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Thriller "विश्वरूप"

Kala Nag

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Kala Nag

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मार-काट, षड्यंत्र, वार-प्रतिवार इत्यादि के बारे में बाद में बात करेंगे।

इस कहानी के मुख्य नायक नायिका के साथ, इस कहानी में यह पहला अवसर आया है, कि दोनों को ऐसी अंतरंग अवस्था में दिखाया गया है। एक बढ़िया रोमांटिक दृश्य दिखाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! अच्छा लिखा है। 🙂
शुक्रिया avsji भाई पर हिंदी लेखन आपकी हमेशा बढ़िया रहा है l मैं इस कहानी को मार्च तक ख़तम कर देना चाहता हूँ l एक विश्राम लेना चाहता हूँ ताकि आपकी कहानी श्राप पढ़ सकूँ l आशा है मार्च तक खत्म कर दूँगा
संजू भाई ने सही कहा - पहला चुम्बन हमेशा यादगार रहता है। और अगर अपने ही प्रियतम के साथ किया गया हो, तो बात ही क्या! बहुत खूब लिखा है भाई।
धन्यबाद फिर से
लेकिन फिर भी कुछ प्रश्न अनुत्तरित रह गए (या शायद मेरे ही पढ़ने में कोई त्रुटि रह गई हो - क्योंकि आप हमेशा ही सारे लूपहोल्स कवर कर के लिखते हैं) - जैसे कि, रूप और विश्व दोनों नाव में क्योंकर पहुँच गए?
यह थोड़ा स्वल्प कालीन सस्पेंस है अगली कड़ी में आपको मालुम हो जाएगा
और फिर वापस राजमहल में, (भैरव सिंह और रूप का संवाद) विश्व की मौजूदगी! थोड़ा अटपटा सा लगा। शायद मैंने ही कोई लाइन नहीं पढ़ी होगी l
हाँ यह भी आपको अगले अंक में मालुम हो जाएगा
इंस्पेक्टर रोणा की इतिश्री हो गई। मृत्यु के बाद किसी का नाम घृणा से नहीं लिया जाता (बहुत कम ही लोग हुए हैं इतिहास में इस लायक), और वो इसलिए है क्योंकि जीव का अंश, परमात्मा के अंश में मिल जाता है। ऐसे में, जीव स्वयं परमात्मा हो जाता है। और परमात्मा की बुराई कोई कैसे कर सकता है? लेकिन फिर भी, रोणा एक खराब मानुष था, और उसका जाना शायद केवल उसके परम मित्र को ही दुःखी कर सकता है, और किसी को नहीं।
यह दुर्घटना बल्लभ के दिल को चीर कर रख दिया है जिसका फायदा विश्व लेगा l यह कोई बड़ी बात नहीं होनी चाहिए l
चेट्टी, के के और राॅय की तिकड़ी नीचता पर उतारू है। वो भी भैरव के स्तर के ही धूर्त हैं। लिहाज़ा, उनके लिए भी ढंग की सजा मुक़र्रर होनी चाहिए। यह सत्य है कि चेट्टी के पुत्र की हत्या विश्व ने ही करी थी, लेकिन उसका पुत्र कोई धर्मराज नहीं था, बल्कि भैरव जैसे की स्तर का धूर्त था, और मौत का धंधा करता था। ऐसे जीव के प्रस्थान से मानवता को कोई कमी नहीं होती।
हाँ यश कोई धर्मराज नहीं था पर चेट्टी का पुत्र मोह नैचुरल है l बदले की भावना स्वभाविक है
बहुत ही आनंददायक अपडेट! बड़ी मेहनत की गई है इसमें - जो साफ़ दिखाई देती है।
कैसे हैं आप अब?
धन्यबाद मेरे भाई आपका बहुत बहुत शुक्रिया
बस बढ़िया हूँ
आप कैसे हैं और जूनियर कैसा है
ईश्वर की कृपा आप पर सदेव बनी रहे
 

Kala Nag

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Superb update bhai

Excited Reasonable Doubt GIF by Onyx Collective
शुक्रिया मेरे दोस्त आपका बहुत बहुत शुक्रिया और आभार
 

Kala Nag

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Awesome update tha bhai maja aa gaya 👌👌👌👌👍👍👍👍👍👌👌👌
शुक्रिया मेरे दोस्त आपका बहुत बहुत शुक्रिया और तह दिल से आभार
 

avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
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शुक्रिया avsji भाई पर हिंदी लेखन आपकी हमेशा बढ़िया रहा है l मैं इस कहानी को मार्च तक ख़तम कर देना चाहता हूँ l एक विश्राम लेना चाहता हूँ ताकि आपकी कहानी श्राप पढ़ सकूँ l आशा है मार्च तक खत्म कर दूँगा

बहुत बढ़िया!
श्राप कहीं भागी नहीं जा रही है - आराम से पढ़िए :)
वैसे भी, मेरी लिखने की गति बहुत कम हो गई है।

धन्यबाद फिर से

यह थोड़ा स्वल्प कालीन सस्पेंस है अगली कड़ी में आपको मालुम हो जाएगा

जी भाई :)

हाँ यह भी आपको अगले अंक में मालुम हो जाएगा

ओके!

यह दुर्घटना बल्लभ के दिल को चीर कर रख दिया है जिसका फायदा विश्व लेगा l यह कोई बड़ी बात नहीं होनी चाहिए l

हाँ - संदेह तो मुझे भी हो रहा था।
बल्लभ और दरोगा की जैसी यारी थी, उससे संदेह तो था। लेकिन इतना नहीं।

हाँ यश कोई धर्मराज नहीं था पर चेट्टी का पुत्र मोह नैचुरल है l बदले की भावना स्वभाविक है

हाँ! बदले की भावना स्वाभाविक है।

धन्यबाद मेरे भाई आपका बहुत बहुत शुक्रिया
बस बढ़िया हूँ
आप कैसे हैं और जूनियर कैसा है
ईश्वर की कृपा आप पर सदेव बनी रहे

तीनों जूनियर्स मस्त हैं। :)
जीवन मस्त है। आप सभी मित्रों के शुभकामनाएँ साथ हैं, तो क्या गड़बड़ हो सकता है!!
:) आप भी अपना ख़याल रखें और आनंद से रहें।
 
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