अपडेट - 48
रात मे ये सब सीन देखने के बाद नीद तो आ गयी कि,
लेकिन जब आंख खुली तो सुबह के 9 बज गए थे।
शरीर मे बहुत थकावट थी और साथ एक उत्सुकता थी। आज स्कूल, तो जाना नही नही था। आज घर में घमाशान जो होने वाला था।
भैया आज ट्रेनिंग के लिए जा रहे थे।
ऊपर वाले रूमो में और सीमा थे। रात के लिए मन में अभी से उत्सुकता हो रही थी।
नीचे, मम्मी, पापा और बुआ तीनो एक साथ करेंग।
सबको एक साथ सोचकर रात का इंतज़ार नही हो रहा था। ।
लेकिन कंट्रोल किया। नहा धोकर नीचे चला गया नाश्ता करने के लिए।
तुरन्त भैया ने बोले की मुझे स्टेशन छोड़ दे चलके।
मैं - 5 मिनट बाइक निकल लू फिर चलते है।
सीमा - भैया आपको स्टेशन तक छोड़ने मे भी चलूं।
भैया - अरे इसमें भी कोई पूछने की बात है चलो इसी बहाने थोड़ा सा शहर घूम लेना।
पापा - हा ऐसा कर अभी सीमा को फन सिटी या मूवी कॉम्प्लेक्स में घूमा देना।
(क्यों बेटा सीमा मूवी देखना पसंद है ना)
सीमा हा में सिर हिलाती हुई।
मैं - पापा आप तो कल रात को कहे रहे थे की कल बुआ चली जायेगी लेकिन आज आप रुकने के लिए बोल रहे है।
बुआ - क्यों अभी बच्चू घर में अच्छी नही लग रही क्या ? पहेली बार बुआ आई है उनसे मिल ले सीधा भागने की कोशिश कर रहा है।
मैं - नही बुआ जी ऐसे बात नही है बस में तो ऐसे ही पूछ रहा हूं।आप का घर है जब तक मर्जी हो आराम से रुकिए।
पापा - हां बुआ अब एक दो दिन रुकेगी और यह लो पैसा बच्ची को अच्छे से घूमा देना ठीक है और ज्यादा सवाल मत किया कर समझा,
तभी बुआ कातिलाना मुस्कान के साथ में बेटा अच्छे अच्छे को बदल दिया तेरा बाप क्या चीज है।
इसी बात पर सभी लोग जोर से हंसने लगे।
मैं बाइक निकल कर ऑटो लेने चला गया तब भैया की पूरी तैयारी हो चुकी थी।
बैग्स ऑटो में रखने के बाद सीमा को ऑटो से भेज दिया मैं और भैया बाइक से,
भैया ने सभी बड़ों का आशीर्वाद लिया और चल दिए।
कुछ समय बाद हम लोग स्टेशन पहुंच गए बाद सीमा वहा पर आई।
11 बजे की ट्रेन थी, थोड़ी देर बाद ट्रेन भी आ गई भैया को बेठाल कर हम लोग वहां से निकल गए।
हम लोग बिलकुल शांत थे । एक दम एक दूसरे से अनजान , मैं चुप्पी तोड़ते हुए।
मैं - और बताइए सीमा जी क्या हाल चल आप के,
सीमा - मैं ठीक हू आप अपने बताए
मैं - और आप क्या कर रही है।
सीमा - मैं 11th में हू अगले साल मेरे भी बोर्ड है और आप,
मैं - मेरा भी आप ही की तरह है जो भी है।
सीमा का परिचय (सीमा देखने में काफ़ी सुंदर है और उसका फिगर 32-28-34 का है. उसका ये मदमस्त फिगर किसी के भी पैंट में सनसनी मचा देता है. जिस दिन वो टाइट टॉप में आ जाए, तो दूसरे डिपार्टमेंट के भी स्टूडेंट्स एक बार उसे ताड़ने आ जाते हैं.उसके मचलते बूब्स किसी से भी कोई भी काम निकलवा लेते हैं)
वैसे कहा चलना पसंद करेगी
सीमा -बहुत समय हो गया है मूवी नही देखी है अगर को समस्या न हो चले,
मैं - अरे बिलकुल आप के लिए कैसी समस्या बिलकुल चलते है।
स्टेशन से थोड़ी दूर मूवी कॉम्प्लेक्स था। हम दोनो लोग वही चले गए। वहा पर इमरान हाशमी की मूवी लगी हुई थी। Once upon time in a Mumbai
सीमा - अरे वाह यह तो मेरा प्रिय अभिनेता की मूवी है चलो यही देखते है चलते है।
मैं - ठीक है,मैंने टिकट ले ली और शो था 1 बजे था 1 बजने में टाइम था।
तब में और खड़े होके आ पास में बात करने लगे।
वहा पे हम लोगो ने देखा को ज्यादातर लोग कपल्स ही थे कुछ ही लोग सिंगल होंगे।
हम दोनो लोग थियेटर के अंदर गए और मूवी चालू हो गई।वहां पर सभी कपल्स को देख कर लग रहा था हम लोग शायद ही भाई बहन हो।
मूवी के बीच मे गाना नही है,
"पी लू" उसका आखिरी सीन हो होता है।
मैने तिरछी नजर इधर उधर देखा तो कोई किसिंग कर रहा होता है अपने पार्टनर को कोई दूध दबा रहा होता है,
मेरे बगल वाले ने हद ही कर दी क्यों की शायद लड़की उस लड़के का मुंह में ले रही होती है। अंधेरे में ज्यादा साफ दिख नही रहा था।मैं और सीमा बहुत akward फील कर थे। लेकिन सामने रोमांटिक गाना और बगल में छोरी हो फिर काबू करना मुश्किल हो जाता है।
मैं भी मदहोश हो गया था अपने आस पास की चकाचौंध देख कर।धीरे से एक हाथ सीमा की गर्दन पर रख दिया और फिर अनजाने मे बिना सोचे समझे सीमा को लिप्स पर किस कर दी(पर अंदर से दर भी लग रहा था)।
लेकिन गजब तो तब हुआ शायद सीमा भी बहुत गरम हो गई थी अंदर से,वो भी किसिंग का साथ देने लगी।जैसे ही लिप्स से लिप्स मिले ऐसे लग रहा था जैसे गुलाब की पंखुड़ी चूम रहा हूं और साथ में स्ट्रवेरी फ्लेवर का बाम लगा हुआ था।
कुछ समय के लिए तो जन्नत में पहुंच गया। मेरा लन्ड पूरी तरह से बाहर आने को मचल रहा था।
हम दोनो लोग एक दूसरे को किस किए जा रहे थे में अपने दूसरे हाथ से सीमा के दूध पर रखे दाबने लगा।
दुध इतने प्यारे से बहुत ज्यादा मुलायम, जैसे फोम वाला गद्दा हो ।कपड़ों के ऊपर से थोड़े टाइट थे। बड़े होने के कारण हाथ में आ भी नही रहे थे।
लेकिन फिर गलती यह कर दी की निपल पकड़ के नोच दी, सीमा को एक सा झटका लगा हम लोगो की आंख मिली और सीमा बीच में ही उठ कर भाग गई।
मैं भी मूवी बीच में छोड़ कर सीमा के पीछे पीछे आवाज देते हुए अरे सीमा जी, सीमा जी कहते हुए बाहर निकल गया। पर पूरे थियेटर के माहोल एक दम गरम था।
वाशरूम जाके अपने आप को संभाला लन्ड सेट किया देर बाद मे भी बाहर आ गया।
लेकिन मेरी अंदर ही अंदर बहुत फट गई थी की यह घर जाके मम्मी -पापा को ना बता दे।
बुआ के सामने मेरी क्या इज्जत रहे जायेगी।
(पर एक सुकून था की इसे घर तो मालूम नही अकेले नही जा पाएगी अभी जाके पैरो में गिर जाऊंगा जब तक माफ नही करेगी)
सीमा बाहर तो दिख नही रही थी।
अगला अपडेट जल्दी आएगा।