क्या बात ! क्या बात ! क्या बात !
एक पुरा एक्सन सीन्स दिखा दिया आपने इस अपडेट मे । ऐसा एक्सन सीन्स जो डर , फिक्र और रोमांच का पराकाष्ठा लिए हुए था । सांसे हलक पर अटक सी गई थी । रोम रोम खड़ा हो गया था ।
भैरव सिंह के घर का सबसे खास सिपहसलार , सबसे महत्वपूर्ण विभीषण वल्लभ प्रधान निकला । वैसे उसके घर के सभी सदस्य उसका साथ बहुत पहले छोड़ चुके थे , लेकिन वल्लभ की मदद के वगैर उसे अपराधी साबित नही किया जा सकता था ।
इस अपडेट मे हमने जहां विश्व की प्लानिंग देखी वहीं विक्रम का मर्दाना अवतार भी देखा । एक बार तो दिल लरज गया कि कहीं विक्रम वीरगति को प्राप्त न कर ले , पर शुक्र है प्रभु का वो सिर्फ जख्मी मात्र हुए ।
इस पुरे घटनाक्रम मे सबसे इम्पोरटेंट रोल निभाई सेना की बख्तरबंद गाड़ी और उसकी आधुनिक टेक्नोलॉजीज ने । गाड़ी की व्यवस्था शायद सेनापति जी ने किया था लेकिन वह डैनी साहब थे जिन्होने गाड़ी को पुरी तरह कर्ण का कवच बना दिया था ।
विश्व के सभी दोस्तों और सहकर्मी ने इस लड़ाई को बहुत अच्छी तरह से लड़ा ।
लेकिन यह लड़ाई रंगा , राॅय और उसके कुछ गुंडो के साथ हुई थी जिसमे विश्व और उसके साथियों के पसीने छूट गए थे । उस वक्त क्या होगा जब भैरव सिंह की विकराल सेना इनके समक्ष खड़ा होगी ?
यह सब देखकर लगता है भैरव सिंह को सजा अदालत से नही बल्कि विश्व और गांव की जनता से ही प्राप्त होगी ।
यह भी कम आश्चर्य की बात नही है कि एक बड़े शहर मे खुलेआम घंटो तक गोली और बारूद की बरसात हो रही है , साथ मे टेलीविजन पर लाइव प्रसारण भी हो रहा है और प्रदेश के मुख्य मंत्री की गद्दी सही सलामत है ।
एक बार फिर से जगमग जगमग अपडेट बुज्जी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग ।