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चाची से कहा कि आप ऊपर आओ और अपना लण्ड निकाल कर मै लेट गया।
Update 30
चाची बोली राज निकाल क्यों लिया कितना मजा आ रहा था और तु हट गया ये बोलते हुए चाची मेरे ऊपर चढ़ गई…और मेरे लण्ड को पकड़कर अपनी चुत के सुराख़ पर सेट करके एक मीठी सिसकारी लेते हुए मेरे लण्ड पर बैठने लगी आधा लण्ड अन्दर प्रवेश करने के बाद वो रुक गई…एक लंबा सांस खींच कर हल्के से गण्ड उठाने के बाद एक झटके से पूरा लण्ड एक बार में ही अंदर ले लिया और जोर से आ...हह की आवाज आई… माँ चाची की पीठ पर हाथ रखकर मलने लगी ।
कुछ क्षण स्थिर रहने के पश्चात चाची धीमे धीमे ऊपर नीचे होने लगी … माँ ने चाची को शांत देखकर मेरी और देखा तो मैने उसे अपनी ओर आने के लिए आंख से इशारा किया माँ मेरी और खिसकती हुए आ गई… मैंने एक हाथ से माँ की टांगे खोल दी माँ ने भी मेरा साथ दिया ओर टांगों को हल्का सा खोल दिया!
मैने एक हाथ से चाची की चुची पकड़ ली और उसे जोर से दबाने लगा…चाची जो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी अब जोरदार तरीके से अपनी चुत को मेरे लण्ड पर पटक रही थी… इसके साथ ही मैंने माँ की चूत पर हाथ फेरते हुए एक उंगली चुत में उतार दी…सी...ईई की आवाज़ माँ के मुँह से निकल गई।
अब चाची मेरे लण्ड से बुरी तरह से चुद रही थी और माँ मेरी अंगुली से दोनों के साथ ही अब मेरी भी सिसकारी निकलने लगी थी…माँ ने भी अब अपनी चुत मेरी उँगली पर आगे पीछे करना शुरु कर दिया… मैंने देखा तो अपनी एक और उंगली अंदर कर दी और हाथ तेजी से चलाने लगा और दूसरे हाथ से चाची की चुचियों को बारी बारी से मसलने लगा।
हम तीनो अब उत्तेजित हो गए थे तो अब हमें सिर्फ चुदाई नजऱ आ रही थी…माँ जो अपनी पहली चुदाई से पहले थोड़ा शर्मा रही थी अब धीरे धीरे से खुल रहीं थी और अपनी चुत मेरे हाथ को पकड़ कर मेरी उंगली पर चला रही थी…मैंने माँ को बोला माँ तुम इधर आओ तो माँ मेरी ओर देखते हुए आगे आई तो मैंने कहा माँ मेरे मुंह पर बैठो।
माँ हैरानी से मुझे देखने लगी वो समझ नहीं रही थी…मैंने झिझकते हुए उनसे कहा अपनी चुत मेरे मुँह पर रखो मेरे मुँह से चुत शब्द सुन कर माँ ने हैरानी से मेरी और देखा और मेरे कुछ बोलने से पहले ही चाची बोली दीदी उसने जो बोला वो करो…और माँ ने अपनी चुत मेरे मुँह पर रख दी ऒर उसका मुँह चाची की और था।
अब चाची मेरे लण्ड पर कूद रही थी… माँ की चूत मेरे मुँह पर थी और मै उसकी चुत में जीभ डाल कर चूस रहा था… माँ और चाची एक दूसरे की चुचियों को मसलते हुऐ एक दूसरे को चूम रही थी …तीनों बुरी तरह हाँफते और चीखते हुए एकसाथ झड़ने लगे।
चाची मेरे लौड़े पर… माँ मेरे मुँह में… ओर मै चाची की चूत में और निढाल होकर गिरकर वहीं पर सो गए चाची चुत में लण्ड लेकर ओर माँ अपनी चुत मेरे मुँह पे रख कर… एक नई शुरुआत एक नई सुबह के इंतजार में!
Update 30
चाची बोली राज निकाल क्यों लिया कितना मजा आ रहा था और तु हट गया ये बोलते हुए चाची मेरे ऊपर चढ़ गई…और मेरे लण्ड को पकड़कर अपनी चुत के सुराख़ पर सेट करके एक मीठी सिसकारी लेते हुए मेरे लण्ड पर बैठने लगी आधा लण्ड अन्दर प्रवेश करने के बाद वो रुक गई…एक लंबा सांस खींच कर हल्के से गण्ड उठाने के बाद एक झटके से पूरा लण्ड एक बार में ही अंदर ले लिया और जोर से आ...हह की आवाज आई… माँ चाची की पीठ पर हाथ रखकर मलने लगी ।
कुछ क्षण स्थिर रहने के पश्चात चाची धीमे धीमे ऊपर नीचे होने लगी … माँ ने चाची को शांत देखकर मेरी और देखा तो मैने उसे अपनी ओर आने के लिए आंख से इशारा किया माँ मेरी और खिसकती हुए आ गई… मैंने एक हाथ से माँ की टांगे खोल दी माँ ने भी मेरा साथ दिया ओर टांगों को हल्का सा खोल दिया!
मैने एक हाथ से चाची की चुची पकड़ ली और उसे जोर से दबाने लगा…चाची जो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी अब जोरदार तरीके से अपनी चुत को मेरे लण्ड पर पटक रही थी… इसके साथ ही मैंने माँ की चूत पर हाथ फेरते हुए एक उंगली चुत में उतार दी…सी...ईई की आवाज़ माँ के मुँह से निकल गई।
अब चाची मेरे लण्ड से बुरी तरह से चुद रही थी और माँ मेरी अंगुली से दोनों के साथ ही अब मेरी भी सिसकारी निकलने लगी थी…माँ ने भी अब अपनी चुत मेरी उँगली पर आगे पीछे करना शुरु कर दिया… मैंने देखा तो अपनी एक और उंगली अंदर कर दी और हाथ तेजी से चलाने लगा और दूसरे हाथ से चाची की चुचियों को बारी बारी से मसलने लगा।
हम तीनो अब उत्तेजित हो गए थे तो अब हमें सिर्फ चुदाई नजऱ आ रही थी…माँ जो अपनी पहली चुदाई से पहले थोड़ा शर्मा रही थी अब धीरे धीरे से खुल रहीं थी और अपनी चुत मेरे हाथ को पकड़ कर मेरी उंगली पर चला रही थी…मैंने माँ को बोला माँ तुम इधर आओ तो माँ मेरी ओर देखते हुए आगे आई तो मैंने कहा माँ मेरे मुंह पर बैठो।
माँ हैरानी से मुझे देखने लगी वो समझ नहीं रही थी…मैंने झिझकते हुए उनसे कहा अपनी चुत मेरे मुँह पर रखो मेरे मुँह से चुत शब्द सुन कर माँ ने हैरानी से मेरी और देखा और मेरे कुछ बोलने से पहले ही चाची बोली दीदी उसने जो बोला वो करो…और माँ ने अपनी चुत मेरे मुँह पर रख दी ऒर उसका मुँह चाची की और था।
अब चाची मेरे लण्ड पर कूद रही थी… माँ की चूत मेरे मुँह पर थी और मै उसकी चुत में जीभ डाल कर चूस रहा था… माँ और चाची एक दूसरे की चुचियों को मसलते हुऐ एक दूसरे को चूम रही थी …तीनों बुरी तरह हाँफते और चीखते हुए एकसाथ झड़ने लगे।
चाची मेरे लौड़े पर… माँ मेरे मुँह में… ओर मै चाची की चूत में और निढाल होकर गिरकर वहीं पर सो गए चाची चुत में लण्ड लेकर ओर माँ अपनी चुत मेरे मुँह पे रख कर… एक नई शुरुआत एक नई सुबह के इंतजार में!
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