं का दिल इतना बड़ा होगा मुझे यकीन ही नही आया ,मैंने भी एक फैसला कर लिया था …
मैं चंपा मौसी की तरफ मुड़ा जो अब तक ऊपर आकर हमारी बात सुन रही थी …
“मौसी यंहा जो भी हुआ वो मैं ठीक कर दूंगा और इन सबकी जिम्मेदारी भी मेरी मैं आप लोगो के बिजनेस का नया तरीका निकलूंगा ,बिल्कुल आधुनिक टाइप …”
वो मेरी बात सुनकर हँसने लगी वही बाकी भी थोड़े खुश हो गए ..
“तो तू शकील की जगह लेना चाहता है “
“नही मौसी शकील जबरदस्ती लकड़ियों को इस धंधे में डालता था मैं ऐसा गुनाह कभी नही कर सकता लेकिन आप लोगो को एक ऐसा सिस्टम जरूर बना के दे सकता हु ताकि आप लोग ज्यादा से ज्यादा कमाई करे और सेफ रहे ,इसके लिए मैं कुछ लोगो से बात करके इन सबका इंतजाम करता हु …”
सभी के चहरे खिले हुए लग रहे थे…
“तू काजल को ढूंढ वो तेरे लिए जरूरी है “
“मुझे आप लोगो की मदद चाहिए ..”
“अगर बात काजल की है तो हम सभी तैयार है “इस बार शबनम बोल उठी
“जिसे भी काजल की कुछ भी भनक लगे वो मुझे बताइएगा,क्योकि ये जो भी हो उसे शकील और कजाल दोनों से कोई खास दुश्मनी है,तभी तो उसने शकील को तो फसाया ही लेकिन काजल को भी केडनेप कर लिया और ये सब हरकत कर रहा है ,ताकि दुनिया को पता चले की काजल कौन है,और मेरे अलावा आप लोग ही ऐसे हो जो काजल और शकील दोनों से जुड़े हुए हो तो मुझे लगता है की आप लोगो को कोई तो हिंट जरूर मिलेगा “
सभी ने सहमति जताई और मैं अपना नंबर छोड़कर वंहा से आ गया…
मैं सोच में पड़ा था की आखिर मैं इन लोगो के लिए क्या करू की इनकी जिंदगी थोड़ी और अच्छी हो जाए ,और मैंने प्यारे और संजय सर को फोन लगा दिया ...
इमोशंस में तो आपने दिल निचोड़ कर रख दिया है डाक्टर साहबअध्याय 40
वही हॉस्पिटल अब तो इस हॉस्पिटल का सारा स्टाफ भी मुझे और काजल को पहचानने लगा था ,आज काजल फिर से वहां थी,हमे बाहर तरुणा की सहेली मिल गयी जिसने काजल को यंहा लाया था,थोड़ी ही देर बाद डॉ ने हमे काजल से मिलने की इजाजत दे दी….
“ये क्या बचपना है काजल क्यो किया तुमने ऐसा “
मैं काजल के पास ही बैठा था ,वो आंखे खोले मुझे प्यार से देख जरूर रही थी लेकिन उसकी आंखों में अब भी दर्द साफ दिखाई दे रहा था …
“राहुल तुम्हे यंहा नही आना चाहिए था,तुम्हे मा-पिता जी के साथ ही रहना चाहिए था,तुम्हारे यंहा आने से उन्हें बुरा लगेगा..”
उसकी बात से मैं मुस्कुरा उठा ,
“तुम्हे क्या मेरे मा-पिता जल्लाद लगते है ,वो भी इंसान है और उनके सीने में भी दिल है ,वो भी मेरी खुशी चाहते है और वो भी मेरे साथ यंहा आये है बाहर ही बैठे है …”
मेरी बात से वो थोड़ी घबरा सी गई
“राहुल पिता जी सही कह रहे थे मैं तुम्हारे लायक नही हु “
“तूम पागल हो गई हो क्या,मैं आज जो भी हु वो तुम्ही ने तो बनाया है मुझे और अब तुम कह रही हो की तुम मेरे लायक नही हो ,अरे पागल हम तो बने ही एक दूसरे के लिए है “
“नही राहुल वो सही कह रहे थे,जीवन भर दुनिया तुम्हे ताने मारेगी ,हम जंहा भी रहे मेरी सच्चाई दुनिया से छिप नही सकती ,उन्होंने सही कहा राहुल की मैं एक रंडी हु..”
“मुझे दुनिया की कोई फिक्र नही है काजल ,मैं तो बस तुम्हारा साथ चाहता हु ,और तुम्हे किसने कहा की तुम रंडी हो तुम तो एक देवी हो जिसने मुझे इतना प्यार दिया इतना दुलार दिया,इस अदन से इंसान को तुमने क्या बना दिया ..”
“राहुल मैं तुम्हारे लिए कुछ भी हो सकती हु लेकिन ये दुनिया,ये तो मुझे उसी नजरो से देखेगी ,उसके लिए तो मैं वही रंडी हु जिसका वीडियो आज सभी लोग देख रहे है ,मैं दुनिया के सामने नंगी हो चुकी हु राहुल ,मैं अपने स्वार्थ के कारण तुम्हारा भविष्य खराब नही कर सकती ..”
“ओह तो तुम इसलिए अपनी जान देने निकल गई “
काजल सकपकाई और नीचे देखने लगी ,मैंने उसके चहरे को अपने हाथो से सहलाया ,उसकी इस हालत को देखकर मेरा दिल भर आया था.
‘तुम मेरी जान हो काजल ,और ये दुनिया मुझे तुमसे अलग नही कर सकती ,अगर मैं तुम्हारा नही हुआ तो और किसी का नही होऊंगा...और किस दुनिया के तानों से डर रही हो तुम ,उन लोगो से जो खुद ही इंटरनेट से ढूंढ ढूंढ कर तुम्हारे वीडियो निकाल कर देख रहे है,या उन नामर्दो से जो किसी लड़की की इज्जत लुटता देख कर भी मजे ले रहे है,या उन लोगो से जो खुद पैसे देकर अपनी हवस मिटाते है और फिर उन्ही को रंडी कहकर जलील करते है,नही काजल उन लोगो के ताने ना मेरे लिए कोई अहमियत रखते है ना ही तुम्हारे लिए रखने चाहिए ,इनका खुद का कोई जमीर नही है तो वो दूसरे को क्या जमीर की शिक्षा देंगे...मैं तुमसे प्यार करता हु और तुम मेरे लिए मेरी जान हो ,क्या तुम मेरी जान को मुझसे दूर कर दोगी …”
एक बार फिर से हमारी आंखे मिली लेकिन इस बार उसकी आंखों में दर्द नही था बल्कि अपार प्रेम था,वो मेरे गालों को सहलाते हुए उसे अपने पास लाई और हमारे होठ आपस में मिल गए ,ना जाने कितनी देर हम इस अहसास में ही डूबे हुए थे की दरवाजा खुला और किसी के खांसने की आवाज से हम दोनों अलग हुए ,वो मेरे मा-पिता जी थे …
“बेटी हमे माफ कर दो ,हम तुम दोनों के प्रेम को समझ नही पाए,मैं तो एक जाहिल मजदूर हु मुझे हीरे और कोयले में कोई फर्क समझ नही आया ,मुझे अपने बेटे की पसंद पर गर्व है बेटी ,एक वादा करो अब कभी मेरे बेटे को छोड़कर यू जाने की सोचोगी भी नही ..”
मेरे पिता जी भावुक हो गये थे वही मा ने अपने आंखों से कजाल निकाल कर मेरी काजल के माथे में लगा दिया …..
****************
ल गयेला जब लिपिस्टिक हिलेला आधा डिस्टिक …
डीजे के शोर में गाना अपने जोर पर था ,तभी मेरे पास खड़े संजय सर कह उठे …
“ये तेरे शादी की पार्टी कम और डांस बार ज्यादा लग रहा है,कौन है ये सब लडकिया जो इतने घण्टो से पागलों जैसे नाचे जा रही है,और इस साले प्यारे को तो देखो ऐसे लग रहा है जैसे बार में कोई शराबी आ गया है “
उनकी बात सुनकर मैं हँस पड़ा,मैं और काजल अभी अपने शादी के रिसेप्शन में स्टेज पर थे ,
“अरे सर ये सभी काजल की पुरानी दोस्त है आज कल सभी मॉडल बन गई है ,और प्यारे इनका डारेक्टर “
“ओह तो इस काम में बिजी है ये जनाब आजकल “
“कभी तू भी पुस्तक से बाहर निकल जाया कर “
इस बार अविनाश था जो संजय सर के पास आ खड़ा हुआ था वो पसीने से पूरी तरह भीगा हुआ था ..
“अरे सर आप तो जानते हो ..”
“बेटा मैं कुछ नही जानता आज तो तू पियेगा भी और नाचेगा भी “
संजय सर मानो वंहा से भागने को हुए लेकिन अविनाश और उसके दोस्तो ने उन्हें उठा ही लिया और शराब की एक बोतल उनके मुह में डाल दी अब वो मेरी तरफ बड़े मैं समझ गया था की क्या होने वाला था उन्होंने हमे भी उठाकर डांस फ्लोर में ला दिया …
मैं नाच रहा था काजल नाच रही थी ,मेरे माता पिता,शबनम ,प्यारे,अविनाश,चंपा मौसी,तरुणा, संजय सर,और हमारे कई दोस्त सभी नाच रहे थे…
सभी ने मिलकर मुझे और काजल को एक दूसरे की तरफ धकेल दिया ,काजल मेरे बांहों में थी उसके आंखों में पानी था …
हम उस शोर से थोड़ी दूर खड़े हो गए वंहा शांति थी क्योकि पार्टी तो खत्म हो चुकी थी बस डीजे चल रहा था और कुछ खास दोस्त बस रुके हुए थे...काजल को मैंने फिर से अपनी बांहों में भर लिया था ...
“यकीन नही होता की ये सच है “
उसने मेरे कानो में कहा ,
“अच्छा एक किस लेके देखो तो की पता तो चले की सच है या सपना “
उसने मेरे छाती पर एक जोर का मुक्का मारा ,तभी हमारे कानो में कुछ आवाज पड़ी ..
“अबे जानता है ये वो ही लड़की है जिसका वीडियो बना था ,सुना है पहले रंडी थी शकील भाई के चाल वाली “
कोई आदमी घिनोनी सी हंसी लिए बोल रहा था,
“हा सही है बड़ा अच्छा मुर्गा फसाया है साली ने ,और वो भी कैसा चूतिया है जो एक रंडी से प्यार कर बैठा “
दोनों ही जोरो से हँसने लगे
“ना जाने साली रांड कितनो से चुदी होगी, साला दूल्हा तो कड़ाई में चम्मच चलाएगा “दोनों फिर जोरो से हंसे
उनकी बात सुनकर मेरा खून ही ख़ौल गया ,वो दोनों वंहा के वेटर थे ,मैं गुस्से में आग बबूला होकर उधर जा ही रहा था की काजल ने मुझे और भी जोरो से जकड़ लिया …
“इन मादरचोदों को तो मैं ..”
काजल ने मेरे होठो में उंगली रख दी
“अब एक रंडी से प्यार किया है तो ये सब बाते तो होती ही रहेगी,”
इतना सुनने के बाद भी उसके होठो में मुस्कान ही थी ..
“तुम फिर से शुरू हो गई “
“आपका अतीत आपका पीछा कभी नही छोड़ता राहुल ये सच्चाई है,लेकिन मैंने तुमसे ही सीखा है की अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाना चाहिए चाहे वो हमारा पीछा क्यो ना छोड़े “
“लेकिन ..”
उसने फिर से मेरे होठो में उंगली टिका दी
“अगर दुनिया की बातों से तुम्हे कोई फर्क पड़ता है तो हमे अगल हो जाना चाहिए “
“ये क्या बोल रही हो ..”
“सच बोल रही हु,अगर तुम ऐसे लोगो की बातों में आकर गुस्सा करोगे तो मुझे प्यार कब करोगे ,दुनिया में ऐसी सोच के लोग मिलेंगे ही राहुल,दुनिया इनसे भरी हुई है ,हमे इनसे फर्क नही पड़ना चाहिए हमे तो बस इस बात से फर्क पड़ना चाहिए की हम एक दूसरे से प्यार करते है या नही और मैं तुमसे बहुत प्यार करती हु “
काजल की आंखों में आंसू थे मैंने अपने होठो से उसके आंसू को पी लिया …
“पगली कही की बात बात पर रो देती है “
“पगली हु या जैसी भी हु अब तुम्हारी हु,बस तुम्हारी हु “
हम दोनों एक दूजे के आंखों में गहराई से देख रहे थे ,जैसे हमारे रूह भी एक हो गए हो हमारे होठ अपने ही आप मिल गए ,जब हम अलग हुए तो दिल में कोई दुख नही था बस पाने की खुसी थी अपना प्यार पाने की ...दोनों के ही होठो में मुस्कान थी …
“अब चले सब ढूंढ कर रहे होंगे “काजल ने धीरे से कहा
“ह्म्म्म ,यार उस वेटर ने जो कहा ,कढ़ाई में चम्मच चलाना इसका मतलब क्या होता है “
मुझे सच में ये बात समझ नही आयी थी ,लेकिन काजल जोरो से हँस पड़ी …
“तुम सच में चूतिया ही हो ,अब चलो जल्दी “
अब उसका मतलब जो भी हो लेकिन मेरी काजल की हंसी सुनकर और उसके मुह से ये शब्द सुनकर ऐसा लगा जैसे मुझे जन्नत ही मिल गई ,मैं चाहता था की वो ऐसे ही हंसते रहे और मुझे कहती रहे ..
‘तुम सच में चूतिया हो ….’
**************** समाप्त ***************
डा साब आपकी ये कहानी मेने करीब २०१९ में पढ़ी थी sex baba .com पर और में ये कहानी कई बार पढ़ चूका हूँ , हर बार मुझे ये नई कहानी जेसा अहसास दिलाती हे , बिना किसी सेक्स के आपके कहानी कहने का तरीका सबसे अलग हे , आप कई अच्छे लेखकों के लिए प्रेरणा श्रोत भी होंगे , आपकी सबसे बढिया कहानी मुझे रंडी से मुहब्बत लगी , आपकी कहानी भाभी माँ भी शायद हिंदी में पढने को मिल जाये तो बढिया रहेगाअध्याय 40
वही हॉस्पिटल अब तो इस हॉस्पिटल का सारा स्टाफ भी मुझे और काजल को पहचानने लगा था ,आज काजल फिर से वहां थी,हमे बाहर तरुणा की सहेली मिल गयी जिसने काजल को यंहा लाया था,थोड़ी ही देर बाद डॉ ने हमे काजल से मिलने की इजाजत दे दी….
“ये क्या बचपना है काजल क्यो किया तुमने ऐसा “
मैं काजल के पास ही बैठा था ,वो आंखे खोले मुझे प्यार से देख जरूर रही थी लेकिन उसकी आंखों में अब भी दर्द साफ दिखाई दे रहा था …
“राहुल तुम्हे यंहा नही आना चाहिए था,तुम्हे मा-पिता जी के साथ ही रहना चाहिए था,तुम्हारे यंहा आने से उन्हें बुरा लगेगा..”
उसकी बात से मैं मुस्कुरा उठा ,
“तुम्हे क्या मेरे मा-पिता जल्लाद लगते है ,वो भी इंसान है और उनके सीने में भी दिल है ,वो भी मेरी खुशी चाहते है और वो भी मेरे साथ यंहा आये है बाहर ही बैठे है …”
मेरी बात से वो थोड़ी घबरा सी गई
“राहुल पिता जी सही कह रहे थे मैं तुम्हारे लायक नही हु “
“तूम पागल हो गई हो क्या,मैं आज जो भी हु वो तुम्ही ने तो बनाया है मुझे और अब तुम कह रही हो की तुम मेरे लायक नही हो ,अरे पागल हम तो बने ही एक दूसरे के लिए है “
“नही राहुल वो सही कह रहे थे,जीवन भर दुनिया तुम्हे ताने मारेगी ,हम जंहा भी रहे मेरी सच्चाई दुनिया से छिप नही सकती ,उन्होंने सही कहा राहुल की मैं एक रंडी हु..”
“मुझे दुनिया की कोई फिक्र नही है काजल ,मैं तो बस तुम्हारा साथ चाहता हु ,और तुम्हे किसने कहा की तुम रंडी हो तुम तो एक देवी हो जिसने मुझे इतना प्यार दिया इतना दुलार दिया,इस अदन से इंसान को तुमने क्या बना दिया ..”
“राहुल मैं तुम्हारे लिए कुछ भी हो सकती हु लेकिन ये दुनिया,ये तो मुझे उसी नजरो से देखेगी ,उसके लिए तो मैं वही रंडी हु जिसका वीडियो आज सभी लोग देख रहे है ,मैं दुनिया के सामने नंगी हो चुकी हु राहुल ,मैं अपने स्वार्थ के कारण तुम्हारा भविष्य खराब नही कर सकती ..”
“ओह तो तुम इसलिए अपनी जान देने निकल गई “
काजल सकपकाई और नीचे देखने लगी ,मैंने उसके चहरे को अपने हाथो से सहलाया ,उसकी इस हालत को देखकर मेरा दिल भर आया था.
‘तुम मेरी जान हो काजल ,और ये दुनिया मुझे तुमसे अलग नही कर सकती ,अगर मैं तुम्हारा नही हुआ तो और किसी का नही होऊंगा...और किस दुनिया के तानों से डर रही हो तुम ,उन लोगो से जो खुद ही इंटरनेट से ढूंढ ढूंढ कर तुम्हारे वीडियो निकाल कर देख रहे है,या उन नामर्दो से जो किसी लड़की की इज्जत लुटता देख कर भी मजे ले रहे है,या उन लोगो से जो खुद पैसे देकर अपनी हवस मिटाते है और फिर उन्ही को रंडी कहकर जलील करते है,नही काजल उन लोगो के ताने ना मेरे लिए कोई अहमियत रखते है ना ही तुम्हारे लिए रखने चाहिए ,इनका खुद का कोई जमीर नही है तो वो दूसरे को क्या जमीर की शिक्षा देंगे...मैं तुमसे प्यार करता हु और तुम मेरे लिए मेरी जान हो ,क्या तुम मेरी जान को मुझसे दूर कर दोगी …”
एक बार फिर से हमारी आंखे मिली लेकिन इस बार उसकी आंखों में दर्द नही था बल्कि अपार प्रेम था,वो मेरे गालों को सहलाते हुए उसे अपने पास लाई और हमारे होठ आपस में मिल गए ,ना जाने कितनी देर हम इस अहसास में ही डूबे हुए थे की दरवाजा खुला और किसी के खांसने की आवाज से हम दोनों अलग हुए ,वो मेरे मा-पिता जी थे …
“बेटी हमे माफ कर दो ,हम तुम दोनों के प्रेम को समझ नही पाए,मैं तो एक जाहिल मजदूर हु मुझे हीरे और कोयले में कोई फर्क समझ नही आया ,मुझे अपने बेटे की पसंद पर गर्व है बेटी ,एक वादा करो अब कभी मेरे बेटे को छोड़कर यू जाने की सोचोगी भी नही ..”
मेरे पिता जी भावुक हो गये थे वही मा ने अपने आंखों से कजाल निकाल कर मेरी काजल के माथे में लगा दिया …..
****************
ल गयेला जब लिपिस्टिक हिलेला आधा डिस्टिक …
डीजे के शोर में गाना अपने जोर पर था ,तभी मेरे पास खड़े संजय सर कह उठे …
“ये तेरे शादी की पार्टी कम और डांस बार ज्यादा लग रहा है,कौन है ये सब लडकिया जो इतने घण्टो से पागलों जैसे नाचे जा रही है,और इस साले प्यारे को तो देखो ऐसे लग रहा है जैसे बार में कोई शराबी आ गया है “
उनकी बात सुनकर मैं हँस पड़ा,मैं और काजल अभी अपने शादी के रिसेप्शन में स्टेज पर थे ,
“अरे सर ये सभी काजल की पुरानी दोस्त है आज कल सभी मॉडल बन गई है ,और प्यारे इनका डारेक्टर “
“ओह तो इस काम में बिजी है ये जनाब आजकल “
“कभी तू भी पुस्तक से बाहर निकल जाया कर “
इस बार अविनाश था जो संजय सर के पास आ खड़ा हुआ था वो पसीने से पूरी तरह भीगा हुआ था ..
“अरे सर आप तो जानते हो ..”
“बेटा मैं कुछ नही जानता आज तो तू पियेगा भी और नाचेगा भी “
संजय सर मानो वंहा से भागने को हुए लेकिन अविनाश और उसके दोस्तो ने उन्हें उठा ही लिया और शराब की एक बोतल उनके मुह में डाल दी अब वो मेरी तरफ बड़े मैं समझ गया था की क्या होने वाला था उन्होंने हमे भी उठाकर डांस फ्लोर में ला दिया …
मैं नाच रहा था काजल नाच रही थी ,मेरे माता पिता,शबनम ,प्यारे,अविनाश,चंपा मौसी,तरुणा, संजय सर,और हमारे कई दोस्त सभी नाच रहे थे…
सभी ने मिलकर मुझे और काजल को एक दूसरे की तरफ धकेल दिया ,काजल मेरे बांहों में थी उसके आंखों में पानी था …
हम उस शोर से थोड़ी दूर खड़े हो गए वंहा शांति थी क्योकि पार्टी तो खत्म हो चुकी थी बस डीजे चल रहा था और कुछ खास दोस्त बस रुके हुए थे...काजल को मैंने फिर से अपनी बांहों में भर लिया था ...
“यकीन नही होता की ये सच है “
उसने मेरे कानो में कहा ,
“अच्छा एक किस लेके देखो तो की पता तो चले की सच है या सपना “
उसने मेरे छाती पर एक जोर का मुक्का मारा ,तभी हमारे कानो में कुछ आवाज पड़ी ..
“अबे जानता है ये वो ही लड़की है जिसका वीडियो बना था ,सुना है पहले रंडी थी शकील भाई के चाल वाली “
कोई आदमी घिनोनी सी हंसी लिए बोल रहा था,
“हा सही है बड़ा अच्छा मुर्गा फसाया है साली ने ,और वो भी कैसा चूतिया है जो एक रंडी से प्यार कर बैठा “
दोनों ही जोरो से हँसने लगे
“ना जाने साली रांड कितनो से चुदी होगी, साला दूल्हा तो कड़ाई में चम्मच चलाएगा “दोनों फिर जोरो से हंसे
उनकी बात सुनकर मेरा खून ही ख़ौल गया ,वो दोनों वंहा के वेटर थे ,मैं गुस्से में आग बबूला होकर उधर जा ही रहा था की काजल ने मुझे और भी जोरो से जकड़ लिया …
“इन मादरचोदों को तो मैं ..”
काजल ने मेरे होठो में उंगली रख दी
“अब एक रंडी से प्यार किया है तो ये सब बाते तो होती ही रहेगी,”
इतना सुनने के बाद भी उसके होठो में मुस्कान ही थी ..
“तुम फिर से शुरू हो गई “
“आपका अतीत आपका पीछा कभी नही छोड़ता राहुल ये सच्चाई है,लेकिन मैंने तुमसे ही सीखा है की अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाना चाहिए चाहे वो हमारा पीछा क्यो ना छोड़े “
“लेकिन ..”
उसने फिर से मेरे होठो में उंगली टिका दी
“अगर दुनिया की बातों से तुम्हे कोई फर्क पड़ता है तो हमे अगल हो जाना चाहिए “
“ये क्या बोल रही हो ..”
“सच बोल रही हु,अगर तुम ऐसे लोगो की बातों में आकर गुस्सा करोगे तो मुझे प्यार कब करोगे ,दुनिया में ऐसी सोच के लोग मिलेंगे ही राहुल,दुनिया इनसे भरी हुई है ,हमे इनसे फर्क नही पड़ना चाहिए हमे तो बस इस बात से फर्क पड़ना चाहिए की हम एक दूसरे से प्यार करते है या नही और मैं तुमसे बहुत प्यार करती हु “
काजल की आंखों में आंसू थे मैंने अपने होठो से उसके आंसू को पी लिया …
“पगली कही की बात बात पर रो देती है “
“पगली हु या जैसी भी हु अब तुम्हारी हु,बस तुम्हारी हु “
हम दोनों एक दूजे के आंखों में गहराई से देख रहे थे ,जैसे हमारे रूह भी एक हो गए हो हमारे होठ अपने ही आप मिल गए ,जब हम अलग हुए तो दिल में कोई दुख नही था बस पाने की खुसी थी अपना प्यार पाने की ...दोनों के ही होठो में मुस्कान थी …
“अब चले सब ढूंढ कर रहे होंगे “काजल ने धीरे से कहा
“ह्म्म्म ,यार उस वेटर ने जो कहा ,कढ़ाई में चम्मच चलाना इसका मतलब क्या होता है “
मुझे सच में ये बात समझ नही आयी थी ,लेकिन काजल जोरो से हँस पड़ी …
“तुम सच में चूतिया ही हो ,अब चलो जल्दी “
अब उसका मतलब जो भी हो लेकिन मेरी काजल की हंसी सुनकर और उसके मुह से ये शब्द सुनकर ऐसा लगा जैसे मुझे जन्नत ही मिल गई ,मैं चाहता था की वो ऐसे ही हंसते रहे और मुझे कहती रहे ..
‘तुम सच में चूतिया हो ….’
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