Superb superbupdate 10
मै कमरे मे चला गया अंदर कमरा पूरा सजा हुआ था और दादी पलंग पर घूंघट में बैठी थी मै उनके बगल में जाकर बैठ गया
मै- दादी आपने घूंघट क्यू डाला है
दादी- वो जी सुहागरात मे लडका दुल्हन का घूंघट उठाता हैऔर अब आप मुझे दादी नही नाम लेकर बुलाये
मै- पहली बात तो यह की मै आपको दादी ही कहूँगा क्यू की आप मेरी दादी हो और दूसरी बात आप मुझे जैसे पहले बोलती थी बैठे ही बोलेंगी ये जी जा सुनो आप नही बोलेंगी
दादी- पर यह मै कैसे कर सकती हू आप मेरे पति हो और नए जमीदार और मै आपकी जमीदारन हू अब सब हमे मिलकर ही चलाना है
मै - वो ठीक है पर एक नए रिश्ते के लिए पुराने रिश्ते को तो खत्म नही कर सकते न
दादी- आप सही कह रहे हो मतलब तुम मै पहले की तरह ही तुम्हें बुलाऊंगी ठीक है तो अब हम सुहागरात शुरू करे
मै- दादी क्या आप सच मै यह करना चाहते हो
दादी- हा करना तो पडेगा न वरना हम पूरी तरह पति पत्नी नही बनेंगे और परम्परा अधूरी रह जाएगी
मै- ठीक है पर आपके साथ
दादी- चलो मै मदद करती हू
फिर दादी अपनी साडी और ब्लाउज पेटीकोट उतार दिया और सिर्फ ब्रा और पैंटी मे ,रह गईं दादी की उम्र जरूरी थी मगर उनका जिस्म बहुत भरा और मादक था उनकी गांड बहुत बड़ी थी मम्मी से भी बडी और बूब्स भी बहुत बडे थे मगर थोडे लटके हुए थे ये देख कर मेरा लंड खडा हो गया और दादी ने देखा फिर वो मेरे पास आई और मेरे कपडे उतारने लगी मै सिर्फ चड्डी मै था फिर वो मेरे होठों पर अपने होठों को रखकर किस करने लगी
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मै कुछ समझ नहीं पा रहा था की यह क्या हो रहा है फिर थोड़ी देर किस करने के बाद दादी घुटनों में बैठ गई और मेरी चड्डी उतार दी और मेरा तना हुआ मोटा लंड देख कर चौक गई और उनकी आंखे फटी रह गईं और बोली है मा यह कितना बडा और मोटा है मैंने आज तक इतना बडा लंड नही देखा अब पता चला की सुमन इतना क्यू चिल्लाती थी पता नहीं मैम इसे सहन कर पाऊंगी की नही
मैने कहा दादी रहने देते है क्युकि अगर मै शुरू होता हू तो रूकता नही हू और मुझे बहुत टाइम लगता है
दादी- कोई बात नही बेटा अब हमे साथ मे रहना है तो मुझे तो यह करना ही पडेगा और तुम्हे खुश करना मेरा फर्ज है आखिर तुम जमीदार हो और मै जमीदारन हू
फिर दादी मेरे लंड को पकड कर मुंह में लेकर चूसने लगी उमम्मम ऊममम करने लगी
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मै- आहह् दादी ओह्ह ऊममम आप अच्छा चूसती हो
दादी- उमम्मम उमम्मम उमम्मम उमम्मम
मै- लगता है आपको बहुत अनुभव है आहह्
दादी- उमम्मम उमम्मम हा वो बहुत साल पहले तेरे दादाजी के साथ करती थी मगर दस साल से कुछ नही किया है
मै- आहह् दादी आप बहुत ज्यादा अच्छा चूसती हो
फिर मैंने दादी से कहा दादी अब आप घोडी के जैसे बैठ जाओ मै अब रूक नही सकता
फिर दादी ब्रा और पैंटी उतार कर एकदम नंगी होकर घोडी बन गई और मै लंड को दादी की चूत मे डालने लगा
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और जैसे ही मेरा लंड दादी के अंदर गया तो दादी एक दम से चीख पडी
दादी- ओहहह मा मर गई आहह् आहह् निकालो मै मर जाऊँगी यह बहुत बडा है मर गई आहह् आहह् मै नहीं ले सकती
दादी की चीख बहुत तेज थी उनकी चीख बाहर सुनकर सब डर गए और हमारे कमरे के बाहर आ गए और पापा ने बाहर से पूछा मा क्या हुआ सब ठीक है न तो मैंने अपना लंड चूत मे से बाहर निकाला और दादी से कहा देखो बाहर सब आ गए फिर दादी सास मे सास भरकर पापा से बोली कुछ नहीं बेटा तुम सो जाओ
पापा- मा कुछ हो तो बताइए
दादी- कुछ नहीं हुआ तू जाकर सो जा
फिर मम्मी ने पापा से कहा कि वो होता है माजी ने बहुत सालो बाद ये किया है न तो दर्द तो होगा ही और सत्यम एक जवान लडका है,तो यह तो होना ही है फिर सब चले गये
मै- दादी आगे करे या नही
दादी- तुम शुरू करो मै कोशिश करूंगी
फिर दादी सीधी लेट गई और मै दादी को चोदने लगा और दादी अभी भी चिल्ला रही थी और उनकी आँखों से आंसू आ रहे थे
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दादी- आहह् हाय दईया मर गई आहह् आहह् उमम्मम बेटा जोर से आहह् उमम्मम मार डाला बेटा तूने धीरे धीरे डाल मर गई
मै- दादी आहह् आपकी चूत इस उम्र में ओह्ह भी टाईट लग रही है ओहहह
दादी- हा होहहह वो बहुत साल से नही आहहह्ह किया ऊममम मर गई आहह् आहह् इसलिए और तेरे दादाजी भी बहुत कम किया है आहह् उमम्मम और तेरा तेरे दादाजी से दुगना बडा और मोटा है
मै - दादी आह सच कहूँ तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है आहह् उमम्मम
दादी- आहह् हाय दईया मर गई आहह् आहह् उमम्मम बेटा मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है आहह् उमम्मम आज पता चला की असली मर्द से चुदना कितना संतुष्टि भरा होता है आहह् उमम्मम मुझे तो यकीन नहीं हो रहा कि मै अपने एकलौता पोते की पत्नी बनकर चुद रही हू आहहह्ह ओह्ह इस उम्र में
मै- दादी मगर आप पहले तो मेरी दादी हो न आहहह्ह उमम्मम मजा आ रहा है
दादी- हाँ ऊईईई मा मर गई आहह् आहह् ये तो है मगर अब तुम मेरे पति हो तो मै अपना पत्नी धर्म पूरी ईमानदारी से निभाऊगी और तुम्हे हर सुख आहह् देने की कोशिश करूंगी
मै- ठीक आहह् है दादी मगर मेरे लिए आप दादी ही पहले रहोगी फिर पत्नी और आप मुझे पहले की तरह ही सत्यम या बेटा ही कहो
दादी- आहह् उमम्मम आहह् उमम्मम बेटा जोर से आहह् उमम्मम ठीक है जैसा तुम कहो तुम्हारी आज्ञा का पालन करना मेरा फर्ज है
फिर एक घंटे तक हमारी जोरदार चुदाई चलती रही और दादी अब थोड़ी आराम से चीख रही थी और मै उन्हें धक्के मारकर चोद रहा था
फिर मैंने दादी से कहा कि अब मै नीचे लेट जाता हू और आप मेरे ऊपर आकर मेरे लंड पर बैठकर चुदाई करो फिर दादी मेरे ऊपर आकर मेरे लंड पर बैठकर चुदाई करने लगी
मुझे बहुत मजा आ रहा था मुझे पता नहीं था की दादी के साथ मुझे इतना मजा आएगा
मै- दादी आपके साथ मुझे आहहह्ह बहुत मजा आ रहा है
दादी- बेटा बहुत खुशी है कि मैंने अपने पति को खुश कर दिया ओह्ह मा मर गई आहह् आहह् उमम्मम बेटा
फिर इस तरह हमारी जोरदार चुदाई चलती रही और दादी चार बार झडी थी और तीन घंटे बाद मेरा भी झडने वाला था तो मैंने जल्दी से अपना लंड दादी की चूत मे से निकला कर उन्हें लिटा दिया और सारा माल उनके चूचो पर छोड़ दिया
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फिर हम वैसे ही नंगे लेटे रहे और बात करने लगे
मै- दादी मजा आ गया मैंने नहीं सोचा था कि आपके साथ इतना अच्छा लगेगा
दादी- मुझे भी आज पहली बार इतना अच्छा लग रहा है और पता चला है की पति का सुख क्या होता है ये किस्मत है की मेरी शादी तेरे साथ हुई है और अब मै हमेशा तुम्हारी हू तुम्हारे साथ रहूंगी
मै- दादी आप अभी भी बहुत सुन्दर हो
दादी- तुम भी न धन्यवाद तारीफ के लिए और अब आप जमीदार है और मै आपकी जमीदारन हू अब सब हमे मिलकर ही यह सब चलाना है और अब आप और मै एकसाथ इसी कमरे मे रहेंगे क्यू की जमीदार को जमीदारन के साथ ही रहना पडता है और अब तुम घर के मर्द भी हो तो सब औरतो पर अब तुम्हारा हक है मगर मै जमीदारन हू तो पहला हक मेरा है तुम पर
मै- वो ठीक है मगर मम्मी का क्या वो मेरी मम्मी है और मेरी पहली पत्नी भी है
दादी- अब तुम्हे मेरे साथ रहना पडेगा क्यू की मै आपकी जमीदारन हू और सुमन को आप तलाक दे दो और अपनी मम्मी बस रहने दो और मेरी सास बना दो बस और चाहो तो उनके साथ साथ भी और औरतों की तरह संबंध रख सकते हो
मै - दादी मै आपके साथ खुश जरूर हू मगर मै अपनी मम्मी को नही छोडूंगा क्यू की मै उनसे सबसे ज्यादा प्यार करता हूँ
दादी- ठीक है वो तुम उसे पत्नी रहने देना चाहते हैं तो ठीक है मगर क्यू की मै जमीदारन हू तो तुम पर पहले मेरा हक रहेगा और घर पर मेरी ही चलेगी और तुम्हे मेरे साथ रहना पडेगा
मै और दादी थक कर सो गए और फिर सुबह हो गई और हम एकदम नंगे चादर के अंदर सो रहे थे फिर मम्मी चाय लेकर हमारे कमरे मे आई हमे उठाने लगी
मम्मी- सत्यम उठ जा नौ बज गए है
पूरा कमरा विखरे हुआ था हमारे कपड़े यहाँ वहां पडे थे मम्मी ने ये देखा और सोचा कि लगता है माजी ने बहुत मजा किया है सत्यम के साथ
मै उठा तो देखा की मै नंगा था मैने मम्मी को गुड मार्निग कहा और इतने मे दादी भी उठ गई और मम्मी को चिल्ला कर कहा कि तुम यहा बिना इजाज़त के कैसे आ गई पता नहीं है हमने कपड़े नहीं पहने है आज के बाद हमारे कमरे में बिना दरवाजा खटखटाया नही आना तो मैंने दादी से कहा की आप उन्हें डाट क्यू रही हो वो तो बस चाय देने और मुझे उठाने आई थी फिर दादी ने कहा
कि अब तुम जमीदार और मै आपकी जमीदारन हू और हम दोनों के कमरे में कोई भी बिना इजाज़त नहीं आ सकता है चाहे वो आपकी मम्मी या पत्नी क्यू न हो तो मम्मी ने कहा आगे से ऐसा नही होगा माजी
फिर मै नहाने चला गया और मम्मी बाहर चली गई मै नहा कर बाहर आया तो तो देखा दादी तैयार हो रही थी वो सिर्फ ब्रा और पैंटी मे थी और उन्होंने मुझे बुलाया और कहा कि जमीदार जी बताईये कि मै कौन सी साडी पहने तो मैंने कहा जो आपको पसंद हो तो दादी ने एक लाल साडी पहनाकर पूरा नई दुल्हन की तरह की तरह तैयार हो गई और फिर हम बाहर आ गए मै डायनिग टेबल मे बैठकर मम्मी को आवाज लगाई और कहा मम्मी नाश्ता लाओ फिर तुरंत दादी बोली की आज थोड़ी देर बाद कथा है जिसमे हम दोनों को साथ बैठना है इसलिए मुझे और तुम्हे तबतक उपवास रखना होगा
तो मैंने मम्मी से कहा मम्मी मुझे भूख लगी है तो मम्मी ने कहा बेटा थोड़ी देर रूक जा कथा के बाद खा लेना फिर पंडित जी आए और कथा हुई फिर पंडित जी ने कहा कि सभी आकर इस घर के बड़ो का आशीर्वाद ले फिर निशा और मधु दीदी आई और मेरे और दादी के पैर छूने लगी तो मैंनेकहा ये आप क्या कर रही हो तो दादी ने कहा कि अब तुम इस घर के सबसे बडे और जमीदार हो तो अब सब तुमसे छोटे है क्युकि तुमने अपने दादाजी की जगह ली है मै पर ये सब मुझसे बडे है
दादी- अब मुझसे शादी के बाद तुम सबसे बडे होऔर अब इनको इनका कार्य करने दो
फिर सब एक एक करके मेरे और दादी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया फिर दीदी ने पापा से कहा कि सतेन्द्र जबकि मेरी शादी सत्यम से हो गई है और उसने तुम्हारे पिताजी की जगह ली हिंदू तो मम्मी ने कहा ब सत्यम तुम्हारे पिताजी जी है तो तुम भी इनका आशीर्वाद लो तो मैंने कहा दादी ये मेरे पापा है तो दादी ने कहा कि अब जब आपकी शादी मुझसे हो गई तो मेरा बेटा अब तुम्हारा भी बेटा है तो पापा ने कहा हा सत्यम अब यही सच है कि तुम मेरे पिता बन गए हो फिर दादी ने हुक्म चलाते हुए मम्मी से कहा तू क्या देख रही है चल सत्यम के पैर छूकर आशीर्वाद ले ये जमीदारन का हुक्म है तो मैंने कहा नही ये नही होगा मेरे पैर नहीं छुएगी दादी ने कहा कि ये जरूरी है अब तुम जमीदार हो तो मैंने कहा जो बी हो पर मम्मी मेरे पैर नही छुएगी फिर दादी मान गई फिर मैंने गौर किया की अब बुआ और फूफा लोग मुझसे सर झुका कर बाते कर रहे है और मुझे जमीदार जी कह रहे है और दादी सब पर हुक्म चला रही है इस तरह दिन गुजर गया और रात में सब सोने जाने लगे तो दादी ने मम्मी से कहा कि सुमन जमीदार जी का समान पैक करके उनके कमरे मे कल रख देना तो मम्मी ने कहा ठीक है तो मै अपने कमरे मे जाने लगा तो दादी ने कहा कि जमीदार जी हमारा कमरा वहा है चलिए फिर मै दादी के साथ उनके कमरे में चला गया फिर थोड़ी देर बाद दादी ने मेरे पेंट के ऊपर से मेरे लंड को पकड कर सहलाने लगी जिससे मेरा लंड एकदम खडा हो गया और फिर दादी ने कहा कि जमीदार जी शुरू करै प्यार करना मुझे तुम्हारे बिना रहा नहीं जा रहा है कल के बाद से एक दिन भी तुमसे चुदने बिना रह नही पाऊँगी यह कहकर दादी ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और एक दम नंगी हो गई और मेरा लंड निकालकर चूसने लगी उमम्मम ऊममम करने लगी
मैंने कहा दादी मुझे यहाँ नही सोना है मुझे मेरे कमरे में सोना है तो दादी ने कहा कि ठीक है कल हम तुम्हारे कमरे मे शिफ्ट हो जाएंगे और सुमन को यहा शिफ्ट कर देंगे तो मैंने कहा मुझे मम्मी के साथ रहना है तो दादी ने कहा कि क्या तुम्हें मेरे साथ करने मे मजा नही आ रहा है क्या तो मैंने कहा अच्छा तो लग रहा है मगर मेरे लिए मेरी मम्मी ही सबसे पहले है तो दादी ने कहा कि अब तुम मेरे साथ ही इस कमरे मे रहोगे रात मै चाहे दिन मै किसी के साथ रहो और कुछ भी करो मगर रात मे जमीदारन के साथ ही रहना पडता है और फिर दादी मेरे ऊपर आकर मुझे चूमने लगी और हमारी जोरदार चुदाई चलती रही
दादी कल की तरह जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर खुद रही थी उनकी चीख बहुत तेज थी उनकी सिसकियाँ बाहर तक सुनाई दे रही थी
मै भी फुल जोश मे था और दादी की ताबड़तोड़ चुदाई कर रहा था एक घंटे की चुदाई के बाद मैंने दादी को खडा किया और तेल अपने लंड मे लगाकर लंड को दादी की गांड मे एकदम से घूँसा दिया तो दादी दर्द के मारे कराह उठी
ओह मा मर गई आहह् आहह् मार डाला बेटा तूने निकाल बाहर कहा घुसा दिया मै मर,जाऊँगी निकाल इसे बाहर बहुत दर्द हो रहा है मेरी गांड फट गई ओह माई मर गई आहह् आहह् उमम्मम बेटा
मै - दादी कैसा लगा आपको तो पसंद है न मुझसे चुदना तो,थोडा दर्द भी सह लो
दादी- हा बेटा मगर तूने गलत छेद मे डाल दिया है ओहहह हम्म्म्म मर गई आहह् आहह् मार डाला बेटा तूने गांड का छेद छोटा होता है थे तू बाहर निकाला और चूत मे डाल
मै - मैंने सही जगह डाला हू मुझे मजा आ रहा है
दादी ,- मै मर गई आहह् आहह् उमम्मम बेटा निकाल नही तो मै मर जाऊँगी यह बहुत बडा है आहहह्ह ओह्ह इस उम्र में सह नहीं सकती गांड मे इतना बडा और मोटा लंड
मै- दादी थोडा दर्द सह लो आखिर जमीदार हू मै और आप मेरी जमीदारन हो
फिर मै दादी की गांड की जोरदार चुदाई करता रहा
दादी की चीख पूरी हवेली मे गूंज रही थी सब ये सुन रहे थे फिर दो घंटे गांड मारने के बाद मै उनके मुंह के अंदर सारा माल गिरा दिया और दादी से कहा पूरा माल पी जाओ दादी नही कर रही थी मगर मैंने जबरदस्ती उन्हें सारा माल पिला दिया
फिर वो एकदम थक गई और दर्द से कराहते हुई सो गई