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अपडेट ३
अब लता चुप हो गई थी और कुआ भी पास आ गया था और कुआ के पास गांव की अन्य भी औरते पानी भरने आई थी।
अब आगे....
राजू हर बार की तरह आज भी कुआ की मुंडेर पर जाकर बैठ जाता है और जब औरते कुआ से पानी की बाल्टी को पकड़कर खींचने को झुकती है तो राजू उनकी सीने में झांकने की कोशिश करता रहता है
और ऐसा नहीं था की औरते इस बात से अनजान थी वो भी ज्यादा से ज्यादा झुककर अपनी बड़ी बड़ी चूचियों को राजू के आगे कर उसे दिखाने के लिए तड़पती रहती थी और कुछ औरते तो राजू का ही इंतजार किया करती थी की कब राजू आएगा और कब उनकी जवानी को अपनी आखों से ताडेगा।
राजू अभी बारी बारी से सभी औरत की चूचियों को घूर रहा था और किसकी कितनी बड़ी चूची है उसे एक दूसरे से तुलना कर रहा था की किसी ने आकर राजू से उसकी चाची के बारे में बताया...
मधू भाभी...राजू तेरी हिटलर चाची आ रही है...
राजू...भाभी वो मेरी चाची है।
मधू...सॉरी राजू बाबू और मधू मुस्का दी जिसे राजू अनदेखा कर देता है
राजू ने जैसे ही सुना की उसकी चाची आ रही है वह तुरंत कुआ की मुंडेर से उठ गया और औरतों से जाकर दूर बैठ गया।
अब वक्त भी आ गया है की राजू के परिवार का परिचय दे देना चाहिए आखिर ये हिटलर चाची कौन है और क्यूं राजू अपनी चाची से इतना डरता है।
ब्रजभान शर्मा (राजू के दादा) expired
कोकिला देवी दादी expired
ब्रजभान के 4 लड़के और एक लड़की हुई।
कमल 45
नीरज 43
धीरज 42
शशि 40
और माधव 38
कमल की शादी चंद्रलेखा 43 से हुई जिसकी दो बेटियां और एक लड़का हुआ जो अब शहर में ही रहते है।
नैना 25
सुनैना 23
और अरुण 22
नीरज की शादी कमला 42 से हुई इनकी भी दो बेटियां और एक नालायक बेटा हुआ। इनका मकान मेरे घर से जुड़ा हुआ है बस फर्क इतना है की इनका मकान पूरा पक्का दो मंजिला बना है और मेरा अभी भी कच्छा ही है।
सोनू 22
पायल 20
रचना 18
धीरज की शादी राधा 40 यानी मेरी माई से हुई और राधा का पति अब इस दुनिया में नही है इसलिए राधा की सिर्फ एक ही इकलौती औलाद राजू 18 है जो उसकी पूरी दुनिया है।
माधव की शादी अरूना 35 से हुई जिसकी अभी तक कोई संतान नहीं थी लेकिन अरूना को इस बात की कोई चिंता भी नही थी क्यूंकि पूरा गांव जानता था की अरूना राजू को अपना ही बेटा मानती है और जितनी चिंता राधा को राजू की नही है उससे कही अधिक चिंता अरूना को अपने बेटे राजू की रहती है।
राजू का डर भी अरूना की देखभाल करना था क्यूंकि अरूना एक स्कूल अध्यापिका भी थी और वह अच्छी तरह जानती थी की राजू एक बिन बाप का लड़का है यदि उस पर किसी का दबाव नहीं रहा तो वह बिगड़ जायेगा।
अरूना राजू को पढ़ने के लिए शहर भी भेजना चाहती थी लेकिन हर बार वह राधा की ममता के आगे बेबस हो जाती....
शशी की शादी नितिन 43 से हुई जिसकी सिर्फ दो बेटियां ही हुई।
अमृता 21
और नित्या 19
गांव के कुछ और भी किरदार और उनके परिवार है जिनका हमारे परिवार से आपसी मेलजोल ज्यादा है उनका भी परिचय समय समय पर उनके उचित स्थान पर दिया जाएगा।
और कुछ ऐसे भी किरदार होंगे जिनका परिचय तो नहीं दिया जाएगा लेकिन वह इस कहानी के पात्र होंगे उनकी पहचान सिर्फ गांव से ही की जायेगी।
राजू का घर गांव के जैसा मिट्टी का बना था जिसमे सिर्फ दो कमरे थे और मिट्टी का ही किचेन बना हुआ था बाथरूम सिर्फ नाम का था और उसके एक तरफ अरूना यानी राजू की चाची का भी घर था जो की पक्का था लेकिन अभी भी उसकी दीवारों पर सीमेंट का लेप बाकी था और घर की फर्स को सिर्फ पक्का करवा लिया था ये एक सिंगल पोर्शन मकान था जिसमे 4 रूम और एक स्टोर भी बना हुआ था।
जबकि राजू की ताई का मकान किसी महल की तरह चमक रहा था जो को राजू के दूसरी तरफ था इस घर में दीवारों से लेकर उसकी फर्स तक सीमेंट का प्लास्टर हुआ था और दीवारों पर महगी पेंट के साथ साथ सुंदर आकृति भी बनी हुई थी ये मकान दो मंजिला बना हुआ था और इसमें आठ कमरों के साथ दो स्टोर भी था।
चलो अब स्टोरी पर आते है....
जैसे ही गांव की औरतों ने देखा की अरूना आ रही है सभी औरते चुपचाप अपना पानी भरने लगी।
अरूना को अब अरु ही लिखा जायेगा....
अरु की भी नजर जब राजू पर पड़ती है तो वह राजू को आवाज देती है राजू दौड़ता हुआ अरु के पास आता है और बिना कुछ बोले अपना सर झुका कर खड़ा हो जाता है।
अरु...तुम वहां बैठ कर क्या कर रहे थे लता से बोल दिया होता वो तुझे पानी भरकर दे देती या फिर खुद से पानी भर लेते....
मैने कितनी बार दीदी को माना किया है की इससे पानी ना मगवाया करे लेकिन पता नहीं क्यूं वो मानती ही नहीं चलो आज मैं दीदी से बात करती हूं।
लाओ अपनी गागर मुझे दो...
राजू...नहीं छोटी माई मैं खुद से भर लूंगा आप अपनी भी गागर मुझे दे दो मैं उसे भी भरकर घर ले चलता हूं।
और राजू अरु की ओर देखने लगा अरु ने भी ज्यादा नहीं सोचा और अपनी गागर राजू को पकड़ा दी।
राजू ने दोनो घड़े पानी से भर लिए और एक घड़े को सर पर रक्खा और दूसरे घड़े को अपनी कमर पर टांग लिया और चलने लगा।
अरु ने राजू से कहा की वह उसे घड़ा दे दे लेकिन राजू ने माना कर दिया और बोला माई अब मैं बड़ा हो गया हूं तो फिर अपनी माई को कैसे काम करने से सकता हूं।
और फिर राजू अपनी छोटी माई के साथ घर लौट आता है।
राधा जैसे राजू को देखती है वह उस पर चिल्ला पड़ती है...
क्यूं तूने इतना समय कहां लगा दिया मैं कबसे खाना बनाने के लिए पानी की राह देख रही थी और तू है जैसे कुआ से पानी लेने नहीं बल्कि किसी सुरंग को खोदकर पानी लेने गया था।
अब आज भी तेरी वजह से मुझे लालटेन बारनी पड़ेगी।