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Erotica लेडीज - गर्ल्स टॉक [ गर्ल्स व् लेडीज की आपसी बातचीत ]

कितने पुरुष पाठको ने अपनी पत्नी को या अपनी महिला मित्र को ब्रा या पेंटी ला कर दी है बिना उसको बताये

  • खुश हुई

    Votes: 4 40.0%
  • आश्चर्य चकित .... आपसे उम्मीद नहीं थी .. सही साइज़ ले आओगे

    Votes: 1 10.0%
  • मेरी साइज़ आपको याद रही

    Votes: 1 10.0%
  • शुक्रिया लाये तो ... पर साइज़ ठीक नहीं या कलर पसंद नहीं आया

    Votes: 0 0.0%
  • इतने नखरे है ..... कौन लाये ...

    Votes: 2 20.0%
  • एक तो लाओ फिर सरदर्दी वापस बदलवाने कि

    Votes: 2 20.0%

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    10
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Iron Man

Try and fail. But never give up trying
40,645
103,260
304

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
40,645
103,260
304
जैसा की हम सभी चाहते है , एक खूबसूरत व् आकर्षक जिस्म जो सुन्दर दिखे , जो ड्रेस हम पहने वो आकर्षक दिखे। ..... सारी इच्छाओ की पूर्ति मैं बड़ा योगदान होता है, स्तन का।
--------------------------------------------

प्रिय सहेलिओं ,

निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,

अब आगे ,

" खूबसूरत व् सुडोल स्तन", जब जवानी दस्तक देती है , तो असर जोबन पर होता है , कच्ची अमिया , अनार व् अनार संतरो मैं बदल जाती हैं.

यह परिवर्तन , आकर्षक, उत्तेजक रोमांचित करने वाला होता हैं , सबकी निगह उभरते जोबन हैं, माँ की हिदायत , सहेली की चुहल बाज़ी , मन की आकांशा। ......


अपने बचपन की यादों से कुछ पल। .......

जब मैं १२-१३ साल की थी , छोटे - छोटे उभार आने शुरू हुए थे , ब्रा तो नहीं थी , पर समीज़ मैं से दिखने , हलके से शुरू हुए थे , अनजाने मैं हाथ लगना , सहलाना , नाहते समय हलके से दबाना , सोचना कब बड़े होंगे , कितने बड़े होंगे , भाभी के कितने, बड़े हो गए , क्या माँ जैसे होंगे। ....... तभी आवाज़ आती है माँ की। ....... अंदर ही रहेगी बाथरूम मैं बहार आ......


सहेली से आधी अधूरी बात , जान् ने की कोशिश, पड़ोस की भाभी के साथ बात करने की कोशिश , उनके ब्लाउज मैं देखने की कोशिश , कितने बढ़ गए , मैं क्या खाऊ जो मेरे भी बड़े हो जाए। .......................

उलझन। ...........
समय साथ बढे , मेरी पहेली ब्रा , चोरी से मा की बाथरूम मैं पहनी थी , बड़ी थी, ढीली थी, पर उत्तेजना भरपूर। ................

उफ़ गिला पन महसूस हुआ था। ... पहेली बार। ..
Awesome update.
Achhi shuruaat hai par 18 year se kam ka likhna allow na hai yha .
Ye edit kar lijiye
 

Niharika

Member
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929
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जी

आप सभी लोगो का तहे दिल से शुक्रिया , अभी नयी हूँ यहाँ तो शायद नियम की जानकारी के आभाव मैं त्रुटि हो गयी हो , आप लोगो की सलाह अनुसार उम्र एडिट कर दी गयी हैं , उम्मीद है की आप सभी का साथ बना रहेगा .
 

playboy131

Member
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44
जी

आप सभी लोगो का तहे दिल से शुक्रिया , अभी नयी हूँ यहाँ तो शायद नियम की जानकारी के आभाव मैं त्रुटि हो गयी हो , आप लोगो की सलाह अनुसार उम्र एडिट कर दी गयी हैं , उम्मीद है की आप सभी का साथ बना रहेगा .
Don't worry we are with you. Go ahead
 
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Reactions: chintu222

Niharika

Member
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प्रिय सहेलिओं ,

निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,

अब आगे ,
.....


चढ़ती जवानी के साथ जोबन पर निहकर आना शुरू हुआ , बस फिर क्या था , नहाते हुए मेरा पसंदीदा खेल , जोबन के साथ खेलना, छूना, दबाना, मसलना। .... गिला होना।

बाथरूम मैं एक - डेढ़ घंटा कैसे निकल जाता था पता ही नहीं चलता था , जब तक माँ की आवाज़ नहीं आती। .. "अरे अंदर ही रहना है क्या , जल्दी आ किचन मैं। "


उफ़, इतना टाइम तो आज भी लगता है। ............. बाथरूम मैं.

मेरे पास सिंपल कुर्ती थी , ढीली व् पायजामा , एक दिन मेरी सहेली ने अपनी नै ड्रेस दिखाई मैंने भी उसकी तारीफ करी तब उसने कहा तू भी पहन के दिखा उसका साइज मेरे जितना था उस समय ३२ बी।

कुर्ती पिंक कलर की थी व् वाइट चूड़ीदार था , वाओ तू थो बड़ी सेक्सी लग रही है , मैं शर्मा गयी पर

एक बात घर कर गयी मुझे भी टाइट कुर्ती लेनी है , जिसमें मेरा जोबन साफ़ दिखे। ...................... औरत की ज़िंदगी एक के बाद एक पड़ाव आते और जाते हैं ... सचमुच उसकी चद्ती जवानी के माइलस्टोन होते हैं.

यह औरत ही समझ सकती है। पहली बार ब्रा का खरीदना ....... सचमुच एक अलग अहसास होता है, जब जोबन दिखने शुरू होते हैं तो माँ की हिदायत व् पूरी नज़र होती है लड़की पर। .. कही फिसल न जाये।

मुझे याद है , पहली बार ब्रा का खरीदना ..... एक पुरानी ब्रा थी माँ की, ३४ बी की, पर मेरी साइज ३२ बी थी पिन लगा के पहेली बार पहनी थी, आज तो एक नई ब्रा लानी है बाजार से। ..... उलझन अकेले कैसे जाओ

फिर सोचा माँ के साथ , न बाबा कुछ बोल दिया तो, पड़ोस भाभी से बात करू उफ़ क्या सोचेगी जवानी आ रही है लड़की पे , क्या करू यही सोचते संडे का आधा दिन निकल गया , दोपहर को खाना खा कर जैसे तैसे खा लिया ,

पर अब क्या करू हिम्मत कर के सहेली को फ़ोन लगाने के लिए पड़ोस की भाभी के पास गयी , भाभी नमस्ते

भाभी - आओ निहारिका , कहा रहती हो आजकल ?

मैं - भांभी यही तो, घर के काम बस , और क्या

भाभी - कैसे आना हुआ ?

- मैं - भाभी, वो एक फ़ोन करना थी, सहेली को

भाभी - अच्छा, आजा कर ले

मैं - हम्म

अब , मन मैं सोच रही थी कैसे बात करुँगी ? भाभी पास ही होंगी , सुन लेंगी उफ़। करना तो है ही आज

मैंने फ़ोन उठाया , दबा दिए फ़ोन नंबर , इधर फ़ोन की रिंग जाती , उधर मेरी धड़कन। ...............

है ,कैसे है तू, मैं निहारिका , खाना खा लिया तूने ?

- सहेली - हाँ , खा लिया ,और तू ने ?

मैं - हम्म,

सहेली - क्या हुआ , परेशान है , बता क्या बात है


मैं - वो , यार बाजार जाना था। .................
 

chintu222

Sab Moh Maya Hai
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प्रिय सहेलिओं ,

निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,

अब आगे ,
.....


चढ़ती जवानी के साथ जोबन पर निहकर आना शुरू हुआ , बस फिर क्या था , नहाते हुए मेरा पसंदीदा खेल , जोबन के साथ खेलना, छूना, दबाना, मसलना। .... गिला होना।

बाथरूम मैं एक - डेढ़ घंटा कैसे निकल जाता था पता ही नहीं चलता था , जब तक माँ की आवाज़ नहीं आती। .. "अरे अंदर ही रहना है क्या , जल्दी आ किचन मैं। "



उफ़, इतना टाइम तो आज भी लगता है। ............. बाथरूम मैं.

मेरे पास सिंपल कुर्ती थी , ढीली व् पायजामा , एक दिन मेरी सहेली ने अपनी नै ड्रेस दिखाई मैंने भी उसकी तारीफ करी तब उसने कहा तू भी पहन के दिखा उसका साइज मेरे जितना था उस समय ३२ बी।

कुर्ती पिंक कलर की थी व् वाइट चूड़ीदार था , वाओ तू थो बड़ी सेक्सी लग रही है , मैं शर्मा गयी पर

एक बात घर कर गयी मुझे भी टाइट कुर्ती लेनी है , जिसमें मेरा जोबन साफ़ दिखे। ...................... औरत की ज़िंदगी एक के बाद एक पड़ाव आते और जाते हैं ... सचमुच उसकी चद्ती जवानी के माइलस्टोन होते हैं.

यह औरत ही समझ सकती है। पहली बार ब्रा का खरीदना ....... सचमुच एक अलग अहसास होता है, जब जोबन दिखने शुरू होते हैं तो माँ की हिदायत व् पूरी नज़र होती है लड़की पर। .. कही फिसल न जाये।

मुझे याद है , पहली बार ब्रा का खरीदना ..... एक पुरानी ब्रा थी माँ की, ३४ बी की, पर मेरी साइज ३२ बी थी पिन लगा के पहेली बार पहनी थी, आज तो एक नई ब्रा लानी है बाजार से। ..... उलझन अकेले कैसे जाओ

फिर सोचा माँ के साथ , न बाबा कुछ बोल दिया तो, पड़ोस भाभी से बात करू उफ़ क्या सोचेगी जवानी आ रही है लड़की पे , क्या करू यही सोचते संडे का आधा दिन निकल गया , दोपहर को खाना खा कर जैसे तैसे खा लिया ,

पर अब क्या करू हिम्मत कर के सहेली को फ़ोन लगाने के लिए पड़ोस की भाभी के पास गयी , भाभी नमस्ते

भाभी - आओ निहारिका , कहा रहती हो आजकल ?

मैं - भांभी यही तो, घर के काम बस , और क्या

भाभी - कैसे आना हुआ ?

- मैं - भाभी, वो एक फ़ोन करना थी, सहेली को

भाभी - अच्छा, आजा कर ले

मैं - हम्म

अब , मन मैं सोच रही थी कैसे बात करुँगी ? भाभी पास ही होंगी , सुन लेंगी उफ़। करना तो है ही आज

मैंने फ़ोन उठाया , दबा दिए फ़ोन नंबर , इधर फ़ोन की रिंग जाती , उधर मेरी धड़कन। ...............

है ,कैसे है तू, मैं निहारिका , खाना खा लिया तूने ?

- सहेली - हाँ , खा लिया ,और तू ने ?

मैं - हम्म,

सहेली - क्या हुआ , परेशान है , बता क्या बात है


मैं - वो , यार बाजार जाना था। .................
Nice update Niharika ji :claps: :claps:
Kahani bhadiaa lag rahi hai :yo:
Bas koshis kariye thode bade update dene ki :approve:
Waiting for more :waiting:
 

Niharika

Member
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सहेली - क्या हुआ , परेशान है , बता क्या बात है

मैं - वो , यार बाजार जाना था। ...................

......................................................................................................

प्रिय सहेलिओं ,

निहारिका का प्यार भरा नमस्कार ,

अब आगे ,
.....


सहेली - तो चल न, कहाँ जाना है, क्या लाना है , कब चलना है,

मैं - उफ़, इतने सवाल , यह लड़की भी न , कुछ काम है, आजा मेरे घर जल्दी

सहेली - अच्छा बाबा आती हूँ , ओके बाय

मैं - हम्म,

फिर फ़ोन रख दिया, मन मैं सोचा की, अब भाभी ज़रूर पूछेगी तो क्या बोलूंगी

भाभी - ओह ू, तो बाजार जाना है , शॉपिंग कुछ खास , मैं भी चलू

मैं - ओह, भाभी कुछ खास नहीं , बस कुछ बुक्स वग़ैरा

भाभी - हम्म, ठीक है,

मैं - बाय , भाभी ,मन मैं सोचा , बच गए।

भाभी - बाई, निहारिका

घर जा कर , सोचा कुछ चेंज कर लू, बाजार जाना है , एक नया सूट जो पिंक कलर का था निकल लिया , सोचा नहा भी लू, मेरी सहेली जरा लेट लतीफ़ है , जब तक नहा लेती हूँ.

टॉवल ले कर , बाथरूम मैं गई , धड़कन तेज़ हो रही थी, वो पूछेगी की क्या लाना है, उफ़, पागल घर मैं न बोल दे सब के सामने , ये सोचते हुए कुर्ती उतरी , फिर सलवार, पैंटी उतर के एक और रख दी।

मैं सिर्फ ब्रा मै थी, और आईने मैं खुद को देख रही रही थी , सोच रही थी कैसे ब्रा लू , किस कलर की, शेप कैसा लू, नयी ब्रा मैं कैसी लगूंगी। ......................

फिर शावर ऑन किया , ब्रा उतारी , जोबन को दबाया , एक हलचल उठी, और पानी की फुहार जिस्म पर पड़ती चली गई।

पानी कि फुहार जिस्म और जोबन पर पड़ते ही एक करंट सा लगा जो जोबन से होते हुए सीधा मेरी "नीचे वाली" तक जा पहुंचा और साथ ही मेरा हाथ भी .....
...................

न जाने किस दुनिया मैं थी मैं। ......
 

Niharika

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Nice update Niharika ji :claps: :claps:
Kahani bhadiaa lag rahi hai :yo:
Bas koshis kariye thode bade update dene ki :approve:
Waiting for more :waiting:

जी,

शुक्रिया

कोशिश करती हूँ बड़े उप्दतेस कि लेकिन, अब घर के काम और लोक डाउन ..... उम्मीद है आप सब समझ गए होंगे , एक औरत को सब देखना पड़ता है.

जल्दी मिलती हूँ ......
 

Rahul

Kingkong
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wonderfull story awesome update
 
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