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Incest लंगड़ा घोड़ा पापी लोड़ा

Nasn

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अपडेट 8 (लाल रंग से लिख रहा हूं तो आप लोग समझ गए होंगे)

अमजद नंगा राजा की तरह पैर नीचे करके बेड पर बैठा था और दिव्या नंगी होकर घुटनों के बल कुत्तिया की तरह नीचे बैठी थी और अमजद का लंड चाट रही थी।
अमजद के लिए ये सीन एक सपने के जैसा था।वो कभी सपने में भी नहीं सोच सकता था कि दिव्या जैसी खुबसूरत और घमंडी लड़की कभी उसका लंड चुसेगी।मगर यहां दिव्या उसका लंड ही नहीं चूस रही थी बल्कि उसकी रंडी बन कर उसका लंड चूस रही थी।

अमजद सोच रहा था कि अगर जैसी घमंडी और गुस्सैल लड़की उसकी रखैल बन सकती है तो दूसरी लड़कियां और औरतें भी उसकी रखैल बन सकती है।अब मै उन सभी औरतों को अपनी रंडी बनाऊंगा,जिन्होंने मेरा लंगड़े होने का मज़ाक उड़ाया था।मुझे थोड़ा लंगड़ाके चलते देख मुझपे हसती थी।उनको मैं अपने इस बड़े लौड़े से ऐसे चोदूंगा की उनकी चाल बिगड़ जाएगी। अब रंडियां मुझसे चूत मरवाके गांड मरवाके लंगड़ी चलेगी और सब लोग हसेंगे।

अब ज्यादा बकचोदी नहीं।
अब आते है कहानी पे।मेरा मतलब अब देखते है दिव्या का भोलापन(रंडीपन)और अमजद का कमीनापन।

दिव्या बड़े मजे से अमजद का लंड चूम रही थी।दिव्या ने लंड चूम चूमकर अमजद के काले लंड को गुलाबी कर दिया।अरे दिव्या के होठों पर गुलाबी लिपस्टिक लगी हुई थी।।

अमजद=मेरी रांड।
दिव्या=(लंड चूमते हुए अमजद की तरफ देख कर)जी मालिक।
अमजद=कैसा है मेरा लंड।
दिव्या=मालिक बहुत प्यारा है।
अमजद=मेरा लंड तुझे पसंद आया मेरी कुतिया।
दिव्या=मालिक बहुत पसंद आया आपका बड़ा लंड।
अमजद=तो अब ऐसे बच्चो की तरह चूमना छोड़ और एक रंडी कुत्तिया की चाट और मेरे लंड पे लगी हुई लिपस्टिक साफ कर। और हां ऐसे चाटना जैसे वो वीडियो वाली छोटी लड़की चाट रही अपने नौकर का लंड।(अमजद जानबूझकर उस वीडियो वाली लड़की का जिक्र कर रहा था)
दिव्या= जी मालिक।आपकी रखैल आपका लंड एक कुतिया की तरह चाट कर साफ करेगी। और वीडियो वाली उस पिद्दी सी लड़की से अच्छा चाटेगी आपकी ये रंडी।

ओर दिव्या अमजद के बड़े लंड को बड़े ही कामुक तरीके से एक रंडी की चाटने लगी।
अमजद=आह मेरी रखैल मेरी रंडी चाट मेरे लंड को, ऐसे ही चाट अपने मालिक के लंड को,चाट साली कुतिया।
अमजद को जिंदगी में पहली बार इतना ज्यादा मजा आ रहा था।क्योंकि उसकी नेक और पाक बीवी ने आजतक अमजद के लोड़े को हाथ भी नहीं लगाया था लंड चूसना/चाटना तो दूर की बात है।अमजद की बीवी तो बस कपड़े उतार कर टांगे फैला कर लेट जाती थी और अमजद बस उपर चढकर लंड घुसाकर चोदता था।और जब अमजद का पानी निकलता तो वो कपड़े पहन कर से जाती।अमजद को जिंदगी कभी चुदाई का असली सुख नहीं मिला।मगर आज दिव्या अमजद को चुदाई का असली सुख दे रही थी।

दिव्या को भी लंड चाटने में बहुत मजा आ रहा था।वो सारी दुनिया को भूलकर,बड़े मजे से अमजद का लंड चाट रही थी। दिव्या को लड़ चाटते हुए करीब 10 मिनट हो गए थे।

अमजद=कुतिया अब लंड चटाई बहुत हुई।अब अपने मालिक का लंड चूस और साली रंडी अगर लंड पे दांत लग गए तो तेरी चुदाई नहीं करूंगा।धक्के मारके कमरे से बाहर निकाल दूंगा,फिर तड़पते रहना इस बड़े लंड के लिए।
दिव्या=(लंड से खेलते हुए)मालिक दांत नहीं लगाऊंगी आपके इस प्यारे और मोटे लौड़े को।और थोड़ा दांत टच हो जाए तो आज के लिए माफ कर देना आपकी इस रंडी को।क्योंकि जिंदगी में पहली बार लंड चूसने वाली हूं वो भी अपने मालिक का।प्लीज माल पहली बार माफ कर देना,धीरे धीरे लंड चूसना सीख जाऊंगी।
अमजद=साली रण्डी अब बातें मत चोद,मेरा लंड चूस।
दिव्या= जी मालिक चूसती हूं आपका लंड।

दिव्या ने अमजद के लंड को दोनों हाथों में पकड़ा और लंड के सुपाड़े को अपने छोटे से मुंह में लिया।लंड का सुपाड़ा इतना बड़ा था कि दिव्या के मुंह में बड़ी मुश्किल से गया।
पहली बार किसी लड़की के मुंह में लोड़ा डालकर अमजद के मजे की कोई सीमा नहीं थी।अपनी बीवी की चूत लंड डालने से ज्यादा मजा उसे दिव्या के मुंह में लंड डालने से आ रहा था।
अमजद=आह मेरी रंडी कितना गर्म मुंह है तेरा।
दिव्या अब अमजद के लोड़े के सुपाड़े को धीरे धीरे चूसने लगी।दिव्या पहलीबार लंड चूस रही थी वो अपनी जिंदगी के सबसे नापसंद इंसान का।दिव्या कभी अपने पति या प्रेमी का लंड नहीं शायद।मगर अब हवस में अंधी होकर अपने बाप की उम्र के एक लंगड़े इंसान की रंडी बन कर उसका लंड चूस रही थी।साली हवस मर्द को दरिंदा और औरत को रंडी बना देती है। और दिव्या और अमजद के साथ वही हुआ।अमजद अपने खड़े लंड की वजह से एक नेकदिल,इज्जतदार,समझदार इंसान होकर भी एक शैतान बन गया था।अमजद को अगर ये खड़े लंड का प्रोब्लम नहीं होता तो अमजद दिव्या को रंडी बनाना तो दूर की बात उसे गलत नजर से भी नहीं देखता।दिव्या को चोदकर अपना वीर्य निकालने के बाद उसे गिल्ट फील होता है या फिर उसे नई नई चूतों को चोदने का चस्का लग जाएगा।

अमजद=साली रण्डी लंड का सिर्फ टोपा चूस रही है बाकी का लंड तेरी मां चुसेगी क्या।पूरा लंड चूस साली।और ऐसे प्यार से लंड क्यों चूस रही है।तू मेरी बीवी या माशूका नहीं है,तू मेरी रंडी है,तू मेरी रखैल है।इसलिए गंदे तरीके से एक रंडी की तरह मेरा लौड़ा चूस। कहने को तो तू मेरी रंडी बन गई है पर हरकतें अब भी मामूली लड़की वाली कर रही है।मुझे पता है तू पहली बार लंड चूस रही है,और तुझे लंड चूसने में बहुत तकलीफ होगी।मगर तुझे पता होना चाहिए कि जब एक रंडी को उसका मालिक जब दर्द देता है तो उसके मालिक को बहुत खुशी होती है।और अपने मालिक की खुशी में ही एक रंडी की खुशी होती है।तुझे अगर खुश रहना है तो अपने मालिक को खुश करना पड़ेगा।अगर एक रंडी का मालिक उसे बड़ी बेरहमी से चोदता है तो समझ लेना की मालिक अपनी रांड से बहुत खुश है।अगर उसका मालिक उससे प्यार से बात करता है तो वो रंडी कहलाने लायक नहीं है। बेइज्जत और जलील होने में ही एक रंडी की शान है।अब तू बता तुझे मेरी असली रंडी बनाना है या उस नामर्द मोहित की प्रेमिका बनाना है।साली कुत्तिया तुझे अच्छी रंडी तो वो वीडियो वाली छोटी लड़की है जो अपने नोकर को अपना मालिक बनाकर उसे कितना मजा दे रही थी।मेरी रंडी बनना तेरे बस की बात नहीं है, तू जा अपने उस नामर्द के पास, मैं किसी बेशर्म और बहदूर लड़की को अपनी रंडी बनाऊंगा। क्योंकि तू कभी बेशर्म और गंदी रंडी नहीं बन पाएगी।(और अमजद ने दिव्या को एक लात मारी और दिव्या दूर जा गिरी।)

अमजद के ऐसे धुतकारने से दिव्या बहुत डर गई थी,दिव्या को लगा उसे अब अमजद का बड़ा लंड नहीं मिलेगा,उसे बस अमजद का लंड चाहिए था अपनी चूत में क्योंकि अमजद ने उसकी चूत में हवस आग लगा दी थी। और दिव्या अमजद के पेर पकड़कर मिन्नते करने लगी।
दिव्या=मालिक ऐसा जुर्म मत कीजिए अपनी रंडी पर।आप मुझे मारो,गालियां दो,मुझे जलील करो, जितनी हो सके उतनी बेरहमी से चोदिए मुझे, मैं उफ तक नहीं करूंगी। मैं अब सारी गंदी हरकतें करूंगी जो एक रंडी करती है बल्कि एक रंडी से भी ज्यादा गंदी हरकते करूंगी।जैसा आप कहेंगे वैसा करूंगी पर आप मुझे अपनी रंडी रहने दो।आप मुझसे जितने काम करवाओगे वो सारे गंदे काम करूंगी।

अमजद= सोचले साली कुत्तिया अब भी वक्त है। मैं तुझे बहुत गंदे काम करवाऊंगा और तुझे करने पड़ेंगे।
दिव्या=(चूत के हाथों मजबूर होकर)मालिक मैं सारे गंदे काम खुशी खुशी करूंगी।
अमजद=(एक घिन्नोनी मुस्कराहट होठों पर लिए)ठीक है मेरी पालतू कुतिया दिखा अपने मुंह का जलवा और खुश कर अपने बदन के मालिक को।

इतना सुनते ही दिव्या झपट पड़ी अमजद के लंड पर।जैसे हफ्तों से भूखा इंसान खाने पर झपटता है। बड़े है डीप तरीके से लंड चूसने लगी।अमजद लोड़ा बड़ा होने की वजह से बड़ी मुश्किल से दिव्या के मुंह में जा रहा था मगर फिर भी दिव्या ने आधा लोड़ा अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी।उसके थूक से अमजद लोड़ा पूरा सन गया था।वो पूरी कोशिश कर रही थी लोड़ा पूरा मुंह में लेने की मगर लोड़ा जब गले तक जाता वो खांसने लगती।अमजद ने भी सोचा साली रण्डी का पहली बार है इसलिए ज्यादा फोर्स नहीं करूंगा,नहीं तो साली चुदाई के डर जाएगी।आज जितना करती करने देता हूं जब होशियार हो जाएगी लंड चूसने में तब बड़ी बेरहमी से इसका मुंह चोदूंगा।

अमजद=(जिंदगी का असीम मजा लेते हुए)हां ऐसे ही चूस मेरी रांड।बस इसे ही चूसती रह मेरा लौड़ा।आह साली रण्डी साली कुतिया।तू अब सीख रही हैं लंड चूसना जब सीख जाएगी तब मैं तेरा मुंह चोदूंगा।

दिव्या बहुत ही passionate तरीके से लंड चूस रही थी।
अमजद=रंडी लौड़ा चूसने के साथ साथ मेरे आंड भी चूस तुझे मेरी आंड की महक बहुत अच्छी लगेगी। आंड लंड की असली ताकत है।लंड कितना भी बड़ा क्यों न हो आंड के बिना वो खड़ा भी नहीं हो सकता है।इसलिए अपने मालिक के आंड को भी चूसकर आंड को खुश करो ये तुझे खुश करेंगे,लंड को ज्यादा देर तक खड़ा रखके।

दिव्या बिना किसी शर्म के और बिना मुंह बनाए लंड को मुंह से निकाल कर आंड चूसने लगी।
दिव्या लंड और आंड इस चूस रही हो जैसे दुनिया का सबसे स्वादिष्ट भोजन हो और वो भी आखरी।
अब दिव्या बेहतरीन लंड चुसाई से अमजद को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था।मगर वो दिव्या की तारीफ करके उसको सर नहीं चढ़ाना चाहता था।
दिव्या की कामुक लंड चुसाई का असर ये हुआ कि अमजद को लगा ये ऐसे ही चूसती रही तो वो कभी झड जाएगा और अगर वो एकबार झड़ गया तो उसे दिव्या पर रहम आ जाए और शायद चोद भी ना पाए।और लंड खड़ा होने तक साली दिव्या का ह्रदय परिवर्तन ना हो जाए। और साला टाइम भी बहुत हो गया है।वैसे यहां आता तो कोई नहीं फिर भी रिस्क नहीं लेना चाहिए। इसलिए अमजद ने सोचा अब इसकी चुदाई करनी चाहिए।

अमजद=मेरी रांड चुदना है तुझे।
दिव्या तो कबसे तैयार थीं।
दिव्या=(झट से) हां मालिक चुदना है।

अमजद=तो आ जाओ बेड पे।
दिव्या खुश होकर उछलकर बेड पर आ गई।अमजद ने उसको बाहों में भर लिया।और उसके होठ चूसने लगा।दिव्या फुल साथ दे रही थी। ये सीन जो भी देखता ये ही कहता कि ये फूल और कांटे का मिलन है और आज फूल कुचला जाएगा बड़ी बेहरहमी से।
कुछ देर दिव्या के होठों को चूसता रहा फिर दिव्या को बेड पे लिटा दिया और उसकी नंगी छोटी चूचियां को पहले पहले हाथ से मसला फिर अपना मुंह लगाकर चूसने लगा।और कभी कभी अपने दांतों से काटता भी था। दिव्या तो मजे से पागल हुए जा रही थी।
दिव्या=आह मालिक और जोर से चूसिए अपनी रंडी की चुचियों को।मेरी चुचियों को खा जाइए।ओह मेरे मालिक आप मुझे कितना मजा दे रहे हैं।

अमजद दिव्या की चुचियों को बड़ी बेरहमी से चूसने के बाद उसके पेट को चाटने लगा।फिर उसकी नाभी में जीभ डालकर,अपनी जीभ से चाटने लगा।नाभी चूसने के बाद जब जब वो दिव्या की टांगों के बीच आया तो उसे मदहोश कर देने खुशबू आई।और ये खुशबू आ रहीं थी हर मर्द की सबसे पसंदीदा चीज(चूत)से। जब अमजद ने रस टपकाती दिव्या की फूल जैसी इतनी प्यारी चूत को देख कर अमजद से नहीं गया और टूट पड़ा दिव्या की चूत पर और एक कुत्ते की तरह चाटने चूसने लगा।अमजद ने आज तक अपनी बीवी चूत नहीं चाटी थी मगर दिव्या की चूत चूसने के बाद उसे अफसोस हुआ कि क्यों उसने आजतक अपनी बीवी की चूत को चूस नहीं।वैसे भी शबाना उसे चूसने भी नहीं देती क्योंकि को यह सब गंदा लगता था।

अमजद के ऐसे चूत चूसने से दिव्या सातवें आसमान पर पहुंच गई।वो गांड उठा उठा कर चूत अमजद के मुंह पर मारने लगी।उसे बहुत मज़ा आ रहा था।
दिव्या=आह मालिक ऐसे ही चूसिए अपनी रंडी की चूत को।बहुत तड़पाती है ये चूत मुझे खा जाइए इसे।आह मालिक बहुत मजा आ रहा है।
ओर फिर दिव्या का शरीर अकड़ने लगा।अमजद को पता चल गया साली अब झड़ने वाली है तो अमजद ने दिव्या की चूत को चूसना छोड़ दिया।अमजद जानता था कि साली रण्डी झड गई तो ये ठंडी पड़ जाएगी और मेरा ये लंड झेल नहीं पाएगी।इसलिए इसको गर्म रखना जरूरी है।अमजद अपना लंड पकड़ कर दिव्या की टांगों के बीच बैठ गया।

और अमजद ने दिव्या को ऐसे बीच मझधार में छोड़ा तो दिव्या तड़पने लगी।
दिव्या=आह मालिक अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है कुछ कीजिए।नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
अमजद=क्या करूं मेरी रांड।बता मेरी रखैल।
दिव्या=(बिन जल मछली की तरह तड़पते हुए)आह मालिक आप अपना ये बड़ा लंड मेरी चूत में डालकर चोदिए मुझे।प्लीज मालिक मुझपे रहम कीजिए।ये चूत की आग मुझसे बर्दास्त नहीं हो रही है।
अमजद=(अपने लंड को दिव्या की चूत पर घिसते हुए)तुझे बहुत दर्द होगा जब मेरा इतना बड़ा लंड तेरी छोटी सी चूत में जाएगा तब।
दिव्या=(अपनी गांड उठाकर चूत को अमजद के लोड़े पर रगड़ते हुए)आह मालिक मै हर दर्द बर्दास्त कर लूंगी।आप बस अपना लंड मेरी चूत डालकर मेरी प्यास बुझा दो।नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
अमजद= और तुझे ज्यादा दर्द हुआ तो मैं तुझे बेरहमी चोदता रहूं या लंड तेरी चूत से बाहर निकाल दूं।
दिव्या=नहीं मालिक आप लंड बाहर नहीं निकालेंगे।आपको मेरी कसम मुझे कितना भी दर्द हो मैं कितना भी चिल्लाऊं आप मुझे बेरहमी से चोदते रहिए।
अमजद=ये हुई ना असली रंडी वाली बात।अब सुन रंडी जब मैं ये लंड तेरी चूत में डालूंगा तो तुझे बहुत दर्द होगा।तू चिल्ला सकती है रो सकती है,मगर ये नहीं कहेगी कि मालिक मुझे दर्द हो रहा है आप अपना लंड बाहर निकाल दीजिए,बल्कि तुझे ये बोलना है कि मालिक अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दो और मुझे बेरहमी से चोदो फाड़ दो मेरी चूत को।समझी।
दिव्या=जी मालिक मैं बाहर निकालने को नहीं कहूंगी। मैं जानती हूं लड़की पहली बार चुदवाने पर बहुत दर्द होता है।मेने अपनी सहेलियों से सुना है।आप मुझे बेरहमी से चोदना पूरा लंड घुसाकर।

अमजद= अपने पापा की कसम खाकर कह कि तू लंड बाहर निकालने को नहीं कहेगी बल्कि पूरा अंदर डालकर बेरहमी से चोदने को कहेगी।

दिव्या=(अपनी चूत को लंड पर रगड़ते हुए)हां मालिक मैं अपने पूरे परिवार की कसम खाकर कहती हूं कि मैं आपको अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकालने को नहीं कहूंगी बल्कि बेरहमी से चोदने को कहूंगी।
दिव्या ने हवस में अंधी होकर अपने पूरे परिवार की कसम खाली पर क्या पता था कि जब उसकी छोटी सी चूत में जब अमजद का 9 इंच लंबा और 4इंच मोटा लंड जाएगा तो उसे अपनी इस कसम पर कितना पछतावा होगा।और अमजद जानता था कि दिव्या उसका लंड झेल नहीं पाएगी।उसकी बीवी शबाना 40 साल की उम्र में भी उसका लंड नहीं झेल पाती है तो ये तो 18 साल कुंवारी लड़की है।ये कैसे झेल पाएगी।इसलिए उसने दिव्या को कसम खाने को कहा था।क्या पता साली मुकर जाएं।
अमजद=तो ठीक है मेरी रांड तैयार हो जा एक लड़की से मेरी पक्की रंडी बनने को।
दिव्या=(खुश होते हुए)मालिक आपकी रंडी तैयार है। आपका बड़ा लंड लेने के लिए।

और अमजद ने अपने लंड को दिव्या की छोटी सी नाजुक चूत पर रखा और लंड दिव्या की चूत में घुसाने लगा।मगर दिव्या की चूत इतनी टाईट थी कि लंड का सुपाड़ा भी अंदर नहीं जा रहा था।अमजद जानता था ऐसे नहीं जाएगा।तो अमजद दिव्या के उपर चढ़ गया और एक हाथ से दिव्या के बाल पकड़कर होठ चूसने लगा और दूसरे हाथ से अपना लंड पकड़कर दिव्या की गुलाबी चूत पर रखा और पूरा जोर लगाकर एक करारा धक्का लगाया। लंड का सुपाड़ा दिव्या की चूत में चला गया।दिव्या दर्द से सटपटाने लगी। मगर वो चिल्ला नहीं पा रही थी क्योंकि अमजद ने पहले से ही अपने मुंह को दिव्या के मुंह से लगा रखा था।दिव्या को बहुत हो रहा था तो हाथ पैर इधर उधर मारने लगी।अमजद से सोचा ये साली रण्डी ज्यादा हिली तो लंड इसकी चूत से बाहर निकल जाएगा और फिर दोबारा नहीं डालने देगी।तो अमजद ने अपने बदन का दवाब दिव्या के जिस्म पे डालकर अपनी पूरी ताकत लगाकर एक जोरदार धक्का मारा और अमजद का 6 इंच लंड दिव्या की चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया और अमजद को ये भी एहसास हो गया की उसने दिव्या की सील तोड़ दी है।दिव्या का बुरा हाल था वो चिल्लाना चाहती थी मगर अमजद उसके सर को पकड़कर अपने होठ दिव्या के होठों से लगा रखे थी।दिव्या की आवाज अंदर ही दब गई थी वो गूं गूं करने लगी पहले उसकी चूत से पानी निकल रहा था मगर अब उसकी आंखों से पानी निकल रहा था।जो लड़की थोड़ी देर पहले लंड अंदर लेने के लिए तड़प रही थी अब वो लड़की लंड बाहर निकालने के लिए तड़प रही थी।कितनी गर्म और चुदासी थी मगर थी तो एक वर्जिन लड़की पहली बार लंड अंदर जाएगा तो दर्द तो होगा ही और लंड अगर अमजद के जैसा होतो आप लोग समझ ही सकते हो(आप लोग मतलब इस फोरम की लड़कियां)अमजद जानता था दिव्या को बहुत दर्द हो रहा है क्योंकि दिव्या की चूत इतनी टाईट थी कि अमजद का लंड भी दर्द कर रहा था।

कुछ देर तक अमजद ऐसे ही अपना लंड दिव्या की चूत में घुसाए पड़ा रहा फिर उसे लगा दिव्या थोड़ी शांत हो गई है तो अमजद दिव्या के होठ चूसने लगा।5 मिनट तक दिव्या के होठों को चूसता रहा।फिर दिव्या को थोड़ा दर्द कम हुआ तो वो किस्स का रिस्पॉन्स देने लगी वो भी अमजद को किस्स करने लगी।
अमजद ने जब देखा अब दिव्या का दर्द थोड़ा कम हुआ है तो उसने थोड़ा लंड बाहर खिंचा और धीरे से अंदर धक्का मारा।दिव्या फिर थोड़ा हिली किस्स करते हुए उसकी आंखें बंद थी जब अमजद ने लंड को आगे पीछे किया तो उसने आंखे खोल दी।अमजद फिर उसे किस करने लगा। आंसू दिव्या की आंख से अब कम निकल रहे थे।जब अमजद और दिव्या का दम घुटने लगा तो अमजद ने किस्स तोड़ा।
दिव्या जोर जोर से सांसे लेने लगी।जैसे ही वो सांस ले रही थी उसकी चूत में दर्द हो रहा था।और वो दांत पीसकर दर्द को बर्दास्त कर रही थी।
अमजद=बोल रंडी दर्द हो रहा है लंड निकाल दूं बाहर।
दिव्या=(सुबकते हुए)मालिक आप मेरे दर्द की परवाह मत कीजिए,आप अपना लंड बाहर मत निकालिए।आप चोदते रहिए मुझे।
अमजद=बोल रंडी कुत्तिया कैसे चोदूं तुझे प्यार या....(अमजद ने बात अधूरी छोड़ दी)
दिव्या=(दर्द से) नहीं मालिक प्यार से नहीं। मैं आपकी बीवी नहीं आपकी रखैल हूं आपकी रंडी हूं,इसलिए आप बेरहमी से चोदना मुझे मेरे दर्द की मेरे चीखों की परवाह मत कीजिए।
अमजद भी सोचने लगा साली रण्डी है तो बहादुर।
अमजद=वाह मेरी रंडी मान तू मेरी रखैल बनने के लायक है,तू तो उस वीडियो वाली छोटी सी लड़की से भी बहादुर है।वो लड़की पहले चुदवा चुकी थी छोटे लंड से मगर तू तो सील पैक है फिर इतना बड़ा लंड ले रही है।और चोदने को कह रही है।अब अगर चुदवाते टाइम तुझे दर्द हुआ तो तू चिल्लाना रोना मगर फिर भी और जोर से चोदने को बोलना।तू ऐसा करेगी तो तुझे में रोज चोदूंगा और तुझे जिंदगी भर अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।
दिव्या=जी मालिक।अब आप चोदिए अपनी रखैल को।

और अमजद ने आव देखा ना ताव लंड थोड़ा बाहर निकालके एक जोरदार धक्का लगाया। पूरा 9 इंच का लंड दिव्या की छोटी सी चूत के अंदर।और दिव्या इतनी जोर से चिल्लाई की पूरा कमरा उसकी चीख से गूंज उठा।
अमजद ने उसकी चीख की परवाह किए बिना अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला और फिर एक धक्का मारा।दिव्या अपने मुंह पर हाथ रखकर रोने लगी। जब अमजद ने चूत तरफ देखा तो उससे खून निकल रहा था।

अमजद=देख मेरी रांड देख अपनी चूत को।तेरी सील टूट गई,तू एक मामूली लड़की से एक लौड़ों की रानी बन गई है मेरा इतना बड़ा लौड़ा अपनी अनोखी चूत में लेकर।(अमजद ने खून से सना हुआ लंड चूत से थोड़ा बाहर निकाला)देख मेरी रांड देख इधर,ये मेरे लंड पर लगा खून तेरी चूत का है,देख इसे ये दोबारा कभी देखने को नहीं मिलेगा।ये खून पहली बार और आखिरी बार है।और देख मेरे लौड़े को, तेरी चूत भी अब किस्मतवाली हो गई,क्योंकि तेरी चूत का उदघाटन एक असली मर्द के असली लोड़े से हुआ है। तुझे खुश होना चाहिए रंडी और तू रो रही है। अब बोल साली रण्डी ऐसे ही लंड घुसाए पड़ा रहूं या चोदूं अपनी रंडी को।
दिव्या=(करहाते हुए)आप चोदिए मालिक।मुझे चोदकर अपनी पक्की रंडी बना लीजिए।
फिर क्या था अमजद धीरे धीरे लंड दिव्या की चूत में आगे पीछे करने लगा।मगर दिव्या अब चिला रही थी।
5 मिनट तक ऐसे ही धीरे चोदने के बाद अमजद बोला।
अमजद=बोल मेरी रखैल।ऐसे चोदूं या जबरदस्त तरीके से जोर जोर से धक्के लगाकर।
दिव्या को दर्द तो अभी भी हो रहा था मगर फिर भी उसने कसम खाई थी।जोर से चोदने को कहने की।
दिव्या=मालिक ऐसे धीरे धीरे नहीं।जोर से चोदो अपनी इस रखैल को फाड़ दो मेरी चूत को।बहुत तड़पाया है इसने मुझे ।
अमजद तो यही चाहता था।फिर क्या अमजद दिव्या को बड़ी बेरहमी से चोदने लगा।
और दिव्या दर्द से जोर जोर से चिल्लाने लगी।
अमजद=और चिल्ला मेरी रांड और जोर से चिल्ला मेरी कुत्तिया।मुझे तेरी चीखे सुननी है।तेरी चीखे सुनकर तेरे मालिक को बहुत मजा आ रहा है,चिल्ला साली रण्डी चिल्ला।

10 मिनट तक अमजद दिव्या को जानवरों की तरह चोदता रहा,साथ में उसकी चूचियां दबाने लगा और चूसता रहा उसके होठ चूसता रहा।
अब दिव्या चीखों की जगह दिव्या की सिसकारियां ने ले ली थी।अब दिव्या को दर्द के साथ मजा भी आने लगा था।
और फिर अमजद दिव्या के उपर से उठा और घुटनों के बल बैठकर चोदने लगा।अब दिव्या दर्द कम पड़ चुका था।अब दर्द पे मजा हावी हो गया था।पहले दिव्या दर्द से चिल्ला रही थी मगर अब वो मजे से चिल्ला रही थी।
दिव्या =ओह मालिक बहुत मजा आ रहा है।और जोर से चोदो अपनी इस रखैल को।जमकर चोदो अपनी रंडी को फाड़ मेरी चूत।ओह मालिक ऐसे चोदते रहो।आपने पहले मुझे अपनी रंडी क्यों नहीं बनाया,पहले क्यों नहीं चोदा मुझे अपनी रखैल बनाकर। मैं जिंदगी भर आपकी गुलाम बनके रहूंगी बस आप मुझे जिंदगी भर चोदते रहिए।
अमजद=(दिव्या के गाल पे और चुचियों पे थप्पड़ मारते हुए)ओह मेरी कुत्तिया,मेरी रंडी क्या चूत है तेरी, मेरे लंड को जकड़ रखा है कितनी टाइट है तेरी चूत,तेरी इस टाइट चूत को में चोद चोदकर इसका भोसड़ा बना दूंगा। और तुझे मैं जिंदगी भर अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।
और अमजद दिव्या बड़ी बेरहमी से चोदने लगा।दिव्या पिछले दो घंटो से गर्म थी तो अब उससे बरदस्त नहीं और चिल्लाते।
दिव्या=आह मालिक मुझे कुछ हो रहा।आह मालिक सभालो मुझे।मेरी चूत में तूफान आ रहा है। मालिक और जोर से धक्के मारो।और बेरहमी से चोदो।
अमजद=आने मेरी रंडी उस तूफान को।उसी तूफान के लिए ही तो तू मेरी बनकर चुदवा रही मुझसे।और तुझे अपनी रंडी बनाकर चोद रहा हूं।तू झड रही मेरी रांड।तेरा पानी छूट रहा है कुत्तिया। रोक मत अपने आपको झड़ जा कुत्तिया, भिगो दे मेरे लंड को अपने रस से।
और दिव्या का शरीर अकड़ने लगा और उसने अमजद को अपनी बाहों में जकड़ लिया और चिल्लाते हुए झड़ने लगी।
दिव्या=ओह मालीईईक मैं गई।में आ रही हूं संभालो मुझे।

ओर दिव्या की चूत सैलाब फूटा जिससे अमजद के लंड के साथ उसके आंड और चादर भी भीग गई।दिव्या की लाइफ का पहला orgasm था।इसलिए वो बेजान सी होकर पड़ी। आंखे बंद करके लंबी लम्बी सांसे ले रही थी।उसके चेहरे पर एक अजीब सा सुकून था।अमजद ने में धक्के लगाने बंद कर दिए थे।क्योंकि अमजद एक तजुर्बेदार मर्द था,इसलिए उसने दिव्या को इस पल का आनंद लेने दिया।अपना लंड चूत से बाहर निकाल कर दिव्या के बगल में लेट गया।
कोई 5 मिनट बाद जब दिव्या की सांस नॉर्मल हुई उसे होश आया और उसने महसूस किया कि उसकी चूत कोई हलचल नहीं हो रही है।तो उसने आंखे को अमजद उसे चोद नही रहा था।उसने का गर्दन घुमाई तो अमजद उसकी बगल में लेटा हुआ था और हस रहा था।तो वो हैरान हो गई।और अमजद से बोली।
दिव्या=(मासूमियत से)मालिक आप यहां क्यों लेटे हुए है।और आपने अपना लंड बाहर क्यों निकाला मेरी चूत से।क्या आप भी झड़ गए मेरी तरह।
अमजद=(मुस्कराते हुए}नहीं में अभी तक नही झड़ा।
दिव्या=तो फिर आपने चोदना क्यों छोड़ा।मुझे चोदकर आप भी झड़ जाइए।क्योंकि झड़ते हुए बहुत मजा आता है और झड़ने के बाद बहुत सुकून मिलता है। जल्दी कीजिए अपना लंड मेरी चूत में डालिए।

दिव्या की मासूमियत देखकर अमजद मुस्कराने लगा।
दिव्या=क्या हुआ आप मुस्करा क्यूं रहे हैं। चोदिए ना मुझे देखो आपका लंड केसे खड़ा है अंदर घुसने के लिए।

अमजद=अभी मैं तुझे नहीं चोदूंगा।थोड़ी देर बाद चोदूंगा।
दिव्या=(हैरान होते हुए)थोड़ी देर बाद क्यों अभी क्यों नहीं चोदेंगे।
अमजद=क्योंकि अभी तुझे बहुत दर्द होगा और मजा भी नहीं आएगा।
दिव्या=मालिक दर्द तो पहले भी हुआ था तब तो आप चोद रहे थे,अब क्यों नहीं।आपने मुझे इतना मजा दिया है तो मैं भी आपके मजे के लिए दर्द बर्दाश्त कर लूंगी।
अमजद=(दिव्या को समझाते हुए)देखो दिव्या वो एक लड़की को जिंदगी में सिर्फ एक बार होता।और उस दर्द में मजा भी है।एक सुकून भी है।और अभी मैं अगर तुझे चोदूंगा तो तुम्हे दर्द होगा तो उसमें मजा बिलकुल नहीं होगा।क्योंकि पहले तुमने अपने मजे के लिए दर्द बर्दाश्त किया।मगर अब तुम मेरे लिए दर्द बर्दाश्त करोगी।क्योंकि तुम अभी झड़ी हो तो तुम्हे फिर से मजा आने में थोड़ा वक्त लगेगा। अब मै तुझे चोदूंगा तो मुझे भी मजा नहीं आएगा तुम्हारी सूखी हुई चूत चोदकर। मैं जानता हूं अभी तुम्हारी चुदवाने की बिलकुल भी इच्छा नहीं।मगर मेरी खुशी के लिए और मेरे मजे के लिए तू मुझसे चुदवाएगी।ये सच है की तू मेरी रंडी है, तुझे दर्द देकर और बड़ी बेरहमी से चोदूंगा।तुझे गालियां दूंगा,तुझे जलील करूंगा,तुझे गंदे काम करने को कहूंगा।मगर उस दर्द में उस बेरहमी में।उन गालियां में,और गंदे काम करने में तुझे भी मजा आयेगा। समझी।कुछ। एक बात और आज पहली बार है इसलिए तुझे छोड़ रहा हूं आज के तुझे जब चोदूंगा तब तू चुदाई के वक्त चाहे कितनी बार झड़ चुकी हो,जब तक मैं नहीं झडूंगा तेरी चुदाई बंद नहीं होगी।

दिव्या=जी मालिक समझ गई।की आप एक अच्छे इंसान है।और मैं आपकी रखैल बन कर बहुत खुश हूं।
अमजद=ठीक है तो जबतक तेरी चूत गीली नही हो जाती तब तक मेरे इस लंड को खुश कर जिसने तुझे खुश किया है।

दिव्या समझ गई कि क्या करना है और वो झुककर अमजद के लंड से खेलने लगी।फिर लंड पर लगे अपने माल को चाटने लगी।सारा माल चाटने के बाद लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।अमजद भी उसकी चूचियों से खेलने लगा और उसकी गांड पे भी हाथ फेरने लगा।

10 मिनट तक लंड चुसाई और अमजद की छेड़खानी की वजह से दिव्या फिर से गर्म हो गई।ये बात अमजद को दिव्या के लंड चूसने के अंदाज से पता चल गया।क्योंकि दिव्या पहले प्यार से लंड चूस रही मगर अब मजे से और जबरदस्त तरीके से लंड चूस रही थी।

अमजद= चल मेरी रंडी अब लंड चूसना छोड़ और उठकर कुतिया बन जा।अब मै तुझे कुतिया बनाकर चोदूंगा। और अब तुझे अपने से चुदने में मज़ा आएगा और मुझे चोदने में।
दिव्या लंड चूसना छोड़ कर मुस्करा कर उठी और कुतिया बन गई।अमजद दिव्या के पीछे आया और उसकी गांड पर थप्पड़ मारते हुए।
अमजद=साली रण्डी तेरी गांड भी मस्त है।तेरी गांड में लंड डाल दूं क्या।
दिव्या=(पीछे पलटकर)जैसी आपकी इच्छा मालिक।आप मन अगर मेरी गांड मारने का है तो मेरी गांड मार लो।मुझे अच्छा लगेगा आपसे गांड मरवाकर।(अब दिव्या को क्या पता जब ये 9 इंच लंबा और 4इंच मोटा लंड उसकी गांड में जाएगा तो उसे चूत चुदवाने से कई गुना ज्यादा दर्द पहली बार गांड मरवाने में होगा)
अमजद=अरे नहीं मेरी रंडी आज नहीं,आज तो तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा।जब तू चलने लायक हो जाएगी तब तेरी ये मखमली गांड फाडूंगा। आज तो चोदते समय तेरी गांड पे थप्पड़ मार मार के तेरी सफेद गांड को लाल कर दूंगा।
दिव्या=जैसी आप की इच्छा मालिक।

फिर अमजद ने अपने लंड पे ठीक लगाया ओर अपने लंड को दिव्या की चूत पर रखा और दिव्या की कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का लगाया।लंड दिव्या की चूत को चीरता हुआ पूरा अंदर चला गया।

दिव्या जोर से चिल्लाने लगी। दिव्या की अभी अभी फटी चूत में बहुत दर्द हो रहा था।मगर अमजद दिव्या के चीखों की ओर दर्द की परवाह किए बगैर उसे बेरहमी से चोदने लगा।
धीरे धीरे दिव्या की दर्द भरी चीखे अब मजे में बदल चुकी थी।
अमजद दिव्या के बाल पकड़कर जोर जोर से चोदने लगा और साथ में उसकी गांड पे थप्पड़ मारने लगा।
आधे घंटे तक दिव्या को कुतिया बनाकर चोदने के बाद अब अमजद झड़ने वाला था उसका दो दिन से खड़ा लंड अब अपना लावा उगलने वाला था।और साथ में दिव्या भी अब झड़ने वाली थी।
दिव्या=आह मालिक में फिर से झड़ने वाली हूं मेरा पानी निकलने वाला है।आप चोदते रहिए रुकना मत जब तक आपका पानी ना निकले।मेरे दर्द की परवाह मत करना।
(और दिव्या झड़ने लगी )
अमजद=मेरी रंडी मैं भी झड़ने वाला हूं मेरा माल निकलने वाला है।बोल मेरी रांड मेरा माल पायेगी।
दिव्या=हां मालिक मैं आपका माल पीना चाहती हूं।आप मेरे मुंह में झड़ जाइए।

अमजद ने अपना लंड दिव्या की चूत से निकाला और दिव्या के बाल पकड़कर अपनी ओर घुमाया और लौड़ा दिव्या के मुंह डाल दिया और दिव्या के मुंह को चोदने लगा।
अमजद=ओह मेरी रांड क्या मुंह है तेरा, तेरा मुंह चोदकर बहुत मजा आ रहा है।अब मेरा माल निकलने वाला है मेरा सारा माल पी लेना कुतिया।

अमजद दिव्या के मुंह को बड़ी बेरहमी से चोद रहा था।दिव्या को बहुत तकलीफ हो रही थी।उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे।मगर अमजद अब झड़ने के करीब था तो उसे दिव्या पर कोई तरस नहीं आ रहा था। और जोर दार धक्के लगाते हुए झड़ने लगा।
अमजद=ये ले मेरी रखैल मेरी रंडी माल पी अपने मालिक का।
और सारा वीर्य दिव्या के मुंह में उड़ेल दिया।दो दिन से खड़े लंड से बहुत ज्यादा गर्म गर्म वीर्य निकलने से थोड़ा वीर्य दिव्या मुंह से निकल कर उसकी चूचियों पर और उसकी टांगों पर गिर गया,दिव्या उस माल को अपनी उंगलियां में लेकर चाटने लगी।
अमजद= अब लग रही है तू मेरी रंडी।

अमजद दो दिन से खड़े अपने लंड से माल निकालकर बहुत खुश था।और सुकून से बेड पर लेट गया।दिव्या ने अमजद के लंड पर लगे माल को चाट कर साफ़ किया।और अमजद के बगल में बैठ गई।अमजद ने लेटने का इशारा किया और दिव्या अमजद से चिपककर लेट गई।दिव्या भी थक गई थी।अमजद ने उसे बड़ी बेरहमी से चोदा था।उसका अंग अंग दर्द कर रहा था।और साथ में चेहरे पे एक अजीब सा सुकून भी था।


तो दोस्तों इस कहानी की पहली चुदाई यहीं समाप्त होती है। ओर आगे चलकर अमजद क्या क्या करता है दिव्या के साथ और बाकी सबके साथ।तो जानने के लिए बने रहिए हमारे साथ।
कहानी कैसी लगी कॉमेंट करके जरूर बताएं।ये मेरी पहली कहानी है अगर कोई लिखने में भूल हो जाए तो(भूल हो जाती है, अब उसे सुधार थोड़ी सकते है।हो गई तो हो गई।इसमें मैं और आप लोग क्या कर सकते है)

मिलते है अगले कामुक और धमाकेदार के साथ। तब तक के लिए ये अपडेट पढ़कर अपने लंड को हिलाए।और हां हिलाकर माल जरूर निकाल देना,क्योंकि खड़ा लंड बहुत कांड करवाता है।(मुफ्त का ज्ञान मेरा मतलब बकचोदी)

Thanks.
keep supporting.
रमणीक बेमिसाल लजाबाब
 
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doston एक बात पूछना चाहता हूं,कहानी को हिंदी फ़ॉन्ट में जारी रखूं yaa hinglish me likhu.
केवल हिंदी फ़ॉन्ट में
 
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Nasn

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भाई किसी भाभी टाइप साड़ी में लिपटी शादीशुदा औरत को जिसका नाम विनीता या राशि हो चाहे स्कूल की टीचर ही हो

अमज़द से बिंदास चुदाई करवाओ ।
लजाबाब.......
 
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दिव्या अंदर आकर शर्माकर सर झुकाकर खड़ी थी।अमजद ने उसे कुर्सी पर बैठने का इशारा किया।दिव्या कुर्सी पर बैठ गई और अमजद भी बेड पर बैठ गया।

दोनों चुप थे कोई बोल नही रहा था।सोच रहे थे की बात कहां से स्टार्ट करें।
फिर अमजद ने सोचा ऐसे तो पूरा दिन निकल जाएगा।और मेरा लंड कल से खड़ा है तो अब आंड में दर्द होने लगा है।इसे जल्दी से चोदकर अपना वीर्य निकालना पड़ेगा।डॉक्टर ने बोला था की ज्यादा देर लोड़ा खड़ा रहने से प्रोब्लम हो सकती है।इसलिए अमजद ने बात करने का सोचा।
अमजद= देखो दिव्या ऐसे डरने की जरूरत नहीं है। मैं तुझे चोदूंगा नहीं।हम सिर्फ बात करेंगे। मैं तुमसे सवाल पूछूंगा और तुम सवालों के जवाब देना। तुमने मेरे सवालों के सही सही जवाब दिए तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।
दिव्या ने सोचा= थैंक गॉड ये तो सिर्फ सवाल पूछेगा। मैं तो ऐसे ही डर रही थी ,पता नहीं मेरे साथ क्या करेगा।

दिव्या= (खुश होते हुए)पूछिए सर।
अमजद पहले प्लान बना चुका था कि जबतक वीडियो मेरे पास है ये मेरी हर बात मानेगी।पहले थोड़ा ड्रामा करेगी मगर बाद में लाइन पे आ जाएगी।
अमजद= दिव्या बेटी बताओ, तुम्हारे और मोहित के बीच ये चक्कर कब से चल रहा है।
अमजद की बात सुनकर दिव्या कुछ नहीं बोली।

अमजद=(गुस्सा दिखाते हुए)दिव्या मेने तुमसे कुछ पूछा है और तुम चुप हो।अगर जवाब नहीं देना चाहती तो जाओ अपने घर और मैं भी चलता हूं तुम्हारे साथ तुम्हारे बाप को ये वीडियो दिखाने।
दिव्या=(घबराते हुए ) सॉरी सर बताती हूं,बताती हूं।
अमजद= सोचो दिव्या अगर ये वीडियो किसी और के पास होता तो वो तुम्हारे साथ क्या क्या करता। वो तुम्हे ब्लैकमेल करके रोज तेरी चुदाई करता।रोज तेरी गांड मारता।और तेरे इस खूबसूरत मुंह में अपना लंड डालकर तुम्हारा मुंह चोदता।इतना ही वो तुझे ब्लैकमेल करके अपने दोस्तों से चुदवाता।वो तुझे एक बाजारू रंडी बना कर सबसे चुदवाता।मगर मैं ऐसा नहीं करूंगा। मैं तुझे सिर्फ सवाल पूछूंगा और तुम बिना शर्माके मेरे सवालों के जवाब देना।और तूने सही सही जवाब दिए तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।(अमजद जानबूझकर गंदी बातें बोल रहा था।इससे दिव्या डर भी जाए और गर्म भी हो जाए।)

दिव्या भी सोचने लगी कि ये लंगड़ा बोल तो सही रहा है।अगर ये वीडियो किसी के पास होता तो वो मेरी जिंदगी बरबाद कर देता।जिंदगीभर मुझे ब्लैकमेल करता।मगर ये लंगड़ा तो सिर्फ सवाल पूछेगा और मैं जवाब देकर इससे वीडियो डिलीट करवा दूंगी।(मगर दिव्या को क्या पता अमजद क्या क्या सवाल पूछेगा)

अमजद= तो अब बता मुझसे चुदना हैं या मेरे सवालों के जवाब देने है।

दिव्या= सवालों के जवाब देना है।

अमजद =तो बता कब से चल रहा है तुम दोनों का चक्कर।

दिव्या= (धीरे से )3 महीने से।

अमजद= प्यार करते हो एक दूसरे से।
दिव्या=जी सर।
अमजद=(अमजद से अब सहन नही हो रहा था।उसका लंड अब फट रहा था।इसलिए उसने जल्दी आगे बढ़ने का सोचा)मोहित ने तुझे कितनी बार चोदा है।

दिव्या को अमजद से एसे सवाल की उम्मीद नहीं थी।

दिव्या= सर आप ऐसे सवाल मत करो,मुझे शर्म आती है।

अमजद= (बेड से उठते हुए) ठीक है तुम्हे शर्म आती है ऐसे सवाल से,तो चलो तुम्हारे बाप के पास।वहां तेरी सारी शर्म निकल जाएगी।जब ये वीडियो तेरा बाप गोविंद देखेगा।साली रण्डी कल मजे से उस मोहित का लंड हिला रही थी।और अपनी चूत मसलवा रही थी।अब नाटक कर रही है। मैं जा रहा हूं तेरे बाप के पास,तू इधर अपनी चूत मरवा मोहित को बुलाकर।

अमजद दरवाजे की जाने लगा।तो दिव्या कुर्सी से उठकर अमजद के पैरों में गिरकर रोने लगी।
दिव्या=प्लीज सर ऐसा मत करो।पापा को वीडियो मत दिखाना।प्लीज सर मै आपके हाथ जोड़ती हूं। मैं आपके सारे सवालों के जवाब दूंगी।

अमजद=(गुस्सा दिखाते हुए) नहीं साली तू फिर से नाटक करोगी।
दिव्या=नहीं करूंगी नाटक।
अमजद= देख दिव्या मै तुझसे सिर्फ गंदे सवाल पूछूंगा और तुझे उसके गंदे जवाब देने है और कुछ नहीं।अगर तुमने मेरा कहा माना तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।और अगर नाटक किया तो ये वीडियो तेरे बाप दिखा दूंगा और इंटरनेट पे अपलोड कर दूंगा।
दिव्या=(रोते हुए) सर मै नाटक नहीं करूंगी।आप पूछिए मैं जवाब दूंगी।
अमजद= गंदे शब्द बोल पाएगी।
दिव्या= हां बोलूंगी।
अमजद= ठीक है अभी थोड़ा टेस्ट ले कर देखता हूं।अगर टेस्ट में पास हो गई तो आगे सवाल पूछूंगा और फेल हो गई तो मैं चला जाऊंगा।अब बोल चूचियां।
दिव्या के पास कोई विकल्प नहीं था इसलिए उसे मजबूरन बोलना पड़ा।दिव्या बहुत डर गई थी।
दिव्या=(हकलाते हुए) चू.. ची.. या
अमजद=ऐसे हकलाकर नहीं खुलकर बोलो।
दिव्या=चूचियां।
अमजद= अब बोलो चूत।
दिव्या=(शर्म से पानी पानी होते हुए)चूत
अमजद=अब बोलो लंड।
दिव्या=लंड
अमजद=अब बोलो भोसड़ा।
दिव्या=भोसड़ा।
अमजद=अब बोलो लौड़ा।
दिव्या= लौड़ा।
दिव्या ने पहली बार ऐसे लंड चूत भोसड़ा लौड़ा जैसे शब्द बोले थे वो भी एक प्रिंसिपल के सामने।उसे बहुत शर्म आ रही थी।और ऐसे गंदे शब्द बोल कर उसे कुछ अजीब सा लग रहा था जो उसे समझ नहीं आ रहा था।
अमजद= ये हुई ना बात।तुम टेस्ट में पास हो गई।अब कुर्सी पर बैठ जाओ और मेरे गंदे सवाल के गंदे जवाब दो।
दिव्या कुर्सी पे बैठ गई और अमजद भी बेड पे बैठ गया।
अमजद=अब मेरी बात ध्यान से सुन। मैं तेरे इस खूबसूरत चेहरे को चूमूंगा नहीं।ना ही तेरे गुलाबी होंठों को चुसूंगा।ना ही तेरे इस प्यारे से मुंह में अपना लंड डालकर तुम्हारा मुंह चोदूंगा।ना तुझे लौड़ा चुसवाऊंगा।ना ही तेरी ये मस्त नारंगी जेसी प्यारी चूचियां को अपने मुंह में लेकर इसका रस पिऊंगा।और ना ही तेरी इस लंड की प्यासी चुदासी छोटी सी चूत में अपना बड़ा लंड डालकर तुम्हे चोदूंगा। और ना ना ही तेरी इस मखमली दूध जेसी सफेद गांड पे थप्पड़ मार मारकर इसे लाल करूंगा।और नाही तेरी गांड में तेल लगाकर अपना बड़ा लोड़ा डालकर तेरी गांड मारूंगा।इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। मैं सिर्फ तुझे गंदी बातें करूंगा और तुम भी पूरी बेशर्म होकर गंदी बातें करना।तुम्हारे मुंह से गंदी बातें सुनकर मुझे बहुत मजा आएगा।और मुझे मजा आएगा तो मैं खुश होकर वीडियो डिलीट कर दूंगा।अब तुम डिसाइड करो कि तुम्हे जिंदगी भर के लिए बदनाम होना है या थोड़ी देर के लिए बेशर्म बनकर गंदी बातें बोल कर ये वीडियो डिलीट करवाना है। बोलो।
दिव्या ने इतने गंदे तरीके से अपनी तारीफ कभी नहीं सुनी थी।वो तो सोच भी नहीं सकती की एक लड़की की इतनी गंदी तारीफ कोई कर सकता है।मगर उसे ये समझ नहीं आ रहा था कि उसे ऐसी गंदी तारीफ से गुस्सा आने के बजाए अच्छा क्यों लग रहा है।इसकी बातों से मेरी योनि में क्या हो रहा है।ऐसा तो मोहित के हाथ फेरने से भी नहीं हुआ था।मेरे जिस्म में ये अजीब सी गुदगुदी क्यूं हो रही है।फिर सोचने लगी कि मुझे कैसे भी करके ये वीडियो डिलीट करवाना है।इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े।
अमजद = हेलो दिव्या क्या सोच रही हो।बोलो बदनाम होना है या थोड़ी देर के लिए बेशर्म बनकर गंदी बातें करके वीडियो डिलीट करवाना है।
दिव्या=(नजर झुकाकर) वीडियो डिलीट करवाना है।
अमजद= क्या करके वीडियो डिलीट करवाना है
दिव्या=(शरमाते हुए) गंदी बातें करके।
अमजद= तुम्हे शर्म आ रही है तो घर चली जा।
दिव्या= शर्म नही आ रही है मुझे।
अमजद=मतलब तू बेशर्म है।
दिव्या= हां। मैं बेशर्म हूं।(अब दिव्या ने फैसला कर लिया था कि कैसे भी करके जल्दी वीडियो डिलीट करवाना है।)
अमजद= ठीक है अभी देख लेते है तुम्हारी बेशर्मी।तो बताओ मोहित ने तुझे कितनी बार चोदा है।
दिव्या= वो उसने अभी तक नहीं किया है।
अमजद= (गुस्से में चिल्लाते हुए)चुप साली रण्डी तेरी मां की चूत, हरामजादी छिनाल रांड। मैं तुझे बेशर्मी से गंदी बातें बोल ने कह रहा हूं और तू साली कुतिया वो वो कर रही है। मैं कसम की वजह से तुझे चोद नहीं पा रहा हूं और तू साली रण्डी नखरा कर रही है।साली तू ऐसे नहीं मानेगी।अभी ये वीडियो तेरे बाप और दूसरों को भी भेजता हूं।(अमजद अपनी जेब से मोबाइल बाहर निकाल कर वीडियो भेजने का नाटक करने लगा)।
अमजद की बात सुनकर दिव्या की हालत खराब हो गई और रोते हुए बोली= सर प्लीज मुझे माफ कर दो।मुझसे गलती हो गई।अब जो आप कहेंगे वो करूंगी।प्लीज वीडियो मत भेजो।
अमजद= नहीं तू साली रण्डी फिर नाटक करेगी।तेरी चूत में फिर से खुजली होगी।
दिव्या=अब कोई नाटक नहीं करूंगी।
अमजद= पक्का।
दिव्या=पक्का नहीं करूंगी। अमजद=खा अपने बाप गोविंद की कसम कि अब तू बेशर्म होकर बात करेगी।
दिव्या=(बिना सोचे समझे) मैं अपने पापा की कसम खाती हूं कि अब मैं बेशर्म होकर बात करूंगी।
अमजद= ठीक है तो बता तुझे मोहित ने कितनी बार चोदा है।
दिव्या= एकबार भी नहीं चोदा मुझे।(दिव्या बड़ी मुश्किल से बोल पाई थी)
अमजद=मोहित नही चोदा तो और कितनों ने चोदा तुझे।
दिव्या= मुझे आजतक किसीने नहीं चोदा।
अमजद=क्या मोहित ने कभी तेरी चूत मारने की कोशिश की।
दिव्या=नहीं उसने कभी मेरी चूत मारने की कोशिश नहीं की।
अमजद=और कल जब मोहित तेरी नंगी चूचियां मसल रहा था और तेरी चूत पे हाथ फेर रहा था। तू मोहित का लंड पकड़कर हिला रही थी,तब मोहित ने तुझे ये नहीं कहा की= दिव्या मै तुम्हारी इस चूत में अपना लंड डालकर तेरी चूत मारना चाहता हूं । दिव्या मै तुम्हे एक रण्डी की तरह नंगी करके चोदना चाहता हूं।
दिव्या अमजद की ऐसी चुदाई से भरी बाते सुनकर ना चाहकर भी गर्म हो रही थी।कुछ भी वो अभी अभी जवान हुई थी इस उम्र में लड़कियां जल्दी बहक जाती है।इस उम्र में लड़कियां का दिमाग दो कानों के बीच नहीं दो टांगों के बीच होता है।
दिव्या=नही सर उसने कल मुझे नही बोला चूत मरवाने के लिए।
अमजद= अच्छा दिव्या मैं तुम्हे रंडी बोलूं तो तुझे बुरा तो नहीं लगेगा।मुझे तुम्हे रंडी बोलना अच्छा लग रहा है।
दिव्या=सर आपको जो अच्छा लगे वो बोलो मैं बुरा नहीं मानूंगी।
अमजद= ठीक है तो साली रण्डी बता,तुमने मोहित का लंड कल पहलीबार पकड़ा था या रोज ऐसे ही पकड़ कर हिलाती हो।क्या मोहित रोज तेरी चूत मसलता है।क्या रोज तेरी चुचियों को नंगी करके दबाता है। बोल साली कुत्तिया।

दिव्या को अमजद के मुंह से अपने लिए रंडी कुत्तिया सुनकर गुस्सा नही आ रहा था बल्कि उसकी चूत से पानी निकल रहा था।
दिव्या= नही सर कल पहली बार मै उसका लंड पकड़कर हिला रही थी।उसने भी पहली बार मेरी चूचियों और चूत को हाथ लगाया था।
अमजद=क्या कल तुझे मजा आ रहा था।तेरा मन हुआ था उसका लंड अपनी चूत में लेने का।
दिव्या=हां सर मुझे बहुत मजा आया था।कल मैं उसका लंड अपनी चूत में लेना चाहती थी।
अमजद=फिर लिया क्यूं नहीं। मैं भी देखता तुझे रंडी की तरह चुदते हुए।
दिव्या= सर मोहित ने बोला उसे कुछ काम है इसलिए वो चला गया।
अमजद= मतलब तुमने मना नहीं किया और वो तुम्हें चोदे बिना चला गया।यार तुम इतनी खूबसूरत हो सेक्सी हो।और मोहित तुम्हे तड़पता हुआ छोड़ के चला गया।इसका मतलब ये तो नहीं जो में सोच रहा हूं।(अब अमजद ने दूसरा जाल फेकने का सोचा)
दिव्या=क्या मतलब सर।
अमजद=मतलब ये कि मोहित को लगता है, तुम पूरी औरत नहीं हो।
दिव्या= इसका क्या मतलब कि मैं पूरी औरत नहीं हूं। मैं पूरी औरत हूं सर।
अमजद = देखो मुझे शक है कि मोहित को ऐसा लगता है कि तुम पूरी औरत नहीं हो।
दिव्या = सर मैं कुछ समझी नहीं आप कहना क्या चाहते है।
अमजद=अभी तुम्हे पता चल जाएगा और मेरा शक सही है या गलत वो भी पता चल जाएगा।
दिव्या=केसे सर।
अमजद=अच्छा मुझे ये बताओ।कल बगीचे से जाने के बाद अबतक मोहित कितनी बार तुमसे मिला।
दिव्या=एकबार भी नहीं।वो आज स्कूल भी नहीं आया।
अमजद= कल से उसने कॉल कितनी बार किया।
दिव्या=कल बगीचे से जाने के बाद अबतक एक भी कॉल नहीं किया। मगर आप ये सब क्यों पूछ रहे हैं।
अमजद= और कल से पहले वो तुम्हे दिन में कितनी बार कॉल करता था।
दिव्या= हर रोज दिन 5,6 बार कॉल करता था और घंटों बातें करते थे।और रात को 1,2 बजे तक चैट करते थे।

अमजद= जो लड़का दिन में 5,6 बार कॉल करता था और घंटो बाते करता था और रात को 1,2 बजे तक चैट करता था।उसने कल से अब तक एक भी फोन किया।कल तो तूने अपनी चूचियां नंगी करके मसलवाई और उसका लंड भी हिलाया।अरे सोच रंडी अगर दूसरा को होता तो कॉल कर करके तुम्हारी गांड मार देता।अब मुझे पूरा यकीन हो गया है कि वो तुझे औरत नहीं समझता है।और मैं सर्त लगाकर कहता हूं वो तुम्हारा फोन भी नहीं उठाएगा।और उठाएगा भी तो किसी और को दे देगा।
अब दिव्या को भी लगा कि दाल में कुछ काला है।मोहित ने मुझे कल से कॉल क्यूं नहीं किया।
अमजद = चल रंडी उसको फोन लगा।और अगर दूसरा कोई फोन उठाए तो फोन काट देना।

दिव्या ने मोहित को कॉल लगाया।घंटी जा रही थी मगर मोहित ने फोन उठाया नहीं।दिव्या ने दुसरीबार कॉल किया कोई जवाब नहीं।तीसरी बार कॉल लगाया किसी लड़की ने फोन उठाया।अमजद दिव्या को इशारा किया दिव्या ने कॉल काट दिया।
अमजद= मैने कहा था ना वो फोन नही उठाएगा।
दिव्या=आपको कैसे पता वो फोन नही उठाएगा। और वो मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहा।
अमजद=वो अब तुम्हारा फोन कभी नहीं उठाएगा।और वो फोन क्यों नहीं उठा रहा है।उस बात पर तुम यकीन नहीं करोगी।
दिव्या= सर मैं यकीन करूंगी आप बताइए वो मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहा है।
अमजद= क्योंकि उसे लगता है कि तुम पूरी औरत नहीं हो।तू चोदने लायक नहीं।उसे लगता है कि तुम कभी जिंदगी में चुदाई का मजा नही ले पाओगी और ना किसी को सेड्यूस करके कर पाओगी।
दिव्या= (हैरान होते हुए)ये आप क्या कह रहे हैं सर। मैं पूरी नहीं हूं।चोदने लायक नहीं हूं। क्यूं मैं चुदाई का मजा नही ले पाऊंगी।मोहित कौन होता है मेरे बारे में ये सब सोचने वाला।

अमजद = देखो दिव्या मुझे लगता है मोहित का सोचना सही है।कुछ ओरतो में ये प्रोब्लम होती है।जैसे कुछ मर्दों में ये प्रोब्लम होती है।ऐसे मर्दों के सामने कितनी भी खूबसूरत लड़की को नंगा करके सुला दो।उनका लंड खड़ा नही होगा।ऐसे ही औरतों में प्रोब्लम होती है।ऐसी लड़कियों के सामने कितनी भी चुदाई की बातें करो उनको चुदने का मन नहीं करेगा।अब देखो मैं कबसे तुमसे चुदाई की बातें कर रहा हूं। तुमने एक बार भी अपनी चूत को हाथ नहीं लगाया।इसका मतलब तुझमें चुदाई की कमी है। तुम्हारी जगह अगर दूसरी कोई लड़की या औरत होती तो वो कबकी अपनी चूत रगड़ने लगती। मगर तुम्हे तो गुस्सा आ रहा है मेरी बातों से।तुम्हे मजा आना चाहिए मेरी गंदी बातें सुनकर मगर तुम्हे तो बुरा लग रहा है। अब तो मुझे भी लगता है की तुम चोदने लायक पूरी औरत नहीं हो।

(दोस्तों आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूं कि अमजद जब आज सुबह स्कूल जा रहा था तब मोहित का बाप अमजद को मिला था और उसने अमजद को बताया कि मोहित 2,3 दिन स्कूल नहीं आएगा।वो अपने बहन से मिलने गया है उसकी बहन को ऑपरेशन से बच्चा हुआ है वो हॉस्पिटल में भर्ती है। इसलिए मोहित पैसे लेकर गया है।और जल्दबाजी में अपना मोबाइल घर पर भूल गया है।और इसी बात का फायदा उठाकर अमजद ने दिव्या पर एक जाल फेंका है इसमें दिव्या फसती है या नहीं)
दिव्या=सर मैं पूरी औरत हूं।मेरा यकीन कीजिए।(दिव्या अब भावनाओं में बह रही थी)
अमजद= देखो दिव्या तुझमें प्रोब्लम है ये साफ दिख रही। मैं साबित कर सकता हूं कि तुम चोदने लायक पूरी औरत नहीं हो।और तुम साबित नही कर पाओगी की तुम चोदने लायक पूरी औरत हो।
दिव्या=(आवेश में आकर)सर मै साबित करूंगी कि चोदने लायक पूरी औरत हूं।
अमजद= ठीक है अभी पता चल जाएगा कि तुम चोदने लायक पूरी औरत हो कि नहीं।
दिव्या=केसे सर।
अमजद= पहले अपने पापा की कसम खाकर कहो तुम झूठ नहीं बोलोगी।
दिव्या=(नादान दिव्या बिना सोचे समझे) मैं अपने पापा की कसम खाकर कहती हूं की मै आपसे झूठ नहीं बोलूंगी।
अमजद के होठों पर एक कुटिल मुस्कान आ गई।साली रण्डी तू तो अब मेरी हुई।

अमजद=तो बता साली जब मैं तुझे चुदाई की बातें करता हूं तो तुझे कैसा लगता।
दिव्या= पहले पहले तो गुस्सा आया मगर बाद में अच्छा लगने लगा।
अमजद=और मैं जब तुझे रंडी कुत्तिया बोलता हूं तो तुझे कैसा लगता है।
दिव्या=सर पहले गुस्सा आया आप पे।मगर बाद में पता नही क्यों अच्छा लगने लगा जब आप मुझे रंडी कुत्तिया बोलते हो तो।
अमजद =रंडी झूठ तो नहीं बोल रही है।
दिव्या= सर मेने पापा की कसम खाई है झूठ नहीं बोलूंगी।
अमजद= ये तो तेरा टेस्ट था अब परीक्षा के लिए तैयार है।
दिव्या=(झट से) हां तैयार हूं सर।
अमजद=ठीक है तो कुर्सी से उठ और अपनी टी शर्ट उतार।

ये बात सुनकर दिव्या अमजद की तरफ देखने लगी।
अमजद= साली रण्डी इधर क्या देख रही है।तूने अपने बाप की कसम खाई है कि तू बेशर्म दिखाएगी।और मुझे पता है तू चोदने लायक पूरी औरत नहीं है।क्योंकि पूरी औरत ऐसे शर्माती नही है।अगर तुझे टी शर्ट उतारना अच्छा नहीं लग रहा है तो मै तुम्हे फोर्स नहीं करूंगा। वैसे भी बेशर्म बनने में तेरा ही फायदा है।एक तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा दूसरा ये साबित हो जाएगा की तू चोदने लायक पूरी औरत है कि नहीं।
(अमजद दिव्या को उकसा रहा था और दिव्या अमजद के जाल में फंस रही थी)
दिव्या=सर मै नहीं शर्माऊंगी मेने पापा कसम खाई है।और अपने आप को साबित भी करूंगी की में चोदने लायक पूरी औरत हूं। मैं टी शर्ट उतारती हूं।

दिव्या टी शर्ट उतारने लगी और अमजद का लंड झटके मारने लगा।दिव्या ने टी शर्ट उतार दी।उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी। दिव्या अब ऊपर से पूरी नंगी थी।दिव्या को अपने सामने उपर से नंगा देखकेे अमजद का बुरा हाल था।उसका दिल किया कि अभी जाके दिव्या को अपनी बाहों भरकर उसके खूबसूरत जिस्म से खेले।मगर अमजद ने अपने आप को संभाला और दिव्या से बोला।
अमजद=ये बात हुए ना लड़कियों वाली।अब बता तुझे कैसा लग रहा है मेरे सामने नंगा होकर।
दिव्या को शर्म आ रही थी मगर उसने अपने बाप की कसम खाई थी कि वह शर्माएगी नहीं।
दिव्या=सर थोड़ा अजीब भी लग रहा है और अच्छा भी लग रहा है।
अमजद = ठीक है अपनी खूबसूरत चुचियों को अपने हाथ में लेकर धीरे धीरे मसल।

दिव्या के पास कोई चारा नहीं था।तो दिव्या ने अपनी चुचियों को अपने हाथ से मसलने लगी।उसे भी मजा आ रहा था। इसलिए उसने अपनी आंखें बन्द कर ली।
अमजद ने जब देखा कि साली रण्डी गर्म हो रही है इसे और गर्म करता हूं।
अमजद=दिव्या रंडी।
दिव्या=( आंखे खोलके अमजद की तरफ देखकर)जी बोलिए सर।
अमजद= कैसा लग रहा।
दिव्या=अच्छा लग रहा है सर।
अमजद= अच्छा लग रहा है या मजा आ रहा है।
दिव्या=मजा आ रहा है।
अमजद=अब अपनी चूची को अपने मुंह में ले कर चूस।
दिव्या मुंह में लेने की कोशिश करने लगी मगर चूची छोटी थी इसलिए मुंह में नही आ रही थी।
दिव्या= सर चूची मुंह में नही आ रही है।
अमजद= एक काम कर अपनी जबान बाहर निकाल कर,तेरी चूची के छोटे से निप्पल है उनको जबान से चाट।
दिव्या ने अपनी जबान बाहर निकाली और चूची को हाथ में पकड़कर जबान से चाटने लगी।
इतना कामुक नजारा देखकर अमजद का मन किया कि अभी जाके दिव्या की चुचियों को अपने मुंह में लेकर चूस लूं।मगर अपने आप को कंट्रोल किया।
दिव्या बड़े मजे से बारी बारी अपनी दोनों चूचियों को जबान से चाट रही थी।उसके लिए ये एक नया एहसास था।वो मजे के सागर में डूब रही थी।ऐसा मजा तो उसे मोहित के छूने से भी नहीं आया,जितना मजा आज उसकी खुद की जबान दे रही थी। अब वो वीडियो को तो भूल ही गई थी।अब तो वो बस अपने आप को चोदने लायक पूरी औरत साबित करना चाहती थी।
अमजद दिव्या देख रहा था की अब वो पूरी गर्म हो गई है।अब इसे थोड़ा और गर्म किया तो ये चुदने को तैयार हो जाएगी।

अमजद= दिव्या रंडी।कैसा लग रहा है अपनी चूचियां चूसकर।
दिव्या=(चूची चूसते हुए) सर बहुत मजा आ रहा है।
अमजद= साली रण्डी झूठ तो नहीं बोल रही।
दिव्या= नही सर ये रंडी सच बोल रही है।
अमजद= तुझे शर्म तो नहीं आ रही है।
दिव्या= नही सर मुझे बिल्कुल भी शर्म नहीं आ रही है।
अमजद= तो और दिखा अपने अंदर की पूरी औरत की बेशर्मी और अपनी जींस उतार कर पूरी नंगी हो जा।
जींस उतारने की बात पर दिव्या चोंकके अमजद की तरफ देखने लगी।
अमजद= क्या रंडी शर्म आ रही है या डर लग रहा है कि कहीं तुझे नंगी देखके तेरी चूत में अपना लंड डालकर तेरी चुदाई ना कर दूं।रंडी अगर तुझे चोदना होता तो कबका तुझे यहीं पटक कर चोद चुका होता या तुझे ब्लैकमेल करके चोद देता।जिस तरह तूने अपने बाप की कसम खाई की तू शर्म नहीं करेगी झूठ नहीं बोलेगी।वैसे मैंने अपनी बेटियों की कसम खाई है।समझी।
दिव्या मन सोचने लगी कि=हां ये बात सर सही बोल रहें अगर इन्हें चोदना होता कबका चोद चुके होते।पर इन्होंने अपनी ओलाद की कसम खाई है इसलिए मुझे हाथ नहीं लगाएंगे।और मेने भी पापा की कसम खाई है कि मैं शर्माऊंगी नहीं और झूठ नहीं बोलूंगी।मुझे साबित भी करना है कि मैं चोदने लायक पूरी औरत हूं।और सबसे बड़ी बात इस बेशर्मी में मुझे बहुत मजा आ रहा है।इसलिए अब शर्माने का कोई फायदा नहीं है।पापा की कसम भी खाई है अगर में शरमाई तो पापा कुछ हो गया तो।नहीं नहीं पापा को कुछ नहीं होगा,अब में पूरे दिल से बेशर्म बनूंगी। खुलकर चूत लंड चुदाई जैसी गंदी बातें बोलूंगी तो सर भी खुश होकर वीडियो डिलीट कर देंगे।
(दोस्तों दिव्या अब अमजद को अपने मन में भी लंगड़ा नहीं सर कह रही थी और सेक्स को चुदाई कह रही थी। अब उसपे हवस हावी हो रही थी और अमजद की बातें मजा दे रही थी।)
दिव्या= नहीं सर में शर्मा नहीं रही बस पहली किसी के सामने नंगी हो रही हूं तो थोड़ा अजीब लग रहा था।रही बात आपसे डरने की तो मुझे पता आप मेरी मर्जी के बिना हाथ भी नहीं लगाएंगे,चोदने की बात तो दूर है।आपने जिंस उतारने को कहा था, मैं जिंस के साथ पैंटी भी उतारूंगी।
अमजद= तो देर किस बात की एक रंडी की तरह नंगी हो जा कुत्तिया।

अमजद की बात सुनकर दिव्या ने हस्ते हुए अपनी जींस और पेंटी दोनो उतार दी।और एक साईड में फेंक दी।
दिव्या= कैसी लग रही सर,चोदने लायक पूरी औरत लग रही हूं।

दिव्या को अपने सामने बिल्कुल नंगा देखकर अमजद का लंड फटने लगा।उसे अब बर्दास्त करना मुश्किल था।एक तो दिव्या नंगी थी और ऊपर उसकी खूबसूरती कयामत ढा रही थी।थोड़ी कसर बाकी थी वो दिव्या की बेशर्मी ने करदी।अमजद के मुंह से अल्फाज नहीं निकल रहे थे।
दिव्या= क्या हुआ सर, बोलिए कैसी लग रही हूं नंगी होकर।
दिव्या की बात सुनकर अमजद होश में आया।और बोला।
अमजद=बिलकुल लौड़ों की रानी लग रही हो।
दिव्या= सर ये लौड़ों की रानी क्या होती है।
अमजद= लौड़ों की रानी वो है जिसे देखकर हर लौड़ा खड़ा हो जाए।हर लौड़ा उसकी चूत में जाना चाहता हो।लौड़ों की रानी वो होती है जो सिर्फ चूत नहीं मरवाती बल्कि अपनी गांड भी मरवाती है और अपना मुंह भी चुदवाती है।लौड़ों की कभी एक लंड से खुश नहीं होती।उसे तो जब 4,5 मर्द मिलके चोदे तो उसे मजा आता है।
अमजद की बात सुनकर दिव्या की चूत से नदियां बहने लगी।उसकी चूत का पानी चूत से निकलकर जांघो पर बहने लगा।अमजद की बातों से दिव्या बहुत गर्म हो गई थी।

दिव्या= सर मै आपको लौड़ों की रानी लग रही हूं।और लौड़ों की रानी को जब 4,5 मर्द मिलकर चोदेंगे तो वो मर जाएगी सर।
अमजद= दिव्या रंडी 4,5 मर्दों के चोदने से मर जाए तो उसे लौड़ों की रानी कौन कहेगा।रही बात तुम्हारी तो वो तुम्हारी चूत और गांड देखकर ही बता दूंगा कि तुम लौड़ों की रानी हो या एक मामूली लड़की हो।या पूरी औरत भी नहीं हो।

दिव्या= सर मै लौड़ों की रानी हूं या नहीं पर पूरी औरत जरूर हूं।

अमजद= वो तुम्हारे अंदर की जिस्मानी आग और तुम्हारी बेशर्मी देख के पता चलेगा।तुम चोदने लायक पूरी ओरत हो लौड़ों की रानी हो।या फिर एक फिर एक हाडमास का पुतला हो।जिसके अंदर ना चुदास है और ना ही चुदने की हिम्मत है।मुझे लगता है तुम इतनी शर्मीली और डरपोक हो कि एक असली मर्द का असली लोड़ा देखकर डरकर शर्माकर भाग जाओगी। ना कि असली लंड को अपनी मुट्ठी भरकर हिलाओगी,ना असली लंड को मुंह में लेकर चूसोगी,ना असली लंड को अपनी छोटी सी चूत में लेकर उसका भोसड़ा बनाओगी। ना तुम असली लंड तुम्हारी इस मखमली गांड तेल लगाकर लोगी।

अमजद दिव्या को उकसा रहा था।वो जानता था लोहा अभी गर्म है हथौड़ा मार देना चाहिए। इसका असर भी दिव्या पर हुआ।कुछ भी दिव्या एक औरत थी,और एक ताना कभी बर्दास्त नहीं करती।

दिव्या=सर शर्मीली नहीं हूं ना ही डरपोक हूं।शर्मीली होती तो यूं आपके सामने नंगी नही होती।और में डरपोक भी नही हूं। मैं एक असली लंड अपने मुंह में अपनी चूत में अपनी गांड में ले सकती हूं।और में एक पूरी औरत हूं ना कि एक मामूली लड़की।मुझमें भी आग है मैं भी बेशर्म हूं।
अमजद=वो तो अभी पता चल जाएगा कि तुझमें कितनी आग है और कितनी बेशर्मी है।

दिव्या=लगाइए पता मुझमें बहुत आग है।एक चोदने लायक पूरी औरत की बेशर्मी भी।
अमजद= ठीक है पहले कुर्सी पे झुक के मुझे अपनी गांड दिखा। मैं भी देखता हूं तू कितनी बेशर्म है।

दिव्या कुर्सी पे झुक गई और अपनी गांड अमजद की तरफ करके बोली= सर देखिए मेरी गांड को मारने लायक है कि नहीं।
अमजद = वो तो तू बता तुझे लग रहा है मुझे अपनी नंगी गांड दिखाकर।
दिव्या= सर बता नहीं सकती कितना मजा आ रहा है आपके सामने नंगी होकर झुककर अपनी गांड दिखाने में।
अमजद=रंडी बता तेरा दिल अब क्या कर रहा है।क्या तेरा दिल एक असली औरत की तरह कर रहा है कि तेरी गांड पे कोई थप्पड़ मारे।
दिव्या=(लंबी लम्बी सांसे लेते हुए)हां सर मेरा दिल कह रहा है कि कोई मेरी गांड पे जोर जोर से थप्पड़ मारे।
अमजद = अब अपने हाथों से अपने चूतड़ फैलाकर अपनी गांड का छेद दिखा।
दिव्या बड़ी बेशर्मी से अपने दोनों हाथों से चूतड़ पकड़कर फेलाए और बोली=सर देखिए मेरी गांड के छेद केसा है।
अमजद= साली रण्डी तेरा छेद तो एकदम गुलाबी है।ऐसा छेद तो सिर्फ लंड लेने वाली गांड का होता है।मगर ये गांड बड़ी बड़ी बदकिस्मत है।
दिव्या= बदकिस्मत क्यों है मेरी गांड सर।
अमजद=क्योंकि ये गांड तेरी हैं,और मुझे यकीन है कि तू इस लंडखोर गांड में कभी असली लंड नहीं लेगी।
दिव्या= सर मेरी गांड बदनसीब नही है। मैं इसमें एक असली लंड जरूर लूंगी।
(अब दिव्या इतनी गर्म हो चुकी कि अगर अमजद उसकी गांड में लंड भी डाल दे,वो मना नहीं करेगी।मगर अमजद उसे बहुत तड़पाना चाहता था,दिव्या को रंडी बनाकर चोदना चाहता था)
अमजद= वो तो बाद में देखेंगे कि तू गांड में लंड लेगी या नहीं।फिलहाल तू सीधी होकर कुर्सी पर बैठ जा।
दिव्या कुर्सी पर बैठ गई।उसकी चूत में आग लगी हुई थी, वो बार बार अपनी जांघों को आपस में रगड़ रही थी।अब उससे चूत की आग सहन नहीं हो रही थी,उसे अब लंड की जरूरत थी।मगर वो अमजद से बोल नहीं पा रही थी।
अमजद=अब अपनी टांगे फैला कर अपनी चूत के दर्शन करवाओ।हम भी तो देखे तुम्हारी चूत को कैसी है,एक पूरी औरत की चूत जो सिर्फ लंबा और मोटा लौड़ा लेने के लिए बनी है। या फिर मोहित के 5 इंच के छोटे से लंड के लिए बनी है।

दिव्या ने अपनी टांगे चौड़ी कर दी और अपनी चूत दिखाने लगी,अपने सामने 3 फीट की दूरी पर इतनी खूबसूरत बिना बालों वाली कमसिन गुलाबी चूत देखकर अमजद के तोते उड़ गए।दो दिन से खड़ा उसका लौड़ा ऐसी चूत देखकर फटने लगा।अमजद ने एक बार सोचा साली रण्डी को अभी चोद देता हूं साली ये भी बहुत गर्म हो गई है जो होगा देखा जाएगा।फिर सोचा एसे जल्दबाजी में चोदा तो मेरी कसम भी टूट जाएगी और ये मेरी रखैल भी नहीं बनेगी।
दिव्या भी बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी।अब उससे बरदास्त नही हो रहा था।अब वो अमजद से चुदना चाहती थी।बोल नहीं पा रही थी। उसने सोचा अगर वो बेशर्मी दिखाऊंगी तो सर खुद चोद देंगे।(पहले अमजद उकसा रहा था अब दिव्या अमजद को उकसाना चाहती थी।मतलब दिव्या अमजद के जाल में फंस चुकी थी)

दिव्या= सर बताइए कैसी है मेरी छोटी सी चूत।देखिए सर मेरी चूत को, ये एक चोदने लायक पूरी औरत की चूत है कि नहीं।सर आप नजदीक से देखिए।
अमजद=(चौंकने का नाटक करते हुए)लौड़ों की रानी।
दिव्या= क्या हुआ सर आप ऐसे चौंक क्यूं गए।और आप अभी लौड़ों की रानी बोले शायद।
अमजद=(झूठ बोलते हुए) हां दिव्या रंडी,लौड़ों की रानी है ये।मुझे यकीन नहीं हो रहा कि तुम्हारे पास लौड़ों की रानी है।ऐसी चूत तो लाखों लड़कियों में किसी एक लड़की की होती है।मैंने पढ़ा था ऐसी चूत वाली लड़की की हाइट और उसका वेट चुदाई के बाद बढ़ता है।ऐसी चूत वाली लड़की की उम्र कभी नहीं बढ़ती।ऐसी चूत वाली लड़की की जितनी छोटी उम्र में चुदाई हो उतना अच्छा है।जैसे जैसे उसकी चुदाई होगी वो लड़की और भी खूबसूरत होती जाएगी।उस लड़की की गांड बड़ी हो जाएगी उसकी चूचियां बड़ी हो जाएगी,उसकी हाइट बढ़ जाएगी।जो भी उसको देखेगा वो देखता रह जाएगा।
दिव्या= (खुश होते हुए)सर सच में मेरी चूत ऐसी है जेसी आप बोल रहे है।क्या में लाखों में एक हूं।
अमजद=हां दिव्या रंडी लौड़ों की रानी है तेरी चूत।
दिव्या= आपको कैसे पता सर।
अमजद=(अमजद को पता था ये साली रण्डी ये सवाल जरूर पूछेगी।इसलिए जवाब पहले से तैयार था)दिव्या रंडी तू जानती है ना में फिजिक्स का टीचर हूं।और तेरी चूत लौड़ों की रानी है ये बात खुद तेरी चूत कह रही है।
दिव्या= हां मैं जानती हूं आप फिजिक्स के टीचर है।मगर मेरी चूत कैसे कह रही है कि वो लौड़ों की रानी है।
अमजद=मैं समझाता हूं।अच्छा ये बता तेरी चूत कब से रस छोड़ रही।
दिव्या=पता नहीं कब से रस बह रहा है मेरी चूत से।मुझे तो याद भी नहीं।लगभग आधा पौना घंटा हो गया है।
अमजद=ये तो खास बात है तेरी चूत की।एक लड़की या औरत की चूत बिना लंड डाले ज्यादा से ज्यादा 5से 7 मिनट तक पानी छोड़ती है।और अगर एक चुदक्कड़ लड़की की चूत हो तो ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट तक पानी छोड़ती है।पानी भी इतना ही छोड़ती बस चूत गीली होती है।मगर तुम्हारी चूत तो पानी बहा रही है।वो भी हाथ लगाए बिना।इस तरह तो रस तो किसी किसी बड़ी गांड वाली और बड़ी बड़ी चुचियों वाली लड़की का चुदवाते टाइम भी नहीं निकलता,जिस तरह तेरी चूत से सिर्फ चुदाई की बातें सुनकर निकल रहा है। दिव्या तू बड़ी किस्मत वाली है जो तुझे ऐसी चूत मिली है।
(बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां का जिक्र होते ही दिव्या को हीना और जिया की याद आ गई और मन में खुश होते हुए सोचने लगी साली कमीनियों मेरी चूत लाखों में एक है मैं चुदवाकर तुम दोनो से खूबसूरत हो जाऊंगी।और अमजद ने जानबूझ के बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां का जिक्र किया था क्योंकि अमजद जानता था दिव्या हीना और जिया से जलती है।और लड़कियों का सबको पता है कि एक लड़की के सामने दूसरी की तारीफ करो तो बुरा मान जाती है और दूसरी लड़की की बुराई करो तो खुश हो जाती है)

अमजद= दिव्या रंडी हाथ लगाओ अपनी चूत को।
दिव्या ने अपनी चूत को जैसे ही हाथ लगाया उसके मुंह से एक सिसकारी निकल गई।उसका बदन कांपने लगा।

अमजद= कैसा लग रहा रंडी तुजे अपनी चूत पर हाथ रख कर।बता साली कुत्तिया।
दिव्या= सर बहुत मजा आ रहा।ऐसा मजा मुझे जिंदगी में कभी नहीं आया।
अमजद= अब अपने हाथ पे लगे रस को अपने नाक के पास लाकर अपनी चूत के रस को सूंघ और बता कैसी खुशबू है।

दिव्या अपने चूत रस से भीगा हुआ हाथ को अपनी नाक से लगाकर सूंघने लगी जैसे कोई नशेड़ी कोई नशीली चीज सूंघता है।जब उसने आंखे खोली तो उनमें एक नशा था।

दिव्या= आह सर क्या खुशबू है मेरी चूत के रस की। मैं हमेशा इस जगह को गन्दा समझती रही।मगर ये तो मुझे स्वर्ग का सुख दे रही है सर।

अमजद= अब इन चूत रस से भरी उंगलियों को मुंह में लेकर चूस।

दिव्या अपनी उंगलियों को अपने होठों के पास के लेकर गई और फिर एक उंगली अपने मुंह में लेकर चूसने लगी और अपनी आंखे बंद कर दी।


doston time nahi hone ki wajah se itna likh paaya .
baki ki kahani agle update me.
Very very nice and hot hot 🔥🔥 update
 

Napster

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दिव्या अंदर आकर शर्माकर सर झुकाकर खड़ी थी।अमजद ने उसे कुर्सी पर बैठने का इशारा किया।दिव्या कुर्सी पर बैठ गई और अमजद भी बेड पर बैठ गया।

दोनों चुप थे कोई बोल नही रहा था।सोच रहे थे की बात कहां से स्टार्ट करें।
फिर अमजद ने सोचा ऐसे तो पूरा दिन निकल जाएगा।और मेरा लंड कल से खड़ा है तो अब आंड में दर्द होने लगा है।इसे जल्दी से चोदकर अपना वीर्य निकालना पड़ेगा।डॉक्टर ने बोला था की ज्यादा देर लोड़ा खड़ा रहने से प्रोब्लम हो सकती है।इसलिए अमजद ने बात करने का सोचा।
अमजद= देखो दिव्या ऐसे डरने की जरूरत नहीं है। मैं तुझे चोदूंगा नहीं।हम सिर्फ बात करेंगे। मैं तुमसे सवाल पूछूंगा और तुम सवालों के जवाब देना। तुमने मेरे सवालों के सही सही जवाब दिए तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।
दिव्या ने सोचा= थैंक गॉड ये तो सिर्फ सवाल पूछेगा। मैं तो ऐसे ही डर रही थी ,पता नहीं मेरे साथ क्या करेगा।

दिव्या= (खुश होते हुए)पूछिए सर।
अमजद पहले प्लान बना चुका था कि जबतक वीडियो मेरे पास है ये मेरी हर बात मानेगी।पहले थोड़ा ड्रामा करेगी मगर बाद में लाइन पे आ जाएगी।
अमजद= दिव्या बेटी बताओ, तुम्हारे और मोहित के बीच ये चक्कर कब से चल रहा है।
अमजद की बात सुनकर दिव्या कुछ नहीं बोली।

अमजद=(गुस्सा दिखाते हुए)दिव्या मेने तुमसे कुछ पूछा है और तुम चुप हो।अगर जवाब नहीं देना चाहती तो जाओ अपने घर और मैं भी चलता हूं तुम्हारे साथ तुम्हारे बाप को ये वीडियो दिखाने।
दिव्या=(घबराते हुए ) सॉरी सर बताती हूं,बताती हूं।
अमजद= सोचो दिव्या अगर ये वीडियो किसी और के पास होता तो वो तुम्हारे साथ क्या क्या करता। वो तुम्हे ब्लैकमेल करके रोज तेरी चुदाई करता।रोज तेरी गांड मारता।और तेरे इस खूबसूरत मुंह में अपना लंड डालकर तुम्हारा मुंह चोदता।इतना ही वो तुझे ब्लैकमेल करके अपने दोस्तों से चुदवाता।वो तुझे एक बाजारू रंडी बना कर सबसे चुदवाता।मगर मैं ऐसा नहीं करूंगा। मैं तुझे सिर्फ सवाल पूछूंगा और तुम बिना शर्माके मेरे सवालों के जवाब देना।और तूने सही सही जवाब दिए तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।(अमजद जानबूझकर गंदी बातें बोल रहा था।इससे दिव्या डर भी जाए और गर्म भी हो जाए।)

दिव्या भी सोचने लगी कि ये लंगड़ा बोल तो सही रहा है।अगर ये वीडियो किसी के पास होता तो वो मेरी जिंदगी बरबाद कर देता।जिंदगीभर मुझे ब्लैकमेल करता।मगर ये लंगड़ा तो सिर्फ सवाल पूछेगा और मैं जवाब देकर इससे वीडियो डिलीट करवा दूंगी।(मगर दिव्या को क्या पता अमजद क्या क्या सवाल पूछेगा)

अमजद= तो अब बता मुझसे चुदना हैं या मेरे सवालों के जवाब देने है।

दिव्या= सवालों के जवाब देना है।

अमजद =तो बता कब से चल रहा है तुम दोनों का चक्कर।

दिव्या= (धीरे से )3 महीने से।

अमजद= प्यार करते हो एक दूसरे से।
दिव्या=जी सर।
अमजद=(अमजद से अब सहन नही हो रहा था।उसका लंड अब फट रहा था।इसलिए उसने जल्दी आगे बढ़ने का सोचा)मोहित ने तुझे कितनी बार चोदा है।

दिव्या को अमजद से एसे सवाल की उम्मीद नहीं थी।

दिव्या= सर आप ऐसे सवाल मत करो,मुझे शर्म आती है।

अमजद= (बेड से उठते हुए) ठीक है तुम्हे शर्म आती है ऐसे सवाल से,तो चलो तुम्हारे बाप के पास।वहां तेरी सारी शर्म निकल जाएगी।जब ये वीडियो तेरा बाप गोविंद देखेगा।साली रण्डी कल मजे से उस मोहित का लंड हिला रही थी।और अपनी चूत मसलवा रही थी।अब नाटक कर रही है। मैं जा रहा हूं तेरे बाप के पास,तू इधर अपनी चूत मरवा मोहित को बुलाकर।

अमजद दरवाजे की जाने लगा।तो दिव्या कुर्सी से उठकर अमजद के पैरों में गिरकर रोने लगी।
दिव्या=प्लीज सर ऐसा मत करो।पापा को वीडियो मत दिखाना।प्लीज सर मै आपके हाथ जोड़ती हूं। मैं आपके सारे सवालों के जवाब दूंगी।

अमजद=(गुस्सा दिखाते हुए) नहीं साली तू फिर से नाटक करोगी।
दिव्या=नहीं करूंगी नाटक।
अमजद= देख दिव्या मै तुझसे सिर्फ गंदे सवाल पूछूंगा और तुझे उसके गंदे जवाब देने है और कुछ नहीं।अगर तुमने मेरा कहा माना तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।और अगर नाटक किया तो ये वीडियो तेरे बाप दिखा दूंगा और इंटरनेट पे अपलोड कर दूंगा।
दिव्या=(रोते हुए) सर मै नाटक नहीं करूंगी।आप पूछिए मैं जवाब दूंगी।
अमजद= गंदे शब्द बोल पाएगी।
दिव्या= हां बोलूंगी।
अमजद= ठीक है अभी थोड़ा टेस्ट ले कर देखता हूं।अगर टेस्ट में पास हो गई तो आगे सवाल पूछूंगा और फेल हो गई तो मैं चला जाऊंगा।अब बोल चूचियां।
दिव्या के पास कोई विकल्प नहीं था इसलिए उसे मजबूरन बोलना पड़ा।दिव्या बहुत डर गई थी।
दिव्या=(हकलाते हुए) चू.. ची.. या
अमजद=ऐसे हकलाकर नहीं खुलकर बोलो।
दिव्या=चूचियां।
अमजद= अब बोलो चूत।
दिव्या=(शर्म से पानी पानी होते हुए)चूत
अमजद=अब बोलो लंड।
दिव्या=लंड
अमजद=अब बोलो भोसड़ा।
दिव्या=भोसड़ा।
अमजद=अब बोलो लौड़ा।
दिव्या= लौड़ा।
दिव्या ने पहली बार ऐसे लंड चूत भोसड़ा लौड़ा जैसे शब्द बोले थे वो भी एक प्रिंसिपल के सामने।उसे बहुत शर्म आ रही थी।और ऐसे गंदे शब्द बोल कर उसे कुछ अजीब सा लग रहा था जो उसे समझ नहीं आ रहा था।
अमजद= ये हुई ना बात।तुम टेस्ट में पास हो गई।अब कुर्सी पर बैठ जाओ और मेरे गंदे सवाल के गंदे जवाब दो।
दिव्या कुर्सी पे बैठ गई और अमजद भी बेड पे बैठ गया।
अमजद=अब मेरी बात ध्यान से सुन। मैं तेरे इस खूबसूरत चेहरे को चूमूंगा नहीं।ना ही तेरे गुलाबी होंठों को चुसूंगा।ना ही तेरे इस प्यारे से मुंह में अपना लंड डालकर तुम्हारा मुंह चोदूंगा।ना तुझे लौड़ा चुसवाऊंगा।ना ही तेरी ये मस्त नारंगी जेसी प्यारी चूचियां को अपने मुंह में लेकर इसका रस पिऊंगा।और ना ही तेरी इस लंड की प्यासी चुदासी छोटी सी चूत में अपना बड़ा लंड डालकर तुम्हे चोदूंगा। और ना ना ही तेरी इस मखमली दूध जेसी सफेद गांड पे थप्पड़ मार मारकर इसे लाल करूंगा।और नाही तेरी गांड में तेल लगाकर अपना बड़ा लोड़ा डालकर तेरी गांड मारूंगा।इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। मैं सिर्फ तुझे गंदी बातें करूंगा और तुम भी पूरी बेशर्म होकर गंदी बातें करना।तुम्हारे मुंह से गंदी बातें सुनकर मुझे बहुत मजा आएगा।और मुझे मजा आएगा तो मैं खुश होकर वीडियो डिलीट कर दूंगा।अब तुम डिसाइड करो कि तुम्हे जिंदगी भर के लिए बदनाम होना है या थोड़ी देर के लिए बेशर्म बनकर गंदी बातें बोल कर ये वीडियो डिलीट करवाना है। बोलो।
दिव्या ने इतने गंदे तरीके से अपनी तारीफ कभी नहीं सुनी थी।वो तो सोच भी नहीं सकती की एक लड़की की इतनी गंदी तारीफ कोई कर सकता है।मगर उसे ये समझ नहीं आ रहा था कि उसे ऐसी गंदी तारीफ से गुस्सा आने के बजाए अच्छा क्यों लग रहा है।इसकी बातों से मेरी योनि में क्या हो रहा है।ऐसा तो मोहित के हाथ फेरने से भी नहीं हुआ था।मेरे जिस्म में ये अजीब सी गुदगुदी क्यूं हो रही है।फिर सोचने लगी कि मुझे कैसे भी करके ये वीडियो डिलीट करवाना है।इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े।
अमजद = हेलो दिव्या क्या सोच रही हो।बोलो बदनाम होना है या थोड़ी देर के लिए बेशर्म बनकर गंदी बातें करके वीडियो डिलीट करवाना है।
दिव्या=(नजर झुकाकर) वीडियो डिलीट करवाना है।
अमजद= क्या करके वीडियो डिलीट करवाना है
दिव्या=(शरमाते हुए) गंदी बातें करके।
अमजद= तुम्हे शर्म आ रही है तो घर चली जा।
दिव्या= शर्म नही आ रही है मुझे।
अमजद=मतलब तू बेशर्म है।
दिव्या= हां। मैं बेशर्म हूं।(अब दिव्या ने फैसला कर लिया था कि कैसे भी करके जल्दी वीडियो डिलीट करवाना है।)
अमजद= ठीक है अभी देख लेते है तुम्हारी बेशर्मी।तो बताओ मोहित ने तुझे कितनी बार चोदा है।
दिव्या= वो उसने अभी तक नहीं किया है।
अमजद= (गुस्से में चिल्लाते हुए)चुप साली रण्डी तेरी मां की चूत, हरामजादी छिनाल रांड। मैं तुझे बेशर्मी से गंदी बातें बोल ने कह रहा हूं और तू साली कुतिया वो वो कर रही है। मैं कसम की वजह से तुझे चोद नहीं पा रहा हूं और तू साली रण्डी नखरा कर रही है।साली तू ऐसे नहीं मानेगी।अभी ये वीडियो तेरे बाप और दूसरों को भी भेजता हूं।(अमजद अपनी जेब से मोबाइल बाहर निकाल कर वीडियो भेजने का नाटक करने लगा)।
अमजद की बात सुनकर दिव्या की हालत खराब हो गई और रोते हुए बोली= सर प्लीज मुझे माफ कर दो।मुझसे गलती हो गई।अब जो आप कहेंगे वो करूंगी।प्लीज वीडियो मत भेजो।
अमजद= नहीं तू साली रण्डी फिर नाटक करेगी।तेरी चूत में फिर से खुजली होगी।
दिव्या=अब कोई नाटक नहीं करूंगी।
अमजद= पक्का।
दिव्या=पक्का नहीं करूंगी। अमजद=खा अपने बाप गोविंद की कसम कि अब तू बेशर्म होकर बात करेगी।
दिव्या=(बिना सोचे समझे) मैं अपने पापा की कसम खाती हूं कि अब मैं बेशर्म होकर बात करूंगी।
अमजद= ठीक है तो बता तुझे मोहित ने कितनी बार चोदा है।
दिव्या= एकबार भी नहीं चोदा मुझे।(दिव्या बड़ी मुश्किल से बोल पाई थी)
अमजद=मोहित नही चोदा तो और कितनों ने चोदा तुझे।
दिव्या= मुझे आजतक किसीने नहीं चोदा।
अमजद=क्या मोहित ने कभी तेरी चूत मारने की कोशिश की।
दिव्या=नहीं उसने कभी मेरी चूत मारने की कोशिश नहीं की।
अमजद=और कल जब मोहित तेरी नंगी चूचियां मसल रहा था और तेरी चूत पे हाथ फेर रहा था। तू मोहित का लंड पकड़कर हिला रही थी,तब मोहित ने तुझे ये नहीं कहा की= दिव्या मै तुम्हारी इस चूत में अपना लंड डालकर तेरी चूत मारना चाहता हूं । दिव्या मै तुम्हे एक रण्डी की तरह नंगी करके चोदना चाहता हूं।
दिव्या अमजद की ऐसी चुदाई से भरी बाते सुनकर ना चाहकर भी गर्म हो रही थी।कुछ भी वो अभी अभी जवान हुई थी इस उम्र में लड़कियां जल्दी बहक जाती है।इस उम्र में लड़कियां का दिमाग दो कानों के बीच नहीं दो टांगों के बीच होता है।
दिव्या=नही सर उसने कल मुझे नही बोला चूत मरवाने के लिए।
अमजद= अच्छा दिव्या मैं तुम्हे रंडी बोलूं तो तुझे बुरा तो नहीं लगेगा।मुझे तुम्हे रंडी बोलना अच्छा लग रहा है।
दिव्या=सर आपको जो अच्छा लगे वो बोलो मैं बुरा नहीं मानूंगी।
अमजद= ठीक है तो साली रण्डी बता,तुमने मोहित का लंड कल पहलीबार पकड़ा था या रोज ऐसे ही पकड़ कर हिलाती हो।क्या मोहित रोज तेरी चूत मसलता है।क्या रोज तेरी चुचियों को नंगी करके दबाता है। बोल साली कुत्तिया।

दिव्या को अमजद के मुंह से अपने लिए रंडी कुत्तिया सुनकर गुस्सा नही आ रहा था बल्कि उसकी चूत से पानी निकल रहा था।
दिव्या= नही सर कल पहली बार मै उसका लंड पकड़कर हिला रही थी।उसने भी पहली बार मेरी चूचियों और चूत को हाथ लगाया था।
अमजद=क्या कल तुझे मजा आ रहा था।तेरा मन हुआ था उसका लंड अपनी चूत में लेने का।
दिव्या=हां सर मुझे बहुत मजा आया था।कल मैं उसका लंड अपनी चूत में लेना चाहती थी।
अमजद=फिर लिया क्यूं नहीं। मैं भी देखता तुझे रंडी की तरह चुदते हुए।
दिव्या= सर मोहित ने बोला उसे कुछ काम है इसलिए वो चला गया।
अमजद= मतलब तुमने मना नहीं किया और वो तुम्हें चोदे बिना चला गया।यार तुम इतनी खूबसूरत हो सेक्सी हो।और मोहित तुम्हे तड़पता हुआ छोड़ के चला गया।इसका मतलब ये तो नहीं जो में सोच रहा हूं।(अब अमजद ने दूसरा जाल फेकने का सोचा)
दिव्या=क्या मतलब सर।
अमजद=मतलब ये कि मोहित को लगता है, तुम पूरी औरत नहीं हो।
दिव्या= इसका क्या मतलब कि मैं पूरी औरत नहीं हूं। मैं पूरी औरत हूं सर।
अमजद = देखो मुझे शक है कि मोहित को ऐसा लगता है कि तुम पूरी औरत नहीं हो।
दिव्या = सर मैं कुछ समझी नहीं आप कहना क्या चाहते है।
अमजद=अभी तुम्हे पता चल जाएगा और मेरा शक सही है या गलत वो भी पता चल जाएगा।
दिव्या=केसे सर।
अमजद=अच्छा मुझे ये बताओ।कल बगीचे से जाने के बाद अबतक मोहित कितनी बार तुमसे मिला।
दिव्या=एकबार भी नहीं।वो आज स्कूल भी नहीं आया।
अमजद= कल से उसने कॉल कितनी बार किया।
दिव्या=कल बगीचे से जाने के बाद अबतक एक भी कॉल नहीं किया। मगर आप ये सब क्यों पूछ रहे हैं।
अमजद= और कल से पहले वो तुम्हे दिन में कितनी बार कॉल करता था।
दिव्या= हर रोज दिन 5,6 बार कॉल करता था और घंटों बातें करते थे।और रात को 1,2 बजे तक चैट करते थे।

अमजद= जो लड़का दिन में 5,6 बार कॉल करता था और घंटो बाते करता था और रात को 1,2 बजे तक चैट करता था।उसने कल से अब तक एक भी फोन किया।कल तो तूने अपनी चूचियां नंगी करके मसलवाई और उसका लंड भी हिलाया।अरे सोच रंडी अगर दूसरा को होता तो कॉल कर करके तुम्हारी गांड मार देता।अब मुझे पूरा यकीन हो गया है कि वो तुझे औरत नहीं समझता है।और मैं सर्त लगाकर कहता हूं वो तुम्हारा फोन भी नहीं उठाएगा।और उठाएगा भी तो किसी और को दे देगा।
अब दिव्या को भी लगा कि दाल में कुछ काला है।मोहित ने मुझे कल से कॉल क्यूं नहीं किया।
अमजद = चल रंडी उसको फोन लगा।और अगर दूसरा कोई फोन उठाए तो फोन काट देना।

दिव्या ने मोहित को कॉल लगाया।घंटी जा रही थी मगर मोहित ने फोन उठाया नहीं।दिव्या ने दुसरीबार कॉल किया कोई जवाब नहीं।तीसरी बार कॉल लगाया किसी लड़की ने फोन उठाया।अमजद दिव्या को इशारा किया दिव्या ने कॉल काट दिया।
अमजद= मैने कहा था ना वो फोन नही उठाएगा।
दिव्या=आपको कैसे पता वो फोन नही उठाएगा। और वो मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहा।
अमजद=वो अब तुम्हारा फोन कभी नहीं उठाएगा।और वो फोन क्यों नहीं उठा रहा है।उस बात पर तुम यकीन नहीं करोगी।
दिव्या= सर मैं यकीन करूंगी आप बताइए वो मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहा है।
अमजद= क्योंकि उसे लगता है कि तुम पूरी औरत नहीं हो।तू चोदने लायक नहीं।उसे लगता है कि तुम कभी जिंदगी में चुदाई का मजा नही ले पाओगी और ना किसी को सेड्यूस करके कर पाओगी।
दिव्या= (हैरान होते हुए)ये आप क्या कह रहे हैं सर। मैं पूरी नहीं हूं।चोदने लायक नहीं हूं। क्यूं मैं चुदाई का मजा नही ले पाऊंगी।मोहित कौन होता है मेरे बारे में ये सब सोचने वाला।

अमजद = देखो दिव्या मुझे लगता है मोहित का सोचना सही है।कुछ ओरतो में ये प्रोब्लम होती है।जैसे कुछ मर्दों में ये प्रोब्लम होती है।ऐसे मर्दों के सामने कितनी भी खूबसूरत लड़की को नंगा करके सुला दो।उनका लंड खड़ा नही होगा।ऐसे ही औरतों में प्रोब्लम होती है।ऐसी लड़कियों के सामने कितनी भी चुदाई की बातें करो उनको चुदने का मन नहीं करेगा।अब देखो मैं कबसे तुमसे चुदाई की बातें कर रहा हूं। तुमने एक बार भी अपनी चूत को हाथ नहीं लगाया।इसका मतलब तुझमें चुदाई की कमी है। तुम्हारी जगह अगर दूसरी कोई लड़की या औरत होती तो वो कबकी अपनी चूत रगड़ने लगती। मगर तुम्हे तो गुस्सा आ रहा है मेरी बातों से।तुम्हे मजा आना चाहिए मेरी गंदी बातें सुनकर मगर तुम्हे तो बुरा लग रहा है। अब तो मुझे भी लगता है की तुम चोदने लायक पूरी औरत नहीं हो।

(दोस्तों आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूं कि अमजद जब आज सुबह स्कूल जा रहा था तब मोहित का बाप अमजद को मिला था और उसने अमजद को बताया कि मोहित 2,3 दिन स्कूल नहीं आएगा।वो अपने बहन से मिलने गया है उसकी बहन को ऑपरेशन से बच्चा हुआ है वो हॉस्पिटल में भर्ती है। इसलिए मोहित पैसे लेकर गया है।और जल्दबाजी में अपना मोबाइल घर पर भूल गया है।और इसी बात का फायदा उठाकर अमजद ने दिव्या पर एक जाल फेंका है इसमें दिव्या फसती है या नहीं)
दिव्या=सर मैं पूरी औरत हूं।मेरा यकीन कीजिए।(दिव्या अब भावनाओं में बह रही थी)
अमजद= देखो दिव्या तुझमें प्रोब्लम है ये साफ दिख रही। मैं साबित कर सकता हूं कि तुम चोदने लायक पूरी औरत नहीं हो।और तुम साबित नही कर पाओगी की तुम चोदने लायक पूरी औरत हो।
दिव्या=(आवेश में आकर)सर मै साबित करूंगी कि चोदने लायक पूरी औरत हूं।
अमजद= ठीक है अभी पता चल जाएगा कि तुम चोदने लायक पूरी औरत हो कि नहीं।
दिव्या=केसे सर।
अमजद= पहले अपने पापा की कसम खाकर कहो तुम झूठ नहीं बोलोगी।
दिव्या=(नादान दिव्या बिना सोचे समझे) मैं अपने पापा की कसम खाकर कहती हूं की मै आपसे झूठ नहीं बोलूंगी।
अमजद के होठों पर एक कुटिल मुस्कान आ गई।साली रण्डी तू तो अब मेरी हुई।

अमजद=तो बता साली जब मैं तुझे चुदाई की बातें करता हूं तो तुझे कैसा लगता।
दिव्या= पहले पहले तो गुस्सा आया मगर बाद में अच्छा लगने लगा।
अमजद=और मैं जब तुझे रंडी कुत्तिया बोलता हूं तो तुझे कैसा लगता है।
दिव्या=सर पहले गुस्सा आया आप पे।मगर बाद में पता नही क्यों अच्छा लगने लगा जब आप मुझे रंडी कुत्तिया बोलते हो तो।
अमजद =रंडी झूठ तो नहीं बोल रही है।
दिव्या= सर मेने पापा की कसम खाई है झूठ नहीं बोलूंगी।
अमजद= ये तो तेरा टेस्ट था अब परीक्षा के लिए तैयार है।
दिव्या=(झट से) हां तैयार हूं सर।
अमजद=ठीक है तो कुर्सी से उठ और अपनी टी शर्ट उतार।

ये बात सुनकर दिव्या अमजद की तरफ देखने लगी।
अमजद= साली रण्डी इधर क्या देख रही है।तूने अपने बाप की कसम खाई है कि तू बेशर्म दिखाएगी।और मुझे पता है तू चोदने लायक पूरी औरत नहीं है।क्योंकि पूरी औरत ऐसे शर्माती नही है।अगर तुझे टी शर्ट उतारना अच्छा नहीं लग रहा है तो मै तुम्हे फोर्स नहीं करूंगा। वैसे भी बेशर्म बनने में तेरा ही फायदा है।एक तो मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा दूसरा ये साबित हो जाएगा की तू चोदने लायक पूरी औरत है कि नहीं।
(अमजद दिव्या को उकसा रहा था और दिव्या अमजद के जाल में फंस रही थी)
दिव्या=सर मै नहीं शर्माऊंगी मेने पापा कसम खाई है।और अपने आप को साबित भी करूंगी की में चोदने लायक पूरी औरत हूं। मैं टी शर्ट उतारती हूं।

दिव्या टी शर्ट उतारने लगी और अमजद का लंड झटके मारने लगा।दिव्या ने टी शर्ट उतार दी।उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी। दिव्या अब ऊपर से पूरी नंगी थी।दिव्या को अपने सामने उपर से नंगा देखकेे अमजद का बुरा हाल था।उसका दिल किया कि अभी जाके दिव्या को अपनी बाहों भरकर उसके खूबसूरत जिस्म से खेले।मगर अमजद ने अपने आप को संभाला और दिव्या से बोला।
अमजद=ये बात हुए ना लड़कियों वाली।अब बता तुझे कैसा लग रहा है मेरे सामने नंगा होकर।
दिव्या को शर्म आ रही थी मगर उसने अपने बाप की कसम खाई थी कि वह शर्माएगी नहीं।
दिव्या=सर थोड़ा अजीब भी लग रहा है और अच्छा भी लग रहा है।
अमजद = ठीक है अपनी खूबसूरत चुचियों को अपने हाथ में लेकर धीरे धीरे मसल।

दिव्या के पास कोई चारा नहीं था।तो दिव्या ने अपनी चुचियों को अपने हाथ से मसलने लगी।उसे भी मजा आ रहा था। इसलिए उसने अपनी आंखें बन्द कर ली।
अमजद ने जब देखा कि साली रण्डी गर्म हो रही है इसे और गर्म करता हूं।
अमजद=दिव्या रंडी।
दिव्या=( आंखे खोलके अमजद की तरफ देखकर)जी बोलिए सर।
अमजद= कैसा लग रहा।
दिव्या=अच्छा लग रहा है सर।
अमजद= अच्छा लग रहा है या मजा आ रहा है।
दिव्या=मजा आ रहा है।
अमजद=अब अपनी चूची को अपने मुंह में ले कर चूस।
दिव्या मुंह में लेने की कोशिश करने लगी मगर चूची छोटी थी इसलिए मुंह में नही आ रही थी।
दिव्या= सर चूची मुंह में नही आ रही है।
अमजद= एक काम कर अपनी जबान बाहर निकाल कर,तेरी चूची के छोटे से निप्पल है उनको जबान से चाट।
दिव्या ने अपनी जबान बाहर निकाली और चूची को हाथ में पकड़कर जबान से चाटने लगी।
इतना कामुक नजारा देखकर अमजद का मन किया कि अभी जाके दिव्या की चुचियों को अपने मुंह में लेकर चूस लूं।मगर अपने आप को कंट्रोल किया।
दिव्या बड़े मजे से बारी बारी अपनी दोनों चूचियों को जबान से चाट रही थी।उसके लिए ये एक नया एहसास था।वो मजे के सागर में डूब रही थी।ऐसा मजा तो उसे मोहित के छूने से भी नहीं आया,जितना मजा आज उसकी खुद की जबान दे रही थी। अब वो वीडियो को तो भूल ही गई थी।अब तो वो बस अपने आप को चोदने लायक पूरी औरत साबित करना चाहती थी।
अमजद दिव्या देख रहा था की अब वो पूरी गर्म हो गई है।अब इसे थोड़ा और गर्म किया तो ये चुदने को तैयार हो जाएगी।

अमजद= दिव्या रंडी।कैसा लग रहा है अपनी चूचियां चूसकर।
दिव्या=(चूची चूसते हुए) सर बहुत मजा आ रहा है।
अमजद= साली रण्डी झूठ तो नहीं बोल रही।
दिव्या= नही सर ये रंडी सच बोल रही है।
अमजद= तुझे शर्म तो नहीं आ रही है।
दिव्या= नही सर मुझे बिल्कुल भी शर्म नहीं आ रही है।
अमजद= तो और दिखा अपने अंदर की पूरी औरत की बेशर्मी और अपनी जींस उतार कर पूरी नंगी हो जा।
जींस उतारने की बात पर दिव्या चोंकके अमजद की तरफ देखने लगी।
अमजद= क्या रंडी शर्म आ रही है या डर लग रहा है कि कहीं तुझे नंगी देखके तेरी चूत में अपना लंड डालकर तेरी चुदाई ना कर दूं।रंडी अगर तुझे चोदना होता तो कबका तुझे यहीं पटक कर चोद चुका होता या तुझे ब्लैकमेल करके चोद देता।जिस तरह तूने अपने बाप की कसम खाई की तू शर्म नहीं करेगी झूठ नहीं बोलेगी।वैसे मैंने अपनी बेटियों की कसम खाई है।समझी।
दिव्या मन सोचने लगी कि=हां ये बात सर सही बोल रहें अगर इन्हें चोदना होता कबका चोद चुके होते।पर इन्होंने अपनी ओलाद की कसम खाई है इसलिए मुझे हाथ नहीं लगाएंगे।और मेने भी पापा की कसम खाई है कि मैं शर्माऊंगी नहीं और झूठ नहीं बोलूंगी।मुझे साबित भी करना है कि मैं चोदने लायक पूरी औरत हूं।और सबसे बड़ी बात इस बेशर्मी में मुझे बहुत मजा आ रहा है।इसलिए अब शर्माने का कोई फायदा नहीं है।पापा की कसम भी खाई है अगर में शरमाई तो पापा कुछ हो गया तो।नहीं नहीं पापा को कुछ नहीं होगा,अब में पूरे दिल से बेशर्म बनूंगी। खुलकर चूत लंड चुदाई जैसी गंदी बातें बोलूंगी तो सर भी खुश होकर वीडियो डिलीट कर देंगे।
(दोस्तों दिव्या अब अमजद को अपने मन में भी लंगड़ा नहीं सर कह रही थी और सेक्स को चुदाई कह रही थी। अब उसपे हवस हावी हो रही थी और अमजद की बातें मजा दे रही थी।)
दिव्या= नहीं सर में शर्मा नहीं रही बस पहली किसी के सामने नंगी हो रही हूं तो थोड़ा अजीब लग रहा था।रही बात आपसे डरने की तो मुझे पता आप मेरी मर्जी के बिना हाथ भी नहीं लगाएंगे,चोदने की बात तो दूर है।आपने जिंस उतारने को कहा था, मैं जिंस के साथ पैंटी भी उतारूंगी।
अमजद= तो देर किस बात की एक रंडी की तरह नंगी हो जा कुत्तिया।

अमजद की बात सुनकर दिव्या ने हस्ते हुए अपनी जींस और पेंटी दोनो उतार दी।और एक साईड में फेंक दी।
दिव्या= कैसी लग रही सर,चोदने लायक पूरी औरत लग रही हूं।

दिव्या को अपने सामने बिल्कुल नंगा देखकर अमजद का लंड फटने लगा।उसे अब बर्दास्त करना मुश्किल था।एक तो दिव्या नंगी थी और ऊपर उसकी खूबसूरती कयामत ढा रही थी।थोड़ी कसर बाकी थी वो दिव्या की बेशर्मी ने करदी।अमजद के मुंह से अल्फाज नहीं निकल रहे थे।
दिव्या= क्या हुआ सर, बोलिए कैसी लग रही हूं नंगी होकर।
दिव्या की बात सुनकर अमजद होश में आया।और बोला।
अमजद=बिलकुल लौड़ों की रानी लग रही हो।
दिव्या= सर ये लौड़ों की रानी क्या होती है।
अमजद= लौड़ों की रानी वो है जिसे देखकर हर लौड़ा खड़ा हो जाए।हर लौड़ा उसकी चूत में जाना चाहता हो।लौड़ों की रानी वो होती है जो सिर्फ चूत नहीं मरवाती बल्कि अपनी गांड भी मरवाती है और अपना मुंह भी चुदवाती है।लौड़ों की कभी एक लंड से खुश नहीं होती।उसे तो जब 4,5 मर्द मिलके चोदे तो उसे मजा आता है।
अमजद की बात सुनकर दिव्या की चूत से नदियां बहने लगी।उसकी चूत का पानी चूत से निकलकर जांघो पर बहने लगा।अमजद की बातों से दिव्या बहुत गर्म हो गई थी।

दिव्या= सर मै आपको लौड़ों की रानी लग रही हूं।और लौड़ों की रानी को जब 4,5 मर्द मिलकर चोदेंगे तो वो मर जाएगी सर।
अमजद= दिव्या रंडी 4,5 मर्दों के चोदने से मर जाए तो उसे लौड़ों की रानी कौन कहेगा।रही बात तुम्हारी तो वो तुम्हारी चूत और गांड देखकर ही बता दूंगा कि तुम लौड़ों की रानी हो या एक मामूली लड़की हो।या पूरी औरत भी नहीं हो।

दिव्या= सर मै लौड़ों की रानी हूं या नहीं पर पूरी औरत जरूर हूं।

अमजद= वो तुम्हारे अंदर की जिस्मानी आग और तुम्हारी बेशर्मी देख के पता चलेगा।तुम चोदने लायक पूरी ओरत हो लौड़ों की रानी हो।या फिर एक फिर एक हाडमास का पुतला हो।जिसके अंदर ना चुदास है और ना ही चुदने की हिम्मत है।मुझे लगता है तुम इतनी शर्मीली और डरपोक हो कि एक असली मर्द का असली लोड़ा देखकर डरकर शर्माकर भाग जाओगी। ना कि असली लंड को अपनी मुट्ठी भरकर हिलाओगी,ना असली लंड को मुंह में लेकर चूसोगी,ना असली लंड को अपनी छोटी सी चूत में लेकर उसका भोसड़ा बनाओगी। ना तुम असली लंड तुम्हारी इस मखमली गांड तेल लगाकर लोगी।

अमजद दिव्या को उकसा रहा था।वो जानता था लोहा अभी गर्म है हथौड़ा मार देना चाहिए। इसका असर भी दिव्या पर हुआ।कुछ भी दिव्या एक औरत थी,और एक ताना कभी बर्दास्त नहीं करती।

दिव्या=सर शर्मीली नहीं हूं ना ही डरपोक हूं।शर्मीली होती तो यूं आपके सामने नंगी नही होती।और में डरपोक भी नही हूं। मैं एक असली लंड अपने मुंह में अपनी चूत में अपनी गांड में ले सकती हूं।और में एक पूरी औरत हूं ना कि एक मामूली लड़की।मुझमें भी आग है मैं भी बेशर्म हूं।
अमजद=वो तो अभी पता चल जाएगा कि तुझमें कितनी आग है और कितनी बेशर्मी है।

दिव्या=लगाइए पता मुझमें बहुत आग है।एक चोदने लायक पूरी औरत की बेशर्मी भी।
अमजद= ठीक है पहले कुर्सी पे झुक के मुझे अपनी गांड दिखा। मैं भी देखता हूं तू कितनी बेशर्म है।

दिव्या कुर्सी पे झुक गई और अपनी गांड अमजद की तरफ करके बोली= सर देखिए मेरी गांड को मारने लायक है कि नहीं।
अमजद = वो तो तू बता तुझे लग रहा है मुझे अपनी नंगी गांड दिखाकर।
दिव्या= सर बता नहीं सकती कितना मजा आ रहा है आपके सामने नंगी होकर झुककर अपनी गांड दिखाने में।
अमजद=रंडी बता तेरा दिल अब क्या कर रहा है।क्या तेरा दिल एक असली औरत की तरह कर रहा है कि तेरी गांड पे कोई थप्पड़ मारे।
दिव्या=(लंबी लम्बी सांसे लेते हुए)हां सर मेरा दिल कह रहा है कि कोई मेरी गांड पे जोर जोर से थप्पड़ मारे।
अमजद = अब अपने हाथों से अपने चूतड़ फैलाकर अपनी गांड का छेद दिखा।
दिव्या बड़ी बेशर्मी से अपने दोनों हाथों से चूतड़ पकड़कर फेलाए और बोली=सर देखिए मेरी गांड के छेद केसा है।
अमजद= साली रण्डी तेरा छेद तो एकदम गुलाबी है।ऐसा छेद तो सिर्फ लंड लेने वाली गांड का होता है।मगर ये गांड बड़ी बड़ी बदकिस्मत है।
दिव्या= बदकिस्मत क्यों है मेरी गांड सर।
अमजद=क्योंकि ये गांड तेरी हैं,और मुझे यकीन है कि तू इस लंडखोर गांड में कभी असली लंड नहीं लेगी।
दिव्या= सर मेरी गांड बदनसीब नही है। मैं इसमें एक असली लंड जरूर लूंगी।
(अब दिव्या इतनी गर्म हो चुकी कि अगर अमजद उसकी गांड में लंड भी डाल दे,वो मना नहीं करेगी।मगर अमजद उसे बहुत तड़पाना चाहता था,दिव्या को रंडी बनाकर चोदना चाहता था)
अमजद= वो तो बाद में देखेंगे कि तू गांड में लंड लेगी या नहीं।फिलहाल तू सीधी होकर कुर्सी पर बैठ जा।
दिव्या कुर्सी पर बैठ गई।उसकी चूत में आग लगी हुई थी, वो बार बार अपनी जांघों को आपस में रगड़ रही थी।अब उससे चूत की आग सहन नहीं हो रही थी,उसे अब लंड की जरूरत थी।मगर वो अमजद से बोल नहीं पा रही थी।
अमजद=अब अपनी टांगे फैला कर अपनी चूत के दर्शन करवाओ।हम भी तो देखे तुम्हारी चूत को कैसी है,एक पूरी औरत की चूत जो सिर्फ लंबा और मोटा लौड़ा लेने के लिए बनी है। या फिर मोहित के 5 इंच के छोटे से लंड के लिए बनी है।

दिव्या ने अपनी टांगे चौड़ी कर दी और अपनी चूत दिखाने लगी,अपने सामने 3 फीट की दूरी पर इतनी खूबसूरत बिना बालों वाली कमसिन गुलाबी चूत देखकर अमजद के तोते उड़ गए।दो दिन से खड़ा उसका लौड़ा ऐसी चूत देखकर फटने लगा।अमजद ने एक बार सोचा साली रण्डी को अभी चोद देता हूं साली ये भी बहुत गर्म हो गई है जो होगा देखा जाएगा।फिर सोचा एसे जल्दबाजी में चोदा तो मेरी कसम भी टूट जाएगी और ये मेरी रखैल भी नहीं बनेगी।
दिव्या भी बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी।अब उससे बरदास्त नही हो रहा था।अब वो अमजद से चुदना चाहती थी।बोल नहीं पा रही थी। उसने सोचा अगर वो बेशर्मी दिखाऊंगी तो सर खुद चोद देंगे।(पहले अमजद उकसा रहा था अब दिव्या अमजद को उकसाना चाहती थी।मतलब दिव्या अमजद के जाल में फंस चुकी थी)

दिव्या= सर बताइए कैसी है मेरी छोटी सी चूत।देखिए सर मेरी चूत को, ये एक चोदने लायक पूरी औरत की चूत है कि नहीं।सर आप नजदीक से देखिए।
अमजद=(चौंकने का नाटक करते हुए)लौड़ों की रानी।
दिव्या= क्या हुआ सर आप ऐसे चौंक क्यूं गए।और आप अभी लौड़ों की रानी बोले शायद।
अमजद=(झूठ बोलते हुए) हां दिव्या रंडी,लौड़ों की रानी है ये।मुझे यकीन नहीं हो रहा कि तुम्हारे पास लौड़ों की रानी है।ऐसी चूत तो लाखों लड़कियों में किसी एक लड़की की होती है।मैंने पढ़ा था ऐसी चूत वाली लड़की की हाइट और उसका वेट चुदाई के बाद बढ़ता है।ऐसी चूत वाली लड़की की उम्र कभी नहीं बढ़ती।ऐसी चूत वाली लड़की की जितनी छोटी उम्र में चुदाई हो उतना अच्छा है।जैसे जैसे उसकी चुदाई होगी वो लड़की और भी खूबसूरत होती जाएगी।उस लड़की की गांड बड़ी हो जाएगी उसकी चूचियां बड़ी हो जाएगी,उसकी हाइट बढ़ जाएगी।जो भी उसको देखेगा वो देखता रह जाएगा।
दिव्या= (खुश होते हुए)सर सच में मेरी चूत ऐसी है जेसी आप बोल रहे है।क्या में लाखों में एक हूं।
अमजद=हां दिव्या रंडी लौड़ों की रानी है तेरी चूत।
दिव्या= आपको कैसे पता सर।
अमजद=(अमजद को पता था ये साली रण्डी ये सवाल जरूर पूछेगी।इसलिए जवाब पहले से तैयार था)दिव्या रंडी तू जानती है ना में फिजिक्स का टीचर हूं।और तेरी चूत लौड़ों की रानी है ये बात खुद तेरी चूत कह रही है।
दिव्या= हां मैं जानती हूं आप फिजिक्स के टीचर है।मगर मेरी चूत कैसे कह रही है कि वो लौड़ों की रानी है।
अमजद=मैं समझाता हूं।अच्छा ये बता तेरी चूत कब से रस छोड़ रही।
दिव्या=पता नहीं कब से रस बह रहा है मेरी चूत से।मुझे तो याद भी नहीं।लगभग आधा पौना घंटा हो गया है।
अमजद=ये तो खास बात है तेरी चूत की।एक लड़की या औरत की चूत बिना लंड डाले ज्यादा से ज्यादा 5से 7 मिनट तक पानी छोड़ती है।और अगर एक चुदक्कड़ लड़की की चूत हो तो ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट तक पानी छोड़ती है।पानी भी इतना ही छोड़ती बस चूत गीली होती है।मगर तुम्हारी चूत तो पानी बहा रही है।वो भी हाथ लगाए बिना।इस तरह तो रस तो किसी किसी बड़ी गांड वाली और बड़ी बड़ी चुचियों वाली लड़की का चुदवाते टाइम भी नहीं निकलता,जिस तरह तेरी चूत से सिर्फ चुदाई की बातें सुनकर निकल रहा है। दिव्या तू बड़ी किस्मत वाली है जो तुझे ऐसी चूत मिली है।
(बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां का जिक्र होते ही दिव्या को हीना और जिया की याद आ गई और मन में खुश होते हुए सोचने लगी साली कमीनियों मेरी चूत लाखों में एक है मैं चुदवाकर तुम दोनो से खूबसूरत हो जाऊंगी।और अमजद ने जानबूझ के बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां का जिक्र किया था क्योंकि अमजद जानता था दिव्या हीना और जिया से जलती है।और लड़कियों का सबको पता है कि एक लड़की के सामने दूसरी की तारीफ करो तो बुरा मान जाती है और दूसरी लड़की की बुराई करो तो खुश हो जाती है)

अमजद= दिव्या रंडी हाथ लगाओ अपनी चूत को।
दिव्या ने अपनी चूत को जैसे ही हाथ लगाया उसके मुंह से एक सिसकारी निकल गई।उसका बदन कांपने लगा।

अमजद= कैसा लग रहा रंडी तुजे अपनी चूत पर हाथ रख कर।बता साली कुत्तिया।
दिव्या= सर बहुत मजा आ रहा।ऐसा मजा मुझे जिंदगी में कभी नहीं आया।
अमजद= अब अपने हाथ पे लगे रस को अपने नाक के पास लाकर अपनी चूत के रस को सूंघ और बता कैसी खुशबू है।

दिव्या अपने चूत रस से भीगा हुआ हाथ को अपनी नाक से लगाकर सूंघने लगी जैसे कोई नशेड़ी कोई नशीली चीज सूंघता है।जब उसने आंखे खोली तो उनमें एक नशा था।

दिव्या= आह सर क्या खुशबू है मेरी चूत के रस की। मैं हमेशा इस जगह को गन्दा समझती रही।मगर ये तो मुझे स्वर्ग का सुख दे रही है सर।

अमजद= अब इन चूत रस से भरी उंगलियों को मुंह में लेकर चूस।

दिव्या अपनी उंगलियों को अपने होठों के पास के लेकर गई और फिर एक उंगली अपने मुंह में लेकर चूसने लगी और अपनी आंखे बंद कर दी।


doston time nahi hone ki wajah se itna likh paaya .
baki ki kahani agle update me.
Very very nice and hot hot 🔥🔥 update
 

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दिव्या अपनी उंगलियों को अपने होठों के पास के लेकर गई और फिर एक उंगली अपने मुंह में लेकर चूसने लगी और अपनी आंखे बंद कर दी।
अमजद= दिव्या रंडी कैसा लग रहा है अपनी चूत का रस चूस के।
दिव्या=(कामुकता से )सर बता नहीं सकती मुझे कितना मजा आ रहा है।क्या स्वाद है चूत के रस का आह।(अपनी उंगलियों पे लगे चूत रस को चाटते हुए)मजा आ गया।

अमजद= दिव्या तेरी चूत तुझे बहुत मजा दे रही है।तू बहुत खुशनसीब है जो तुझे ऐसी चूत मिली है। मगर.....
दिव्या=मगर क्या सर। बोलिए सर।
अमजद=मगर तेरी चूत बदनसीब है।
दिव्या=(हैरान होते हुए)आप कहते है कि मेरी चूत लाखों में एक है,मेरी चूत लौड़ों की रानी है।फिर मेरी चूत बदनसीब केसे हुई।मैं कुछ समझी नहीं।
अमजद=हां ये सच है की तेरी चूत लाखों में एक है,तेरी चूत लौड़ों की रानी है।मगर ये बदनसीब है क्योंकि ये तेरे पास है।और मैं जानता हूं तू इस चूत को कभी उसका हक नहीं देगी।कभी तू इस चूत को वो खुशी नहीं देगी जिसकी ये हकदार है।ये हमेशा तड़पती रहेगी उस मजे के लिए जिस मजे के लिए बनी है।ये चूत तुझे वो मजा दे सकती है जो मजा लाखों लड़कियों में किसी एक को मिलता।और तू ना तो खुद मजा लेगी और ना अपनी इस चूत को मजा देगी।
दिव्या=सर मै कभी इसे तड़पने नहीं दूंगी।इसे इसका हक मिलेगा।जिस खुशी की ये हकदार है वो खुशी इसे मिलेगी।
अमजद= दिव्या तेरी चूत को वो खुशी कभी नहीं मिलेगी।
दिव्या= क्यूं नहीं मिलेगी मेरी चूत को खुशी। बताइए सर।
अमजद=क्योंकि तेरी चूत मामूली लंड के लिए नहीं बनी।तेरी इस अनोखी चूत को सिर्फ एक असली मर्द का असली लंड ही खुशी से सकता।जब एक असली मर्द का असली लंड तेरी चूत में जब पहली बार जाएगा तो तुझे दर्द होगा मगर तेरी चूत अपने असली मालिक से मिलने की खुशी में झूम उठेगी।तुझे पहली बार दर्द होगा फिर जिंदगी भर बस मजा ही मजा मिलेगा।ये चूत तुझे जिंदगी भर मजा देगी।
मगर मुझे पता है तू इस चूत के लिए थोड़ा दर्द बर्दास्त नहीं कर सकती है।इसलिए तेरी ये चूत बदनसीब है।
दिव्या = सर मै अपनी चूत में असली लंड लूंगी।अपनी चूत के लिए दर्द बर्दाश्त करूंगी।मेरी चूत बदनसीब नही है।मगर सर लंड तो सब एक जैसे होते फिर ये असली लंड केसा होता है।
अमजद= तूने मोहित का लंड देखा।
दिव्या=हां देखा।
अमजद=हाथ में भी लिया।
दिव्या= हाथ में भी पकड़ा और हिलाया भी था।
अमजद=जब मोहित का लंड देखा ओर हाथ में पकड़कर हिलाया तो मजा आया था। तेरी चूत से कितना रस निकला था।
दिव्या=आया था मगर ज्यादा नहीं। और रस से तो पैंटी भी गीली नही हुई थी।
अमजद= इसका मतलब मोहित का छोटा सा लंड तेरी चूत को पसंद नहीं आया।इसलिए ना तुझे मजा आया और ना तेरी चूत को।मोहित तुझे नहीं समझता है मगर तेरी चूत मोहित को मर्द नहीं समझती।तेरी चूत मोहित के 5इंच ले लंड से नहीं बल्कि 9 इंच लंबा और 4 इंच मोटा लौड़ा लेने के लिए बनी है। जब 9 इंच का लौड़ा तेरी चूत को दिखेगा तब तेरी चूत कितना रस छोड़ती है देखना।

दिव्या इतने बड़े लंड के बारे में सुन कर सोच में पड़ गई और बोली=सर इतना बड़ा लोड़ा मेरी छोटी सी चूत में कैसे जाएगा।और जाएगा भी तो मैं मर जाउंगी।
अमजद= साली रण्डी आज तक चोदने से कोई लड़की मरी है क्या।ओर रही बात चूत में इतना बड़ा लंड जाने का तो तेरी चूत बड़े लंड के लिए ही बनी है।अगर तेरी चूत में छोटा लंड जाएगा तो तेरी चूत की तोहिन होगी।फिर भी तेरा वहम दूर करने के लिए तुझे तेरी जैसी अनोखी चूत वाली लड़की दिखाता हूं।और ये भी दिखाता हूं असली लंड क्या होता है।

अमजद ने अपना फोन लिया और एक वीडियो प्ले किया।और दिव्या को बेड पे आने को कहा।दिव्या आकर बेड पे बैठ गई अमजद के पास।
वीडियो स्टार्ट हुआ।वीडियो में सीन कुछ इस तरह था एक बहुत बड़ा बंगलो है उसमे 4 लोग रहते है मां=बाप और उनकी 18 साल की बेटी.लड़की की हाईट दिव्या से भी कम थी और उसका साइज़ भी extra small था।और एक 50 साल का नौकर।नौकर की हाईट 6 फूट थी और वजन लगभग 90 किलो के आसपास था,एकदम काला भद्दा था।मां बाप और बेटी तीनो गोरे है और नोकर काला अफ्रीकन निग्रो है। मां बाप ऑफिस के लिए निकल जाते है।नोकर घर का काम करने लगता है।लड़की वीडियो गेम खेलने लगती है।मगर बार बार वो लड़की उस काले नोकर को देख रही थी और अपने होठों पर जबान फेर रही थी।मगर वो नौकर अपने काम में व्यस्त था,वो लड़की की तरफ देख भी नहीं रहा था।फिर लड़की video game छोड़कर उस नौकर के पास गई और उसे परेशान करने लगी।नोकर सफाई कर रहा था और वो लड़की गंदगी कर रही थी।नोकर को गुस्सा आ रहा था मगर वो कुछ बोल नहीं रहा था।लड़की उसकी तरफ देख कर हस रही थी।और नोकर को और ज्यादा परेशान करने लगी।नोकर चुपचाप सब सहन कर रहा था।(दिव्या को उस लड़की पे गुस्सा आ रहा था।बेचारे नोकर को केसे परेशान कर रही है) नोकर ने कोई रिस्पॉन्स नही दिया तो लड़की को गुस्सा आ गया और उसने नोकर के गांड पे लात मार दी।नोकर घुटनों के बल बैठकर पोंछा लगा रहा था।जब उस लड़की ने गांड पे लात मारी तो,लात उसके आंड पर लग गई।उसे बहुत दर्द हुआ और वो गुस्से में उठा और लड़की जोरदार थप्पड़ मार दिया।थप्पड़ इतना जोर से लगा था कि लड़की नीचे गिर गई और अपने गाल पर हाथ रखकर मुस्कराने लगी।(दिव्या सोच रही थी,इस लड़की को इतनी जोर से थप्पड़ पड़ा है और ये हस रही है ये लड़की पागल है क्या।)उसे हस्ता देख नोकर को और गुस्सा आ गया।और उसने लड़की के बाल पकड़ कर दो थप्पड़ मारे।लड़की फिर भी हस रही थी।फिर वो नोकर उस लड़की को बालों से पकड़कर घसीटते हुए सोफे तक ले गया।और खुद सोफे पर बैठ गया।लड़की को पकड़कर अपनी गोद में उल्टा लिटाकर उसकी छोटी सी गांड पर थप्पड़ मारने लगा।लड़की आह उह्ह करने लगी।फिर उसने लड़की की छोटी सी स्कर्ट को दोनों हाथों में पकड़ कर फाड़ दिया और उसकी नंगी गांड पर पहले प्यार से हाथ घुमाने लगा फिर जोर जोर से थप्पड़ मारने लगा और थप्पड़ मार मारकर उसकी सफेद गांड लाल कर दी।(उस लड़की की गांड दिव्या से भी छोटी थी)और लड़की मजे से थप्पड़ खा रही थी और मुस्करा रही थी।(दिव्या सोच रही थी कि ये कैसी लड़की है जो अपनी गांड पर इतने थप्पड़ खा कर भी मजा ले रही है)लड़की को हसता देख नोकर को और ज्यादा गुस्सा आ गया और उसने लड़की उठाया और अपने पैरों के पास नीचे बिठाके उसका छोटा सा टॉप फाड़ दिया और लड़की को पूरा नंगा कर दिया। उस लड़की की चूचियां दिव्या से बड़ी थी।उस लड़की को एक अधेड़ उम्र के नौकर के सामने नंगी होकर बैठने में कोई शर्म नही आ रही थी।फिर उस नोकर ने गुस्से में उस लड़की की चूचियां पर थप्पड़ मारने लगा और उसके निप्पल पकड़कर खींचने लगा।फिर उसने अपनी पैंट नीचे करदी चड्डी समेत।और उसका काला और 9 इंच से लंबा और मोटा लौड़ा बाहर आ गया।इतना बड़ा लोड़ा देखकर उस लड़की की खुशी का ठिकाना ना रहा।उस लड़की ने उस काले लोड़े को पकड़ने के लिए हाथ आगे बढाया तो उस नोकर ने उसका हाथ पकड़ लिया और एक थप्पड़ उस लड़की के गाल पे मार दिया।(और इधर दिव्या इतना बड़ा लौड़ा देखकर हैरान हो गई और सोचने लगी की इतना बड़ा भी लंड होता है और इस नोकर ने मुझसे से भी छोटी इस लड़की को चोदा तो ये लड़की तो पक्का मर जाएगी।और वो आगे वीडियो देखने लगी) और अपना काला लंबा लंड पकड़कर उस लड़की के गालों पर, होठों पे,नाक पर, चूचियों पर मारने लगा।जब वो अपना लौड़ा लड़की के होठों पर मारता तो वो लड़की अपनी जीभ बाहर निकाल कर चाटने लगती।फिर उस नोकर ने लड़की के बाल पकड़े और अपना लौड़ा लड़की के छोटे से मुंह डाल दिया और उसका मुंह चोदने लगा। लगभग 5 मिनट तक वो लड़की का मुंह बड़ी बड़ी बेरहमी से चोदता रहा और लड़की गूंगूंगूंगूं करती रहीऔर फिर लड़की के थूक से सना हुआ लौड़ा बाहर निकाला। और दो थप्पड़ जड़ दिए लड़की के गाल पर।लड़की के आंसू निकल रहे थे मगर वो लड़की हस रही थी।(दिव्या ये नजारा देखकर अवाक रह गई, कि इतना बड़ा लंड इस लड़की के छोटे से मुंह में कैसे गया।और नोकर इंसान है जानवर जो इस छोटी सी लड़की का मुंह बड़ी बेरहमी से चोद रहा है और इसे थप्पड़ भी मार रहा है।और सबसे अजीब बात ये है कि ये लड़की इतना जुल्म सहकर भी कितनी खुश हैं।पता नही ये आदमी इस लड़की के साथ और क्या क्या करेगा और ये मना भी नहीं कर रही।क्या इसे मजा आ रहा है।) फिर उस काले नोकर ने लड़की को सोफे पर लिटा दिया और अपना मुंह उस लड़की की रस टपका रही चूत पे रख दिया और किसी पागल कुत्ते की तरह चाटने चूसने लगा।लड़की चूत चुसाई से पागल हो गई थी और जोर जोर से चिल्लाने लगी=और जोर से चूसो मेरी चूत को।सारा रस पी जाओ मेरी चूत का।(वीडियो में लड़की इंग्लिश में बोल रही थी मगर ये एक हिंदी स्टोरी है इसलिए में हिंदी में लिखूंगा।इंग्लिश में आप लोगो को मजा नहीं आयेगा)

(वीडियो में वो नौकर उस लड़की की चूत चाट रहा था मगर यहां दिव्या के चूत में आग लगी हुई थी।उसकी चूत से रस की नदियां बह रही थी)

लगभग दस मिनट तक वो नौकर उस लड़की की चूत चूसता रहा।और फिर अपना मुंह हटाया लड़की की चूत से और दो थप्पड़ लड़की की चूत पर मारे।{थप्पड़ तो वीडियो वाली लड़की की चूत पर पड़े थे मगर उछली यहां दिव्या थी।ये देखकर अमजद मुस्करा दिया)
फिर वो काला बूढ़ा नोकर उस छोटी लड़की की टांगो के बीच बैठ गया और अपने मोटे और लम्बे काले लंड को उस लड़की की छोटी सी चूत पर मारने लगा।अब उस लड़की से बर्दास्त नहीं हो रहा था उसकी चूत में आग लगी थी।और वो बोली=अब तड़पाओ मत डाल दो अपना लंड मेरी चूत में।
नौकर=नही चोदूंगा मैं तुम्हें ।
लड़की = प्लीज चोद दो मुझे मेरी चूत में आग लगी हुई है।
नोकर=(लड़की की चूत पर लंड घिसते हुए) मैं तुझे कैसे चोद सकता हूं, तुम मेरी मालकिन हो, मैं तुम्हारा नोकर हूं।
लड़की=(तड़पते हुए)प्लीज ऐसा जुल्म मत करो मुझ पर। मैं मर जाऊंगी लंड के बिना।
नोकर=ठीक है मैं तुझे चोदूंगा मगर मेरी कुछ शर्तें तुम्हे माननी पड़ेगी।
लड़की=(खुश होते हुए) मुझे तुम्हारी हर शर्त मंजूर है।प्लीज मेरी चुदाई करो।
नौकर=मेरी शर्त ये है कि आज से मैं तेरा नोकर नहीं तुम्हारा मालिक हूं।और तुझे मेरी गुलाम बनना पड़ेगा। मेरी हर बात माननी पड़ेगी।मुझसे से कभी ऊंची आवाज में बात नहीं करेगी।
लड़की=हां मैं आज से आप मेरे मालिक है।और मैं आपकी गुलाम हूं।आप जो कहेंगे वो मैं करूंगी।एक गुलाम की तरह आपकी सेवा करूंगी।
नोकर =ठीक तो ये ले अपने मालिक का लौड़ा अपनी चूत में।
और उसने अपना लौड़ा उसकी चूत के गुलाबी छेद पे रखा और एक ही झटके में आधा लोड़ा चूत में डाल दिया।लड़की जोर से चीखी।उसे बहुत दर्द हो रहा था,उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे मगर वो मना नहीं कर रही थी चुदवाने से।फिर उस नोकर ने अपना लौड़ा थोड़ा बाहर निकाला और फिर पूरी ताकत लगाकर पूरा 9 इंच का लोड़ा उस छोटी सी चूत में डाल दिया।लड़की बहुत जोर से चिल्लाई,उसकी आंखे बाहर आ गई।मगर उस नोकर ने फिर से अपना लौड़ा बाहर निकाला और फिर एक ही धके में पूरा लौड़ा चूत में डाल दिया।लड़की फिर से चिल्लाई।नोकर ने लड़की का मुंह पकड़ा और किस्स करने लगा।और धीरे धीरे धक्के मारने लगा।लड़की अब चिल्ला नही सकती थी क्योंकि उसका मुंह नोकर के मुंह से लगा हुआ था।फिर दोनों ने किस्स करना बंद किया।अब नोकर उस लड़की को बड़ी बेरहमी से चोदने लगा और उसके गालों पर थप्पड़ मारने लगा।लड़की भी उसका पूरा साथ दे रही थी।वो हस हसकर चुदवा रही थी।
(इधर दिव्या को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि ये हो क्या रहा है।इतना बड़ा लंड उस लड़की की छोटी सी चूत में कैसे गया।और ये आदमी उसे इतनी बेरहमी से चोद रहा है और ये लड़की केसे खुश हो रही है।क्या इसे दर्द नहीं हो रहा है।इसकी चूत तो मुझसे भी छोटी है।ये खुद भी मुझसे छोटी दिख रही हैं। )
कुछ देर उस लड़की को ऐसे चोदने के बाद। नोकर ने उस लड़की को कुत्तिया बनाया और चोदने लगा और साथ में उसकी गांड पे भी थपड़ मारने लगा।और लड़की उसे और जोर से चोदने को कह रही थी।
कुछ देर कुत्तिया बनाकर चोदने के बाद उसको गोद में लेकर चोदने लगा।
एक घंटे तक बड़ी बेरहमी से चोदने के बाद। वो झड़ने वाला था तो उसने अपना लंड उसकी चूत से निकाला और सारा माल उसके मुंह पर गिरा दिया।और लौड़ा उस लड़की के मुंह में डाल दिया।लड़की बड़े मजे से उसका लंड चूसने लगी।लोड़ा चूसकर पूरा साफ कर दिया और अपने चेहरे पर लगे सारे वीर्य को उंगलीयों में लेकर चाट गई।कुछ वीर्य की बूंदे नीचे फर्श पर गिर गई थी,लड़की ने कुत्तिया बनकर जीभ से चाट गई।फिर नंगी ही किचन में गई और नोकर(जो अब उसका मालिक था) के लिए पानी लेकर आई और बोली= मालिक पानी पी लीजिए।
नोकर ने सोफे पे बैठकर पानी पिया ।
लड़की नीचे बैठ गई और कपड़े पहने लगी।
नौकर= कपड़े मत पहनो।अब तुझे घर में नंगा ही रहना है जब तक तुम्हारे मां बाप ऑफिस से घर ना आए जाए और जब वो सुबह फिर ऑफिस जाए तो फिर नंगी हो जाना।मेरा जब मन करेगा तुझे चोदूंगा।आज के बाद तू रात को मेरे कमरे में मेरे साथ सोएगी।और सुबह 5 बजे उठकर अपने बेडरूम में चली जाना।और पहले मेरे लिए कॉफी बना कर ला और बाद में घर का सारा काम कर। और कल मुझसे मिलने मेरे दो दोस्त आने वाले है और वो तुझे चोदना चाहे तो नखरा मत करना चुदवा लेना।हम तीनो मिलकर तुझे कल पूरा दिन चोदेंगे और तेरी गांड भी मारेंगे समझी।
लड़की= जी मालिक जेसी आपकी मर्जी।मुझे खुशी होगी आपसे और आपके दोस्तो से चुदवाकर।चुदवाने के लिए ही तो आपकी रंडी बनी हूं। बस आपके दोस्तों के लंड आपके लंड की तरह लंबे और मोटे होने चाहिए।क्योंकि मेरी चूत सिर्फ ऐसे लंड के लिए बनी है।छोटे लंड से तो दो साल से चुदवा रही हूं।छोटे लंड से मुझे बिल्कुल भी मजा नही आता है।मगर एक दिन आपको पेशाब करते हुए आपका लंड देखा तो मेरी ने कहा की ये लंड मुझे चाहिए मै ऐसे लंड के लिए बनी हूं।आज पहली बार मुझे चुदाई का असली मजा आया है।मुझे पता है कि ऐसे बड़े लंड सबके पास नहीं होते है। आपके पास इतना बड़ा लंड है इसलिए मै आपकी गुलाम बनी हूं आपकी रंडी बनी हूं।।
Video clip end.

अमजद ने फोन बंद किया और साइड में रख दिया।
दिव्या चुदाई की वीडियो देखकर चुदने को बेताब थी।उसने अब तय कर लिया था कि अमजद सर नहीं चोदेंगे तो वो खुद बोलेगी चोदने को।
अमजद जानता था कि अब दिव्या मना नहीं करेगी चुदवाने में।मगर अमजद चाहता था कि दिव्या लंड के लिए भीख मांगे।
मुझे इसको जिंदगी भर चोदना है तो इसे गर्लफ्रेंड नहीं गुलाम बनाना पड़ेगा।और अगर ये मेरी गुलाम, रंडी,रखैल बन गई तो ये मेरे लिए कई चूतों का बंदोबस्त कर सकती है।और बरसों से प्यासे मेरे लंड की प्यास बुझेगी।

अमजद=दिव्या रंडी कैसा लगा वीडियो।
दिव्या= सर अच्छा लगा।
अमजद=तुझे तो अच्छा लगा मगर तेरी चूत को केसा लगा।बड़ा लंड देखके रस छोड़ा या नहीं। जरा अपनी चूत तो दिखा।
अमजद की बात सुनकर दिव्या ने अपनी चूत की तरफ देखा तो हैरान रह गई।क्योंकि जहां दिव्या की चूत थी वहां बेड की चादर चूत के पानी से भीग गई थी और अब भी पानी बह रहा था।
दिव्या=(अमजद को अपनी चूत दिखाते हुए)देखिए सर कितना पानी निकला है मेरी चूत से उन दोनों की चुदाई देखकर।
अमजद=दिव्या रांड तेरी चूत से पानी उन दोनो की चुदाई देखकर नहीं निकला।तेरी चूत से पानी उसकी पसंद का लौड़ा देखकर निकला है।अब तो मुझे पूरा यकीन हो गया है कि तेरी ये चूत मामूली चूत नहीं है,ये तो असली लौड़ों की रानी है।मगर तुझे अब भी तेरी चूत पे भरोसा नहीं है।
दिव्या=(जोश में) सर मुझे भी अपनी चूत पे पूरा यकीन है कि मेरी चूत लौड़ों की रानी है।

अमजद= मगर तू डरपोक है।तू कभी वीडियो वाली उस छोटी लड़की की तरह बड़ा लंड इस बेचारी चूत में नहीं लेगी।तूने देखा वीडियो में उस लड़की को वो तुझसे भी छोटी थी और जिस्म से भी तुझसे कमजोर लग रही थी।मगर इतना बड़ा लंड कैसे मजे से कितने आराम से ले रही थी।वो दो साल से चुदवा रही थी मोहित के जैसे छोटे लंड से।मगर उसे मजा नही आ रहा था।मगर जब उसने अपने नोकर का लंड देखा तो वो समझ गई कि उसकी चूत बड़े लंड के लिए बनी है।वो अमीर बाप की बेटी होते हुए एक नोकर की गुलाम बनी।अपनी चूत के लिए।उसने अपनी चूत के लिए पहले थोड़ा दर्द सहन किया।क्योंकि उसे पता था कि उसकी अनोखी चूत उसे जिंदगी में कितना मजा देगी।जिसके पास ऐसी अनोखी चूत होती है,उसे दुनिया की किसी भी चीज का को मोह नहीं होता है।ऐसी अनोखी चूत वाली लड़की को बस अपनी खुशी दिखती है दुनिया से कोई मतलब नहीं होता। ऐसी लड़की को जिंदगी में कोई भी चीज खुश नही कर सकती सिवाए एक बड़े लंड के।मगर अफसोस इस बात का है कि तुझे तेरी इस अनोखी चूत की कद्र नहीं है।ये चूत हमेशा बड़े लंड के लिए तड़पती रहेगी।और तू भी कभी खुश नहीं रहेगी।क्योंकि तेरी चूत की खुशी में तेरी खुशी है और तेरी चूत को खुश सिर्फ बड़ा लंड दे सकता है।

दिव्या=सर मुझे अपनी चूत की कद्र है।मुझे पता चल गया है कि मेरी चूत अनोखी है।अब मै अपनी चूत को कभी तड़पने नहीं दूंगी।इसमें एक बड़ा लंड जरूर लूंगी। ये मुझे खुशी देगी और मै इसे खुशी दूंगी।

अमजद= दिव्या रंडी तुझे पता है।जिस तरह तेरी चूत लाखों में एक है, वैसे ही बड़ा लंड भी सबके पास नहीं होता।ऐसा बड़ा लंड भी लाखों में एक के पास होता है।(दोस्तों राइटर चूतीया है कुछ भी लिख रहा है, ऐसा बड़ा लंड 10में से 8 लोगों के पास होता है,तो इस चूतिए की बात को इग्नोर करे)बड़ी मुश्किल से मिलता है एसा लंड जो तुम्हारी इस अनोखी चूत को चोद कर तुझे जिंदगी का असली मजा दें। ऐसा लंड तो देखने को मिल जाए तो हर लड़की खुश हो जाती है।

दिव्या=(उदास होते हुए)तो क्या मेरी इस चूत को बड़ा लंड नहीं मिलेगा।क्या ये हमेशा तड़पती रहेगी।
अमजद= हां ऐसा लंड बड़ी मुश्किल से मिलता है।हां मगर तेरे लिए तुझे मैं ऐसा लंड दिखा सकता हूं।मगर जिस इंसान के पास वो बड़ा लंड है वो इंसान तेरी चूत में अपना लंड नहीं डालेगा।वो तेरी चूत नहीं मारेगा।
दिव्या= सर किसके पास है ऐसा बड़ा लंड।और वो मेरी चूत क्यों नहीं मारेगा। किसके पास है बड़ा लंड मुझे देखना है।कहां है।
अमजद बेड से उतरा और अपना पायजामा अंडरवियर समेत नीचे कर दिया और उसका काला नाग फन उठाए खड़ा था।
अमजद=ये रहा बड़ा लंड जो तेरी चूत के लिए बना है।जो तेरी चूत को फाड़कर तुझे असली मजा दे सकता है।मगर मैं तुझे चोदूंगा नहीं।
इतना बड़ा लंड आंखो के सामने देखकर दिव्या का मुंह खुला का खुला रह गया।अमजद का लंड अपने मुंह से एक फीट की दूरी पर,इतना नजदीक देखकर उसकी चूत में शोले भड़कने लगे।
दिव्या=सर आपके पास वो लोड़ा है जो मेरी चूत को खुश कर सकता है। आप क्यों मेरी चूत नहीं चोद सकते।प्लीज सर चोदिए मुझे।अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है।(आखिर दिव्या ने अमजद को बोल दिया चोदने को।अब अमजद का प्लान कामयाब हो चुका था। अब तो बस उसे अपनी रखैल बनाना था)
अमजद=क्योंकि एक तो मै तुम्हारा प्रिंसिपल हूं और तुम मेरी स्टूडेंट हो।और मैने कसम भी खाई हुई हैं।
दिव्या= सर मैं आपके सामने नंगी बैठी हूं अपनी चूत खोलकर किसी बेशर्म रंडी की तरह,तो ये प्रिंसिपल और स्टूडेंट की बात छोड़िए।और आपने कसम बेल्कमेल करके और जबरदस्ती करके ना चोदने की खाई है,और मैं अपनी मर्जी से,अपने मजे के लिए अपनी चूत चुदवा रही हूं।इसलिए आपकी कसम नही टूटेगी।
अमजद= दिव्या मैं उस कसम की बात नहीं कर रहा हूं। मैं दूसरी कसम भी खाई है अपनी बीवी के लिए, अपनी बीवी की कसम खाई है।
दिव्या= सर दूसरी कैसी कसम खाई है आपने।(हाथ जोड़कर)सर प्लीज ऐसा मत कीजिए,अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है।सर प्लीज मुझे चोदिए।सर मैं मर जाऊंगी।
अमजद= देखो दिव्या जैसे तुम्हे पता चला की तुम्हारी चूत अनोखी है,वैसे ही जब मुझे पता चला कि मेरा लंड लाखों में एक है।जो भी लड़की मेरे लंड को देखेगी वो मुझसे चुदवाए बिना नहीं रह सकती।एक बार मेरा लंड मेरी साली ने देख लिया तो चुदवाने के लिए पीछे पड़ गई। मजबूरन मुझे उसे चोदना पड़ा।एकबार मेरा लंड मेरे साले की बीवी ने देख लिया उसे भी मजबूरी में चोदना पड़ा।मगर हद तो तब हो गई जब मैं पेशाब कर रहा था तो मेरी सास ने मेरा लौड़ा देख लिया। और दिन में घर पर कोई नहीं था तो वो मेरे सामने एकदम नंगी हो गई और मुझे चोदने को कहा।मैंने उनसे कहा कि ये आप क्या कर रही है।तो वो बोली दामाद जी मुझे माफ कर दीजिए जब से आप को पेशाब करते हुए आपका लंड देखा है।मेरी चूत में आग लग गई है। मैं मेरी सास की बात सुनकर हैरान हो गया।और भागकर घर से बाहर निकल गया।और बाहर आकर सोचने लगा अब क्या करूं मैं।अगर मेरा लंड कोई भी ओरत मुझसे चुदवाना चाहती है तो कल अगर मेरा लौड़ा मेरी बहन या बेटी ने देख लिया तो क्या होगा। और एक कठिन फेसला किया।और एक कसम खाई। मैं अपनी बीवी से बहुत प्यार करता हूं इसलिए उसे धोखा नहीं देना चाहता था।इसलिए अपनी बीवी की खाई।(वैसे ये साला लंगड़ा सफेद झूठ बोल रहा हैं।साला ये खुद अपनी साली, अपने साले की बीवी और अपनी सास को चोदना चाहता है)
दिव्या= सर कैसी कसम खाई आपने।प्लीज बताइए(अपनी चूत मसलते हुए)
अमजद=मेने कसम खाई कि जो लड़की या ओरत मुझसे चुदना चाहती है उसे मै अपनी रखैल बनाऊंगा,अपनी रंडी बनाऊंगा,अपनी गुलाम बनाऊंगा।जो भी लड़की या मुझसे चुदना चाहती है वो सारी दुनिया नाता तोड़के सिर्फ मेरी गुलाम बन कर रहे।मैं जो भी कहूं वो करे।मेरी हर बात माने।दिव्या में जब ये कसम खाकर अपनी सास के पास गया और अपनी सास से कहा मैं तुम्हे जिंदगी भर चोदूंगा।मगर तुम्हे मेरी रखैल बनना पड़ेगा। तो वो बोली मै तुम्हारी रखैल बनूंगी।जब मैने अपनी सास से कहा कि तुम अपने बेटे की कसम खाकर कहो कि तुम आज से मेरी रखैल हो। तो उसने मना कर दिया क्योंकि मेरी सास तुम्हारी तरह लौड़ों की रानी नहीं थी,एक मामूली औरत थी।और उसके बाद मैंने अपनी कसम की वजह से किसी औरत को नही चोदा,सिर्फ अपनी बीवी को चोदा है।जो भी लड़की या औरत मेरा बड़ा लंड देखकर चुदने को कहती मैं उसे अपनी रखैल बनने को कहता वो वापस चली जाती।ये मेरे लिए अच्छा था क्योंकि इस कसम की वजह से मैं अपनी बीवी से बेवफ़ाई भी नहीं कर सकता था।मुझे ये भी पता चल गया था की मेरी रखैल बन कर मुझसे वो ही लड़की चुदवा सकती है जो लौड़ों की रानी है।सिर्फ लौड़ों की रानी ही मेरी रंडी, मेरी रखैल, मेरी गुलाम बन सकती है।
अमजद की बात सुनकर दिव्या कुछ सोचने लगी।
अमजद दिव्या को सोचता देख मन में सोचने लगा=साली रण्डी को बड़ी मुश्किल से पटाया है।अभी ये हवस के नशे में मदहोश है, साली को होश में नहीं आने देना चाहिए।अगर ये होश में आ गई तो सारा प्लान फैल हो सकता है।
अमजद=दिव्या मैं जानता हूं तू लौडो की रानी हो,मगर तू डरपोक है।इसलिए तू कभी मेरे इस बड़े लंड के मजे नहीं ले पाएगी।वो वीडियो वाली लड़की तो बहादुर थी इसलिए इतनी छोटी उम्र में जिंदगी के असली मजे ले रही थी।वो लड़की अपनी छोटी सी चूत में अपने नौकर का इतना बड़ा लंड लेकर कितना मजा कर रही थी।क्योंकि उसे पता है कि वो असली लौड़ों की रानी है।इसलिए वो जिंदगी भर मजे करने के लिए अपने ही नोकर की गुलाम बनी।और तू इतनी डरपोक है कि अपने प्रिंसिपल की भी गुलाम नहीं बनेगी।(अपना लौड़ा दिव्या के मुंह के पास लेजाकर हिलाते हुए)तू कभी ये बड़ा लौड़ा अपनी अनोखी चूत में नहीं लेगी।कभी इस बड़े लंड की गुलाम नहीं बनेगी क्योंकि तू उस वीडियो वाली छोटी लड़की से कमज़ोर और डरपोक है।
(अमजद जानबूझ कर उस वीडियो वाली लड़की का जिक्र कर रहा था और उस लड़की को जानबूझकर छोटी लड़की कह रहा था,क्योंकि अमजद जानता था एक लड़की दूसरी लड़की तारीफ और खुशी कभी बर्दास्त नहीं कर सकती।अब दिव्या को क्या पता दरअसल उस वीडियो वाली लड़की को केमरे की मदद से छोटा दिखाया जाता है,असल में तो वो लड़की की उम्र 25 साल से ज्यादा थी और शायद उसकी हाइट भी दिव्या से ज्यादा होगी।)

अपने आंखों के सामने इतने बड़े लंड को देखकर दिव्या की चूत से पानी की पिचकारियां बह रही थी।और वो सोच रही थी उस छोटी लड़की से कमज़ोर नहीं हूं मैं। मैं भी बड़े लंड का मजा लूंगी, मैं भी सर की रखैल बनकर जिंदगी भर चुदवाऊंगी। मैं कोई मामूली लड़की नहीं हूं मैं तो लौड़ों की रानी हूं।
दिव्या= (हवस में अंधी होकर)सर मै डरपोक नहीं हूं और ना ही उस पिद्दी सी लड़की से कमज़ोर हूं। मै अपनी अनोखी चूत में आपका बड़ा लंड लूंगी। मैं आपकी रखैल बनूंगी,आपकी रंडी बनूंगी आपकी गुलाम बनूंगी।आप बस ये बड़ा लंड मेरी चूत डालिए।अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है।
अमजद=(अंदर से बहुत खुश होते हुए)तो क्या तुम मेरी रखैल बनोगी।
दिव्या=हां सर मै आपकी रखैल बनूंगी।
अमजद=(अपना लंड दिव्या के होठों के पास लाकर)मेरी रंडी बनोगी।
दिव्या=(लंड की महक सूंघते हुए)हां मैं आपकी रंडी बनूंगी।
अमजद=मेरी गुलाम बनोगी।
दिव्या= मैं आपकी गुलाम बनूंगी।
अमजद= ठीक है तो अपने भाई और अपने बाप की कसम खाओ कि आज से अभी से तुम मेरी रंडी हो मेरी रखेल हो मेरी गुलाम हो और मैं तुम्हारा मालिक हूं।
दिव्या=(दिव्या हवस में अंधी होकर बिना सोचे समझे कि उसके साथ आगे क्या होने वाला है) मैं अपने भाई और अपने पापा की कसम खाकर कहती हूं कि आज से अभी से मैं आप की रखैल हूं आपकी रंडी हूं आपके गुलाम हूं और आप मेरे मालिक हो।

दिव्या की बात सुनकर अमजद की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। हो जिंदगी भर चुदाई के लिए तड़पता रहा। और आज ऊसे एक ऐसी लड़की मिली जिसे वह कहीं भी किसी भी वक्त चोद सकता है एक रंडी की तरह।
अमजद=ठीक है मेरी जान आज मैं तुझे तेरे नाम से नहीं बुलाऊंगा मैं तुझे हमेशा रंडी रांड रखैल कुत्तिया गुलाम कहकर बुलाऊंगा। और तु मुझे सर नहीं मालिक कहेगी। और कभी ऊंची आवाज में बात नहीं करेगी।
दिव्या=(सर झुकाकर)जी मालिक।
अमजद=मैं तुझे बहुत गालियां दूंगा बहुत जलील करूगा।कभी प्यार से बात नहीं करूंगा।
दिव्या=मालिक आप मुझे जितनी गालियां देनी है दीजिए।मुझे जलील कीजिए। मैं कभी बुरा नहीं मानूंगी।
अमजद=मैं तेरे साथ बहुत गंदा व्यवहार करूंगा। और तुझसे भी गंदे गंदे काम करवाऊंगा जो तुझे अच्छे नहीं लगेगी मगर अब तू मेरी रंडी है इसलिए करने पड़ेंगे।
दिव्या=(अपनी चूत को मसलते हुए)सर मुझे पता है एक गुलाम के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। और एक गुलाम को हमेशा अच्छा लगना चाहिए उसका मालिक कैसा व्यवहार करें। अरे रंडी अपने मालिक के लिए सारे गंदे काम करेगी जो भी उसके मालिक करने को कहेंगे। वह कभी बुरा नहीं मानेंगी।
अमजद=ठीक है तो अब तू मेरी रंडी है तो मैं तुझे चोदूंगा मगर उससे पहले तुम पहले अपने मालिक को खुश कर। और हां अब तू मेरी रखैल है और एक रखेल कभी अपने मालिक के पास नहीं बैठती हमेशा उसके पैरों के पास एक पालतू कुत्तिया की तरह बैठती है अब मैं बेड पर बैठता हूं तो मेरे पैरों के पास आकर नीचे बैठ।
दिव्या= माफ कीजिए मालिक गलती हो गई।
अमजद बेड पे बैठ गया और दिव्या नीचे उसके पैरों के पास घुटनों के बल बैठ गई।
दिव्या को ऐसे नंगी होकर अपने पैरों के पास कुत्तिया की तरह बैठा देखकर अमजद को बहुत अच्छा लग रहा था। अमजद नीचे से नंगा था और अपना कुर्ता भी निकाल दिया अब वह पूरा नंगा बेड पर बैठा था दिव्या अमजद को नंगा देखकर बहुत खुश हूई और सोचने लगी की मेरे मालिक का लंड ही तगड़ा नहीं है बॉडी भी तगड़ी है किसी 30 साल के जवान के जैसी।
अमजद=अब देख क्या रही है रंडी, अब अपने मालिक के लोड़े को चूस और चाट किसी कुत्तिया की तरह और हां लोड़े पर दांत नहीं लगने चाहिए अगर दांत लग गये तो तुझे चोदूंगा नहीं।
और दिव्या किसी बिल्ली की तरह झप्टी अमजद के लोड़े की तरफ और धीरे-धीरे हाथ से सहलाने लगी।
जैसे ही दिव्या के कोमल हाथ अमजद के लोड़े पर लगे तो अमजद को इतना मजा आया जितना मजा उसकी बीवी के हाथ लगाने से भी नहीं आता था।
अमजद=साली रंडी लंड से खेलना बंद कर और अपने मुंह का जलवा दिखा पहले जबान से चाट और फिर मुंह में ले पूरा लौड़ा लेना उस वीडियो वाली छोटी लड़की की तरह ।
दिव्या ने लंड के सुपाड़े को अपने होंठों पे रखा और उसे चूमने लगी।फिर धीरे धीरे अमजद के पूरे लंड को चूमने लगी।
दिव्या पहली बार किसी के लंड को चूम रही थी वह भी इतने बड़े लंड को। दिव्या ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह किसी का लंड अपने मुंह में लेगी और खास कर इस लंगड़े अमजद का तो मर भी जाए तो भी नहीं लेती। साली चूदाई भी क्या अजीब चीज है दिव्या को जिसकी शक्ल भी देखनी पसंद नहीं थी आज उसकी रंडी बन कर उसकी रखैल बन कर उसका लंड चाट रही थी। जिससे वह नफरत करती थी, वो आज दिव्या के लिए दुनिया का सबसे प्यारा इंसान था बस यह समझ वो ही उसकी दुनिया था।



आज के लिए इतना ही मिलते है अगले एपिसोड में।और दिव्या की चूत फाड़ते है।मेरा मतलब अमजद से उसकी चूत फड़वाते है।

ओर हां एक बात और तुम लोग कॉमेंट नहीं करते।यार कॉमेंट किया करो और अपने आइडिया भी शेयर करो। मुझे लिखने में मजा आए।अब ज्यादा बकवास नहीं चलता हूं।मिलते है अगले मेगा एपिसोड में।
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Very nice and hot hot 🔥🔥 update
 

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अपडेट 8 (लाल रंग से लिख रहा हूं तो आप लोग समझ गए होंगे)

अमजद नंगा राजा की तरह पैर नीचे करके बेड पर बैठा था और दिव्या नंगी होकर घुटनों के बल कुत्तिया की तरह नीचे बैठी थी और अमजद का लंड चाट रही थी।
अमजद के लिए ये सीन एक सपने के जैसा था।वो कभी सपने में भी नहीं सोच सकता था कि दिव्या जैसी खुबसूरत और घमंडी लड़की कभी उसका लंड चुसेगी।मगर यहां दिव्या उसका लंड ही नहीं चूस रही थी बल्कि उसकी रंडी बन कर उसका लंड चूस रही थी।

अमजद सोच रहा था कि अगर जैसी घमंडी और गुस्सैल लड़की उसकी रखैल बन सकती है तो दूसरी लड़कियां और औरतें भी उसकी रखैल बन सकती है।अब मै उन सभी औरतों को अपनी रंडी बनाऊंगा,जिन्होंने मेरा लंगड़े होने का मज़ाक उड़ाया था।मुझे थोड़ा लंगड़ाके चलते देख मुझपे हसती थी।उनको मैं अपने इस बड़े लौड़े से ऐसे चोदूंगा की उनकी चाल बिगड़ जाएगी। अब रंडियां मुझसे चूत मरवाके गांड मरवाके लंगड़ी चलेगी और सब लोग हसेंगे।

अब ज्यादा बकचोदी नहीं।
अब आते है कहानी पे।मेरा मतलब अब देखते है दिव्या का भोलापन(रंडीपन)और अमजद का कमीनापन।

दिव्या बड़े मजे से अमजद का लंड चूम रही थी।दिव्या ने लंड चूम चूमकर अमजद के काले लंड को गुलाबी कर दिया।अरे दिव्या के होठों पर गुलाबी लिपस्टिक लगी हुई थी।।

अमजद=मेरी रांड।
दिव्या=(लंड चूमते हुए अमजद की तरफ देख कर)जी मालिक।
अमजद=कैसा है मेरा लंड।
दिव्या=मालिक बहुत प्यारा है।
अमजद=मेरा लंड तुझे पसंद आया मेरी कुतिया।
दिव्या=मालिक बहुत पसंद आया आपका बड़ा लंड।
अमजद=तो अब ऐसे बच्चो की तरह चूमना छोड़ और एक रंडी कुत्तिया की चाट और मेरे लंड पे लगी हुई लिपस्टिक साफ कर। और हां ऐसे चाटना जैसे वो वीडियो वाली छोटी लड़की चाट रही अपने नौकर का लंड।(अमजद जानबूझकर उस वीडियो वाली लड़की का जिक्र कर रहा था)
दिव्या= जी मालिक।आपकी रखैल आपका लंड एक कुतिया की तरह चाट कर साफ करेगी। और वीडियो वाली उस पिद्दी सी लड़की से अच्छा चाटेगी आपकी ये रंडी।

ओर दिव्या अमजद के बड़े लंड को बड़े ही कामुक तरीके से एक रंडी की चाटने लगी।
अमजद=आह मेरी रखैल मेरी रंडी चाट मेरे लंड को, ऐसे ही चाट अपने मालिक के लंड को,चाट साली कुतिया।
अमजद को जिंदगी में पहली बार इतना ज्यादा मजा आ रहा था।क्योंकि उसकी नेक और पाक बीवी ने आजतक अमजद के लोड़े को हाथ भी नहीं लगाया था लंड चूसना/चाटना तो दूर की बात है।अमजद की बीवी तो बस कपड़े उतार कर टांगे फैला कर लेट जाती थी और अमजद बस उपर चढकर लंड घुसाकर चोदता था।और जब अमजद का पानी निकलता तो वो कपड़े पहन कर से जाती।अमजद को जिंदगी कभी चुदाई का असली सुख नहीं मिला।मगर आज दिव्या अमजद को चुदाई का असली सुख दे रही थी।

दिव्या को भी लंड चाटने में बहुत मजा आ रहा था।वो सारी दुनिया को भूलकर,बड़े मजे से अमजद का लंड चाट रही थी। दिव्या को लड़ चाटते हुए करीब 10 मिनट हो गए थे।

अमजद=कुतिया अब लंड चटाई बहुत हुई।अब अपने मालिक का लंड चूस और साली रंडी अगर लंड पे दांत लग गए तो तेरी चुदाई नहीं करूंगा।धक्के मारके कमरे से बाहर निकाल दूंगा,फिर तड़पते रहना इस बड़े लंड के लिए।
दिव्या=(लंड से खेलते हुए)मालिक दांत नहीं लगाऊंगी आपके इस प्यारे और मोटे लौड़े को।और थोड़ा दांत टच हो जाए तो आज के लिए माफ कर देना आपकी इस रंडी को।क्योंकि जिंदगी में पहली बार लंड चूसने वाली हूं वो भी अपने मालिक का।प्लीज माल पहली बार माफ कर देना,धीरे धीरे लंड चूसना सीख जाऊंगी।
अमजद=साली रण्डी अब बातें मत चोद,मेरा लंड चूस।
दिव्या= जी मालिक चूसती हूं आपका लंड।

दिव्या ने अमजद के लंड को दोनों हाथों में पकड़ा और लंड के सुपाड़े को अपने छोटे से मुंह में लिया।लंड का सुपाड़ा इतना बड़ा था कि दिव्या के मुंह में बड़ी मुश्किल से गया।
पहली बार किसी लड़की के मुंह में लोड़ा डालकर अमजद के मजे की कोई सीमा नहीं थी।अपनी बीवी की चूत लंड डालने से ज्यादा मजा उसे दिव्या के मुंह में लंड डालने से आ रहा था।
अमजद=आह मेरी रंडी कितना गर्म मुंह है तेरा।
दिव्या अब अमजद के लोड़े के सुपाड़े को धीरे धीरे चूसने लगी।दिव्या पहलीबार लंड चूस रही थी वो अपनी जिंदगी के सबसे नापसंद इंसान का।दिव्या कभी अपने पति या प्रेमी का लंड नहीं शायद।मगर अब हवस में अंधी होकर अपने बाप की उम्र के एक लंगड़े इंसान की रंडी बन कर उसका लंड चूस रही थी।साली हवस मर्द को दरिंदा और औरत को रंडी बना देती है। और दिव्या और अमजद के साथ वही हुआ।अमजद अपने खड़े लंड की वजह से एक नेकदिल,इज्जतदार,समझदार इंसान होकर भी एक शैतान बन गया था।अमजद को अगर ये खड़े लंड का प्रोब्लम नहीं होता तो अमजद दिव्या को रंडी बनाना तो दूर की बात उसे गलत नजर से भी नहीं देखता।दिव्या को चोदकर अपना वीर्य निकालने के बाद उसे गिल्ट फील होता है या फिर उसे नई नई चूतों को चोदने का चस्का लग जाएगा।

अमजद=साली रण्डी लंड का सिर्फ टोपा चूस रही है बाकी का लंड तेरी मां चुसेगी क्या।पूरा लंड चूस साली।और ऐसे प्यार से लंड क्यों चूस रही है।तू मेरी बीवी या माशूका नहीं है,तू मेरी रंडी है,तू मेरी रखैल है।इसलिए गंदे तरीके से एक रंडी की तरह मेरा लौड़ा चूस। कहने को तो तू मेरी रंडी बन गई है पर हरकतें अब भी मामूली लड़की वाली कर रही है।मुझे पता है तू पहली बार लंड चूस रही है,और तुझे लंड चूसने में बहुत तकलीफ होगी।मगर तुझे पता होना चाहिए कि जब एक रंडी को उसका मालिक जब दर्द देता है तो उसके मालिक को बहुत खुशी होती है।और अपने मालिक की खुशी में ही एक रंडी की खुशी होती है।तुझे अगर खुश रहना है तो अपने मालिक को खुश करना पड़ेगा।अगर एक रंडी का मालिक उसे बड़ी बेरहमी से चोदता है तो समझ लेना की मालिक अपनी रांड से बहुत खुश है।अगर उसका मालिक उससे प्यार से बात करता है तो वो रंडी कहलाने लायक नहीं है। बेइज्जत और जलील होने में ही एक रंडी की शान है।अब तू बता तुझे मेरी असली रंडी बनाना है या उस नामर्द मोहित की प्रेमिका बनाना है।साली कुत्तिया तुझे अच्छी रंडी तो वो वीडियो वाली छोटी लड़की है जो अपने नोकर को अपना मालिक बनाकर उसे कितना मजा दे रही थी।मेरी रंडी बनना तेरे बस की बात नहीं है, तू जा अपने उस नामर्द के पास, मैं किसी बेशर्म और बहदूर लड़की को अपनी रंडी बनाऊंगा। क्योंकि तू कभी बेशर्म और गंदी रंडी नहीं बन पाएगी।(और अमजद ने दिव्या को एक लात मारी और दिव्या दूर जा गिरी।)

अमजद के ऐसे धुतकारने से दिव्या बहुत डर गई थी,दिव्या को लगा उसे अब अमजद का बड़ा लंड नहीं मिलेगा,उसे बस अमजद का लंड चाहिए था अपनी चूत में क्योंकि अमजद ने उसकी चूत में हवस आग लगा दी थी। और दिव्या अमजद के पेर पकड़कर मिन्नते करने लगी।
दिव्या=मालिक ऐसा जुर्म मत कीजिए अपनी रंडी पर।आप मुझे मारो,गालियां दो,मुझे जलील करो, जितनी हो सके उतनी बेरहमी से चोदिए मुझे, मैं उफ तक नहीं करूंगी। मैं अब सारी गंदी हरकतें करूंगी जो एक रंडी करती है बल्कि एक रंडी से भी ज्यादा गंदी हरकते करूंगी।जैसा आप कहेंगे वैसा करूंगी पर आप मुझे अपनी रंडी रहने दो।आप मुझसे जितने काम करवाओगे वो सारे गंदे काम करूंगी।

अमजद= सोचले साली कुत्तिया अब भी वक्त है। मैं तुझे बहुत गंदे काम करवाऊंगा और तुझे करने पड़ेंगे।
दिव्या=(चूत के हाथों मजबूर होकर)मालिक मैं सारे गंदे काम खुशी खुशी करूंगी।
अमजद=(एक घिन्नोनी मुस्कराहट होठों पर लिए)ठीक है मेरी पालतू कुतिया दिखा अपने मुंह का जलवा और खुश कर अपने बदन के मालिक को।

इतना सुनते ही दिव्या झपट पड़ी अमजद के लंड पर।जैसे हफ्तों से भूखा इंसान खाने पर झपटता है। बड़े है डीप तरीके से लंड चूसने लगी।अमजद लोड़ा बड़ा होने की वजह से बड़ी मुश्किल से दिव्या के मुंह में जा रहा था मगर फिर भी दिव्या ने आधा लोड़ा अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी।उसके थूक से अमजद लोड़ा पूरा सन गया था।वो पूरी कोशिश कर रही थी लोड़ा पूरा मुंह में लेने की मगर लोड़ा जब गले तक जाता वो खांसने लगती।अमजद ने भी सोचा साली रण्डी का पहली बार है इसलिए ज्यादा फोर्स नहीं करूंगा,नहीं तो साली चुदाई के डर जाएगी।आज जितना करती करने देता हूं जब होशियार हो जाएगी लंड चूसने में तब बड़ी बेरहमी से इसका मुंह चोदूंगा।

अमजद=(जिंदगी का असीम मजा लेते हुए)हां ऐसे ही चूस मेरी रांड।बस इसे ही चूसती रह मेरा लौड़ा।आह साली रण्डी साली कुतिया।तू अब सीख रही हैं लंड चूसना जब सीख जाएगी तब मैं तेरा मुंह चोदूंगा।

दिव्या बहुत ही passionate तरीके से लंड चूस रही थी।
अमजद=रंडी लौड़ा चूसने के साथ साथ मेरे आंड भी चूस तुझे मेरी आंड की महक बहुत अच्छी लगेगी। आंड लंड की असली ताकत है।लंड कितना भी बड़ा क्यों न हो आंड के बिना वो खड़ा भी नहीं हो सकता है।इसलिए अपने मालिक के आंड को भी चूसकर आंड को खुश करो ये तुझे खुश करेंगे,लंड को ज्यादा देर तक खड़ा रखके।

दिव्या बिना किसी शर्म के और बिना मुंह बनाए लंड को मुंह से निकाल कर आंड चूसने लगी।
दिव्या लंड और आंड इस चूस रही हो जैसे दुनिया का सबसे स्वादिष्ट भोजन हो और वो भी आखरी।
अब दिव्या बेहतरीन लंड चुसाई से अमजद को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था।मगर वो दिव्या की तारीफ करके उसको सर नहीं चढ़ाना चाहता था।
दिव्या की कामुक लंड चुसाई का असर ये हुआ कि अमजद को लगा ये ऐसे ही चूसती रही तो वो कभी झड जाएगा और अगर वो एकबार झड़ गया तो उसे दिव्या पर रहम आ जाए और शायद चोद भी ना पाए।और लंड खड़ा होने तक साली दिव्या का ह्रदय परिवर्तन ना हो जाए। और साला टाइम भी बहुत हो गया है।वैसे यहां आता तो कोई नहीं फिर भी रिस्क नहीं लेना चाहिए। इसलिए अमजद ने सोचा अब इसकी चुदाई करनी चाहिए।

अमजद=मेरी रांड चुदना है तुझे।
दिव्या तो कबसे तैयार थीं।
दिव्या=(झट से) हां मालिक चुदना है।

अमजद=तो आ जाओ बेड पे।
दिव्या खुश होकर उछलकर बेड पर आ गई।अमजद ने उसको बाहों में भर लिया।और उसके होठ चूसने लगा।दिव्या फुल साथ दे रही थी। ये सीन जो भी देखता ये ही कहता कि ये फूल और कांटे का मिलन है और आज फूल कुचला जाएगा बड़ी बेहरहमी से।
कुछ देर दिव्या के होठों को चूसता रहा फिर दिव्या को बेड पे लिटा दिया और उसकी नंगी छोटी चूचियां को पहले पहले हाथ से मसला फिर अपना मुंह लगाकर चूसने लगा।और कभी कभी अपने दांतों से काटता भी था। दिव्या तो मजे से पागल हुए जा रही थी।
दिव्या=आह मालिक और जोर से चूसिए अपनी रंडी की चुचियों को।मेरी चुचियों को खा जाइए।ओह मेरे मालिक आप मुझे कितना मजा दे रहे हैं।

अमजद दिव्या की चुचियों को बड़ी बेरहमी से चूसने के बाद उसके पेट को चाटने लगा।फिर उसकी नाभी में जीभ डालकर,अपनी जीभ से चाटने लगा।नाभी चूसने के बाद जब जब वो दिव्या की टांगों के बीच आया तो उसे मदहोश कर देने खुशबू आई।और ये खुशबू आ रहीं थी हर मर्द की सबसे पसंदीदा चीज(चूत)से। जब अमजद ने रस टपकाती दिव्या की फूल जैसी इतनी प्यारी चूत को देख कर अमजद से नहीं गया और टूट पड़ा दिव्या की चूत पर और एक कुत्ते की तरह चाटने चूसने लगा।अमजद ने आज तक अपनी बीवी चूत नहीं चाटी थी मगर दिव्या की चूत चूसने के बाद उसे अफसोस हुआ कि क्यों उसने आजतक अपनी बीवी की चूत को चूस नहीं।वैसे भी शबाना उसे चूसने भी नहीं देती क्योंकि को यह सब गंदा लगता था।

अमजद के ऐसे चूत चूसने से दिव्या सातवें आसमान पर पहुंच गई।वो गांड उठा उठा कर चूत अमजद के मुंह पर मारने लगी।उसे बहुत मज़ा आ रहा था।
दिव्या=आह मालिक ऐसे ही चूसिए अपनी रंडी की चूत को।बहुत तड़पाती है ये चूत मुझे खा जाइए इसे।आह मालिक बहुत मजा आ रहा है।
ओर फिर दिव्या का शरीर अकड़ने लगा।अमजद को पता चल गया साली अब झड़ने वाली है तो अमजद ने दिव्या की चूत को चूसना छोड़ दिया।अमजद जानता था कि साली रण्डी झड गई तो ये ठंडी पड़ जाएगी और मेरा ये लंड झेल नहीं पाएगी।इसलिए इसको गर्म रखना जरूरी है।अमजद अपना लंड पकड़ कर दिव्या की टांगों के बीच बैठ गया।

और अमजद ने दिव्या को ऐसे बीच मझधार में छोड़ा तो दिव्या तड़पने लगी।
दिव्या=आह मालिक अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है कुछ कीजिए।नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
अमजद=क्या करूं मेरी रांड।बता मेरी रखैल।
दिव्या=(बिन जल मछली की तरह तड़पते हुए)आह मालिक आप अपना ये बड़ा लंड मेरी चूत में डालकर चोदिए मुझे।प्लीज मालिक मुझपे रहम कीजिए।ये चूत की आग मुझसे बर्दास्त नहीं हो रही है।
अमजद=(अपने लंड को दिव्या की चूत पर घिसते हुए)तुझे बहुत दर्द होगा जब मेरा इतना बड़ा लंड तेरी छोटी सी चूत में जाएगा तब।
दिव्या=(अपनी गांड उठाकर चूत को अमजद के लोड़े पर रगड़ते हुए)आह मालिक मै हर दर्द बर्दास्त कर लूंगी।आप बस अपना लंड मेरी चूत डालकर मेरी प्यास बुझा दो।नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
अमजद= और तुझे ज्यादा दर्द हुआ तो मैं तुझे बेरहमी चोदता रहूं या लंड तेरी चूत से बाहर निकाल दूं।
दिव्या=नहीं मालिक आप लंड बाहर नहीं निकालेंगे।आपको मेरी कसम मुझे कितना भी दर्द हो मैं कितना भी चिल्लाऊं आप मुझे बेरहमी से चोदते रहिए।
अमजद=ये हुई ना असली रंडी वाली बात।अब सुन रंडी जब मैं ये लंड तेरी चूत में डालूंगा तो तुझे बहुत दर्द होगा।तू चिल्ला सकती है रो सकती है,मगर ये नहीं कहेगी कि मालिक मुझे दर्द हो रहा है आप अपना लंड बाहर निकाल दीजिए,बल्कि तुझे ये बोलना है कि मालिक अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दो और मुझे बेरहमी से चोदो फाड़ दो मेरी चूत को।समझी।
दिव्या=जी मालिक मैं बाहर निकालने को नहीं कहूंगी। मैं जानती हूं लड़की पहली बार चुदवाने पर बहुत दर्द होता है।मेने अपनी सहेलियों से सुना है।आप मुझे बेरहमी से चोदना पूरा लंड घुसाकर।

अमजद= अपने पापा की कसम खाकर कह कि तू लंड बाहर निकालने को नहीं कहेगी बल्कि पूरा अंदर डालकर बेरहमी से चोदने को कहेगी।

दिव्या=(अपनी चूत को लंड पर रगड़ते हुए)हां मालिक मैं अपने पूरे परिवार की कसम खाकर कहती हूं कि मैं आपको अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकालने को नहीं कहूंगी बल्कि बेरहमी से चोदने को कहूंगी।
दिव्या ने हवस में अंधी होकर अपने पूरे परिवार की कसम खाली पर क्या पता था कि जब उसकी छोटी सी चूत में जब अमजद का 9 इंच लंबा और 4इंच मोटा लंड जाएगा तो उसे अपनी इस कसम पर कितना पछतावा होगा।और अमजद जानता था कि दिव्या उसका लंड झेल नहीं पाएगी।उसकी बीवी शबाना 40 साल की उम्र में भी उसका लंड नहीं झेल पाती है तो ये तो 18 साल कुंवारी लड़की है।ये कैसे झेल पाएगी।इसलिए उसने दिव्या को कसम खाने को कहा था।क्या पता साली मुकर जाएं।
अमजद=तो ठीक है मेरी रांड तैयार हो जा एक लड़की से मेरी पक्की रंडी बनने को।
दिव्या=(खुश होते हुए)मालिक आपकी रंडी तैयार है। आपका बड़ा लंड लेने के लिए।

और अमजद ने अपने लंड को दिव्या की छोटी सी नाजुक चूत पर रखा और लंड दिव्या की चूत में घुसाने लगा।मगर दिव्या की चूत इतनी टाईट थी कि लंड का सुपाड़ा भी अंदर नहीं जा रहा था।अमजद जानता था ऐसे नहीं जाएगा।तो अमजद दिव्या के उपर चढ़ गया और एक हाथ से दिव्या के बाल पकड़कर होठ चूसने लगा और दूसरे हाथ से अपना लंड पकड़कर दिव्या की गुलाबी चूत पर रखा और पूरा जोर लगाकर एक करारा धक्का लगाया। लंड का सुपाड़ा दिव्या की चूत में चला गया।दिव्या दर्द से सटपटाने लगी। मगर वो चिल्ला नहीं पा रही थी क्योंकि अमजद ने पहले से ही अपने मुंह को दिव्या के मुंह से लगा रखा था।दिव्या को बहुत हो रहा था तो हाथ पैर इधर उधर मारने लगी।अमजद से सोचा ये साली रण्डी ज्यादा हिली तो लंड इसकी चूत से बाहर निकल जाएगा और फिर दोबारा नहीं डालने देगी।तो अमजद ने अपने बदन का दवाब दिव्या के जिस्म पे डालकर अपनी पूरी ताकत लगाकर एक जोरदार धक्का मारा और अमजद का 6 इंच लंड दिव्या की चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया और अमजद को ये भी एहसास हो गया की उसने दिव्या की सील तोड़ दी है।दिव्या का बुरा हाल था वो चिल्लाना चाहती थी मगर अमजद उसके सर को पकड़कर अपने होठ दिव्या के होठों से लगा रखे थी।दिव्या की आवाज अंदर ही दब गई थी वो गूं गूं करने लगी पहले उसकी चूत से पानी निकल रहा था मगर अब उसकी आंखों से पानी निकल रहा था।जो लड़की थोड़ी देर पहले लंड अंदर लेने के लिए तड़प रही थी अब वो लड़की लंड बाहर निकालने के लिए तड़प रही थी।कितनी गर्म और चुदासी थी मगर थी तो एक वर्जिन लड़की पहली बार लंड अंदर जाएगा तो दर्द तो होगा ही और लंड अगर अमजद के जैसा होतो आप लोग समझ ही सकते हो(आप लोग मतलब इस फोरम की लड़कियां)अमजद जानता था दिव्या को बहुत दर्द हो रहा है क्योंकि दिव्या की चूत इतनी टाईट थी कि अमजद का लंड भी दर्द कर रहा था।

कुछ देर तक अमजद ऐसे ही अपना लंड दिव्या की चूत में घुसाए पड़ा रहा फिर उसे लगा दिव्या थोड़ी शांत हो गई है तो अमजद दिव्या के होठ चूसने लगा।5 मिनट तक दिव्या के होठों को चूसता रहा।फिर दिव्या को थोड़ा दर्द कम हुआ तो वो किस्स का रिस्पॉन्स देने लगी वो भी अमजद को किस्स करने लगी।
अमजद ने जब देखा अब दिव्या का दर्द थोड़ा कम हुआ है तो उसने थोड़ा लंड बाहर खिंचा और धीरे से अंदर धक्का मारा।दिव्या फिर थोड़ा हिली किस्स करते हुए उसकी आंखें बंद थी जब अमजद ने लंड को आगे पीछे किया तो उसने आंखे खोल दी।अमजद फिर उसे किस करने लगा। आंसू दिव्या की आंख से अब कम निकल रहे थे।जब अमजद और दिव्या का दम घुटने लगा तो अमजद ने किस्स तोड़ा।
दिव्या जोर जोर से सांसे लेने लगी।जैसे ही वो सांस ले रही थी उसकी चूत में दर्द हो रहा था।और वो दांत पीसकर दर्द को बर्दास्त कर रही थी।
अमजद=बोल रंडी दर्द हो रहा है लंड निकाल दूं बाहर।
दिव्या=(सुबकते हुए)मालिक आप मेरे दर्द की परवाह मत कीजिए,आप अपना लंड बाहर मत निकालिए।आप चोदते रहिए मुझे।
अमजद=बोल रंडी कुत्तिया कैसे चोदूं तुझे प्यार या....(अमजद ने बात अधूरी छोड़ दी)
दिव्या=(दर्द से) नहीं मालिक प्यार से नहीं। मैं आपकी बीवी नहीं आपकी रखैल हूं आपकी रंडी हूं,इसलिए आप बेरहमी से चोदना मुझे मेरे दर्द की मेरे चीखों की परवाह मत कीजिए।
अमजद भी सोचने लगा साली रण्डी है तो बहादुर।
अमजद=वाह मेरी रंडी मान तू मेरी रखैल बनने के लायक है,तू तो उस वीडियो वाली छोटी सी लड़की से भी बहादुर है।वो लड़की पहले चुदवा चुकी थी छोटे लंड से मगर तू तो सील पैक है फिर इतना बड़ा लंड ले रही है।और चोदने को कह रही है।अब अगर चुदवाते टाइम तुझे दर्द हुआ तो तू चिल्लाना रोना मगर फिर भी और जोर से चोदने को बोलना।तू ऐसा करेगी तो तुझे में रोज चोदूंगा और तुझे जिंदगी भर अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।
दिव्या=जी मालिक।अब आप चोदिए अपनी रखैल को।

और अमजद ने आव देखा ना ताव लंड थोड़ा बाहर निकालके एक जोरदार धक्का लगाया। पूरा 9 इंच का लंड दिव्या की छोटी सी चूत के अंदर।और दिव्या इतनी जोर से चिल्लाई की पूरा कमरा उसकी चीख से गूंज उठा।
अमजद ने उसकी चीख की परवाह किए बिना अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला और फिर एक धक्का मारा।दिव्या अपने मुंह पर हाथ रखकर रोने लगी। जब अमजद ने चूत तरफ देखा तो उससे खून निकल रहा था।

अमजद=देख मेरी रांड देख अपनी चूत को।तेरी सील टूट गई,तू एक मामूली लड़की से एक लौड़ों की रानी बन गई है मेरा इतना बड़ा लौड़ा अपनी अनोखी चूत में लेकर।(अमजद ने खून से सना हुआ लंड चूत से थोड़ा बाहर निकाला)देख मेरी रांड देख इधर,ये मेरे लंड पर लगा खून तेरी चूत का है,देख इसे ये दोबारा कभी देखने को नहीं मिलेगा।ये खून पहली बार और आखिरी बार है।और देख मेरे लौड़े को, तेरी चूत भी अब किस्मतवाली हो गई,क्योंकि तेरी चूत का उदघाटन एक असली मर्द के असली लोड़े से हुआ है। तुझे खुश होना चाहिए रंडी और तू रो रही है। अब बोल साली रण्डी ऐसे ही लंड घुसाए पड़ा रहूं या चोदूं अपनी रंडी को।
दिव्या=(करहाते हुए)आप चोदिए मालिक।मुझे चोदकर अपनी पक्की रंडी बना लीजिए।
फिर क्या था अमजद धीरे धीरे लंड दिव्या की चूत में आगे पीछे करने लगा।मगर दिव्या अब चिला रही थी।
5 मिनट तक ऐसे ही धीरे चोदने के बाद अमजद बोला।
अमजद=बोल मेरी रखैल।ऐसे चोदूं या जबरदस्त तरीके से जोर जोर से धक्के लगाकर।
दिव्या को दर्द तो अभी भी हो रहा था मगर फिर भी उसने कसम खाई थी।जोर से चोदने को कहने की।
दिव्या=मालिक ऐसे धीरे धीरे नहीं।जोर से चोदो अपनी इस रखैल को फाड़ दो मेरी चूत को।बहुत तड़पाया है इसने मुझे ।
अमजद तो यही चाहता था।फिर क्या अमजद दिव्या को बड़ी बेरहमी से चोदने लगा।
और दिव्या दर्द से जोर जोर से चिल्लाने लगी।
अमजद=और चिल्ला मेरी रांड और जोर से चिल्ला मेरी कुत्तिया।मुझे तेरी चीखे सुननी है।तेरी चीखे सुनकर तेरे मालिक को बहुत मजा आ रहा है,चिल्ला साली रण्डी चिल्ला।

10 मिनट तक अमजद दिव्या को जानवरों की तरह चोदता रहा,साथ में उसकी चूचियां दबाने लगा और चूसता रहा उसके होठ चूसता रहा।
अब दिव्या चीखों की जगह दिव्या की सिसकारियां ने ले ली थी।अब दिव्या को दर्द के साथ मजा भी आने लगा था।
और फिर अमजद दिव्या के उपर से उठा और घुटनों के बल बैठकर चोदने लगा।अब दिव्या दर्द कम पड़ चुका था।अब दर्द पे मजा हावी हो गया था।पहले दिव्या दर्द से चिल्ला रही थी मगर अब वो मजे से चिल्ला रही थी।
दिव्या =ओह मालिक बहुत मजा आ रहा है।और जोर से चोदो अपनी इस रखैल को।जमकर चोदो अपनी रंडी को फाड़ मेरी चूत।ओह मालिक ऐसे चोदते रहो।आपने पहले मुझे अपनी रंडी क्यों नहीं बनाया,पहले क्यों नहीं चोदा मुझे अपनी रखैल बनाकर। मैं जिंदगी भर आपकी गुलाम बनके रहूंगी बस आप मुझे जिंदगी भर चोदते रहिए।
अमजद=(दिव्या के गाल पे और चुचियों पे थप्पड़ मारते हुए)ओह मेरी कुत्तिया,मेरी रंडी क्या चूत है तेरी, मेरे लंड को जकड़ रखा है कितनी टाइट है तेरी चूत,तेरी इस टाइट चूत को में चोद चोदकर इसका भोसड़ा बना दूंगा। और तुझे मैं जिंदगी भर अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।
और अमजद दिव्या बड़ी बेरहमी से चोदने लगा।दिव्या पिछले दो घंटो से गर्म थी तो अब उससे बरदस्त नहीं और चिल्लाते।
दिव्या=आह मालिक मुझे कुछ हो रहा।आह मालिक सभालो मुझे।मेरी चूत में तूफान आ रहा है। मालिक और जोर से धक्के मारो।और बेरहमी से चोदो।
अमजद=आने मेरी रंडी उस तूफान को।उसी तूफान के लिए ही तो तू मेरी बनकर चुदवा रही मुझसे।और तुझे अपनी रंडी बनाकर चोद रहा हूं।तू झड रही मेरी रांड।तेरा पानी छूट रहा है कुत्तिया। रोक मत अपने आपको झड़ जा कुत्तिया, भिगो दे मेरे लंड को अपने रस से।
और दिव्या का शरीर अकड़ने लगा और उसने अमजद को अपनी बाहों में जकड़ लिया और चिल्लाते हुए झड़ने लगी।
दिव्या=ओह मालीईईक मैं गई।में आ रही हूं संभालो मुझे।

ओर दिव्या की चूत सैलाब फूटा जिससे अमजद के लंड के साथ उसके आंड और चादर भी भीग गई।दिव्या की लाइफ का पहला orgasm था।इसलिए वो बेजान सी होकर पड़ी। आंखे बंद करके लंबी लम्बी सांसे ले रही थी।उसके चेहरे पर एक अजीब सा सुकून था।अमजद ने में धक्के लगाने बंद कर दिए थे।क्योंकि अमजद एक तजुर्बेदार मर्द था,इसलिए उसने दिव्या को इस पल का आनंद लेने दिया।अपना लंड चूत से बाहर निकाल कर दिव्या के बगल में लेट गया।
कोई 5 मिनट बाद जब दिव्या की सांस नॉर्मल हुई उसे होश आया और उसने महसूस किया कि उसकी चूत कोई हलचल नहीं हो रही है।तो उसने आंखे को अमजद उसे चोद नही रहा था।उसने का गर्दन घुमाई तो अमजद उसकी बगल में लेटा हुआ था और हस रहा था।तो वो हैरान हो गई।और अमजद से बोली।
दिव्या=(मासूमियत से)मालिक आप यहां क्यों लेटे हुए है।और आपने अपना लंड बाहर क्यों निकाला मेरी चूत से।क्या आप भी झड़ गए मेरी तरह।
अमजद=(मुस्कराते हुए}नहीं में अभी तक नही झड़ा।
दिव्या=तो फिर आपने चोदना क्यों छोड़ा।मुझे चोदकर आप भी झड़ जाइए।क्योंकि झड़ते हुए बहुत मजा आता है और झड़ने के बाद बहुत सुकून मिलता है। जल्दी कीजिए अपना लंड मेरी चूत में डालिए।

दिव्या की मासूमियत देखकर अमजद मुस्कराने लगा।
दिव्या=क्या हुआ आप मुस्करा क्यूं रहे हैं। चोदिए ना मुझे देखो आपका लंड केसे खड़ा है अंदर घुसने के लिए।

अमजद=अभी मैं तुझे नहीं चोदूंगा।थोड़ी देर बाद चोदूंगा।
दिव्या=(हैरान होते हुए)थोड़ी देर बाद क्यों अभी क्यों नहीं चोदेंगे।
अमजद=क्योंकि अभी तुझे बहुत दर्द होगा और मजा भी नहीं आएगा।
दिव्या=मालिक दर्द तो पहले भी हुआ था तब तो आप चोद रहे थे,अब क्यों नहीं।आपने मुझे इतना मजा दिया है तो मैं भी आपके मजे के लिए दर्द बर्दाश्त कर लूंगी।
अमजद=(दिव्या को समझाते हुए)देखो दिव्या वो एक लड़की को जिंदगी में सिर्फ एक बार होता।और उस दर्द में मजा भी है।एक सुकून भी है।और अभी मैं अगर तुझे चोदूंगा तो तुम्हे दर्द होगा तो उसमें मजा बिलकुल नहीं होगा।क्योंकि पहले तुमने अपने मजे के लिए दर्द बर्दाश्त किया।मगर अब तुम मेरे लिए दर्द बर्दाश्त करोगी।क्योंकि तुम अभी झड़ी हो तो तुम्हे फिर से मजा आने में थोड़ा वक्त लगेगा। अब मै तुझे चोदूंगा तो मुझे भी मजा नहीं आएगा तुम्हारी सूखी हुई चूत चोदकर। मैं जानता हूं अभी तुम्हारी चुदवाने की बिलकुल भी इच्छा नहीं।मगर मेरी खुशी के लिए और मेरे मजे के लिए तू मुझसे चुदवाएगी।ये सच है की तू मेरी रंडी है, तुझे दर्द देकर और बड़ी बेरहमी से चोदूंगा।तुझे गालियां दूंगा,तुझे जलील करूंगा,तुझे गंदे काम करने को कहूंगा।मगर उस दर्द में उस बेरहमी में।उन गालियां में,और गंदे काम करने में तुझे भी मजा आयेगा। समझी।कुछ। एक बात और आज पहली बार है इसलिए तुझे छोड़ रहा हूं आज के तुझे जब चोदूंगा तब तू चुदाई के वक्त चाहे कितनी बार झड़ चुकी हो,जब तक मैं नहीं झडूंगा तेरी चुदाई बंद नहीं होगी।

दिव्या=जी मालिक समझ गई।की आप एक अच्छे इंसान है।और मैं आपकी रखैल बन कर बहुत खुश हूं।
अमजद=ठीक है तो जबतक तेरी चूत गीली नही हो जाती तब तक मेरे इस लंड को खुश कर जिसने तुझे खुश किया है।

दिव्या समझ गई कि क्या करना है और वो झुककर अमजद के लंड से खेलने लगी।फिर लंड पर लगे अपने माल को चाटने लगी।सारा माल चाटने के बाद लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।अमजद भी उसकी चूचियों से खेलने लगा और उसकी गांड पे भी हाथ फेरने लगा।

10 मिनट तक लंड चुसाई और अमजद की छेड़खानी की वजह से दिव्या फिर से गर्म हो गई।ये बात अमजद को दिव्या के लंड चूसने के अंदाज से पता चल गया।क्योंकि दिव्या पहले प्यार से लंड चूस रही मगर अब मजे से और जबरदस्त तरीके से लंड चूस रही थी।

अमजद= चल मेरी रंडी अब लंड चूसना छोड़ और उठकर कुतिया बन जा।अब मै तुझे कुतिया बनाकर चोदूंगा। और अब तुझे अपने से चुदने में मज़ा आएगा और मुझे चोदने में।
दिव्या लंड चूसना छोड़ कर मुस्करा कर उठी और कुतिया बन गई।अमजद दिव्या के पीछे आया और उसकी गांड पर थप्पड़ मारते हुए।
अमजद=साली रण्डी तेरी गांड भी मस्त है।तेरी गांड में लंड डाल दूं क्या।
दिव्या=(पीछे पलटकर)जैसी आपकी इच्छा मालिक।आप मन अगर मेरी गांड मारने का है तो मेरी गांड मार लो।मुझे अच्छा लगेगा आपसे गांड मरवाकर।(अब दिव्या को क्या पता जब ये 9 इंच लंबा और 4इंच मोटा लंड उसकी गांड में जाएगा तो उसे चूत चुदवाने से कई गुना ज्यादा दर्द पहली बार गांड मरवाने में होगा)
अमजद=अरे नहीं मेरी रंडी आज नहीं,आज तो तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा।जब तू चलने लायक हो जाएगी तब तेरी ये मखमली गांड फाडूंगा। आज तो चोदते समय तेरी गांड पे थप्पड़ मार मार के तेरी सफेद गांड को लाल कर दूंगा।
दिव्या=जैसी आप की इच्छा मालिक।

फिर अमजद ने अपने लंड पे ठीक लगाया ओर अपने लंड को दिव्या की चूत पर रखा और दिव्या की कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का लगाया।लंड दिव्या की चूत को चीरता हुआ पूरा अंदर चला गया।

दिव्या जोर से चिल्लाने लगी। दिव्या की अभी अभी फटी चूत में बहुत दर्द हो रहा था।मगर अमजद दिव्या के चीखों की ओर दर्द की परवाह किए बगैर उसे बेरहमी से चोदने लगा।
धीरे धीरे दिव्या की दर्द भरी चीखे अब मजे में बदल चुकी थी।
अमजद दिव्या के बाल पकड़कर जोर जोर से चोदने लगा और साथ में उसकी गांड पे थप्पड़ मारने लगा।
आधे घंटे तक दिव्या को कुतिया बनाकर चोदने के बाद अब अमजद झड़ने वाला था उसका दो दिन से खड़ा लंड अब अपना लावा उगलने वाला था।और साथ में दिव्या भी अब झड़ने वाली थी।
दिव्या=आह मालिक में फिर से झड़ने वाली हूं मेरा पानी निकलने वाला है।आप चोदते रहिए रुकना मत जब तक आपका पानी ना निकले।मेरे दर्द की परवाह मत करना।
(और दिव्या झड़ने लगी )
अमजद=मेरी रंडी मैं भी झड़ने वाला हूं मेरा माल निकलने वाला है।बोल मेरी रांड मेरा माल पायेगी।
दिव्या=हां मालिक मैं आपका माल पीना चाहती हूं।आप मेरे मुंह में झड़ जाइए।

अमजद ने अपना लंड दिव्या की चूत से निकाला और दिव्या के बाल पकड़कर अपनी ओर घुमाया और लौड़ा दिव्या के मुंह डाल दिया और दिव्या के मुंह को चोदने लगा।
अमजद=ओह मेरी रांड क्या मुंह है तेरा, तेरा मुंह चोदकर बहुत मजा आ रहा है।अब मेरा माल निकलने वाला है मेरा सारा माल पी लेना कुतिया।

अमजद दिव्या के मुंह को बड़ी बेरहमी से चोद रहा था।दिव्या को बहुत तकलीफ हो रही थी।उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे।मगर अमजद अब झड़ने के करीब था तो उसे दिव्या पर कोई तरस नहीं आ रहा था। और जोर दार धक्के लगाते हुए झड़ने लगा।
अमजद=ये ले मेरी रखैल मेरी रंडी माल पी अपने मालिक का।
और सारा वीर्य दिव्या के मुंह में उड़ेल दिया।दो दिन से खड़े लंड से बहुत ज्यादा गर्म गर्म वीर्य निकलने से थोड़ा वीर्य दिव्या मुंह से निकल कर उसकी चूचियों पर और उसकी टांगों पर गिर गया,दिव्या उस माल को अपनी उंगलियां में लेकर चाटने लगी।
अमजद= अब लग रही है तू मेरी रंडी।

अमजद दो दिन से खड़े अपने लंड से माल निकालकर बहुत खुश था।और सुकून से बेड पर लेट गया।दिव्या ने अमजद के लंड पर लगे माल को चाट कर साफ़ किया।और अमजद के बगल में बैठ गई।अमजद ने लेटने का इशारा किया और दिव्या अमजद से चिपककर लेट गई।दिव्या भी थक गई थी।अमजद ने उसे बड़ी बेरहमी से चोदा था।उसका अंग अंग दर्द कर रहा था।और साथ में चेहरे पे एक अजीब सा सुकून भी था।


तो दोस्तों इस कहानी की पहली चुदाई यहीं समाप्त होती है। ओर आगे चलकर अमजद क्या क्या करता है दिव्या के साथ और बाकी सबके साथ।तो जानने के लिए बने रहिए हमारे साथ।
कहानी कैसी लगी कॉमेंट करके जरूर बताएं।ये मेरी पहली कहानी है अगर कोई लिखने में भूल हो जाए तो(भूल हो जाती है, अब उसे सुधार थोड़ी सकते है।हो गई तो हो गई।इसमें मैं और आप लोग क्या कर सकते है)

मिलते है अगले कामुक और धमाकेदार के साथ। तब तक के लिए ये अपडेट पढ़कर अपने लंड को हिलाए।और हां हिलाकर माल जरूर निकाल देना,क्योंकि खड़ा लंड बहुत कांड करवाता है।(मुफ्त का ज्ञान मेरा मतलब बकचोदी)

Thanks.
keep supporting.
Very very nice and hot hot update
 
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