update 12
मै अगली सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गया और अपने जमीदार के काम में लग गया फिर दादी भी तैयार होकर बाहर आई तो वो ठीक से चल भी नही पा रही थी वो आकर कुर्सी मै बैठ गई और बुआ को आवाज लगाई और कहा ,सुधा, चाय लेकर आ फिर बुआ चाय लेकर आई और बोली मा लगता है जमीदार जी ने कल बहुत ज्यादा ही प्यार किया है आप चल भी नही पा रही हो चेहरे पर दर्द भी दिख रहा है कल कब सोई
दादी- हा रे कल कुछ ज्यादा ही हो गया उसका जल्दी निकलता ही नही है तीन घंटे तक बिना रुके करता रहा बहुत दर्द हुआ मगर अच्छा भी बहुत लगता है अब पता चल रहा है मर्द का सुख क्या होता है और तू इतना हस क्यू रही है वो अब घर का मर्द हो मै तो तेरा भी नंबर आएगा
फिर मै मम्मी के पास गया और उन्हें पीछे से हग करके बात करने लगा
मै - मम्मी क्या हो रहा है
मम्मी- खाना बना रही हू रे और तू बता कल तूने दादी को बहुत ज्यादा किया क्या बहुत तेज तेज चीख सुनाई दे रही थी उनके साथ जरा आराम से किया कर उनकी उम्र ज्यादा है न
मै- कोई उम्र ज्यादा नही है वो तो खुद ही मुझपे टूट पडती है और कह रही हैं कि मुझे उनके साथ ही रहना पडेगा मगर मै आपके पास रहना चाहता हू
मम्मी- हा बेटा मै जानती हूँ कि तू मेरे साथ रहना चाहता हे मगर वो जमीदारन है तो जमीदार को उनके साथ ही रहना पडता मै चाह के भी कुछ नहींकर सकती
मै- और दादी आपके साथ कितना बुरा बर्ताव करती है सबके सामने आपको डांटती है
मम्मी- अरे बेटा वो जमीदारन है न तो घर मै उन्ही की चलेगी कोई कुछ नहीं कर सकता उनके ऊपर सिर्फ तुम हो
मै- और तो और वो मुझे आपसे तलाक लेने के लिए बोल रही थी मैंने साफ मना कर दिया और कहा कि मेरे लिए सबसे पहले मेरी मम्मी है और कोई नही हो सकता न अभी न बाद मै
मम्मी- उन्होंने ऐसा कहा मुझे यह तो पता था की वो मुझे पसंद नहीं करती मगर वो मुझे तुझसे दूर करेगी ये नही सोचा था
मै- मम्मी मुझे आपसे कोई दूर नही कर सकता और मै कुछ सोच रहा हू फिर दादी की नही चलेगी फिर ऐसे ही कुछ दिन निकल गए और मै दादी के साथ ही उनके कमरे में रहने लगा और दादी अपना हुक्म चलाती रही और मै जमीदार का अधिकार और काम समझने लगा
और एक दिन नानी रोते हुए आई और बोली कि सुमन तेरे पिताजी शराब पीकर हमारा घर गिरबी रख दिया और मुझे मारते भी है
फिर मैंने सेठ को और नाना को बुलाया और सेठ से घर खरीद लिया और फैसला दिया की नानी अब मेरे साथ यही रहेगी फिर सब चले गए
फिर दादी आई और बोली की तुमने आज अपनी शक्ति का उपयोग किया और और एक दासी रख ली है
मै -दासी मतलब
दादी- मतलब की तुमने अपनी नानी को अपनी दासी रख लिया है
मै- मैंने तो बस अपनी नानी को अपने घर मे रहने को कहा है
दादी- तुम जमीदार हो और तुमने फैसला सुनाया है तो अब तुम्हारी नानी तुम्हारी दासी है और वो तुम्हारी पहली दासी है
मै- दासी होती क्या है
दादी- दासी मतलब की अब वो तुम्हारी रखैल बन गई है और अब तुम्हारे शारिरीक सुख का ख्याल रखेगी
मै -मै अपनी नानी को रखैल कैसे बना सकता हू उनकी इज्जत खराब हो जाएगी सब उन्हें गलत नजर से देखेगे और इस घर में सब उनको नौकर की तरह समझेंगे
दादी- वो तो है मगर अब जो हो गया वो हो गया
फिर मै मम्मी के पास गया और बोला
मै- सारी मम्मी मुझे नही पता था की मैंने नानी को दासी बना दियाहै अब क्या करे अब कोई उनकी इज्जत नहीं करेगा और नौकर समझेगा
मम्मी- मै जानती हूँ कि तूने यह गलती से किया है और बहुत दुःख है कि मा के साथ ऐसा होगा
मै- मम्मी कोई रास्ता नही है नानी का सम्मान बापस लाने के लिए
मम्मी- एक रास्ता है की तुम उन्हें अपना नाम दे दो
मै - नाम मतलब
मम्मी- नाम मतलब की तुम उनसे शादी कर लो
मै - क्या नानी से शादी मै यह कैसे कर सकता हू पहले आप से फिर दादी से और अब नानी से और वो आपकी मा है उनसे शादी करने पर वो आपकी सौतन बन जाएगी
मम्मी- वो चलेगा मगर मा को दासी और बेइज्जत होते नही देख पाऊँगी
मै- ठीक है जैसा आप कहो मगर दादी नही मानेगी
मम्मी- तुम जमीदार हो तुम्हारी चलेगी सबसे पहले हा वो जमीदारन होने के अधिकार से ये शादी रोक सकती है
मै- मेरे पास एक रास्ता है
वो मै सबके सामने बताऊंगा
मम्मी- ठीक है मै मा से बात कर लेती हू
फिर मम्मी नानी से बात करने चलीं गई
मम्मी- मा सत्यम के कारण आप उनकी दासी बन गई है मगर उसे यह सब पता नहीं था
नानी- जानती हू बेटी लगता है अब बाकी जिंदगी एक रखैल की तरह बेइज्जत रहना पडेगा
मम्मी- एक रास्ता निकाला है की आप सत्यम से शादी करके उसकी पत्नी बन जाओ फिर घर मै आपका सम्मान होगा
नानी- पर वो तेरा बेटा और पति है और मेरा पोता और दामाद है अगर उसकी शादी मुझसे हो गई तो मै तेरी सोतन और तेरे भाई भाभी तेरे और उसके बेटा बहु हो जाएंगे
मम्मी- मै जानती हूँ मगर यही एक रास्ता है आपका सम्मान बापस लाने के लिए
नानी- सत्यम तैयार होगा
मम्मी- वो मेरी बात नही टालेगा
फिर दो दिन निकल गए और मैंने सबको बुलाया
दादी क्या हुआ सबको क्यू बुलाया है नाना और मामी मामाजी भी आ गए फिर मैंने कहा की मुझे दो घोषणा करनी है
पहली यह की मैंने गलती से नानी को दासी बना दिया है जिससे उनका मान सम्मान चला गया है तो मैंने और मम्मी ने एक फैसला किया है
पापा और दादी ने पूछा क्या फैसला
मै- हमने नानी का सम्मान बापस लाने के लिए यह फैसला किया है कि मै नानी से शादी करूगा
दादी- यह क्या कह रहे हो मै ये नही होने दूंगी वो दासी ही रहेगी और मै जमीदारन हू तो मेरा अधिकार है कि मै ये शादी रोक सकती हू
मै- मै जानता था कि आप रोकेगी तभी मैंने एक और फैसला किया है
दादी- कैसा फैसला
मै - मै कहता था न की मुझे मम्मी के साथ रहना है पर मै रूक जाता था क्यूंकि आप जमीदारन हो तो मुझे आपके साथ रहना पडता था मगर अब ये सही समय है इस फैसले के लिए
दादी- कौन सा
मै- मै आज यह फैसला सुनाता हू कि आज से आप जमीदारन नही है आज से नई जमीदारन मेरी मम्मी है और मेरे बाद अब उनकी ही चलेगी हर जगह
दादी- क्या कह रहे हो तुम
मम्मी- बेटा ये क्या बोल रहे हो
मै- मैं सही कह रहा हू दादी आज से मम्मी जमीदारन है और सभी चाबियों मम्मी को दे दो यह हमारा हुक्म है
दादी थोड़ी बहस करी मगर फिर सारी चाबिया मम्मी को दे दी और मैंने मम्मी से कहा की मम्मी आप मेरे बाजू मे जमीदारन की जगह पर बैठे
फिर मम्मी जमीदारन की कुर्सी पर बैठ गई और मम्मी ने कहा कि शादी की तैयारी करो कल ही शादी होगी द
दादी गुस्से में अपने कमरे मे चली गई
मैने सोचा कि उन्हें मनाना पडेगा
मै उनके कमरे मे जाकर उनको पीछे से पकड कर गर्दन में चूमने लगा
दादी- छोडो मुझे
मै- क्या हुआ दादी आप नाराज हो
दादी- नाराज नही हो तो क्या हू तने मुझे जमीदारन से हटा कर अपनी मम्मी को जमीदारन बना दिया और और अपनी दासी नानी से शादी कर रहे हो
मै- अरे वो तो इसलिए कि मै नही चाहता की तुम कुछ भी काम करो और बिजी रहो मै चाहता हूँ की आप सिर्फ मेरा ख्याल रखो और मै जब चाहे आपको प्यार कर सकूं
दादी- सच कह रहे हो तुम
मै- हा दादी मैंने कहा था न मुझे आपके साथ बहुत अच्छा लगता है
मेरी बात सुनकर दादी खुश हो जाती है और मै उनको किस करने लगता हू
और दादी सिसकियाँ निकलने लगी फिर हम ऐसे ही किस करते रहे और फिर मैंने दादी की साडी हो उतार दिया
और फिर मै अपने भी सारे कपडे उतारने लगा और मै सिर्फ चड्डी मै रह गया फिर मै उन्हें गोद में बैठा कर प्यार करने लगा और उनकी नाभी और पेट को चूमने लगा और ब्लाउज के उपर से उनके चूचो को दबाने लगा
फिर मैंने दादी के सब कपडे उतार दिए और उनकी चुदाई करने लगा
दादी अब मुझसे मदहोश होकर चुद रही थी मगर वो अब तेज तेज चीख रही थी उनकी आवाज बाहर गई तो मम्मी सुनकर कमरे में आई और बोली बोली बेटा कम से कम दरवाजा थोड़ी बंद कर लेता मम्मी को देखकर दादी चौक गई और अपने ऊपर चादर डाल दी और चिल्ला कर कहा
दादी- सुमन तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमारी प्यार के बीच आने की हाय दईया मर गई आहह् आहह्
मै- दादी वो अब जमीदारन है आप उनसे ऐसे बात नही कर सकती मम्मी गलती से बंद नही किया आप जाओ
फिर मम्मी दरवाजा बंद करके चली गई और मै जोर जोर से धक्के मारकर चोदता रहा और दादी चिल्लाती रही
फिर एक घंटे बाद मैंने उसकी चूत मे ही पूरा माल छोड़ दिया और वही लेट गया
फिर दादी ने कहा
दादी- सत्यम मतलब अब मुझे सुमन का कहना मानना पडेगा
मै - वो तो करना ही पडेगा न अब मम्मी इस घर की सबसे बड़ी है वो जमीदारन है
दादी- और मेरा क्या होगा
मै- क्या होगा अब आप बस मेरा ख्याल रखेगी और बस मुझपे ध्यान दोगी
दादी- मगर दिन मै तो तुम्हें सब काम और दूसरी औरतो को भी तो ख्याल रखना होगा और रात मै तो तुम अपनी पहली पत्नी के साथ यानी जमीदारन के साथ रहोगे न
मै- अरे इसमे क्या है मै जमीदार हू तो मै जो चाहू कर सकता हू और कुछ दिन बाद मम्मी से बात करके तुम्हें भी अपने कमरे में शिफ्ट करवा दूंगा फिर हम तीनों साथ मे एक कमरे में रहेंगे
दादी- मतलब की हम तीनों साथ मे एक कमरे में रहेंगे ऐसा कैसे
मै- क्यू नही हो तो तुम मेरी पत्नी ही तो तुम दोनों मेरे साथ एक कमरे मे क्यू नही रह सकती
दादी- ठीक है जैसा तुम कहो
फिर मै कपडे पहन कर बाहर आ गया और बुआ से पूछा की मम्मी कहा है तो बुआ शर्मा कर कहा की जमीदार जी वो दीदी अपने कमरे मे है
मै अगली सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गया और अपने जमीदार के काम में लग गया फिर दादी भी तैयार होकर बाहर आई तो वो ठीक से चल भी नही पा रही थी वो आकर कुर्सी मै बैठ गई और बुआ को आवाज लगाई और कहा ,सुधा, चाय लेकर आ फिर बुआ चाय लेकर आई और बोली मा लगता है जमीदार जी ने कल बहुत ज्यादा ही प्यार किया है आप चल भी नही पा रही हो चेहरे पर दर्द भी दिख रहा है कल कब सोई
दादी- हा रे कल कुछ ज्यादा ही हो गया उसका जल्दी निकलता ही नही है तीन घंटे तक बिना रुके करता रहा बहुत दर्द हुआ मगर अच्छा भी बहुत लगता है अब पता चल रहा है मर्द का सुख क्या होता है और तू इतना हस क्यू रही है वो अब घर का मर्द हो मै तो तेरा भी नंबर आएगा
फिर मै मम्मी के पास गया और उन्हें पीछे से हग करके बात करने लगा
मै - मम्मी क्या हो रहा है
मम्मी- खाना बना रही हू रे और तू बता कल तूने दादी को बहुत ज्यादा किया क्या बहुत तेज तेज चीख सुनाई दे रही थी उनके साथ जरा आराम से किया कर उनकी उम्र ज्यादा है न
मै- कोई उम्र ज्यादा नही है वो तो खुद ही मुझपे टूट पडती है और कह रही हैं कि मुझे उनके साथ ही रहना पडेगा मगर मै आपके पास रहना चाहता हू
मम्मी- हा बेटा मै जानती हूँ कि तू मेरे साथ रहना चाहता हे मगर वो जमीदारन है तो जमीदार को उनके साथ ही रहना पडता मै चाह के भी कुछ नहींकर सकती
मै- और दादी आपके साथ कितना बुरा बर्ताव करती है सबके सामने आपको डांटती है
मम्मी- अरे बेटा वो जमीदारन है न तो घर मै उन्ही की चलेगी कोई कुछ नहीं कर सकता उनके ऊपर सिर्फ तुम हो
मै- और तो और वो मुझे आपसे तलाक लेने के लिए बोल रही थी मैंने साफ मना कर दिया और कहा कि मेरे लिए सबसे पहले मेरी मम्मी है और कोई नही हो सकता न अभी न बाद मै
मम्मी- उन्होंने ऐसा कहा मुझे यह तो पता था की वो मुझे पसंद नहीं करती मगर वो मुझे तुझसे दूर करेगी ये नही सोचा था
मै- मम्मी मुझे आपसे कोई दूर नही कर सकता और मै कुछ सोच रहा हू फिर दादी की नही चलेगी फिर ऐसे ही कुछ दिन निकल गए और मै दादी के साथ ही उनके कमरे में रहने लगा और दादी अपना हुक्म चलाती रही और मै जमीदार का अधिकार और काम समझने लगा
और एक दिन नानी रोते हुए आई और बोली कि सुमन तेरे पिताजी शराब पीकर हमारा घर गिरबी रख दिया और मुझे मारते भी है
फिर मैंने सेठ को और नाना को बुलाया और सेठ से घर खरीद लिया और फैसला दिया की नानी अब मेरे साथ यही रहेगी फिर सब चले गए
फिर दादी आई और बोली की तुमने आज अपनी शक्ति का उपयोग किया और और एक दासी रख ली है
मै -दासी मतलब
दादी- मतलब की तुमने अपनी नानी को अपनी दासी रख लिया है
मै- मैंने तो बस अपनी नानी को अपने घर मे रहने को कहा है
दादी- तुम जमीदार हो और तुमने फैसला सुनाया है तो अब तुम्हारी नानी तुम्हारी दासी है और वो तुम्हारी पहली दासी है
मै- दासी होती क्या है
दादी- दासी मतलब की अब वो तुम्हारी रखैल बन गई है और अब तुम्हारे शारिरीक सुख का ख्याल रखेगी
मै -मै अपनी नानी को रखैल कैसे बना सकता हू उनकी इज्जत खराब हो जाएगी सब उन्हें गलत नजर से देखेगे और इस घर में सब उनको नौकर की तरह समझेंगे
दादी- वो तो है मगर अब जो हो गया वो हो गया
फिर मै मम्मी के पास गया और बोला
मै- सारी मम्मी मुझे नही पता था की मैंने नानी को दासी बना दियाहै अब क्या करे अब कोई उनकी इज्जत नहीं करेगा और नौकर समझेगा
मम्मी- मै जानती हूँ कि तूने यह गलती से किया है और बहुत दुःख है कि मा के साथ ऐसा होगा
मै- मम्मी कोई रास्ता नही है नानी का सम्मान बापस लाने के लिए
मम्मी- एक रास्ता है की तुम उन्हें अपना नाम दे दो
मै - नाम मतलब
मम्मी- नाम मतलब की तुम उनसे शादी कर लो
मै - क्या नानी से शादी मै यह कैसे कर सकता हू पहले आप से फिर दादी से और अब नानी से और वो आपकी मा है उनसे शादी करने पर वो आपकी सौतन बन जाएगी
मम्मी- वो चलेगा मगर मा को दासी और बेइज्जत होते नही देख पाऊँगी
मै- ठीक है जैसा आप कहो मगर दादी नही मानेगी
मम्मी- तुम जमीदार हो तुम्हारी चलेगी सबसे पहले हा वो जमीदारन होने के अधिकार से ये शादी रोक सकती है
मै- मेरे पास एक रास्ता है
वो मै सबके सामने बताऊंगा
मम्मी- ठीक है मै मा से बात कर लेती हू
फिर मम्मी नानी से बात करने चलीं गई
मम्मी- मा सत्यम के कारण आप उनकी दासी बन गई है मगर उसे यह सब पता नहीं था
नानी- जानती हू बेटी लगता है अब बाकी जिंदगी एक रखैल की तरह बेइज्जत रहना पडेगा
मम्मी- एक रास्ता निकाला है की आप सत्यम से शादी करके उसकी पत्नी बन जाओ फिर घर मै आपका सम्मान होगा
नानी- पर वो तेरा बेटा और पति है और मेरा पोता और दामाद है अगर उसकी शादी मुझसे हो गई तो मै तेरी सोतन और तेरे भाई भाभी तेरे और उसके बेटा बहु हो जाएंगे
मम्मी- मै जानती हूँ मगर यही एक रास्ता है आपका सम्मान बापस लाने के लिए
नानी- सत्यम तैयार होगा
मम्मी- वो मेरी बात नही टालेगा
फिर दो दिन निकल गए और मैंने सबको बुलाया
दादी क्या हुआ सबको क्यू बुलाया है नाना और मामी मामाजी भी आ गए फिर मैंने कहा की मुझे दो घोषणा करनी है
पहली यह की मैंने गलती से नानी को दासी बना दिया है जिससे उनका मान सम्मान चला गया है तो मैंने और मम्मी ने एक फैसला किया है
पापा और दादी ने पूछा क्या फैसला
मै- हमने नानी का सम्मान बापस लाने के लिए यह फैसला किया है कि मै नानी से शादी करूगा
दादी- यह क्या कह रहे हो मै ये नही होने दूंगी वो दासी ही रहेगी और मै जमीदारन हू तो मेरा अधिकार है कि मै ये शादी रोक सकती हू
मै- मै जानता था कि आप रोकेगी तभी मैंने एक और फैसला किया है
दादी- कैसा फैसला
मै - मै कहता था न की मुझे मम्मी के साथ रहना है पर मै रूक जाता था क्यूंकि आप जमीदारन हो तो मुझे आपके साथ रहना पडता था मगर अब ये सही समय है इस फैसले के लिए
दादी- कौन सा
मै- मै आज यह फैसला सुनाता हू कि आज से आप जमीदारन नही है आज से नई जमीदारन मेरी मम्मी है और मेरे बाद अब उनकी ही चलेगी हर जगह
दादी- क्या कह रहे हो तुम
मम्मी- बेटा ये क्या बोल रहे हो
मै- मैं सही कह रहा हू दादी आज से मम्मी जमीदारन है और सभी चाबियों मम्मी को दे दो यह हमारा हुक्म है
दादी थोड़ी बहस करी मगर फिर सारी चाबिया मम्मी को दे दी और मैंने मम्मी से कहा की मम्मी आप मेरे बाजू मे जमीदारन की जगह पर बैठे
फिर मम्मी जमीदारन की कुर्सी पर बैठ गई और मम्मी ने कहा कि शादी की तैयारी करो कल ही शादी होगी द
दादी गुस्से में अपने कमरे मे चली गई
मैने सोचा कि उन्हें मनाना पडेगा
मै उनके कमरे मे जाकर उनको पीछे से पकड कर गर्दन में चूमने लगा
दादी- छोडो मुझे
मै- क्या हुआ दादी आप नाराज हो
दादी- नाराज नही हो तो क्या हू तने मुझे जमीदारन से हटा कर अपनी मम्मी को जमीदारन बना दिया और और अपनी दासी नानी से शादी कर रहे हो
मै- अरे वो तो इसलिए कि मै नही चाहता की तुम कुछ भी काम करो और बिजी रहो मै चाहता हूँ की आप सिर्फ मेरा ख्याल रखो और मै जब चाहे आपको प्यार कर सकूं
दादी- सच कह रहे हो तुम
मै- हा दादी मैंने कहा था न मुझे आपके साथ बहुत अच्छा लगता है
मेरी बात सुनकर दादी खुश हो जाती है और मै उनको किस करने लगता हू
और दादी सिसकियाँ निकलने लगी फिर हम ऐसे ही किस करते रहे और फिर मैंने दादी की साडी हो उतार दिया
और फिर मै अपने भी सारे कपडे उतारने लगा और मै सिर्फ चड्डी मै रह गया फिर मै उन्हें गोद में बैठा कर प्यार करने लगा और उनकी नाभी और पेट को चूमने लगा और ब्लाउज के उपर से उनके चूचो को दबाने लगा
फिर मैंने दादी के सब कपडे उतार दिए और उनकी चुदाई करने लगा
दादी अब मुझसे मदहोश होकर चुद रही थी मगर वो अब तेज तेज चीख रही थी उनकी आवाज बाहर गई तो मम्मी सुनकर कमरे में आई और बोली बोली बेटा कम से कम दरवाजा थोड़ी बंद कर लेता मम्मी को देखकर दादी चौक गई और अपने ऊपर चादर डाल दी और चिल्ला कर कहा
दादी- सुमन तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमारी प्यार के बीच आने की हाय दईया मर गई आहह् आहह्
मै- दादी वो अब जमीदारन है आप उनसे ऐसे बात नही कर सकती मम्मी गलती से बंद नही किया आप जाओ
फिर मम्मी दरवाजा बंद करके चली गई और मै जोर जोर से धक्के मारकर चोदता रहा और दादी चिल्लाती रही
फिर एक घंटे बाद मैंने उसकी चूत मे ही पूरा माल छोड़ दिया और वही लेट गया
फिर दादी ने कहा
दादी- सत्यम मतलब अब मुझे सुमन का कहना मानना पडेगा
मै - वो तो करना ही पडेगा न अब मम्मी इस घर की सबसे बड़ी है वो जमीदारन है
दादी- और मेरा क्या होगा
मै- क्या होगा अब आप बस मेरा ख्याल रखेगी और बस मुझपे ध्यान दोगी
दादी- मगर दिन मै तो तुम्हें सब काम और दूसरी औरतो को भी तो ख्याल रखना होगा और रात मै तो तुम अपनी पहली पत्नी के साथ यानी जमीदारन के साथ रहोगे न
मै- अरे इसमे क्या है मै जमीदार हू तो मै जो चाहू कर सकता हू और कुछ दिन बाद मम्मी से बात करके तुम्हें भी अपने कमरे में शिफ्ट करवा दूंगा फिर हम तीनों साथ मे एक कमरे में रहेंगे
दादी- मतलब की हम तीनों साथ मे एक कमरे में रहेंगे ऐसा कैसे
मै- क्यू नही हो तो तुम मेरी पत्नी ही तो तुम दोनों मेरे साथ एक कमरे मे क्यू नही रह सकती
दादी- ठीक है जैसा तुम कहो
फिर मै कपडे पहन कर बाहर आ गया और बुआ से पूछा की मम्मी कहा है तो बुआ शर्मा कर कहा की जमीदार जी वो दीदी अपने कमरे मे है
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