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Thanks LuckylodaBhut shandaar update.... समझ सकते है आपकी मजबूरी वर्ना इतनी जवान chut वो भी 2 2
कोई नहीं छोड़ना चाहता
इंतजार रहेगा आपकी नयी कहानी का
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Thanks LuckylodaBhut shandaar update.... समझ सकते है आपकी मजबूरी वर्ना इतनी जवान chut वो भी 2 2
कोई नहीं छोड़ना चाहता
इंतजार रहेगा आपकी नयी कहानी का
“आआआआआआआआअहह…… ओह मेरी ज़ाआाआआनन्न…… उम्म्म्मममम मजाआ आआआ गय्ाआअ….चन्दा ssssss ”
उसने आसमान की तरफ मुँह करके ज़ोर से हुंकार भरी
आस पास पेड़ो पर बैठे पक्षी भी उसकी आवाज़ सुनकर उड़ गये
मैं उसका मोटा लॅंड मुँह में लिए उसे देख रही थी
जो मज़ा लेने में व्यस्त था
कुछ देर तक भाई के नहाए धोए लॅंड को अच्छे से सॉफ करने के बाद मैने उसकी बॉल्स को भी मुँह में भरकर चूसा
ऐसा लगा जैसे रस में डूबे गुलाब जामुन आ गये हो मुँह में
ट्यूबवेल का पानी वैसे ही इतना मीठा था
जो इस वक़्त चाशनी का काम कर रहा था
सूरज इस वक़्त लॅंड चुस्वाते हुए पानी में अपने पंजो के बल खड़ा हुआ था
मेरे दोनो मुम्मे पानी के अंदर फ्री स्टाइल हिचकोले मार रहे थे
और मेरे हाथ भी एक बार फिर से पानी के अंदर ही अपनी चूत पर चलने लगे
कुछ देर पहले जो चूत की झड़ाई हुई थी उस से काफ़ी जल्दी उभार लिया था मैने खुद को
जवान जिस्म का यही तो फ़ायदा होता है
साला एक के बाद एक चुदाई के लिए चूत हमेशा तैयार मिलती है
मैं उठ खड़ी हुई
क्योंकि मर्दों का एक बार माल निकल जाए तो एक घंटे से पहले खड़ा होने वाला नही है इनका
और इतना टाइम मेरे पास नही था
वरना घर पहुँचकर माँ के सवालो से बचना मुश्किल हो जाएगा
मैने उठकर भाई के होंठो पर एक गहरी स्मूच की और भाई ने मुझे घुमाकर मेरी गांड अपनी तरफ कर ली
और पानी के अंदर अपने लॅंड से मेरी चूत को पीछे की तरफ से कुरेदने लगा
मेरे मुँह से सिसकारिया निकलनी शुरू हो गयी
“उम्म्म्मममममम….. अहह भैय्याय्या……… सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स….. अब और मत तरसाओ …….डाल दो ना ये मोटा मूसल अपनी प्यारी बहन की चूत में ….चोदो ना भैय्या …..अपनी लाडली बहन को….अपने मोटे लॅंड से….प्लीज़ भैय्या ……”
मेरा प्लीज़ कहने का तरीका ही इतना सैक्सी था की उस से भी सब्र नही हुआ और उसने थोड़ा नीचे होकर अपने लॅंड को मेरी चूत पर लगाया और एक जोरदार धक्का देकर उसे अंदर धकेल दिया
धक्का काफ़ी तेज था
वो तो शुक्र हो पापा और घेसू बाबा का , जिन्होने मेरी चूत का दरवाजा खोलकर भाई के लॅंड को निगलने में मदद की
वरना मेरी ऐसी चीख निकलती की घर बैठी मम्मी को भी पता चल जाता की कोई उनकी बेटी चोद रहा है खेतो में
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और फिर तो सिलसिला शुरू हुआ तेज धक्को का और मेरी सिसकारियों का
दोनो में ऐसा ताल मेल बैठा की हर झटके के बाद लयबध तरीके से मेरी सिसकारी भी पीछे-2 निकलती
“उम्म्म्म अहह ओह अहह…… भैय्या ……. उम्म्म्मममम…… वाााआहह …मज़ाआअ आ रहा है…… अहह ज़ोर से चोदो भैय्याय्या……अपनी बहन को….अहह ज़ोर से चोदो ……… उम्म्म्ममममम”
आगे मेरे नन्हे स्तन हवा मे उछल कूद कर रहे थे
और हर झटके से हमारे बीच का पानी छपाक-2 की आवाज़ें निकाल रहा था
कुछ देर तक उसी पोज़िशन में चोदने के बाद सूरज ने मुझे घुमाकर अपनी तरफ कर लिया और मुझे पानी में अपनी गोद में उठा कर अपना लॅंड मेरी चूत में पेल दिया
ये पोज़िशन सबसे सही थी
मेरी गांड पर अपने हाथ लगाकर उसने मुझे उपर नीचे करना शुरू कर दिया
और हर झटके से उसका फ़ौलादी लॅंड मेरी चूत के अंदर तक जाकर ठोकर मारता और फिर बाहर निकलता
[url=https://www.uploadhouse.com/viewfile.php?id=31788617&showlnk=0]
ऐसे में वो मेरे बूब्स भी चूस पा रहा था और मेरे लिप्स भी
और करीब 5 मिनट तक धीरे-2 मेरी चूत को लॅंड से कूटने के बाद हम दोनो एक साथ झडे
और ये पहली बार था जब कोई मेरी चूत के अंदर झड़ रहा था
मेरा खुद का भाई
उसने अपने रस से मेरी चूत को लबालब भर दिया
करीब एक मिनट तक मैं अपने ऑर्गॅज़म के सागर में हिचकोले खाने के बाद होश में आई और धीरे से उसकी गोद से नीचे उतर गयी
पीछे-2 ढेर सारा रस भी बाहर आ गया
मैने चूत में उंगलिया डालकर उसे अच्छे से अंदर से सॉफ कर लिया ताकि एक भी बूँद अंदर ना रहने पाए जो सारा काम बिगाड़ दे
बाकी घर जाकर टैबलेट तो ले ही लेनी थी मैंने , क्योंकि अब तो ये सब लगा ही रहेगा
भाई उसके बाद काफ़ी देर तक मेरे नंगे जिस्म से खेलता रहा
हालाँकि ऐसा करते हुए उसका लॅंड एक बार फिर से खड़ा हो गया था
पर मुझे माँ का डर भी सता रहा था
भाई का लॅंड तो अब मिलता ही रहेगा
चाहे घर पर
या खेतो में
कुछ देर बाद अपने कपड़े पहन कर मैं घर की तरफ चल दी
ऐसे ही भाई और बाप का प्यार मिलता रहा तो जल्द ही मैं किसी हीरोइन जैसी दिखने लगूंगी
हाय
ये जवानी के दिन कितने मजेदार होने वाले है
यही सोचकर मैं आने वाले दिनों के प्लान बनती हुई घर की तरफ चल दी
*************
समाप्त
*************
दोस्तों , अपनी ये कहानी मैं यही समाप्त कर रहा हूँ
एक नयी कहानी के साथ जल्द ही आपके सामने दोबारा आऊंगा
तब तक के लिए गुड बाय
thanksBahut hi kamuk aur uttejna se bharpur updates diye he Ashokafun30 Bhai,
Kahani me abhi aur bhi kaafi scopes the..............
Leking koi baat nahi, aapka decision sar aankho par..........
Ab jaldi se koi dhamakdear story shuru karo bhai
Thanks Komall Bhabhi
merry x mas
Super hot erotic updateमैं शॉर्ट्स के उपर से ही अपनी चूत को रगड़ने लगी
अब भाई से रुकना भी मुश्किल हो गया और वो भी उस छोटे से स्विम्मिंग पूल में कूद गया
ज़्यादा बड़ी नही थी वो जगह
दोनो के शरीर लगभग आपस में टच हो रहे थे
मैं अभी भी अपनी चूत को पानी के अंदर रगड़ रही थी
हम दोनो की नज़रें एक दूसरे से मिली हुई थी
मेरे पेट के नीचे पानी में हलचल हो रही थी
जो मुझे लगा की भाई नही देख पा रहा है
पर मैं ग़लत थी
क्योंकि उसी हलचल को देखते-2 अब सूरज के पेट के नीचे भी ठीक उसी प्रकार की हलचल होने लगी थी
मेरी तो हालत पतली हो गयी ये सोचकर की भाई मेरे सामने ही मूठ मार रहा है
पर मैं भी तो यही कर रही थी
मैने देखा भाई की धोती पानी में आने के बाद खुल चुकी थी और अब बदहवास सी होकर पानी में इधर उधर तैर रही थी
ओह्ह माय गॉड
यानी भाई इस वक़्त पानी के अंदर पूरा नंगा होकर खड़ा था
और अपनी जवान बहन के सामने मूठ भी मार रहा था
उम्म्म्म
कितना सैक्सी एहसास था ये
दूर -2 तक भरी दोपहरी में हमे देखने वाला कोई भी नही था
शायद यही आज़ादी भरा एहसास हम दोनो से ये सब करवा रहा था
भाई की नज़रें मेरे निप्पल्स पर जमी हुई थी
मैं पानी में उसके काले नाग की परछाई देख पा रही थी
कमीना मेरे सामने नंगा था
और मैं कपड़ो में
हम छोरियाँ इन छोरों से कम है के
ये सोचते ही मेरे नर्म हाथों ने अपनी शॉर्ट्स को नीचे किया और उसे टांगों से निकाल कर अलग कर दिया
और वो भी इतराती हुई पानी से उपर आई और कोने में तैर रही भाई की धोती से जा चिपकी
भाई का चेहरा देखने लायक था
हैरानी से भरे भाव सॉफ नज़र आ रहे थे उसपर
अब उसकी तरहा उसकी छोटी बहन भी नंगी थी उस ट्यूबवेल के अंदर
सिर्फ़ वो शमीज़ का कपड़ा ही तो था
जो ना होने के बराबर ही था
अचानक मेरे शरीर में ऐंठन सी होने लगी
जो इस बात का प्रमाण था की उस छोटे से पानी में ज़लज़ला आने वाला था
यानी मेरा ऑर्गॅज़म
मेरे हाथ की स्पीड और तेज हो गयी
और मेरे होंठो से टूटे फूटे शब्द निकलने लगे
“आहह…… भाई…….कितना तरसाते हो तुम…..उम्म्म्मम…..सस्स्स्स्स्स्सस्स…….कितना मोटा लॅंड है तेरा भाई…..अहह”
कहाँ तो मैं कुछ देर पहले उसे तरसाने की सोच रही थी
और कहाँ मैं उसके लॅंड का गुणगान करने लगी
ये सैक्स की फीलिंग भी ना सारे समीकरण बिगाड़ कर रख देती है
सारे प्लान धरे के धरे रह गये
भाई तो पहले से ही मेरे चुंगल में फँस चूका था
मेरी तरफ से ग्रीन झंडी मिलते ही उसने अपना हाथ मेरी कमर में डाला और मुझे अपनी तरफ खींच लिया
उसका खड़ा लॅंड सीधा मेरे हाथ और चूत के बीच जा फँसा
जिस दाने को मैं उंगली से रगड़ कर उत्तेजित हो रही थी
उस दाने पर उसके लॅंड का टोपा जा लगा
और यही बहुत था मुझे झड़ने के लिए मजबूर करने के लिए
मेरी चूत से भरभराकर ढेर सारा रंगहीन रस निकलकर उस पानी में विलीन होता चला गया
और भाई ने मुझे अपने करीब खींच कर मेरे होंठो को अपने होंठो मे जकड़ कर मेरी चीखों को मुँह में ही दबा कर रख दिया
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फिर भी होंठो के किनारों से फिसलकर मेरी चीखों ने अपना रास्ता खोज़ ही लिया
“उम्म्म्मम आहह ओह भाई…….अहह…… यसस्स्स्सस्स…….. मजा अआ गया…….अहह”
भाई के हाथ मेरे स्तनों पर आ गये
और पहली बार उसने मेरे मुम्मों को ज़ोर से पकड़कर दबा दिया
मेरे होंठ एक बार फिर से उसके होंठो के बीच फड़फडा कर रह गये
चीखना चाहा पर उसने होंठो को पान की तरह चबाना शुरू कर दिया
मेरा दर्द, चीख, ऑर्गॅज़म, मज़ा सब अंदर घुट कर रह गया
उसके हाथों ने मेरी शमीज़ को पकड़कर उतार फेंका
अब मैं भी जन्मजात नंगी थी उसकी तरह उस ट्यूबवेल में
दोनो के नंगे और जवान जिस्म एक दूसरे से रगड़ खाकर उस छोटे से ट्यूबवेल में तूफान पैदा कर रहे थे
[url=https://www.uploadhouse.com/viewfile.php?id=31788606&showlnk=0]
धीरे-2 उसने मुझे नीचे की तरफ धकेलना शुरू कर दिया
मैं समझ गयी की वो क्या चाहता है
मेरे होंठो की राखी वो अपने लॅंड पर बंधवाना चाहता है
मैने भी मना नही किया
मैं चल दी नीचे की तरफ
और पानी में घुटनो के बल बैठ गयी और उसके मोटे लॅंड को हाथ में पकड़कर अपने मुँह में भर लिया
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ThanksSuper hot erotic update![]()