वीर का अनु के प्रति मोहब्बत , नो डाऊट , काबिलेतारीफ है। अनु के खातिर उसने अपना घर त्याग दिया , फैमिली से रिलेशनशिप तोड़ दिया और अब उसे बचाने के लिए अकेले ही उन लोगों से भिड़ने चला गया जो अत्यंत ही दुर्दांत हत्यारे है। इस जज्बे का मै नमन करता हूं।
लेकिन अकेले ऐसे लोगों से मुकाबले करना उसका भावुकतापूर्ण और बुद्धिहीन भरा फैसला था। वह कोई प्रोफेशनल फाइटर नही है । उसे क्रिमिनल से लड़ने का कोई तजुर्बा भी नही है। यह काम कोई कर सकता था तो वह था विश्व । विश्व निहत्थे दस - बीस को धुल चटा सकता है और हाथ मे हथियार रहे तो फिर वह खुद एक फौज के समान है। बहुत अच्छा डिसिजन लिया विश्व ने जो उसे अकेला ही नही छोड़ दिया।
इस अपडेट मे यह तो मालूम हुआ कि अनु के किडनैपर कौन थे , लेकिन यह समझ नही आया कि किडनैपर के भाई सुरा और उसकी महबूबा की हत्या वीर ने क्यों कराई थी ।
वह व्यक्ति अभी भी गुमनाम है जो अक्सर वीर को धमकी दिया करता था।
एक बार फिर विश्व की सूचना तंत्र काम कर गई। पुलिस आफिसर सतपती साहब , इन्फोर्मर लल्लन साहब और टी बी एंकर सुप्रिया मैडम सभी ने बेहतरीन काम किया। वैसे वह प्रतिभा जी ही थी जिनके वजह से पुरे शहर मे नाकेबंदी हो पाई।
यह अपडेट इमोशंस , शानदार डायलॉग और बेहतरीन रोमांच के लिए याद किया जाएगा।
बहुत खूब बुज्जी भाई। आउटस्टैंडिंग एंड जगमग जगमग।